थाई बुद्ध विहार ने उठाया कुशीनगर को स्वच्छ करने का बीड़ा
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में स्थित थाई बुद्ध विहार ने कुशीनगर को साफ-सुथरा तथा आकर्षक बनाने का बीड़ा उठाया है। थाई बुद्ध विहार ने केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के आधार पर स्वच्छ कुशीनगर नाम की एक परियोजना तैयार की गयी है।
इस परियोजना का संचालन ट्रस्ट करेगा। योजना क्रियान्वयन के लिए आर्थिक प्रबंधन भी कर लिया गया है। प्रशासन के सहयोग से लागू होने वाली इस परियोजना को जिलाधिकारी लोकेश एम. से वार्ता के बाद एसडीएम जयशंकर मिश्र ने हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना के तहत महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर मार्ग के किनारे स्थित दुकानों, होटलों, धर्मशालाओं के संचालकों को सामने की भूमि साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाएगी।
उनका यह दायित्व होगा कि वे अपने सामने कूड़ा पात्र रखें, ताकि कूड़ा उसमें रखा जा सके। कड़े को एक निर्धारित स्थल पर रखने तथा कूड़े के ढ़ेर से कार्बनिक तथा अकार्बनिक वस्तुओं को अलग करने के लिए परियोजना के तहत एक ट्रस्ट गठित कर कर्मचारी नियुक्त किये जायेगे। ट्रस्ट द्वारा नियुक्त अधिकारी संपूर्ण प्रक्रिया पर नजर रखेगा।
विभिन्न प्रकार के कूड़े-कचरे के निस्तारण के लिए भविष्य में सालिड-वेस्ट मैनेजमेंट की भी व्यवस्था की जानी है। थाई बुद्ध मंदिर के मांक डा. पी. खोमसान ने बताया कि उन्होंने स्वच्छ कुशीनगर प्रोजेक्ट लागू करने के लिए प्रशासन से अनुरोध किया है। अनुमति मिलते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी जयशंकर मिश्र ने बताया कि स्वच्छ कुशीनगर परियोजना के लिए प्रशासनिक सहयोग देकर इसका क्रियान्वयन कराया जाएगा।
कुशीनगर। भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में स्थित थाई बुद्ध विहार ने कुशीनगर को साफ-सुथरा तथा आकर्षक बनाने का बीड़ा उठाया है। थाई बुद्ध विहार ने केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के आधार पर स्वच्छ कुशीनगर नाम की एक परियोजना तैयार की गयी है।
इस परियोजना का संचालन ट्रस्ट करेगा। योजना क्रियान्वयन के लिए आर्थिक प्रबंधन भी कर लिया गया है। प्रशासन के सहयोग से लागू होने वाली इस परियोजना को जिलाधिकारी लोकेश एम. से वार्ता के बाद एसडीएम जयशंकर मिश्र ने हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना के तहत महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर मार्ग के किनारे स्थित दुकानों, होटलों, धर्मशालाओं के संचालकों को सामने की भूमि साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाएगी।
उनका यह दायित्व होगा कि वे अपने सामने कूड़ा पात्र रखें, ताकि कूड़ा उसमें रखा जा सके। कड़े को एक निर्धारित स्थल पर रखने तथा कूड़े के ढ़ेर से कार्बनिक तथा अकार्बनिक वस्तुओं को अलग करने के लिए परियोजना के तहत एक ट्रस्ट गठित कर कर्मचारी नियुक्त किये जायेगे। ट्रस्ट द्वारा नियुक्त अधिकारी संपूर्ण प्रक्रिया पर नजर रखेगा।
विभिन्न प्रकार के कूड़े-कचरे के निस्तारण के लिए भविष्य में सालिड-वेस्ट मैनेजमेंट की भी व्यवस्था की जानी है। थाई बुद्ध मंदिर के मांक डा. पी. खोमसान ने बताया कि उन्होंने स्वच्छ कुशीनगर प्रोजेक्ट लागू करने के लिए प्रशासन से अनुरोध किया है। अनुमति मिलते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी जयशंकर मिश्र ने बताया कि स्वच्छ कुशीनगर परियोजना के लिए प्रशासनिक सहयोग देकर इसका क्रियान्वयन कराया जाएगा।
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