गृह मंत्रालय ने नही समझा अंग्रेजी के आगे हिन्दीं का महत्व
कुशीनगर । राष्ट्रभाषा हिन्दी का भारत में कितना महत्व है इस बात का खुलाशा गृह मंत्रालय भारत सरकार के हिन्दी बेवसाईट ने कर दिया है। गृह मंत्रालय की हिन्दी बेव साईट आभी पूर्णतया अपेडट नही की जाती है ।
वही अंग्रेजी की साईट को बराबर अपडेट किया जाता है। अगर एक नजर इस वेसाईट पड़े तो स्पष्ट हो जायेगा कि इस देश में राजभाषा हिन्दी का कितना महत्व है।
बेवसाईट का http://www.mha.nic.in/uniquepagehindi.asp?Id_Pk=376 यह पन्ना आज पाच बर्ष से अपडेट हुआ ही नही। जिसमें गृहमंत्रालय द्वारा रिक्तियों की सूचना हिन्दी में दी जानी हैं ।लेकिन अफसोस है कि इस हिन्दी बोलने वाले हिन्दुस्तान में भारत सरकार का गृह मंत्रालय को इसकी आवश्यकता नही पड़ी तभी सारे रिक्तियों अंग्रेजी में ही अपडेट कर दी गयीं। ऐसा ही नही कि यह ही पेज अपडेट नही हुआ असके साथ तमाम पेज है जो बर्षो पूर्व के अपडेट हुए दिख रहे है।
इसी तरह इस वेवसाईट के पेज http://mha.nic.in/uniquepagehindi.asp?Id_Pk=576#Ministersपर आज भी गृह मंत्री पी चितम्बरम का नाम अंकित है जो दिनाक 7 मार्च 2011 को अन्तिम संसोधन किया गया है।
इस सम्बन्ध में एक आवेदिका ने बताया कि मैने जब एसीआईओ ग्रेड-।। के पंजीयन के लिए इस साईट को 19 जुलाई 2013 को हिन्दी में खोला तो वह अपूर्ण था उस पर किसी रिक्तियों की सूचना नही थी और अन्तिम संशोधन 5-5-2008 लिखा हुआ था उसके साथ ही उस पर हिन्ट्स संख्या 163311 दिखा हुआ था। जब गृह मंत्रालय के अंग्रेजी की साईट पर वे सूचनाए अंग्रेजी में अपडेट थी।
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