पानी के कारण कुशीनगर में चावल की पैदाबर होगी प्रभावित
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला पानी के लिए तरस रहा है ऐसे में हस्त नक्षत्र में बारिश न होने से चावल की पैदावार अत्यधिक प्रभावित हुयी है। जिससे किसान चिंतित हैं।
किसानों का मानना है कि हस्त नक्षत्र की बारिश जहां खरीफ की फसल में चार चांद लगाता है वहीं रबी के लिए भी वरदान साबित होता है। पॅर्वज मामनते है कि महाकवि घाघ की कहावत सही है कि आवत आद्र न कीजियो जात न दीजौ हस्त, ये दोनों ही पछतात हैं पाहुन और गिरहस्त। अब किसानों के पछताने कासमयआ गया है।
सेमरिया के किसान भानु प्रताप तिवारी कहते है कि इस नक्षत्र में वर्षा न होने से खरीफ की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ने से धान की पैदावार में बेहद कमी होने की संभावना बलवती होती जा रही है।
शुरू से ही मानसून का मिजाज किसानों के लिए जहां अनुकूल नजर नहीं आया वहीं बीच में मानसून आकर किसानों को कुछ राहत महसूस जरूर कराया। लेकिन पैदावार को प्रभावित कर दिया है।
वही रामनरेश सिकटा निवासी का कहना है कि सम्भा चावल मुह में बाल लिए पानी का इन्तजार कर रही है और पानी है कि बरसाही नही किसी तरह से वाल निकल सकी है पानी के न होने से चावल की खेती काबूरा हाल है।
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