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तथागत बुद्ध के परिनिवार्ण मंदिर, रामाभार स्तूप, वर्मी स्तूप और माथा कुंवर मंदिर में जुटे पर्यटक

तथागत बुद्ध के परिनिवार्ण मंदिर, रामाभार स्तूप, वर्मी स्तूप और माथा कुंवर मंदिर में जुटे पर्यटक  Tourists gathered at Parinivarna Temple of Tathagat Buddha, Ramabhar Stupa, Vermi Stupa and Matha Kunwar Temple

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नये साल के अवसर लगने वाला नववर्ष मेला कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को सम्पन्न हो गया। मेले के अवसर लाखों की संख्या में आये पर्यटको ने कुशीनगर के मुख्य मंदिर, रामाभार स्तूप, वर्मी स्तूप और माथा कुंवर मंदिर पहुच कर महात्मा बुद्ध का दर्शन-पूजन किया। बौद्ध तीर्थ स्थलों में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले कुशीनगर में प्रत्येक वर्ष बौद्ध अनुयायियों के साथ भारी संख्या में देशी पर्यटको का जमवड़ा लगता है।

ज्ञात हो कि कुशीनगर की यह धरती भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में विश्व में ख्यातीबद्ध है। ऐसे में कुशीनगर में नये साल के पहले दिन लगने वाला मेला काफी प्रसिद्ध है। यह अवसर आते ही यहॉ आने-जाने वाले लोगों की की संख्या देखते ही देखते लाख तक पहुच जाती है। ऐसे में इस मेले का सकुशल सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन को कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था करनी पड़ती है। 

इसी तरह वर्ष 2023 के पहले दिन कुशीनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नववर्ष मेला संपन्न हो गया। साल के पहले दिन नव वर्ष मेला मे सुबह से ही मुख्य मंदिर में तथागत बुद्ध के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग रही, जो देर शाम तक देखी गयी। लोगों ने वर्मी स्तूप, माथा कुंवर मंदिर और रामाभार स्तूप पर कतारबद्ध होकर दर्शन किया। इस अवसर पर मन्दिर में प्रवेश वाले लोगों की जांच भी की जा रही थी। मेले में आगंतुकों के लिए महात्मा बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा आकर्षण की केंद्र रही। सुबह से ही युवक-युवतियों एवं नवदंपतियों का आना शुरू हो गया था। महापरिनिर्वाण मंदिर से रामाभार स्तूप तक सेल्फी लेने का दौर भी चलता रहा।

कोविड गाइडलाईन के अनुसार लोगों ने किया मन्दिर में दर्शन

दोपहर बाद भीड़ बढ़ती गई, लेकिन कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए कतारबद्ध कराकर मंदिरों में प्रवेश दिया गया। मुख्य गेट से माथा कुंवर मंदिर तक खान-पान की व्यवस्था प्रतिबंधित कर दी गई थी। जबकि माथा कुंवर मंदिर से लेकर आगे तरह-तरह के फास्ट फूड, बेकरी, आइसक्रीम के अलावा खिलौनों की दुकानें लगाई गई थीं। मेले में संदिग्ध दिखाई देने वाले युवकों से पूछताछ भी की जा रही थी। बिड़ला धर्मशाला में कंट्रोल रूम बनाकर खोया-पाया केंद्र से लगातार मेले में हर गतिविधियों की सूचना दी जा रही थी।

बिड़ला धर्मशाला प्रशासनिक अफसरों कंट्रोल रूम 

प्रशासन की ओर से मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरा इंतजाम किया गया था। इसके तहत मुख्य प्रवेश द्वार पर ही जांच के लिए पुलिस तैनात रही। डॉग स्क्वॉड की टीम भी मेला परिक्षेत्र का भ्रमण कर संदिग्ध वस्तुओं की जांच करते हुए देखी गई। बिड़ला धर्मशाला में प्रशासनिक अफसरों की ओर से कंट्रोल रूम बनाया गया था। वहां उप जिलाधिकारी कल्पना जायसवाल, तहसीलदार महात्म सिंह, नगर पालिका ईओ प्रेमशंकर गुप्ता व थानाध्यक्ष मेले की व्यवस्था की कर रहे देख रेख लगे रहे। इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ, पुलिस चौकी पर सुबह से ही डटे रहे। इन दोनों अफसरों ने दोपहर बाद मेला परिक्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा का जायजा लिया। 

नगरपालिका प्रशासन रहा मुस्तैद

कुशीनगर जिला प्रशासन के साथ नगरपालिका प्रशासन भी मुस्तैद रहा। नगर पालिका ईओ प्रेमशंकर गुप्ता मेंले में मौजूद रहे। उन्होने बताया कि पूरे मेला परिक्षेत्र में जगह-जगह पेयजल के टैंक की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा मेले में सफाई के लिए सफाई कर्मचारी तैनात किए गए थे।

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