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‘‘ 9/11, 26/11 और बाबरी मस्जिद की घटना एक जैसी हैं,’’

नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्य डा. प्रवीन  तोगडिया ने  अपने जारी   प्रेस वक्तव्य मे खा है कि पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक कल भारत आये, भारत के पत्रकारों से वार्ता में जारी विज्ञप्ति में कहा कहा है कि ‘‘ 9/11, 26/11 और बाबरी मस्जिद की घटना  एक जैसी हैं,’’ भारत में इस विषय पर विरोध हुआ, तब आज फिर से पत्रकारों से बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने ऐसा नहीं कहा, लेकिन बाबरी मस्जिद का मामला और समझौता एक्सप्रेस का मामला भी दो धर्मों के बीच का मामला है। मेरे यहाँ कोई मौलवी बन्दुक नहीं उठा सकता लेकिन दोनों मुल्कों में आतंकी कोई बंदर बाँट करते हैं।’’ यह भी बड़ा अपमान उन्होंने भारत का किया है। इस सम्पूर्ण विषय पर भारत सरकार से अभी तक कोई भी अधिकृत बयान नहीं दिया गया है।

उन्होंने कहा है कि  पाकिस्तान या कोई भी अन्य देश कोई अधिकार नहीं रखता कि वह हिन्दुओं के किसी धार्मिक मामले में दखल दें। रहमान मलिक के बयान पर केवल यही आप नहीं कि वह भारत का अंदरूनी मामला है इसलि, उनकाइसपर बोलने का अधिकार नहीं किन्तु, यह हिन्दुओं का आस्था का विषय है, भारत के सभी राजनीतिक दलस्वयं को सेक्युलर दिखाने के लि, केवल ‘भारत का अंदरूनी मामला’ कहकर बैठे हैं, किसी ने भी हिन्दुओं कीआस्था का विषय कहकर रहमान मलिक का विरोध नहीं किया। 

पाकिस्तान में हजारों हिन्दू मंदिर तोडेगे , लाखों हिन्दुओं की कन्याओं पर बलात्कार कर, हिन्दुओं की जमीने छीनकर उन्हें अभी अभी कुछ महीने पहले भारत खदेडा गया है- हम सभी हिन्दू संगठन उनके लि, शिविर चला रहे हैं आज तक किसी भी सरकार ने -केन्द्र या कोई भी राज्य सरकार उनकी सुध नहीं ली। भारत सरकार ने पाकिस्तान के किसी भी अधिकारी, सरकार से इस विषय पर कोई जवाब नहीं मांगा और पाकिस्तान के गृहमंत्री भारत आकर हिन्दुओं की आस्था अयोध्या पर अनाब शनाब बोलते हैं, यह भारत के लिए अपमान है।

बाबरी यह आक्रमक बाबर का बनाया हुआ ढाँचा था जो भगवान श्रीराम के जन्मस्थान के हिन्दू मंदिर पर जानबुझकर बनाया गया था, उसे रहमान मलिक बाबरी मस्जिद कहकर भारत के न्यायालयों पर भी असर डालनाचाहते हैं जो इस मुकदमें कि सुनवाई कर रहे हैं। हिन्दुओं को मिलकर इसका भी लोकतांत्रिक विरोध करना चाहि। भारत के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पाकिस्तान से मांग करें कि 26/11 और 9/11 जैसे जेहादी हमले की तुलना अयोध्या में जुटे रामभक्तों से करने लि, पाकिस्तान भारत से माफी मागें भारत सरकार भी इस विषय पर अपना रूख बयान देकर साफ करें। 

भारत के शूर वीर कैप्टन कालिया का यातना देकर मारने के लि, भारत सरकार पाकिस्तान पर अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय में स्वयं मुकदमा करें, ना कि कैप्टन कालिया के वृद्ध पिता को दर-दर भटकने पर मजबूर करें। पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के लिए भी भारत सरकार पाक के विरूद्ध मुकदमा चलाये। भारत ने पाक के साथ किये सभी करार खारिज कर पाक के साथ सभी रिश्ते तोडंे जाय, भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट न खेलें, व्यावसायिक संबंध न रखें।

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