शनिवार, 30 जून 2012

कुशीनगर में पानी के लिए मची हहाकार, बिन पानी कराह रहे खेत



  •     किसानों के लिए पानी के जुगाड़ में पानी की तरह ही बह गया सरकारी धन

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पानी के लिए हहाकार मची हुयी और बिन पानी खेत कराह रहे है । पानी का दूर-दूर तक कही कोई सुराख नही दिख रहा है। अब तो भगवान की आराधना ही इन्हे पार उतार सकती है।

किसान सूखे की आशंका से चिंतित है कि कही उनकी फसलें सूख न जायें और भूखमरी की नौबत न आ जाय। कुशीनगर में एक तरफ जहां सिंचाई की सरकारी व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। कहने को जिले में 157 नलकूप संचालित हो रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि करीब बीस फीसद नलकूप खराब पड़े हैं।
 
बारिश न होने और सरकारी सिंचाई संसाधनों के धोखा देने से किसानों की धान की रोपाई पूरी तरह प्रभावित है, वहीं उनकी खेती की लागत भी बढ़ जा रही है। अधिकतर किसान ंपिंगसेटों के सहारे अपने खेतों की धान की रोपाई कर रहे हैं।

 वहीं साधन विहीन किसानों को सौ रुपए से डेढ़ सौ रूपये प्रति घंटे तक देकर धान की रोपाई करनी पड़ रही है। जहां प्रति एकड़ में एक हजार पाॅच सौ रुपए तक पानी के नाम पर खर्च हो रहा है तथा उसके बाद हर तीसरे चैथे दिन भी खेतों में पानी चलाना पड़ रहा है।
 
सबसे ज्यादा दयनीय स्थित नहरों के किनारे खेती करने वाले किसानों की है। क्योंकि  किसान धान की रोपाई नहरों के ही सहारे कराते थे पर अब तक नहरों में पानी न आने से वे आसमान के तरफ टकटकी लगाए हुए है। कि आज बरस जायेगा तो कल बरस जायेगा लेकिन उपर वाले की मेहरवानी अभी तक नही हो पायी है। 

कुशीनगर जनपद में यह स्थिति करीब हर विकास खण्ड में है जहां पानी के लिए किसान परेशान है और फसले कराह रही है।
 
फाजिलनगर विकास खंड हो या पडरौना हर जगह स्थित नहरें बेपानी है। रामकोला विकास खंड के मेहदीगंज के पास से गुजरने वाली कौआसार ड्रेन की पिछले पांच वर्षो में मनरेगा के अंतर्गत परियोजना का नाम बदल कर सिल्ट सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर दिया गया है, लेकिन स्थिति जस के तस है।

 वही  पडरौना के घोरघटिया ग्राम में नहर की सफाई भी कुछ ऐसे ही हुयी पानी के नाम पर लाखों रूपये विगत पाच सालों में बह गये और एक बार भी इस नहर में पानी रेंगने भी नही आया। इस नहर के लिए केवल पनीवट लेने ही लोग आते है पर सिंचाई कैसे हुयी यह कोई नही पुछता।

एक बार फिर हुश्न को नही मिली सजा और बेचारा मजनू पिटा गया



कुशीनगर । फिल्मी किरदार देख अब हैरत करने की जरूरत नही रह गयी है अब यह हकिकत में होने लगा है। प्यार के दुश्मनों ने एक बार फिर एक प्रेमी को उसके प्रमिका से अलग करे के लिए मजनू की तरह धुनाई कर दी और उसकी लैला कराहती रही।

यह घटना कुशीनगर में घटी  जहां एक लैला ने अपने मजनूू को फोन पर अपने घर बुलाया था और इसकी भनक प्यार के दुश्मनों को लग गयी। कि सारा खेल ही बिगड़ गया और दोनो पकड़े गये। 

उस समय यह फिल्मी गीत हुश्न हाजिर है मुहब्ब्त् की सजा पाने को कोई पत्थर से मारों मेरे दिवाने को......चरितार्थ हो रहा था।

लोगा आशिक की धुनाइ्र कर रहे थे और प्रेमिका को पछतावा हो रहा था कि कहा से मैने उसे बुला लिया।ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के विशुनपुरा थानाक्षेत्र के ठाढ़ीभार गांव में एक व्यक्ति के घर शुक्रवार को शादी थी। 

इस बारात में गांव के अधिकतर लोग चले गये थे। घर में अकेली एक प्रेमिका ने मौका पाकर पटहेरवां थानाक्षेत्र के रहने वाले अपने प्रेमी को बुला लिया।

इसी बीच बारात से लौटकर कुछ युवक गांव आ गये। इन युवकों ने आशिक को घर में घुसते देख लिया। फिर क्या था।

 युवकों ने गांव के अन्य लोगों को भी बुला लिया। घर के बाहर काफी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने घर में घुसे आशिक को पकड़ कर ठीक ढंग से धुनाई कर दी।

 इश्क का भूत उतारने के बाद ग्रामीणों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

वेवफा प्रेमी के घर के सामने भूख हड़ताल पर बैठी प्रेमिका


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक प्रेमी द्वारा घरवालों के दबाव में शादी से इनकार करने पर आहत प्रेमिका रागिनी (काल्पनिक नाम) ने उसे पाने के लिए जान को दांव पर लगा दिया है।

प्रेमिका अपने वेवफा प्रेमी के घर के सामने शुक्रवार की देर शाम से भूख हड़ताल पर बैठ गयी है। कुशीनगर जनपद का यह मामला रामकोला थानाक्षेत्र के गांव परवरपार का है।
रागिनी के मुताबिक वह अपने गांव के ही युवक से प्रेम करती थी और उसका प्रेमी भी उस पर मर मीटने को राजी था।  प्रेमी ने रागिनी को शादी का स्वप्न दिखाकर उससे शारीरिक संबंध बना लिया। 

धीरे-धीरे यह बात पूरे गांव में फैल गई। रागिनी के घरवाले युवक से दूरी बनाने के लिए दबाव बनाने लगे पर प्रेमी रागिनी से दूर होने को राजी नहीं था। दो दिन पहले प्रेमी युगल घर से फरार भी हो गए।
प्रेमी के पिता ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन से दोनों को पकड़ लिया और उन्हे घर लाया शुक्रवार की शाम को प्रेमी अपने वायदे से मुकर गया। 

रागिनी ने बताया कि घरवालों के दबाव में उसके प्रेमी ने एक झटके में सारे समों बादों को तोड़ दिया। घर से भागने की बदनामी झेलने के बाद रागिनी के लिए आगे की कोई राह नहीं सूझी तो प्रेमी के दरवाजे पर ही भूख हड़ताल शुरू कर दी।

 शुक्रवार की देर शाम से अनशन पर बैठी लड़की को मनाने के लिए गांव और घरवालों ने बहुत कोशिश की। लेकिन वह उठने को तैयार नहीं है।

 शनिवार को भी दिन भर रागिनी को मनाने की कोशिश चलती रही। लेकिन सफलता नहीं मिली। रागिनी की जिद है कि अगर मेरी इससे शादी नही हुयी तो मै  यही जान दे दूगीं।   

शुक्रवार, 29 जून 2012

कुशीनगर में अचैचित्यहीन कार्यो पर भी प्रतिबन्ध लगने शुरू


  •    औचित्यहीन पुलिया की रिकवरी

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अब सरकारी धन का बन्दर बाट सम्भव नही है। घुसखोर व दलालों के साथ अचैचित्यहीन कार्यो पर भी प्रतिबन्ध लगने शुरू हो गये है। जिलाधिकारी ने औचित्यहीन  बनी पुलिया पर रिकवरी का आदेश जारी किया है।


एक इंटरनेट के माध्यम से मिली शिकायत पर जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने एक पुलिया की जांच कराई तो उन्हें पुलिया के औचित्यहीन होने की रिपोर्ट मिली।

 इस मामले में जिम्मेदारी फिक्स कर पुलिया निर्माण में खर्च धनराशि की रिकवरी कराये जाने का आदेश जारी किया है।हालाकि कुशीनगर के लिए पहली घटना नही इसके पूर्व जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने कई दलालों को जेल की हवा खिलायी।

ज्ञातव्य हो कि जिलाधिकारी को इंटरनेट पर शिकायत मिली थी कि रामकोला विकास खंड के सनेरा मल छपरा मोड़ के पास बनी पुलिया का कोई औचित्य नहीं है। इस शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने इसकी जांच बीडीओ से कराई। बीडीओ ने जांच में पुलिया को औचित्यहीन पाया।

 बीडीओ संजय नायक ने स्वीकार किया कि उन्होंने पुलिया के औचित्यहीन होने की रिपोर्ट सौंपी थी। इसी जांच रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने पुलिया के औचित्यहीन मिलने पर उन्होंने जिम्मेदारी फिक्स कर रिकवरी कराने का आदेश दिया है।

कुशीनगर में पहली बार सी.एम.एस. ने की सफाई




कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में निरंकुश पड़़े प्रशासन को पटरी पर लाने हेतु जिलाधिकारी का जिला सयुक्त चिकित्सालय पहुचना मुख्य चिकित्सा अधीक्षक व उनके स्टाफ पर भारी पड़ा।

यहां पहली बार सीएमएस को अस्पताल में सफाई करनी पड़ी। जहां गन्दगी व उत्तर दायित्व के निर्वहन न होने पर फटकार के साथ सम्बन्धित कर्मियों के वेतन रोकने का फरमान जारी किया।

यह स्थिति उस समय उत्पन्न हुयी जब गुरूवार को जिलाधिकारी आर सैम्फिल प्रात सवा दस बजे जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे। जहां उन्होने देखा की गरीज गन्दिगी के अम्बार में कैसे इलाज कराते है।

इसके लिए उन्होंने सीएमएस जमील अंसारी को बुलाकर कड़ी फटकार लगाई, वहीं इमरजेंसी के आगे जमा कूड़ा-करकट व गंदगी को न उनसे सिर्फ साफ कराया, बल्कि अग्रिम आदेश तक उनका वेतन भी रोक दिया। 

डीएम की इस कार्रवाई से अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मचा रहा। वहीं मरीजों के परिजनों में इस निरीक्षण से काफी प्रसन्नता रही।

ज्ञातव्य हो कि जिलाधिकारी जिला अस्पताल में लगातार मिल रही खामियों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए औचक निरीक्षण करने अस्पताल पहुंचे थें।

गुरुवार, 28 जून 2012

कुशीनगर से आठ लोग जिला बदर


कुशीनगर 26 जून। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से आठ लोगों को जिला बदर हाने का फरमान जारी किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट रिग्जियान सैंफिल ने जनपद में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आपराधिक प्रवृत्ति वाले इन व्यक्तियों पर कार्रवाई की है।
जिला बदर होने वालों में सर्वाधिक रामकोला थानाक्षेत्र के तीन तथा कुबेरस्थान थानाक्षेत्र के दो लोग शामिल हैं।
जिलाधिकारी कार्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार जटहां थानाक्षेत्र के इंद्रीश पुत्र मजीद, कुबेरस्थान थानाक्षेत्र के बडकू उर्फ रोहित मिश्र पुत्र रामजीत मिश्र व वीरेंद्र मिश्र पुत्र कौशल मिश्र को, रामकोला थानाक्षेत्र के नागेंद्र राव पुत्र लाल सिंह, मिश्री यादव पुत्र चांदबली यादव तथा घप्पू यादव पुत्र मिश्री यादव को जिला बदर किया गया है।
वही विशुनपुरा थानाक्षेत्र के रामजीत कुशवाहा पुत्र शिव प्रसाद तथा कोतवाली पडरौना के सतीश दीक्षित उर्फ गौतम पुत्र नारायण दीक्षित को भी जिला बदर किया गया है।

रविवार, 24 जून 2012

कुशीनगर में एक प्रेमी लूट गया प्यार में

  •    प्रेमिका ने भेजवा जेल, हसरत रह गयी अधूरी
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक और प्रेमी अपनी प्रेमिका के प्रेम में लूट गया। हर ख्वाईश पूरी करने के बाद भी प्रेमिका ने दगा दे दी और प्रेमी आज जेल में है।

जब कोई किसी को दिल में बस लेता है तो शायद वह सब कुछ करने को मजबूर हो जाता है दुख हो सुख उसी की धून में रम जाता है। अगर यही प्रेम एक तरफ हो या दिखावा तो फिर कुछ भी हो जाता है। अपने प्रेमिका की हर जरूरतें पूर करने वाले एक दीवाने की हालत ऐसी हो गयी कि आज प्रेमिका के दीवानगी में वह जेल जाना पड़ा ।
 
जमीन बेचकर उसकी हर जरूरतें पूरी करना, नई मोटरसाइकिल खरीदकर घर से स्कूल और फिर स्कूल से घर पहुंचाना, शिवमंदिर में एक साथ जीने-मरने की कसमें खाना। यही नही उसके शादी की बात पर खुदकशी के लिए जहर तक पी लेने वाले इस इन्सान को उसकी प्रेमिका ने पहले अश्लील हरकत और फिर अस्मत लूटने तक का आरोप मढ़कर उसे जेल भिजवा दिया ? यह सवाल गांव के लोगों की जुबां पर तैर रहा है।
 
कुशीनगर की यह घटना हनुमानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की है जहां गांव के एक व्यक्ति श्याम (काल्पनिक नाम) का पड़ोस के ही एक घर में आना-जाना था। धीरे-धीरे उस घर की एक लड़की से आंखें चार हो गईं। तीन बच्चों का पिता होने के बावजूद भी लड़की के घरवाले उसके आने-जाने से कभी ऐतराज नहीं करते थे।
चाहत जब परवान चढ़ी तो यह व्यक्ति अपनी जमीन बेचकर उसकी जरूरतें पूरी करने लगा। इसे लेकर बूढ़े मां-बाप और घर के सदस्यों से अक्सर कहासुनी हो जाती थी। युवती के लिए वह बूढ़े मां-बाप से भी अलग रहने लगा। परंतु एकाएक सबकुछ बदल गया।
 

जो युवती पहले श्याम के प्रेमिका के नाम से जानी जाती थी जिसके साथ उसने जीने-मरने की कसमें खाई, उसी ने अश्लील हरकत करने और नग्न तस्वीरें खींचने का आरोप मढ़ते हुए थाने में प्रार्थना पत्र दे दिया।
हालाकिं पुलिस ऐसा कोई सबूत नही मिला की वह दोषी फिर भी पुलिस ने 151 के तहत उसे एक हफ्ते के लिए जेल भेज दिया। जब छूटकर वह घर आया तो युवती ने दूसरा शिकायती पत्र देकर उस पर दुराचार का आरोप मढ़ दिया। अब पुलिस ने श्याम को गिरफ्तार करके शनिवार को जेल भेज दिया।  वहीं उसकी प्रेमिका को चिकित्सीय परीक्षण के लिए महिला पुलिस को सौंप दिया। अब इस प्रेम को कोई क्या नाम दें सब जगह यह घटना चर्चा का विषय बन चूकी है।
 
इस संबंध में थानाध्यक्ष भीम यादव बताते है कि आरोपी को धारा 376 में मुकदमा पंजीकृत करके जेल भेजा गया है।  युवती को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। इस पूरे घटना क्रम की जाॅच की जारही है।


शनिवार, 23 जून 2012

कुशीनगर जिला प्रशासन का रूख कड़ा, संहित के उल्लंघन पर दण्डित होगें जिम्मेदार

  •     धर्म, सम्प्रदाय, जाति या सामाजिक वर्ग का कोई नही लेगा सहारा


उपेन्द्र कुमार 
 
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिला प्राशासन ने नगर निकाय चुनाव के लिए शख्त रूख अख्तियार किया है। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी /जिलाधिकारी रिग्जियान सैम्फिल ने एक बैठक बुलाकर आदर्श आचार संहिता का अनुपालन में कड़ाई से अनुपालन कराने को कह है।निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन कहीं भी और किसी भी स्तर पर होना पाया जाता है तो सीधे तौर पर जिम्मेदारों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायगी।

जिलाधिकारी कुशीनगर ने शुक्रवार को नगर निकाय चुनाव की तैयारी की बाबत कलेक्ट्रेट सभागार में नगर उम्मीदवार व अफसरों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी उम्मीदवार या उनके प्रतिनिधि ऐसा कोई भी कार्य लिखकर, बोलकर या किसी प्रतीक के माध्यम से नही करेंगे जिससे किसी धर्म,
सम्प्रदाय, जाति या सामाजिक वर्ग एवं राजनीतिक दल, वर्गो के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो। उम्मीदवार किसी दूसरे उम्मीदवार के व्यक्तिगत जीवन की आलोचना चुनाव प्रचार में नही करेंगे। मत के लिए जातीय, साम्प्रदायिक और धार्मिक भावना के साथ परोक्ष या अपरोक्ष रूप से खिलवाड़ नहीं करेंगे। मंदिर, मस्जिद व गिरजा घर आदि धार्मिक स्थलों का प्रयोग चुनाव के लिए नही  होगा।

मादक द्रव्य, धन का प्रलोभन आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। इन कार्यो में लिप्तता पाए जाने पर जिम्मेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर दी जाएगी। चुनाव प्रचार हेतु बगैर अनुमति किसी की भूमि, भवन, अहाता, दीवार का उपयोग नही  होगा। उन्होने कहा कि  बिना अनुमति लाउड स्पीकर का प्रयोग बर्जित होगा। इसके साथ ही रात्रि 6 से प्रातः 10 बजे तक लाउड स्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित है। बगैर मुद्रक व प्रकाशक के नामों का उल्लेख किए चुनाव प्रचार सामग्री का प्रकाशन नही  होगा। प्रत्याशियों के अनुमति के बिना उसके पक्ष में प्रचार सामग्री प्रकाशित कराना दंडनीय है। जनपद में सभा, रैली, जुलूस का आयोजन बिना अनुमति के नही होगा। 
मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार बंद कर दिया जाएगा। मतदान के दिन मतदाताओं को ले आने व ले जाने के लिए बूथों तक वाहन नही चलेंगे। इस बैठक में जनपद के तमाम जिम्मेदार अध्किकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

कम तेल देने के मामले में युवक की करी धुनाई


मुजफ्फरनगर। जनपद के रूडकी रोड स्थित एक पैट्रोल पम्प पर कम तेल दिए जाने की शिकायत एक व्यक्ति को उस समय मंहगी पड गई। जब पैट्रोल पम्प कर्मचारियो ने उक्त युवक की जमकर धुनाई कर डाली। वहीं इस घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना सिविल लाईन क्षेत्र के रूड़की रोड स्थित आनन्दपुरी पैट्रोल पम्प पर आज सुबह उस समय हंगामा खडा हो गया। जब उक्त पैट्रोल पम्प पर तेल लेने आए एक व्यक्ति ने वहंा मौजूद कर्मचारियों पर कम तेल देने का आरोप लगाया तो गुस्साए पैट्रोल पम्प कर्मचारियों ने इस व्यक्ति की जमकर धुनाई कर डाली। यही नहीं पैट्रोल पम्प कर्मचारियांे ने कोतवाली पुलिस को बुलाकर पीडि़त व्यक्ति पर मारपीट करने तथा पैसे छीनने का आरोप लगाया। 

लेकिन मामले की छानबीन कर रही कोतवाली पुलिस ने जब पैट्रोल पम्प पर लगे सीसी कैमरे देखे तो सच्चाई सामने आ गई। क्योंकि सीसी कैमरे में साफ दिखाई दे रहा था कि पैट्रोल पम्प कर्मचारी इस युवक की धुनाई करते नजर आ रहे थे। पुलिस ने पैट्रोल पम्प कर्मचारियों को जमकर लताड़ पिलाई तथा वहां मौजूद मैनेजर को भी खरी खोटी सुनाई। इस घटना से उपभोक्ताओं मे जबरदस्त रोष व्याप्त है। उनका आरोप है कि इस पैट्रोल पम्प पर इस तरह की घटनाऐं होना आम बात है।

जूता विवाद बना गांव में चर्चा का विषय

 सचिन दिमान
मुजफ्फरनगर। निकटवर्ती गांव सुजडू के मौहल्ला खालसा पट्टी में आज उस समय अजीब नजारा देखने को मिला जब मौहल्ले के रहने वाले हाजी मेंहदी के लडके नवाजिश ने जो जूते पहन रखे थे उनको मौहल्ले के ही शाहबाज पुत्र अनीस ने उन जूतों को अपना बताकर हंगामा खडा कर दिया।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सूजडू में गत दिनों पहले मदरसा फैजूल इस्लाम की मस्जिद में शाहबाज नमाज पढने के लिए गया था तथा वहीं पर उसने अपने रिबोक कम्पनी के सात हजार रूपये के जूते जिनकी कीमत लगभग सात हजार रूपये बताई जाती है। उन जूतों  को बाहर निकाल कर रख दिये तभी वहां नमाज पढ़ने आये हाजी मेंहदी के पुत्र नवाजिश ने उन जूतों को वहां से साफ कर दिये तथा आज वे उन्हें पहनकर गांव में ही घूम रहा था जिसे आज शाहबाज ने देख लिया और जब शाहबाज ने उन जूतों को अपने जूते बताये तो नवाजिश उस पर भडक गया तथा कहने लगा कि ये जूते उसने मेरठ से खरीदे है। मारपीट की नौबत आने पर गांव के ही जिम्मेदार लोगों ने उक्त जूतों की जांच पडताल कर जूते शाहबाज को देकर मामला शांत किया। गांव में उक्त मामला हंसी व ठिठौली का विषय बना रहा।

एटीएम कार्ड बदलकर खाते से चालीस हजार उडाये


मुजफ्फरनगर। गत दिवस कस्बा खतौली में जीटी रोड पर स्थित एसबीआई बैंक की शाखा के एटीएम से एक अन्य व्यक्ति ने एटीएम कार्ड बदलकर उसके खाते से चालीस हजार रूपये निकाल लिये।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना खतौली क्षेत्र के ग्राम पमनावली निवासी टेकचंद अपने पुत्र सुमित के साथ स्टेट बैंक के एटीएम से रूपये निकालने आये थे। टेकचंद ने बताया कि उसका एटीएम कार्ड मशीन की तकनीकी खराबी के कारण मशीन में ही फंस गया था। इसी दौरान एक व्यक्ति ने सहायता करने के बहाने से उनका एटीएम कार्ड बदलकर उनको दूसरा एटीएम कार्ड दे दिया तथा उनके जाने के बाद उक्त व्यक्ति ने एटीएम ने चालीस हजार रूपये निकाल लिये।

वहीं दूसरी तरफ आदमपुर मोचडी निवासी प्रदीप तेजी पुत्र शेरसिंह ने थाना में रिपोर्ट दर्ज करायी है कि बैंक के एटीएम से नरेश पुत्र रामकिशन ने उसका एटीएम कार्ड बदल दिया है तथा उसके खाते से रूपये निकाल लिये है  दोनों व्यक्तियों ने कोतवाली में घटना की रिपोर्ट दर्ज करा दी है। पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है जिसका नाम नरेश बताया जा रहा है।

रहस्यमय परिस्थितियों में युवती जली


मुजफ्फरनगर। रहस्यमय परिस्थितियों में जली युवती को उसके परिजन उपचार के लिए जिलाचिकित्सालय ले गए। जहां डाक्टरो ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेरठ रैफर कर दिया।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना सिविल लाईन क्षेत्र के मौहल्ला मल्हूपुरा निवासी फैजान की 17 वर्षीय बेटी शाईना आज सुबह खाना बनाते समय रहस्यमय परिस्थितियों मे बुरी तरह से जल गई। जिसे उसके परिजनों द्वारा उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले गए। 

जहां डाक्टरो ने उक्त लड़की की गंभीर हालत को देखते हुए मेरठ रैफर कर दिया। यह घटना मौहल्ले मे चर्चा का विषय बनी हुई है।

फैक्ट्रीकर्मी की दुर्घटना में मौत,परिजनों ने शव हाइवे पर रखकर किया प्रदर्शन



मुजफ्फरनगर। मेरठ रोड स्थित एक सरिया फैक्ट्री में  काम करने वाला मजदूर भट्टी की चपेट मंे आ जाने के कारण गंभीर रूप से झुलस गया। उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजनों ने शव को अस्पताल तिराहे पर रख जोरदार प्रदर्शन किया।

प्राप्त समूाचार के अनुसार जनपद के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला रामपुरी निवासी सुरेन्द्र नामक व्यक्ति पिछले कई वर्षो से मेरठ रोड स्थित सर्वोत्तम स्टील नामक फैक्ट्री मंे कार्य करता था। बताया जाता है कि रोजाना की भांति कल रात भी सुरेन्द्र अपने घर से फैक्ट्री में डयूटी करने के लिए गया हुआ था कि देर रात्रि वह अचानक लोहा फैक्ट्री में  बनी भट्टी के पास खड़ा था कि अचानक वह भट्टी की चपेट मंे आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। घटना की सूचना फैक्ट्रीकर्मियों ने फैक्ट्री मालिकों को दी। सूचना मिलते ही फैक्ट्री मालिक व सुरेन्द्र के परिजन मौके पर पहुच गए तथा घायल सुरेन्द्र को गाड़ी में  डालकर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले गए। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना से क्षुब्ध सुरेन्द्र के परिजनों ने उसके शव को अस्पताल चैराहे पर रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री मालिकों से मुआवजे की मांग की। इस दौरान अस्पताल चैराहे पर अच्छा-खासा जाम लग गया।

 मामले की सूचना मिलते ही सीओ सिटी संजीव वाजपेयी व शहर कोतवाल सत्यपाल सिह मय फोर्स के मौके पर पहुंच गए तथा प्रदर्शन कर रहे मृतक के परिजनों को समझा-बुझा कर किसी प्रकार मामला शान्त कराया।

बुधवार, 20 जून 2012

कामांध पिता को बेटी ने गड़ासे से किया लहूलुहान, हालत नाजुक


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक पिता ने अपनी ही बेटी को हवसक का शिकार बनाना चाहा। जिस का प्रतिकार करते हुए वेटी ने कामान्ध पिता को गड़ासे से लहूलुहान कर दिया। जिसकी हालत नाजुक बनी हुयी है।
 
यह घटना कुशीनगर जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र के माधोपूर के गउजही गांव में मंगलवार की देर रात घटी। जब लड़की व उसकी मां रात के करीब 9 बजें कही से घर आये तब तक उसका पिता भी शराब के नशे में घुत घर मे घूसा।

 सीमा (काल्पनिक नाम) ने बताया कि उसके बाद सारी मार्यादाओं का ताख पर रख कर उसके कामांध बाप ने उससें छेड़खानी शुरू कर दी शोर मचाने पर सीमा की मां भी वहां पहुची जिसने छोड़ानें प्रयास किया। जिससे नराज होकर कामांध बाप ने अपनी पत्नि को भी पीटना शुरू कर दिया । इसके बाद कोई दुसरा रास्ता वाजाय इसके नही दिखा। गुसाई सीमा ने गड़ासे से अपने पिता पर प्रहार कर लहुलुहान कर दिया।
 
इघर घटना की सूचना पाकर पहुची पुलिस घायल व्यक्ति को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामकोला में भर्ती कराया जहां डाक्टर ने उसे मडिकल कालेज क लिए रेफर कर दिया।  इस मामले में थानाध्यक्ष रामकोला का कहना है मामले की जाॅच की जारही है।

शराबी ने एक व्यक्ति को पीट कर अधमरा किया


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शराब व शराबियों की तादात दिन-प्रतिदिन बढ़ती जारही है। शाबियों के साथ अपराध भी सरखुरू हो चला है।  ऐसे ही एक शराबी ने शराब न देने से मना करने पर व्यक्ति को बूरी तरह पीट कर अधमरा कर दिया।
 
यह मामला कुशीनगर जनपद के कसया थाना क्षेत्र के सिधुआ बागर गांव का है जहां एक लड़की को गिलास में शराब ढालने से मना करना लड़की के चाचा को महंगा पड़ा गया। इससे नाराज युवक ने लड़की के चाचा की पिटाई कर दी।
 
शराबी की इस करतुत से आहत चाचा ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है। कसया थाना क्षेत्र के सिधुवा बांगर निवासी मोतीलाल ने बताया है कि उसके भाई सुभाष की 12 वर्षीय पुत्री मंगलवार को दिन में दस बजे किसी काम से गांव के पास स्थित तालाब पर गई थी।
 
उसी दौरान तालाब पर मछली मारने गए उसके गांव के एक युवक ने उसकी भतीजी से गिलास में शराब ढालने को कहा। उसी समय मोतीलाल वहां पहुंच गया और उसने ऐसा करने से अपनी भतीजी को मना किया। युवक को यह बात नागवार लगी और उसने उसकी पिटाई शुरू कर दी।

कुशीनगर में एक और प्रशासनिक अधिकारी पर दर्ज हुआ भ्रष्टाचार का मुकदमा



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे फिर एक प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार एवं अवैध वसूली के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
 
कुशीनगर मे तैनात रहे पूर्व जिला पूर्ति अधिकारी द्वारिका प्रसाद त्रिपाठी पर कोतवाली पडरौना में दर्ज यह मुकदमा शासन के निर्देश पर  जिला पूर्ति अधिकारी ने दर्ज राया है। वर्ष 2011 के मध्य में तत्कालीन जिला पूर्ति अधिकारी द्वारिका प्रसाद त्रिपाठी पर नियम विरुद्ध कार्य करने एवं भ्रष्टाचार संबंधी कई आरोप लगाए गए थे। कई लोगों की शिकायतों पर शासन ने जांच कराई।
 
जिसमें खुलाशा हुआ था कि तत्कालीन जिला पूर्ति अधिकारी ने कोटेदारों से अवैध वसूली कर लाखों रुपये दो खातों में भेजवाए थे। इसके अलावा राशन वितरण, दुकानों के निलंबन बहाली में भी काफी धनउगाही की थी। 

इस मामलें में संयुक्त सचिव के निर्देश पर जिलाधिकारी रिग्जियान सैंफिल ने द्वारिका प्रसाद त्रिपाठी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए 14 जून को जिला पूर्ति अधिकारी कुशीनगर को आदेश दिया था।
जिस पर मंगलवार को डीएसओ की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने तत्कालीन जिला पूर्ति अधिकारी द्वारिका प्रसाद त्रिपाठी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण एक्ट तथा अवैध वसूली की विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया।

 हालांिकं  कि जांच रिपोर्ट के बाद खाद्य रसद आयुक्त अर्चना अग्रवाल ने पिछले माह ही उन्हें निलंबित कर दिया था। इस सम्बन्ध में कोतवाल विजय शंकर तिवारी ने बताया कि वसूली एवं भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं में मुकदमा  पंजीकृत किया गया।

शनिवार, 16 जून 2012

भारत एवं बिहार सरकार के खिलाफ 24 जून से आयोजित होगा राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन


कुशीनगर । महाबोधि महाविहार मुक्ति आन्दोलन समिति के तत्वाधान में बौद्धों के अधिकार की मांग को लेकर 24 जुलाई 2012 के बाद भारत एवं बिहार सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया।
 
यदि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री को पूर्व में दिए गए ज्ञापन के संदर्भ में संतोषजनक जवाब नही मिलता है। राष्ट्रीय स्तर पर भारत एवं बिहार सरकार के विरूद्ध जनान्दोलन प्रारम्भ करने हेतु निर्णय लेने पर विचार किया जाएगा।इस सम्बन्ध जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष भंते आनंद ने कहा कि महाबोधि मंदिर प्रबंधन एक्ट 1949 असंवैधानिक है जिसका संशोधन किया जाना जरूरी है।
 
धारा के अनुसार बिहार सरकार 3 वर्ष हेतु एक समिति गठित करती है जिसमें चार हिन्दू और चार बौद्ध सदस्य नियुक्त होते हैं। गया जिले का डीएम हिन्दू होने पर समिति का पदेन अध्यक्ष होता है। इस प्रकार समिति में बहुमत हिन्दुओं का है। ऐसे में बौद्ध सदस्य चाहकर भी अपने किसी प्रस्ताव को पारित नही करा सकते हैं। यह एक्ट संविधान विरोधी ही नही संविधान में प्रदत्त सामाजिक न्याय और समानता की भावना का दोहन करता है।
 
स्थानीय महापरिनिर्वाण मंदिर से बगैर कोई नोटिस दिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कुशीनगर भिक्षु संघ के दानपात्र को हटाने की कार्रवाई को भंते आनंद ने असंवैधानिक कहा है। उन्होंने कहा कि दानपात्र खोलते समय कुशीनगर भिक्षु संघ का कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित नही था। दानपात्र की धनराशि को लेकर जो आरोप लगते रहते हैं उससे प्रशासनिक अधिकारी शक के घेरे में हैं।


कुशीनगर में एक ऐसा व्यक्ति जिसे नही आती नींद

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक ऐसा व्यक्ति है जिसने अपनी आखें कभी बन्द नही की अर्थात उसे नीद ही नही आयी।
 
एक तरफ वेहतर स्वास्थ्य के लिए जितना भोजन की आवश्यकता पड़ती है उतना ही नींद जरूरी है। कोई भी व्यक्ति वह अगर कम से कम 6 घण्टे न सोये तो उसके व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है।
 
वही कुशीनगर में ऐसा ही एक व्यक्ति है जिसने नौ बर्षो से अपनी आखों  को बन्द नही किया। उसे नीद नही आयी केवल टकटकी लगाये देखने वाले इस शक्स को एक मानसिक  बीमारी है। जिसकी चपेट में आने के कारण वर्षो तक यह नही सो पाया।
 
कुशीनगर के रामकोला विकास खंड के कुसमहा के रहने वाले हंसराज पुत्र झीनकू नामम क इस व्यक्ति की उम्र 70 वर्ष  है। बताया जाता कि लगभग दस वर्ष पूर्व वह उस समय इस बीमारी से ग्रसित हुआ जब किसी पारिवारिक विवाद में ऐसे उलझा कि इस व्यक्ति की मानसिक स्थित खराब हो गयी। और धीरे-धीरे इसकी नींद भी उनसे दूर चली गई और आज हालत ऐसी है  कि वह आज तक सो नही पाये है।

वैसे हंसराज का इस दुनिया में तीन वेटें व एक बेटी के सिवाय कोई नही है। परिवार के लोग हंसराज की दवा गोरखपुर से लेकर दिल्ली तक करा चुके है परंतु अभी तक कोई लाभ नही मिला।
 
हंसराज बताते है कि मै कभी-कभी अपने परिवार जनों का नाम लेता हूं और नींद क्या होता है मुझे मालूम नही। इस संबंध में प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी कुशीनगर डा. एसके पांडेय इस बारे में बताते है कि यह एक प्रकार की आइन्सोनिया नाम की बीमारी है जिसकी चपेट में आ जाने पर नींद नही आती है।


शुक्रवार, 15 जून 2012

भाजपा अपने बागी प्रत्त्याशियों पर नकेल लगाने के लिए बना रही रणनीति


कुशीनगर। भारतीय जनता पार्टी कुशीनगर में स्थानीय निकाय चुनावों के मद्द नजर सभी बागी प्रत्याशियों पर नकेल लगाने की रणनीति बनाने में जूट गयी है। पार्टी उनके विरुद्ध सख्ती से पेश होने वाली है।

इस बात का खुलाशा करने बाले भाजपा के जिला संयोजक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने बताया कि जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी से प्रत्याशी के रूप में अपनी उम्मीदवारी दर्ज करायी थी और पार्टी ने उन्हें स्थानीय निकाय चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी नहीं बनाया। उन्हें अपना आवेदन वापस ले लेना चाहिए। यदि वे बागी प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरते है तो भाजपा उनके विरुद्ध सख्ती से पेश होेत हुए अनुशासनहीनता की कार्यवाही करेगी।

श्री त्रिपाठी ने यह भी बताया कि यदि कार्यकर्ता व्यक्तिगत कारणों से दल के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध बना त्याग पत्र दिए, प्रचार-प्रसार करते हैं और यह बात प्रत्याशी द्वारा संज्ञान में लाया जाता है तो उनके विरुद्ध भी दल विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने संबंधी कार्यवाई की जाएगी।

नगर निकाय चुनावों हेतु वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की चुनाव संचालन समिति गठित की गयी है। जिनकी देखरेख और निर्देशानुसार नगरीय निकाय चुनाव होंगे। इसके लिए पार्टी ने प्रत्येक निकाय हेतु प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है जो पूर्ण कालिक कार्यकर्ता के रूप में चुनाव के दौरान क्षेत्र में रहकर प्रचार-प्रसार करेंगे।



बरसात की एक-एक बूदं के लिए तरस रहा कुशीनगर



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर नारायणी नदी के किनारे वसे कुशीनगर  बरसात की बूदं-बूदं के लिए तरस रहा है। बरसात के दिनों में हर साल यहां कुछ हिस्सा बाढ़ की आगोश में समा जाता है। पर यहां अभी तक न तो बाढ़ आयी और नही बरात की बूदें आयी।
 
इसके भैगोलिक स्थिति पर नजर डालें तो ज्ञात होता है कि नदी, पहाड़ व जंगलों से सटे इस क्षेत्र में लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं। प्रबुद्ध बर्ग इसे प्रकृति का कोप मान रहे है और जिसका परिणाम है कि वर्ष दर वर्ष बर्षा की गति धीमी होती जारही है।
 
पिछले दस वर्षों में सबसे कम बारिश वाला साल 2011 रहा, तो इस वर्ष जून माह में अब तक महज 2.8 मिमी ही बारिश रिकार्ड हुई है। एक तरफ इसे सत्य माना जाय तों जून माह की 15 तारीख से बरसात का सीजन शुरू होता है। लेकिन जून का ग्राफ अच्छा नही है। एक नजर बर्षा के आकड़ों पर डाले तो 2003 के जून माह में 348 मिमी, 2004 में 223.4 मिमी, 2005 में 106.4 मिमी, 2006 में 514.4 मिमी, 2007 में 189.6 मिमी, 2008 में 367 मिमी, 2009 में 16 मिमी, 2010 में 65.8 मिमी, 2011 में 117.6 मिमी बारिश हुई ।
 
बरसात के लिए यह क्षेत्र हमेशा अनुकूल माना जाता रहा है। नारायणी नदी कुशीनगर जिले के अधिकांश उत्तरी हिस्से को प्रभावित करती है। यह नदी धवलागिरी पर्वत के मुक्तिनाथ धाम से निकली है, जबकि तिब्बत सहित नेपाल के कई हिस्सों को छूते हुए नेपाल के त्रिवेणी में भैंसालोटन के पास आकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करती है।

वही इसके सटे किनारे पर वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के लगभग नौ सौ वर्ग किमी का जंगल है, कुशीनगर की सीमा से  20 किमी दूरी पर नेपाल के पहाड़ों की श्रृंखला मौजूद है। साथ ही सोहगीबरवा वन्य अभ्यारण भी पास में है। फिर भी कम बरसात बेहद चिंता का विषय बनता जा रहा है।
कुशीनगर के एक नागरिक राजेश तिवारी बतात है कि क्या वताये गर्मी के साथ अब तक मानसून का न आना वेहद दुखद है। हमारे फसल का क्या होगा जो पानी से ही होती है। इस समय सूखें की स्थिति है बाद में बाढ़ जैसी स्थिति आ जायेगी और हम तबाह हो जायेगे।

गुरुवार, 14 जून 2012

आबकारी के निरकुशता पर जहरीली शराब का कारोबार कुशीनगर में




  • सैकड़ों घर बर्बाद, पाच सालों में चली गयीं 65 जानें


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत जहरीली शराब का अबैध घन्धा फल-फूल रहा है। शहर व कस्बों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी तमाम जहरीले कैमिकल्स डालकर बनाई जा रही नाजायज शराब की भट्टियां धधक रहीं हैं। 

बुद्धजीवी तो अब यह कहने को मजबूर हो गये है कि शायद इस अवैध कारोबार पर अब अंकुश लगना नामुमकिन हो गया है। वर्षों से संचालित 200 ईट भठठों पर शराब की भट्टियों के मालिकों पर अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं  लाई गई है, इससे पुलिस की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।

जहरीली शराब का अवैध कारोबार लम्बे समय से बरकरार है। लेकिन पुलिस के आलाधिकारियों के अलावा आवाकारी विभाग भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इतना जरूर है कि कार्रवाई के नाम पर जनपद की पुलिस द्वारा थोड़ी बहुत मात्रा में कच्ची शराब बरामद कर नशीला जहर बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर अपने को अखबार के पन्नों पर छपवा कर इसकी इति श्री कर ली जाती है।

इन शराब माफियाओं को किसी का भय नहीं है, चाहे वह आबकारी विभाग हो अथवा पुलिस विभाग, सब के आदेशों को यह अवैध कारोबारी लोग ताक पर रखकर अपने नाजायज कारोबार को धडल्ले से चला रहे हैं। इनमें शराब बिक्रेताओं को दिन दूनी रात चैगुनी कमाई हो रही है।

 इस मुनाफे के चलते वे लोग किसी को कुछ नहीं समझते हैं, अगर कोई चैकिंग करने आ भी जाता है, तो उसके हाथों को रुपये देकर तत्काल रोक दिया जाता है। इस जहरीली शराब से युवाओं के शरीर पर बुरा असर पर रहा है। एक ऐसी ही घटना कप्तानगंज के थाना क्षेत्र में घटी जहां एक शराब करोबारी ने शराब बेचने से मना करने पर एक की जान ले ली और दो को अधमरा कर दिया। 

उनके शरीर में जहर घोलने का काम आबकारी विभाग की कार्रवाई न होने से किया जा रहा है। कई बार इस जहरीली शराब पीने से युवाओं की मौत भी हो चुकी है पाच सालों में इनकी संख्या करीब 65 पर पहुच गयी है। सैकड़ों घर बर्वादी के कगार पर हैं।

 इस शराब ने बहुतेरे लोगों की जिंदगियों को तहस-नहस कर दिया है। इसके बावजूद भी विभाग के अधिकारी कुम्भकर्णी निन्द्रा में तल्लीन हैं और गांव देहात के अलावा शहर व कस्बों में शराब की भट्टिया चल रहीं हैं। भट्टियां चलाने में दर्जनों गांव और कस्बों के अलावा शहर के तमाम मुहल्ले शामिल हैं। 

कुशीनगर में पीने के पानी के लिए कराह रही जनता





कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पीने के पानी के लिए जनता कराहने लगी है। यह पूरा इलाका भौगोलिक दृष्टि से भूमिगत जल भंडार के खतरे से जुझ रहा है। जहां कभी दो हाथ मारते ही पानी की मोटी धार निकल पड़ती थी अब वही मुश्किल से पानी निकल रहा।

एक तरफ गिरते जल स्तर के प्रमुख कारणों में इंडिया मार्क हैंडपंप सामने आया है और इन हैंडपंपों के इर्द-गिर्द जलस्तर गिरना शुरू हो गया है और पानी के लिए लोगों को अब पहले से ज्यादा गहरी खुदाई करनी पड़ रही। 

ज्ञातव्य हो कि 956 ग्राम पंचायतों वाले कुशीनगर जनपद में 43174 इंडिया मार्क-2 हैंडपंप स्थापित हैं। जो ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा नगरीय क्षेत्र में भी स्वच्छ जल के मुख्य स्रोत हैं। जिले के चैदहों विकास खण्ड में नजर डाले तो यहां के गांवों में पानी का मुख्य स्त्रोत इण्डिया मार्क-2 हैंडपंप है। 

अभी भी गांवों में करीब 16140 नल है। हालाकि इस नल का पानी दुषित हो गया है और पानी पीने योग्य नही रहा । जिसंे जिला प्रशासन ने उन्हे प्रतिबन्धित कर दिया किन्तु उन नलों की जगह पर इण्डिया मार्का हैन्डपंप उपलब्ध नही कराया जा सका। उन नलों में  ज्यादातर बेकार हो गए हैं। जिसकी वजह लोग तेजी से गिरता जलस्तर मान रहे।

गिरते जल स्तर और पीने के पानी की संकट पर  गांव में निवास करने बाले एक शिक्षक दिनेश त्रिपाठी बताते है कि आज पानी का विकट सकट है पीने योग्य पानी केबल पिल्टर से ही मिल पा रहा है। इसका कारण एक तरफ गिरता जल स्तर व दुषित पानी है।

जनपद मुख्यालय से 7 किलों मीटर की दूरी पर बसे अहिरौली, मटिहनिया बुर्जग गांव में भी गिरते जलस्तर की समस्या से लोग जूझने को विवश है। उक्त गांव निवासी शाथ्नत नाम की एक बुजूर्ग महिला बताती है। कि कभी एक समय था दो हाथ मारते ही पानी की मोटी धार बाल्टी में गिरने लगता था पर अब नही गिर रहा है। 

इस सम्बन्ध में भूमि संरक्षण अधिकारी इन्द्रदेव यादव ने बताया कि जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। जलस्तर में गिरावट का प्रमुख कारण कम हो रही बरसात है। उन्होंने बताया कि हाटा व फाजिलनगर क्षेत्र को छोड़ अन्य स्थानों पर तकरीबन 45-55 फिट पर पानी सुलभ है। 

कुशीनगर में नही मनाया गया विश्व रक्त दान दिवस



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विश्व रक्तदान दिवस फिका पड़ गया। किसी ने इस दान को महादान बनाने के लिए पहल नही की। 

एक तरफ सरकार तमाम प्रयास कर रक्त को स्टोर करने के लिए सारे हथकन्डे अपना रही वही कुशीनगर जिले में कही भी कोई रक्तदान की जागरूकता रैली नही निकली गयी और नही कर किसी के जीवन बचाये जाने का प्रयास किया गया।

ये सभी जानते है कि अक्सर एक्सीडेंटल केसों में जीवन के लिये संघर्ष कर रहे पीडि़तों को रक्त की अत्यंत आवश्यकता रहती है। पर ऐसे कार्यक्रम का जनपद में न आयोजित होना भी अत्यन्त दुखदायी है।
    
 इस अवसर पर आम जन को जागरूक कर रक्त दान के लिए प्रेरित किया जाता है। सरकार इसके लिए एक स्पेशल सेल बनायी है। जहां रक्त दान करने बाला व्यक्ति रक्त दान करता है और उसे स्टोर कर उसे आकास्मिक दौर में उपयोग में लाया जाता है। 

ज्ञातव्य हो कि 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसमें 18 से 60 साल तक का कोई भी व्यक्ति, जिसका वजन कम से कम 50 कि0ग्रा0 हो तथा किसी भी गंभीर बीमारी से पीडि़त न हो और रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर 12-5 ग्राम हो, तो रक्तदान कर सकता है। 

एक बार में व्यक्ति से लगभग 350 मि0ली0 से 450 मि0ली0 तक रक्त लिया जाता है। यह रक्त 24 घण्टे के अंदर रक्तदाता के शरीर में स्वयं दोबारा बन जाता है। इससे कोई कमजोरी नहीं होती और न ही शरीर में रोग पतिरोधक क्षमता की कमी होती है।

14 जून से 14 जुलाई तक स्वैच्छिक रक्तदान माह मनाया जाना है। 14 जून को जिले की सभी पीएचसी, सीएचसी पर भी स्वैच्छिक रक्तदाताओं के ब्लड ग्रुप जांच की कही भी व्यवस्था नही दिखी ।

हालाकि इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एस के पाण्डेय से दुरभाष पर सम्पर्क किया गया तो उन्होने बताया कि पडरौना तहसील परिसर आयोजित जेई के जागरूकता गोष्ठी पर विश्व रक्त दान दिवस भी मना लिया गया। एक प्रश्न के उत्तर पर उन्होने बताया कि हमारे बहां किसी ने रक्त दान नही किया।

बुधवार, 13 जून 2012

कुशीनगर की सड़क दुर्घटना में एक वालक की मौत



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक सड़क दुघर्टना में एक बच्चें की मौत हो गयी है। दुर्घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर करीब तीन घण्टे तक आवागमन बाधित कर दिया।

मिली जानकारी के अनुसार कुशीनगर जनपद के पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग 28 बी पडरौना तमकुही मार्ग पर बसहिया गांव के सामने एक पडरौना की तरफ से आ रही एक अज्ञात बाहन ने 10 बर्षीय वालक सेराज पुत्र जब्बार को रौद दिया जिसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी।

 घटना के बाद आक्रोशित ग्रामिणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर करीब तीन घण्टे तक आवागमन को बाधित कर दिया। जिसको लेकर घटना स्थल पर पहुची पुलिस ने भीड़ को तितर-बीतर कर दिया। 

इस मामले में पुलिस ने अज्ञात बाहन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस सम्बन्ध में घटना स्थल पहुचे पडरौना तहसील दार ने ग्रामिणों द्वारा सड़क पर गति अवरोधक के निमार्ण की मांग को माने जाने का आश्वासन दिया।  

शराब के एक अबैध कारोबारी ने 3 लड़कियों को पीटकर अधमरा किया




  • एक लड़की की मौत दो मरणासन्न पर

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक शराब के अबैघ कारोबारी ने शराब बेचने से मना करने पर पड़ोस की तीन वेटियों को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। जिसमें गंभीर रूप से घायल एक लड़की की मंगलवार को मौत हो गई। 

यह घटना कुशीनगर जनपद में कप्तान गंज क्षेत्र के इन्दर पूर गांव में उस समय घटी जब 09 जून को सुबह खदेरू और उसकी पत्नी घर से बाहर थे। घर में उसकी तीन बेटियां 14 वर्षीया सीनल, 12 वर्षीया गुड्डी तथा 10 वर्षीया सुधा ही मौजूद थीं। 

वही दुसरी तरफ पड़ोस में शराब बनाकर बेचने वाले एक व्यक्ति को ऐसा करने से इन लडकियों  ने मना किया। जिस पर अबैध रूप से शराब का करोबार करने वाले एक कारोबारी तथा उसके परिजनों ने इन तीनों लड़कियों को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। जिनको इलाज के लिए कप्तानगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन बच्चियों को भर्ती कराया गया, जिनमें से सुधा ने मंगलवार को दिन के लगभग 11 बजे दम तोड़ दिया। सीनल और गुड्डी का अभी भी मौत से जूझ रही है।

इस घटना से आहत लड़कियों के पिता खदेरू ने कप्तानगंज थाने में प्रार्थना पत्र दिया, इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष ने बताया कि मामलें में कार्यवाही की जारही है। पुलिस ने अपराध संख्या-386/12 धारा 304, 323 के तहत मंगलवार को अभियोग पंजीकृत करके लाश को पोस्टमार्टम के लिए देर रात  भेज दिया है। 

भारत के राष्ट्रीय घरोहर कुशीनगर में असुरक्षित, पाॅच मयूरों की मौत




कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भारतीय धरोहर अब असुरक्षित होते जा रहे है। एक ऐसा ही मामला  कुशीनगर से होकर विहार प्रान्त में जाने वाली मुख्य पश्चिमी गंडक नहर का है जहां पर पाॅच राष्ट्रीय पक्षी मोर मृत पाए गए है।

यह घटना कुशीनगर जनपद से होकर गुजरने वाली मुख्य पश्चिमी गंडक नहर में गोड़रिया तथा मठिया माफी गांवों के बीच की है जहां सोमवार को तीन मोर मृत देखे गए थे। फिर इसी तरह मंगलवार को दिन के लगभग तीन बजे दो और मोर इसी जगह मरे पाए गए। इसके अलावा दो गीदड़ और एक बंदर भी मंगलवार को नहर में मरे पड़े मिले। ग्रामीणों ने पांच मयूरों के शव मुख्य पश्चिमी गंडक नहर में देखे जाने की पुष्टि भी की है।

 इस राष्ट्रीय पक्षी के पांच शव एक ही जगह पाए जाने से पूरे गांव के लोग आश्चर्य में पड़ गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना मंगलवार की शाम वन विभाग के अधिकारियों को दी। परंतु इतने संवेदनशील मामले की जानकारी होने से वन क्षेत्राधिकारी एमबी गिरि ने अनभिज्ञता जाहिर की।

 वही इस सम्बन्ध में जिला प्रभागीय बनाधिकारी आर पी सिंह का कहना है। कि मामला सज्ञान में है कार्यवाही की जा रही है।

मंगलवार, 12 जून 2012

सिरकोव एलेक्सी नाम का रूसी नागरिक भारत में लेगा अन्तिम सांस




  •    भारत दर्शन की तीसरी यात्रा पर आया कुशीनगर
  •    कैथोलिक धर्म को त्याग हिन्दु धर्म का बन गया अनुयायि,   ईश्वर दर्शन की आस में यह खोज रहा भगवान को


कुशीनगर । भारत दर्शन के लिए आये एक रूसी नागरिक ने भारत में ही अपनी अन्तिम सासें लेने का फैसला किया है। भारतीय संस्कृति ने व्यक्ति को इतना प्रभावित किया की उसने अपने धर्म परिवर्तन के साथ अपने आत्मा को भारत में ही त्यागने का फैसला किया है।

सिरकोव एलेक्सी नाम के इस रूसी नागरिक ने अपना नाम तक बदल दिया है। अपना नाम शंभू शर्मा रखने वाला यह एलेक्सी आत्म शांति व सत्य की खोज में भारत दर्शन पर आया है। इस रूसी नागरिक की अन्तिम इच्छा है कि भारत में ही अपनी अंतिम सांस ले और सभी कर्मकांड भी हिंदू रीति-रिवाज से हो।

भारत व उसकी संस्कृति, अध्यात्म, रहन-सहन व हिंदू धर्म से प्रभावित रूस के पोलर सकिल के इनोफा सिटी निवासी 30 वर्षीय सिरकोव एलेक्सी भारत में तीसरी बार आया है। इन दिनों वह रामकोला क्षेत्र के धर्मस्थलों एवं ग्रामीण इलाकों के रहन-सहन का अध्ययन कर रहा है और पिछले पखवारे भर से क्षेत्र में है। टूटी-फूटी हिंदी बोलने वाले यह रूसी नागरिक अपना नाम शंभू शर्मा बताता है।

उसका मानना है कि मेरा पुराना नाम एवं पता वह अपनी पहली जिंदगी मान रहा है। उसने बताया कि मूलत कैथोलिक धर्म के इस रूसी नागरिक ने बदले हुए नाम व धर्म के साथ वह पहली बार हिंदुस्तान आया तो ऋषिकेश गया। वहां वह महर्षि महेश योगी के संपर्क में आया और उनसे प्रभावित होकर वर्षों जंगल में उनके साथ तपस्या भी की। दो वर्ष पूर्व गुरु की मौत के बाद वह शांति व सत्य की खोज में भारत दर्शन पर निकला।
 
वह कहता है कि मैं इस क्षेत्र में भी भगवान की प्रेरणा से आया हू। यहां से जहां भी जाऊंगा उन्हीं के निर्देशन में जाऊंगा । धर्म और भगवान में अटूट विश्वास रखने वाले इस व्यक्ति को पूरी उम्मीद है कि एक न एक दिन प्रभु उसे दर्शन अवश्य देगे ।