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देश के किसान पीडि़त, सहायता करें सरकारें- रामनाईक


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो 
कुशीनगर । प्रकृति के प्रकोप से देश का किसान हमेशा प्रभावित होता रहा है। किसानों की हो रही मौतें चाहे जैसे भी हो रही हो उससे तो यह स्पष्ट है कि किसान पीडि़त है।ऐसे में देश हो या प्रदेश सभी सरकारों को किसानों की मद्द करनी चाहिए। अपना देश किसान प्रधान देश है और उसमें उत्तर प्रदेश भी कृषि प्रधान ही है। 
सम्बोधित करते राजयपाल 
उक्त बातंे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री रामनाईक कुशीनगर के बुद्धा पी जी कालेज में पूर्वाचल की कृषि व ग्रामीण विकास संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होनंे कहा कि आज मैने जाना प्रकृति का प्रकोप कितना भयावह होता है। भूकम्प से पड़ोसी देश नेपाल एवं विहार, उत्तर प्रदेश सहित तमाम प्रदेशों में बड़े पैमाने पर जन हानि हुई। उन सभी के प्रति श्रद्वाजलि अर्पित करता हूॅ। वही भूकम्प पीडि़त जल्द दुःख से बाहर आये और सभी सरकारंे अपने संसाधनों से भूकम्प पीडितों को राहत दें इसके लिए मैं भगवान से प्रार्थना करता हूॅ। 
उन्होने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। उत्तर प्रदेश भी कृषि प्रधान प्रान्त है। वही उतरांचल प्रकृति से विशेष रूप से प्रभावित हुआ है। ऐसे प्रदेश का विकास कैसे हो! किस मार्ग को अपनावे जिससे कृषि विकसित हो सके। इन बात पर सरकारों को सोचना चाहिए। अभी राज्यपाल अपना भाषण दे ही रहे थे कि भूकम्प के एक झटके से सभागार में अफरा-तफरी का महौल बन गया। लोग सभागार से बाहर निकलने लगे। उधर अफरा-तफरी का महौल देख सुरक्षाकर्मियों ने राज्यपाल को सुरक्षित बाहर निकाल दिया। ऐसे में सुबह 10ः30 बजे शुरू हुआ कार्यक्रम स्वतः ही समाप्त हो गया। 

कार्यक्रम स्थल पर राज्यपाल ग्यारह बजे पहुचे, जहां पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड आफ आर्नर दिया। महामहिम ने भारत माता के चित्र पर माल्र्यापण एव दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। भगदड़ के पूर्व प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से आये ग्यारह विभिन्न क्षेत्रों  में कार्य किये प्रबुद्व व्यक्तियों को राज्यपाल ने प्रसस्ति पत्र व शाल देकर सम्मानित किया। 
इस संगोष्ठी को प्रदेश के कैविनेट मंत्री ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी, पूर्व राज्य सभा सांसद राजनाथ सिंह सूर्य ने भी सम्बोधित किया।

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