Breaking News

गेहूॅ की खरीद में पिछड़ गया कुशीनगर

 एक दशक में सबसे कम हुयी खरीददारी

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। समर्थन मुल्य योजना के तहत गेहूॅ कुशीनगर में खरीद का हाल विगड़ गया है। विगत दस बर्षो में गेहूॅ खरीद की ऐसी खराब स्थिति अब-तक नही देखी गयी थी। सत्तर दिनों के अन्र्तराल में मात्र 1.63 फिसदी की खरीद ने सबको चिन्ता में डाल दिया है। 


कुशीनगर में गेहूॅ खरीद के हालात ऐसे है कि 7 क्रय ऐजेन्सियों के माध्यम से 56 केन्द्र स्थापित करने की जिलाधिकारी द्वारा मंन्जूरी दी गयी थी। शुरू-शुरू में तो खरीद कुछ ठीक ठाक रही पर उसके बाद से गुेहूॅ खरीद की हालत विगड़ती गयी और इधर विगत 15-20 दिनों के भीतर गेहूॅ के गरमाये बाजार के कारण किसानों को घर पर ही समर्थन मूल्य के बराबर गेहूॅ मूल्य मिलना शुरू हो गया।

जिसके कारण किसान गेहूॅ क्रय केन्द्रों पर गेहूॅ बेच कर इन्तजार के बजाय गेहूॅ व्यापारियो को ही सीघे बेचने लगें। एक नजर सरकारी आकड़ों पर डाले तो गेहूॅ क्रय के लिए निधार्रित की गयी सात ऐजेन्सियों में इन सत्तर दिनों में सर्वाधिक खरीद खाद्य विभाग अपने लक्ष्य 16400 मी.टन के सापेक्ष 512.25 मी.टन खरीददारी की। वही पीसीएफ ने अपने लक्ष्य 29463 के सापेक्ष 437.31 खरीद की है। सबसे कम गेहूॅ की खरीद एनसीसीए ने अपने लक्ष्य 4000 के सापेक्ष 5 मी.टन है।

गेहूॅ खरीद की स्थिति ऐसी है कि विगत 70 दिनों में लक्ष्य 67863 के सापेक्ष 1104.68 मी.टन जो मात्र 1.63 प्रतिशत है। यही नही अब तक आधा दर्जन कन्द्रों का ताला आज तक नही खुला। जिसमें पीसीएफ के 4 यूपी एग्रों व एनसीसीएफ के 1-1 केन्द्र शामिल है।इस सम्बन्ध में अपर जिला अधिकारी रामकेवल तिवारी बताते है। गेहूॅ खरीद के न्यूनतम होने का कारण बाजार में समर्थन मूल्य के सापेक्ष बढ़ा गेहूॅ मूल्य है।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी करने के लिए आप को धन्यबाद!

.................................TIMES OF KUSHINAGAR