Breaking News

अब कभी अन्धेरे में नही रहेगा कुशीनगर का तिरमासाहून गांव


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्थित तिरमासाहुन गांव के अब अच्छे दिन आ गये है। यह कुशीनगर का पहला गांव होगा जो अब कभी अन्धेरे में नही रहेगा। यही नही यहां अब कोई प्यासा भी नही रहेगा क्योकि इन दोनो समस्याओं से उबरने के लिए प्रयास शुरू हो गया है।
बिजली के लिए सौर ऊर्जा और पानी के लिए आरो प्लांट लगाये जायेगें। इसके लिए सोमवार को सऊदी अरब से आए सोलर इंजीनियर फैजल ने गांव की जरूरतों को देखते हुए मिनी सोलर ग्रिड के लिए गांव का सर्वे किया। जबकि जर्मनी से आए इंजीनियर संदीप गंगा खंडेकर ने आरओ प्लांट के लिए सर्वे किया।
ज्ञातव्य हो कि इस गांव के विकास के लिए इंडो-जर्मन संस्था यूनाइटेड फार होप सहयोग कर रही है। सौर ऊर्जा के लिए सर्वे करने आए सऊदी अरब के इंजीनियर फैजल ने बताया कि गांव में विजली की आपूर्ति के कितनी मिनी सोलर ग्रिड की आवश्यकता पड़ेगी इसका आंकलन किया जा रहा है। जबकि आरओ प्लांट का सर्वे कर रहे जर्मनी के इंजीनियर संदीप के मुताबिक 160 फुट बोरिंग करने के बाद आरओ प्लांट लगाया जाएगा तथा फरवरी 2015 से पानी की सप्लाई शुरू करा दी जाएगी।
प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ज्ञानवर्द्धन गोविंद राव ने बताया कि वर्ष 2015 में तिरमासाहुन गांव में बहुआयामी कम्युनिटी सेंटर स्थापित किया जाएगा, संस्था ने इसके लिए जमीन ले लिया है। शीघ्र ही यह गांव बिजली और पानी के लिए आत्मनिर्भर हो जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!

.................................TIMES OF KUSHINAGAR