एक हत्या के विरोध प्रर्दशन कारियों ने लगा दी थाने में आग
आगजनी की इस घटना में दर्जनों दो पहिया व चार पहिया वाहन व एक फूस की झोपड़ी जलकर हो गयी खाक
कुशीनगर। एक हत्या के विरोध में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की सीमा से तीन किमी दूरी पर स्थित बिहार प्रांत के पुलिस स्टेशन गोपालपुर थाने को उग्र प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया। उसके साथ उन्होंने आरोपी हमलावरों के गांव को भी आग के हवाले कर दिया।
यह घटना शुक्रवार को उस समय घटी जब सुबह ही थाने को पकडि़यार गांव के लोगों ने घेर लिया। दर्शनकारी लाछपुर तकिया के एक वर्ग विशेष के हमला में बुरी तरह घायल बलराम साह पुत्र ईश्वर साह उम्र 20 की मौत के बाद उसके शव को लेकर आये थे और पुलिस की निष्क्रियता से आक्रोशित थे।
बताया जा रहा है कि घटना के तीन दिन बाद गोपालपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज तो किया था किंतु निष्क्रिय बनी हुई थी। शुक्रवार को भोर में शव जब पकडि़यार गांव आया तो लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया और शव लेकर प्रातः 7 बजे थाने के सामने सड़क जाम कर दिया।
धीरे-धीरे माहौल साम्प्रदायिक होने लगा और ग्रामीण उग्र होते चले गये। थाना प्रभारी पीके सिंह ने उग्र भीड़ को समझाने का प्रयास किया, किंतु पुलिस से खार खायी जनता 10 बजते-बजते थाना परिसर में घुसकर तोड़फोड़ करने लगी और थाने को आग के हवाले कर दिया। उपस्थित थाने के पुलिस कर्मी अपनी जान बचाने के लिए पिछले दरवाजे से फरार हो गये। इस आगजनी की घटना में दर्जनों दो पहिया व चार पहिया वाहन व एक फूस की झोपड़ी जलकर राख हो गए, वहीं कार्यालय के फर्नीचर व बिस्तर आदि भी जल गये।इधर दोपहर बाद उग्र भीड़ हमलावरों के गांव तकिया टोले को आग के हवाले कर चुकी थी। इसके पूर्व हमलावर गांव के निवासी घर छोड़कर फरार हो चुके है। समूचा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
जानकारी के अनुसार यह घटना पकडि़यार के दो युवक जिसमें बलराम और रंजित सिंह पुत्र सीताराम जो बथुआ बाजार से वापस आ रहे थे, कि उनके मोटरसाइकिल से एक वृद्ध को ठोकर लग गयी। मात्र इसी बात को लेकर बुरी तरह से धारदार हथियार से हमला कर मरणासन्न कर दिया गया था। दोनों युवकों को प्राथमिक चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज ले जाया गया, जहां से गंभीर स्थिति में उन्हें मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया था। गुरुवार की रात्रि में बलराम की मौत इलाज के दौरान हो गयी थी।
घटना की सूचना पाकर 11 बजे जिलाधिकारी गोपालगंज कृष्ण मोहन, पुलिस अधीक्षक निताशा गुडि़या, एसडीएम राजीव रंजन, त्वरित कार्रवाई बल, वज्र वाहन व भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया तथा मृतक के एक परिजन को नौकरी देने, घायल को सरकारी इलाज मुहैया कराने तथा उचित अहेतुक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया तब जाकर शव को पुलिस के कब्जे में दिया गया।
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