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कुशीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे 29वें इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों

कुशीनगर। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29वें इंटरनेशनल एयरपोर्ट का बुधवार को कुशीनगर में लोकार्पण करेंगे। इस कार्यक्रम की सारी तैयारियां पूर्ण हो गयी है। अब बस इतजार है उस पल का जब देश के मुखिया का उड़न खटोला कुशीनगर की धरती पर उतरेगा। इस खास मौके के लिए करीब सात देशों के 125 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं। 


पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में होंगे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम 

जानकारी के अनुसार पीएम का यह कार्यक्रम पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में होंगा। आंतरिक सुरक्षा एसपीजी संभालेगी तो वहीं बाहरी सुरक्षा की कमान 21 आईपीएस के हाथों में होगी। सोमवार को एसपीजी के अधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों संग सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में बैठक कर आगे की कार्य योजना तैयार की। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री की आंतरिक सुरक्षा में एसपीजी के कमांडो, एटीएस के कमांडो, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारी और सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान शामिल होंगे। बाहरी सुरक्षा घेरे में पुलिस और पीएसी के जवानों के साथ ही स्थानीय अभिसूचना इकाई, डॉग स्क्वॉयड, और बम निरोधक दस्ता तैनात रहेगा। 

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल के रूट पर भी पुलिस की निगरानी रहेगी। इनकी कमान 21 आईपीएस को सौंपी गई है। इसके अतिरिक्त 42 एडिशनल एसपी, 65 डिप्टी एसपी, 12 कंपनी पीएसी, 12 कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान, पांच हजार से अधिक कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, एसआई, इंस्पेक्टर और 500 से ज्यादा यातायात पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर अग्निशमन विभाग की एक टुकड़ी, डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ता भी तैनात रहेगा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जिधर से भी प्रधानमंत्री का फ्लीट गुजरेगी, उस रूट पर पड़ने वाले मकानों और ऊंची इमारतों पर सशस्त्र पुलिस और सेना के जवानों की तैनाती की जाएगी।



अराजक तत्वों पर रहेगी कड़ी निगाह

सुरक्षा संबंधी बैठक में डीएम एस राजलिंगम ने कहा कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तीन स्थलों पर है। बदलते मौसम के बाद भी कार्यक्रम को सफल बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। लोगों को असुविधा न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा। सभा स्थल पर कोई विरोध-प्रदर्शन न कर सके इसका भी ख्याल रखा जाएगा। अराजक तत्वों व अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। एसपी सचिंद्र पटेल ने कहा कि कार्यक्रम में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे समेत 13 देशों के प्रतिनिधि मौजूद होंगे। ये सभी विशिष्ट हैं।इस मौके पर एडीजी अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीआईजी के रविंद्र गोंड, आईपीएस अनिल कुमार पांडेय, विनीत मिश्र, कोलांचि, अरविंद भूषण पांडेय, माणिक चंद सरोज, सत्यार्थ, राधे नारायण मिश्र, रामजी यादव, इमरान, अवधेश विजेता, एडीएम विंध्यवासिनी राय, एसडीएम प्रमोद तिवारी, ईओ प्रेमशंकर गुप्ता, रजनीश त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।


बुद्ध के महाप्रसाद से होगा अतिथियों का स्‍वागत

कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुभारम्भ के अवसर पर आये सभी अतिथियों का बुद्ध के महाप्रसाद से स्‍वागत किया जायेगा। इस महाप्रसाद का बौद्ध अनुयायियों में भी खासा महत्व है। बुद्धवार को आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात है जो चंद्रमा के सोलह कलाओं से परिपूर्ण होगी। इस अमृतमयी रात का सनातन धर्म के साथ ही बौद्ध अनुयायियों में भी खासा महत्व है। इसी पवित्र तिथि पर कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। यह महाप्रसाद काला नमक के लॉचिंग का प्रतिष्ठित ओडीओपी उत्पाद के रूप में बेहतर अवसर होगा।  इस कार्यक्रम में शामिल सभी बौद्ध अतिथियों को ‘कालानमक चावल’ उपहार में दिये जाने की योजना है।

जानकारी के अनुसार दिये जाने वाले काला नमक चावल की पैकिंग पर महात्मा बुद्ध की उक्ति,‘ इस चावल की विशिष्ट महक हमेशा लोगों को मेरी (महात्मा बुद्ध की) याद दिलाएगी’ भी अंकित की गई है। कालानमक चावल को लेकर सक्रिय संस्था पीआरडीएफ के वैज्ञानिक डॉ. रामचेत चौधरी बताते है कि इससे अकेले सिद्धार्थनगर ही नहीं बल्कि कालानमक धान के लिए भौगौलिक सम्पदा (जीआई) घोषित समान जलवायु वाले जनपदों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और श्रावस्ती के कालानमक की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध कराने का मंच भी बनेगा।

हवाई उड़ान के साथ ही पूर्वांचल का पर्यटन उद्योग भी भरेगा उड़ान 

कुशीनगर में बने नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से न केवल अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटकों का आवागमन सरल हो पाएगा बल्कि इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। इस हवाई उड़ान के साथ पूर्वांचल का पर्यटन उद्योग भी उड़ान भरेगा। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से 260 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 3600 वर्गमीटर में फैले नए टर्मिनल भवन के साथ कुशीनगर हवाई अड्डा तैयार किया है। नया टर्मिनल भीड़भाड़ वाले समय में 300 यात्रियों के लिए आने-जाने की सुविधा प्रदान करेगा। 

ज्ञात हो कि कुशीनगर एक अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध तीर्थ केन्द्र है, जहां भगवान गौतम बुद्ध ने महापरिनिवार्ण प्राप्त किया था। यह बौद्ध सर्किट का केन्द्र बिंदु भी है, जिसमें लुंबिनी, सारनाथ और गया के तीर्थस्थल शामिल हैं। हवाई अड्डा बौद्ध धर्म के और अधिक अनुयायियों को देश और विदेश से कुशीनगर को आकर्षित करने में मदद करेगा और जिससे पर्यटन उद्योग को सर्वाधिक लाभ होगा। यहां से उड़ान शुरू होने के बाद बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, राजगीर, संकिसा और वैशाली की यात्रा अब कम समय में पूरी हो सकेगी।

दक्षिण एशियाई देशों के साथ सीधा विमान सम्पर्क

इस हवाई सेवा शुरू होने के बाद दुनिया के विभिन्न हिस्सों के आने वाले तीर्थयात्रियों को इस क्षेत्र के विभिन्न बौद्ध स्थलों से निबार्ध संपर्क प्रदान करने की सुविधा मिलेगी। साथ ही दक्षिण एशियाई देश श्रीलंका, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम, सिंगापुर आदि से आने वाले पर्यटकों के लिए कुशीनगर पहुंचने और क्षेत्र की समृद्ध विरासत का अनुभव करना आसान हो जायेगा। इस कार्यक्रम के बाद पर्यटकों के आगमन में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि होने की उम्मीद है।

होटल व्यवसाय, पर्यटन एजेंसियों, रेस्तरां को भी दिन बहुरेगें

यह हवाई अड्डा न केवल तीर्थ स्थल को अंतरराष्ट्रीय विमानन मानचित्र पर रखेगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। यह होटल व्यवसाय, पर्यटन एजेंसियों, रेस्तरां आदि को बढ़ावा देकर आतिथ्य उद्योग पर कई गुना प्रभाव डालेगा।  परिवहन सेवाओं, स्थानीय गाइड की नौकरियों आदि में अपार अवसर खोलकर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार पैदा करेगा। वही स्थानीय उद्योग और उत्पाद को वैश्विक मान्यता मिलेगी। यह सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देगा और स्थानीय संस्कृति और परम्पराओं को संरक्षित करने में भी मदद करेगा।


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