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मंहगें चारे के बावजूद भी कुशीनगर के पोल्ट्री किसानों का बढ़ेगा कारोबार




कुशीनगर। चारे की बढ़ती लागत से जूझ रहे पोल्ट्री किसान आने वाले दिनों में बेहतर कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं। किसानों को अंडे की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी की उम्मीद है क्योंकि श्रावण बीत चुका है, और इसकी मांग बढ़ सकती है और जाड़े का मौसम आने वाला है।

इस महीने अंडे की कीमतें 2.40-2.50 रुपये से बढ़कर 3.00-3.20 रुपये प्रति अंडे हो जाने से पोल्ट्री किसानों को चारे की बढ़ती लागत का भार कम करने में मदद मिली है।

मांग में स्थिरता के बीच अंडे की कीमतों में संशोधन से काफी राहत मिलती है क्योंकि इनपुट की लागत ऊंची बनी रहने की संभावना हैं। पोल्ट्री किसानों ने पारंपरिक चारे मसलन सोया, मक्का, राइस ब्रान के विकल्प का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला। पारंपरिक चारे की जगह सस्ते विकल्प मसलन ग्वारखली, कपास खली और पाम खली का इस्तेमाल करते हैं तो चारे पर प्रति किलोग्राम 2 रुपये बचाव हो सकता हैं, लेकिन इससे उत्पादन प्रभावित होता है। ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों ही इस कामकाज को निपटा सकती है।

कुछ महीने पहले 6-7 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध था, जो अब 30 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है। ऐसे में अब यह मांग-आपूर्ति का समीकरण है, अगर नए तरह के पोल्ट्री चारे की मांग बढ़ती है तो कीमतें भी ऊपर हो जाती हैं।

पोल्ट्री किसानों का मानना है कि फूड बास्केट की कीमतों में संशोधन से अंडे की बेहतर कीमतें मिली हैं क्योंकि उपभोक्ताओं के पास सब्जियों व दालों के तौर पर सस्ते विकल्प उपलब्ध नहीं हैं।

पोल्ट्री फार्मिंग में मक्के की कीमतों में बढ़ोतरी से कॉर्न ग्लूटोन (प्रोटीन आधारित पोल्ट्री चारा) की कीमतें पिछले कुछ माह में करीब-करीब दोगुनी हो गई हैं और इसने कई किसानों को सस्ते विकल्प के तरफ रुख करने को मजबूर कर दिया है।

मक्के की कीमतें 1160 रुपये प्रति क्विंटल (बिहार में) से लेकर 1300 रुपये प्रति क्विंटल (कुशीनगर में) हैं। निर्यातकों को 1500 रुपये प्रति क्विंटल से 1600 रुपये प्रति क्विंटल हासिल हो रहा है।

अंडे की कीमतों में बढ़ोतरी से दो महीने पहले तक जहां 17 हफ्ते की उम्र वाले मुर्गे ही काटे जाते थे, लेकिन अब यह उम्र बढ़कर 21 हफ्ते हो गई है। आदर्श रूप में 72 हफ्ते की उम्र वाले पक्षी को काटा जाना चाहिए, लेकिन चारे की बढ़ती लागत ने पोल्ट्री किसानों को लंबे समय तक इसे रखना अनुपयुक्त बना दिया है।

छह महीने पहले काटे हुए पक्षियों की कीमतें 70 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, जो अब 130 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं। एक पोल्ट्री किसान श्री राम सिंह ने कहा कि अगर अंडे की कीमतों में बढ़ोतरी होती है तो ज्यादा उम्र वाले पक्षियों को ही काटा जाएगा, यानी इसके काटने की उम्र में बढ़ोतरी होगी।


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