Breaking News

कुशीनगर में अब नही होगी फर्जी पड़ताल विभाग हुआ मुस्तैद



कुशीनगर में 2744 फर्जी खातों पर हुयी थी पड़ताल 

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। फर्जी पड़ताल व सट्टा से बचने के लिए अब किसानों को सोचने की जरूरत नही है। इसके लिए विभाग गन्ना किसानों के राहत के लिए 11 डिजिट के यूनिक कोड की व्यवस्था को लागू करने जा रहा है। जिससे फर्जी पड़ताल से काफी राहत मिलेगी।  
गन्ना बाहुल्य जिला कुशीनगर में गन्ना माफियाओं को झटका देने के लिए विभाग ने यह नयी योजना बनायी है। यह विशेष कोड 11 डिजिट का होगा। इस विशेष कोड को बनाने के लिए जिले के दो डिजिट, दो डिजिट समिति, तीन डिजिट गांव और चार डिजिट किसान के कोड से का सहारा लिया गया है।
इससे न तो चीनी मिल से ही गड़बड़ी हो पाएगी और न ही समितियों के माध्यम से कोई गड़बड़ी कर सकेगा। यानी हर स्तर पर फर्जीबाड़ा रोकने के लिए इस नई व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। इससे किसानों को काफी राहत मिलेगी। इसके बाद अब न तो गन्ने के आवंटन व क्रय-विक्रय को लेकर फर्जी गांव बस पाएंगे और न फर्जी क्रय केंद्र ही संचालित हो पाएंगे। 
यूनिक कोड के तहत अब हर समिति का अपना अलग कोड होगा। एक किसान एक ही समिति से ही जुड़ सकेगा। ऐसे में न तो फर्जी पड़ताल होगी और अन्य कठिनाईयां उत्पन्न होगी। अक्टूबर 14 में समितियों के सदस्यता सत्यापन अभियान में 2744 फर्जी खाते पकड़े गए थे।
जिसमें सेवरही समिति के अंतर्गत अवैध खतौनी से बने 841 खाता, रामकोला में 395 खाता, लक्ष्मीगंज में 26 खाता, छितौनी में 63 खाता, तरयासुजान में 7 खाता, खड्डा में 224 खाता फर्जी थे। हाटा के समीप ढाढा में संचालित न्यू इण्डिया शुगर मिल का दो बर्ष पूर्व एक मामला प्रकाश में आया था। बिचैलियों की मिलीभगत से अवरही बी 1509 कोड से फर्जी गांव का सृजन कर सैकड़ों फर्जी किसानों को नाम से पर्ची जारी कर दिया गया था।
इस सम्बन्ध में जिला गन्ना अधिकारी हरपाल सिंह ने कहा कि मिलों व समितियों द्वारा फर्जी खातो को संचालित कर गन्ना किसानों को धोखा दिया जा रहा था, जिसे रोकने के लिए इस विशेष कोड की व्यवस्था लागू की जा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!

.................................TIMES OF KUSHINAGAR