Breaking News

कुशीनगर में शुरू हो गयी वीआईपी नम्बरों की ई-बुकिंग सेवा


हरिगोविन्द चौबे / अजय कुमार त्रिपाठी
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में वाहनों का मनचाहा नंबर पाने के लिए अब परिवहन विभाग के चक्कर लगाने की समस्या से निजात मिल गया हैं। वाहन मालिकों की सुविधा के लिए विभाग ने वीआईपी नम्बरों ई-बुकिंग सेवा शुरू कर दी है। इसके जरिए अब घर बैठे अथवा कहीं से भी मनपसंद नंबर का पंजीकरण कराना आसान हो जायेगा।
ज्ञातव्य हो कि वाहनों पर 0001 से 0009 तक, 4444, 0555, 0786 आदि पंजीकरण नंबर वीआईपी माने जाते हैं। ऐसे नंबरों के लिए परिवहन विभाग में अलग से शुल्क जमा करना पड़ता है। पहले यह नंबर मैनुअली बुक होते थे। ऐसी दशा में अक्सर होता यह था कि वाहन खरीदने से पहले वाहन मालिक परिवहन विभाग के कार्यालय में जाकर मनपसंद या चुनिंदा नंबर चार्ट से चुन लेते थे।

चार-पांच दिन का समय देने के बाद भी उस दरमियान कार्यालय नहीं जाने पर वे नंबर दूसरे वाहन मालिकों को जारी हो जाते थे। ऐसे में विभाग पर भी आरोप लगते थे और वाहन मालिकों को भी परेशानी होती थी। कुछ दिनों पहले गोरखपुर में भी नंबर घोटाले की बात सामने आई थी। ऐसी झंझटों से निजात पाने के लिए परिवहन विभाग ने ई-बुकिंग सुविधा शुरू कर दी। विभाग के मुताबिक ई-बुकिंग के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट वाहन.यूपी.एनआईसी.इनध्यूपी-फैं सीनंबरबिड सर्च करना होगा। ट्रांसपोर्ट विभाग के पोर्टल पर अपने संबंधित आरटीओध्एआरटीओ कार्यालय को चुनना पड़ेगा। जहां से अपनी पसंद का नंबर चुन लेना है। इसका शुल्क डेबिट कार्ड के जरिए जमा करना होगा, जो नंबर के अनुसार 3500 रुपये से लगायत 15000 रुपये तक निर्धारित है। ई-बुकिंग के लिए आवेदन करने के बाद यह एलाटेड नंबर विभागीय पोर्टल की सूची से गायब हो जाएगा। एलाटेड नंबर का प्रिंट परिवहन विभाग के कार्यालय में जमा किया जाएगा, जिसके बाद परिवहन विभाग वाहन के लिए पसंदीदा नंबर जारी कर देगा।

हालाकि यह सुविधा प्रदेश के अन्य जिलों में मई 2014 से ही शुरू हैं। अब इस सुविधा से कुशीनगर को भी लैस कर दिया गया। कुशीनगर के लिए मंगलवार से शुरू हुयी इस सुविधा का लाभ आप कही से भी ले सकते है।इसके लिए कुशीनगर के परिवहन कार्यालय में जाने की आवश्कता नही है।

सम्बन्ध में अंब्रीश कुमार, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि वीआईपी नम्बरों की ई-बुकिंग सेवा मंगलवार से शुरू गयी। इसके शुरू हो जाने से वाहन मालिकों और विभागीय कर्मचारियों के सामने आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिल जाएगा। वाहन मालिक आॅनलाइन जब चाहें, अपने मनपसंद नंबर के लिए आवेदन कर सकेंगे। इतना जरूर ध्यान रखना होगा कि 30 दिन के अंदर विभाग से अपने वाहन के लिए चुने गए रजिस्ट्रेशन नंबर को जरूर ले लें, अन्यथा 30 दिन बाद नंबर और शुल्क दोनों लैप्स हो जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!

.................................TIMES OF KUSHINAGAR