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लू एवं अग्नि काण्ड को लेकर जिला प्रशासन ने जारी किये कड़े निर्देश

 लू एवं अग्नि काण्ड को लेकर जिला प्रशासन ने जारी किये कड़े निर्देश

भीषण गर्मी से राहत के लिए सम्बन्धित विभाग तैयार करे अपनी एस.ओ.पी.-जिलाधिकारी  

आपदा कंट्रोल रूम नंबर 05564 240590 तथा टोल फ्री नंबर 1077 जारी


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो

कुशीनगर। तापमान के चढ़ते पारे के दौरान लू-प्रकोप व अग्नि काण्ड की घटनाओ को लेकर जिला प्रशासन सम्बन्धित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। प्रशासन ने गर्मी से राहत व अग्निकाण्डों पर काबू पानें को लेकर आपदा कंट्रोल रूम नंबर 05564 240590 तथा टोल फ्री नंबर 1077 जारी किया है। किसी भी प्रकार की आपदा से संबंधित शिकायतों को उपरोक्त नंबरों पर जनपदवासी दर्ज करा सकते हैं।


जिलाधिकारी उमेश मिश्रा

बढ़ती गर्मी से राहत दिलाने के उद्देश्य से जन जागरूकता के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाना एवं ग्रामीण स्तर के कार्यकर्ताओं को अलर्ट करना, गर्म हवाओं के साथ सन स्ट्रोक से बचाव के लिए जन सूचना जारी करने के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात करने के निर्देश के साथ कुशीनगर के जिलाधिकारी ने सीएमओ को कड़े निर्देश दिये।

उन्होने कहा कि 108/102 व अन्य आपातकालीन सेवाएं सक्रिय होनी चाहिए। अस्पतालों एवं हेल्प सेंटर्स में पावर सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाएं । सभी अस्पतालों पीएससी /सीएचसी में ओआरएस और तरल पदार्थ की पर्याप्त स्टाक की व्यवस्था  की जाए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो एवं जिला अस्पताल पर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हो तथा स्वास्थ्य केन्द्रो को हीट वेव से किसी भी प्रकार की घटना होने पर 24 घण्टें सातों दिन क्रियाशील रहने हेतु निर्देशित किया।

जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया है कि मवेशियों की सुरक्षा के लिए हीट वेव एक्शन प्लान की तैयारी, कार्यान्वयन और समीक्षा तथा गर्मी की स्थितियों के दौरान पशु प्रबंधन पर पशुधन के किसानों के बीच जागरूकता लाने के लिए ग्राम स्तर पर क्षेत्रीय कर्मचारियों को सक्रिय करें। सार्वजनिक स्थानों में लू से बचाव के लिए पशु प्रबंधन पर उपायों को पोस्टर के माध्यम से प्रकाशित कराना सुनिश्चित करें। मवेशियों के लिए पीने के पानी तथा चारें की उचित व्यवस्था की जाए। पशुओं को सुरक्षित रखने हेतु टीकाकरण का कार्य नियमित रूप से संचालित किया जाये। साथ ही पशु केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं का भण्डारण सुनिश्चित हो तथा पशु चिकित्सकों के माध्यम से ग्रामीणों को पशुओं की सुरक्षा एवं लू से बचाव हेतु जागरूक किया जाये। 

उन्होंने समस्त अधि0 अधिकारी  नगरपालिका/नगर पंचायत को निर्देश दिया है कि पानी के सरकारी/गैर सरकारी टैंकरो का चिन्हांकन कर डाटा वेस तैयार करें,  नगरीय क्षेत्रो के सब्जी मण्डी / चौराहो व सार्वजनिक स्थलो पर पेय जल की समुचित व्यवस्था तथा नगर के दूर-दराज क्षेत्रो में पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए। आवश्यकतानुसार विभिन्न नगरीय क्षेत्रो / स्थलों पर (जहां छाया हो/लोगों का ठहराव होता हो) आदि का चिन्हांकन करते हुये विभिन्न स्थलों पर प्याऊ (गिलाश सहित) आदि का व्यवस्था सुनिश्चित करें। लू एवं अग्नि से बचाव के उपायों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए।

 जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलो, चौराहां व आवश्यकतानुसार संबंधित ग्रामों में पानी की टंकी / टैंकरो आदि की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करायें।आवश्यकतानुसार विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों / स्थलों पर (जहां छाया हो/लोगों का ठहराव होता हो) आदि का चिन्हाकन करते हुए विभिन्न स्थलों पर प्याउ (गिलाश सहित) आदि का व्यवस्था करें। प्रत्येक ग्राम पंचायत में लू एवं अग्नि से बचाव के उपायों का व्यापक प्रचार प्रसार कराये।

 जिलाधिकारी ने बीएसए को निर्देश दिया है कि तीव्र गर्मी से बचाव हेतु विद्यालयों के समय में परिवर्तन किए जाये। छात्र/छात्राओं हेतु पेयजल तथा विद्यालयों में पावर सप्लाई व पंखे आदि की व्यवस्था की जाए।

उन्होंने सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक उ०प्र०रा०स०प०नि०को निर्देश दिया है कि बस स्टैंडों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित परिवहन के लिए स्वास्थ्य टीमों की तैयारी एवं पीने के पानी तथा यात्रियों के लिए लू से बचाव की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। बस स्टैण्डों पर यात्रियों के लिए छायां एवं पेयजल की व्यवस्था तथा बस स्टैण्डों पर प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की जाए। उन्होंने डीसी मनरेगा को निर्देश दिया है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों के लिए समय(12ः00 से 03ः00 बजे) हीट वेव/लू से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्था, कार्य करने के स्थान पर पेयजल और छाया की व्यवस्था तथा सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था किए जाये। श्रमिकों/कामगारों के कार्य घंटों में परिवर्तन किए जाये। 

 वही मुख्य अग्निशमन अधिकारी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि लू के दृष्टिगत अग्निशमन विभाग द्वारा मुख्यालय एवं तहसीलों में स्थापित उप केन्द्रों को आवश्यक संसाधनों सहित 24×7 कियाशील रखा जाये तथा अग्नि से बचाव हेतु नागरिकों को जागरूक करें। लू के दृष्टिगत अग्निशमन विभाग की जनपद एवं तहसील व समस्त उपकेन्द्रों पर स्थापित अद्यतन संसाधनों की सूची अद्यतन कर आपदा कार्यालय को प्रेषित की जाए, तथा आम जन मानस द्वारा दी जाने वाली सूचना हेतु समस्त उप केंद्रों पर स्थापित टोल फ्री नंबर का प्रचार प्रसार कराया जाय।

 जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड को निर्देशित किया है कि वे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में टूटे हुए बिजली के खंभों आदि को सुदृढ़ करना व क्षेत्रों में समय-समय पर रोस्टर के आधार पर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। जनमानस द्वारा दी गई सूचना के आधार पर यदि किसी कारण से बिजली आपूर्ति ठप हो जाए उन क्षेत्रों में यथाशीघ्र बिजली आपूर्ति व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। 

 जिलाधिकारी ने उक्त सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि  अपनी-अपनी एस.ओ.पी. तैयार करते हुए हीट वेब से बचाव की कार्ययोजना  तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें । आपदा कंट्रोल रूम नंबर 05564 240590 तथा टोल फ्री नंबर 1077 जारी किया गया है। किसी भी प्रकार की आपदा से संबंधित शिकायतों को उपरोक्त नंबरों पर जनपदवासी दर्ज करा सकते हैं।

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