बुधवार, 31 जुलाई 2013



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सपा सरकार के लेपटाप व टैबलेट देने के वादो से आहत पावानगर इण्टर कालेज के छात्रों ने बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री का कालेज गेट के सामने पुतला फूंक विरोध जताया।

बताते चले कि सपा सरकार के बादो से आहत छात्रों के हुजूम ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला ठेला पर रखकर सरकार विरोधी नारेबाजी के साथ पूरे बाजार का भ्रमण किया।  उसके बाद अन्त में पुतला दहन कर विद्यालय गेट पर प्रर्दशन किया।

प्रर्दशन को संबोधित करते हुए छात्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वायदे को पूरा न करके छात्रों को गुमराह किया है। प्रर्दशन का नेतृत्व कर रहे चन्द्र प्रकाश मद्धेशिया ने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में ल्ैापटाप का वितरण हो रहा है तो कुशीनगर में क्यों नहीं हो रहा है?

इस मौके पर नन्दलाल गुप्त विद्रोही, आकाश पाण्डेय, पुरूषोत्तम गुप्त, आशुतोष पाण्डेय, राजन बर्नवाल, अभिनव तिवारी, वैभव पाण्डेय, सुनील शर्मा, साउद अली, कौशल कुमार, तारकेश्वर तिवारी, मुकेश भारती, अंगद तिवारी, समीउल्लाह, विकास यादव, दीपक रौनियार आदि उपस्थित रहें।


नेलोपा का धरना तीसरे दिन बदल गया आमरण अनशन में


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी के बैनर तले  सोमवार से अपनी 6सुत्रीय मांगों को लेकर चल रहा घरना  बुधवार को आमरण अनशन में तब्दील हो गया।

अनशन पर बैठे नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिला प्रशासन हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं कर रहा है। यदि मांगें शीघ्र नहीं पूरी की गई तो ईद की नमाज भी यहीं पर अदा की जाएगी।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि प्रदेश सरकार से जनता का मोह भंग हो चुका है। इस अवसर पर मंकेश्वर गुप्ता, फखरे आलम अंसारी, फारुक अंसारी, जमील अंसारी, सिराज अंसारी, शाह आलम, अफरोज आलम आदि उपस्थित रहे।

सोमवार, 29 जुलाई 2013

पहले प्यार उसके बाद पीट कर करता रहा बलात्कार

हरिगोविन्द चौबे 
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक युवक द्वारा शादी का झासा देकर एक लड़की को बतौर पत्नी बर्षो से शारीरिक शोषण करने का मामला प्रकाश में आया है। जब जी भर गया तो मारकर घर से निकाल दिया तब से पीडि़ता दर-दर भटकती रही है।

शारीरिक शोषण की यह कहानी कई बर्षो से फल फूल रही थी। जो कुशीनगर से आगरा दिल्ली तक की सैर कर चूकी है। अब फिर कुशीनगर में चर्चा का विषय बनी है। लड़की ने शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया तो उसे मारने पीटने का कार्य शुरू हो गया।

शारीरिक शोषण की यह कहानी मे दिन प्रति दिन नये मोड़ के सहारे बढ़ती गयी  यहां तक कि उसके बाद युबक ने उसके साथ जबरन शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया और फिर ब्लू फिल्म बना कर उसे ब्लैक मेल करता रहा। लेकिन सभी तरह जब उसका जी भर गया तो वह उसे अपने रूम से बाहर निकाल दिया।

बताते चले कि कुशीनगर के सेवरही थाना क्षेत्र में ग्राम सभा धुरिया कोट निवासी सीमा (काल्पनिक नाम) ने अब पुलिस का सहारा लेकर न्याय के लिए भटक रही है। इधर पीडि़ता ने पूरी घटना की जानकारी लिखित रुप से पुलिस अधीक्षक कुशीनगर दी जिसके बावत  सेवरही पुलिस ने लड़की की तहरीर पर मु.अ.स. 857/13 धारा 376,323,506 के तहत अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरु कर दी है। 

पीडि़ता ने सेवरही पुलिस को दिये अपने तहरीर में अपनी आप बीती बताते हुए कहा है कि गांव के ही राजू (काल्पनिक नाम) से पारिवारिक सम्बन्ध काफी अच्छा था हम दोनो एक ही साथ एक ही विद्यालय में पढ़ते थे इसी दौरान हम दोनो काफी करीब आ गये तथा हम दोनो के बीच शादी विवाह की बात चलने लगी उसके बाद हम दोनो का नामांकन गोरखपुर विश्वविद्यालय में हो गया तथा हम दोनो एक ही साथ वहां भी रहने घुमने लगे उसी दौरान उसने हमसे शारिरीक सम्बन्ध भी बना लिया और यह कहने लगा घबड़ाओ नही आज नही तो कल हम दोनो की शादी हो जायेगी।

उसके बाद वह अपना नामांकन दिल्ली करा लिया जब वह दिल्ली से घर के लिए आता था तो वह गोरखपुर में मेरे पास रुकता था। वह कई बार हमको भी अपने साथ दिल्ली और आगरा आदि जगहो पर बतौर पत्नी बनाकर ले जाता रहा तथा हम दोनो होटलो में पति-पत्नी के नाम से कमरा बुक कराकर रहते थे।

लगातार शारीरिक शोषण होता देख मैने उस पर दबाव डाला की अब तो हम लोगो को शादी कर लेना चाहिए तो वह बार-बार कहता रहा कि तुम्हारे पिता जी मेरे पिता जी से बात करे मै भी अपने पिता जी से कह दुंगा शादी हो जायेगी। जब मेरे पिता उसके पिता से बात किया तो वह शादी से साफ इनकार कर दिये। पीडि़ता ने दिये अपने प्रार्थना पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि शादी से इन्कार करने पर पुनः हमने राजू से बात किया तो उसने कहा कि कोई बात नही तुम मेरे पास दिल्ली चली आओ तो मै उसके पास दिल्ली चली गई और उसके साथ रहने लगी वहां भी वह शादी तत्काल करने की बात कहकर लगातार शारिरिक शोषण करता रहा लगातार शारिरिक शोषण से जब मै तंग आ गयी तो मै उसका विरोध करने लगी तथा यह दबाव बनाने लगी की अब शादी के बाद ही हम से शारिरिक सम्बन्ध बनाओगे।

उसके बाद राजू जबरन शारिरिक सम्बन्ध बनाने लगा और धमकी देने लगा कि ज्यादा होशियार बनोगी तो तुम्हारा अश्लील फोटो मेरे पेनड्राइव में है उसे नेट पर डाल दूंगा तुम पूरी तरह से बदनाम हो जाओगी और तुम्हारा कही शादी भी नही होने दूंगा। 

उसके बाद राजू और हमसे बराबर झगड़ा होने लगा और वह जब क्वाटर पर आता था जबरन शारिरिक सम्बन्ध बनाता था और विरोध करने पर बुरी तरह से मारता पीटता था मै अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगी तथा मौका पाकर मै दिल्ली से घर धुरिया कोट चली आयी। 

इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष सेवरही नीरज कुमार सिंह का कहना है कि पीडि़त लड़की की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है तथा आरोपी की तलाश की जा रही है। 

हवस के दरिन्दें ने बना दिया नाबालिग को अपना शिकार


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बहसी एक दरिन्दें ने एक नाबालिक लड़की को हवस का शिकार बना दिया। पुलिस ने उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 

कुशीनगर की यह घटना कसया थाना क्षेत्र के ग्राम कुड़वा दिलीपनगर के सिसई टोले की है जहां तीन दिन पूर्व एक नाबालिक लड़की अकेली थी और उसके मां- बाप दवा कराने बाहर गये हुए थे। समय का फायदा उठाकर 24 बर्षीय एक हवस का भूखा दरिन्दा उसके घर में घूसा और जबरन नाबालिक के साथ बालात्कार किया और भाग निकला।

जब पीडि़ता के माता-पिता घर लौटे तो अपनी लड़की को बेहोशी हालत में पाया। पहले वे मुकदमा दर्ज कराने के लिए तरकुलवा थाने गये जहां पुलिस ने कहा कि यह उनके क्षेत्राधिकार का मामला नहीं है। फिर वे कसया थाने अपनी तहरीर लेकर आये जहां मुकदमा दर्ज किया गया।

बताते चले के यह उक्त परिवार देवरिया जनपद के तरकुलवा थाना क्षेत्र के नरायनपुर गांव का निवासी था। जो पीछले काफी बर्षो से यह चैहान परिवार ग्राम सिसई टोला में कुलकुला स्थान के पश्चिमी सिरे पर रह रहा है। 
थानाध्यक्ष कसया ओ.पी. राय ने बताया कि इस मामले में तहरीर मिल चुकी है और आरोपी युवक पर बलात्कार का मुकदमा भी दर्ज हो गया है तथा उसकी गिरफ्तारी भी हो चुकी है। विरोध करने पर मारपीट कर घर से निकाला।

प्रदेश में बढ़ गयी लूट-खशोट अराजकता-नेलोपा

हरिगोविन्द चौबे 
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अपनी छः सु़त्रीय मांगों को लेकर सोमवार को नेलोपा ने जिला मुख्यालय पर प्रदेश सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदेश किया।

नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी की कुशीनगर इकाई ने अपने अगुआ जिला प्रभारी अरूण सिंह के नेतुत्व में आयोजित इस प्रर्दशन में कहा कि प्रदेश में लूट-खशोट, अराजकता बढ़ गया है। चारो तरफ लोग परेशान न्याय की गुहार लगा रहे है। ऐसे में हमारी पार्टी यह कभी बर्दाशत नही करेगी।

घरना में शामिल पार्टी के प्रदेश सचिव डा. अलाउद्दीन सदीकि ने जिला प्रभारी अरूण सिंह को माला पहना कर घरना पर बैठाया और कहा कि पूरे प्रदेश के अधिकारी भ्रष्ठाचार में लिप्त है। जिसके कारण हत्या, लूट, बलात्कार, अपहरण की घटनाऐं दिनों -दिन घटने के बाजाय बढ़तीं ही जा रहीं है।

इस अवसर जिला प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि जिला चिकित्सालय में लगे सीटी स्कैन की मशीन करोड़ों रूपये लागत के बावजूद आज तक चालु नही हो सकी। कुशीनगर की जनता को  बड़ी उम्मीद जगी कि मशीन लगने पर गरीब जनता को इलाज के लिए सुदूर नही जाना पड़ेगा। किन्तु मशीन को चालु कराने में शासन प्रशासन रूचि नही ले रहा है। इस अवसर पर दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

शनिवार, 27 जुलाई 2013

रोजेदारों के लिए रमजान में लाभकारी है तुलसी



कुशीनगर । रमजान के महिनें में तुलसी का उपयोग रोजदारों के लिए बहुत ही आवश्यक है। क्योकि यह ऐसी औषधी है कि जो एंटी बायटिक दवा का काम करती है ।

रमजान के महिने में रोजा रखने के बाद शरीर को संन्तुलित रख पाना बेहद कठिन है। इसमें विशेष कर खाने पीने पर विशष ध्यान दिया जाता है। ऐसी चीजों का सेवन करना होता है, जो सुपाच्य व मिनरल युक्त हों। चिकित्सकों ने उनके लिए तुलसी के बीज को रामबाण बताया है।

सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन यूनानी मेडिसिन (सीसीआरयूएम) के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. शारिक अली खान तुलसी के तमाम फायदे बताते हैं। उनका कहना है कि रमजान में तो इसका महत्व और बढ़ जाता है। तुलसी का बीज रमजान के दिनों में खूब उपयोग होता है। एक गिलास पानी या दूध में दो चम्मच तुलसी बीज डालें। करीब दो घंटे छोड़ दें। उसके बाद स्वाद के अनुसार चीनी मिलाकर पिएं। इसके सेवन से प्यास कम लगती है, कूलिंग इफेक्ट मिनरल लॉस को पूरा करता है।

वही कुशीनगर के डा. सिद्धार्थ पाण्डेय का कहना है कि रोजेदारों के सामने सबसे बड़ी समस्या प्यास लगने की होती है ऐसे में तुलसी का बीज काफी कारगर होता है। इसके आलावा गले में खराश होने पर तुलसी का काढ़ा शरीर में गर्मी पैदाकरके खश-खसाहट दूर करता है।

बन्धों पर नारायणी का दबाव, खतरे में पड़े गांव



कुशीनगर । हिमालाय के पर्वतीय इलाके से भारत की पूर्वी उत्तरी मैदानी इलाको को प्रभाबित करने वाली नारायणी अब विकाराल रूप लेती जा रही है। इधर पानी की भयावह स्थिति ने कई बन्धो पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है ।

मिली जानकारी के अनुसार कुशीनगर जनपद के उत्तरी छोर पर नारायणी नदी का छितौनी तटबंध के भैंसहा गेज पर नारायणी का जलस्तर बीते शाम 4.00 बजे 95.26 था। जो रात में बढ़कर 95.56 हो गया। नारायणी के जलस्तर में आई तेजी पर गौर करें तो भैंसहा गेज के समीप चेतावनी बिन्दु 95.00 है। शाम 4.00 बजे नारायणी का जलस्तर चेतावनी बिन्दु से 26 सेमी ऊपर था और रात में 30 सेमी बढ़कर 95.56 हो गया था। वही शुक्रवार की सुबह 8.00 बजे भैंसहा के समीप नारायणी का जलस्तर 95.50 सेमी मापा गया। इस प्रकार बीती रात से सुबह 8.00 बजे तक नारायणी के जलस्तर में 6 सेमी की गिरावट दर्ज की गई।

नारायणी के जलस्तर में कमी आने के बाद तटबंधों पर नारायणी का दबाव कुछ बढ़ा है तो नदी उसपार नरायनपुर, हरिहरपुर, बालगोविन्द छपरा, बकुलादह, मरिचहवा आदि गांवों पर कटान का खतरा बरकरार है। नारायणी द्वारा किये जा रहे कटान से ग्रामीण काफी भयभीत व दहशत में हैं। राजस्व विभाग की टीम इन गांवों पर नजर रखी हुई है। रेता के निजामुद्दीन, सचिन्दर के अलावा नरायनपुर के ग्राम प्रधान नरसिंह ने बताया कि रात में नारायणी का पानी गांव में पुनः प्रवेश कर गया था जो अब धीरे-धीरे निकल रहा है लेकिन गांव पर खतरा बरकरार है।


पंचायत सदस्यों ने क्षेत्र पंचायत प्रमुख पर किया अविश्वास



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक विकास खण्ड के क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपने ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास का मोर्चा खोल दिया।

ज्ञातव्य हो कि हाटा विकास खण्ड के क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने जिलाधिकारी कुशीनगर को गुरूवार को एक नोटिस देकर ब्लाक प्रमुख कैलासी देवी के प्रति अविश्वास प्रकट किया है। इस पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को नियमानुसार कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।

क्षेत्र पंचायत सदस्य मनोज कुमार, भीमसेन, प्रदीप सिंह, यशोदा देवी, व रहीम अंसारी ने जिलाधिकारी को दिए गये नोटिस में कहा है कि क्षेत्र पंचायत प्रमुख कैलासी देवी के प्रति अविस्वास का प्रस्ताव प्रगट करने के अपने अभिप्राय का यह लिखित नोटिस देते हैं ओर इसके साथ प्रस्तावित अविश्वास के प्रस्ताव की एक प्रति भी संलग्न करते हैं।

शुक्रवार, 26 जुलाई 2013

मनमानी को लेकर 20 सहज सेवा केन्द्रों की सेवा समाप्त


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में प्रमाण पत्रों को लेकर सहज जन सेवा केन्द्रों द्वारा की जारही लापरवाही व मनमानी के कारण कुशीनगर प्रशासन ने 20 सहज जनसेवा केंद्रों को निरस्त कर दिया है।

जिलाधिकारी कुशीनगर के हवाले से मिली सूचना के अनुसार जनपद के फाजिलनगर विकास खण्ड में भरसरवा, चैराराम तवक्कल शाही, लक्ष्मीपुर मिसिर, रहसू जुनेबी पट्टी, हाटा विकास खण्ड में कुरमौटा व भिसवा, मोतीचक विकास खण्ड में भलुहां, पिपरा, पडरौना विकास खण्ड में बलूचहां, जंगल विशुनपुरा, लक्ष्मीपुर, साखोपार, रामकोला विकास खण्ड के इंदरसेनवा, पपऊर, सेवरही विकास खण्ड में ऐहतमाली, सलेमगढ़, विशुनपुरा विकास खण्ड में आबादकारी, हिरनहीं, पिपरा बुजुर्ग व सिसवा गोइती में संचालित सहज जन सेवा केंद्रों की मनमानी की शिकायत कई बार की गयी थी।

नियमित रूप से नहीं खुलने से प्रमाण पत्रों के लिए नागरिकों का काफी दिक्कतें होती थी। हिदायत के बाद भी सहज जन सेवा केंद्र पर लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देने में आना कानी होती थी।

जिलाधिकारी ने बताया कि अधिकांश सहज जन सेवा केंद्र निर्धारित स्थल पर जांच के दौरान नहीं मिले। लिहाजा लापरवाही के कारण उक्त सहज जन सेवा केंद्रों की मान्यता निरस्त कर दी गयी। आरोप है कि इन केंद्रों की मनमानी के कारण लाभार्थियों को प्रमाण पत्र लेने में काफी दिक्कतें हो रही थी।

आपस में भीड़ने लगी कुशीनगर की पुलिस, मामला तस्करी का


कुशीनगर।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस भी आपस में भीड़ने लगी है। ऐसी घटना गुरुवार की देर शाम उत्तर प्रदेश का माल बिहार ले जाते पकड़े गए स्कार्पियों सवार तस्करों को छोड़ने को लेकर हुआ। जिसमें तरयासुजान थाना के दो सिपाही आपस में ही भीड़ गए।

ज्ञातव्य हो कि गुरुवार को तरयासुजान थाना के टड़वा चैराहे पर गश्त में रहे दो सिपाहियों को संदिग्ध स्थिति में स्कार्पियों आती दिखी। रोकने पर ड्राइवर असहज हो गया। प्रथम दृष्टया तस्कर व तस्करी का सामान भीतर होने की बात पुष्ट होने पर एक सिपाही तस्करों समेत स्कार्पियों को थाने ले जाने की जिद पर अड़ गया।

जबकि साथ रहे दूसरे सिपाही ने मामले को मैनेज की दुहाई देता रहा। बात न बनी तो दोनों सिपाही आपस में ही भिड़ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वर्दी में रहे सिपाहियों ने हाथा पायी भी किया। शोर सुनकर मौके पर ग्रामीणों के मौके पर जुटने के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने मजबूर होकर दो तस्करों को गिरफ्तार कर स्कार्पियों समेत थाने पहुंचाया।

ऐसा बारदात पहली नही है। इसके पहले भी कुबेरस्थान थाने की पुलिस और होमगार्ड आपस में भीड़े थे। जिसमें होमगार्डो ने घरना भी दिया दिया था।इस बाबत एसओ तरयासुजान नन्हकू प्रसाद कहते हैं मामला संज्ञान में आया है। यदि ऐसा सच है तो निश्चित ही कार्रवाई होगी।

आरम्भ हो गया करुणा, शील और त्याग का प्रतीक बर्षावास


कुशीनगर ।  करुणा, शील और त्याग का प्रतीक बौद्ध अनुयायियों का बर्षावास की शुरुआत भी हो गई। वर्षावास मंगलवार से शुरू होकर तीन माह तक चलेगा। इस दौरान बुधवार की रात को कुशीनगर के थाई वाट में थाईलैंड से आए बौद्ध भिक्षुओं ने विशेष अनुष्ठान कर विश्व शांति की कामना की।

ज्ञातव्य हो कि इस वर्षावास का बौद्ध अनुयायियों में विशेष महत्व है। इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं को यात्रा करना वर्जित होता है। भिक्षु चाहे विश्व के किसी भी कोने में रहे, उन्हें वहीं रहकर बुद्ध के करुणा, शील और त्याग के सिद्धांतों का पूर्णरूपेण पालन करना होता है।

इस अवधि में अपना सारा समय लोगों की भलाई और तपस्या में लगाना होता है। गौतम बुद्ध ने श्रावस्ती के जंगलों में 24 वर्षावास किया था। थाई वाट में बौद्ध भिक्षु भगवान बुद्ध के इसी सिद्धांत का पूरी तरह अनुसरण करने में जुट गये हैं। कुशीनगर के म्यांमार बुद्ध बिहार, जापान-श्रीलंका मंदिर, चाइनीज-वियतनामी मंदिर के बौद्ध भिक्षु वर्षावास मनाने लगे हैं।

थाई वाट् में वर्षावास के दौरान हुए कार्यक्रम में बौद्ध भिक्षु पी सोम्पोंग, पी वायु, पी मोइंकोल, पी प्रीर्छा आदि ने भाग लिया।

गुरुवार, 25 जुलाई 2013

अन्र्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा निमार्ण के लिए केन्द्र ने आगे बढ़ाया हाथ


कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में अन्र्तराष्ट्रीय हवाईअड्डा निमार्ण के लिए केंद्र ने 80 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके बाद हवाई अड्डा निमार्ण की प्रक्रिया में तेजी आ जायेगी।

केंद्र सरकार ने यूपी सरकार के साथ मिलकर हवाईअड्डा निर्माण में तेजी लाने की कवायद तेज कर दी है। इससे अंतर्राष्ट्रीय क्षितिज पर चमक रहे कुशीनगर की अलग पहचान कायम होगी। साथ ही उद्योगों को तीव्र गति से बढ़ावा मिलेगा।

हवाईअड्डा निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपये के प्रस्तावित परिव्यय के सापेक्ष 500 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान केंद्र सरकार ने किया है। इसमें 116 करोड़ रुपये अवमुक्त किए गए हैं। जारी सभी धनराशि का उपयोग कर लेने के बाद केंद्र ने पुन 80 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।

इस आशय की जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने किसानों से अपील की है कि हवाईअड्डा निर्माण में जमीन की बाधाओं को दूर करने के लिए किसान आगे आए। क्षेत्र का विकास होने से सभी समस्याओं का निदान हो जाएगा।

बुधवार, 24 जुलाई 2013

जिलाधिकारी का खौफ हो गया फींका राशन के दुकानों पर


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिलाधिकारी के आदेश को कोई महत्व अब नही दे रहा है तभी तो सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था को पारदर्शी बनाए जाने को लेकर जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश पर मई व जून के वितरण रजिस्टर जमा करने के मामले में 348 दुकानदारों ने रजिस्टर जमा ही नही किया।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर की सार्वजनिक वितरण प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने व  उसकी गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने ठोस कदम उठाते हुए मई तथा जून माह का वितरण रजिस्टर जमा कराए जाने का निर्देश दिया था। कुशीनगर जिलें में कुल 1245 सार्वजनिक वितरण प्रणाली के दुकानदार है। 

लेकिन अफसोश जिलाधिकारी के इस निर्देश का दुकानदारों पर कोई प्रभाव नही पड़ा। और दुकानदारों में पडरौना विकास खंड के 6 दुकानदार, विशुनपुरा विकास खण्ड के 6, खड्डा के 1, नेबुआ-नौरंगिया के 7, कसया के 45, फाजिलनगर के 71, मोतीचक के 17, हाटा के 5, कप्तानगंज के 9, रामकोला 30, सुकरौली के 5, तमकुहीराज के 40, तमकुहीरोड के 37 व दुदही के 64 दुकानदारों ने अपना वितरण रजिस्टर नही जमा किया है। वही शहरी क्षेत्र के पडरौना में 3, खड्डा में 1 सेवरही में 1 दुकानदार सहित जिले भर में कुल 348 दुकानदारों ने वितरण रजिस्टर जमा नहीं किया है।

सूचना नही देने पर 25 हजार देगें अर्थ दण्ड सीडीओ



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समय से सूचना उपलब्ध न कराने पर राज्य सूचना आयुक्त ज्ञान प्रकाश मौर्य ने सीडीओ कुशीनगर को 25 हजार रुपये अर्थदंड का से दण्डित किया है।

कुशीनगर जनपद के पडरौना सदर तहसील क्षेत्र निवासी राम नरेश यादव ने गांव में हुए विकास विकास कार्यो की जांच का रिपोर्ट जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत आवेदन कर मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय से मांगा था। आवेदक ने उपलब्ध करायी गई सूचना को अपूर्ण बताते हुए जांच उपरांत की कई कार्रवाई की जानकारी मांगी।

सूचना उपलब्ध नहीं कराए जाने पर श्री यादव ने राज्य सूचना आयोग में गुहार लगाई, जहां बीते 28 फरवरी 2013 को विपक्षी की ओर से उपस्थित खंड विकास अधिकारी संजय नायक को जांच कार्रवाई की रिपोर्ट आवेदक को उपलब्ध कराए जाने अन्यथा ढाई सौ रुपये प्रतिदिन के अर्थदंड का निर्देश देते हुए तीन मई 2013 को की गई जानकारी से अवगत कराने का निर्देश दिया।

किंतु निर्धारित तिथि तक न तो आवेदक को सूचना उपलब्ध कराई गई और न ही कोई आयोग के समक्ष कोई उपस्थित ही हुआ और अर्थदंड से जुड़ा स्पष्टीकरण ही प्रस्तुत किया गया।

आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए कुशीनगर के मुख्य विकास अधिकारी के खिलाफ 25 हजार रुपये अर्थदंड का आदेश पारित करते हुए उनके वेतन से तीन किश्तों में जमा कराए जाने तथा एक सप्ताह भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने का भी आदेश दिया है। 

मंगलवार, 23 जुलाई 2013

गृह मंत्रालय ने नही समझा अंग्रेजी के आगे हिन्दीं का महत्व



कुशीनगर । राष्ट्रभाषा हिन्दी का भारत में कितना महत्व है इस बात का खुलाशा गृह मंत्रालय भारत सरकार के हिन्दी बेवसाईट ने कर दिया है। गृह मंत्रालय की हिन्दी बेव साईट आभी पूर्णतया अपेडट नही की जाती है ।

वही अंग्रेजी की साईट को बराबर अपडेट किया जाता है। अगर एक नजर इस वेसाईट पड़े तो स्पष्ट हो जायेगा कि इस देश में राजभाषा हिन्दी का कितना महत्व है।

 बेवसाईट का http://www.mha.nic.in/uniquepagehindi.asp?Id_Pk=376  यह पन्ना आज पाच बर्ष से अपडेट हुआ ही नही। जिसमें गृहमंत्रालय द्वारा रिक्तियों की सूचना हिन्दी में दी जानी हैं ।लेकिन अफसोस है कि इस हिन्दी बोलने वाले हिन्दुस्तान में भारत सरकार का गृह मंत्रालय को इसकी आवश्यकता नही पड़ी तभी सारे रिक्तियों अंग्रेजी में ही अपडेट कर दी गयीं। ऐसा ही नही कि यह ही पेज अपडेट नही हुआ असके साथ तमाम पेज है जो बर्षो पूर्व के अपडेट हुए दिख रहे है।  


इसी तरह इस वेवसाईट के पेज http://mha.nic.in/uniquepagehindi.asp?Id_Pk=576#Ministersपर आज भी गृह मंत्री पी चितम्बरम का नाम अंकित है जो दिनाक 7 मार्च 2011 को अन्तिम संसोधन किया गया है।  
इस सम्बन्ध में एक आवेदिका ने बताया कि मैने जब एसीआईओ ग्रेड-।। के पंजीयन के लिए इस साईट को 19 जुलाई 2013 को हिन्दी में खोला तो वह अपूर्ण था उस पर किसी रिक्तियों की सूचना नही थी और अन्तिम संशोधन 5-5-2008 लिखा हुआ था उसके साथ ही उस पर हिन्ट्स संख्या 163311 दिखा हुआ था। जब गृह मंत्रालय के अंग्रेजी की साईट पर वे सूचनाए अंग्रेजी में अपडेट थी।

बिजली दरों में बढ़ोत्तरी बापस ले सरकार पंचायत किसान युनियन की



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में किसान युनियन ने पचायत करके मृख्यमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र प्रस्तुत किया। जिसमें विजली दरों की बढ़ोत्तरीपुनः बापस लेने की मांग रही।

जिला किसान युनियन कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर मंगलावार को किसान की एक पंचायत हुयी। जिसमें किसानों ने दस सुत्रीय मांग पत्र मुख्य मंत्री को सम्बोधित जिलाधिकारी को सौपा।

इस मांग पत्र में प्रमुख मांग बिजली दर बढोत्तरी को पुनः वापस लेने, 50 हजार रूपये तक के किसान ऋण माफी, खड्डा को तहसील बनाने, तथा राहुआ नाला पर 565 लाख रूपये के पूल निमार्ण कार्य शुरू करने एवं सहकारी बैंकों का कार्य पूर्व कि तरह करने की मांग थी।  

सम्पादक की पत्नी के निधन पर पत्रकार संगठनों ने व्यक्त की शोक सम्वेदनाएं

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक समाचार पत्र के सम्पादक की पत्नी सर्प दंश के कारण असामयिक मृत्यु होगयी। जिनके निधन पर कई पत्रकार संगठन ने शोक सम्बेदना व्यक्त किया। 

रविवार को सुबह टाईम्स आफ कुशीनगर के सम्पादक व समाजवादी पार्टी के बरिष्ट नेता जय कुमार त्रिपाठी की पत्नी ज्ञानेश्वरी त्रिपाठी को सर्प डश लिया जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। इनके असामयिक मृत्यु जर्नलिस्ट्स वेलफेयर आर्गनाईजेशन ने अपनी आपात बैठक करके शोक सम्बन्दना व्यक्त किया है। इस बैठक की अध्यक्षता भानु प्रताप तिवारी ने किया। 

इस बैठक में ज्योतिभान मिश्र, अनिलकुमार पाण्डेय प्रशान्त पाण्डेय, मुन्ना मिश्रा, तौसिफ अहमद खांन , उपेन्द्र कुशवाहा, आलोक तिवारी, प्रेम शंकर सिंह सूर्यबंशी, सुधा त्रिपाठी, ममता तिवारी, सुनील कुमार तिवारी, मनोज चैबे, प्रमोद गुप्ता, हरिगोविन्द चैवे, अजय कुमार त्रिपाठी, ओमप्रकाश शर्मा आदि ने सम्बेदना व्यक्त की।

इसी क्रम में ग्रामीण पत्रकार ऐसोसिएशन के तहसील इकाई पडरौना में प्रभुनाथ गुप्ता तहसील अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक करके शोक सम्बेदना व्यक्त किया है। ऐसे ही श्रमजीवी पत्रकार युनियन ने भी जिलाईकाई की बैठक सुबाष लाल श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुयी और श्री त्रिपाठी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया गया। इस बैठक में संजय चाणक्य, सन्तोष वर्मा, परमानन्द यादव, गौरीशंकर गुप्ता, आदित्य श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

शनिवार, 20 जुलाई 2013

कुशीनगर से ऊंटों को मिली मुक्ति, भेजे गये स्वदेश



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में ऊंटों की दुर्दशा से आहत  प्रशासन ने ऊंटों को मुक्ति दी लादी। हालाकिं 16 ऊंटों को बचाने में प्रशासन चूक गया।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर में पिछले 17 अप्रैल को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चार ट्रकों में लादे गए 62 ऊंटों को मुक्त कराया था। पुलिस प्रबक्ता के मुताबिक इन ऊंटों को वध के लिए तस्कर ले जा रहे थे।

इन ऊंटों के साथ ट्रकों के चालकों सहित 12 लोग पकड़े गए थे, जिन्हें पुलिस ने जेल भेज दिया था और ऊंटों को थाना परिसर में ही रखा गया । उसके बाद से इन ऊंटों की शामत ही आ गई। भूख और बीमारी के चलते एक के बाद एक ऊंटों की मौत होने लगी। एक-एक करके 16 ऊंटों ने दम तोड़ दिया। स्थिति ऐसी रही कि थाना परिसर इन ऊंटों का कब्रिस्तान बनता जा रहा था। शुक्रवार को भी ट्रक पर लादते समय तीन ऊंटों ने दम तोड़ दिया।

इधर, ऊंटों की बरामदगी के मामले में कोर्ट ने राज्य सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए इन ऊंटों को इनके अनुकूल वातावरण में भेजने का निर्देश दिया था। शुक्रवार को इन ऊंटों को राजस्थान पहुंचाने के लिए चार ट्रकों में लादा गया। इस दौरान भी तीन ऊंटों की मौत हो गई। कई ऊंटों की हालत खराब थी। अंतत किसी तरह से बीमार 43 ऊंटों को राजस्थान भेजा गया।

महापरिनिवार्ण पथ को जोड़ने वाली सड़के अतिशीघ्र होगीं विकसित



कुशीनगर । अब कुछ ही दिनों में भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली को जोड़ने वाली सड़के विकसित हो जायेगी। इन सड़को को महापरिनिर्वाण पथ से जोड़ने के लिए 4 करोड़ करने की योजना बनायी।

बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली की रौनक अब और बढ जायेगी है। कुशीनगर महापरिनिर्वाण पथ को जोड़ने वालें सम्पर्क मार्गो को साढ़े चार करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन बनाया जाएगा। सुलभ शौचालय संस्था की ओर से बन रहे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रसाधन केंद्र को नवंबर तक चालू कर दिया जाएगा। जिसके बाद सैलानियों को भी राहत मिलेगी।

ज्ञातव्य हो कि महापरिनिर्वाण पथ पर सैलानियों की चहलकदमी बराबर होती रहती है और वाहनों का संचलन भी लेकिन सड़क अंतर्राष्ट्रीय स्थली के अनुरुप नहीं है। अब इसे विकसित करने की योजना है।

अब इस पथ को फोरलेन बना देवरिया को जानेवाले राजमार्ग व गोरखपुर व बिहार को जानेवाली फोरलेन सड़क से जोड़ा जाएगा। इस पर लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये खर्च होंगे। यहां बन रहे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रसाधन केंद्र के निर्माण को भी तेज करने का निर्देश दिया गया है ताकि पर्यटक सीजन से पूर्व इसे तैयार कर दिया जाए।

इसके साथ कुशीनगर के ईद-गिर्द की उन सभी सड़कों को व नहर की पटरियों को पिच कर कुशीनगर से जोड़ा दिया जाएगा इसके लिए कैबिनेट मंत्री की पहल से 52 करोड़ रुपये अवमुक्त हो चुके हैं।

 जिलाधिकारी रिग्जियान सैम्फिल ने बताया कि यह 52 करोड़ का ही पार्ट है इसी के तहत कार्य होने है।

हवस के भूखे दरिन्दे ने मासूम को बनाया अपना शिकार



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक हवस के भूखे दरिन्दे द्वारा एक मासूम की आबरू लूटने का मामला प्रकाश में आया है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर की यह घटना खड्डा थानाक्षेत्र के लक्ष्मीपुर पड़रहवा गांव की है। जहां उक्त गांव निवासी एक तीन वर्षीय मासूम बच्ची अपने मां-बाप के काम पर जाने के बाद अकेले बगल के ही एक पाकड़ के पेड़ के नीचे खेल रही थी। तभी बगल के ही एक 50 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति ने अमरूद देने के बहाने उक्त बच्ची को घर में बुलाया लिया और शरीर दबाने को कहा।

उसके बाद अमरूद की लालच में फंसी उक्त मासूम बच्ची को वह अपने घर के पीछे की झोपड़ी में ले गया और मुहं काला करने लगा। यहां तक कि उक्त व्यक्ति ने उक्त मासूम बच्ची के मुहं पर विस्तर डाल दिया कि उसकी आवाज बाहर न जा सके। इधर उक्त मासूम बच्ची को खोजता उसका भाई उक्त अधेड़ के घर में घुस आया और देखा तो वह चिल्लाने लगा।

उसके शोर पर ग्रामीण इकठ्ठा हो गये। ग्रामीणों से घिरा उक्त अधेड़ व्यक्ति ने वरक्षी लेकर बाहर निकला और हुर्दंग शुरू कर दिया। किसी तरह ग्रामीणों ने उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उक्त आरोपी को अपने हिरासत में ले लिया है।

इस संबंध में थानाध्यक्ष खड्डा ने बताया कि मुकदमा पंजीकृत कर पीडि़ता को परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है। आरोपी हिरासत में है।

पुलिस भर्ती के लिए परीक्षा फार्म का वितरण शुरू



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन पत्र मिलने शुरू हो गये।

ज्ञातव्य हो कि उत्तर प्रदेश पुलिस की भर्ती हेतु परीक्षा के लिए आवेदन पत्र प्रधान डाकघर से वितरित किए जाने हैं। आवेदन पत्रों का वितरण 18 जुलाई से 20 अगस्त तक किया जाना है।

फार्म वितरण के लिए डाकघरों पर अलग से काउंटर खोला गया है। पूर्वाह्न दस बजे से दिन के तीन बजे तक फार्म वितरित किए जाने हैं। आवेदकों के लिए आवेदन पत्र का मूल्य 200 रुपये निर्धारित किया गया है। महिला अभ्यर्थियों के लिए अलग से काउंटर की व्यवस्था है। आवेदन पत्र जिस डाकघर से खरीदे जा रहे हैं वहीं जमा भी करने हैं।

इस सम्बन्ध में सहायक डाक अधीक्षक ने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह से ही आवेदन पत्र का वितरण शुरू हो गया है।

गृह कलह से तंग युवक ने लगायी आग




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक युवक ने गृह कलह से तंग आकर अपना शरीर जला डाला। जिसका इलाज मेडिकल कालेज में चल रहा है ।

घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि गुरुवार की रात 9 बजे कसया थाने के ग्राम करमैनी प्रेमवलिया में गृह कलह से क्षुब्ध एक 30 वर्षीय युवक राजल जो नशा भी करता है, घर में बैठा था कि अचानक किसी पुरानी बात को लेकर घर वालों से कहासुनी हुई और उसने घर में ही गैलेन में रखे मिट्टी के तेल को ऊपर गिरा लिया और आग लगा ली।

घर वाले अभी कुछ समझ पाते कि शरीर को अधिकांश हिस्सा आग की चपेट में आ चुका था। परिजन उसे कसया उच्चीकृत स्वास्थ्य केंद्र ले गया जहां से चिकित्सकों ने गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। उसकी हालत गंभीर बताई जाती है।

गुरुवार, 18 जुलाई 2013

कुशीनगर में अब निकलने लगा है ग्राम पंचायत सदस्यों का जनाजा




कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक ऐसा गांव है जहां के ग्रामीणों ने अपने ग्राम पंचायत सदस्यों के कारनामों से क्षुब्ध होकर उनका जनाजा निकाला। जिसे ग्राम पंचायत सदस्य देखते रहे।

कुशीनगर का यह पहला गांव है जहां ग्राम पंचायत सदस्यो से आजीज ग्रामीण उनके शव यात्रा निकालने पर मजबूर हो गये। यह गांव खड्डा विकास खण्ड में स्थित है। शाहपूर के नाम से प्रसिद्ध इस गांव के ग्रामीण अपने ग्राम प्रधान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने के बाद बयान से पलटे ग्राम पंचायत सदस्यों पर नराज थे। जिसको लेकर ग्राम पंचायत सदस्यों की गांववालों ने शवयात्रा निकाली और उसे फूंका दिया। इससे गांव में घंटों तक गहमागहमी रही।

ज्ञातव्य हो कि खड्डा विकासखंड के गांव शाहपुर के नौ पंचायत सदस्यों ने ग्राम प्रधान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के लिए मय नोटरी नोटिस दिया था। बाद में ग्राम पंचायत सदस्यों ने अपना आरोप वापस ले लिया। इसकी जानकारी होने पर गांव वाले भड़क उठे।

इसे वादाखिलाफी मानते हुए गांववालों ने बुधवार को ग्राम के पंचायत सदस्यों की शवयात्रा निकाली, सदस्यों के विरुद्ध नारे लगाते हुए पूरे गांव में शवयात्रा घुमाने के बाद ग्राम पंचायत सदस्यों का पुतला फूक दिया। बाद में खड्डा थाने के दो पुलिसकर्मी भी पहुंचे लेकिन तब तक मामला शांत हो गया था। इस संबंध में ग्राम प्रधान का कहना था कि पंचायत सदस्यों से कुछ लोग नाराज थे। उन्होंने पुतला जलाया है। 

अब नही बजेंगें कुशीनगर में नर्तकियों के घुघूरूं


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला नर्तकियों के घुघूरू से अब नही थिरकने वाला है क्योकि प्रशासन ने इसके लिए सभी आर्केस्टा पार्टियों पर प्रतिबन्धित कर दिया है।

बताते चले कि आर्केस्टा देखने को लेकर जनपद के तमकुहीराज में हुए बवाल हो गया था। जिसमें आर्केस्टा के दौरान नर्तकियों से गाने की फरमाइश व इसमें आगे बैठने को लेकर हुए विवाद को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। 

इसके बाद जिलाधिकारी ने एक आदेश जारी कर जनपद के सभी आर्केस्टा पार्टियों को प्रतिबंधित कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि अब कहीं भी आर्केस्टा पार्टियों के धुन पर नर्तकियां नहीं थिरकेंगी। आदेश में सख्ती बरतते हुए यह भी कहा गया है कि संबंधित थाने के थानाध्यक्ष व कोतवाल इस पर रोक लगाएंे। यदि किसी थाना क्षेत्र में आर्केस्टा हुआ तो इसके लिए वे सीधे उत्तरदाई होंगे।

इस सम्बन्ध में रिग्जियान सैम्फिल, जिलाधिकारी कुशीनगर ने बताया कि जनपद में आर्केस्टा को लेकर आए दिन बवाल हो रहा है और जिले की शांति व्यवस्था बिगड़ रही। आमजन का सुखचैन छिन रहा है। इसको देखते हुए जनपद के सभी आर्केस्टा पार्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कहीं आर्केस्टा हुआ तो वहां के थानाध्यक्ष व कोतवाल की सीधी जिम्मेदारी होगी।

विकास के नये युग में रेल से जुड़ जायेगीं कुशीनगर की सीमाएं



कुशीनगर । विकास एवं समृद्धि के नए युग में कुशीनगर की सीमाएं भी रेल परिवहन से जुड़कर संपर्क से छूटे क्षेत्रों को विकसित कर देगी। इसी बाबत छितौनी से तमकुहीरोड तक बड़ी रेल लाइन के निर्माण की प्रक्रिया में सर्वेक्षण कार्य अंतिम चरण में है।

कयास लगाया जारहा है कि शीघ्र ही इस 62.5 किमी लंबे रेल खण्ड का निर्माण कार्य अतिशीघ्र आरंभ हो जाएगा। 

ज्ञातव्य हो कि रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकृत छितौनी-तमकुहीरोड रेल मार्ग की यह परियोजना बिहार प्रांत के मधुबनी, धनहा, खैरा टोला होकर गुजरेगी। इस रेल परियोजना के निर्माण हेतु प्रथम सर्वेक्षण कार्य का शिलान्यास तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा 20 फरवरी 2007 को छितौनी के हायर सेकेंड्री स्कूल में किया गया था। 

शुरूआती दौर में यह परियोजना 58.7 किमी लंबी थी बाद में इसे बढ़ाकर 62.5 किमी कर दिया गया। इस परियोजना में 37.7 लाख घन मीटर मिट्टी के कार्य के साथ-साथ 10 बड़े पुलों एवं 47 छोटे पुलों का निर्माण किया जाना है इसके साथ ही ट्रैक लिंकिंग कार्य हेतु 6500 टन रेलों व 1 लाख सिमेंटेड स्लीपरों को प्रयोग में लाया जाएगा। 

परियोजना में पनियहवा से 3.35 किमी पर छितौनी, 15.5 किमी पर जटहा, 28.7 किमी पर मधुबनी, 35 किमी पर धनहा, 38 किमी पर खैरा टोला व 49.7 किमी पर पिपराही स्टेशन व हाल्ट स्टेशनों का निर्माण होना है । जिसमें 62.5 किमी पर तमकुहीरोड को जंक्शन बनाया जाना है ।

इस परियोजना के परिणाम स्वरूप गण्डक नदी के कारण दूर होने वाले विहार के गावों से उनके जिला मुख्यालय की दूरी कम हो जाएगी वही पिपरा-पिपरासी बांध के समानान्तर निर्मित होने वाले इस रेल खंड से गण्डक नदी के बाढ़ की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा।

कुशीनगर में हुयी एक दुर्घटना के दौरान एक मासूम की मौत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक दुर्घटना में एक मासूम की मौत हो गयी। 

यह घटना कुशीनगर के जटहाबाजार थाने के कटाईभरपुरा के टोला तेरहाकी है जहां उक्त गांव निवासी अमन (8) की बुधवार शाम बैल की चपेट में आने से मौत हो गई।

अमन के परिजन शाम करीब छह बजे बैलगाड़ी पर बालू लाद घर पहुंचे, जहां अमन ने बैल बंधे रस्से को अपने हाथ में बांध लिया।

बताते हैं इसी बीच बैल आक्रामक हो गया और दौड़ने लगा। जिससे काफी दूर तक अमन बैल के पीछे-पीछे घसीटता चला गया जिससे उसकी मौत हो गयी। सूचना पर पहुंचे परिजन आनन-फानन उसे अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बुधवार, 17 जुलाई 2013

कुशीनगर में निर्मल भारत अभियान का हाल बूरा



    36523 लक्ष्य के सापेक्ष बने 358 शौचालय

   जिला पंचायत राज अधिकारी समेत समस्त एपीओ के जुलाई का बेतन रोकने का आदेश


कुशीनगर  । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में निर्मल भारत अभियान का हाल बूरा हो गया है। लक्ष्य के सापेक्ष प्रशासन अभी भी शौचालयों के निमार्ण में पूरी तरह सक्रिय नही हो सका है।
     इस बात का खुलाशा करते हुए आर सैम्फिल जिलाधिकारी कुशीनगर ने प्रभाकर जिला पंचायत राज अधिकारी एवं जनपद के समस्त विकास खण्डों के अतिरिक्त परियोजना अधिकारी (मनरेगा) द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष शौचालय निमार्ण में बरती गयी शिथिलता पर जुलाई माह का बेतन रोक दिया है।

बताते चले कि निर्मल भारत अभियान के तहत कुशीनगर जनपद के 36523 अद्द शौचालयों को निमार्ण होना था। जिसमें विभाग की सक्रियता इतनी रही कि मात्र 358 शौचालय ही पूर्ण रूप से निर्मित हो पाये। वही 3165 शौचालय अभी निमार्णधीन हैं। जो लक्ष्य के सापेक्ष 9.65 प्रतिशत है।

यही नही विकास खण्ड दुदही,सेवरही, तमकुही, कसया, हाटा, सुकरौली, कप्तानगंज, नेबुआनौरंगिया, तथा विशुनपूरा में  शौचालय निमार्ण का प्रति औसत लक्ष्य निमार्ण से भी कम है।  जिलाधिकारी कुशीनगर ने विगत 8 जुलाई को बैठकर कर इसकी समीक्षा की थी। जिसमें आये आकड़ों ने जिलाधिकारी को चैका दिया। लक्ष्य के सापेक्ष परिणाम न के बराकर मिला।

इधर पंचायत राज विभाग द्वारा ग्राम निधि-6 के तहत घन भी खाते में भेज चूका है बताया गया। विभाग की कार्य प्रणाली से क्षुब्ध जिलाधिकारी ने जिला प्रचायत राज अधिकारी के द्वारा निर्माण कों लेकर त्वरित न होने व अपने दायित्वों का न पूरा करने के साथ ए पी ओ (मनरेगा) को अपने कार्य के प्रति उत्तरदायित्व के निर्वहन न करने को लेकर जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने उपरोक्त अधिकारियों का जुलाई माह का वेतन तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक रोक दिया है।







सड़क दुर्घटना में एक की मौत, 14 घायल



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक सड़क दुर्घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि 14 लोग बूरी तरह घायल है।

कुशीनगर की यह घटना पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के पडरौना से पाण्डेय देवरिया मार्ग पर बुधवार को उस समय घटी जब एक टैम्पों पाण्डेय देवरिया से सवारी बैठाकर पडरौना के लिए चला था।

कि अचानक चन्दू मल्ल के फार्म के सामने खड़े एक ट्रैक्टर से टकरा गया। टैम्पों के टक्कर के बाद टैम्पों पलट गया जिसमें सवार करीब 15 लोगों में से रामनरेश उम्र 29 बर्ष की मेडिकल कालेज ले जाते समय रास्ते मे मौत गयी।

टैम्पों सवार अन्य 14 लोग बूरी तरह घायल हो गये। जिसे जिला सयुक्त चिकित्सालय में भीर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। इधर पुलिस ने मुतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बताया जारहा है टैम्पों चालक नशें में था वह समय नही पाया और अचानक मौत आ गयी। पुलिस प्रबक्ता के अनुसार पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दीं है और कार्यवाही में जूट गयी है ।

मंगलवार, 16 जुलाई 2013

अनुकूल मौसम में इस बार बढ़ जायेगी सारस की संख्या



कुशीनगर । पर्यावरण का प्रभाव इस बार सारस पर अनुकूल पड़ा है जिसके कारण उनके जनसंख्या में बृद्धि के आसार प्रबल हो गये है। इन से जुड़े संस्थानों को इनके संरक्षण के लिए ज्यादे मश्कत नही करनी पडेगी।

ज्ञातव्य हो कि सारस उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी है। जिसके संरक्षण के लिए तमात संस्थाए ऐड़ी से चोटी तक लगा देती है। बर्तमान समय में पर्यावरण उनके अनुकूल हो गया है।

ऐसे में सारसों का प्रजनन काल जुलाई से लेकर सितम्बर तक का होता है। जिसके लिए वे तालाबों से लेकर धान की खेतों तक में घोंसले बनाते हैं। बारिश समय से नहीं हुई तो घोंसला बनाने में उन्हें कठिनाई आती है, लिहाजा वे प्रजनन नहीं कर पाते है। बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के अनुसार देश में देशी प्रजाति के 10 हजार से अधिक सारस हैं।

यदि अनुकूल मौसम के चलते सभी ने प्रजनन कर लिया तो निश्चित तौर पर सारसों की संख्या में इस वर्ष वृद्धि होगी। 2005 में प्रदेश सरकार ने राजकीय पक्षी सारस के संरक्षण हेतु समिति बनायी और इसमें 10 करोड़ रुपये भी दिये लेकिन प्रतिकूल मौसम के चलते इनके संरक्षण में कठिनाई आयी।

इस पक्षी के संरक्षण हेतु भारत सरकार ने वेस्टलैण्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम नाम से परियोजना शुरू की है। जिसके प्रयासों के परिणाम अनुकूल मौसम के आहट से बलवती हो गयी है। 
इस संबंध में जिला वन संरक्षक आरपी सिंह ने कहा कि संस्थानों के साथ मिलकर सारसों के संरक्षण का प्रयास विभाग द्वारा किए जाते रहे हैं।

भूमि विवाद में आधा दर्जन लोग घायल


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों में हुई मार पीट में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गये है।

कुशीनगर की यह घटना नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के ग्राम ढोरही की है जहां उक्त गांव निवासी बिरझन की पत्नी बसंती तथा पड़ोसी राजेंद्र के बीच बहुत दिनों से भूमि विवाद चल रहा था। 

मंगलवार को 10 बजे बसंती का छोटा लड़का अपने घर के पीछे वाले कमरे में फाटक लगा रहा था जो विवादित स्थल की तरफ पड़ता है। फाटक लगाने से मना करने के लिए राजेंद्र की पत्नी सती देवी गई। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गयी। जिसमें सती देवी, बसंती देवी, प्रमोद, विकास, रंभा घायल हो गए। जिनको परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल पडरौना ले गए। सती देवी की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों पक्षों के तरफ से नेबुआ नौरंगिया थाने में प्रार्थना पत्र दे दिया गया है।

कुशीनगर में एक मासूम के साथ दुष्कर्म



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक गांव की छह वर्षीय मासूम के साथ गांव के ही युवक द्वारा दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़ता के पिता ने पुलिस कप्तान को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगायी है ।

कुशीनगर के इस मामले में हनुमानगंज थाने की पुलिस पर दुष्कर्म के आरोपी से मिले होने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कप्तान मृगेंद्र सिंह से मिलकर पीडि़ता के पिता ने बताया कि मजदूरी के सिलसिले में वह बाहर कमाता है।

घटना के दिन पत्नी पड़ोस में ही मजदूरी करने गई थी जिससे घर पर छह वर्षीय मासूम व तीन वर्षीय बेटा ही मौजूद थे। उसने बताया कि मजदूरी कर पत्नी जब घर लौटी तो पीडि़त मासूम ने मां से अपनी आपबीती बतायी, जिसके बाद उसने घटना की जानकारी पुलिस को दी।

पीडि़ता के पिता ने बताया कि पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दे थाने से लौटा दिया। पांच दिनों बाद महज मारपीट करने का एनसीआर दर्ज कर दुष्कर्म की घटना से पल्ला झाड़ लिया।

इस सम्बन्ध में कप्तान मृगेंद्र सिंह ने कहा कि मामला गंभीर है। पीडि़त को न्याय मिलेगा। मामले की जांचकर कार्रवाई की जाएगी।




सोमवार, 15 जुलाई 2013

दबंगों ने एक महिला को डायन कह बनाये रखा बन्धक


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक महिला को डायन बताकर दबगों ने अपने ही घर में 24 घण्टें तक बन्धक बनाये रखा। यही नही जब तक पुलिस नही आयी तब -तक तरह -तरह की यातनाएं देकर दबंग उसे प्रताडि़त करते रहे।

कुशीनगर की यह घटना थाना जटहां बाजार के चिरगोड़ा गावं की है जहां दबंगो ने एक साठ वर्षीय महिला को डायन बताकर 24 घंटे तक अपने घर में बन्धक बना कर रखा। इत्फाक था किसी ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस पहुच गयी।

जानकारी के अनुसार चिरगोड़ा परती टोला निवासी एक दबंग परिवार की 16 वर्षीय लड़की की कुछ दिनों से लगातार तबियत खराब था और दिमागी रूप से अस्वस्थ थी। जिसके कारण वह शान्ती देवी का नाम डायन के रूप में ले रही थी।

जिसपर परिवार वालों ने शंका के आधार पर अपने पड़ोसन 60 वर्षीय विधवा शान्ती देवी पत्नी स्व. रघुनाथ गुप्ता को जबरदस्ती अपने घर पकड़ कर लाये और कमरे में बन्द कर  तरह-तरह की यातना देना शुरू कर दिया।

यह क्रम लगभग 24 घंटे तक तक चलता रहा। जिसकी जानकारी किसी व्यक्ति ने मुकामी पुलिस जटहां बाजार को मोबाइल के जरिये दे दी। सूचना पाते ही मौके पर पुलिस ने पहुंच कर दबंगो द्वारा बन्धक बनाये गये विधवा महिला को मुक्त कराया। साथ ही बंधक बनाने वालों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।


कुशीनगर में एड्स के नाम पर डकार जाती है लाखों रूपये स्वयं सेवी संस्थाए


कुशीनगर । लाईलाज एड्स की रोक थाम में कई संस्थाएं प्रत्येक वर्ष लाखों रूपये डकार जाती है इसके साथ स्वास्थ्य विभाग भी इन्हे नजरन्दाज कर सब कुछ देखता रहता है और योजनाएं धरी की धरी रह जाती है ऐसे में एड्स रोगी बढ़ते जा रहे है। 

यद्यपि एचआईवी संक्रमित और एड्स रोगियों के लिए काम करने वाली जिले में कई संस्थाएं संचालित हैं। ये संस्थाएं संक्रमित रोगियों में जागरूकता बढ़ाने और उनका इलाज कराने का दावा करती हैं। इसके लिए इन्हें लाखों में फंड भी रिलीज होता है। विभाग को पता भी नहीं चलता कि यह कहां काम करती हैं। कितने लोगों को इन्होंने जागरूक किया और कितनों को लाभ पहुंचा?

कुशीनगर जिले में एड्स रोगियों की संख्या विस्फोटक होती जा रही है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्षों की तुलना में प्रत्येक बर्ष इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। चाहे यह बीमारी के बढ़ते दायरे की वजह से हो या फिर जागरूकता के कारण। लेकिन दोनों ही स्थितियों में मरीजों की बढ़ती संख्या बढ़ती जारही है। क्योंकि ऐसे लोग बीमारी की वजह से न तो सकून से जी पाते हैं और न ही सामाजिक रूप से इन्हें वह सम्मान मिल पाता है।

यही वजह है कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण सोसाइटी और राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी की तरफ से ऐसे मरीजों को जागरूक करने के साथ-साथ उनके संपूर्ण इलाज का खर्च मुफ्त दिया जा रहा है। जिले स्तर पर आईसीटीसी, पीटीटीसीटी और एआरटी सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां मरीज की जांच से लगायत इलाज और सलाह का प्रबन्ध किया गया है। 

इसके अतिरिक्त स्वयंसेवी संस्थाओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि जागरूकता के माध्यम से लोगों के दिमाग से न केवल इस बीमारी का डर दूर करें बल्कि इस तरह के संभावित रोगियों को आईसीटीसी सेंटर तक ले जाकर उनकी जांच भी कराएं। 

आश्चर्य की बात है कि जिले में ऐसे कई एनजीओ संचालित हैं, जिन्हें जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल लाखों में फंड रिजीज होते हैं। फिर भी उनकी गतिविधियां 14 जून को स्वैच्छिक रक्तदान दिवस और 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस को छोड़कर अन्य किसी दिन दिखाई नहीं देतीं। इस बात की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी/डीटीओ भी करते हैं।

एक नजर आकड़ों के इस खेल में देख तो एचआईवी संक्रमित रोगियों की संख्या क्रमशः बर्ष 2007 में 88, 2008 में 66, 2009 में 135, 2010 में 120, 2011 में 300, 2012में 400, वही एचआईवी संक्रमित रोगियों की संख्या जनवरी 2013 से जून 2013 तक 223 हो गयी है। 

इस सम्बन्ध में नोडल अधिकारी/डीटीओ आनंद कुमार झा बताते हैं कि इस तरह की संस्थाओं को अपने कार्यक्रमों के बारे में पहले कार्यालय में सूचना उपलब्ध करानी होती है। इसके बाद कार्यक्रम संपन्न होने पर कार्यालय से सर्टिफिकेट लेना होता है। डीटीओ का कार्य इनके कार्यक्रमों का सुपरविजन करना है। लेकिन एनजीओ न तो मीटिंग करते हैं न अपने कार्यक्रमों की जानकारी देते हैं। उनके लिए क्या बजट आता है, क्या योजना है इसकी जानकारी नहीं हो पाती। जहां तक विभाग को बजट मिलने की बात है तो स्वैच्छिक रक्तदान दिवस और विश्व एड्स दिवस पर विज्ञापन और प्रचार-प्रसार के लिए आता है जो काफी सीमित संख्या में होता है। 

वही जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरगोविंद वर्मा ने बताते है कि समीक्षा कराई जाएगी और प्रयास किया जाएगा कि जागरूकता कार्यक्रम वृहद स्तर पर चलाया जाए ताकि इस रोग और इसकी रोकथाम के बारे में अधिक से अधिक लोग जान सकें।

अरबों के खर्च के बाद भी कुशीनगर के बन्धों पर बाढ़ का खतरा बरकरार


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में कुशीनगर को नारायणी नदी की बाढ़ से बचाने के लिए अरबों रुपये खर्च होने के बाद भी तटबन्धों के टूटने का खतरा बना रहता है। नदी के किनारे बने बांधों के रखरखाव पर प्रत्येक बर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर दिये जाते है । किन्तु  दीर्घकालिक नीति न बनाए जाने के कारण तटबन्ध बचाव के नाम पर आने वाले धन के अधिकांश हिस्से का बंदरबांट हो जाते है  और लोगों को बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ती है।

ज्ञातव्य हो कि नारायणी नदी नेपाल के वाल्मीकिनगर  बैराज के पास भारत में प्रवेश करती है और बिहार क्षेत्र होते हुए उत्तर प्रदेश के महराजगंज, कुशीनगर हुए पुनः बिहार में प्रवेश कर जाती है। बरसात के समय नदी के बाढ़ का खतरा सर्वथा बना रहता है। नदी के तटबंधों की लंबाई नेपाल में 24 किलोमीटर, उत्तर प्रदेश में 106 किलोमीटर और बिहार में 40 किलोमीटर समेत कुल 170 किलोमीटर है। इन बंधों की मरम्मत के लिए हर साल करोड़ों रुपये खर्च होते हैं।

विभागीय आकड़ों के मुताबिक वर्ष 1968-69 में छितौनी बांध, 1971-72 में नौतार बांध, 1972-73 में रेलवे इक्विपमेंट बांध, 1982 में कटाई भरपुरवा बांध, 1980-81 में सीपी तटबंध बांध, 1980-81 में अमवाखास बांध, 1980-81 में अमवा रिंगबांध का निर्माण कराया गया था। इसके बाद 1985 के आस पास पिपरासी रिटायर बांध, अहिरौली-पिपराघाट कट एक और दो, जमींदारी बांध, 1975 में एपी एक्सटेंशन बांध, 1975 में नरवाजोत बांध, 1990-91 में एपी एप्रोच रोड आदि सैकड़ों किलोमीटर लंबे बांध उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बनवाए गए।

इनमें वर्ष 1968-69 में छितौनी बांध पर 04 करोड़ 68 लाख 82 हजार रुपये, 1971-72 में बने नौतार बांध पर 13 करोड़ रुपये, 1972-73 में बने रेलवे इक्विपमेंट बांध पर 04 करोड़ 64 लाख रुपये खर्च हुए। इस तरह अन्य बंधों के निर्माण में भी करोड़ों रुपये खर्च हुए। कुछ वर्ष पहले तक केवल रख-रखाव में ही छितौनी बांध पर 84 करोड़, नौतार बांध पर 22 करोड़ रेलवे बांध पर साढ़े 66 करोड़ रुपये खर्च हो गये हैं। इस प्रकार बंधों के रख-रखाव पर 50 अरब से ज्यादा रुपये खर्च हो चुके हैं। यदि सही नीति के तहत कार्य हुआ होता तो इतने खर्चे में पक्केे बांध बना दिए गए होते, जिससे हर साल बाढ़ के खतरे से लोगों को निजात मिल जाती। लेकिन होता यह है कि जब बरसात आती है तो अधिकारी और जनप्रतिनिधि सक्रिय होते हैं, धन अवमुक्त होता है, बचाव के लिए थोड़ी सरगर्मियां बढ़ती हैं और फिर मौसम खत्म होते ही सबकुछ दब जाता है।

सहायक अभियंता बाढ़ खंड कुशीनगर उत्कर्ष भारद्वाज का कहना है कि यह नदी अक्सर अपना रुख बदलती रहती है। इसकी धारा बदलने से कटान होता रहता है। ऐसे में सुरक्षा के लिए बांध बनाना पड़ता है। उस पर धन खर्च होता रहता है।

रविवार, 14 जुलाई 2013

योजनाओं के लाभ से आज भी दूर है गरीब


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में गरीबों के सर्वागिण विकास के लिए चलायी जारही भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पूरी तरह फ्लाप है। यहां पात्र चक्कर लगा रहे और मालामाल लोग इसका लाभ ले रहे है और प्रशासन इनके जाॅच के लिए शिकायत का इन्तजार कर रहा है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के बीपीएल सूची में इस समय कुल 190142 (एक लाख नब्बे हजार एक सौ बयालिस) परिवार शामिल हैं। जिसके अधार पर इन्दिरा आवास, सहित तमाम योजनाओं का लाभ दिया जाता है। बीपीएल की स्थाई सूची में प्रत्येक वित्तीय वर्ष में कुछ न कुछ खेल करके धन का बंदरबांट कर लिया जाता है।
हेरा-फेरी के इस खेल में गांव से चली सूची में विकासखण्ड से लेकर जनपद स्तर तक आते-आते कई बार क्रमांक नंबर और नाम बदल कर अपने चहेतों को लाभ दिला दी जा रही है। यह खेल लगभग सभी गांवों में ग्राम पंचायत अधिकारी के माध्यम से किया जाता है। यदि स्थाई पात्रता सूची की जांच ठीक से करा ली जाए तो स्थिति साफ हो जाएगी। पिछले वित्तीय वर्ष में 34800 इंदिरा आवास कुशीनगर को मिला।

लेकिन लक्ष्य के करीब पहुंचे प्रशासनिक स्तर पर 20 हजार इंदिरा आवास वापस कर दिया गया। अब 14800 इंदिरा आवास बचे हैं। सुकरौली विकास खंड के गांव गिदहां धनहां में चहेतों को आवास दिलाने के लिए खण्ड विकास अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से 32 अपात्रों को पात्र बना दिया गया था जिसे मुख्य विकास अधिकारी के यहां पकड़ा गया। बहुत ऐसे गरीब हैं जो तहसील दिवसों में आवास व अन्य सरकारी सुविधाओं के लिए के लिए चक्कर लगाते रहते है फिर भी उनको कुछ नही मिलता। इसके बावजूद इन गरीबों पर प्रशासन की निगाह नहीं जा रही है। अधिकारियों की निगाह में कोई पात्र अब बचा ही नहीं है।



ऐसे ही कुशीनगर के सेवरही विकास खंड के पकडि़यार पूरब पट्टी में जिलाधिकारी के निर्देश पर हुई जांच में सूची के क्रमांक संख्या 7856 शिशु देवी के पति जानकी पाल रेलवे के सेवानिवृत्ति कर्मचारी हैं तो मालती देवी पत्नी मंशा यादव का नाम 7874 पर अंकित है। 7935 पर अंकित नाम अम्बिका प्रसाद का है जिनके पास पक्का मकान है इसके बावजूद इसका लाभ उन्हंे मिला है। सुकवरिया पत्नी भुआल का नाम सूची में 7995 पर अंकित है, जबकि इस पर कटिंग करके भुआल उर्फ लक्ष्मी बनाया गया है।

इंदिरा आवास के पात्रता सूची में हेरफेर करने वाले पडरौना विकास खंड के 10 ग्राम विकास अधिकारियों को जिलाधिकारी ने पिछले अक्टूबर माह में निलम्बित किया था, बाद में सभी बहाल भी हो गए।

वही पडरौना नगर से सटे भरवलिया के शंकर, नौका टोला की बेचनी, भंवर, बिपत आदि ऐसे लोग हैं जिनके घर रोज चूल्हा नहीं जलता। रहने के लिए समुचित घर नहीं है। वदहाली के शिकार ये लोग किसी तरह अपना गुजर बसर करते हैं। गरीबों के लिए कौन-कौन सी सरकारी योजनाएं हैं इन्हें नहीं मालूम। पडरौना विकास खंड के बढ़वलिया गांव निवासी शिव प्रसाद, संजय, अनिरुद्ध, रामनिवास का बीपीएल सूची में नाम होने के बावजूद इन्हें आवास तो दूर बीपीएल राशन कार्ड आज तक नही मिला है। 

उसी गांव में प्रभावशाली लोगों को इन्दिरा आवास के लिए धन मिला पर वे आवास का निर्माण नहीं कराए। ऐसे ही मामले बसहियां-बनबीर पूर, जगंल बनबीरपूर, घोरघटिया, आदि तमाम गांवों में देखने को मिले है पर कुछ भी नही हो सका स्थिति ऐसी है कि आज भी मालामाल लाभ ले रहे और गरीब की झोपड़ी पक्के मकान के लिए तरस रही है।

इस सम्बन्ध में कुशीनगर में विकास कार्यो का संचालन करने वाले मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन बरनवाल ने बताया कि शिकायत मिलने पर जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


सीधी भर्ती का विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर करेगा विरोध


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शासन द्वारा 50 प्रतिशत सीटों पर सीधी भर्ती का विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन विरोध करने वाला है। इसके लिए रणनीति बना लिया है।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए एसोसिएशन के जिला महामंत्री राजेश शुक्ल ने बताया कि जब तक सरकार द्वारा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सहायक अध्यापकों को 17140 का मूल वेतन नहीं दिया जाता है तब तक जूनियर विद्यालयों के 50 प्रतिशत सीटों, जो कि विज्ञान और गणित की हैं उनपर सीधी भर्ती का कोई औचित्य नहीं है।

उन्होंनें कहा कि जब तक प्राथमिक विद्यालयों के सभी सहायक अध्यापकों की पदोन्नति नहीं कर दी जाती तब तक सीधी भर्ती करना इन शिक्षकों के साथ धोखा देना है। इसके पूर्व भी सरकार द्वारा बीटीसी भर्ती में शिक्षक पाल्यों के 10 प्रतिशत कोटा को समाप्त कर शिक्षकों के हितों को ही छीना गया है।वर्तमान सरकार प्राथमिक शिक्षकों को कुछ न देकर उनसे छीनने का ही कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार संघों में फूट डालकर शिक्षकों हितों पर कुठाराघात करती जा रही है किंतु अब समय आ गया है कि सभी शिक्षक एकजुट होकर इस सीधी भर्ती का विरोध करें। उन्होंने कहा कि विद्यालय से लेकर कार्यालय और आवश्यकता पड़ने पर सड़क पर उतर कर भी आंदोलन किया जाएगा।

विश्व जनसंख्या पखवारा में दिया गया छोटा परिवार सुखी परिवार का संदेश


कुशीनगर । विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवारा से संबंधित प्रदर्शनी को संयुक्त जिला चिकित्सालय में लगाकर लोगों को छोटा परिवार सुखी परिवार का संदेश दिया गया।

शनिवार को इस कार्यक्रम का उदघाट्न कुशीनगर के जिलाधिकारी रिग्जियान सैंफिल ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनसंख्या बढ़ रही है। भारत में हर पच्चीसवें मिनट पर एक बच्चे का जन्म होता है, यह उन बच्चों का आंकड़ा है जो केवल अस्पतालों में जन्म लेते हैं। यदि इसी रफ्तार से आबादी बढ़ती रही तो आने वाले दिनों में संसाधन कम पड़ने लगेंगे और लोग का हाल बूरा हो जायेगा। खाने, पीने, रहने आदि की समस्या उत्पन्न होने लगेगी। 


वही इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरगोविंद वर्मा ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत जनसंख्या स्थिरता पखवारा मनाया जा रहा है। छोटा परिवार सुख का आधार होता है। इसलिए लोगों को चाहिए कि दो संतानों के जन्म के बाद परिवार नियोजन के उपायों को अपनाएं। स्वास्थ्य विभाग में नसबंदी, कापर टी आदि की सुविधा उपलब्ध है।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सीपी दुबे ने कहा कि परिवार नियोजन के उपाय अपनाकर जनसंख्या वृद्धि रोकी जा सकती है। समय रहते यदि इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में स्थिति विस्फोटक हो सकती है।

शनिवार, 13 जुलाई 2013

समाजवादी पार्टी की केन्द्र में बनेगी सरकार - रामदुलारे


      राधेश्याम के जीतते ही राजा का बच्चा बनेगा चूहा-डा. बी.के. मिश्रा

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में समाजवादी पार्टी के बदले लोक सभा उम्मीदवार विधायक राधेश्याम सिंह को चुनाव के अनुरूप तैयार करने आये राज्यमंत्री रामदुलारे राजभर ने कार्यकता सभाओं के माध्यम से जनता को जागरूक करते हुए कहा कि सपा ने विधानसभा चुनाव के समय में जो वादा किया था, उनको पूरा कर यह साबित कर दिया कि पार्टी की कथनी और करनी एक है। और अगामी केन्द्र की सरकार बनाने में समाजवादी पार्टी को जनता पूर्ण बहुमत देने जारही है। 


उक्त बातों के साथ शनिवार को पडरौना जूनियर हाईस्कूल के प्रागंण में कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रदेश के राज्यमंत्री रामदुलारे राजभर ने कहा।

उन्होने कहा कि प्रदेश में सपा की सरकार ने विकास का रास्ता खोल दिया है हर वर्ग सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हो रहा है। इसी तरह रामकोला नेबुआ नौरंगिया में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक को भी सम्बोधित किया।

सपा जिलाध्यक्ष रामअवध यादव ने कहा कि जिले से बूथ स्तर तक के पदाधिकारी सक्रिय होकर संगठन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम में लग जाय।  रामकोला विधायक डा. पूर्णमासी देहाती ने कहा कि लोक सभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों का सफाया कर सपा का परचम फहराना है।

इस अवसर पर पूर्व विधायक डा. बी के मिश्रा ने कहा कि समाजवादी पाटी ने हर तबके को लाभान्वित करने का काम किया है। ऐसे में राधेश्याम सिंह का आना यहां के राजा (केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ) के लिए महंगा साबित होगा और अगर आप राधेश्याम सिंह को विजयी बनाते है यह मै दावे के साथ कह सकता हूं कि राजा का बच्चा चूहां बन जायेगा।

मण्डप का टूटा रिश्ता प्यार में बदला


कुशीनगर। शादी की मण्डप से टूटा रिश्ता आखिर प्यार में बदल गया और युवती इसे परवान चढ़ाने लगी। ऐसा मामला कुशीनगर केएक गांव का है। जहां कहते हैं रिश्तों की डोर हम नहीं भगवान बनाते हैं। 

यह तब और पुख्ता हो गया जब आज से पांच माह पूर्व शादी के मंडप तक पहुंचकर टूटा रिश्ता प्यार में बदल गया।

बताते चलें कि जनपद के हाटा कस्बे के समीप से एक बारात रामकोला थाने के एक गांव में पांच माह पूर्व आयी थी। द्वारपूजा के दौरान दुल्हे को मुर्छा आ गया। लड़की के परिवार वालों  ने उसे मिर्गी की बीमारी कहकर शादी करने से इन्कार कर दिया और दुल्हे के पिता को बंधक बनाकर शादी के लिए दिये गये दहेज डेढ़ लाख वसूल करने के लड़की वालों ने छोड़ा।

 उसके बाद बारात वापस लौट गई लेकिन दुल्हा-दुल्हन आपस में मोबाईल से बात करते रहे। दोनों की बातों में प्यार परवान चढ़ता गया। स्थिति ऐसी आ गयी कि दुल्हन ने अपने परिजनों से उसी दुल्हे के साथ शादी करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। जिसपर परिवार वालों ने उसका प्रतिकार करते हुए उसे प्रताडि़त किया। इसके बावजूद भी लड़की का प्यार कमजोर नही हुआ उसने दुल्हे से हर हाल में शादी रचाने का मन बना लिया। इसके बाद एक दिन वह चुपके से दुल्हा बनकर आए युवक के घर चली गई। 

शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

पहचान छुपाना व मोबाईल का प्रयोग कुशीनगर में हो गया है प्रतिबन्धित



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के एक कालेज ने अपनी पहचान छुपाना व मोबाईल रखने वाले को प्रतिबन्धित कर दिया है । किसी छात्र या छात्रा के पास अगर मोबाईल का होना पाया गया तो उनका निष्कासन तय है। 

मोबाईल को प्रतिबन्धित करने का यह फरमान भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली स्थित बुद्ध इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. रितेश कुमार चैधरी ने शिक्षकों के साथ एक बैठक में जारी किया।

जिसमें निर्देश दिया गया है कि कोई भी छात्र एवं छात्रा कालेज परिसर में अपनी पहचान को छुपा मसलन चेहरे पर कपडा बांधकर विद्यालय आता है या अपने साथ मोबाइल रखता है तो उसका निष्कासन तय है। 

बताते चलें कि इसके पूर्व भी इस विद्यालय ने बीते शैक्षिक सत्र में बनाए गए एक अनुशासन समिति द्वारा जब छात्र-छात्राओं की निगरानी की तो पाया गया कि वे मोबाइल का प्रयोग कुछ अन्य कार्य के लिए भी कर रहे है जिससे शैक्षणिक परिवेश दूषित हो रहा था । जिसमें छात्र-छात्राओं के विरूद्ध कार्रवाई भी की गई थी।

इसी नियम को इस वर्ष और सख्त बनाया गया है। इस वर्ष नए नियम के अनुसार परिसर में या कक्षा में किसी छात्र या छात्रा के पास मोबाइल पाया जाता है तो उसमें कोई भी आपत्तिजनक तस्वीर या फिल्म पाए जाने पर पहले उसके अभिभावक को बुलाया जाएगा और सारी आपत्तिजनक चीजों को उन्हें दिखाया जाएगा।

इस तरह मोबाईल को प्रतिबन्धित करने वाला यह कुशीनगर का पहला विद्यालय हो गया है। अगर यह नियम काम किया तो जिले में अपने अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाले अन्य विद्यालय भी मोबाईल में विद्यालय में प्रतिबन्धित कर देगे।

पर्यटको की संख्या देख पर्यटन विभाग क्षति नियन्त्रण में लगा


कुशीनगर। बोधगया सीरियल बम ब्लास्ट की घटना के बाद भयभीत पर्यटक की संख्या घटने लगी है जिसको लेकर पर्यटन विभाग और टूर आपरेटर कंपनियां डैमेज कंट्रोल में जुट गई हैं। 

बताते चले कि बौद्ध धर्म स्थली कुशीनगर, लुंबनी, कपिलवस्तु, श्रावस्ती और सारनाथ में पर्यटन सीजन वर्ष (1 अक्टूबर से 31 मार्च ) के दौरान चीन, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, म्यांमार, कोरिया, वियतनाम आदि बौद्ध देशों समेत अमेरिका और जर्मनी से भी पर्यटक आते हैं।

बीते पर्यटन सीजन में 61,032 विदेशी पर्यटक कुशीनगर आए थे। पर बोधगया की घटना के बाद पर्यटन कारोबार से जुड़े टूर आपरेटरों, गाइडों, होटल कारोबारियों, ट्रैवल एजेंसियों को पर्यटकों की संख्या मे कमी आने लगी है। जिससे बम ब्लास्ट की घटना से कंपनियों को घाटे की आशंका सताने लगी है। पर्यटकों की संख्या में कमी आने से सरकार को भी राजस्व का घाटा होने लगा है। 

स्थिति ऐसी है कि टूर आपरेटर कंपनियां विदेशी टूर कंपनियों की सहायता लेने लगे हैं। भारतीय कंपनियां विदेशी कंपनियों को बौद्ध सर्किट में सरकार की ओर से सुरक्षा उपायों संबंधी सूचनाओं से अपडेट कर रही है। कंपनियों के अधिकारी बौद्ध धर्मस्थलों पर आने के इच्छुक विदेशी पर्यटकों को आश्वस्त करने में लगे हुए हैं कि बौद्ध धर्मस्थल सुरक्षित है वहां सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है। दूसरी ओर पर्यटन महकमे के अधिकारी भी गृह मंत्रालय के संपर्क में हैं। दोनों विभागों के अधिकारियों के मध्य जल्द ही बैठक भी होने वाली है।, जिसमें बौद्ध सर्किट की सुरक्षा के लिए योजना बनायी जायेगी।हालांकि पर्यटन सीजन शुरू होने में अभी तीन माह बाकी है। इससे पर्यटन कारोबारियों और पर्यटन विभाग को डैमेज कंट्रोल का अवसर मिल गया है।

इस सम्बन्ध में प्रदीप कुमार सिंह, पर्यटन उप निदेशक ने बताया कि विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह गंभीर है। इसके लिए कवायद चल रही है। जल्द ही पर्यटन विभाग और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के बीच वार्ता होने जा रही है, जिसमें ठोस कार्ययोजना बनेगी। 

गुरुवार, 11 जुलाई 2013

इन्सेफलाईट्सिः फिर एक मासूम ने तोड़ दिया दम




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सरकार के सारे दावों के बाद भी इन्सेफलाईटिस का ग्राफ नही गिरा और मौते होती रही। फिर एक मासूम ने दम तोड़ दिया।

ज्ञातव्य हो कि पूर्वांचल में महामारी के रूप में फैली ज्वर की बीमारी का कहर प्रारम्भ हो गया है। और मासूम उसका शिकार होते जा रहे हैं। मेडिकल कालेज गोरखपुर में अब तक इस बीमारी के रोकथाम की समुचित व्यवस्था नहीं हो सकी है।

अलावा इसके गांवों में भी खराब पड़े इण्डिया मार्का हैण्डपम्प, जल जमाव, गंदगी, इस बीमारी को जिस तरह से आमंत्रित कर रही है उस पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग भी हाथ पर हाथ रखकर बैठा हुआ है। जिसके चलते मस्तिक ज्वर से प्रभावित बुधवार को ग्राम महुअवां बुजुर्ग के पूरवा गोंड टोली निवासी शैलेश गोंड की 7 वर्षीय पुत्री सोनम गोंड ने इलाज के दौरान मेडिकल कालेज गोरखपुर में दम तोड़ दिया।

बताते चलें कि सोनम 18 जून से ही इस बीमारी से ग्रसित थी जिसका पहले स्थानीय स्तर पर इलाज कराया गया लेकिन सुधार नहीं होने की दशा में परिजनों ने उसे बीते 5 जुलाई को मेडिकल कालेज के आई.सी.यू. वार्ड नम्बर 12 में भर्ती कराया था।

स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन में पिछड़ गया है कुशीनगर




कुशीनगर । स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश का कुशीनगर काफी पीछे है। इस बात का खुलाशा कुशीनगर जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओ से सम्बन्धित बैठक में स्वयं किया है।

अब इसको लेकर प्रशासन ने कड़े तेबर अपनाने शुरू कर दिये है। प्रशासन स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि टीकाकरण तथा जननी सुरक्षा कार्यक्रम में अपेक्षित सुधार नजर नहीं आ रहा, इसमें लापरवाही बरतने वाले चिकित्साधिकारी व कर्मचारी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।

श्री सैम्फिल बुधवार को विकास भवन सभागार में आयोजित जेएसवाई व राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। हलाकि स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पर टिप्पणी करते हुए स्वयं जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर शासन गंभीर है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में जनपद की स्थिति मंडल में काफी पीछे है।

जिलाधिकारी ने एनआरएचएम के तहत संचालित योजनाओं में अपेक्षित प्रगति न पाए जाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी सुकरौली, मोतीचक, कप्तानगंज, रामकोला, नेबुआ-नौरंगिया, खड्डा, विशुनपुरा, कुबेरस्थान, कसया, तरयासुजान, फाजिलनगर, दुदही के अलावा सीएमओ के वरिष्ठ सहायक जयनाथ यादव, ब्लाक डाटा एकाउंट असिस्टेंट मोतीचक, खड्डा, विशुनपुरा, कुबेरस्थान, कसया, तरयासुजान, तकुहीराज का वेतन रोकने का भी निर्देश दिया।

बैठक में सीडीओ जनार्दन बरनवाल, सीएमओ डा.हरिगोविंद वर्मा, परियोजना निदेशक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप पांडेय सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

खुदाई के दौरान कुशीनगर में अति प्राचीन कुंआ



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में खुदाई के दौरान एक अति प्राचीन कुंआ मिला है। जिसे बुद्ध जीवि बोद्ध कालीन बता रहे  है।  ग्रामीणों ने मुकामी पुलिस सहित पुरातत्व विभाग को इसकी जानकारी दे दी है।

जानकारी के अनुसार कुशीनगर के कसया विकास खण्ड के भलुही मदारी पट्टी में बुधवार को ग्रामवासी अतुल सिंह पुत्र संत प्रताप सिंह अपने खेत में मछली पालन के लिए जेसीबी मशीन से गड्ढा खुदवा रहे थे।

लगभग चार-पांच फिट की खुदाई के बाद अचानक प्राचीन काल के कुंए का चबूतरा दिखाई दिया जिससे मजदूरों सहित खुदाई कार्य में लगे ग्रामवासी अचंभित रह गए। देखने पर यह कुंआ काफी प्राचीन काल का लग रहा है। लोग इसे बौद्ध कालीन बता रहे है स्थानीय लोगों का कहना है यह स्थान बौद्ध परिनिर्वाण से कुछ ही दूरी पर स्थित है। निश्चित ही यह प्राचीन ईटों से निर्मित कुंआ बौद्ध कालीन होगा।

इघर पुरातत्व विभाग उप अंचल कुशीनगर के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने कहा कि हम संरक्षित स्मारकों की देखरेख करते हैं। नया मानूमेंट मिलने पर अधीक्षण पुरातत्वविद् पटना या दिल्ली को सूचित करना चाहिए। वहां से टीम के आने के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा।

बुधवार, 10 जुलाई 2013

असुरक्षित वाल्मिकी व्याघ्र परियोजना क्षेत्र से पुनः भटकी बाघिन


दहशत में रियासी इलाके

कुशीनगर। वन सम्पदा की असुरक्षा के चलते पुनः वाल्मिकी व्याघ्र परियोजना से रियासी इलाकों में भटकर बाघिन आ गयी है। बाघिन के चहलकदमी से दियारावासियों व किसानों में काफी दहशत हो गयी है।

बताते चलें कि इधर कुछ दिनों से सीमावर्ती बिहार प्रांत के असुरक्षित वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना से वन्यजीवों के भटककर रिहायशी इलाकों में विचरण करने की गतिविधियां काफी तेज हुई हैं। 

तीन महीने पूर्व कुशीनगर के जिला मुख्यालय पडरौना में वाल्मिकी व्याघ्र परियोजना से भटककर आये एक बाघिन ने अपनी उपस्थित शहर के अंदर दर्ज करायी थी। वन्य जीवों के विचरण करने का सिलसिला नहीं थमा है।

ऐसे ही खड्डा थानाक्षेत्र के ग्राम सभा भेड़ी जंगल में एक तेंदुए के विचरण करने के दरम्यान उसे मारे जाने की भी खबर र्चचा में रही। इसके अलावा खड्डा थानाक्षेत्र के ही रामपुर गोनहा के क्षेत्र में जंगल से भटककर आये एक बाघ के चहलकदमी से वहां के किसानों में काफी दिनों तक दहशत व्याप्त रही।उस बाघ ने एक पड़वा का भी शिकार किया था।

इन घटनाओं के बाद इधर एक सप्ताह से खड्डा व हनुमानगंज थानाक्षेत्रों के दियारा क्षेत्र में नियमित एक बाघिन सहित दो शावकों के विचरण करने की खबर मिल रही है। हनुमानगंज थानाक्षेत्र के करमहवा में जंगली चैहान के गन्ने के खेत के समीप एक बाघिन के दिखायी देने की पुष्टि गांव के गोपीचंद, रामानंद, नागेश्वर यादव, हरिद्वार साहनी आदि ने की है।

इन लोगों ने इसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी खड्डा को दी, जिसपर वन क्षेत्राधिकारी दिलीप श्रीवास्तव ने दियारा का खाक छानते हुए उक्त बाघिन के फुटमार्क ढूढ़ते नजर आये, लेकिन वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि तेज बारिश व कीचड़ आदि होने से फुटमार्क खोजने में दिक्कत हो रही है।

वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के प्रभारी संतोष तिवारी का कहना है कि उत्तर प्रदेश व बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में बाघिन के चहलकदमी की खबर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। 

देखते ही देखते चली गयी तीन जानें



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पानी में डूबने से एक साथ देखते ही देखते तीन जाने चली गयी और कोई कुछ न कर सका। परिजन हाथ पिटते रह गये।

कुशीनगर में ऐसे डूब कर मरने की कई बारदाते होती जारही है। ऐसा ही घटना कसया थानाक्षेत्र सेमरा धूसी गांव में उस समय घटी जब उक्त गांव निवासी जगन के दो बच्चे रोहित उम्र 4 और राधिका 5 बर्ष मंगलवार की शाम बकरी चराने गई अपनी मां को खोज में गांव के बाहर पहुच गये जहां अपनी मां को न देख वे बाणी नाला पार करने लगे इसी दौरान दोनों बच्चे वाणी नाला में डूब गए।

 मां देर शाम जब घर आई तो बच्चों को न देख व्याकुल हो उन्हे खोजने लगी। तब-तक उसका पति जगन भी मजदूरी कर घर लौटा आया था। दोनों गांव के कुछ लोगों को लेकर बच्चों को खोजने लगे। देर रात्रि दोनों बच्चों की लाश वाणी नाला में उतराई मिली। 

ऐसी ही एक घटना रामकोला थानाक्षेत्र के  पुरैनी लक्ष्मीपुर गांव में कुबेर कुशवाहा के घर घटी। जहां उनके दस वर्षीय पुत्र कमलेश की मौत नहर में डूबने से हो गई। जिसका शव देर शाम को गांववालों ने बाहर निकाला।

कुशीनगर में पशु तस्करी हो गयी बेकाबू


कुशीनगर । भगवान बुद्ध की धरती कुशीनगर में पशु तस्करी रोकने में पूरी तरह प्रशासन विफल होता दिखायी दे रहा है। यह तस्करी तभी पुलिस के हत्थे लग रही है जब या तो पशुओं से लदे वाहन प्रभावित हो रहे है। 

ऐसा ही एक मामला कुशीनगर की तरयासुजान थाना के बहादुरपुर पुलिस चैकी में प्रकाश में आया है। जहां पुलिस ने तीन ट्रकों में लदे 68 बैल बरामद कर 10 पशु तस्करों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। जिसमें तीन बैल ट्रक में मृत मिले है।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार तस्करी द्वारा चार ट्रक बैल बिहार ले जाया जा रहा था। पुलिस कर्मियों ने दो ट्रकों को पकड़ लिया तथा एक ट्रक दूसरे रास्ते भागने में सफल हो गया। पकड़े गए ट्रक संख्या यूपी 56 टी 5758, जेएचओ 2 क्यू 7588 तथा यूपी 50 एफ 3537 से कुल 68 अदद पशु बरामद किये गये। ट्रकों में पशुओं को इतनी क्रूरता से लादा गया था कि तीन पशु ट्रक में ही मर चुके थे। 

थानाध्यक्ष श्रीकांत राय ने पकड़े गए तस्कर इम्तेयाज हुसैन, जमील निवासी महराजगंज, अखिलेश निवासी कुकुरहवा जिला बलरामपुर, मुहम्मद उमर निवासी महराजगंज, बब्बन कारी कंडा देवघर झारखंड, बेलाल करीफंदा झारखंड, नौसाद परसिया महराजगंज, दफू कुकुरहवा बलरामपुर , वीरेंद्र कुकुरहवा बलरामपुर को गिरफ्तार कर जेल दिया है।

मंगलवार, 9 जुलाई 2013

अपने वतन लौटने को बेताब भारतीय कामगार, जान पड़ी संकट में



परिजनों ने गृहराज्य मंत्री से लगायी गुहार


कुशीनगर  । आर्थिक तंगी से जुझ रहे लोग धन कमाने के लिए परदेश तो गये पर आज उनकी हालत खराब हो गयी है। सुरक्षा के नाम पर कोई मदद नही मिल रही है। विदेशी नीतियों के कारण कुशीनगर के सैकड़ों मजदूर भारत आने के लिए तरस गये है। जिसमें खाड़ी देशों के साथ भारत का सहयोगी देश रूस भी शामिल है। 

खाड़ी देश कतर की राजधानी दोहा गये भारत के साढ़े तीन सौ कामगारों का बुरा हाल है। यही हाल रूस का है जहां करीब दो दर्जन लोग बन्धको की जिन्दगी जी रहे है। हालत ऐसी है कि भोजन के लिए तरस गये ये लोग भारत आने को बेताब है पर कोई राह नही मिल रही है ।

परदेश में हो रहे भारतीयों के साथ उत्पीड़न को लेकर बन्धक कामगारों के अभिभावकों ने भारत सरकार को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से अपना दुखड़ा सुनाते हुए परिजनों ने कहा है कि आजकल भोजन के भी लाले पड़े गये है और सभी अपने घरों को लोैटने के लिए बेताब हैं। सभी वहाँ स्थित भारतीय दूतावास पर पहुंचकर मदद की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन दूतावास से उन्हें कोई आश्वासन तक नही मिल सका है। वहाँ की श्रम अदालत व पुलिस से तो बेचारे पहले ही निराश हो चुके हैं। 

भारत के गृह राज्यमंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद आरपीएन सिंह को दिये प्रार्थना पत्र में कुुशीनगर के इन्दर कुशवाहा पुत्र चोकत कुशवाहा ने पीडि़त भारतीयों को रूस से वापस बुलाये जाने की मांग की है। अपने प्रार्थना पत्र में कहा है कि उनके बेटे धम्रेन्द्र (35) के साथ विद्यासागर एवं बनवारी सहित कुल सोलह लोगों की टोली है जो एजेंट द्वारा बताये अनुसार रूस की एक कंपनी में भेजा था कि आप सब वहां पर सिलाई केन्द्र खोलकर इस कमानी के लिए कपड़ा तैयार करेंगे।

जिसके बदले आप सबको मोटी कमाई कंपनी की तरफ से होगी। पीडि़त के प्रार्थना पत्र और कथनानुसार कंपनी में पहुंचने पर इन सोलहों लोगों को उक्त कंपनी स्वामी ने एक छोटे से कमरे में बन्द करके रखा है और भोजन के नाम पर वह खाना सुलभ कराया जा रहा है कि यहां के भिखारी भी नहीं खाते। 

बन्धक बने भारतीयों के परिजनों ने बताया कि दोहा में फसे भारतीय कामगारों में शामिल इस जिले के कसया थाना क्षेत्र बाड़ी पुल चोैराहे के निवासी विजय प्रकाश शुक्ल उर्फ बड़कू शुक्ल का पुत्र प्रशान्त उर्फ प्रिंस भी शामिल है। प्रारंभ के दो महीने ठीक-ठाक बीते, लेकिन उसके बाद दिक्कतों का दौर शुरू हो गया। जिस कम्पनी में ये लोग काम करने गये थे ,उसने अपना काम समेट लिया है।

 इसके साथ ही इन कामगारों के ठिकाने पर पानी व विजली किल्लत शुरू हो गयी है। भोजन भी बमुश्किल एक ही वक्त मिल पा रहा है, वह भी खाने योग्य नहीं रहता । फिर भी जैसे- तैसे उसे निगल कर ये लोग अपना पेट भरते हैं। कई महीनों से इन कामगारों को मजदूरी के नाम पर फूटी कोैड़ी भी नहीं मिल सकी है। 

अब कोई धार्मिक स्थल नहीं रहेगा असुरक्षित-आर.पी.एन.सिंह




कुशीनगर । केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि देश के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए और पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए प्रदेशों के मुख्यमंत्री से बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि बोधगया में हुए ब्लास्ट को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है।

वहां सुरक्षा में किस स्तर पर खामियां रहीं और इस घटना में किस संगठन का हाथ है, इसकी जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वह अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बल्कि सभी दलों को मिलकर राष्ट्र विरोधी तत्वों का विरोध करना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि जांच करके इस घटना की तह तक पहुंचने के लिए कई एजेंसियों को लगाया गया है। अभी जांच चल रही है। जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, हम किसी पर उंगली नहीं उठा सकते।

खाद्य सुरक्षा विल से लाभान्वित होगी देश 70 फिसदी जनता- आर.पी.एन.सिंह


कुशीनगर । यूपीए सरकार ने मनरेगा के बाद देश की आम जनता के हित में खाद्य सुरक्षा बिल लाकर दूसरा बड़ा कार्य किया है। इससे देश की 70 फीसद जनता सीधे जुड़ेगी और देश के हर व्यक्ति का पेट भरेगा।

इसके तहत गर्भवती महिलाओं का विशेष ख्याल रखा गया है जिसमें बच्चा पैदा होने के बाद 6 माह तक आंगनबाड़ी केंद्र पर एक समय का भोजन मिलेगा वही महिलाओं को प्रसूतावस्था में 6 हजार रुपये देने का प्राविधान है।  

उक्त बातें उत्तर प्रदेश के कुशीनगर पडरौना सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री कुंवर आरपीएन सिंह ने कहीं। वे राजदरबार स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि कुशीनगर विकास के लिए आधारभूत ढांचा खड़ा करने का कार्य मैंने तेजी से किया है। सड़कों का जाल बिछा है तो सेतु बनाए गए हैं। पडरौना में पहली बार सेंट्रल स्कूल खुलने का रास्ता साफ हो गया है।

भवन निर्माण तक दो वर्ष तक यह स्कूल मेरे विद्यालय उदित नारायण इंटर कालेज में चलेगा। दूसरी ओर आमान परिवर्तन का बड़ा कार्य हुआ जो 66 वर्षो में नही हो पाया। एक ओर बड़ी लाईन निर्माण के लिए जमीन लेने का कार्य अंतिम चरण में है जो यूपी और बिहार को जोड़ेगा।

उन्होंने कहा कि विपक्षी दल इस जनहितकारी बिल का किसानों के नाम पर विरोध कर रहे थे जबकि कांग्रेस खुद किसानों की हितैषी है। हम किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य देंगे तो किसी भी गरीब को भूखे पेट नही सोने देंगे। 

सोमवार, 8 जुलाई 2013

भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली की सुरक्षा आज भी भगवान भरोसे




कुशीनगर। बोधगया में  हुए सीरियल बलास्ट के आतंकी घटना के बाद भले ही पुलिस और खुफिया एजेंसियों की नींद टूट गयी हो लेकिन वास्तविकता यह है कि कुशीनगर के मंदिरों और पुरातात्विक अवशेषों की सुरक्षा आज भी भगवान भरोसे है।

जिसके प्रति विभाग, प्रशासन या खुफिया एजेंसियों ने कभी कोई गम्भीरता नहीं दिखाई। तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में आज भी लगभग एक दर्जन होटल व बुद्ध बिहार हैं जिनका सराय एक्ट में पंजीकरण नहीं हुआ है। यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों का कोई अभिलेख इनके पास उपलब्ध नहीं है।

जिससे यह पता चल सके कि किस देश का कौन सा पर्यटक कब और किस उद्देश्य के लिए यहां आया और यहां की रेकी कितने बार हो चुकी है। अखबारों के माध्यम से ही इस मामले को उठाया गया लेकिन इस पर न तो प्रशासन ने गम्भीरता दिखाई नही पर्यटन विभाग  की इसमें रूची रही।

पुरातत्व विभाग की हालत यह है कि बीते कई वर्षो से उनके अधिकारी यह बयान दे रहे हैं कि परिनिर्वाण मंदिर में सी.सी. कैमरे लगाये जायेंगे। जिसके लिए धन अवमुक्त होने की बात भी उन्होंने स्वीकारी लेकिन इस वर्ष पुनः जब इसके न लगने का कारण पूछा गया तो अधिकारियों ने बताया कि बिजली न रह पाना इसका प्रमुख कारण है।

सीधा मामला बिजली विभाग पर डाल दिया गया। जिसे अब हरहाल में 24 घण्टे यहां बिजली देनी होगी तब जाकर सी.सी. कैमरा लग पायेगा। जो सम्भव नहीं दिखता। महापरिनिर्वाण मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर लिखित निर्देश के बावजूद यहां जब किसी भी विभाग का कोई बड़ा अधिकारी दर्शन के लिए आता है तो सारे नियम ताक पर रखकर मुख्य प्रवेश द्वार खोलकर उनके वाहनों को मंदिर तक पहुंचाया जाता है।

महापरिनिर्वाण मंदिर की उत्तरी सीमा की चाहरदिवारी आज भी पुरातत्व विभाग और कुशीनगर भिक्षु संघ की लड़ाई के चलते नहीं बन सकी है। उधर से कोई भी कभी भी घुस सकता है। लेकिन इस मामले को भी हल कराने में प्रशासन की कोई रूचि नहीं है। पुरातत्व संरक्षण अधिनियम 1955 के प्राविधानों का उल्लंघन तो यहां का प्रशासन ही कराता चला आ रहा है। विनियमित व निषिद्ध क्षेत्रों में हो चुके और हो रहे निर्माण किसके संरक्षण व निर्देश पर हुए या किये जा रहे हैं यह भी सभी जानते हैं। लेकिन सामर्थवान प्रशासन के आगे कोई मुंह खोलना नहीं चाहता है।

पुरातत्व विभाग के पास जांच के नाम पर दो खराब पड़े मेटलडिटेक्टर भी हैं जो शोपीस बने हुए हैं। बीते वर्षो में सुरक्षा के नाम पर यहां पर्यटन पुलिस के सिपाहियों की भर्ती की गयी और उनके साथ होमगार्ड के सिपाही तैनात किये गये। जो सुरक्षा में कम पर्यटकों से वसूली में ज्यादे रूचि रखते हैं।

स्थिति ऐसी है कि कुशीनगर के अधिकांश बौद्ध भिक्षु विदेशी पर्यटकों की टीम को आते देख लालयित हो जाते हैं कि कैसे इनसे अधिक से अधिक चढ़ावा लिया जा सके और इसके लिए वे भगवान बुद्ध की लेटी प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने तक पर तैयार हो जाते हैं।

मनाही के बावजूद वे इस पर चीवर चढ़वाते हैं और इसका स्पर्श भी करवाते हैं जिसके रगड़ने से प्रतिमा क्षरित हो रही है। प्रतिमा की सुरक्षा के नाम पर टफेण्ड ग्लास तो लगवा दिया गया लेकिन उसमें भी इस बात का प्राविधान रखा गया है कि आसानी से प्रतिमा पर चीवर चढ़ाया जा सके। कुल मिलाकर चाहे यहां का भिक्षु संघ हो चाहे पुरातत्व विभाग, चाहे पर्यटन हो या प्रशासन कोई भी इसके सुरक्षा के प्रति गम्भीर नहीं दिखाई दे रहा है। 

जिलाधिकारी कुशीनगर रिग्जियान सैम्फिल ने जिले में आते ही मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए टेम्पुल एरिया मैनेजमेन्ट कमेटी का गठन किया। जिसके पहले ही बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि बौद्ध संग्रहालय के सामने एक पुलिस बूथ बनाया जायेगा जहां सुरक्षा प्रहरी तैनात किये जायेंगे। लेकिन आज तक इसका क्रियान्वयन नहीं हुआ। उल्टे देखते-देखते रामाभार स्तूप तथा परिनिर्वाण मंदिर के पास निषिद्ध क्षेत्रों में भी अवैध निर्माण जरूर खड़े हो गये।

पुरातत्व विभाग की हालत यह है कि यहां बीते कई महीनों से पुरातत्व संरक्षण सहायक अधिकारियों का कार्यभार ही पूरी तरह ग्रहण नहीं हो पाया और अभी उसी पर ग्रहण लगा हुआ है ऐसे में विभाग का कोई अधिकारी ठीक से विभागीय काम नहीं कर पा रहा है।