गुरुवार, 30 मई 2013

लड़की ने शादी से किया इनकार, विन व्याह बरात गयी बापस



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नकली जवेर को लेकर एक लड़की ने शादी करने से इनकार कर दिया।जिससे बरात बापस चली गयी।

कुशीनगर की यह घटना कसया विकास खण्ड के तरकुलवा थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरा उर्फ झुंगवा में उस समय घटी जब बीती रात वर पक्ष द्वारा नकली जेवर तथा खराब कपड़े चढ़ाया। लड़की ने शादी करने से इन्कार कर दिया। 

जानकारी के अनुसार सेमरा झुंगवा गांव में रामगोविन्द शर्मा की पुत्री पूनम की बीते 28 मई की रात शादी होनी थी। जिसके लिए सेवरही थाना क्षेत्र के ग्राम मिश्रौली से मणिन्द्र शर्मा पुत्र स्व. श्रवण शर्मा की बारात आयी थी। बारात का कन्या पक्ष के लोगों ने स्वागत किया। जलपान और भोजन के बाद जब आंगन में डाल, जेवर चढ़ाने की रस्म हो गयी तो उसे जब पूनम ने देखा तो उसने आभूषणों को रोलगोल्ड का बताया।

वर पक्ष ने आभूषण के नाम पर केवल कथित सोने का झुमका, टीका और मंगलसुत्र तथा चांदी का पायल चढ़ाया जो नकली निकली जिस पर कन्या भड़क उठी और उसने शादी करने से ही इनकार कर दिया। परिणाम यह हुआ कि वर पक्ष प्रातः करीब 3 बजे ही लड़के सहित वापस चले गये। लड़की वालों का कहना था कि उन्होंने अपने हैसियत के मुताबिक दहेज दिया था।

कप्तानगंज थावे रेल खण्ड पर एक युवती की ट्रेन से कट कर मौत



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कप्तानगंज थावे रेल खण्ड पर गुरूवार की दोपहर एक युवती की ट्रेन से कट कर मौत हो गयी। घटना बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई।

यह घटना कुशीनगर में पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़हरागंज रेलवे स्टेशन से महज पांच सौ मीटर पश्चिम की दूरी पर आधार छपरा शिवाला टोला के निकट उस समय घटी जब थावे से गोरखपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन गुरुवार दोपहर करीब बारह बजे बड़हरागंज रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ रही थी कि बीस वर्षीय युवती ट्रेन की चपेट में आ गयी, जिससे मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

घटना बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया। युवती सफेद कुर्ता तथा काले रंग की सलवार पहने हुई थी, पुलिस के निरीक्षण में युवती के पास से कुछ विशेष प्राप्त नहीं हुआ। वहीं पुलिस शव के शिनाख्त को लेकर घंटों मशक्कत करती रही लेकिन शव का शिनाख्त भी नहीं हो सका।


कुशीनगर में बदमाशों ने 24 घण्टों में दो जगह लूट की घटनाओं को दिया अन्जाम


कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अलग- अलग थाना क्षेत्रों से विगत 24 घण्टों में बदमाशों ने करीब एक लाख पाच हजार की लूट की है। कुशीनगर में हुयी इस लूट की बारदात दिन दहाड़े पुलि के नाक के चीचे से हो गयी यही नही पुलिस देर शाम तक कुछ न कर सकी।

कुशीनगर के जिला मुख्यालय के निकट सोहरौना चैराहे पर गुरुवार को बैंक से रुपये निकाल घर जा रही महिला को बाइक सवार दो बदमाशों ने लूट लिया। दिन दहाड़े घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश सरेआम मुख्य सड़क की ओर भाग निकले।

जानकारी के मुताबिक घटना अपरान्ह करीब तीन बजे की है। जब कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव सौहरौना निवासी ओमप्रकाश गुप्त की पत्नी गीता देवी उम्र 40 गुरुवार को कसया स्थित भारतीय स्टेट बैंक से एक लाख रुपये निकाल कर रोडवेज की बस से घर आ रहीं थीं।

कि वह अपरान्ह करीब तीन बजे गांव के बाहर चैराहे पर बस से उतर नहर के रास्ते जा रहीं थीं कि पीछे से पहुंचे बाइक सवार दो बदमाशों ने गाड़ी रोक उनके बैग को लूट लिया इसके बाद कसया रोड की तरफ फरार हो गए।

छीना-झपटी में महिला जमीन पर गिर पड़ी। महिला को जमीन पर गिरा देख मौके पर जुटे लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस आवश्यक छानबीन में जुट गई। पुलिस को दिए तहरीर में महिला ने बताया है कि बैग में एक लाख रुपये नकद थे। इस सम्बन्ध में पुलिस क्षेत्राधिकारी पडरौना जेपी सिंह ने बताया कि पुलिस लुटेरों के पकड़ने को लेकर नाकाबंदी कर सक्रियता से जांच कर रही है। शीघ्र ही बदमाश पकड़ लिए जाएंगे।

वही दुसरी घटना जटहां बाजार थाना क्षेत्र के माधोपुर बलकुडि़या की है जहां दुकान से घर लौट रहे पिता-पुत्र को अज्ञात असलहाधारी बदमाशों ने मारपीट कर पांच हजार रुपये लूट लिया। बताया जारहा है कि बुधवार की रात रोज की भांति उक्त गांव निवासी हरिलाल कुशवाहा पुत्र गरीब कुशवाहा सुगौली चैराहे पर स्थित अपनी दुकान बंद कर घर जाने के लिए तैयार हुए कि तभी मोटर साइकिल से दो युवक आए और ठंडा मांग कर पीने लगे।

इसके बाद पिता पुत्र दुकान बंद कर पैसा लिए और एक ही मोटर साइकिल पर बैठकर घर जाने लगे। रास्ते में उक्त दोनों मोटर साइकिल युवक पीछे चल दिए और रास्ते में खड़े एक व्यक्ति को बैठा लिया। तीनों युवक आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे कि एक व्यक्ति कट्टा उसके सामने दिखाया तथा गोली मारने की धमकी दी। जिस पर व्यापारी रुक गए बदमाश उनके पास रखा 5 हजार रुपया ले लिया साथ ही जमकर धुनाई भी की। इधर इस संबंध में थानाध्यक्ष रमेश सिंह यादव ने बताया कि लूट की घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। अगर ऐसा हुआ है तो कार्यवाही की जायेगी।

इस सम्बन्ध में पुलिस क्षेत्राधिकारी पडरौना जेपी सिंह ने बताया कि पुलिस लुटेरों के पकड़ने को लेकर नाकाबंदी कर सक्रियता से जांच कर रही है। शीघ्र ही बदमाश पकड़ लिए जाएंगे।

बुधवार, 29 मई 2013

हत्या के मामले पति-पत्नि सहित पुत्री को हुआ दस वर्ष का सश्रम करावास





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में प्रथम अतिरिक्त जिला न्यायधीश की अदालत ने आठ वर्ष पूर्व एक व्यक्ति को मारपीट कर हत्या कर देने वाले तीन लोगों को दस वर्ष की सश्रम कारावास की सजा के साथ ही दस हजार रूपये के अर्थ एण्ड से दण्डित किया है। 

कुशीनगर की यह घटना तुर्कपट्टी थानाक्षेत्र के राजापाकड़ गांव की है जहां उक्त गांव निवासी बेचू गुप्ता को रमाशंकर, उनकी पत्नी सोनवा व पुत्री रीना मारपीट कर लहुलूहान कर दिया। 

इस मामले में तुर्कपट्टी थाने की पुलिस ने धारा 504, 506, 323 एनसीआर दर्ज किया था। गंभीर चोट लगने के वक्त से बेचू की इलाज के दौरान मौत हो गई। बाद में आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज किया। 

इस मामले में जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) अभय त्रिपाठी ने पैरवी की। परीक्षण में तौर पर चार गवाहों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किये। अंत में गवाहों के बयानात व साक्ष्यों का अवलोकन करने के बाद प्रथम अतिरिक्त जनपद न्यायधीश ए के गनेश की अदालन ने रमाशंकर, सोनवा व रीना को दोषी करार देते हुए दस वर्ष की सश्रम कारावास की सजा सुनाया साथ ही दस हजार के अर्थ दण्ड से दण्डित किया है। 

ट्यूटर ने कर लिया अपनी ही छात्रा को अगवा, पिता ने लगाया आरोप


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक गांव से ट्युटर द्वारा अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर 15 वर्षीया छात्रा, उसकी बड़ी बहन और भाभी को अगवा करने का मामला प्रकाश में आया है। घरवालों ने पुलिस को मामले की सूचना देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

ज्ञातव्य हो कि रामकोला थाने के थाना क्षेत्र के एक गांव की कक्षा नौ की छात्रा को पड़ोसी गांव का एक युवक ट्यूशन पढ़ाता था। बीते शनिवार की रात नौ बजे 15 वर्षीय छात्रा अपने से एक साल बड़ी बहन और बड़ी भाभी के साथ खेत की ओर गई थी। उसके बाद तीनों में से कोई घर नहीं लौटा। घरवालों ने मंगलवार की सुबह तक हर संभव जगह तलाश की लेकिन नाकाम रहे।

लड़की के पिता ने रामकोला थाने को दी गई लिखित सूचना में बताया है कि उनकी पुत्रवधू का मायका कसया थाना क्षेत्र के एक गांव में है। उसके मायके का ही एक युवक ट्यूशन करने वाले के साथ अक्सर आता-जाता रहता था।

लड़की के पिता को यकीन है कि ट्यूटर, उसके साथ आने वाला युवक और एक अन्य अज्ञात युवक ने मिलकर उनकी दो बेटियों और पुत्रवधू को बहला-फुसलाकर घर से लेकर चला गया है। हालाकि इस संबंध में एसओ रामकोला ने बताया कि मामला संज्ञान में नही संज्ञान में आने पर कार्यवाही की जायेगी।

मंगलवार, 28 मई 2013

कुशीनगर में नम्वर 1 पर रही बत्सला मिश्रा


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय की वत्सला मिश्रा ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की वर्ष 2013 की 12वीं की परीक्षा में 95.4 फीसद अंक हासिल कर जिले में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है।

साथ ही नवजीवन मिशन स्कूल कसया की लवली राय ने 94.5 अंक पाकर दूसरे स्थान की बाजी मार ली है। वही ज्वाहर नवोदय विद्यालय के ही 93.6 फीसद अंक पाकर रवि प्रताप सिंह ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया लिया है।

ज्ञातव्य हो कि सोमवार को सीबीएसई के 12 वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों व शुभ चिंतकों में खासा उत्साह देखने को मिला। पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही रिजल्ट इंटरनेट पर लोड हुआ परीक्षा परिणाम के लिए होनहारों का तनाव बढ़ता गया। और जब परिणाम सामने आया तो बच्चों की खुशी के पारा के उतार-चढ़ाव के साथ ही उनके अभिभावकों के चेहरे का भाव बदलता गया।

कुुशीनगर में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय में पंजीकृत 40 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम सौ फीसद रहा। यहां की वत्सला मिश्रा ने 95.4 फीसद, रवि प्रताप सिंह ने 93.6 फीसद, प्रफुल्ल पांडेय ने 93 फीसद, अमित मद्देशिया ने 91.8 फीसद, राम बहादुर ने 90.6 फीसद, जमालुद्दीन अहमद, आदि ने बेहतर अंक प्राप्त कर जवाहर नवोदय विद्यालय का नाम रोशन किया है।

इस सम्बन्ध में नवोदय के प्राचार्य वीरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। यहां के 36 बच्चों ने विभिन्न विषयों में 75 फीसद अंक अर्जित कर विशेष योग्यता हासिल की है। जबकि 8 बच्चों ने 90 फीसद अंक अर्जित कर अपनी मेधा साबित की है।

शिक्षक विनायक मिश्र की होनहार बेटी व नवोदय की छात्रा वत्सला मिश्रा ने 95.4 अंक अर्जित कर अपने आप मेधा साबित की है बल्कि अपने अटल इरादों को जता दिया है। गर्मी की छुट्टी में लखनऊ प्रवास पर गयी वत्सला के हौसले बुलंद है। वत्सला ने चिकित्सक बनने का सपना देखा है। जिसे पूरा करने के लिए अभी से जुट गयी हैं। बेटी की उपलब्धि पर पिता गौरवान्वित हो रहे थे।

नारायणी के किनारे बसे लोगों में अभी से दिखने लगा बाढ़ का खौफ


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नारायणी के किनारे बसी जनता पर बाढ़ की तबाही का खौफ अभी से दिखायी देने लगा है। कुशीनगर का यह इलाका हर बर्ष बाढ़ की त्रासदी धीरे-धीरे मर-मर के झेल जाता है।

बाढ़ की तबाही बांधों के किनारे गुजर बसर कर रहे लोगों से सुन शरीर कांप उठता पर अफसोंस विभाग को जू तक नही रेंगता। बाढ़ की विभीषिका से हर वर्ष त्राहि-त्राहि कर रहे लोगों की सांसे 15 जून से अगस्त तक हर वर्ष अटकी रहती हैं।

हलात ऐसी है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी बचाव का स्थायी समाधान अभी तक न हो सका। संवेदनशील बांधों की मरम्मत के प्रति विभाग उदासीन है और इधर मानसून सत्र में महज 17 दिन शेष है। कुशीनगर में नारायणी नदी के किनारे अहिरौलीदान-पिपराघाट (एपी), अमवा खास, रिंग बाध, छितौनी दरगौली बाध, केबी बाध, छितौनी पिपरासी बाध, छितौनी-बुढ़वा समेत दर्जन भर बांध पांच दशक पूर्व बनाए गए। पानी का दबाव एपी व अमवा खास बांधों पर सर्वाधिक होने के नाते इन्हीं क्षेत्रों में हर वर्ष पानी का ताण्डव देखने को मिल जाता है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर में नारायणी नदी की त्रासदी से हर वर्ष बाढ़ की तबाही में गरीबों की अरमान देखते ही देखते नदी में विलीन हो जाते है इन त्रासदियों में ध नही नही जन की भी बड़े स्तर पर हानी हो जाती है और यह सब शासन और प्रशासन देखता ही रह जाता है और बरसात बाद सब भूल जाते। अब तो नदी किनारे बसे लोगों का बसना और उजड़ना मानों उनकी आदत ही बन गयी है। एपी बांध के एक्सटेंशन नरवाजोत बांध की स्थिति अत्यंत संवेदनशील हो चली है बरसात के पूर्व ही पानी के दबाव से कटान तेज हो गया है। बरसात के बाद उत्पन्न होने वाले संकट से नागरिक डरे सहमे हैं।

इधर बांधों को सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश सरकार हर वर्ष अरबों रुपये पानी की तरह बहाती है, फिर भी जिले में बाढ़ की विभीषिका का कोई स्थायी समाधान होता आज तक नही हो सका है ।

इधर राजनीतिक पैरते कहा जाय या समाज सेवा पर एपी व अमवाखास बांध के किसी भी प्वाइंट पर बाढ़ खंड द्वारा अब तक मरम्मत कार्य शुरू न कराने से नाराज तमकुहीराज के कांग्रेसी विधायक अजय कुमार लल्लू समर्थकों व ग्रामीणों के साथ शुक्रवार से ही नरवाजोत बांध पर धरना दे रहे हैं। मानसून सत्र सिर पर होने के बाद भी विभागीय कोई पहल न होने से विधायक ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।

इधर विधायक की हरकत पर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता वीपी सिंह कहते हैं कि कमजोर क्षेत्र के बांधों के मरम्मत के लिए विभागीय प्रयास कर रहा है। रिपोर्ट शासन को भेजी गयी है। धन मिलते ही कार्य शुरू करा दिए जाएंगे।

सोमवार, 27 मई 2013

कालाजार से कुशीनगर में एक मासूम की मौत


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर कालाजार से पीडि़त एक मासूम की मोत् हो गयी है। जब कि एक का अभी इलाज चल रहा है ।

यह घटना कुशीनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुदही क्षेत्र के गौरी जगदीश गांव की जहां  प्रभु पटेल की पुत्री नेहा छह माह पूर्व कालाजार की चपेट में आ गई थी। बच्ची का इलाज एक निजी चिकित्सालय में चला और वह स्वस्थ हो गई।

फिर 15 दिन पूर्व नेहा फिर कालाजार से पीडि़त हो गई। परिवार के लोगों ने बच्ची को तमकुहीराज में स्थित चिकित्सालय में दिखाया लेकिन डॉक्टर ने उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। नेहा को परिवार वालों ने गोरखनाथ अस्पताल में भर्ती कराया। सात दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद नेहा की स्थिति में सुधार हो गया, तब उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।

वही शनिवार को नेहा की तबीयत अचानक बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। उधर, इसी गांव के पश्चिम टोला निवासी 11 वर्षीय महफूज भी कालाजार से पीडि़त है और उसका इलाज स्थानीय चिकित्सालय में चल रहा है।

बुद्ध की जीवन पर आधारित प्रर्दशनी में पहुचे हजारों लोग




कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर  में राजकीय बौद्ध संग्रहालय के तत्वावधान में दो दिवसीय बुद्ध महोत्सव स्थल पर बुद्ध के जीवन पर आधारित छाया चित्र प्रदर्शनी को करीब  हजारों भारतीय एवं विदेशी लोगों ने देखा।

राजकीय बौद्ध संग्रहालय के तत्वावधान में आयोजित इस प्रदर्शनी में बुद्ध के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को छाया चित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया था,  जिसमें सिद्धार्थ के जन्म से पूर्व के साथ , उनके जन्म, बाल्यकाल, विद्या ग्रहण, जीवन एवं मस्तिष्क को विचलित करने वाले चार दृश्यों जैसे बीमारी, वृद्धावस्था, संयासी तथा मृतक, विवाह, गृह त्याग, केश लुंचन, बिंमसार से भेंट, कठिन तपस्या, सुजाता का खीर ग्रहण करना, मार का आक्रमण, संबोधित उपदेश, स्वर्गारोहण, अंगुलिमार का उद्धार, पावा में अंतिम भोजन ग्रहण करना, निर्वाण तथा धातु वितरण आदि के चित्र प्रमुख रहें। महोत्सव के दौरान छाया चित्र प्रदर्शनी को करीब पांच हजार से अधिक भारतीय एवं विदेशी लोगों ने अवलोकन किया।

भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उठाले गये ग्रामीण 100 केबी का ट्रान्सफार्मर


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विद्युत विभाग का 100 केवीए का एक ट्रांसफार्मर खेदनी गांव के ग्रामीण उठाले गये। उनका आरोप था कि दो माह से उनके गांव का ट्रान्सफार्मर खराब था भिग उन्हे ट्रान्सफार्मर उपलब्ध नही करा सका था।

खराब ट्रान्सफार्मर के बदले अच्छा ट्रान्सफार्मर कुशीनगर से अपने गांव ले जाने के बाद विभाग में अफरातफरी मच गई। पुलिस टीम के साथ गांव पहुंचे अधिकारियों एवं ग्रामीणों की वार्ता के बाद विभाग द्वारा दो दिनों के मुहल्ल्त पर 63 केवीए का ट्रांसफार्मर ग्रामीणों को उपलब्ध कराए जाने के बाद ग्रामीण 100 केवीए का ट्रांसफार्मर ग्रामीण माने।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर में दो दिवसीय महोत्सव के लिए 100 केवीए का दो ट्रांसफार्मर महोत्सव स्थल पर आया था। महोत्सव समाप्त हो जाने के बाद रविवार को खेदनी के लोग आए और एक ट्रांसफार्मर उठा कर लेकर चले गए। वहां का ट्रांसफार्मर लगभग दो माह से खराब था।

इस संदर्भ में एसडीओ ज्ञान प्रकाश ने बताया कि खेदनी में 63 केवीए का ट्रांसफार्मर जला था विभाग दो दिनों बाद उपलब्ध कराएगा और 100 केवीए का वापस ले लगा। इस पर ग्रामीण सहमत हुए।

दो सम्प्रदायों के विवाद में एक दर्जन के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा


कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मारपीट व छेड़छाड़ के साथ जान से मारने की धमकी को लेकर दो सम्प्रदायों में उपजे तनाव को लेकर कुशीनगर पुलिस ने एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
यह घटना कुशीनगर में कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम मलुकहीं की है जहां दो संप्रदायों के बीच मारपीट व छेड़छाड़ तथा मारने की धमकी को को लेकर गांव में तनाव हो  गया।

 स्थिति ऐसी है कि ग्रामीण दहशत में हैं कि कहीं कोई अप्रिय घटना न घट जाय। वहीं एक आरोपी के यहां शादी होने के कारण स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए हैं। जिसमें दोपहर बाद एक ट्रक पीएसी थाना अहिरौली व कप्तानगंज के पुलिस कैम्प की हुई है।

ज्ञातव्य हो कि शनिवार की प्रात दो समुदायों में मामूली विवाद को लेकर हुई मारपीट, लूटपाट, छेड़छाड़ हुई थी, जिसको लेकर ग्रामीणों ने हाटा कप्तानगंज मार्ग जाम कर दिया जो अभियुक्तों को चैबीस घंटे के अन्दर गिरफ्तारी के आश्वासन पर समाप्त हुआ । इसमें मुकामी पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ग्यारह लोगों अमिउल्लाह, अलीबास, मीनाज, हिसामुल, नौशाद, तेनू, अशफाक, गुड्डु, इस्तेफाक, सद्दाम, इबारत के खिलाफ आपराधिक व एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज की है।

इस मामले में जहां एक तरफ से मुकदमा दर्ज हुआ था वहीं रविवार को पुलिस नें फिर दूसरे पक्ष द्वारा दिये गए तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दिया। इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष कप्तान गंल ने बताया कि दोनो तरफ से मिली तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कार्यवाही की जा रही है ।

रविवार, 26 मई 2013

भ्रुण हत्या से बड़ा नरसंहार दुसरा नही कोई -हाई कोर्ट



कुशीनगर । आज देश में कन्या भ्रुण हत्या के खिलाफ बने कानून का प्रभावी रूप से पालन न कराया जाना सर्वनाक सावित हो रहा है ऐसे में जहां पुरूष के सापेक्ष महिलाओं की संख्या घट रही वही दसका बूरा असर समाज पर भी पड़ने लगा है।

हालत ऐसी है कि लाभ की खातिर मॉडर्न टेक्नालॉजी का दुरुपयोग कर डाक्टर लिंग परीक्षण कर लेते है और इसकी जानकारी उस परिवार को दे देते है जिससे लड़कियों को भ्रुण अवस्था में मार दिया जाता है।  

इघर कुशीनगर जनपद में अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे सेंटरों पर छापा मार कई अल्ट्रासांउण्ड सेन्टरों के लाइसेंस जिलाधिकारी ने निरस्त करने का आदेश दिया था। जिसके खिलाफ उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय इलाहाबाद की खंड पीठ के न्यायाधीश सुनील अंबवानी और न्यायाधीश मनोज कुमार गुप्ता ने 17 मई को इसकी सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी कुशीनगर के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि क्वालीफाइड और पंजीकृत डॉक्टर भी इस तरह के काम में लिप्त हैं। पिछले एक दशक में लाखों कन्याओं को गर्भ में ही मारा गया है। आधुनिक मेडिकल साइंस के इतिहास में इतने बड़े पैमाने पर हुए नरसंहार के समानांतर दूसरा अपराध देखने को नहीं मिलेगा।

इसकी जिम्मेदारी देश के डाक्टरों पर है। न्यायाधीशों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस अपराध के खिलाफ कानून का सही तरीके से पालन नहीं कराया जा सका है। यूपी में ऐसे क्लीनकों को न तो सील किया जा रहा है ना ही लिप्त पाए जा रहे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है।न्यायाधीशों ने कुशीनगर में अल्ट्रासाउंड केंद्रों के लाइसेंस निरस्त करने के मामले को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के पास सुनवाई के लिए भेज दिया। 


कुशीनगर में पर्यटन विभाग के फेल हो रहे दावे



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पर्यटको को दी जाने सुविधा का दवा करने वाले पर्यटन विभाग के सारे दावे खोखले साबित हो रहे है। भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर आयी एक चीनी महिला पर्यटक को एक कमरे के लिए दिन भर दौड़ लगाना इसका एक उदाहरण है ।

ऐसा नही कि यह पहली घटना है अक्सर ऐसी घटनाऐ घटती रहती है। कभी मीडिया को खबर लग जाती है तो यह उजागर हो जाती है जिसके कारण इस पर कार्यवाही होती है नही तो पर्यटन की रविवार को दिन भर ठहरने हेतु एक कमरे के लिए धर्मशालाओं का चक्कर काटती रही। किसी तरह से उसे एक धर्मशाला में रहने की जगह मिली।

ज्ञातव्य हो कि चीन निवासी महिला पर्यटक जियांग हियांन वाराणसी से कुशीनगर पहुंची और यहां रुकने के उद्देश्य से कई बुद्ध विहारों द्वारा संचालित धर्मशालाओं में संपर्क किया, किंतु उसे कुछ धर्मशाले तो बंद मिले तो कुछ जगह प्रबंधकों ने उसे कमरा देने में असमर्थता जताई।

पर्यटक मिहला ने बताया कि कुछ जगहों पर जितना किराए की मांग की गई वह देने में असमर्थ है। उसने बताया कि वह तिब्बती बुद्ध मंदिर में राजनैतिक कारणों से नहीं जा सकती। यात्री स्थानीय पर्यटक कार्यालय पहुंची और अपनी समस्या रखी जिस पर विभाग ने तो किसी तरह से उसे रहने के लिए स्थान दिला दिया।

शनिवार, 25 मई 2013

बुद्धं शरणं................. की गुज से झुम उठा कुशीनगर




बुद्ध की 2557 वीं त्रिविध पावनी जयंती पर बुद्ध महोत्सव का आयोजन

कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर बुद्ध की 2557वीं त्रिविध पावनी जयंती के अवसर पर बुद्धं शरणं गच्छामि, संघम शरणं गच्छामि, धम्मम शरणं गच्छामि की गूंज से झुम उठा।

बुद्ध जयन्ती के अबसर शनिवार को प्रातःकाल से ही बुद्ध विहारो का वातावरण धम्ममय हो गया। प्रभातफेरी, विशेष पूजा, शोभा यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित हुए।

कुशीनगर भिक्षु संघ अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर के निर्देशन में म्यांमार बुद्ध विहार से भव्य शोभा यात्रा प्रारंभ हुई जो महापरिनिर्वाण बुद्ध विहार की परिक्रमा करते हुए मुख्य प्रवेश द्वार पर पहुंची। वहीं पर थाई बुद्ध विहार के इंचार्ज डा. पी खोमसान के नेतृत्व में निकली शोभा यात्रा के साथ भदंत ज्ञानेश्वर बुद्ध विहार के प्रबंधक की अगुवाई में निकली यात्रा भी आकर मिली। 

यहां से एक साथ यात्रा गाजे-बाजे के साथ आगे बढ़ी और भ्रमण करते हुए वापस लौटी। यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। यात्रा में म्यांमार के विदेशी कलाकार अपने नृत्य की नुमाईश करते रहे तो देशी-विदेशी बौद्ध भिक्षु एक साथ पथ गमन किए। निकली मनोहारी झांकियां हर किसी के आकर्षण का केंद्र बनीं हुयी थी ।

वही इस अवसर पर बुद्ध महोत्सव का श्री गणेश करते हुए उप निदेशक पर्यटन पी के सिंह ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से विदेशी पर्यटकों यहां आकर्षित करने का कार्य करेंगे। 

इस अवसर पर भंते अस्स जी थेरो, भंते शील प्रकाश, भते शोभना, भंते नंदका, भंते नंदरतन, भंते चंदिमा, भंते खेमा नंद, भंते सूर्य वंश, भिक्षुणी धम्म नयना, भंते अशोक, भंते सूर्या, ओमप्रकाश पाठक, दिनेश कुमार यादव, संतोष सिंह, टीके राय, सुबाष प्रसाद गुप्त, ओमप्रकाश यादव, रजनीकांत मणि त्रिपाठी, रामनगीना, मनीष श्रीवास्तव, सुबोध कुमार, शौकत अंसारी, डा. मृत्युंजय कुमार ओझा, अंबिकेश त्रिपाठी, डा. एके सिन्हा, दिनेश वर्मा, अमिताभ त्रिपाठी, संतराज प्रसाद, धनेजय राय, जितेंद्र राय, संजय यादव आदि उपस्थित रहे।

कुशीनगर में एक बार फिर एक दरिन्दें ने लूट ली एक मासूम की अस्मत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक बारह वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़ता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। 

यह घटना कुशीनगर के विशुनपूरा थानाक्षेत्र के एक गांव की है जहां शुक्रवार की शाम करीब साढ़े छह बजे नाबालिग लड़की घर का काम काज निपटा कर दरवाजे पर पड़ी कुड़े को साफ कर रही थी। इसी बीच पहुंचे गांव के ही मन्टू नाम के बीस वर्षीय युवक ने उसे अकेला पाकर उसे कमरे में खींच ले गया और दुष्कर्म किया। दुष्कर्मी के चंगुल से मुक्त होकर किसी तरह घर से भागी नाबालिग ने घटना की जानकारी अपने पड़ोसियों को दी।

थोड़ी ही देर में बाजार गए परिजन भी घर पहुंच गए, जहां पीडि़ता ने आपबीती बतायी। बेटी की हालत देख परिजन सन्न रह गए। पीडि़ता के पिता ने दुष्कर्म के आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी युवक को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया।

इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष कमला यादव ने कहा कि आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

कुशीनगर में पेड़ से लटका मिला युवक व विवहिता का शव



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दो अलग-अलग स्थनों पर एक युवक विवाहिता की पेड़ से लटकी लाशमिली। एक साथ मिले दो शवों से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने पुरुष के आत्म हत्या तथा महिला के हत्या की आशंका प्रथम दृष्टया जताई।

कुशीनगर में शनिवार की सुबह स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम बहोरापुर में एक पुरुष की लाश लटकती मिली तो यहां से चंद किमी दूर गांव कोहड़ा में एक विवाहिता का शव भी पेड़ से लटकता हुआ शव देखा गया।
बताया जाता है कि बहोरापुर निवासी ओंकार तिवारी 31 वर्ष शुक्रवार की रात घर से निकले तो वापस घर नहीं पहुंचे। शुनिवार की सुवह घर से दूर गांव के बागीचे में इनकी लाश लटकती मिली। शौच करके गए ग्रामीणों ने इसे देखा और पुलिस को सूचना दी।

वह दुसरी घटना स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम कोहड़ा में देखने को मिली जहां दुख्खन की पत्नी सीता उम्र 35 वर्ष की लाश पेड़ रही थी। पति ने जब इसकी चर्चा होते सुनी तो पेड़ से लटकी पत्नी की लाश लेकर भागने लगा।
थानाध्यक्ष चांद हुसेन ने बताया कि ऐसी आशंका है कि विवाहिता की हत्या हई है और पुरूष ने आत्महत्या की है। शव को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।  

शुक्रवार, 24 मई 2013

आमरण अनशन बना आम जनता का हथियार




कुशीनगर ।  अब आमरण अनशन आम जनता का हथियार बन गया है क्योकि विना इसके आम जनता की बात उपर जाती ही नही जिसके कारण उन्हे तमाम कठिनाईयों का समाना करना पड़ता है ।

ऐसी ही कठिनाईयों से जुझ रहे कुशीनगर में जटहां थाना क्षेत्र के अहिरौली निवासी अभिलाष मिश्र प्रशासन द्वारा अनदेखी से दुखी होकर अपने परिवार के साथ घर के पास आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।

अभिलाष अपने कुनबे के राजेश मिश्र, दिनेश, उमेश आदि के साथ बुधवार की शाम से आमरण अनशन पर बैठे हैं। आमरण अनशन पर बैठने के बारे में अभिलाष मिश्रा ने सम्बाददाता को बताया कि स्कूल के बगल से उनके घर आने जाने के लिए रास्ता था जो बगल के खेत वाले ने जोत लिया है जिससे रास्ता बंद हो गया है।

जिसको लेकर उन्होने पांच वर्ष तक इस मामले में राजस्व और पुलिस विभाग के पास दौड़ लगायी पर आज तक कुछ न हो सका अब उन्हें आमरण अनशन ही एक रास्ता दिखाई दे रहा है। क्यो कि राजस्व व पुलिस के चक्कर लगाने से उन्हे मर जाना ही बेहतर लग रहा है। आमरण अनशन की खबर पर शुक्रवार को कानूनगो पहुंचे लेकिन कोई निस्तारण नहीं हो सका।

बुद्ध जयन्ती के पूर्व संघ्या पर भक्ति भाव के रंग में रंग गयी कुशीनगर की घरती




कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में त्रिविध पावनी बुद्ध जयंती के अवसर पर एक दिन पूर्व बौद्ध धर्म के मुताबिक हुई विशेष पूजा की गयी। स्थिति ऐसी थी जैसे मानों एक दिन पूर्व ही कुशीनगर बुद्ध जयंती पर भक्ति भाव के रंग में रंग गया हो। 

भगवान बुद्ध की 2557वीं त्रिविध पावन बुद्ध जयंती शनिवार को धूमधाम से मनायी जाएगी। विदेशी बौद्ध भिक्षुओं ने इस अवसर पर स्वयं सफाई की कमान संभाली और पवित्र भावना के साथ झाड़ू लगाया।
दूसरी ओर अगले दिन निकलने वाली झांकी को सजाने-संवारने को लेकर भी बौद्ध भिक्षु जुटे रहे। म्यांमार बुद्ध विहार में कुशीनगर भिक्षु संघ अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर की देखरेख में देशी-विदेशी बौद्ध भिक्षुओं ने विशेष पूजा की और बोधि वृक्ष पर जल चढ़ाया।

वहीं सांयकाल महापरिनिर्वाण बुद्ध विहार में परंपरागत ढ़ंग से होने वाली विशेष पूजा भी हुई। बुद्ध की पावन धरती को साफ-सुथरा करने को लेकर थाई बुद्ध विहार के  डा.पी खोमसान की अगुवाई में विदेशी बौद्ध भिक्षु उतरे और प्रातः काल ही सड़क सहित अन्य स्थानों की सफाई की।

पूर्णिमा का स्नान करने आयी महिला श्रद्धालु की नदी में डूब गयी बेटी



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पूर्णिमा के भ्रम में स्नान करने आयी एक श्रद्धालु मां ने अपनी 9 वर्षीय बेटी को गवा दिया। गोताखोर बच्ची की तलाश में जुटे हुए थे लेकिन देर रात तक कुछ पता नही चल सका।

यह घटना कुशीनगर के हाटा कोतवाली के ग्राम कपूर पिपरा निवासीनी बिधवा मंजू देवी के साथ उस समय घटी ज बवह अपनी 7 वर्षीय बेटी राधिका, 9 वर्षीया कोमल को लेकर अपने कारखाने में कार्य करने वाले मिस्त्री सुरेंद्र शर्मा के साथ पूर्णिमा तिथि समझकर नहाने आई। पता चला कि आज तिथि है ही नही। इसके बाद साथ आया मिस्त्री बड़ी बेटी को तैराने के लिए लेकर गंडक में उतरा। इस दौरान अचानक उसका हाथ छूट गया और वह पानी में डूब गई।

इस घटना के बाद मिस्त्री भाग चला तो और मां अपने छोटी बच्ची के साथ रोने लगी। इस स्थिति को देख वहां पर लोग जुटे। उधर थाना रामपुर कारखाना व तरकुलवा की सीमा पर घटी इस घटना पर रामपुर कारखाना पुलिस तो पहुंच गई लेकिन तरकुलवा पुलिस ने आने की जहमत नही उठाई थी। गोताखोरों व नाविकों की मदद से लापता बच्ची की तलाश देर शाम तक जारी थी।

गुरुवार, 23 मई 2013

दैवीय आपदा की शिकार हो गयी एक मासूम


कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अकाशीय विजली की चपेट में आने से एक बालिका की मौत हो है। वह स्कूल जा रही थी बारिस से छिपने के लिए बृक्ष का सहारा लिया और उसी बृक्ष पर ब्रजपात हो गया।

यह घटना कुशीनगर के तरया सूजान थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अहिरौलीदान में गुरूवार को उस समय घटी जब प्रात उक्त ग्राम पंचायत निवासी राम रतन सिंह की पुत्री कुमारी इंदु जो गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार की छात्रा थी, स्कूल जा रही थी। 

स्कूल जाते समय बारिश से बचने के लिए उसने एक पेड़ का सहारा लिया। और इत्फाक था कि उस वृक्ष पर वज्रपात हुआ जिसमें गांव के ही अमरकांत सिंह पुत्र कुशलदेव के साथ इन्दू चपेट में आ गई। दोनों बच्चे अचेत हो गए थोड़ी देर बाद बालक को होश आ गया लेकिन इन्दू को एंम्बुयेलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तरयासुजान ले जाया जा रहा था कि जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची तरयासुजान पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष ओपी राय ने बताया कि दैवीय घटना है। पुलिस परिजनों के उपस्थिति में शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम हेतु ले गई है।

अरबी-फारसी परीक्षा के लिए प्रशासन रूख कड़ा



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा संचालित अरबी-फारसी परीक्षा 2013 के लिए 
प्रशासन कड़ा रूख अख्तियार किया है। इस बार नकल माफिया को किसी भी स्तर पर बक्शा नही जायेगा।

कुशीनगर में अरबी फारसी परीक्षा को लेकर प्रशासन ने बुधवार को विकास भवन के सभागार में बैठक की। जिला विकास अधिकारी एवं प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आरपी उपाध्याय ने बैठक के माध्यम से मदरसा संचालकों को नकलविहीन परीक्षा कराने की शख्त हिदायत दी।

ज्ञातव्य हो कि उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ की ओर से संचालित होने वाली अरबी और फारसी की मुंशी, मौलवी, आलिम, कालिम एवं फाजिल की परीक्षाएं 27 मई से शुरू होने वाली हैं। 27 मई से 03 जून तक चलने वाली ये परीक्षाएं पहली पाली में सुबह 08 बजे से 11 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 02 बजे से 05 बजे तक होंगी।

इस सम्बन्ध में डीडीओ ने बताया कि जो भी व्यक्ति केंद्र व्यवस्थापक नामित किया जाए, वह सहायक अध्यापक आलिया से निम्न स्तर का न हो। परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक नामित किए जाएंगे। केंद्र व्यवस्थापक नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए उत्तरदायी होंगे। यदि किसी कक्ष में कोई परीक्षार्थी नकल करते पकड़ा गया तो उसकी जिम्मेदारी कक्ष निरीक्षक एवं केंद्र व्यवस्थापक की होगी। वे कार्रवाई के लिए तैयार रहें। दोनों पालियों में अलग-अलग शिक्षक लगाए जाएं। 

सरकारी घन का दुरूपयोग करने वाले प्रबन्धक के लिखाफ दर्ज हुआ मुकदमा


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मिनी आईटीआई के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप में एक प्रबंधक के खिलाफ कुशीनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया  किया है। 

यह मामला कुशीनगर के विकास खंड तमकुही अन्र्तगत ग्रामसभा पिपरा कनक का है उक्त गांव निवासी जे ई सिद्दीकी ने डीएम को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि इसी गांव के एक मदरसा का प्रबंधक मिनी आई टी आई के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहा है। 

उन्होंने आरोप लगाया था कि इस संस्था का न कोई नंबर है और न ही भवन, जिसको लेकर एसडीएम तमकुही ने मामले की जांच कर डीएम को रिपोर्ट दी। उसी दौरान आरोपी प्रबंधक ने उच्चन्यायालय में याचिका दाखिल कर दिया।

न्यायालय ने उसे खारिज करते हुए सरकारी धन की रिकवरी का आदेश दिया था। इसी आदेश के क्रम में डीएम ने आरोपी प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की संस्तुति की थी। बुधवार को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी प्रबंधक महफुजुर्रहमान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

बुधवार, 22 मई 2013

हैवान चाचा ने अपनी ही भतीजी को बनाना चाहा हवस का शिकार



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक हैवान चाचा ने अपनी ही भतीजी को हवस का शिकार बनाना चाहा कि गांव वालों का आता देख भाग निकला। पुलिस ने घटना की जानकारी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

कुशीनगर की यह घटना कसया थाना क्षेत्र में 14 मई को घटी। 15 वर्षीय भतीजी द्वारा पुलिस को सौंपी गई तहरीर में कहा गया है कि जब वह घर से बाहर कहीं जा रही थी तभी रिश्ते में लगने वाले उसके चाचा ने उसके साथ छेड़छाड़ की और जबरिया जमीन पर पटक दिया। चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों को जुटता देख भाग चला। इस पर पुलिस ने आरोपी चाचा पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

कुशीनगर में विजली गिरने से एक की मौत, कई घायल


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत हो गयी है। साथ ही करीब एक दर्जन लोगों के घायल हो गये है। 

कुशीनगर की यह घटना खड्डा उपनगर सहित शाहपुर गांव में मंगलवार को उस समय हुयी जब बरसात के बीच आकाशीय बिजली गिरी। जानकारी के अनुसार तेज गर्जन के साथ हुई हल्की बारिश के बीच कस्बे के वार्ड न. 11 शास्त्री नगर मुहल्ला निवासी समीउल्लाह के आंगन में गिरी आकाशीय बिजली के चपेट में 20 वर्षीया पुत्री फातिमा की मौके पर ही मौत हो गयी।

इस आकाशीय बिजली के चपेट में आने से मारूफ पुत्र समीउल्लाह, नुरअफ्सा पुत्री अजीमुल्लाह, शबनम पुत्री समीप घायल हो गये। घायलों को 108 नम्बर डायल कर एम्बुलेंस के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भेजा गया जहां इलाज चल रहा है।

वही शाहपुर गांव में रामअशीष राय के घर गिरी आकाशीय बिजली से अजय राय पुत्र हरिश्चन्द्र राय, रामअशीष पुत्र सुन्नर, सरिता पुत्री रामअशीष, सरोज पुत्री रामअशीष, राजन पुत्र परमहंस घायल हो गये। जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर हुआ। बता दें रामअशीष की पुत्री सरिता की शादी 22 मई को तय है। मंगलवार को हल्दी के अवसर पर साउण्ड बज रहा था जिस पर विजली गिर गयी।

मंगलवार, 21 मई 2013

उद्योग पतियो की नजर कुशीनगर पर, निवेश की मंशा उजागर



कुशीनगर। भगवान बुद्ध की धरती कुशीनगर में लगने वाले मैत्रय परियोजना व अन्र्तराष्ट्र्रीय हवाई अड्डा के निमार्ण के साथ विकास के इन दो बड़े पैमानों को लेकर उद्योगपतियों के बुद्ध की धरती की ओर बढ़ने का मन बना लिया है।

प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रम्हांशंकर त्रिपाठी के साथ मंगलवार को दिन में करीब सवा एक बजे उद्योगपतियों का एक दल चार्टर प्लेन से सीधे कुशीनगर पहुंचा। जहां श्री त्रिपाठी ने मैत्रेय परियोजना को लेकर सरकार के रुख को साफ किया और कहा कि परियोजना हर हाल में जमीन पर उतरेगी क्योंकि यह इस क्षेत्र के विकास से जुड़ा मसला है।

इसके बाद उद्योगपति अतिश अग्रवाल व मिथिलेश कुमार पत्रकारों से भी मुखातिब हुए और बताया कि वे सरकार के मंत्री के साथ यहां विकास के संभावनाओं के साथ पूंजी निवेश करने की मंशा के साथ आए हैं। हम इस उद्देश्य से कार्य करेंगे कि कुशीनगर बौद्ध सर्किट का केंद्र बनकर उभरे। यहां एक साथ दो बड़ी परियोजनाएं उतर रही हैं। विकास के लिए कार्य योजना बना हम यहां निवेश करेंगे। 

कुशीनगर में बरातियों की टैम्पों पटलने से एक की मौत चार अन्य घायल


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बरातियों की एक टैम्पों के पलट जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी साथ ही चार अन्य घायल हो गये। पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

कुशीनगर की यह घटना सोमवार की देर रात तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के अंतर्गत मधुरिया चैहान पट्टी के समीप हाइवे पर घटी जहां बारातियों से भरी टैम्पो गड्ढे में पलट गई जिसमें एक सफाई कर्मी की मौत हो गई और टैम्पो में सवार पांच अन्य घायल हो गए। 

ज्ञातव्य हो कि डिघवापट्टी से कसया बारात गयी थी कि देर रात कुछ बाराती टैम्पो में सवार होकर घर वापस जा रहे थे कि चैहानपट्टी के समीप टैम्पो हाइवे पर अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलट गई जिसमें डिघवापट्टी के दिनेश प्रसाद सफाई कर्मी उम्र 30 वर्ष, सत्येंद्र 10 वर्ष, गोरख 45 वर्ष, विगू 40 वर्ष, राम गोविंद 18 वर्ष व सुनील 16 वर्ष निवासी च्यार भैसहां थाना पटहेरवा घायल हो गये। 

प्ुलिस ने घायलों को ग्रामीणों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फाजिलनगर में उपचार हेतु भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने गंभीरावस्था में दिनेश व सुनील को मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया जहां दिनेश की मौत हो गई और सुनील को अपना एक पैर गवाना पड़ गया। पुलिस ने टैम्पो को कब्जे में ले लिया है जबकि चालक फरार हो गया।

मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में है कुशीनगर का विकास - ब्रह्माशंकर



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के विकास के लिए काबीना मंत्री ब्रम्हा शंकर त्रिपाठी के पहल पर मुख्यमंत्री ने विशेष रूची दिखायी है। साथ ही उन्होने विकास को आगे बढ़ाने के लिए 57 करोड़ का प्रस्ताव मांगा है 

कुशीनगर में विकास के लिए भेजा गया प्रस्ताव पीडब्लूडी ने तैयार किया है। इसके तहत कुशीनगर के लगभग 4 किमी क्षेत्र में आने वाले गांव को जोड़कर माडल क्षेत्र तैयार किया जाएगा।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए श्री त्रिपाठी ने मंगलवार को स्थानीय एक होटल में यह पत्रकारों को बताया कि कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक केंद्र है। यहां आने वाले भारतीय और विदेशी पर्यटक अगल-बगल के गांव और देहातों में भी जाते रहते हैं।

 इसलिए कुशीनगर और आसपास के गांवों को विकसित कर माडल टूरिस्ट जोन तैयार किया जाएगा। सड़कें चैड़ी होगी, डिवाइडर बनाया जाएगा और रात में चमकने हेतु रेडियम भी लगाया जाएगा। कसया कस्बे के अंदर की सड़कें तथा बनने वाले बाईपास भी विकसित होगें।

सोमवार, 20 मई 2013

ब्राह्मणों को बटोरने में लगे बसपा के सतीश बाबू


जगह-जगह खुब कर रहे है ब्राह्मणों का गुणगान

कुशीनगर। बहुजन समाज पार्टी के तत्वावधान में प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों आयोजित हो रहे ब्राह्मण समाज कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने पार्टी ब्राह्मणों को मनाने में लग गयी है। 

राष्ट्रीय महासचिव सतीशचन्द्र मिश्र ने सियासत में अपना हक पाने के लिए ब्राह्मणों को बटोरना शुरू कर दिया। क्या पता ब्राह्मण इनकी जाल में फसेंगें की नही पर इतना जरूर है कि सतीश चन्द्र मिश्र अपने आप को प्रदेश के ब्राह्मणो का अगुआ मान चूके है। तभी तो वे हर सम्मेलन के बहाने ब्राह्मणों को सीखा रहे है। यही नही इस विरादरी के महापुरूषों के त्याग, संघर्ष एवं बलिदान की लम्बी परम्परा का भी जी भरकर बखान कर रहे है। 

इसी क्रम में कुशीनगर के जूनियर हाई स्कुल के मैदान में उन्होंने ब्राह्मणो सिखाना शुरू कर दिया उन्होने यह तक ब्राह्मणों पढ़ाया कि यह प्रबुद्ध विरादरी न्याय के लिए हमेशा निडर होकर संघर्ष करती रही है और इसी से इसकी अलग पहचान भी होती है। मालूम चल रहा था। इस बिरादरी को दस बात का ज्ञान ही न हो।

श्री मिश्र ने परशुराम से लेकर आचार्य चाणक्य तक का उदाहरण देते हुए यह भी कहा कि सदियों से ब्राह्मण समाज अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने में आगे रहा है। चाणक्य ने अपने जमाने के अत्याचारी शासक का अंत करने के लिए अपनी शिखा खोल दी थी और तब तक नहीं बाधी जब तक नन्द वंश का विनाश होने के साथ ही मौर्य वंश का राज कायम नहीं हो गया। उन्होंने आजादी की लड़ाई के जमाने में इस विरादरी के लोगों द्वारा आगे बढ़कर किये गये बलिदान का भी जिक्र किया।

राजनीति की व्याख्यान शाला में श्री मिश्र ने ब्राह्मणो को तरह तरह के तमाम ज्वार भाटांे के उतार चढ़ाव से परिचित कराया यही नही अपनी विरोधी राजनीतिक पार्टी पर भी उन्होंने ब्राह्मण के उत्पीड़न का भरपूर अरोप मढ़ा। 
उन्होने कांग्रेस, भाजपा व सपा के विरोध में ब्राह्मणों को जीभर कर भड़काया। उन्होंने कहा कि कई दशकों तक सूबे से लेकर देश तक पर राज करने वाली कांग्रेस ने जिस ब्राह्मण व दलित विरादरी के बलबूते राज किया उसी के साथ राजनीति भी की। हमेशा कांग्रेस ने इन दोनों विरादरियों के लोगों को अपना वोट बैंक माना लेकिन इनके लिए कुछ भी नहींकिया । इसी का नतीजा रहा कि इस विरादरी की राजनीतिक ताकत भी दिनों दिन क्षीण होती गयी। भाजपा पर भी उन्होंने कांग्रेस की ही तरह ब्राह्मण विरादरी के साथ छल करने का आरोप लगाया और कहा कि जब इस पार्टी के लोगों ने भगवान राम तक को धोखा देने में संकोच नहीं किया तो इस पर भरोसा कैसे किया जा सकता है। उन्होंने सपा के खिलाफ भी ब्राह्मणों को खुब भड़काया।

 यहां तक उन्होने कहा कि सपा का राज होता है तो ब्राह्मण विरादरी के लोगों को सताया जाता है और दलितों की बस्तियां जलायी जाती हैं। उन्होंने संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों के साथ सपा के राज में अन्याय होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने यह कहा कि शायद ब्राह्मण स्वभाव से ये परिचित नही है ब्राह्मण साहसी, स्वाभिमानी, विनम्र और उदार होता है। अगर कोई उसके इस स्वभाव को उसके कमजोरी समझने की भूल करता है तो उसे सबक सिखाना भी इस विरादरी को अच्छी तरह आता है।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अगले चुनाव में सभी के सहयोग से एक बार फिर इस लोकसभा सीट पर इस विरादरी के लोग अपनी विजय पताका फहराने में सफल रहेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अकेली बसपा ही ऐसी पार्टी है जिसकी मुखिया सुश्री मायावती को जब भी अवसर मिलता है ब्राह्मण विरादरी को सत्ता में उचित भागीदारी देने के साथ ही सम्मान भी देती हैं। 

उनके इस व्याख्यान पर इस सम्मेलन में आये कुछ ब्राह्मण ये कह पड़े कि हमारी आंखे यूं ही घूघली नही हुयी हमने सबको ही देखा है कौन किसके लिए कितना किया यह तो स्पष्ट सामने है। शायद सतीश बाबू का यह मालूम नही कि कभी बसपा यह नारा दिया करती थी कि ब्राह्मण क्षत्रिय और भूमियार इनको मारो जूते चार पर हमे यह जरूर याद है।

आई आई टी रूड़की की टीम ने कुशीनगर का किया दौरा




 सैम्पूलिंग के लिए लिया 10 हैण्ड पंपों का पानी

कुशीनगर । पूर्वांचल की महामारी इन्सेफलाईट्सि के रोक थाम के बावत उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देश पर इण्डियन इंस्टीच्यूट आफ टेक्नालॉजी, रूड़की की पांच सदस्यीय टीम सोमवार को कुशीनगर के दौरे पर पहुची थी। 

रूड़की से आयी पाॅच सदस्यी टीम जनपद में जल निगम द्वारा लगाए गए 10 हैण्डपंपों की गहराई की जांच की तथा उसका जल सेंपुल के रूप में प्रयोगशाला परीक्षण के लिए अपने साथ रूड़की ले गई। जल परीक्षण के बाद रिपोर्ट हाईकोर्ट को प्रस्तुत की जाएगी।

ज्ञातव्य हो कि पूर्वाचल की महामारी इंसेफेलाइटिस पूर्वांचल में अपना कहर बरपा सैकड़ो बच्चों को अपने आगेश में ले लेती है। जिसके गहराई में जाने पर पता चला कि इस बीमारी का मुख्य कारण क्षेत्र का दूषित जल है।

जिसको लेकर उच्च न्यायालय में एक रिट दाखिल किया गया था ताकि इसका निराकरण हो सके। जिसमें कहा गया था कि जल निगम द्वारा लगाए गए हैण्ड पंपों की गहराई कम है तथा इससे जो जल निकलता है वह दूषित है।

हाईकोर्ट ने इसकी जांच के लिए आईआईटी रूड़की को निर्देश दिया था जिसके क्रम में सोमवार को प्रो. सरकार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय एक्सपर्ट की टीम ने जनपद के 10 हैण्ड पंपों के जल का नमूना लिया तथा गहराई का मापन किया। उन्होंने बताया कि जल निगम द्वारा लगाए गए हैण्ड पंप की गहराई मानक के अनुरूप है।
जल का परीक्षण रूड़की प्रयोगशाला में किया जाएगा और उसकी रिपोर्ट हाईकोर्ट को प्रस्तुत की जाएगी। कुशीनगर के बाद यह टीम देवरिया जनपद के लिए रवाना हो गई।

कुशीनगर में एक ऐसा व्यक्ति जिसका हर बच्चा मर जाता है 13-14 साल की उम्र में


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश कुशीनगर में एक ऐसा व्यक्ति है जिनका प्रत्येक बच्चा 13-14 बर्ष की आयु में अज्ञात बीमारी के आगोश में समा जाता है। इस तरह अब तक उसके सात बच्चों को अज्ञात बीमारी ने अपने आगोश में ले लिया जिससे उनकी मौत हो गयी।

अब आठवा बच्चा भी इसी स्तर पर पहुच गया है। उसका दम कब निकल जाये यह कुछ कहा नही जा सकता। यह कहानी है कुशीनगर के विशुनपुरा विकास खंड क्षेत्र में पटेरा बुजुर्ग चैराहे पर एक चाय की दुकान चला रहे एक व्यक्ति की। जो बच्चों की बीमारी से अपना सब कुछ बेच कर दवा करा चूका है। अब चाय की दूकान चलाता है और अपने परिवार का पेट पालता है। उसकी हालत ऐसी कि वह व्यक्ति अब थक चूका है और कह पड़ता है कि अब कोई फायदा नही जो करेगा उपर वाला ही करेगा।

ज्ञातव्य हो की सदरसी गुप्ता व उनकी पत्नी मुन्नी देवी पटेरा बुजुर्ग चैराहे पर चाय की दुकान चलाते हैं। बतौर सदरसी पहला बेटा राकेश 13 साल का होकर साथ छोड़ गया। दो दशक के दौरान एक-एक कर सात बच्चे मौत के मुंह में समा गए। सदरसी ने बताया कि बच्चों के मुंह से पहले लार गिरना शुरू होता है, उसके बाद कलेजा बैठने लगता है, फिर मर जाते हैं।

स्थिति ऐसी है कि अब उनका आठवां बच्चा अखिलेश भी इसी स्तर पर पहुच गया है। उनकी प्रीती नाम की एक बेटी भी है, लेकिन कब उसे भी यह बीमारी हो जाए कुछ पता नहीं। पिता का कहना है कि भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान नई दिल्ली के डाक्टर भी कुछ पता नहीं लगा पाए। बच्चों का इलाज कराने में जो जमीन थी वह भी बिक गई। अब हम लोगों के रोजी रोटी का सहारा चाय की दुकान रह गई है।

बीमारी के बारे में बीआरडी मेडिकल कालेज के न्यूरो फीजिशियन पवन सिंह बताते है कि  यह रोग अनुवांसिक है। दिल की गड़बड़ी के कारण समय से पूर्व तंतु की कोशिका नष्ट होने से ही यह रोग होता है। इसका इलाज अमेरिका में ही हो सकता है।

रविवार, 19 मई 2013

कुशीनगर में सम्मेलन के बहाने ब्राम्हण वोट बैक के लिए खुब चले पैतरे




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रविवार बहुजन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महा सचिव सतीश चन्द्र 
मिश्रा ने पडरौना के ब्रम्हाणों को लुभाने के लिए खुब पैरतरे चलाये।

सतीश चन्द्र मिश्रा ने इस सभा के माध्यम से बसपा को ब्रम्हणों की सबसे हितैशी बताने में कोई कसर नही छोड़ी। कुशीनगर के पडरौना नगर के जूनियर हाई स्कूल के मैदान में आयोजित ब्राह्माण सम्मेलन के मुख्य अतिथि बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र ने कांग्रेस, भाजपा व सपा पर पूरे रौब में दिखे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस धूर्त, भाजपा धोखेबाज तो सपा गुमराह करने वाली पार्टी है। भाजपा ने जनता को राम मंदिर के नाम पर धोखा दिया, सपा ने लैपटाप व कन्या विद्याधन के नाम पर छला और कांग्रेस तो घोटालेबाजों की ही पार्टी है। उसका चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो चुका है। उनके अनुसार बसपा ही वह पार्टी जो वेेदाग है।

जनता की आस अब बसपा से है, जिसका सबूत मिल रहा लोगों का भारी समर्थन है। बुद्ध की धरती पर दलित व ब्राह्माणों का यह संगम इतिहास बदल देगा और इसे बदलने के लिए बहन मायावती ने लोकसभा क्षेत्र कुशीनगर से शिक्षाविद् डा. संगम मिश्र को उतारा है।

श्री मिश्र ब्राम्हण सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ब्राम्हणों का गुणगान करते हुए कहा कि ब्राम्हण एक विचारधारा है। ब्राम्हण समाज बुद्धिमान होता है, उसे अपनी शक्ति का एहसास करना होगा। आज पूरे प्रदेश के ब्राह्माणों को एकजुट होकर कहना होगा कि हम ब्राम्हण हैं। ब्राम्हण समाज सदियों से न्याय के लिए लड़ता रहा है, इसने हमेशा दीक्षा देने का कार्य किया है। वही उन्होने कहा सपा सरकार ने एक और घिनौना कार्य यह किया कि संस्कृत विद्यालयों का न सिर्फ अनुदान बंद किया बल्कि नियुक्त हुए संस्कृत शिक्षकों के निलंबन व बाद व अब बर्खास्तगी तक करा दी। स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता गिरी है, विद्यालयों में न ब्लैक बोर्ड है न शिक्षक और नहीं बच्चों के बैठने का पर्याप्त इंतजाम। सरकार के मुखिया व उनके मंत्रीगण जनता की गाढ़ी कमाई से विदेशों में सैर कर रहे हैं।
इसके पहले लोकसभा प्रभारी व उम्मीदवार डा. संगम मिश्र ने कहा कि आज की इस भारी भीड़ ने हमारे मनोबल, ऊर्जा और ताकत को बढ़ाया है। आपने हमारी जिम्मेदारी व दायित्व को और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि ब्राम्हण समाज रामायण, सभ्यता व संस्कृति समाज के विकास में शुरु से अपना योगदान देता रहा है। ब्राम्हण जातिवादी नहीं होता, अगर होता तो आज रामकृष्ण की पूजा नहीं होती, रावण का पुतला नहीं जलाया जाता। सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष आनंद मणि त्रिपाठी ने की। जबकि संचालन हरे कृष्ण पाण्डेय ने किया।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के बहुजन समाज पार्टी से जूड़े सभी ब्राम्हण जैसे विधान परिषद के सभापति गणेश शंकर पाण्डेय, एमएलसी डा.ओपी त्रिपाठी, रामू द्विवेदी, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्र, सांसद ब्रजेश पाठक, भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी, आदि उपस्थित थे।

वही इस अवसर पर ब्राम्हण भाईचारा सम्मेलन में मुख्य अतिथि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्य सभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र का जहां कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर स्वागत किया, वहीं लोकसभा क्षेत्र कुशीनगर प्रत्याशी डा.संगम मिश्र ने हनुमान जी की प्रतिमा भेंट की तथा नपा अध्यक्ष शिव कुमारी देवी ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

दुष्कर्म की शिकार गुडि़या के स्वास्थ्य की ग्रामीणों ने मांगी दुआएं




कुशीनगर । बुद्ध की धरती कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र में चार दिन पूर्व रामलीला देखने गई मासूम गुडि़या के साथ मानवता शर्मसार हुई। गुडि़या गोरखपुर मेडिकल कालेज में जीवन मौत से जूझ रही है।
जिसको लेकर गांव की महिला, पुरुष व बच्चे मोमबत्ती लेकर सड़क पर उतर आए। शौकत चैराहे पर कैंडिल लेकर मार्च भी किया।

पीडि़ता के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए रविवार को शिवपुर डीह स्थित शौकत चैराहे पर हुए कैन्डिल मार्च में युवा नेता मनोज कुमार व पीस पार्टी के विधानसभा क्षेत्र के उपाध्यक्ष असलम अंसारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रर्दशन किया।

इस अवसर पर अमेरिका गुप्ता, चंद्रिका, अखिलेश प्रसाद, नारद यादव, होसिला मद्धेशिया, उमेश यादव, दुर्गावती देवी, हरि, आनंद, शौकत, बाबर अली, अमर, सुरेंद्र, बंका, राजेश, सलहन्ती देवी, सुनीता देवी, सलेहर देवी, महारानी देवी आदि उपस्थित रहे।

थाईलैण्ड सरकार के सहयोग से खुलेगा व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र


कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिननिवार्ण स्थली कुशीनगर में थाइलैंड सरकार व थाई मोनास्ट्री के सहयोग से व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना बनायी गयी है। थाई मोनास्ट्री जमीन की तलाश कर रही है।

इस केंद्र में स्थानीय लोगों को विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण देकर पर्यटन उद्योग हेतु उपयोगी सामग्री का निर्माण करवाया जाएगा और उसके लिए बिक्री केंद्र भी खोला जाएगा। इससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
थाइलैंड की राजकुमारी महाचक्री सिरोंधान के कुशीनगर आगमन पर उनके सचिव डा. वराउराई साथोन ने सरकार की उक्त योजना का खुलासा किया था।
कुशीनगर थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री के मांक इंचार्ज डा. पी. खोमसान का कहना है कि तभी से व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु जमीन की तलाश की जा रही है। भूमि उपलब्ध होते ही उक्त योजना क्रियान्वित की जाएगी। 

शुक्रवार, 17 मई 2013

आपसी विवाद में सगें भाई की मौत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आपसी विवाद को लेकर हुई मार-पीट में एक भाई की मौत हो गयी है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।

भाईयों के आपसी विवाद की यह घटना कुशीनगर के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा मिश्रौली के मलहिया टोला की है जहां दो भाइयों में हुए मारपीट में एक भाई की मौत हो गई। 

बताया जाता है कि  उक्त गांव के निवासी सुखल पुत्र विगन गोंड 38 वर्ष एक माह से अपने हिस्से की जमीन पर पक्का घर बनवा रहा था, कि गुरुवार की रात 8 बजे सुखल ट्रैक्टर ट्राली पर बालू लदवाकर दरवाजे पर ला रहा था कि ट्राली का पिछला हिस्सा बड़े भाई राम अवतार गोंड 42 वर्ष के दरवाजे पर रखा डेहरी से जा टकराया और डेहरी गिर गई। जिस पर राम अवतार की पत्नी उर्मिला ने एतराज किया तो सुखल ने डेहरी को ठीक कर दिया। 

इसके बाद भी राम अवतार और उर्मिला को संतोष नहीं हुआ और दोनों पक्षों में मारपीट के दौरान रामअवतार द्वारा चलाए गए ईट से सुखल के सिर के पिछले हिस्से चोट लगी। वह अचेत अवस्था में ग्राम प्रधान शेषनाथ कुशवाहा के घर घाव दिखाने के लिए पहुंचा तो जमीन पर गिर गया।

उसके बाद परिजन उसको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खड्डा ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिया लेकिन पुलिस अनभिज्ञ बनी रही। मृतक की पत्नी उषा देवी अपने 3 छोटे बच्चों के साथ रोती हुई शुक्रवार को सुबह 7 बजे थाने गई तो पुलिस व चैकीदार घटना स्थल पर जाकर संज्ञान में लिया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

आधीं तुफान ने ले लिया कुशीनगर में दो की जान


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विभिन्न गांवों में आये तेज आंधी-तूफान से दो लोगों की मौत के साथ दर्जनों लोगों के घायल होने का समाचार मिला है। इस भीषड़ चक्रवात में 8-10 गावों के करीब 150 घर क्षतिग्रस्त हो गये।

यह घटना कुशीनगर के तमकुही विकास खंड अन्र्तगत पटरहेरवा थाना क्षेत्र की  है। जहां घटना के बाद घायलों को स्थानीय इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। गावों में स्थिति अभी भी भयावह बनी हुई है।

ज्ञातव्य हो कि गुरूवार की शाम करीब साढ़े पांच आये तेज चक्रवात से दर्जनों लोगों के घायल होने और दो की मौत होने से गांवों में भय की स्थिति पैदा हो गयी है। जिसमें ग्राम सभा महरी पट्टी में कलाम मियां की 10 वर्षीय पुत्री की दिवार गिरने से मौत हो गयी वहीं कोटवा टीकर पार में ननिहाल आये गोवर्धन पुत्र परमहंस सिंह (12 वर्ष) की पेड़ गिरने से दबकर मौत हो गयी। 

व्ही इसके साथ ही बिहार खुर्द में रामधनी पुत्र मुन्नी, चंडी पुत्र महेश, मालती पत्नी चंडी, हरिनारायण की पत्नी, रम्भा पत्नी शिव नारायण, लीलाधर का पुत्र, धरौवा गांव निवासी प्रभु यादव पुत्र सुदामा यादव, शाहजहां खातून पुत्री इलियास निवासी करमैनी, सुरसती पत्नी भोला प्रसाद निवासी बसडीला महंथ, सैफुल्ला पुत्र हसन निवासी बसडीला, सरफरास पुत्र छापक मियां निवासी बनवीरा, रीना देवी पत्नी प्रभु गुप्ता निवासी बसडीला महंथ, मीना देवी पत्नी विष्णु प्रसाद निवासी लखिया देवरिया, रंजू देवी पत्नी आनन्द प्रसाद निवासी लखिया देवरिया समेत दर्जनों लोग इस भीषण चक्रवात की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गये। 

कशीनगर में फिर एक नाबालिक की दरिन्दों ने लूट ली आबरू


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में फिर एक नाबालिक के साथ सामुहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़त मासूम अपने रिश्तेदारी में गयी थी।

कुशीनगर में बलात्कार की यह घटना रामकोला थाना क्षेत्र के एक गांव का जहां अपने मामा के यहां गई नाबालिग मंगलवार की शाम शौच के लिए गई हुई थी। रात्रि करीब आठ बजे उसके गांव के ही आरोपी दो युवक मौके पर पहुंच उसे जबरिया बागीचे में खींच ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया।

घटना के बाद युवक नाबालिग को जबरन गांव लेते आए तथा दो दिनों तक बंधक बना अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म कराया। आरोपी युवक पीडि़त युवती से मामले को उजागर न करने की धमकी देते हुए शुक्रवार सुबह उसे गांव के बाहर छोड़ फरार हो गए। डरी सहमी घर पहुंची पीडि़ता ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। 

बेटी की साथ हुयी दरिन्दगी को देखते हुए पिता ने शुक्रवार को उक्त चारों आरोपियों के खिलाफ तहरीर देते हुए कहा है कि उक्त सभी बीते कुछ दिनों से लड़की के साथ छेड़खानी करते थे, जिसके चलते लड़की को उसके मामा के यहां भेजा गया था। इस इस तहरीर पर पुलिस मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है।

इस सम्बन्ध में सीओ खड्डा विनोद यादव ने कहा कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। शीघ्र ही आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।

कुशीनगर में सड़क दुर्घटना के दौरान एक की मौत तीन घायल



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर हुए एक सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी है। इसके साथ घायल हुए तीन लोगों का इलाज हो रहा है ।

जानकारी के अनुसार प्रमोद सिंह 35 वर्ष निवासी गौरीश्रीराम टोला सिरजम बाबा विशुनपुरा अपने बाइक से कुमारी स्नेहा 9 वर्ष, अनिल सिंह 34 वर्ष के साथ गुरवलिया बाजार की तरफ जा रहे थे कि नोनियापट्टी कांटा के पास कसया के तरफ से आ रहे मोटर साइकिल सवार सेवरही निवासी संजय कुमार से टक्कर हो गई।

इस घटना में प्रमोद की मौके पर ही मौत हो गई। स्नेहा, अनिल सिंह तथा संजय को पुलिस ने अस्पताल में भिजवाया। वही संजय की हालत नाजुक बनी हुई है।पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है ।

गुरुवार, 16 मई 2013

कुशीनगर में सड़क निमार्ण को लेकर सत्याग्रह 22वें दिन भी जारी




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बड़हरा-बनकटा मार्ग निर्माण की मांग को लेकर चल रहा सत्याग्रह 22 वें दिन वृहस्पतिवार को भी जारी रहा। विभाग व प्रशासन की उपेक्षा से आहत सत्याग्रहियों ने हुंकार भरी कि अब लड़ाई आरपार की होगी।

आंदोलन के अगुवा नंदलाल गुप्त विद्रोही ने कहा कि सड़क निर्माण करने वाला ठेकेदार ऊंचे रसूख वाला है। सत्ता में उसकी पूरी दखल है यही वजह है कि विभाग या प्रशासन कुछ भी करने से गुरेज कर रहा है। हमने लड़ाई छड़ी है तो इसे अंजाम तक लेकर ही जाएंगे। सत्याग्रह को समर्थन देने पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ताओ ने कहा कि जनहित से जुड़े इस मुद्दे पर आंदोलन के बाद भी चुप्पी उसके पीछे छिपी असलयित को बयां करती है। 
इस अवसर पर अनमोल दास पारखी, अरविंद सिंह, कमलेश सिंह, अवधेश सिंह, जयप्रकाश सिंह, अर्जुन कुशवाहा, विकास गौतम, मैनेजर कुशवाहा, चमेली देवी, बिनोद गुप्ता, राजकुमार, अभिनव कुमार पाण्डेय,आमोद पाण्डेय, मस्तराज, रामेश्वर कुशवाहा, इंद्रजीत, अभयदीप, आदि उपस्थित रहे।

बुद्ध की त्रिविध पावनी 2557 जयंती पर आयोजित होगा बुद्ध महोत्सव



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भगवान बुद्ध की त्रिविध पावनी 2557 जयंती मनाने के लिए पर्यटन विभाग ने बुद्ध महोत्सव अयोजित करने का निर्णय लिया है। महोत्सव दो दिन तक चलेगा।

इसके लिए शासन ने 5.50 लाख का बजट जारी कर दिया है। दो दिवसीय महोत्सव में बुद्ध के जीवन पर आधारित अनेक कार्यक्रम होंगे। रात में कवि सम्मेलन भी होगा।

पर्यटन उप निदेशक पीके सिंह ने बताया कि महोत्सव में डीएम की अध्यक्षता में गठित टेंपल एरिया मैनेजमेंट कमेटी की प्रमुख भागीदारी रहेगी। उप निदेशक ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा का खास महत्व है। इसकी शुरुआत 24 मई से ही हो जाएगी। 

दो दिनों के इस कार्यक्रम में लोक कलाकारों को मंच दिया जाएगा जहां से लोक गीत, लोक कला की गूंज सुनाई देगी। क्षेत्रीय स्कूलों के बच्चों को भी मंच दिया जाएगा जहां वे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखेरेंगे। वही सुरक्षा के पूरे इंतजाम होंगे वही सैलानियों के लिए विशेष व्यवस्था भी होगी। पेयजल व विद्युत आपूर्ति की चाकचैबंद व्यवस्था की जायेगी। 

इधर स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा पूर्व संध्या पर विशेष पूजा में हिरण्यवती नदी के तट पर 2557 दीप जलाकर घाट को सजाये जाने की योजना बनायी गयी है।

मंगलवार, 14 मई 2013

अमेरिका की यूनिवसिटी में सेवा देरे डा. विसुनदेव भारत की सेवा करने को बेताब



कुशीनगर। अमेरिका के द ओहिया स्टेट यूनिर्वसिटी मैरियान में 32 बर्षो से सेवा दे रहे भारतीय मूल के गणित के प्रोफेसर एवं एसोसिएट डीन डा. बिशुनदेव पाण्डेय भारत की सेवा करना चाहते हैं।

श्री पाण्डेय  कुशीनगर के पड़ोसी जिला देवरिया के पंडित मुड़ेरा गांव के मूल निवासी है। यह जानकारी उन्होंने रविवार की देर रात आयोजित प्रेसर्वाता में एक होटल में दी। वे विवि के भारतीय इतिहास विभाग के शिक्षकों एवं विधार्थियों की 15 सदस्यीय टीम के साथ यहां आए हुए थे।

डा. पाण्डेय ने अमेरिकी विवि में इतिहास रचा है। उनके ही प्रयास से उक्त विवि में भारतीय इतिहास विभाग की स्थापना हुई है, पाठयक्रम भी तैयार किया गया है और शिक्षण कार्य भी चल रहा है। अवकाश प्राप्त प्रोफेसर डा. आर व्लादिमीर स्टेफल भारतीय इतिहास को नि:शुल्क पढ़ाते हैं।

डा. पाण्डेय विवि हिन्दी शिक्षण प्रारंभ कराने का प्रयास कर रहे हैं ताकि अमेरिकी लोग भारतीय संस्कृति के बारे में गहराई से जान सकें। उन्होंने बताया कि अवकाश ग्रहण करने के बाद सामाजिक कार्यो के माध्यम से वे मातृभूमि की सेवा करना चाहते हैं।

सतीश मिश्रा लड़ के दिखाओं मेरे साथ चुनाव- के सी पाण्डेय


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पहुचे अखिल बाह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त केसी पांडेय ने रविवार को कप्तानगंज डाक बंगले में एक पत्रकार वार्ता में बसपा नेता सतीशचन्द्र मिश्र को खुली चेतावनी दी है कि आये और मेरे साथ चुनाव लड़ कर दिखायें।

श्री पाण्डेय ने कहा है कि मैं तथाकथित ब्राह्मण नेता व बसपा के राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्र को खुली चुनौती देता हूं कि वे अपनी राज्यसभा से इस्तीफा देकर लोकसभा चुनाव में उप्र के किसी जगह से मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं।

इससे उन्हें पता चल जाएगा कि बाह्मण उनके साथ हैं कि मेरे साथ। उन्हें एहसास हो जाएगा कि जनता व बाह्मण समुदाय के लोगों को किस तरह से बसपा शासनकाल में उत्पीड़न व हरिजन एक्ट का मुकदमा र्दज करा परेशान किया गया।

केसी पांडेय ने रविवार को स्थानीय डाक बंगले में पत्रकार वार्ता के दौरान सतीशचंद्र मिश्र पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि आज वे बाह्मणों व प्रदेश की जनता के हितैषी बने हुए हैं।

जगह-जगह बाह्मण सम्मेलन करते नजर आ रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब संसद में बाह्मण आरक्षण की बात उठाई गई थी तो सबसे पहले सतीश चंद्र मिश्र ने ही इसका विरोध किया था। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की शासनकाल में 15 हजार बाह्मणों पर हरिजन एक्ट लगाकर, उन्हें प्रताडि़त किया गया। जिसे सपा सरकार ने वापस ले लिया है।

पुलिस अब अगवा कर बलात्कार जैसे मामले में करने लगी पंचायत


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में पुलिस अब अगवा कर बलात्कार जैसे मामले में पंचायत करने लगी है। ऐसी ही एक घटना कुशीनगर की है जहां पुलिस ने बालिका के साथ दुष्कर्म  के मामले में कार्यवाई के बजाय पुलिस ने थाने में घंटों पंचायत की और पुलिस की पंचायत के बाद पीडि़त पक्ष के लोग लौट गए।

मुकदमा तो दूर कोई  कार्यवाही नही हुयी केबल मांफी मागने की बात कही गयी। शुक्र था कि किसी ने यह बात पुलिस अधीक्षक तक पहुचा दी और फिर हरकत में आये पुलिस अधीक्षक के र्निदेश पर पुलिस ने केस र्दज किया।
यह घटना कुशीनगर जनपद के खडडा थाने के एक गांव की है। जहां एक माह पहले बालिका शाम को दुकान से घर जा रही थी। इसी दौरान एक युवक उसको सुनसान जगह उठा ले गया और दुष्र्कम किया। उसके बाद से वह युवक बालिका को बदनाम करने का भय दिखाकर संबंध बनाता रहा।

12 मई 2013 को बालिका महराजगंज जिले में अपनी रिश्तेदारी में पहुंची तो युवक भी पहुंच गया। वह बालिका को लेकर सिसवा रेलवे स्टेशन पर पहुंचा और बाहर चलने का दबाव बनाने लगा। उसी समय बालिका के मां-बाप भी पहुंच गए तो आरोपी छिप गया। उसे पकड़ने के चक्कर में बालिका की मां जख्मी हो गई।

इस घटना को लेकर सोमवार को बालिका के परिवार वाले कार्यवाई के लिए खडडा थाने में पहुंचे। उनका आरोप है कि पुलिस मुकदमा र्दज करने के बजाय आरोपी को पकड़कर माफी मंगवाने की बात कहकर मामले को टालने लगी। देर तक पंचायत चली। इसके बाद बालिका के परिवार वाले तहरीर देकर घर लौट गए।

हलाकि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर चूके थानाध्यक्ष विजयराज सिंह ने कहा कि बालिका को अगवा करके छेड़खानी करने के आरोप में मुकदमा र्दज कर लिया गया है। बालिका का डाक्टरी परीक्षण कराया जाएगा। उसकी रिर्पोट के बाद आगे की कार्यवाई की जाएगी।

इधर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर मृगेंद्र सिंह ने कहा कि अगर पुलिस ने कार्यवाई करने में कोताही बरती है तो इसे दिखवाया जाएगा। जांच करके कार्यवाई की जाएगी।

सोमवार, 13 मई 2013

कुशीनगर में एक युवती की हत्या, आरोपी गिरफ्तार



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक युवती के हत्या का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है।

कुशीनगर की यह घटना पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के बसहिया गांव के नौका टोला की है जहां रज्जाब अली के घर में शौचालय के पास उनकी 18 बर्षीय बेटी सायरा (काल्पनिक नाम) की लाश मिली। जिसकी धारदार हथियार से गला रेत का हत्या कर दी गयी थी।

उक्त घटना की सूचना रज्जाब अली ने सोमवार को सुबह पडरौना कोतवाली पुलिस को दी। जिस पर घटना स्थल पर पहुची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्र्टमार्टम के लिए भेज दिया।

वही रज्जाब अली ने पुलिस को नामज्जद तहरीर देकर मासाहिब पुत्र जीमल साकिन बसहिया नौका टोला कुशीनगर पर हत्या का अरोप लगाया है। मृतक के पिता ने तहरीर में बताया है कि मुसाहिब उसकी वेटी से मुयाहिब के सम्बन्ध थे और यह बार-बार दबाव बना रहा था लकिन वह उसके दबाब में नही आ रही थी। जिसके कारण इसकी इसने हत्या कर दी।

नामज्जद तहरीर पर कोतवाली पुलिस हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। इस सम्बन्ध में कोतवाली प्रभारी तुलसी राम शाक्यवार ने बताया कि मुकदमा दर्ज है कार्यवाही की जारही है।

अमेरिकी शिक्षाविदों ने टटोला बुद्ध की धरती को


कुशीनगर ।  भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में बौद्धकालीन संस्कृति और इतिहास को टटोलने के लिए अमेरिका के शिक्षाविदों का एक दल आया हुआ है।

अमेरिका के शिक्षाविदों का दल रविवार को कुशीनगर पहुंचा। दल के लोगों ने महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध की 5वीं सदी की प्रतिमा के बारे में जानकारी ली। गाइड और बौद्ध भिक्षुओं से प्रतिमा की प्राप्ति, निर्माण और खूबियों के सबंध में जानकारी हासिल की। बुद्ध प्रतिमा की विभिन्न मुद्राओं को देखकर अमेरिकी दल विस्मय से भर उठा।

मूर्तिकार हरिबल के बारे में भी अमेरिकी दल ने जानकारी हासिल की। दल के लोग माथाकुंवर मंदिर और रामाभार स्तूप भी गए। तीनों स्थलों पर संरक्षित पुरातात्विक महत्व के अवशेषों का अमेरिकी शिक्षाविदों ने निरीक्षण किया। दल के लोग अवशेषों का छायांकन भी कर रहे थे। दल के लोगों ने बौद्ध भिक्षुओ और स्थानीय लोगों से बातचीत कर कुशीनगर की ऐतिहासिकता की जानकारी ली।

भारत में मनोविज्ञान को हल्के मे लिया जा रहा है-जान डेनियन



कुशीनगर । भारत में मनोविज्ञान को मेडिसिन के तौर पर अभी हल्के में लिया जा रहा है। जबकि ऐसा अमेरिका में नही है।

बौद्धकालीन संस्कृति और इतिहास का अध्ययन करने के लिए कुशीनगर आये अमेरिकी मनोवैज्ञानिक जान डेनियन क्रिस्टी ने बताते है कि भारत और अमेरिका की मनोविज्ञान की शिक्षा प्रणाली में अंतर देखने को मिला है।

उनके अनुसार अमेरिका मे मनोविज्ञान को सूक्ष्म मेडिसिन का दर्जा प्राप्त है। भारत में मनोविज्ञान को मेडिसिन के तौर पर अभी हल्के में लिया जा रहा है।

भारत का शैक्षिक वातावरण अभी भी नही बन सका है विश्व स्तर का


कुशीनगर । भारत के शैक्षिक वातावरण अभी भी विश्व के स्तर का नही बन सका है इसके विकास के लिए अभी भी बहुत किया जाना शेष है।

उक्त बाते बौद्ध संस्कृति और इतिहास का जानने भारत आये अमेरिका के शिक्षाविद प्रो. आर स्टेफल ने बतायी। उन्होने कहा कि विश्व स्तर का शैक्षणिक वातावरण बनाने के लिए अभी भारत में बहुत कुछ किया जाना है। प्रो. आर स्टेफल बौद्ध संस्कृति को जानने के लिए भ्रमण के क्रम में कुशीनगर आये हुए थे।

उन्होने अमेरिका का तारिफ करते हुए कहा कि अमेरिका के सहयोग से मुंबई में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय सूचना केंद्र इस दिशा में कारगर सिद्ध हो रहा है। यह भारत के लिए वेहतर साबित होगा।

कुशीनगर में पाच ऐसे विद्यालय जहां प्रधानाचार्य के पद ही नही


  •  आयोग ने कर दी नियुक्ति और पा रहे थे वेतन


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विना पद सृजन के ही नियुक्ति कर लिये जाने का मामला प्रकाश में आया है। पिछले कई बर्षो से वेतन पा रहे इन कर्मचारियों की नियुक्ति अबैध मानते हुए इनके बेतन रोक दिये गये है।

हाल ही में उपलब्ध करायी गयी सूचना के इस बात का खुलाशा हुआ है कि  पूर्व में जिन प्रधानाचार्यो की नियुक्ति माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग ने बाकायदा विज्ञापन निकालकर किया और शिक्षकों के नियुक्ति का वित्तीय अनुमोदन जिला विद्यालय निरीक्षक ने किया और वर्षों से उसका वेतन भी लेते आ रहे हैं। दरसल उनका पद सृजन ही नही हुआ है। ऐसे में उनके पदों को रिक्त दिखाकर उनका पिछले दो माह से वेतन रोक दिया गया है। विभाग का कहना है कि इन पदों की स्वीकृति ही नहीं हुई है।

बताते है कि वर्ष 1982 से माध्यमिक विद्यालयों में प्रबंधतंत्र द्वारा नियुक्ति करने पर रोक लगी हुई है। माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग द्वारा विद्यालयों से रिक्तियों की अधियाचना मंगाकर शिक्षकों व प्रधानाचार्य का चयन किया जा रहा है।

शासन ने शिक्षा विभाग में नियुक्तियों की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए जनशक्ति के तहत वांछित सूचनायें सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से मांगी जो उन्हें नियुक्ति के समस्त अभिलेखों के साथ उपलब्ध करा दिया जिसके बाद उनके वेतन भुगतान भी प्रारम्भ हो गये। वही माध्यमिक शिक्षा विभाग इनके मूल पद सृजन के कागजात के अभाव में इनकी नियुक्ति को वैध नहीं मान रहा है।

जनशक्ति के आधार पर कुशीनगर जनपद के बुद्ध इण्टर कालेज कुशीनगर, सखवनिया के महात्मा गांधी बालिका विद्यालय, सेवरही के लोकनाथ इण्टर कालेज तथा बेलवा के किसान उ.मा.वि. के प्रधानाचार्य का पद रिक्त माना जा रहा है।

इस सम्बंध में जिविनि डा. संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बुद्ध इण्टर कालेज में 1972 से 1980 तक प्रधानाचार्य पद का विवाद चला। जिसके कारण इस पद का सृजन नहीं हुआ बाद में अधिसूचना के आधार पर इस पद पर नियुक्ति भी हो गयी। कुछ ऐसे ही मामले अन्य विद्यालयों के हैं जिसके बावत मैने विस्तृत आख्या शासन को भेज दी है। जनपद के 5 विद्यालय ऐसे हैं जिनके यहां तो प्रधानाचार्य से लेकर प्रवक्ता व शिक्षणोत्तर कर्मचारी तक सृजित नहीं माने गये हैं। वहां सभी के वेतन रूके हुए हैं।

रविवार, 12 मई 2013

कुशीनगर में दर्ज हुआ सीओ सहित 29 पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में गांववालों की पिटाई के आरोपी एक सीओ, तीन थानाध्यक्षों सहित 29 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट समेत आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का यह आदेश सीजेएम कसया के न्यायालय से शनिवार को विशुनपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। वर्ष 2007 में विशुनपुरा थानाक्षेत्र के बतरौली धुरखड़वा गांव में ब्रह्म स्थान का चबूतरा उखड़वाए जाने पर हुए विवाद के मामले में यह कार्रवाई की गई है।
ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2007 में विशुनपुरा थानाक्षेत्र के बतरौली धुरखड़वा गांव के रामपुर में एक ब्रह्म स्थान पर चबूतरा का निर्माण हुआ था। इस निर्माण पर दूसरे समुदाय के लोगों ने आपत्ति करते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया।
इसके बाद तत्कालीन सीओ स्वामी नाथ, विशुनपुरा के तत्कालीन थानाध्यक्ष अतुल तिवारी, तरयासुजान के तत्कालीन थानाध्यक्ष बृजेश वर्मा और सेवरही के तत्कालीन थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह मय फोर्स पहुंच कर चबूतरा उजड़वाने लगे तो गांववालों ने इसका विरोध किया।

इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इस घटना में महिलाएं, लड़कियां, बुजुर्ग पुलिस की कार्रवाई के शिकार हुए थे। इसकी गूंज शासन प्रशासन तक पहुंची थी। गांव में कमिश्नर, डीआईजी और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि भी पहुंचे थे। पीडि़तों ने पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लड़ाई लड़ी। कार्रवाई न होते देख कुछ दिनों बाद ज्ञांती देवी ने सीजेएम कसया के न्यायालय में वाद दाखिल कर दिया था।

सीजेएम ने सुनवाई के दौरान आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। शनिवार को विशुनपुरा थाने में तत्कालीन सीओ स्वामीनाथ, तीन एसओ और 25 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323,504,506 और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

इस संबंध में कुशीनगर पुलिस अधीक्षक मृगेंद्र सिंह का कहना है कि न्यायालय के आदेश पर जो मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।


शनिवार, 11 मई 2013

अपने सगे बेटों ने रोक दिया दफनाने से अपने ही बाप का शव



कुशीनगर । उत्तर  प्रदेश के  कुशीनगर  में  अपने सगे बेटों ने अपने ही बाप के शव को दफनाने से मना कर दिया। हालत ऐसी  थी कि  मामला पंचायत के बाद थाने पहुचा जहां पुलिस के हस्तक्षेप  के बाद शव को देर रात दफनाया गया ।

बताया जाता है कि हिस्सा न मिलने से नाराज बेटों ने शुक्रवार को पिता का शव दफनाने से रोक दिया। कुशीनगर का यह मामला रामकोला थाना क्षेत्र के खोड़हां गांव  की है जहा यह घटना उस समय घटी जब  उक्त गाव  निवासी ठगई (95) की मौत हो गई । ठगई  की इसी थाना क्षेत्र के रोंवारी गांव में ससुराल है। वह ससुराल में ही रहते थे। अपनेचार पुत्रों शहाबुद्दीन, मजीद, खुर्शीद और हदीश में से मजीद और खुर्शीद के नाम उन्होंने खोड़हा गांव के खेत का बैनामा कर दिया था। 

इस बात को लेकर ठगई के दो अन्य पुत्र नाखुश थे। शुक्रवार को दिन के 11 बजे ठगई दुनिया से चल बसे। जब उनके शव को दफनाने की तैयारी शुरू हुई तो जमीन से बेदखल हुए उनके दोनों लड़कों ने रोक दिया। गांव में पंचायत बुलाई गई लेकिन मामला नहीं सुलझा और यह मामला रामकोला थाने पहुंचा।

ठगई का शव शाम सात बजे तक पड़ा रहा। एसआई बनवारी राय मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहले शव को दफना जाएगा और पंचायत कल थाने पर होगी। इसके बाद रात के आठ बजे शव को दफनाया जा सका।


बुधवार, 8 मई 2013

बिजली कटौती के विरोध में आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अपना दल के कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती के विरोध में आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है।


कुशीनगर में अपना दल ने गौरीश्रीराम माधोपुर के हनुमान मंदिर में बैठक की। बैठक के दौरान अपना दल के नेता मिथलेश पटेल ने कहा कि प्रदेश में बिजली कटौती चरम पर है। इससे व्यवसायियों की हालत खराब है। छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। किसान खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। घरों में रहने वाली महिलाएं और छोटे बच्चों का भी हाल-बेहाल है।

इस समस्या को लेकर संगठन की प्रदेश महासचिव अनुप्रिया पटेल काफी चिंतित हैं। उन्हीं के कहने पर आंदोलन का फैसला लिया गया है। सबसे पहले डीएम को ज्ञापन दिया जाएगा। उसके बाद भी बिजली की सप्लाई व्यवस्था में सुधार नहीं हुई तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर इस्तकार, मुन्ना पटेल, अनिल पटेल, सजीवन, संतोष तिवारी, सिराज, रामू पटेल, सुदामा, शिव वर्मा आदि मौजूद थे।

सोमवार, 6 मई 2013

भारत से जाने पर रो पड़ी जर्मन युवती डैनियाला



  •    कुशीनगर में आकर डैनियाला ने देखा ग्रामीण भारत का रूप

  •     मां का आंचल, भाई और बहनों का कैसा होता है प्यार

  •    डैनियाला के आंखो में आंशु देख रो पड़ गांव वालें


कुशीनगर । भारत की यात्रा करने आयी जर्मनी की फिजियोथेरेपिस्ट डैनियाला को कुशीनगर के गांव की माटी की खुब भायी और जाते-जाते रो पड़ी। वह यहां ग्रामीण संस्कृति और परम्परा में ढलने के प्रयास में लग गयी थी और तीन ही दिन में ही ग्रामीणों से ऐसी जुड़ी की जब उसकी विदाई का समय आया तो उसके साथ सभी की आंखे नम हो गयी।

डैनियाला भारत आने के बाद मुम्बई, गोवा, कर्नाटक में 4 सप्ताह ही बिताया और फिर बैंकाक चली गयी थी। इतने दिनों में उसे इस देश की माटी ने अपने तरफ खीच लिया। बैंकाक से कलकता आने के बाद वह 2 मई को गोरखपुर आयी जहां से उसे कुशीनगर आना था।

जहां बस में बैठने के बाद उसकी भेंट ग्राम सखवनिया निवासी दिनेश मिश्र के पुत्र अमन से हुई। बातचीत के दौरान डैनियाला ने यह इच्छा व्यक्त किया कि वह उनके गांव में क्या कुछ समय बिता सकती है इस पर अमन तैयार होकर उसे अपने गांव ले गये।

उनके परिवार में जाकर पहले ही दिन डैनियाला पूरी तरह घुलमिल गयी। इस दौरान उसे गांव का भोजन जर्मन युवती को बहुत ही भाया। उसने गांव में भी घुमा और उसे गांव पसन्द भी आया। उसने यहां पूजा उपासना की पद्धति को भी जाना और गांव के मंदिर में जाकर अगरबत्ती जला श्रद्धा के साथ हाथ जोड़कर घण्टों पूजा भी की।

डैनियाला को आम पसन्द हैं जब उसको कच्चे आम की चटनी खिलायी गयी तो उसके खुशी का ठिकाना नहीं था। अमन के घर में जब वह खाना खाने गयी तो पहले तो उसने चम्मच से खाना खाना शुरू किया लेकिन जब अमन की मां व अन्य बहनों को हाथ से खाना खाते देखा तो उसने भी अपना चम्मच रख दिया और फिर हंस हंसकर उसने सभी के साथ बैठकर खाना खाया।

अमन की मां जो अंग्रेजी बोलना नहीं जानती और डैनियाला हिन्दी पूरी तरह से नहीं जानती लेकिन आंखों से एक दूसरे की भावना को समझने का पूरा प्रयास हो रहा था। ऐसे में जब अमन की मां ने डैनियाला के सर पर हाथ फेरा तो उसकी आंखों से आंसू की धारा बहनी शुरू हो गयी।

डैनियाला जब गांव के नल पर बच्चों के मानिन्द पानी पीती तो सब लोग उसे एक पल के लिए देखने लगते डैनियाला टूटीफूटी हिन्दी और भोजपूरी के भी कुछ शब्दों को जान गयी थी।उसके माध्यम से गांव के लोगों से बात भी करती थी।

 डैनियाला ने अपने अनुभव के बारे में बताया कि गांव के लोगों में प्रेम की भावना समाहित है वे बहुत आदर और इज्जत देते हैं। मैं तीन दिन से यहां हूँ और इस अनुभव से मैं अलग होना नहीं चाहती। उसने गांव के लोगों को कई तरह के योग और कसरतों को भी बताया। डैनियाला के इस प्रवास को लेकर अमन ने बताया कि उसे गांव का जीवन बहुत ही अच्छा लगा। क्योंकि अब तक वह किसी गांव में नहीं गयी थी।

बुद्ध पुर्णिमा पर 2557 दीपमालाओं से सजेगा हिरणवती नदी का घाट


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भगवान बुद्ध की त्रिविध पावनी 2557 जयंती की पूर्व संध्या पर विशेष पूजा में हिरण्यवती नदी के तट पर 2557 दीप जलाकर घाट को सजाये जाने की योजना बनायी गयी है।

कुशीनगर में बुद्ध जयंती आयोजन समिति ने म्यांमार बुद्ध विहार में रविवार को बैठक की। जिसमें 25 मई को बुद्ध की 2557 वीं जयंती भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया गया।इस आशय की जानकारी भिक्षु संघ के उपाध्यक्ष भंते शील प्रकाश ने दी।

बच्ची को काटने वाले सर्प के साथ बच्ची ने दम तोड़ा


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विधाता की लीला देख लोग दंग रह गये। कुछ ऐसी घटनाएं होती है, जो देखने व सुनने में अजीब तो जरूर लगती है, पर वह अमिट सत्य होती है।

ऐसी ही एक घटना कुशीनगर के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम सेंदुआर में रविवार को घटी, जहां गेहूं कटाई के बाद खेत में बाली बटोरने गई एक बच्ची की जहरीले सर्प के काटने से मौत हो गई।

ऐसा नही कि वह सर्प भी बच गया हो वह भी कुछ ही समय के अन्तराल पर बिना किसी के मारे ही तड़प तड़प कर मर गया। इस घटना को लेकर क्षेत्र में कौतूहल बना रहा।

ज्ञातव्य हो कि ग्राम सेंदुआर हाटा से पिपराइच जाने वाली मार्ग पर अहिरौली बाजार से लगभग एक किलोमीटर पूरब स्थित है। उक्त गांव निवासी कमलावती (उम्र 10 वर्ष) पुत्री रामवृक्ष निषाद रविवार की सड़क के किनारे एक खेत में गेहूं की बाली बटोर रही थी कि एक गेहुंअन सर्प ने उसे डंश लिया।

 बच्ची द्वारा चिल्लाने पर गांव के कुछ लोग जब खेत में पहुंचे तो यह देखकर हैरान रह गये कि सर्प एक ही स्थान पर बैठ कर अपने शरीर को ऐंठ रहा था।

बच्ची को लेकर परिजन आनन फानन में गोरखपुर इलाज कराने चले गए। इधर सर्प को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। वही जब दोपहर होते-होते जहां बच्ची ने दम तोड़ दिया।

वहीं कुछ ही घंटों में सर्प के मुंह से भी झाग निकलने लगा और वह भी मर गया। घटना के संबध में आसपास के ग्रामीणों का कहना था कि इस तरह की घटना अपने जीवन में कभी नहीं देखी।

रविवार, 5 मई 2013

गुणात्मक परिवर्तन के लिए नीतियों में परिवर्तन जरूरी- भारतीय कुलपति संघ



कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर आये देश के जाने माने कुलपतियों ने उच्च शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन के लिए नीतियों में परिवर्तन करने पर विशेष जोर दिया।अधिवेशन में उन्होने देश की कृर्षि का भी मुद्दा उठाया । कुलपतियों के सदन में घण्टों विज्ञान और तकनीकी में कृषि को भी शामिल करने व कृर्षि परक शोध को प्रश्रय देने की बात कही गयी।

कुलपतियो ने माना कि कृर्षि पर ज्यादा शोध होंगे तो इससे जहां किसान की स्थिति में सुधार होगा वहीं देश की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। कुलपतियों का दल भारतीय विश्वविद्यालय संघ के 87वें वार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन कुशीनगर के एक होटल में आयोजित तीन तकनीकी सत्रों में कुलपतियों के विचार विमर्श कर रहा था। 

पूरे मंथन के बाद कुलपतियों ने माना कि देश की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक विकास का आधारभूत तत्व कृषि है। इसका सीधा असर आम आदमी पर पड़ता है। कुलपतियों ने कृषि, तकनीक, उद्योग धंधे और विज्ञान को प्रकृति का विकास रूपी उपहार बताते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण अनुसंधान के क्षेत्र में संतुलन नहीं बन रहा है। इससे वास्तविक विकास अवरुद्ध हो रहा है। कुलपति इस बात पर भी सहमत दिखे कि देश के नीति निर्धारकों की योग्यता भी निर्धारित होनी चाहिए।

उच्च शिक्षण संस्थानों में होने वाले अनुसंधान के लिए स्थायी मानक बनाने और उसकी समुचित निगरानी की व्यवस्था करने पर भी कुलपतियों ने सहमति नजर आयी । उनका कहना था कि अच्छे अध्यापकों को अनुसंधान का अवसर नहीं मिल रहा है। रचनात्मकता और बुद्धिमत्ता को अलग-अलग विषय मानते हुए कुलपतियों ने रचनात्मकता पर बुद्धिमत्ता को तरजीह देने को अनुचित करार दिया। रचनात्मकता को सर्वोपरि मानते हुए शोध के लिए रचनात्मक सोच वाले लोगों को तरजीह दी जाए।

द्वितीय सत्र में कुलपतियों ने उच्च शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन बिठाने पर जोर दिया। कहा कि विज्ञान और तकनीक में हम उन्नति कर रहे हैं पर उसे समाज के लिए उपयोगी बनाने की दिशा में ठीक से काम नहीं हो रहा है।

कुलपति इस प्रस्ताव पर सहमत दिखे कि तकनीक को समाज उन्मुख बनाने की सोच के साथ नीति निर्धारकों के लिए योग्यता का निर्धारण किया जाए और उनकी जवाबदेही भी तय हो। इसके बगैर उच्च शिक्षा को समावेशी बनाने की बात बेमानी होगी।

तीसरे सत्र में शोध परियोजनाओं के क्रियान्वयन से जुड़े प्रक्रियागत गतिरोधों को जल्द से जल्द दूर करने पर जोर दिया गया। कुलपतियों का मानना था कि प्रक्रियागत गतिरोध दूर होने पर ही समन्वित विकास का सपना साकार होगा। 

पैनल डिस्कसन में रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुजम्मिल, फकीर मोहन विश्वविद्यालय के कुलपति डा. कुमार दास, आगरा विश्वविद्यालय के प्रो. डीएन जौहर, उड़ीसा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संघमित्र मोहेला, हिमाचल विश्वविद्यालय के कुलपति डीएन वाजपेयी, केंद्रीय विश्वविद्यालय उड़ीसा के कुलपति प्रो. सुरभि बनर्जी और उत्तराखंड विश्वविद्यालय दुर्ग सिंह चैहान ने विचार व्यक्त किए। 

अंत में केन्द्र व प्रदेश सरकारों एवं यूजीसी को इस अधिवेशन के दौरान भेजे जाने वाले सुझावों के लिए एक समिति कुलपति संघ के अध्यक्ष प्रो. एस.एन. पूरी की अध्यक्षता में बनायी गयी जिसका संयोजन गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.सी. त्रिवेदी ने किया। यहां 12 सुझाव तैयार किये गये जिसमें शिक्षक-छात्र अनुपात, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, उच्च शिक्षा की नीति बनाये जाने में इस क्षेत्र से जुड़े विद्वानों को जोड़ा जाना सहित अन्य थे। इस दौरान कुल देश-विदेश के 80 से अधिक कुलपति मौजूद रहे।

शिक्षकों की कमी गुणवत्तापरक शिक्षा की राह में सबसे बड़ी रुकावट प्रो. बेदप्रकाश



कुशीनगर। उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी गुणवत्तापरक शिक्षा की राह में सबसे बड़ी रुकावट है इसके लिए राज्य सरकारों को विशेष पहल करना चाहिए।

शिक्षा की गुणवक्ता पर हुए गहरी चिंता व्यक्त उक्त बाते विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन प्रो. वेदप्रकाश के कही। उन्होने कहा कि इसके लिए  शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु कार्यक्षमता के आधार पर 70 वर्ष की जा सकती है। फिर भी यह स्थाई विकल्प नहीं होगा।

श्री प्रकाश शनिवार को स्थानीय होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। प्रो. वेदप्रकाश ने कहा कि शोधकार्यो को बढ़ावा देने के लिए शोधार्थियों की संख्या और छात्रवृत्ति में वृद्धि की जाएगी। इसी के तहत हाल ही में केंद्रीय विश्वविद्यालयों को एम फिल व पीएचडी सीटों की संख्या आवश्यकतानुसार बढोतरी करने की छूट दी गई है।

उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ रहा है। यह अच्छा संकेत है। जूनियर रिसर्च फेलोशिप की राशि में वृद्धि करने के चलते एक बर्ष पूर्व में जहां औसतन 7 लाख अभ्यर्थी नेट-जेआरएफ की परीक्षा में सम्मिलित हुए थे वहीं इस बार उनकी संख्या 15 लाख हो गई। इसे 2017 तक संख्या 35 लाख करने की योजना है। 

यूजीसी ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा संस्थानों को अनुदान बढ़ाकर और अतिरिक्त अनुदान देकर तथा रोजगारपरक शिक्षा के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है। डीम्ड विश्वविद्यालयों को बंद करने के सवाल पर यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि बंद करने की अपेक्षा समय सीमा निर्धारित कर डीम्ड विश्वविद्यालयों को सुधरने का अवसर प्रदान करने की यूजीसी पक्षधर है। 

श्री प्रकाश ने एक सबाल के जबाब में कहा कि देश में उन्हीं विदेशी विश्वविद्यालयों को आने की अनुमति दी जाएगी, जिनकी साख अच्छी होगी। विदेशी विश्वविद्यालय देश के विश्वविद्यालयों से साझा होकर ही काम कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि रोजगार परक शिक्षा के लिए बैचलर आफ वोकेशनल एजुकेशन पर काम करने के लिए यूजीसी ने फ्रेम वर्क तैयार कर लिया है।

बिहार की दो बच्चियां कुशीनगर में बरामद


कुशीनगर।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर पुलिस ने हनुमानगंज थाना क्षेत्र की सीमा में बिहार के बगहा इलाके से लाई गई दो बच्चियों को बरामद किया है। यह माना जारहा है कि इन बच्चियों को बेचने के लिए बहला-फुसला कर लाया गया था। 

हनुमानगंज पुलिस ने बिहार के बगहा से लाई गई दो बच्चियों को पनियहवां क्षेत्र में स्थित एक घर से शनिवार को बरामद किया है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि इनको बेचने के लिए कहीं ले जाया जा रहा था।
लड़कियों के अनुसार उनके गांव का एक रिश्तेदार कुछ दिन पूर्व उन लोगों को ले आया था और एक घर में रखा था। बच्चियों के मुताबिक वह व्यक्ति रात में उनसे कहीं जाने की बात कहकर फरार हो गया।

थानाध्यक्ष हनुमानगंज भीम यादव ने बताया कि बच्चियों को पनियहवां से बरामद किया गया था। जिन्हे बिहार पुलिस को सौप दिया गया। इस सम्बन्ध में  के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि बच्चियों को बुला लिया गया है कार्यवाही की जारही है।

राजस्व के मामले में कुशीनगर माना जाने लगा सम्बेदनशील



प्रत्येक कार्यदिवस में 100 से ज्यादा फरियादी करते अधिकारियों से फरियाद

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला राजस्व विवाद को लेकर संवेदनशील माना जाने लगा है। कुशीनगर में राजस्व विवाद के रोज 100 से अधिक मामले डीएम, एसडीएम और अन्य अधिकारियों के पास आते हैं। 

जमीन के विवाद में फिर एक जान चली गई। एक वर्ष के भीतर आठ लोगों की जान जा चुकी हैं लेकिन प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। अब लोग सवाल उठाने लगे हैं कि आखिर प्रशासन जमीन के विवाद के मुद्दे पर कब सचेत होगा।

कहने को तो राजस्व संबंधी विवादों को निपटाने के लिए तहसील दिवस और थाना पंचायत का आयोजन होता है लेकिन अधिकारियों के टालू रवैये से इसका खास लाभ पीडि़तों को नहीं मिल रहा है। जनपद में पिछले एक वर्ष में छह लोग राजस्व विवाद के चलते अपनी जान गंवा बैठे हैं।

हालत ऐसी है कि बीते साल 20 अगस्त को पडरौना में पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता सहित छह लोगों की हत्या जमीन के एक टुकड़े की वजह से हो गई। इस साल पडरौना शहर के सुभाष चैक पर जमीन के विवाद में एक व्यापारी की जान चली गई।

एक बार फिर तमकुहीराज तहसील के गौरी श्रीराम गांव में एक व्यक्ति की जान जमीन के विवाद में चली गई। जान जाने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ लेकिन इसके बाद फिर पहले जैसी स्थिति हो जाती है। गौरी श्रीराम गांव में हुए विवाद में जान गंवाने वाले प्रभु पटेल के घरवाले बताते हैं कि मामले को सुलझाने के लिए कई बार तहसील दिवस से लेकर आला अधिकारियों तक को प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। 
हालात ऐसे है कि प्रतिदिन कोई न कोई परिवार राजस्व विवाद को लेकर किसी दुसरे से लड़ पड़ता है और प्रशासन की शिथिलता से लड़ाई मौत का कारण बन जाती है। 

एक नजर डालते हुए जिले के श्रीनाथ शुक्ल, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बताते है कि राजस्व मामलों के निपटारे में तेजी की जा रही है। अब तो राज्य स्तर पर मानीटरिंग की जा रही है। कोई भी मामला 15 दिनों से अधिक समय तक लंबित नहीं रह रहा है। कुछ मामलों में लोग उग्र हो जा रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर ढिलाई नहीं बरती जा रही है।

सड़क बनाने को लेकर सत्याग्रह दसवें दिन भी जारी



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में फाजिलनगर विकास खण्ड के बड़हरा चैराहे पर फाजिलनगर-बघौचघाट व बनकटा बाजार-कोइलसवा मार्ग बनवाने को लेकर सजग प्रहरी के अध्यक्ष नंदलाल गुप्त विद्रोही के नेतृत्व में चल रहा सत्याग्रह आंदोलन दसवें दिन शनिवार को भी जारी रहा। 

आन्दोलन कत्र्ताओं ने चेताया गया कि विभागीय अधिकारी मौके पर आकर मार्ग निर्माण कराने की दिशा में तत्काल कोई कार्यवाही नहीं करते हैं तो इस सड़क पर स्थित हर गांव और चैराहों पर आंदोलन खड़ा किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2009-10 सत्र में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनी थी जिसके निर्माण कार्य निर्माण कार्य में व्यापक धांधली बरतती गई और निर्माण के एक वर्ष बाद ही टूटने लगी। सड़क बने मात्र दो वर्ष हुए हैं लेकिन पूरा सड़क टूटकर गड्ढे में तब्दील हो गई।

इस सड़क को लेकर सजग प्रहरी के अध्यक्ष नंदलाल गुप्त विद्रोही 25 अप्रैल से सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं। 26 अप्रैल को मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक गंगा सिंह कुशवाहा ने तीन दिनों के अंदर कार्य शुरू न होने की दशा में आंदोलन में स्वयं शामिल होने की बात कही। अब विधायक का अल्टीमेटम भी समाप्त हो चुका है। लेकिन विभाग की आंख नही खुली और अभी तक कुछ नही हो सका।