Breaking News

मौसम(Weather): गिरते तापमान ने ठिठूरन बढाई, शहर से लेकर गांव तक सभी प्रभावित

Weather: Falling temperature increased chill, everyone affected from city to village

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मौसम(Weather) का मिजाज बिगड़ता जा रहा हैं। बढ़ती ठण्ड के साथ चल रही बर्फीली हवा ने आम जन जीवन को बूरी तरह प्रभावित कर दिया है। हर जगह आग का सहारा ले लोग ठिठूरे हुए देखे जा रहे है। बढ़ते ठण्ड के प्रभाव को कम करने के लिए प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष अलाव की व्यवस्था की जाती रही है लेकिन इस वर्ष प्रशासन की व्यवस्था पर आम जनता प्रश्न करने लगी है। 

गिरते तापमान के साथ सूर्य का प्रकाश भी अब मिलना मुश्किल सा लग रहा हैं सोमवार को पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नही हुए। गिरता पारा इकाई के स्थान पर पहुच गया है। ठण्ड से बचने के लिए जहॉ लोग अलाव की व्यवस्था में लगे है। वही स्थानीय निकाय भी उन्हे अलाव जलाने के लिए लकड़ी उपलब्ध कराने की बात कर रहे है। वही ग्राम पंचायते भी अलाव उपलब्ध कराने का दावा कर रही है। 

एक नजर अगर स्थानीय निकायों पर डाली जाये तो कुशीनगर जनपद में तीन नगर पालिकाएं व दस नगर पंचायत है। जहां अलाव जलाने की व्यवस्था इन नगर पंचायतों द्वारा की जाती है। वही जनपद के चौदह विकास खण्ड के करीब एक हजार गांवों में अलाव जलाने की व्यवस्था ग्राम पंचायतों के प्रधान के द्वारा की जाती रही है। इन ग्राम पंचायतों की संख्या कुछ महिनों पूर्व करीब चौदह सौ के करीब थी। लेकिन बढ़ते नगर पालिका व नगर पंचायतों के दायरे से इनकी संख्या घटकर 1003 पर पहुच गयी है। कुशीनगर का सबसे बड़ा विकास खण्ड पडरौना है जहां 108 ग्राम पंचायते है। वही सबसे छोटा विकास खण्ड कसया है जहां मात्र 19 ही ग्राम पंचायते हैं। यह कहा जा सकता है कि कसया का अधिकांश भाग नगरपालिका में विलीन हो चूका है। नगर पंचायतों में तो कही-कही अलाव पहुच रहा है लेकिन कुशीनगर के अधिकांश गांव अलाव की राह देख रहें है। 

कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में 7 जनवरी तक अवकाश

पडरौना नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि मनीष जायसवाल बताते है कि नगर पालिका क्षेत्र में प्रत्येक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था कर दी गयी है। पडरौना विकास खण्ड के गांगरानी गांव निवासी संजय बताते है, कि हमारे गांव(Village) में अलाव अभी नही जल रहा है। ग्राम सभा सेखवनिया के रामेश्वर बताते है कि ठण्ड में अलाव की व्यवस्था करना प्रशासन की जिम्मेदारी है, लेकिन प्रशासन चूप क्यों है ?  वही पडरी ग्राम प्रधान राकेश चौवे बताते हैं कि हमारे गांव में 31 दिसम्बर से ही अलाव की व्यवस्था कर दी गयी है। वही एक ग्राम प्रधान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि खाते में पैसा ही नही तो अलाव कहॉ से जलेगा। 


सहायक विकास अधिकारी-पंचायत रामविलास बताते है कि पडरौना विकास खण्ड के सभी गांवों को ठण्ड को ध्यान में रखते हुए ग्राम प्रधान को निदेशित कर दिया गया है। उन्होने बताया कि ग्राम प्रधान प्रशासनिक मद से आवश्यकता अनुसार अलाव की व्यवस्था करते है।


कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!

.................................TIMES OF KUSHINAGAR