Breaking News

बिजली के तार से गांव हुआ प्रभावित, अब तक दजर्नो आगये चपेट में


अजय तिवारी
टाईम्स आॅफ कुशीनगर व्यूरों
फाजिलनगर,कुशीनगर। कुशीनगर के फाजिलनगर विकास खण्ड स्थित ग्राम सभा मधुरिया के हरिजन बस्ती के उपर से गुजर रहे विद्युत तार के नीचे लटक जाने से दर्जनों लोग बिजली के चपेट मे आ गये है। ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के लगातार शिकायत के बाद भी विभाग के कान में जू तक नही रेंग रहा है जिससे किसी बड़ी घटना की आशंका बनी हुयी है।
ग्राम सभा के करीब चालीस घरों वाले हरिजन बस्ती के उपर से विद्युत विभाग का 440 बोल्ट के हाईटेन्शन वाला तार गुजरा है। तार के लटक जाने के कारण लगभग दर्जनों लोग बिजली के चपेट मे आ जाने से बुरी तरह से घायल हो गये है तथा कुछ लोग अपंग भी हो गये है।
गांव के साठ वर्षीय बृद्ध महिला मुअली वर्ष 2012 के जून माह मे बिजली की चपेट मे आ गयी जिसके कारण वह पूरी तरह झुलस गयी जिसका दो माह तक गोरखपुर मेडिकल कालेज मे इलाज चला था।
वही वर्ष 2014 के फरवरी माह मे अपने मामा के घर आया आठ वर्षीय घूरा भी बिजली के चपेट मे आ गया तथा इसी वर्ष दस वर्षीय छोटेलाल भी विद्युत स्पर्शघात से बुरी तरह झुलस गया। वर्ष 2014 मे ही सहोदर पट्टी निवासी रुदल प्रसाद अपने ससुराल आया था कि रात मे शौच के लिए निकला तो वह विद्युत के चपेट मे आ गया जिसके बाद काफी इलाज के बाद वह ठीक हुआ। इसी प्रकार इस हरिजन बस्ती के दर्जनो लोग घायल हो चुके है।
इसे गम्भीर मामला मानते हुए पुर्व विधायक विश्वनाथ सिंह ने विभाग को पत्र लिखकर तार लगाये जाने तथा इसे ठीक कराने की बात कही थी लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते अभी तक कोई कार्यवाही नही हो पायी।
ग्राम प्रधान महातम यादव ने विभाग सहित तहसील दिवस व अन्य उच्चाधिकारीयें से तार लगवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। उनका कहना था कि विद्युत विभाग की इस लापारवाही से किसी दिन बड़ी घटना के होने की चिन्ता लोगों का सता रही है।
इस सम्बन्ध मे जेई अश्वनी पाण्डेय का कहना है कि बाद मे लोग तार के नीचे घर बना लिए है यदि किसी जनप्रतिनिधि द्वारा विभाग को धन दिया जाय तो विभाग वहा पर से अधिक पोल लगाकर दूसरे तरफ से तार खिचवा सकता है यदि जनप्रतिनिधि द्वारा धन उपलब्घ नही कराया जाता है तो स्थानीय लोग पोल व तार मे लगने वाले खर्च की रसीद विभाग से कटवा ले फिर तार वहा से हटाया जा सकेगा।
इस समस्या से प्रभावित लोगो मंे गांव के हीरा प्रसाद का कहना है कि बिजली का झटका किसको कब लग जाय इसका डर हमेशा सताता रहता है तथा तार नीचे होने के कारण मकान का पक्का निर्माण भी नही हो पा रहा है।
गांव के ही सुभावती का कहना है कि बाबू हमनी के बरसात में रात बिरात घर से बहरा निकलले मंे डर लागेला कि कही बिजलीया केहुके मार ना दे।
बिजलीे के झटके के कारण दो महीने मेडिकल कालेज में इलाज के बाद घर पर रह रही मुअली का कहना है कि जबसे हमरा के बिजली मरले बा तबेसे हम घर के कवनों काम ना कर पावेनी। घटना के बाद इन्हे कोई विभागीय सहयोग भी नही मिल पाया है।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!

.................................TIMES OF KUSHINAGAR