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कुशीनगर में नही मनाया गया विश्व रक्त दान दिवस



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विश्व रक्तदान दिवस फिका पड़ गया। किसी ने इस दान को महादान बनाने के लिए पहल नही की। 

एक तरफ सरकार तमाम प्रयास कर रक्त को स्टोर करने के लिए सारे हथकन्डे अपना रही वही कुशीनगर जिले में कही भी कोई रक्तदान की जागरूकता रैली नही निकली गयी और नही कर किसी के जीवन बचाये जाने का प्रयास किया गया।

ये सभी जानते है कि अक्सर एक्सीडेंटल केसों में जीवन के लिये संघर्ष कर रहे पीडि़तों को रक्त की अत्यंत आवश्यकता रहती है। पर ऐसे कार्यक्रम का जनपद में न आयोजित होना भी अत्यन्त दुखदायी है।
    
 इस अवसर पर आम जन को जागरूक कर रक्त दान के लिए प्रेरित किया जाता है। सरकार इसके लिए एक स्पेशल सेल बनायी है। जहां रक्त दान करने बाला व्यक्ति रक्त दान करता है और उसे स्टोर कर उसे आकास्मिक दौर में उपयोग में लाया जाता है। 

ज्ञातव्य हो कि 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसमें 18 से 60 साल तक का कोई भी व्यक्ति, जिसका वजन कम से कम 50 कि0ग्रा0 हो तथा किसी भी गंभीर बीमारी से पीडि़त न हो और रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर 12-5 ग्राम हो, तो रक्तदान कर सकता है। 

एक बार में व्यक्ति से लगभग 350 मि0ली0 से 450 मि0ली0 तक रक्त लिया जाता है। यह रक्त 24 घण्टे के अंदर रक्तदाता के शरीर में स्वयं दोबारा बन जाता है। इससे कोई कमजोरी नहीं होती और न ही शरीर में रोग पतिरोधक क्षमता की कमी होती है।

14 जून से 14 जुलाई तक स्वैच्छिक रक्तदान माह मनाया जाना है। 14 जून को जिले की सभी पीएचसी, सीएचसी पर भी स्वैच्छिक रक्तदाताओं के ब्लड ग्रुप जांच की कही भी व्यवस्था नही दिखी ।

हालाकि इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एस के पाण्डेय से दुरभाष पर सम्पर्क किया गया तो उन्होने बताया कि पडरौना तहसील परिसर आयोजित जेई के जागरूकता गोष्ठी पर विश्व रक्त दान दिवस भी मना लिया गया। एक प्रश्न के उत्तर पर उन्होने बताया कि हमारे बहां किसी ने रक्त दान नही किया।

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.................................TIMES OF KUSHINAGAR