राष्ट्रीय भावनाओं के साथ होनी चाहिए बच्चों की शिक्षा - शिवजी त्रिपाठी
पडरौना, कुशीनगर। देश में गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय भावनाओं को जगाता है जिससे देश प्रेम की भावनाएं लोगों में एक ऊर्जा की तरह समाहित हो जाती है और राष्ट्र को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रत्येक नागरिक अपने आप को समर्पित कर देता है।
उक्त बाते श्री रबीन्द्राश्रम संस्कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवजी त्रिपाठी ने ध्वजा रोहण के उपरान्त उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा। उन्होने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य यह कि शिक्षा ग्रहण करने वाला अपने सर्वांगिण विकास के साथ समाज और देश के विकास में अपना योगदान दे और समय आने पर उसका प्रतिनिधित्व कर सके जिससे व्यक्ति, समाज, और देश की संस्कृतियों और रितियों का सही समय और सही तरीके से आदान -प्रदान हो सके।
इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरूआत बच्चों ने सरस्वती के बन्दना के साथ की। बच्चों ने इस गणतंत्र दिवस समारोह में गीत, नृत्य, आदि प्रस्तुत किया। इस गणतंत्र दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए चन्द्रभूषण तिवारी ने कहा कि बच्चों की शिक्षा भारतीय संस्कार में होनी चाहिए ताकि उनमें बड़ों के प्रति आदर और छोटों के प्रति सहानुभूति की भावनाएं जागृत हो। सभी लोगों ने बच्चों को समाज के प्रति चेतन रहने का आह्वान किया। इस अवसर पर चन्द्रभूषण तिवारी, शिव प्रताप दूवे, अमला राय, मुक्ति राय, राजेश शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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