कुशीनगर में भी झलकने लगा सपा का अन्र्तकलह
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। लोकसभा चुनाव में मिली कड़ी शिकस्त के बाद समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह पूरी तरह झलकने लगा है। समाजवादियों के गढ़ रहे पूर्वाचल में बैठक के समय खुलेआम कार्यकर्ताओं का मार-पीट पर उतारू होना, बता रहा है कि अंतर्कलह की लपटे अंदर तक पहुंच चुकी है।
अभी सोमवार को कुशीनगर और महराजगंज की बैठकों में हुई घटनाएं इसका गवाह बनकर सामने आ गयीं। इसका प्रमुख कारण चुनावी हार के विसात पर कसें जा रहे प्यादें है। हालाकिं पार्टी ने अब इसको लेकर हर हाल में क्षतिपूर्ति की योजनाओं पर काम करना शुरू कर दिया है।
सपा कार्यकर्ताओं की मानें तो उम्मीदवारों के मैदान में उतरने के बाद से ही पार्टी के विधायकों, मंत्रियों और कुछ पदाधिकारियों पर साथ न देने का आरोप दिखायी दे रहा है। यह पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के सामने भी आ चूका। जिसको लेकर सपा ने 36 राज्य मंत्रियों (दर्जा प्राप्त) की लाल बत्तिया छीन ली। हालांत ऐसे है कि इसके बाद भी कलह रुकने का नाम नहीं ले रहा। हारे प्रत्याशी को हार से अधिक मलाल इस बात का है कि अपनी पार्टी के लोगों ने उनका साथ नही दिया।
कुशीनगर के रामकोला में सपा की हुई बैठक में इसी को लेकर मारपीट तक बात पहुंच गयी तो सोमवार को महराजगंज में गोली तक चल गयी। इन घटनाओं के बाद अंदर चल रही गुटबंदी के बाहर आने पर पार्टी क्षतिपूर्ति में लगी है।
ज्ञातव्य हो कि पूरे प्रदेश में सोमवार को बैठक कर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों को एक साथ करने के पीछे मंशा यही रही कि पार्टी के अन्र्तकलह को दूर किया जा सके। सपा का यह अंतर्कलह पार्टी को और नुकसान पहुंचा सकता है, इसे पार्टी मुखिया बखूबी समझ रहे हैं। जिसको लेकर वे सार्वजनिक तौर पर विधायकों और मंत्रियों को चेता रहे हैं।
नाम न छापने के शर्त पर कुशीनगर के कुछ बरिष्ठ सपाईयों ने बताया कि अन्र्तकलह को लेकर कार्यवाही की भी तैयारी चल रही है। सपा किसी भी दशा में अब और नुकसान नहीं चाहती है। बल्कि 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मजबूत स्थिति में खड़ा होना चाहती है। जिले स्तर पार्टी प्रयास कर रही है कि कोई भी गतिरोध उत्पन्न न हो।
कोई टिप्पणी नहीं
टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!
.................................TIMES OF KUSHINAGAR