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आत्महत्या के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन सवालों के घेरे में


नई दिल्ली। दिल्ली गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह की कथित आत्महत्या के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन सवालों के घेरे में है। जेल सूत्रों की माने तो छह जनवरी को जेल प्रशासन ने राम सिंह सहित अलग-अलग जेलों में बंद गैंगरेप के आरोपियों द्वारा खुदकुशी किए जाने की आशंका जताई गई थी।
कैदियों के मुताबिक फांसी की सजा से डरे इन आरोपियों ने साथी कैदियों से बातचीत करना बंद कर दिया था। वे पूरे दिन चिंता में डूबे तथा चुपचाप रहते थे। इसकी जानकारी होने पर अधिकारी सकते में आए गए थे।
इसके बाद किसी प्रकार की अनहोनी की घटना को रोकने के लिए तिहाड़ में उन कैदियों को सुसाइडल वॉच पर रखा गया था। यह एक तरह का अलर्ट है, जिसके तहत डिप्रेशन में गए कैदियों पर 24 घंटे नजर रखी जाती है, ताकि वे किसी तरह से खुद को नुकसान नहीं पहुंचा सके।
मालूम हो कि तिहाड़ की जेल संख्या 3 में राम सिंह बंद था। जबकि पवन व अक्षय जेल नंबर चार तथा मुकेश जेल नंबर सात में बंद हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक इन कैदियों पर नजर रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भी तैनात किए जाने के अलावा वार्डन को भी सतर्क किया गया था। बावजूद इसके जेल में राम सिंह की मौत हो गई। हालांकि जेल प्रवक्ता ने जेल प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का सुसाइडल अलर्ट जारी किए जाने की बात से इंकार किया है।
वहीं राम सिंह के पिता और उसके वकील वीके आनंद उसकी मौत को हत्या करार दे रहे हैं। उनके मुताबिक राम सिंह की मौत के लिए जेल प्रशासन जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राम सिंह को किसी गहरी साजिश के तहत मारा गया है। इन आरोपों के बाद राम सिंह की मौत की गुत्थी और उलझती जा रही है। पुलिस जहां इसे खुदकुशी बता रही है वहीं राम सिंह के परिवार का आरोप है कि राम सिंह आत्महत्या नहीं कर सकता था। उसकी हत्या की गई है। परिजनों का आरोप है कि राम सिंह की जेल में कई बार पिटाई भी हुई थी। उसे जेल में परेशान भी किया जाता था।
उसके पिता ने कहा कि राम सिंह का एक हाथ ही काम करता था, ऐसे में वह खुद फांसी का फंदा कैसे तैयार कर सकता है? इतना ही नहीं करीब साढ़े सात फिट ऊंची ग्रिल के सहारे लटककर फांसी कैसे लगा सकता है? राम सिंह के पिता मांगे लाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सड़क दुर्घटना में उसका एक हाथ खराब हो चुका था,उसके हाथ में लोहे की राड लगाई गई थी। जिस व्यक्ति का हाथ ठीक से काम नहीं कर रहा हो वह खुदकुशी कैसे कर सकता है?
जेल नंबर 3 में राम सिंह के साथ तीन अन्य कैदी भी बंद थे। राम सिंह ने जब खुदकुशी की तो वह तीनों कैदी कहां थे? उन कैदियों को पता क्यों नहीं चला? राम सिंह के पिता का आरोप है कि कोर्ट में पेशी के दौरान आने पर राम सिंह ने बताया था कि उसपर ब्लेड से हमला हुआ था। उसके शरीर पर ब्लेड से हमले के निशान थे। उसने कहा था कि उसकी जान को खतरा है? मामले की जांच कर रही पुलिस अब उन कैदियों से पूछताछ की कोशिश करेगी जो राम सिंह की बैरक में सजा काट रहे थे। एजेंसी 

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