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बजबजा रही हैं नालियां घरो में घुस रहा है गन्दा पानी

                                    पडरौन मडुरही के जिरात व गोला बाजार का हाल

दुदही, कुशीनगर । कुशीनगर में  विकास खण्ड दुदही के ग्राम सभा पडरौन मडुरही के जिरात व गोला बाजार में 11वीं व 12वीं विŸा से बनी नालियों की सफाई नही होने से नालियों का पानी सड़कों पर विखरा पड़ा है। दूसरी तरफ नालियां डह रही है। लापरवाह सफाईकर्मियो की उदासीनता से यह नौबत आ पड़ी है। दुर्गन्ध के कारण संक्रामक रोग के फैलने की आशंका बढ गयी है।
 ग्राम सभा पडरौन मडुरही के जिरात मुहल्ले में करीब 6अदद दो-दो सौ मीटर लम्बी नालियों का निर्माण 10वीं,11वीं,12वीं वितीय  वर्ष के धन से कराया गया था। कुछ नालियां तो निर्माण के कुछ ही दिनों बाद शेष नालियों से घरेलु व वर्षा का जल निकल कर मुख्य नाली में जाता है। उसकी हालत भी जीर्ण-शीर्ण हो गयी है। गंदगी से बजबजा रही नालियों का कोई पुरसाहाल नही है। तैनात सफाईकर्मियों को सफाई से परहेज है।

सफाईकर्मी की नौकरी भले ही कर रहे हैं। सफाई करने में शर्म आ रही है। लगभग एक वर्ष से अधिक समय से सफाई नही होने से मुहल्ले मे भयावह स्थिति उत्पन्न हो गयी है। मुहल्लेवासियों को घर में भी पीछा नही छोड़ रहा है। एडीओ पंचायत,बीडीआ,डीपीआरओ व सीडीओ तक से की गयी शिकायत भी बेमतलब साबित हो रही है। शिकायतों के बाद कार्यवाही सुनिश्चित होने से पहले ही ये ही अधिकारी तैनात सफाईकर्मियों का ट्रांसफर कर देते हैं। एडीओ पंचायत अपनी विवशता का रोना रोते हैं तो बीडीओ एडीओ से जानकारी लेने का आश्वासन देकर टाल जाते है। यूं कहा जाता है कि सफाईकर्मियों के आगे बीडीओ और एडीओ नतमस्तक हो चुके हैं।

 जिरात मुहल्ले के डा0 सुरेश मिश्र,सुकई प्रसाद गुप्त,शंकर गुप्त,बलिस्टर गुप्त,रामा खरवार,चन्द्रिका वर्मा, नागेश्वर गुप्ता,गोपाल जी रौनियार, भगवती गुप्ता,कंचन साह,चंदन वर्मा,सनीब अजमेरी,प्रहलाद मद्वेशिया,लल्लन वर्मा,विशुनी कुशवाहा आदि ने बताया कि एडीओ पंचायत दुदही को कई बार सफाई नही होने की शिकायत की गयी। उन्होने आश्वासन दिया कि दो दिन के अन्दर टीम लगाकर सफाई करवा दी जायेगी। तैनात सफाईकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। बार-बार शिकायत के बाद भी इनका यही जवाब रहा। अन्ततः थक-हार कर मुहल्लावासी चुप हो गये।

मुहल्लेवासियों की पीड़ा, सफाई गयी भाड़ में , आराम से वेतन लेकर ऐश कर रहे हैं सफाईकर्मी और कठपुतली की तरह नाच रहे हैं अधिकारी। अब तो मुहल्लेवासियों की जुबान से यह चर्चा सुनने को मिल रही है कि विकास खण्ड पर भारी पड़ रहे हैं सफाईकर्मी। मुहल्लेवासियों का कहना है कि अब सफाईकर्मियों के विरुद्व धरना-प्रदर्शन ही शेष बचा है।

 यही स्थिति गोला बाजार की है।जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है। और सड़ी गली वस्तुओं से बाजार का वातावरण दुर्गन्धमय बना हुआ है। नालियों का पानी यहां भी इधर- उधर बह रहा है। नालियां बजबजा रही हैं। इतनी लापरवाही के बाद भी सफाईकर्मियों के मस्टररोल को बेहिचक पास कर दिया जा रहा है।

इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए जब  एडीओ पंचायत अरुण कुमार यादव का कहना है कि मै विवश हूँ। जब भी पडरौन मडुरही के जिरात व गोलाबाजार की सफाई के लिए सफाईकर्मी नियुक्त करता हूँ वह अपना ट्रांसफर करा लेता है। दो लोगों का वेतन रोक रखा है इससे ज्यादा क्या किया जा सकता है।

 श्री यादव के इस बात से साफ दिखाई दे रहा है कि सफाईकर्मी बीडीओ और एडीओ पर हावी हैं। जाने कौन सा मंत्र सफाईकर्मी इस्तेमाल कर रहे हैं कि समूचा विकासखण्ड के अधिकारी उनके मोहपाश में जकडे़ हुए हैं। एक तरफ गंदगी आम आदमी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं वहीें दुसरी तरफ सफाईकर्मी येन-केन-प्रकारेण अपने को सफाईकार्य से अलग किये हुए हैं। मात्र वेतन आहरण ही उनका उद्देश्य है।

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