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कुशीनगर में भाजपा की गुट बाजी का खेल जोर शोर पर शुरू




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भाजपा की गुट बाजी का का खेल जोर शोर पर शुरू है। शनिवार को गुट बाजी का मुखौटा साफ-साफ दिखायी दे रहा था। जिसका खुला चेहरा जिलाध्यक्ष के चुनाव के बाद सामने आ गया।

कुशीनगर जनपद में भाजपा जिलाध्यक्ष पद को लेकर बीते एक माह से गहमा- गहमी चल रही  थी।  जो चुनाव के बाद शनिवार को समाप्त हो गयी। जिलाध्यक्ष का चयन सहमति के आधार पर हो इसके लिए पार्टी के प्रमुख नेताओं ने लाख प्रयास किये पर पार्टी गुटबाजी के चलते को निर्णय नही ले सकी और अन्ततः चुनाव कराना पड़ गया। 
निवर्तमान जिला संयोजक के चुनाव मैदान में आने से पूर्व प्रदेश नेतृत्व से असंतुष्ट चल रहे पार्टी पदाधिकारियों ने उन्हें अघोषित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का उम्मीदवार मान सबक सिखाने की ठान ली।
जहां एक गुट जिला संयोजक को जीत का भरोसा दिलाता रहा वहीं पूर्व विधायक की नेतृत्व में एकजुट हुए कार्यकर्ताओं ने सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जाने जाने वाले लल्लन मिश्र को अध्यक्ष चुन कर रजनीकांत मणि त्रिपाठी का मात  मैदान में पछाड़ दिया।

ज्ञातव्य हो कि फरवरी 2012 में प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही द्वारा प्रदेश भर में जिला इकाईयां भंग  कर दी गयी थी। उसी समय से रिक्त चल रहे जिलाध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रादेशिक नेतृत्व द्वारा घोषणा होते ही जिले के भाजपाईयों में भी जिलाध्यक्ष पद को लेकर सरगर्मी तेज हो गई।

एक माह पूर्व जनपद भ्रमण पर आए क्षेत्रीय मंत्री व संगठन पदाधिकारियों के निर्देश पर कुशीनगर के लिए 9 नवंबर के दिन नामांकन तथा 10 नवंबर को चुनाव की तिथि तय की गई। तिथि की घोषणा होते ही पार्टी में पहले से ही चल रही गुटवाजी भी सामने आनी शुरू हो गयी।

स्थित ऐसी थी कि एक गुट जहां पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही के करीबियों को जिलाध्यक्ष बनाने पर आमादा था तो वहीं पार्टी के जमीनी नेता व जुझारू कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनाने वाले पूर्व विधायक नंद किशोर मिश्र कार्यकर्ताओं की पसंद को प्रमुखता देने की बात पर अड़े थे।

 सहमति का रास्ता ने मिलने पर दोनों गुटों की ओर से पर्चे दाखिल हुए। एक ओर से जहां पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के करीबी व निर्वतमान जिला संयोजक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने पर्चा दाखिल किया तो दूसरी ओर से पूर्व विधायक नंद किशोर मिश्र के करीबी लल्लन मिश्र ने भी पर्चा दाखिल किया। जहां शनिवार को कुल 62 मतदाताओं में मात्र 61 मतदाताओं ने ही अपने मत का प्रयोग किया।

मतगणना को लेकर दोनों गुटों के बीच गहमा- गहमी बनी रही। दोनों तरफ कयासों का दौर जारी रहा। मतगणना शुरू होते ही दोनों गुटों के समर्थक नतीजे को लेकर उत्सुक दिखे। इसी बीच चुनाव अधिकारी अश्विनी त्यागी व सहायक चुनाव अधिकारी राधेश्याम श्रीवास्तव द्वारा मतगणना उपरांत लल्लन मिश्र को पांच मतों से विजयी घोषित किया।

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