दुर्गा की तरफ अष्टभुजी बनना होगा तभी मिलेगा सम्मान
- बेटी की शिक्षा से ही शसक्त होगी महिला-शिवकुमारी देवी
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
पडरौना, कुशीनगर । हमें दुर्गा की तरह अष्टभुजी बनाना होगा तभी जाकर समाज हमें सम्मान देगा। हमें उन महिलाओं को याद करना होगा जिनका नाम लोग आज भी गौरव से लेते है। वही हम अपने आप को कितने उपेक्षित महसूस करते है।
उक्त बातें शनिवार को कुशीनगर के पडरौना नगर स्थित जूनियर हाई स्कूल के मैदान में आयोजित महिला दिवस पर महिला सम्मान समारोह के दौरान डा. कुसुम लता केडिया ने कही। उन्होने कहा कि हमे सम्मान क्यो नही मिलता ? यह प्रश्न प्रत्येक महिला को बार-बार कोशता है। पर इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि कोई कुछ भी किसी को क्यों मिले?, आखिर क्यो हमको मिले?, क्या हमने देश के लिए कुछ किया?, क्या हमने समाज के लिए किया? या किसी के लिए कुछ भी किया अगर हा तो उसे जरूर मिलता है ।
जब महिलाओं की बात आती है तो महिलाएं अपने आप को लक्ष्मी का रूप मान लेती है। पर क्या किसी ने विचार किया कि आप को कोई लक्ष्मी क्यों मानें? लक्ष्मी का काम होता है खुशहाली, समृद्धि, देना और लक्ष्मी जहां रहती है। वहां हर परिवार, पड़ोस और समाज सभी खुशहाल रहते। अगर अपने आप को सरस्वती का रूप मानती है तो आप भले न पढ़ पायी हो क्या आप ने किसी को शिक्षा के लायक बनाने का प्रयास किया। अगर हां तो समाज अवश्य ही सम्मान करेगा।
उन्होने कहा कि अगर हमें सम्मान चाहिए तो अपने पति, बच्चें, भाई, परिवार और समाज को ऐसा बनाना होगा कि परिवार, समाज, व देश का आर्दश बन सके तभी हमारा सम्मान होगा। जब तक हम किसी को कुछ नही बना सकते या नही दे सकते तब-तक हमें किसी सम्मान की अपेक्षा नही करनी चाहिए।
इस अवसर पर पडरौना नगर पालिका चेयरमैन शिवकुमारी देवी ने कहा कि महिलाएं आज जागरूक होने लगी तभी तो चांद का सफर पर हम निकल चूकी है। जिसमें शिक्षा का सबसे बड़ा योगदान है। इस लिए आज सबसे जरूरी है कि हमारी बेटिया पढ़ने जाय। बेटी जब शिक्षित होगी तो परिवार शिक्षित होगा और उन्मुख विकास करेगा। जिसके बाद उस महिला का सम्मान बैसे ही बढ़ जायेगा। इस अवसर पर महिलाओं की अगुआ कुसुम चैधरी सहित सैकड़ों महिला उपस्थित रही।
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