बीजा के सरलीकरण से बढ़ जायेगा पर्यटन उद्योग
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सिडनी दौरे पर वीजा आन अराइवल नीति का ऐलान किया जाना पर्यटन उद्योग के लिए सार्थक कदम माना जा रहा है। इस नीति के प्रभावी होते ही भारत के बौद्ध सर्किट ही नही तमाम क्षेत्रों में पर्यटन उद्योग कों काफी फायदा होगा।
इस नीति के प्रभावी होते ही बौद्ध सर्किट में न केवल आस्ट्रेलिया के पर्यटकों के आने की राह आसान होगी बल्कि साउथ ईस्ट एशिया के जिन देशों के पर्यटक आस्ट्रेलिया में बसे हुए हैं, उनका भारत आना आसान हो जायेगा।
अभी तक बौद्ध सर्किट में आस्ट्रेलिया से आने वाले पर्यटको की संख्या काफी कम है। जिसका प्रमुख करण कठिन बीजा प्रक्रिया माना जाता है। जिसके कारण वहां बसे चीन, ताइवान, मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड आदि देशों के प्रवासी नही आ पाते है। हालांकि आस्ट्रेलिया बौद्ध धर्म का अनुयायी नही बल्कि बौद्ध श्रद्धालुओं के साथ वहां के मूल निवासी यदा कदा आते है। जो यह जानना चाहते है कि ऐसा भारत में क्या है जिसके भ्रमण पर भारी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है।उसे गहराई से जानने का ये लालायित रहते है।
यहां बौद्ध धर्म में सात प्रमुख तीर्थो का बड़ा महत्व है। जिसको लेकर हर बौद्ध अनुयायी इन तीर्थो की मिट्टी को अपने माथे लगाना चाहता है। ऐसे में देश में स्थित बौद्ध तीर्थो को विकसित कर पर्यटन उद्योग को बढ़ाने के सरकार प्रयास रत है। इसे लिए बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर व ज्ञान प्राप्ति स्थल बोधगया समेत बुद्ध से जुड़े कपिलवस्तुु, सारनाथ, श्रावस्ती को एक सुत्र में पिरोते हुए इन तीर्थो का बौद्ध सर्किट का रूप दिया है। इसके नजदीक बुद्ध की जन्मस्थली लुंबनी नेपाल भारत की सीमा से कुछ मीलों की दूरी पर है। ऐसे में आस्ट्रेलिया से एक-दो पर्यटको के आने का सिलसिला लगा रहता है लेकिन कठिन वीजा प्रक्रिया इसमें सबसे बड़ी बाधा बन जाती है। जिससे आस्ट्रेलियाई चाह कर भी नही आ पाते है।
इधर सोमवार को सिडनी दौरे पर भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा वीजा आन अराइवल नीति का ऐलान करना पर्यटन कारोबारियों में बरदान साबित हो सकता है। बीजा के सरलीकरण से पर्यटको की आमद बढ़ जायेगी और। पर्यटन उद्योगों से जुड़े कई उद्योगों को लाम मिलेगा।
संवाददाता ने होटल व्यवसायी आर एम गुप्ता से बारे जानकारी लेनी चाही तो उनका कहना था कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बड़ाने में पर्यटन की बड़ी हिस्सेदारी है। इधर उत्तर प्रदेश के उप पर्यटन के सयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार सिंह बताते है कि पीएम के वीजा सरलीकरण नीति से केवल बौद्ध सर्किट में ही नही बल्कि यूपी के ताज व ब्रज को फायदा होगा यहां भी पर्यटकों की आमद बढ़ जायेगी।
कुशीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सिडनी दौरे पर वीजा आन अराइवल नीति का ऐलान किया जाना पर्यटन उद्योग के लिए सार्थक कदम माना जा रहा है। इस नीति के प्रभावी होते ही भारत के बौद्ध सर्किट ही नही तमाम क्षेत्रों में पर्यटन उद्योग कों काफी फायदा होगा।
इस नीति के प्रभावी होते ही बौद्ध सर्किट में न केवल आस्ट्रेलिया के पर्यटकों के आने की राह आसान होगी बल्कि साउथ ईस्ट एशिया के जिन देशों के पर्यटक आस्ट्रेलिया में बसे हुए हैं, उनका भारत आना आसान हो जायेगा।
अभी तक बौद्ध सर्किट में आस्ट्रेलिया से आने वाले पर्यटको की संख्या काफी कम है। जिसका प्रमुख करण कठिन बीजा प्रक्रिया माना जाता है। जिसके कारण वहां बसे चीन, ताइवान, मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड आदि देशों के प्रवासी नही आ पाते है। हालांकि आस्ट्रेलिया बौद्ध धर्म का अनुयायी नही बल्कि बौद्ध श्रद्धालुओं के साथ वहां के मूल निवासी यदा कदा आते है। जो यह जानना चाहते है कि ऐसा भारत में क्या है जिसके भ्रमण पर भारी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है।उसे गहराई से जानने का ये लालायित रहते है।
यहां बौद्ध धर्म में सात प्रमुख तीर्थो का बड़ा महत्व है। जिसको लेकर हर बौद्ध अनुयायी इन तीर्थो की मिट्टी को अपने माथे लगाना चाहता है। ऐसे में देश में स्थित बौद्ध तीर्थो को विकसित कर पर्यटन उद्योग को बढ़ाने के सरकार प्रयास रत है। इसे लिए बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर व ज्ञान प्राप्ति स्थल बोधगया समेत बुद्ध से जुड़े कपिलवस्तुु, सारनाथ, श्रावस्ती को एक सुत्र में पिरोते हुए इन तीर्थो का बौद्ध सर्किट का रूप दिया है। इसके नजदीक बुद्ध की जन्मस्थली लुंबनी नेपाल भारत की सीमा से कुछ मीलों की दूरी पर है। ऐसे में आस्ट्रेलिया से एक-दो पर्यटको के आने का सिलसिला लगा रहता है लेकिन कठिन वीजा प्रक्रिया इसमें सबसे बड़ी बाधा बन जाती है। जिससे आस्ट्रेलियाई चाह कर भी नही आ पाते है।
इधर सोमवार को सिडनी दौरे पर भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा वीजा आन अराइवल नीति का ऐलान करना पर्यटन कारोबारियों में बरदान साबित हो सकता है। बीजा के सरलीकरण से पर्यटको की आमद बढ़ जायेगी और। पर्यटन उद्योगों से जुड़े कई उद्योगों को लाम मिलेगा।
संवाददाता ने होटल व्यवसायी आर एम गुप्ता से बारे जानकारी लेनी चाही तो उनका कहना था कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बड़ाने में पर्यटन की बड़ी हिस्सेदारी है। इधर उत्तर प्रदेश के उप पर्यटन के सयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार सिंह बताते है कि पीएम के वीजा सरलीकरण नीति से केवल बौद्ध सर्किट में ही नही बल्कि यूपी के ताज व ब्रज को फायदा होगा यहां भी पर्यटकों की आमद बढ़ जायेगी।
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