शुक्रवार, 28 जून 2013

पहाड़ों के तांडव से परिजनो के लिए तरस गये कुशीनगर के लोग

कुशीनगर । उत्तराखंड में त्रासदी शुरू हुए धीरे धीरे दो हफ्ता होने को आया है। कुशीनगर से उत्तराखंड गए तीर्थयात्रियों के परिवार के लोग किसी के यहाँ एक फोन कॉल आने से आशंवित  हो जाते हैं तो अपनों की कोई खबर न मिलने से मायूस।हर वह घर की हालत आज ऐसी ही है।

कुछ तो इतने मायूस हो चुके हैं की हताशा में बोल पड़ते हैं अगर वे जिन्दा नहीं हैं तो कम से कम हमें उनका शव सौंप दो, आखिरी दर्शन कर उन्हें इस संसार से विदा तो कर लेने दो, लेकिन यह बोलकर जिंदगी भर की टीस मत देना कि वे लापता हो गए।

कुशीनगर में ये हर उस घर की कहानी है जहाँ से कोई न कोई उत्तराखंड गया था और हादसे की वजह से उसकी कोई खोज खबर नहीं मिल रही। हालात ऐसे हैं कि मोबाइल की घंटी बजने पर चहरे पे चमक आती है लेकिन स्वीच आफ नम्बर होने पर चहरे पर वही मायूसी छा जाती है।

पूर्वांचल के हर कोने से रोज सूचना मिल रही है कि अमुक परिवार के लोग अब तक नहीं लौटे। एक अनुमान के मुताबिक, गोरखपुर-बस्ती मंडल के लगभग 500 लोगों के केदारधाम के हादसे में फंसे होने की आशंका है। इसमे सबसे अधिक कुशीनगर जिले के लोग हैं जहाँ के 300 से अधिक लोग केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकले थे।


शासन के बाढ़ सम्बन्धित हाई एलर्ट के बाद भी कुशीनगर धीमा


 काम देख नाराज हो गये जिलाधिकारी

 

 

 

 

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नारायणी की वेगवती धारा का तांडव देख प्रशासन भी बाढ़ खण्ड के काम पर नराजगी जता दी है। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि लापरवाही पर सम्बन्धित को जेल की हवा खानी पड़ सकती है ।

ज्ञातव्य हो कि उत्तराखंड और नेपाल के पर्वतीय क्षेत्रों में निरन्तर वर्षा से इन क्षेत्रों से आने वाली नदियों का बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील जिलों के मण्डलायुक्तों व जिलाधिकारियों को बाढ़ नियंत्रण व राहत एवं बचाव उपाय करने के निर्देश दिये गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने यह निर्देश जारी किए हैं ।
यह बताते हुए कि बाढ़ की स्थिति पर त्वरित समन्वय एवं कार्यवाही के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक आपदा प्रबंधन समूह का गठन किया गया है, निगरानी करने के निर्देश दिये हंै।

उल्लेखनीय है कि बाढ़ की पूर्व तैयारी के संबंध में विगत 15 जून को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें बाढ़ से संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव, सचिव संबंधित मण्डलों के मण्डलायुक्त तथा अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे।
इस बीच, उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में जोरदार बारिश से मची तबाही के कारण उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में बाढ़ की प्रबल आशंका के मद्देनजर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया था।.

इधर विदेश की यात्रा के बाद चैथे दिन जिले की हाल जानने के लिए आज कल जिलाधिकारी कुशीनगर रिग्जियान सैम्फिल कुशीनगर के भ्रमण पर है। इसी क्रम में बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी नरवाजोत तटबंध पर पहुंच गये। वहां उन्होंने किलोमीटर 800 से किलोमीटर एक के बीच हो रहे तटबन्ध प्लेटफार्म के निर्माण को देखा।

काम की गति सुस्त देखकर उन्होंने अभियंताओं पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अगर लापरवाही नहीं थमी तो जिम्मेदार लोगों को जेल भेजवाया जाएगा। जिओ बैग में पूरी मिट्टी नहीं डाले जाने की शिकायत पर उन्होंने अभियंताओं को इस पर ध्यान देने का निर्देश दिया।

बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता ने जिलाधिकारी से स्वीकृत परियोजनाओं का धन शासन से उपलब्ध कराने की मांग की। नरवाजोत जाने वाले मार्ग पर सिंचाई विभाग की ओर से कराए गए खड़ंजा का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि बंधे की सुरक्षा के लिए शासन गंभीर है। इसलिए हर हाल में इसके बचाव के इंतजाम होने चाहिए।

बुधवार, 26 जून 2013

चारों धाम की यात्रा में छोड़ दिया पति ने साथ

केदारनाथ में त्रासदी के बाद का दृश्य
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हाटा तहसील के मोतीचक विकास खण्ड के ग्राम दुबौली से अपने पति के साथ चार धाम की यात्रा पर बीते 8 जून को निकली धरमा आज अपने घर तो वापस लौटी लेकिन अपने पति को साथ वापस नहीं ला सकी।

केदारनाथ में आयी त्रासदी में उसके पति से उसका हमेशा के लिए साथ छूट गया और पति के साथ उसके जीवन की यह अंतिम यात्रा साबित हुई। पति को खोकर घर पहुंची धरमा ने इस यात्रा का जो वर्णन किया उसे सुनकर पत्थर भी फट जाता।

उसके परिवार का तो बुरा हाल था ही वहां पहुंचने वाले हर व्यक्ति की आंखों से आंसू थम नही रहे थे। धरमा ने बताया कि उसने अपने पति को मौत के मुह में अपने आंखों से जाते देखा लेकिन वह उसे बचा नही पायी। यहां तक कि पांच दिनों तक बिना खाये-पिये वह अपने पति के शव पर विलाप करती रही। उसे यह भी सोचकर चिन्ता हो रही थी कि वह किस मुंह से अपने पति के बगैर घर वापस लौट जायेगी और कैसे अपने बेटे बहु को यह दुखद सूचना देगी।

इन पांच दिनों में वह बारिश के पानी के साथ घूट-धूट कर मर रही थी। बाद में पहुंचे सेना के जवानों ने उसके पति के शव पर चादर ओढ़ाया और उसे लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। जहां उसे अपने गांव की एक महिला सहयात्री मिली।इसे लेकर वह अपने गांव दुबौली बुधवार को वापस खाली लौटी। धरमा के पति शीतल प्रसाद के मौत की सूचना मिलते ही पूरा परिवार रोने-बिलखने लगा।

बताते चलें कि बीते 8 जून को एक बस से लगभग 40 लोगों का एक दल चारधाम की यात्रा पर निकला था। जिसमें शीतल प्रसाद पुत्र चन्द्रदेव, उनकी पत्नी धरमा तथा गांव की एक अन्य महिला चानमती भी शामिल थी। बीते 15 जून तक उनके पुत्र अनिरूद्ध से उनका सम्पर्क होता रहा लेकिन 16 जून को केदारनाथ से दर्शन कर लौटते समय वे आयी भयंकर जलप्रवाह के शिकार हो गये और तितर-वितर हो गये। उस समय तक धरमा व शीतल साथ-साथ रहे। भयावह दृश्य देखकर वृद्ध शीतल प्रसाद को दिल का दौरा पड़ गया और वह धरमा को अकेले छोड़कर परमधाम को चल दिये।

पति के शव को गोद में रखकर धरमा रोती रही लेकिन वहां कोई मददगार मदद के लिए नहीं आया। उसके साथ गया पण्डा भी उससे अलग हो गया था। पांच दिनों के बाद सेना के जवानों ने उसे हेलीकाप्टर से ऋषिकेश पहुंचाया जहां उसकी सहयात्री चानमती मिल गयी और उसे साथ वह आज घर पहुंची। जहां पहले से ही अनहोनी की आशंका में परिवार भयभीत बैठा हुआ था। धरमा को अकेला घर आता देख ही परिवार में रोना बिलखना शुरू हो गया। शीतल की पुत्र-पुत्रियां बेहाल हैं। पूरे गांव में गम का माहौल व्याप्त है।


नामुमकिन है रेल व हवाई पथ की यात्राए कुशीनगर से


    इन्ही मुद्दों को अपना कर कईयों ने चमका ली अपनी राजनीति

 

 

कुशीनगर । लाख प्रयासों के बाद भी भगवान बुद्ध की धरती पर से शैलानियों व जनपद वासियों को अभी तक हवाई व रेल पथ की यात्राएं दुरस्थ स्थानों के नाममुमकिन साबित दिख रही है।

जबकि इस जनपद में पूर्व व बर्तमान सरकार के केन्द्र व राज्य की सरकारों में मंत्री रहे निर्वाचित प्रतिनिधियों ने विकास की इतनी रूप रेखा बनायी कि उसी के हवा में कई बार निवार्चित हो गयें पर विकास के इन प्रस्तावों गतिरोधों को समाप्त करने का प्रयास नही किया।हालत ऐसी रही कि कुशीनगर की जनता को विकास में आए गतिरोध से केवल दर्द ही मिला है। 

ज्ञातव्य हो कि आमान परिवर्तन के बाद आज तक पडरौना रेलवे स्टेशन से ऐसी कोई एक्सप्रेस ट्रेन नहीं चली जो सीधे देश की राजधानी से जोडें़ इसके अलावा मेट्रो शहरों की सम्पर्क करा सके। यही बात कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण की रही जहां जहाज उड़ान का सपना भी पिछले चार वर्ष से लटका पड़ा है जिसके कारण पर्यटन विकास की संभावनाओं पर अभी भी विराम लगा हुआ है।

यद्यपि इसके लिए एयरपोर्ट निर्माण के लिए 403 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत है। बुद्ध स्थली को हवाई सेवा से जोड़ने की योजना को धरातल पर उतारने के लिए राज्य व केंद्र सरकार ने तेजी भी दिखाई। निर्माण के लिए 400 करोड़ का टेंडर निकला। निर्माण कार्य के लिए 32 कंपनियों ने आवेदन किया लेकिन बात फाइनेंशियल बिड पर जाकर अटकी हुई है।

हालात ऐसे है कि हवाई उड़ान के जरिये पर्यटन विकास की संभावनाओं पर ग्रहण लगा हुआ है। इस बाबत दिल्ली में कई दौर की बैठकें भी हुई हवाई यात्रा की उम्मीद जगी लेकिन उम्मीद परवान नही चढ़ी। कुशीनगर में श्रीलंका, चीन, ताईवान, थाइलैंड, जापान, कोरिया, बर्मा आदि देशों से शैलानी आते हैं लेकिन सुखद हवाई यात्रा उनके लिए सपना बना हुआ है।

इसी क्रम में परिस्थितियों से जुझ रहे शैलानियों ओर जनपद बासियों को पडरौना से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, जम्मू की सुगम यात्रा के लिए एक्सप्रेस ट्रेनों की सवारी का सपना आज भी अधूरा है। 16 दिसंबर 2011 को भारत सरकार के रेल राज्य मंत्री के एच मुनिअप्पा पडरौना रेलवे स्टेशन पर नव निर्मित रेल पथ कप्तानगंज-थावे अमान परिवर्तन पर पैसेंजर ट्रेन को रवाना करने आए थे तो इस रेल खंड पर लंबी दूरी के एक्सप्रेस ट्रेनों के दौड़ाने की बात कही थी। यद्यपि इस रेल मार्ग पर जब छोटी लाईन थी तो 8 ट्रेने चलती थीं।

उसके बाद परिवर्तन हुआ और अभी लंबी दूरी की ट्रेने नही बढ़ी इस रूट पर पैसेंजर ट्रेनों के सहारे ही यात्रा हो रही है। चलने वाली एक मात्र छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस आपको सप्ताह में एक बार लखनऊ तक ही ले जाती है। अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर विशेष स्थान रखने वाले भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर को आजादी के बाद से ही रेल लाइन से जोड़ने की मांग चल रही है। इस पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. सी पी एन सिंह ने सर्वे कराया था।लेकिन वह सर्वे धरा का धरा ही रह गया।

अभी हाल में केन्द्र सरकार के रेल बजट में पुनः कुशीनगर बौद्ध स्थली को रेल पथ से जोड़ने हेतु सर्वे की बात की गयी। यह सर्वे कितनी बार होगा यह तो जब भी चूनाव आता ऐसे बाते सामने जनता को परोस दी जाती है। ंइस जनता की मांग को लेकर कभी जनप्रतिनिधियों ने कोई सार्थक लड़ाई लड़ी ही नही। ऐसे में पर्यटक तो यहां आने से वंचित रह जाते हैं, स्थानीय लोग भी ट्रेन के लिए गोरखपुर का रुख करते हैं। 

मंगलवार, 25 जून 2013

कुशीनगर में एक विवहिता ने मांगा इच्छा मृत्यु, राष्ट्रपति को भेजा पत्र


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक नव विवहिता ने आर्थिक तंगी में कैंसर की बीमारी से मुक्ति पाने के लिए राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी है।

कुशीनगर का यह मामला पडरौना विकास खण्ड के ग्राम सभा जंगल बनवीर पूर का है। जहां उक्त गांव निवासी सत्यनरायण पुत्र स्व. परसन पटेल की 18 बर्षीय विवाहिता पुत्री कैंसर से पीडि़त है तील-तिल मर रही है। सत्यनारायण ने अपनी बेटी शीला की आज से 5 बर्ष पूर्व विनोद पूत्र भागिरथी निवासी चेगौना तहसील कसया जिला कुशीनगर से अपने सामथ्र्य के अनुसार दान दहेज देकर शादी कर दी। शीला अपने घर चली गयी और लेकिन उसके ससुराल वालों ने उससे दहेज में मोटर साईकिल मागना शुरू कर दिया।

इसके लिए शीला को ससुरालवालों ने प्रताडि़त करना शुरू कर दिया लेकिन शीला ने पिता की आर्थिक तंगी को देख मोटरसाईकिल की मांग नही किया। जिसको लेकर ससुरालियों ने शीला को बूरी तरह से मारा पीटा जिससे उसका स्वास्थ्य विगड़ गया फिर ससुरालियों ने शीला को  पिता सत्यनारायण के घर लाकर छोड़ दिया। लड़की की हालत देख पिता जब इसका इलाज कराया तो पता चला कि मार-पीट में उसके कुल्हे की हड्डी टूट गयी है।

जिसका इलाज कराया डाक्टरों की राय पर कुल्हें में स्टील राड लगवाया। उसके बाद से राहत नही मिली तो पता कराया तो पता चला कि कुल्हे में मांस कैंसर हो गया है अब वह सड़ने लगा हैं। लड़की के इलाज में सत्यनारायण ने अपनी सम्पति बेच दिया। उसके बाद नही हो पाया तो ससुरालियों से भी सहयोग मांगा पर उन्होनें एक न सूनी।

आज शीला कैंसर से कराह रही है जीवन उसका नर्क बन गया हैं। डाक्टरों ने बताया कि इसके इलाज में अभी 2 लाख रूपये लगेगें लेकिन आर्थिक तंगी से हार चूका सत्य नरायण अब विवस क्या करे। इसके लिए शीला ने पिता सत्यनरायण व अपने स्वयं के हस्ताक्षर से उपरोक्त बातों को दर्शाते हुए महामहिम राष्ट्रपति को पत्र भेज कर इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी है।




विदेश यात्रा के बाद पहले कार्य दिवस में 48 अधिकारियों पर गिरी गाज





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विदेश यात्रा के बाद पहले कार्य दिवस को ही जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने कार्यो में लापरवाही व कर्तव्यों के प्रति उदासीनता को लेकर 48 जिला पूर्ति अधिकारी समेत 48 अफसरों का वेतन रोक दिया है। 

बताते चले कि दो माह के बाद प्रशिक्षण से लौट जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने सोमवार को पहली बैठक की जिसमें जनता दर्शन में आए मामलों का अवलोकन किया। प्राप्त शिकायतों की बाबत रिमाइण्डर प्राप्ति के बाद भी निस्तारण में उदासीनता पर डीएम ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला वन अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, जिला होम्योपैथिक अधिकारी, उपजिलाधिकारी पडरौना, कसया, हाटा व तमकुहीराज, तहसीलदार पडरौना, नायब तहसीलदार पडरौना, कसया, सहायक बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी, अधिशासी अभियंता जल निगम, खंड विकास अधिकारी मोतीचक, खड्डा, कप्तानगंज, पडरौना, विशुनपुरा, हाटा, तमकुहीराज, सेवरही, दुदही, नेबुआ नौरगिया, रामकोला, फाजिलनगर, सुकरौली व कसया, प्राचार्य डायट, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कप्तानगंज व कसया, एपीओ डूडा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत समेत 48 अफसरों का वेतन संर्दभों के लंबित रहने तक रोक दिया है। एक बार फिर से जिलाधिकारी के इस आदेश से हड़कम्प मच गयी है।

टी. ई. टी. के लिए धारा 144 लागु


कुशीनगर । शिक्षक पात्रता परीक्षा 2013 को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को लेकर कुशीनगर जिले धारा 144 लागू कर दी गई है। जो 28 जून तक प्रभावित रहेगी।

अपर जिलाधिकारी श्रीनाथ शुक्ल द्वारा जारी इस आदेश में कहा गया है कि परीक्षा केंद्रों के 200 वर्ग मीटर की परिधि में कोई भी व्यक्ति लाठी, डंडा व आग्नेयास्त्र लेकर नहीं चलेगा। तथा केंद्र के आस-पास फोटो स्टेट मशीन खोले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। साथ ही परीक्षा केंद्र परिसर में सेल फोन, पेजर ले जाने की अनुमति नहीं होगी तथा ड्यूटी पर तैनात अध्यापक व कर्मचारी के अलावा कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं करेगा। इसके अलावा आस-पास के क्षेत्र में ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग नहीं होगा। आदेश में कहा गया है कि निर्धारित केंद्रों बाहर समाज विरोधी तत्व अथवा बाहरी व्यक्ति इकट्ठा नही रहेंगे। उन्होनेे कहा है सोमवार से लागू यह आदेश 28 जून तक प्रभावी रहेगा। इस बीच कोई भी व्यक्ति सड़क जाम, परिवहन को रोकने या बंद करने का प्रयास नहीं करेगा।

कुशीनगर की रैली में कार्यकताओं को समेट गये गडकरी



कुशीनगर । भगवान बुद्ध की घरती कुशीनगर पहुचे भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कार्यकर्ताओं को खुब सराहा। कार्यकर्ताओं पर पूरे भाजपा की कमान डालते हुए उन्होन प्रधान मंत्री तक को उससे छोटा बताया।


श्री गड़करी सोमवार को फाजिलनगर के पावानगर इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित कार्यकर्ता मिलन एवं सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होने अपने शब्दों से कार्यकताओं को बार-बार प्रभावित किया।उन्होने उनके निराशा भरे जज्बे में आशा का दीप जला दिया। कार्यकताओं की तुलना प्रधान मंत्री से कर जो ऊर्जा का संचार किया। वह उर्जा लोक सभा के लिए करगर साबित हो सकती है।

इधर कार्यकताओं में हौसला देने वाला यह पहला सम्मेलन रहा। इसके पूर्व भाजपा नेताओं ने देश की राजनीति और पार्टियों को खरी खोटी सुनाने के अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं पर कोई विशेष नजर नही दौड़ाई थी। लेकिन गड़करी के ये शब्द कार्यकर्ताओं में खुन की तरह दौडने लगे है।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, अध्यक्ष सभी पूर्व हो सकते हैं, लेकिन कार्यकर्ता कभी पूर्व नहीं हो सकते हैं। देश के हालात ठीक नहीं हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। कार्यकर्ताओं को किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, बल्कि देशहित के लिए काम करना चाहिए।

उन्होंने यूपी की बदहाली व देश की अस्मिता को बचाने के लिए कार्यकर्ताओं को आहुत करते हुए कहा कि जब चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों का चुनाव जाति के आधार पर होगा तो स्थिति बिगड़ेगी ही वही देश की सुरक्षा खतरे में में पड़ जायेगी।  विकास मुख्य धारा से विचलित हो जायेगा। आज क्या है ? चीन लगातार हमारी सीमा में घुसता जा रहा है, लेकिन निरंकुश सरकार चुप्पी साधे हुए है।अन्याय को बढ़ावा देना हो तो सपा-बसपा को चुने और अगर न्याय चाहिये तो भाजपा का चुनाव करें।

सम्मेलन को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, पूर्वमंत्री दुर्गा प्रसाद मिश्र, विधायक गंगा सिंह कुशवाहा, पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, पूर्व सांसद देवी सिंह, सांसद कमलेश पासवान, जन्मेजय सिंह, महापौर डॉ. सत्या पांडेय, दीपलाल भारती, गुड्डू पांडेय, जय प्रकाश निषाद, जिलाध्यक्ष लल्लन मिश्र आदि ने भी संबोधित किया।

इस दौरान प्रदेश संगठन मंत्री राकेश जैन, रजनीकांत मणि त्रिपाठी, हिमांशु शेखरन गोपाल, उपेंद्र दत्त शुक्ल, महेंद्र यादव, परशुराम कुशवाहा, राधेश्याम पांडेय, पुरुषोत्तम गुप्ता, मुकुल पांडेय, संतोष दत्त राय, निणिलेश मिश्र, विजय मिश्र आदि मौजूद रहे। संचालन महेंद्र उपाध्याय और अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष हरिद्वार दुबे ने किया।

स्वागत गीत मनंजय तिवारी ने सुनाया। संगठन के क्षेत्रीय मंत्री अजय तिवारी ने भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को शाल भेंट किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्याम प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। मुख्य अतिथि ने कार्यकर्ताओं को अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न प्रदान कर उनको सम्मानित किया।

सोमवार, 24 जून 2013

उपभोक्ताओं को राशनकार्ड वितरण में लग सकते है कई महिने-संजीव कुमार


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग से मिलने वाला राशन कार्ड को मिलने में अभी कई महिने लग सकते है। विभाग प्रयास तो कर रहा है पर 10 दिनों में राशनकार्ड वितरण की कोई गुन्जाईस नही है।

इस सम्बन्ध में एक भेट वार्ता के दौरान जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार उपभोक्ता को कार्ड उपलब्ध कराने में अभी कई महिने लग सकते है।

कार्ड में उपभोक्ताओं के नाम, पते, आदि की प्रिन्टिग और इन्रनेट डाटा फिडिंग के लिए अभी धन उपलब्ध नही हो सका है इसके लिए शासन को जिलाधिकारी के माध्यम से पत्र देकर धन की मांग की गयी है। इसके लिए घन आने पर ही कार्य शुरू हो सकेगा।

जिलाधिकारी द्वारा दस दिनों में कार्ड उपलब्ध कराने के बयान पर उन्होने बताया कि जिलाधिकारी जिले से बाहर थे। उन्हें विभाग के बारे में जानकारी नही थी उन्होने सोचा होगा कि जब वह यहा से गये तो काम हो रहा था अब अतिशीघ्र काम पूरा हो जाना चाहिए पर उनके जाने के बाद सारे राजस्व कर्मी ढीले पड़ गये और काम ने गति नही पकड़ी। जिसका कारण रहा कि कार्ड से सम्बन्धित रिपोर्ट कार्यालय को नही प्राप्त हो सके है।
इधर एक और बाधा धनराशि की है जो 7 लाख कार्ड के कम्पयूटर में डाटा फिडींग व नाम पतें आदि को प्रिन्ट करने में खर्च होगे। अभी तक शासन से धनराशि नही प्राप्त हो सकी है ।

कांग्रेस की सरकार में नही मिला वेरोजगारों को रोजगार-नथुनी


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला केंद्र सरकार द्वारा सदैव उपेक्षित रहा है। कांग्रेसियों ने यहां की जनता को गुमराह कर अपना उल्लू सीधा किया। केंद्र सरकार ने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे यहां के बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।

उक्त बातें समाजवादी पार्टी के लोक सभा प्रत्याशी नथुनी कुशवाहा ने स्थानीय लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले पर पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि केंद्र में जब से कांग्रेस की सरकार बनी, महंगाई की बाढ़ आ गई।

वही दुसरी तरफ जब से सपा की सरकार जब से प्रदेश में बनी है कुशीनगर में निरंतर विकास हो रहा है। बेरोजगारों को रोजगार मिल रहा है। छात्रों को लेपटाप तो, गरीबों को अवास, निर्धन कन्याओं के लिए शादी के लिए सहायतार्थ राशि सहित तमाम योजनाओं से प्रदेश सरकार लाभान्वित कर रही है।

कुशीनगर में बाढ़ के आसार प्रबल, नरायणी बन सकती विनाशकारी


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नारायणी नदी विनाशकारी रूप की ओर अग्रसर हो चली है। नेपाल की पहाडि़यों में बरस रहा पानी नदी के जल स्तर को बढ़ा रहा है।


हालत ऐसी हो गयी है कि नदी के किनारे नीचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस आया है वहीे नदी संवेदनशील रूप से महत्वपूर्ण बांध के विभिन्न स्थानों पर तेजी से दबाव बना रही है। इससे नदी के किनारे बसे ग्रामीण मुश्किलें बढ़ गयी है।

ज्ञातव्य हो कि नदी में बढ़ता पानी के डिस्चार्ज ने बांध, स्पर-नोज के ऊपर दबाव साफ बनाना शुरू कर दिया है। नरवाजोत एक्सटेंशन बांध अतिसंवेदनशील स्थिति में पहुंच चुका है इस बांध का नोज पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है और नदी के कटान से स्पर नदी में विलीन हो रहा है।

वही इसके अलावा एपी बांध के किमी 1.600 पर घघवा जगदीश, बीरवट के किमी 7.500 से किमी 8.500, बाघाचैर टोला झवनिया के किमी 10.518 से किमी 11.00, अहिरौलीदान में किमी 14.00 से किमी 15.00 के बीच नदी के दबाव से बांध को बचना मुश्किल लग रहा है।

बाढ़ आपदा प्रबंधन की हालत खस्ता देख मौके पर पहुंचे बांध बचाओ समिति के समन्वयक डा. एसपी पांडेय ने स्थिति के लिए सरकार व विभाग को दोषी ठहराते हुए कहा कि बाढ़ पीडि़तों से इन्हें कोई सरोकार नहीं है।
इस सम्बन्ध में एसडीओ बाढ़ खंड राम औतार सिंह का कहना है कि विभाग मुस्तैदी से जुटा हुआ है। आवश्यक बचाव कार्य तेजी से पूरे कराए जा रहे हैं।

शनिवार, 22 जून 2013

शान्ति के दूतों ने भूमि कब्जा को लेकर फैला दी अशान्ति


बन्धक बने बौद्ध अनुयायियों को ग्रामिणों से पुलिस ने छुड़ाया

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश कुशीनगर जहां भगवान बुद्ध ने शान्ति का उपदेश देते हुए निवार्ण प्राप्त कि
यां था। उसी घरती पर उनके ही अनुयायी बौद्ध भिक्षुओं ने अशान्ति फैला दी औरे 40 एकड़ भूमि को कब्जा करने का प्रयास किया।

यह भूमि कसया तहसील के ग्रामसभा सिसवां महंत में स्थित है इस 40 एकड़ भूमि पर बौद्ध भिक्षुओं ने शुक्रवार सुबह कब्जा करने का प्रयास किया। जो गांव के लोगों ने भिक्षुओं को बंधक बना लिया। प्रशासन के हस्तक्षेप से बौद्ध भिक्षु मुक्त हुए। प्रशासन ने बौद्ध भिक्षुओं को भूमि पर जाने से मना किया है।
बताया जाता है कि सिसवां गांव में सीलिंग की 40 एकड़ भूमि है। इस पर सात माह पूर्व तक कुशीनगर भिक्षु संघ खेती करता चला आ रहा था। जमीन पर हक को लेकर डीएम न्यायालय में दिलीपनगर के एक पूर्व जमींदार परिवार और कुशीनगर भिक्षु संघ के मध्य करीब 20 वर्षों से मुकदमा चल रहा था। 

सात माह पूर्व डीएम रिग्जियान सैंफिल ने मुकदमा का निस्तारण करते हुए भूमि को गांव सभा के खाते में दर्ज करने का आदेश पारित कर दिया। भूमि पर गांव सभा का कब्जा भी हो गया। आदेश के तत्काल बाद भी भिक्षु संघ के लोग मौके पर जाकर जमीन पर अपना हक जताने लगे। उस दौरान भी राजस्व विभाग टीम ने भिक्षुओं को मना कर लौटा दिया था। वर्तमान में भूमि को लेकर हाईकोर्ट में पूर्व जमींदार परिवार और भिक्षु संघ के बीच मुकदमा चल रहा है। 

इस बीच शुक्रवार को कई बौद्ध भिक्षु ट्रैक्टर और चार पहिया वाहनों पर अपने कर्मचारियों को लेकर पहुंच गए। ट्रैक्टर से भूमि जोतने लगे। मौके पर ग्राम प्रधान परमहंस सिंह सहित कई लोग पहुंच गए। भिक्षु संघ के लोगों को भूमि जोतने से मना किया गया। भिक्षु संघ के उपाध्यक्ष शीलप्रकाश ने कहा कि एसडीएम का आदेश है। गांव के जितेंद्र पटेल ने एसडीएम से फोन पर बात की तो जवाब मिला कि कोई आदेश नहीं दिया गया है। इस पर गांव वाले नाराज हो गए और भिक्षुओं को बंधक बना लिया। मौके पर पहुंचे पुलिस के जवानों के हस्तक्षेप के बाद भिक्षु मुक्त हुए। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाया। ग्राम प्रधान ने भिक्षुओं के विरुद्ध तहरीर दी है।

कुशीनगर में अब गिरने लगे है ईट और रेट से बने सरकारी स्कूल


60 लाख रूपया दिया था सरकार ने इसके निमार्ण के लिए

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विना सिमेन्ट मिलाये रेत और ईट से कैसे मकान बनते है अब देखने को मिलने लगा है। कांशीराम शहरी आवास के पास 60 लाख की लागत से बने पूर्व माध्यमिक विद्यालय के भवन की दूसरी मंजिल शुक्रवार को धड़ाम से गिर गई। 

कुशीनगर के रामकोला नगर पंचायत में खेतान चीनी मिल के केन यार्ड की पूरब कांशीराम शहरी आवास कालोनी है। इसके बगल में मलीन बस्तियों के बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से मल्टीस्टोरी पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निर्माण हो रहा था। विद्यालय के दो मंजिल भवन की छत पिछले फरवरी में लगी थी। अब इस विद्यालय का प्लास्टर लग रहा था। कुछ दिनों से कार्य बंद था। शुक्रवार शाम को विद्यालय की दूसरी मंजिल की छत और उसकी दीवारें अचानक धड़ाम से गिर गयीं। यही नही ग्राउंड फ्लोर की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। 

ज्ञातव्य हो कि इसके निर्माण का कार्य कार्यदायी संस्था यूपी प्राजेक्ट निगम के जिम्मे था। निर्माण में लगी सरिया की मोटाई कम है। मानक से हटकर छत और दीवारें बनाई गई हैं। रामकोला के खंड शिक्षा अधिकारी विजय प्रकाश यादव ने बताया कि भवन अभी निर्माणाधीन था। इसका निर्माण चल रहा था। उन्होंने बताया कि इससे संबंधित अधिकारियों सेे संपर्क नहीं हो पाया है। फिर भी इसकी पूरी रिपोर्ट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी जाएगी।

यूपी में जलाजल से मेन्था का हाल बूरा, किसान के होश उड़ें


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिस ने मेंथा किसानों के चेहरे की खुशी छीन ली है। बीते साल मेंथा तेल के महंगे दामों पर बिकने के बाद इस साल अच्छे मुनाफे की आस लगाए बैठे किसानों को बारिश ने जोर का झटका दिया है।

बताते चले कि उम्मीद से ज्यादा हुई बारिश के चलते खेतों में पानी भर जाने से मेंथा की फसल सडने लगी है। फसल तैयार होने के समय हुई बारिश के चलते अब किसानों को लागत निकालने के लाले पड़ गए हैं। पानी की अधिकता से पत्तियां पीली होने व टूटने का खतरा बढ़ गया है। किसानों का मानना है कि जो फसल सडने से बचेगी भी, उसमें ज्यादा तेल निकालने की गुंजाइश नहीं बचेगी। उनका कहना है कि पानी ज्यादा होने से मेंथा का तेल नीचे तह में चला जाता है, नतीजन किसान के हाथ केवल डन्ठल ही आना है। अब उनके लागत की घनराशि मिलनी भी नामुमकिन लग रही है।  

ज्ञातव्य हो कि सबसे ज्यादा मेंथा उत्तर प्रदेश में पैदा होता है और बाराबंकी जिला इसका सबसे बड़ा केंद्र है। देश में मेंथा के कुल उत्पादन का 80 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश में होता है। मेंथा की फसल से होने वाले मुनाफे को देखते हुए अब प्रदेश के कुशीनगर के किसान इसकी फसल अपना रहे हैं। इस समय प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में मेंथा की खेती की जा रही है।

बीते साल मेंथा का तेल 1500 से 1800 रुपये लीटर तक बिका था, जिससे उत्साहित होकर इस साल बड़ी तादाद में किसानों ने मेंथा की फसल लगाई थी। मेंथा की खेती के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का उद्यान विभाग किसानों को अनुदान भी देता है। हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर प्रदेश सरकार ने किसानों को मेंथा का तेल निकालने की टंकी खरीदने के लिए कर्ज भी बांटा है। 

आज प्रदेश के कुशीनगर, महराजगंज देवरिया, गोरखपूर, सीतापुर, लखनऊ, हरदोई, बांदा, लखीमपुर, बहराइच सहित एक दर्जन से ज्यादा जिलों में इसकी खेती होने लगी है। मेंथा की खेती मार्च में शुरू होकर जुलाई-अगस्त तक चलती है। 

उप कृर्षि निदेशक गंगादीन का कहना है कि कुशीनगर जनपद में मेन्था की खेती कुछ हिस्सों में की जाती है। लगातार बारिस से उस फसल का नुकसान स्वभाविक है।  

तबाही के बाद केदारनाथ




नयी दिल्ली। उत्तराखंड में बाढ की सबसे ज्यादा विभीषिका झेलने वाले केदारनाथ में मंदिर गर्भगृह को छोड़कर कुछ नहीं बचा। मंदिर समिति के अध्यक्ष का मानना है कि इस पवित्र धाम को फिर से बसाने में दो से तीन साल लग जायेंगे।

उत्तराखंड में बाढ की सबसे ज्यादा विभीषिका झेलने वाले केदारनाथ में मंदिर गर्भगृह को छोड़कर कुछ नहीं बचा और मंदिर समिति के अध्यक्ष का मानना है कि इस पवित्र धाम को फिर से बसाने में दो से तीन साल लग जायेंगे। तस्वरों में देखिये कैसे तबाह हो गया है केदारधाम।






शुक्रवार, 21 जून 2013

अभी उत्तर काशी में फसे है कुशीनगर के सैकड़ों श्रद्धालु


कुशीनगर। उत्तराखण्ड में हुई भारी तबाही में कुशीनगर जनपद के दर्जनों गावों से धार्मिक यात्रा पर गये दो बसों में लगभग 140 श्रद्धालु फंसें हुए है। जिन्हे वहां भोजन के संकट के साथ तमाम कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है ।

कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के अमवा बुजुर्ग गांव के अशोक उपाध्याय उनकी पत्नी विमला देवी, उमेश चंद्र पांडेय उनकी पत्नी स्नेहलता, धरमागर छापर गांव के अलगू शर्मा, कुबेरस्थान कोहरवलिया गांव के रामनरेश पांडेय व उनकी पत्नी, विद्याधर पांडेय, सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवों के दो बस से करीब 150 श्रद्धालु 6 जून को घर से चारों धाम के यात्रा पर उत्तरांचल केदारनाथ के दर्शन को निकले और 13 जून को वहां पहुंच गये। इसके वाद वहां दो दिन बस परमिट में लग गया।इन तीर्थयात्रियों को क्या पता कि वहां प्रकृति के प्रकोप के चलते तबाही में फंस जाएंगे।
उनके परिजनों से 16 जून तक मोबाइल से बात हुई थी। इसके बाद 17, 18, 19 जून तक परिजन एवं संबंधित उनसे संपर्क साधने का प्रयास किए परंतु संपर्क नहीं हो सका। जिसको लेकर परिजन काफी परेशान रहे। गुरूवार के सुबह अचानक अमवा बुजुर्ग निवासी अशोक उपाध्याय ने अपने पुत्र हर्षवर्धन उपाध्याय को घर पर फोन करके उत्तर काशी के आगे सकुशल पहुंचने की बात बताई।

जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली है। साथ में उन्होंने यह भी बताया कि दोनो बसों के तीर्थ यात्री सकुशल है। लेकिन रास्ता जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो जाने से बीच रास्ते में फंसे हुए हैं। साथ ले गये राशन भी समाप्त हो गया है। भोजन के लिए संकट झेलना पड़ रहा है


गुरुवार, 20 जून 2013

मेडिकल में अग्रणी आश्रय मेडिकल सेन्टर



                                टाईम्स आफ  कुशीनगर द्वारा जनहित में जारी

बकाया गन्ना मुल्य भुगतान हेतु कुशीनगर में कांग्रेसियों का आन्दोलन

चीनी मिल
कुशीनगर । गन्ना किसानों के गन्ना मुल्य भुगतान हेतु मिल प्रबन्धन द्वारा 80 प्रतिशत भुगतान की बात को लेकर एक बड़ा आन्दोलन क्रांगेसी नेता शुरू करने वाले है। जिसका मुख्य केन्द्र सेवरही चीनी मिल बनायी गयी है।
ज्ञातव्य हो कि बर्तमान पेराई सत्र में 15 हजार 99 लाख रूपया कुशीनगर के अन्र्तगत कार्यरत चीनी मिलों का एक मार्च 13 तक गन्ना मुल्य बकाया है। जिसमें सबसे कम भुगतान का प्रतिशत सेवरही चीनी मिल का है। ढ़ाढ़ा बुजूर्ग चीनी मिल पर 4500.06 लाख, सेवरही चीनी मिल का 3703.71 लाख रूपया, रामकोला पी. का 4141.053 लाख रूपया, कप्तान गंज चीनी मिल का 1727.09 लाख, खड्डा चीनी मिल का 1026.97 लाख रूपया गन्ना मुल्या बकाया है। किसान दौड़ते-दौड़ते थक चूके है।

सेवरही चीनी मिल पर 39 करोड़ 53 लाख रूपया बर्तमान पेराई सत्र का गन्ना मुल्य भुगतान बाकी है जिसमें सत्ता पक्ष के इशारे पर मिल प्रबन्धन द्वारा सौतेला व्यवहार करते हुए 80 प्रतिशत गन्ना मुल्य भुगतान की बात की जा रही है। जो गन्ना किसानों के साथ बहुत बड़ा घोखा है।

इस सम्बन्ध में कांग्रेसी नेताओं की बैठक हुयी जिसका नेतृत्व कांग्रेसी विधायक अजय कुमार लल्लू ने किया। जिसमें मिल प्रबन्धन को चेतावनी दी गयी कि अगर दो दिन के अन्दर बकाया गन्ना मुल्य का भुगतान नही किया गया तों कांग्रेसी चूप नही बैठेगे। साथ ही एक बड़े आन्दोलन के साथ बकाये गन्ना मुल्य की बसूली की जायेगी।
इस वावत युवा कांग्रेसी नेता कृष्ण प्रताप सिंह द्वारा पडरोना डाक बंगले पर कांग्रसियों की बैठक करके आन्दोलन को सफल बनाने की रणनीति बना ली है। जिसमें एक हजार कार्यकर्ता चीनी मिल सेवरही के प्रबन्धन के खिलाफ विधायक अजय कुमार लल्लु द्वारा किये जाने वाले आन्दोलन में शरीक होगें
इस सम्बन्ध में कुशीनगर जिला कांग्रेस (ई) के मीडिया प्रभारी समशेर मल्ल ने बताया कि सभी मिल पर किसानों के बकाया गन्ना मुल्य भुगतान के लिए आन्दोलन सामयिक सावित होगा। जिसकों मजबूती के साथ कांग्रेस लड़ेगी।

माफियाओं एवं भ्रष्टाचारियों के इशारे पर जिला प्रशासन कुशीनगर



  भारतीय क्रान्ती मोर्चा एवं जन समस्या कल्याणसमिति द्वारा विराध प्रर्दशन जारी

हरी गोविन्द चौबे 

कुशीनगर । आज पूरे उत्तर प्रदेश में जनपद कुशीनगर के जिलाधिकारी रिग्जियान सैम्फिल की ईमानदारी व सुलझे हुए अधिकारी के तौर पर चर्चा है। किन्तु जमीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत ही नजर आ रहा है। यहां का प्रशासन गुण्डे, माफियाओं एवं दलालों के इशारे पर चल रहा है। धरना, अनशन व प्रदर्शन पर रोक लगा हुआ है।

विरोध की आवाज उठाने वाले अनशनकारियों की मांगों को पूरा करना तो दूर उसे अपमानित कर उसे आरोपित किया जा रहा है। शासनादेश का खुला उल्लंघन कर अधिकारी व कर्मचारी जनता को निर्भय होकर लूट रहे हैं। पीडि़त व्यक्ति के थाने पर पहुंचने पर उसकी सुनने व रपट दर्ज होने के बजाय उल्टे अपमानित होना पड़ता है।
पूरे कुशीनगर जनपद में एक ही जैसा माहौल है। जिसका जीता  जागता उदाहरण ग्राम खेशिया के ग्राम विकास अधिकारी श्री सुरेन्द्र प्रसाद के प्रति ठोस साक्ष्य भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में मिलने के बावजूद तथा इनके विरूद्ध हजारों लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन व अनशन करने पर भी अपने जगह व पद पर पूर्ववत् जैसा अजगर की तरह जमे हुए हैं तथा शासनादेश का नियम कानून को ताख पर रखकर विधवा, विकलांग, भूमिहीन व दलितों का नाम अतिरिक्त बी0पी0एल0 सूची में दर्ज न करके अपने चहेते तथा मोटी रकम देेने वाले के नाम शामिल कर दिये हैं।

राजस्व विभाग भी दलितों के हक को दफन करने में पीछे नहीं है। ग्राम सभा खेशिया में दलित (मुसहरों) को शासनादेश के तहत कृषि योग्य भूमि का पट्टा मिला है। मौके पर दबंग लोग अपने गुण्डई के बल पर कब्जा जमाये बैठे हैं। पट्टाधारकों द्वारा बार-बार तहसील का चक्कर लगाने तथा दिनांक 03.01.2013 के धरना दिये जाने के बावजूद तहसील प्रशासन के कान पर जूँ तक नहीं रेंगा। उक्त सन्दर्भ में जन समस्या कल्याण समिति कुशीनगर व भारतीय क्रान्तिकारी जन मोर्चा ने संयुक्त रूप से भ्रष्ट ग्राम विकास अधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद को तत्काल विकास खण्ड विशुनपुरा से स्थानान्तरण करने तथा उनकी सम्पत्ति की जाॅच कराये जाने, शासनादेश के अनुसार बी0पी0एल0 सूची में विधवाओं, भूमिहीनों, विकलांगों का नाम शामिल करने तथा अपात्रों को सूची से अलग किये जाने तथा ग्राम खेसिया में दलितों व मुसहरों को दी गयी पट्टे की जमीन को मौका पर कब्जा दिलाने के सम्बन्ध में मांग किया है।

साथ ही यह भी कहा है कि दिनांक 19.06.2013 तक हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो दिनांक 20.06.2013 को बाध्य होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।  बृहस्पतिवार को मजबर होकर भारतीय क्रान्तिकारी जन मोर्चा के अध्यक्ष जनाब अली व जन समस्या कल्याण समिति के अध्यक्ष रामअवध प्रसाद जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष अनशन पर बैठ प्रर्दशन शुरू कर दिया।

भाजपा नेताओं ने कुशीनगर को लोक सभा चुनाव के लिए निशाना बनाया



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी ने अपने दिग्ग्ज नेताओं को उतारना शुरू कर दिया है। जो यह अगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर सोची समझी रणनीति बनायी है।जिसमें बर्तमान कांग्रेसी सांसद व केन्द्रीय मंत्री कुवर आर. पी.एन. सिंह को अगामी चुनाव में पटकनी देने की बात है। 

जिले में भाजपा के दिग्गज नेताओं का आगमन शुरू होने जा रहा है। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी 24 जून को कसया आ रहे हैं। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी 24 जून को फाजिलनगर में भाजपा कार्यकर्ता मिलन और सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। श्री गडकरी 24 जून को सुबह कसया एयरस्ट्रिप पर चार्टर विमान से आएंगे। गडकरी और लक्ष्मीकांत बाजपेयी फाजिलनगर जाएंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही, पूर्व सांसद श्रीप्रकाश मणि, विधायक गंगा सिंह कुशवाहा भी कार्यक्रम में भाग लेंगे। मीडिया प्रभारी ने बताया कि शीर्ष नेता कार्यकर्ताओं को चुनावों के दौरान बूथ की गतिविधियों के संचालन के गुर बताने वाले है ।

वही भाजपा के प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष आशुतोष राय कुशीनगर के बुद्ध इंटर कॉलेज में कार्यकर्ताओं को 21 जून को संबोधित करने बाले है। चुनावों के दौरान बूथ पर यूथ की भूमिका विषय पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष राकेश गिरि ने बताया कि जनपद की सीमा बनवारी टोला से कार्यक्रम स्थल तक स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं।

कुशीनगर की नहर से अब निकल रहे है शव


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आये दिन नहरो से शवों के निकलने का शिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार की देर तक फिर दो शव गन्डक नहर से बरामद किये गये।

बुधवार की देर शाम को पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में ले लिया। पुलिस के मुताबिक दोनों शव युवतियों के हैं। पुलिस ने आशंका जताई है कि दोनों शव रामकोला क्षेत्र में दो दिन पहले नहर में कूदी बुआ-भतीजी के हैं। वही इसके पूर्व रविवार को भी एक पुरूप का शव बरामद हुआ था। जो अपने पत्नि को बचाने के लिए नहर में कुद गया था।

ज्ञातव्य हो कि बुधवार की शाम को लोगों ने पडरौना नगर के पश्चिमी छोर से होकर गुजरी गंडक नहर में दो शवों को देखा। कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। देर शाम को पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में ले लिया।

इस बारे में कोतवाली प्रभारी ने बताया कि दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों शवों की हालत ऐसी थी कि पहचानना मुश्किल था। पुलिस आशंका जता रही है कि दो दिन पहले रामकोला क्षेत्र में नहर में कूदी बुआ और भतीजी के ये शव हो सकते हैं। हालांकि देर रात तक इसकी पुष्टि नहीं हुई थी।

बुधवार, 19 जून 2013

कुशीनगर एयर पोर्ट के लिए अतिरिक्त भूमि का सर्वे पूरा


कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर को हवाई मार्ग से जोड़ने वाले  बहुप्रतीक्षित इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए प्रस्तावित अतिरिक्त भूमि का सर्वे कार्य बुधवार को पूरा हो गया।

जानकारी के अनुसार कार्यदायी संस्था कंसल्टेंट आई एलएफएस के अभियंता ए के श्रीवास्तव व उप पर्यटन आयुक्त पीके सिंह के संयुक्त नेतृत्व में हुए सर्वे में जमीन का मौके से मुआयना किया गया। ऐयर पोर्ट निमार्ण को लेकर आयी तेजी ने स्पष्ट कर दिया है कि शासन का एयरपोर्ट निमार्ण को लकर सख्त हो गया है।

ज्ञातव्य हो कि विगत 12 जून को कमिश्नर जेपी गुप्त ने पथिक निवास में इस बाबत अफसरों की बैठक में एयर पोर्ट निर्माण में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया था। उन्होंने क्षेत्र के नकइनी, परसौनी, पतया, भलुहीं मदारी पट्टी आदि गांवों की 10 से 15 एकड़ जमीन अधिग्रहण प्रस्ताव की बात बतायी। इसी क्रम में सर्वे कार्य किया गया।

भाजपा नेता रामधारी गुप्ता के मौत का मामला सुलझायेगा क्राईम ब्रांच


कुशीनगर।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुए सड़क हादसे के दौरान भाजपा नेता रामधारी गुप्ता की मौत की गुथ्थी अब क्राईम ब्रांच सुलझायेगी। जिसके जांच के लिए पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने पत्र भेज दिया है।

ज्ञातव्य हो कि भाजपा नेता की मौत 15 जून को नगर के हीरोहोन्डा ऐजेन्सी के समीप एन एच 28 बी राजमार्ग पर हुई थी। श्री गुप्ता के मौत पर परिजनों ने सवाल उठाया था कि  मेरे पिता के मोबाईल पर चालक ने 3 बजकर 8 मिनट पर फोन किया जबकि घर पर 4 बजकर 10 मिनट के लगभग। घटना स्थल की स्थिति भी दुर्घटना को तस्दीक नही कर रही है।
श्री गुप्ता के मौत पर परिजनों ने सवाल उठाया था जिस पर सपा विधायक श्री राधेश्याम सिंह की पहल पर पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए पत्र लिखा है।

इस सम्बन्ध में मृगेंद्र सिंह पुलिस  अधीक्षक कुशीनगर ने बताया कि क्राइम ब्रांच से जांच को लिखा गया है। चूंकि पुलिस का मूल उद्देश्य है पीडि़त को राहत देना है तो उनकी बात को नजर अंदाज नही किया जा सकता।

केदारनाथ की यात्रा पर गये कुशीनगर के दो श्रद्धालुओं का पता नही




कुशीनगर। देश के उत्तराखण्ड में स्थित चार धाम की यात्रा पर निकले कुशीनगर के दो श्रद्धालुओं का अब तक कोई पता नही चल सका है। ये दोनो श्रद्धालु बारह ज्योर्तिलिग में प्रसिद्ध केदारनाथ के दर्शन करने गये हुए है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के रामकोला क्षेत्र के रामपुर बगहा गांव निवासी परमहंस पांडेय और बगहां खुर्द के रहने वाले पूर्व प्रधानाचार्य भातंबर पांडेय 3 जून को गोरखपुर की एक निजी ट्रेवेल एजेंसी की बस से चार धाम की यात्रा पर निकले थे।

परिवार वालों के अनुसार दोनों लोगों के पास मोबाइल है। रोज उनसे बातें हो जाती थी लेकिन 16 जून से उन लोगों से संपर्क टूट गया है। इससे ये लोग सशंकित हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश से हो रही तबाही से इन लोगों का मन विचलित हो रहा है। भातंबर पांडेय के पुत्र कृष्ण मुरारी पांडेय ने बताया कि 16 जून को उनके पिता रुद्रप्रयाग के एक होटल में ठहरे थे। शाम तक बातचीत हुई लेकिन उसके बाद संपर्क नहीं हुआ। परमहंस पांडेय के पुत्र अवधेश पांडेय भी बताते हैं कि रुद्र प्रयाग के एक होटल में ठहरे होते तक तो जानकारी थी लेकिन उसके बाद संपर्क नहीं हो सका है। पांडेय का कहना है कि संपर्क करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है लेकिन सफलता नहीं मिल रही है।

नदी के कटाव से भयभीत लोग पलायन पर उतारू


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नारायणी नदी के कटाव से नदी के उस पार बसे लोग भय से घर छोड़ सुरक्षित जगह पर पलायन करने लगे है। लोगों का मामना है कि नदी अगर इसी गति से कटाव करती रही तो कई गांवों के लिए खतरा बढ़ जाएगा।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के खड्डा विकास खंड अंतर्गत नारायणी नदी के उस पार नरायनपुर, हरीहरपुर, बकुलादह, बसंतपुर, शिवपुर, बालगोबिंद छापरा, शाहपुर आदि कई गांव बसे हैं। इन गांव के हजारों लोगों पर हर वर्ष बरसात कहर बन कर टूटती है। ये गांव बरसात के समय सड़क मार्ग से कट जाते हैं। पिछले वर्ष गंडक नदी ने इन गांवों की हजारों एकड़ खेत को अपने आगोश में ले लिया था।

इस बर्ष बरसात का मौसम शुरू होते ही एक बार फिर इन गांवों की खेती के साथ लोगों के घर परिवार के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। 17 जून से शुरू हुई बरसात के बाद से नदी में आई बाढ़ ने कटान शुरू कर दिया है। स्थिति ऐसी है कि इस कटान के कारण नरायनपुर गांव के शिवनरायन, सुखबीर, नथई, पूर्णमासी, हीरामन आदि के खेत नदी में समा चुके हैं। कटान करती हुई नदी तेजी के साथ गांव की ओर बढ़ रही है।

ग्रामीण मानते है कि नदी के कटान की गति यही रही तो एक दो दिन में प्राइमरी स्कूल सहित कई घर नदी में विलीन हो जाएंगे। इस गांव के ग्राम प्रधान ने बताया कि प्रशासन ने अब तक बाढ़ से बचाव के लिए नाव आदि की व्यवस्था नहीं की है। जबकि कानूनगो को इस समस्या के अवगत करा दिया गया है।

कुशीनगर में बाढ़ का खौफ दिखने लगा चेहरों पर


पानी बढ़ा तो कई बन्धों की स्थिति हो सकती है समाप्त

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बाढ़ का खौफ अभी से चेहरो पर दिखायी देने लगा है नारायणी नदी के किनारे बसे करीब एक दर्जन टोले पानी से घिर गये है। वही पानी के बढ़ते दबाव से कई बन्धों की स्थिति भयावह बनी हुयी है। 

बताते चले कि कुशीनगर में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही हैं। वही वाल्मिकीनगर बैराज से पानी का डिस्चार्ज बढ़ने से गंडक नदी उफान पर आ गई है। नदी के तेज बैक रोलिंग के कारण तटबंध पर खतरा मढ़राने लगा है । हालत ऐसी है कि बाल्मीकि नगर बैराज से बढ़े पानी के डिस्चार्ज ने 300 मीटर लंबा नरवाजोत एक्सटेंशन बांध नदी के विनाशकारी रूख के चलते डेंजर प्वाइंट बन गया है। बांध का नोज पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है और नदी के कटान से स्पर नदी में विलीन हो रहा है।

स्थित ऐसी है कि अगर कटान इसी गति से होता रहा तो एक-दो दिन के भीतर नरवाजोत बांध का अस्तित्व हमेशा के लिए नदी में विलीन हो जायेगा। उसके बाद फिर नदी का रूख सीधे एपी बांध के किमी 0 पर होगा और परसा, जंगली पट्टी, भावपुर, पिपराघाट समेत एक दर्जन से अधिक गांवों का अस्तित्व बचाना नामुमकिन हो जाएगा।

बुधवार को विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बाल्मीकि नगर बैराज से 2.70 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हुआ जो दोपहर बाद एपी बांध के समानान्तर नदी के जल स्तर को बढ़ा दिया। इससे बांध, स्पर-नोज के ऊपर दबाव साफ दिखाई देने लगा। वही नदी के बढ़ते जल स्तर सेे मुख्य एपी बांध के किमी 1.600 पर घघवा जगदीश के सामने अति संवेदनशील स्थिति हो गयी है इसी के साथ  बीरवट के सामने किमी 7.500 से किमी 8.500 तक नदी बांध से सट कर बह रही है। वही बाघाचैर टोला झवनिया के सामने किमी 10.518 से किमी 11.00 तक स्पर का नोज क्षतिग्रस्त हो जाने से नदी बांध पर दबाव बना रही है। 

इसी के साथ दुदही क्षेत्र के अमवा खास बंधे के 4.5 किलोमीटर से 4.9 किलोमीटर के बीच बने 6 स्परों के नोज 10-10 मीटर तक नदी के पानी में विलीन हो गए है। इससे पानी का मुख्य बंधे तक दबाव बनना शुरू हो गया है। बंधे के आसपास के गांव अमवा दीगर, अमवा खास, पिपरही, गोबरही सहित कई गांवों के लोग भयभीत हैं। बन्धे किनारे बसे लोग प्रशासन को कोश रहे कि समय रहते काम हुआ होता तो ऐसी स्थिति नही आती।
सिंचाई विभाग बचाव कार्य में लगा हुआ है। सिंचाई विभाग का कहना है कि बंधे पर थोड़ा दबाव जरूर है, लेकिन बचाव कार्य तेज होने के कारण बंधा सुरक्षित है। 

मंगलवार, 18 जून 2013

नारायणी नदी में बढ़ते जल स्तर से बाढ़ का खतरा बढ़ा


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हो रही मूसलाधार वारिस और दुसरी तरफ पहाड़ी इलाके में बरसा पानी भी नदी में आने लगा है। जिससें नरायणी के तटवर्ती बन्धों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है । सोमवार से ही मुसलाधार वारिस हो रही है यह बारिस मंगलवार को भी जारी रही।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के उत्तर सीमाओं से हो कर बहने वाली नारायणी नदी के बन्धों पर बाढ़ का खतरा हमेशा बना रहता है। करीब हर साल नदी की घारा में करोड़ों की सम्पति नष्ट हो जाती है साथ ही जन हानी भी होती ही रहती है।

नदी की घाराओं कों सम्बन्धित विभाग हर साल सरकार से करोड़ों रूपये लेकर निष्प्रभावी बनाने की बात करता है लेकिन अफशोश कि वह काम तबतक शुरू करता हैं जब बरसात आ जाती है और पानी बढ़ने लगता है। बढ़ते पानी के साथ विभाग बोल्डरों को पानी की तरह नदी में बहा देता है और बाढ़ बचाव का ढि़ढ़ोरा पिटने लगता है कारण है कि जब तक यह सब होता है तब तक बरसात भी कम हो गयी रहती है।


नारायणी के 100 किलोमीटर के रेंज में कई बन्धे सम्बेदनशील है जिनका मरम्त कार्य हर हाल में 15 जून से पूर्व हो जाना था। लेकिन विभाग ने पैसे की कमि बता कर काम ही शुरू नही किया। हालत ऐसे है कि अब जल स्तर बढ़ने लगा नदी किनारे बसे लोगों की हालात खराब होने लगी है। नदी की हालत ऐसी है कि भैसहां गेज पर चेतावनी विन्दु से 32 सेमी उपर वह रही है अभी और उपर बढ़ने की सम्भावना बतायी जा रही है। बता दे कि पिछले दो बर्षो में 88 करोड़ की 25 परियोजना लम्वित है।


नदी किनारे बसे लोग बाढ़ बचाव क जिम्मेदारो को कोश रहे है कि वह जो बात बाढ़ आने पर होती है वह बाढ़ से पर्व होती तो वह दिन नीही देखने को मिलता कि हमारे सामने हमारी सम्पति पानी में लिीन हो जाती है।
हालाकि बाढ अभियन्ता इस सम्बनध में बताते है कि काम चल रहा है पैसा जितना मिला है उसे हर हाल में खर्च कर बन्घों को बचाने का काम किया जा रहा है। 

भाजपा नेता के मौत की हो उच्च स्तरीय जाच



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भाजपा नेता रामधारी प्रसाद गुप्त की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। भाजपा नेता के बड़े पुत्र ओमप्रकाश गुप्त ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इसके लिए उन्होंने पडरौना कोतवाली पुलिस को प्रार्थनापत्र भी दे दिया है।

ज्ञातव्य हो कि लखनऊ से इलाज कराकर लौटते समय भाजपा नेता रामधारी प्रसाद गुप्त की शनिवार की सुवह पडरौना के छावनी मुहल्ले से कुछ दूरी पर सड़क हादसे में मौत हो गई थी।

भाजपा नेता की चारपहिया गाड़ी ट्रक से टकरा गई थी। बताया जा रहा है कि दुर्घटना के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया था। उसके बाद ट्रक गायब हो गया। अब सवाल खड़ा होता है कि ट्रक गया कहां ? ओमप्रकाश गुप्त ने मांग की है कि प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये।

उनका कहना है कि उनके पिता एक लाख रुपये लेकर गए थे लेकिन उनके पास से कुछ नहीं मिला। दो दिनों में इतना धन वह खर्च नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनके छोटे भाई के पास जब दुर्घटना के संबंध में फोन आया, उससे पहले उनके पिता के नंबर पर चालीस मिनट पूर्व फोन किया गया था। उनका कहना है कि इस घटना की जांच में ड्राइवर की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।

घटनाओ कि विवेचनाओं में गुणात्मक सुघार के लिए बनी नई योजना


हर हाल अपराधियों को मिलेगी सजा

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश पुलिस गंभीर अपराध से जुड़े घटनास्थल को अब फ्लेक्स येलो टेप से सुरक्षित करेगी। उत्तर प्रदेश शासन ने यह कदम हत्या, दुष्कर्म जैसी घटना के विवेचनाओं में गुणात्मक सुधार की दिशा में उठाया है। इसके तहत घटना की जानकारी होते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच जारी निर्देश का अनुपालन करेंगे।

उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ने सूबे के सभी पुलिस कप्तानों को इस वावत फरमान जारी किया है। इस फरमान का उद्देश्य विवेचनाओं को निष्पक्ष बनाना है, ताकि अपराधियों को हर हाल में सख्त सजा दिलाई जा सके।

इसके तहत हत्या व दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध के मामलों की विवेचना में गुणात्मक सुधार के लिए घटना की जानकारी होते ही पुलिसकर्मी चाहे वह थाने से हो या कंट्रोल रूम से मौके पर पहुंच अब घटनास्थल को येलो टेप से सुरक्षित करने का कार्य करेंगे।

आदेश में कहा गया है कि येलो टेप से सुरक्षित घटना स्थल में केवल विवेचक या विवेचना से संबंधित पुलिस एवं फोरेंसिक टीम के कर्मी ही जा सकेंगे। वहीं घटना की सूचना पर पहुंचने वाले पुलिस कर्मी या अफसर घटना से जुड़ी जानकारी संबंधित विवेचक को देंगे कि उन्होंने विवेचक के पहुंचने से पूर्व क्या देखा। जिससे कि घटना को अंजाम देने वाले अपराधी तक आसानी से पहुंचा जा सके।

आदेश में कहा गया है कि मीडिया के माध्यम से पुलिस यह भी अवगत कराएगी कि येलो टेप से सुरक्षित घटनास्थल के आस-पास लोग न जाएं ताकि महत्वपूर्ण साक्ष्यों को बचाया जा सके। अक्सर घटना स्थल पर छेड़छाड़ व चहलकदमी से महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट हो जाते हैं।

इस सम्बन्ध में मृगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने बताया कि पुलिस के पास येलो टेप उपलब्ध है, डीजीपी के आदेश के अनुपालन के लिए थानेदारों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं।

सोमवार, 17 जून 2013

कुशीनगर में फिर एक विवाहित ने दे दी जान



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक विवाहिता ने ससुरालियों की प्रताड़ना से आजिज आकर फंदा लगाकर जान दे दिया है। 

यह घटना कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्रान्र्तग्त ग्राम कठकुइया के टोला लीलापट्टी की है जहां सोमवार की सुबह ससुराल वाले शव को ठिकाने लगाने के लिए गांव के पश्चिम बागीचे में चिता सजा जलाने जा रहे थे कि पुलिस पहुंच गई।

ज्ञातव्य हो कि ग्रामवासी किशुन के बड़े लड़के रामू 32 वर्ष के साथ 10 वर्ष पूर्व तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम अमवा दूबे के टोला कुरमौटा निवासी किशुन मल्लाह की छोटी लड़की आशा की शादी हुई थी। पति को शराब पीने की लत थी। घर में पत्नी को मारता पीटता था। पति व ससुराल वालों की प्रताड़ना से आजिज आकर गले में साड़ी का फंदा डालकर छत में लगी कुंडी से लटक गई जिससे उसकी मौत हो गई।

इघर  साक्ष्य मिटाने की जुगत में ससुराल वाले शव जलाने के प्रयास में थे कि सूचना पर पुलिस पहुंच गई। मृतका के पिता ने बताया कि मेरी लड़की को 20 दिन पूर्व उसके पति ने पीटा था। जिससे मायके आ गई थी अभी चार दिन पूर्व उसका पति वापस लेकर गया था। मृतका के मासूम बच्चे शैलेश 10 वर्ष, मिथलेश 7 वर्ष को भी ससुराल वाले साथ लेकर चले गए हैं।

इस संबंध में थानाध्यक्ष मुकेश राय ने कहा कि तहरीर नहीं मिली है, मिलने पर कार्रवाई होगी। 

पक्तिबद्ध छाया योजना बौद्धनगरी में घ्वस्त


कुशीनगर । भगवान बुद्ध की घरती कुशीनगर में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र को लेकर लगभग दो दशक पूर्व पर्यटकों की सुविधा के लिए पक्तिबद्ध छाया योजना लागु की गयी थी जो पूरी तरह से फ्लाप हो गई है।

बौद्ध परिपथ के विकास के क्रम में प्रथम चरण के दौरान वर्ष 1992-93 में कुशीनगर में पर्यटन की आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि की गई जिसमें बुद्ध तिराहे से रामाभार स्तूप के आगे देवरिया मोड़ तक बुद्ध विहार मार्ग के दोनों किनारे छायादार पौधरोपण सामाजिक वानिकी वन प्रभार कुशीनगर द्वारा कराया गया।

इसका उद्देश्य यह था कि दोनों किनारे लगे छायादार पौधे पाकड़, सीता अशोक, बरगद, मौलसिरी, जकरंडा आदि बढ़ने के बाद उपर वे एक दूसरे से मिल जाएं ताकि गर्मी में सूर्य की रोशनी सड़क पर न पड़े और बुद्ध विहार मार्ग पर चलने वाले पर्यटकों को धूप का असर न हो।

इसी के बाद विद्युतीकरण के तहत पौधरोपण के ही लाइन में विद्युत पोल भी लगा दिए गए। हालांकि वन विभाग ने इसका विरोध किया और विभाग से बुद्ध विहार मार्ग के बीचोबीच विद्युत पोल लगाने का आग्रह किया था। पौध और विद्युत पोल एक ही लाइन में होने के कारण जब पौध बढ़ते हैं तो वे हाई एवं लो टेंशन लाइन से छू न जाए और कोई फाल्ट न हो जाए इसलिए विभाग द्वारा पड़ों की बराबर कटाई-छटाई होती रहती है।

इस संदर्भ में क्षेत्रीय वनाधिकारी ने बताया कि पंक्तिबद्ध छाया योजना को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए पौधरोपड़ कराया जा रहा है। जहां तक पक्तियों की बात है इसके लिए विभाग प्रयासरत है कि इसका निस्तारण हो जाये।

दम तोड़ रही है कुशीनगर में जायेका


कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में पर्यटन विकास की योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही है। हालात ऐसे है कि पर्यटन आधारित आधारभूत संसाधनों के विकास के लिए बनी जायका परियोजना भी अधर में लटकी है। चार सालों में परियोजना में सर्वे और बैठक के अलावा अब तक कोई काम ही नहीं हुआ।

ज्ञातव्य हो कि जापान इंटरनेशनल कोआपरेशन एजेंसी ने यूपी के बौद्ध सर्किट के समग्र पर्यटन विकास के लिए बर्ष 2009 में 390 करोड़ की योजना बनाई थी। इसमें 40 करोड़ रुपये कुशीनगर के विकास के लिए है।

इस घन से कुशीनगर में पाथ वे, ग्रीन बेल्ट और ड्रेनेज सिस्टम के अलावा एक कैफेटेरिया, राजकीय बौद्ध संग्रहालय और विद्युत सब स्टेशन का अपग्रेडेशन किया जाना है। जापान से आई टीम ने वर्ष 2012 में दो बार कुशीनगर का दौरा किया। टीम ने भ्रमण के दौरान बुद्धकालीन हिरण्यवती नदी के कायाकल्प करने की भी बात भी कही थी।

योजना के तहत 160 करोड़ की लागत से कोल्हुई-हाटा मार्ग को टू लेन बनाया जाना है। इस रोड के बनने से नेपाल की तरफ से कुशीनगर आने की दूरी कम हो जाएगी, लेकिन अफशोस इस बात का है कि इसके बावजूद इस परियोजना को लेकर कोई खास कदम नही उठाया गया। अब तो लोग मैत्रेय की तरह जायका परियोजना को भी ठंडे बस्ते में जाने की बात करने लगे है।

इस सम्बन्ध में प्रदीप कुमार सिंह उप निदेशक पयर्टन ने बताया कि कुशीनगर के विकास के लिए सरकार परियोजनाएं तो बना रही है पर इसे लागू करने की गंभीर इच्छा शक्ति नहीं दिखा रही है। इससे कुशीनगर में पर्यटन विकास का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है।

अपर आयुक्त प्रशासन ने किया तहसील का औचक निरीक्षण



कुशीनगर। कुशीनगर में अपर आयुक्त प्रशासन बाबूलाल श्रीवास ने शनिवार को स्थानीय तहसील का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तहसील न्यायालयों को देखते हुए अधिकारियों से जमकर पुछ-ताछ की और उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिए। 

अपर आयुक्त श्रीवास सर्वप्रथम उप जिलाधिकारी के कक्ष में पहुंचे जहां उन्होंने व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद एसडीएम, तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार के न्यायालयों के निरीक्षण के दौरान फाइलों के रखरखाव की दयनीय स्थिति को देख बिफर पड़े। लंबित मामलों को त्वरित निस्तारण करने और फाइलों के उचित रखरखाव का सख्त निर्देश दिया।

उन्होंने आख्या तलब कर पथिक निवास चले गए। तत्पश्चात् तहसील परिसर में बैठकों का दौर प्रारंभ हो गया। इस दौरान एसडीएम पंकज वर्मा , तहसीलदार राजेश सिंह, नायब तहसीलदार प्रीति सिंह, घनश्याम शुक्ल, पारसनाथ मिश्र, अरविंद त्रिपाठी, बृजेश मणि त्रिपाठी, हरिशंकर सिंह, बैजनाथ गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

विद्युत चोरी के आरोप में 13 पर मुकदमा का आदेश


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में विद्युत चोरी पर नियंत्रण एवं राजस्व वसूली के लिए छापेमारी के दौरान कनेक्शन से बिजली इस्तेमाल कर रहे लोगों के कनेक्शन काट दिए गए। वही 13 आरोपियों पर विद्युत चोरी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने में तहरीर दी गई है।

शनिवार को 12 बजे कुशीनगर के रामकोला उपकेंद्र के अवर अभियंता नरेंद्र सिंह ने टीम के साथ उपकेंद्र के गांव हरपुर माफी में छापेमारी की। गांव में कई लोग कटिया कनेक्शन से बिजली इस्तेमाल करते पकड़े गए। टीम ने उनका कनेक्शन काट दिया। जिसमें कुल 13 लोग पकड़े गए।

 इनके विरुद्ध अवर अभियंता ने स्थानीय थाने में विद्युत चोरी की धारा 138 के तहत मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी है। टीम में सहायक अभियंता विद्युत हाटा निखिल कुमार नायक, एसएसओ रामअवध, ओमप्रकाश मिश्रा आदि लोग थे। इस संबंध में एसओ रामकोला जितेंद्र कुमार यादव का कहना है कि तहरीर मिल गई है। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

सयुक्त निदेशक की टीम ने जाच में पाया कालाजार


करीब डेढ़ दर्जन बच्चों के मौत के बाद जाच में आयी थी टीम

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुए कालाजार से मौत के मामले में स्वयं सयुक्त निदेंशक की टीम ने मौत का कारण कालाजार बताया यही नही स्वास्थ्य लापरवाही को भी उजागार किया।

कुशीनगर के दुदही विकास खंड अन्र्तगत ग्राम पंचायत रकबा दुलमापट्टी एवं गौरी जगदीश में कुछ दिनों पूर्व कालाजार से असमय डेढ़ दर्जन लोगों की मौत को स्वास्थ्य विभाग अज्ञात बीमारी मान रहा था।

लेकिन स्वास्थ्य जाॅच के लिए आयी टीम ने नमूने में आखिरकार कालाजार की पुष्टि कर दी है।  सात सदस्यीय टीम ने सेंट फ्लाई नामक मक्खी के काटने से कालाजार की बीमारी होने एवं मौतों की बात कही। इससे अब महकमा एक बार फिर कठघरे में आ गया है।

डा. हरिशंकर सक्सेना संयुक्त निदेशक मलेरिया उ.प्र. के नेतृत्व में डा. एके सिंह सीतापुर, डा. आईएएन अंसारी वेक्टर इन वन सीतापुर, डा. एसएन पांडेय जिला मलेरिया अधिकारी कुशीनगर, डा. मारकंडेय मणि, डा. विजय श्रीवास्तव गोरखपुर मेडिकल कालेज, जितेंद्र प्रसाद की टीम सबसे पहले कालाजार से मरी नेहा के घर पहुंची। उसके माता पिता से जानकारी ली और नमूने भी लिए।

उधर प्रभु ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की ओर इशारा करते हुए कहा कि न दवा और न डाक्टर तो हम लोग असमय काल के गाल में जाएंगे ही। टीम रकबा दुलमापट्टी मुसहर बस्ती गई। जहां 16 लोगों की मौत कालाजार होने से बताई गई। वहां भी बीमारी के संवाहक सेंट फ्लाई मक्खी के नमूने लिए। टीम के सामने ग्रामीणों ने स्वास्थ्य महकमे को कटघरे में खड़ा करते हुए अनेक सवाल भी खड़ा कर दिए।

इस सम्बन्ध में संयुक्त निदेशक हरिशंकर सक्सेना ने बताया कि दुदही सीएचसी पर मल्टी फोरसीन एडल्ट और किड टैबलेट पर्याप्त मात्रा में जिला अस्पताल में भी उपलब्ध करा दिया गया है। इस दवा का 28 दिन तक बिना गैप किए खाने से इस बीमारी से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि बुखार की शिकायत पर तत्काल मल्टी कोरसीन कीड से जांच कराए। जिससे बीमारी का पता चल सके।

शनिवार, 15 जून 2013

नहर के पुलिया के नीचे मिला शव क्षेत्र में शोक की लहर

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पटहेरवा थाना अन्तर्गत बड़हरा चैराहे के पास एक नहर की पुलिया में सठियांव निवासी योगेन्द्र पुत्र रामरक्षा का शव मिलने पर क्षेत्र में मातम की लहर दौड़ चली।

योगेन्द्र अपनी मोटरसाइकिल से किसी आयोजित कार्यक्रम में गये थे। शुक्रवार की देर रात नहीं लौटने पर उनकी खोजबीन परिजनों द्वारा शुरू की गयी। इधर यह शोर हुआ कि बड़हरा चैराहे के आगे नहर के एक पुलिया में एक युवक का शव दिखाई पड़ा है।

इसकी सूचना मिलने पर वहां गये परिजनों के उपर विपत्ति का पहाड़ टूट गया क्योंकि इस शव की पहचान योगेन्द्र के रूप में की गयी। सूचना पर पहुची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कुशीनगर के बरिष्ठ भाजपा नेता रामघारी गुप्ता की सड़क दुर्घटना में मौत



भाजपा नेता रामधारी गुप्ता 
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शनिवार की सुबह एक सड़क दुर्घटना के दौरान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ट नेता रामधारी गुप्ता (75 वर्ष) की मृत्यु हो गयी है। वह अपने प्राईवेट वाहन से लखनऊ से अपने घर आ रहे थे। इसकी खबर फैलते ही क्षेत्र में हलचल मच गई। शोक संवदेना जताने के लिए भाजपा के दिग्गजों का जमावाड़ा उनके दरवाजे पर लगा रहा।

ज्ञातव्य हो भाजपा नेता इलाज कराने लखनऊ गए थे। चेकअप के बाद वे यहां पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी मिले और शुक्रवार की देर रात अपने स्कार्पियो डीएल 4 सी-एनबी-0969 से पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के अपने गांव बबुइयां हरपुर के लिए वापस चले दिये। बताया जाता है कि चालक की आंख झपकी और वाहन अनियंत्रित हो गया। चालक ने बचाने का प्रयास किया लेकिन रफ्तार इतनी तेज थी कि स्कार्पियो बगल में खड़े ट्रक से टकरा गयी और उसके पुर्जे उड़ गए। अगली सीट पर चालक के बगल में बैठे भाजपा नेता की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई।

चालक के अनुसार वह कई दिनों से सोया नही था और वार-वार श्री गुप्ता से कुछ देर अराम करने के लिए कह रहा था। लेकिन भाजपा नेता ने एक न सूनी और उसे घर के लिए चला दिया। चालक ने बताया कि उसने कसया में भी चाय पीने के लिए कहा कि नीद लग रही है। लेकिन वे नही रूके और यह कह कर मुझे चलने पर मजबूर कर दिये कि चलो अब तो घर आ गया है । थोड़ी देर में हम लोग पहुच जायेगे यह कह कर वह सीट तोड़ कर सो गये। ऐसे में मै कसया से आ रहा था कि अचानक यह घटना घट गयी।

करीब दो से तीन के बीच में घटी इस घटना के बाद किसी तरह बालवाल बचे चालक ने भाजपा नेता के घर और पूलिस को सूचना दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

शुक्रवार, 14 जून 2013

उत्तर प्रदेश विहार सीमा पर बदमाशों ने कई लोगों को लूटा


कुशीनगर । उप्र की बिहार सीमा के नजदीक बिहार प्रांत के नौरंगिया थाना क्षेत्र के एनएच 28 बी पर कुछ लूटेरों ने लूट की घटना को अन्जाम दिया है। इस घटना के दौरान बचाव में कई लोगों के घयल होने का समाचार मिला है। 

गुरुवार की रात करीब 9.30 बजे अपने गंतव्य को जा रहे लोगों के ऊपर एक बोलेरो में सवार अज्ञात बदमाशों द्वारा हमला बोलकर लूटपाट कर लिया गया। इन बदमाशों का विरोध करने वाले बाइक सवारों पर बदमाशों ने फायर झोंकदिया ओर फरार हो गये।

बदमाशों के फायर झोंकने पर बाइक सवार गंभीर रूप स घायल हो गये। जानकारी के मुताबिक खड्डा निवासी श्याम बिहारी गुप्त से पांच हजार व प्रहलाद गुप्ता से लूटेरों ने 35 हजार नकदी लूट ली।प्रहलाद के सिर में गोली लगी है जिसमें वह जख्मी हुआ है। लूटेरों की संख्या पांच बतायी जा रही जो दो बाइकों पर सवार थे। 
     

बैंक मैनेजर को रिश्वत के साथ रंगें हाथ सीबीआई ने किया गिरफ्तार


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सीबीआई टीम ने एक बैंक मैनेजर को रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार कर लिया। शाखा प्रबन्धक किसान क्रेडिट कार्ड को बनवाने को लेकर  रिश्वत ले रहे थे।

कुशीनगर के छितौनी नगर स्थित पूर्वाचल ग्रामीण बैंक के बैंक मैनेजर को 5300 रुपये घूस लेते समय सीबीआई टीम ने रंगे हाथ गुरुवार को पकड़ लिया। मैनेजर के साथ कैशियर और एक दलाल को भी पुलिस साथ लेकर गई। 

बताते चले कि हनुमानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर निवासी निजामुदीन अंसारी बैंक से 59 हजार रुपये के केसीसी बनवाने के लिए बैंक दलाल के माध्यम से शाखा प्रबंधक आरबी राव से मिले तो 10 प्रतिशत घूस के रूप में मांग की गई।

इसकी शिकायत अंसारी द्वारा सीधे सीबीआइ से की गई थी। इंस्पेक्टर ओंकार सिंह की अगुवाई में पहुंची 6 सदस्यीय टीम ने मैनेजर को 5300 रुपये घूस लेते समय धर दबोचा। मैनेजर के साथ कैशियर रजत और दलाल मंजीत ऊर्फ डब्बू को गिरफ्त में ले लिया। तीनों को सीबीआई अपने साथ लखनऊ ले गई जहां शुक्रवार को सुबह उन्हें सीबीआइ अदालत में पेश किया गया।

गुरुवार, 13 जून 2013

कुशीनगर को हवाई मार्ग से जोड़ने का सपना जल्द होगा सकार


   .............................बैठकों का दौर शुरू

कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर को हवाई मार्ग से जोड़ने का सपना अब जल्द ही सकार हो जाने वाला है विभाग सहित निमार्ण कम्पनियों द्वारा बैठक कर रणनीति बनानी शुरू कर दी गयी है। इसके लिए जरूरी 15 एकड़ भूमि को अतिशीघ्र अधिग्रहित कर ली जायेगी।

बैठक में शिरकत किये कमिश्नर जेपी गुप्त ने कहा कि एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर कंपनियां  दो माह में बाजार में होगीं। वे बुधवार को अधिकारियों व हवाईपट्टी के निरीक्षण में आई टीम के साथ कुशीनगर के होटल पथिक निवास में संयुक्त रूप से बैठक में उपस्थित थे।

बैठक में निर्माण को लेकर पूरी तरह से सकारात्मक बात बाहर आई और इसके निर्माण की दिशा में तेजी का संकेत मिला। वही एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी पीके सिंह, कंसलटेंट विकास चंद्र आहूजा, प्रभारी जिलाधिकारी जनार्दन बरनवाल व अन्य प्रशासनिक अमले के साथ पथिक निवास में देर शाम तक चली बैठक में अवरोधों पर घण्टों समीक्षा की गई।

यदि सब कुछ ठीक रहा तो अगले दो माह में एयरपोर्ट का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा और इससे संबंधित कंपनियां क्षेत्र में डेरा जमा देंगी। अब तक कुल 30 कंपनियों ने इसके लिए नामांकन कराया है जबकि आठ कंपनियां अंतिम दौर में हैं।

एयरपोर्ट निर्माण से संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र विभिन्न मंत्रालयों द्वारा जारी कर दिया गया है। निर्माण में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो एयरपोर्ट के निर्माण के दौरान जमीन की कमी होने पर नारायणपुर, नकहनी, परसौनी आदि से 10 से 15 एकड़ भूमि और प्रशासन द्वारा अधिग्रहित की जाएगी। इससे संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश नोडल अधिकारी, कंसलटेंट व राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिए जा रहे हैं।

पलटे ट्रक ने खोला पशु तस्करी की पोल, एक पशु मरा कई घायल


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पशु तस्करों की एक ट्रक पलट जाने से एक बैल की मौत हो गयी जबकि दर्जन भर बैल घायल हो गये है। जिसमें तीन की हालत गम्भीर है। इस घटना ने पशु तस्करी की पोल खुल गयी है।

कुशीनगर में आये दिन घट रही घटनाओं में पशु तस्करी की घटनाओं सर्वाधिक सामने आ रही है। पशु तस्करी का यह मामला तुर्कपट्टी थाने के पिपरा रज्जब के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहिया ब्लास्ट होने से सड़क पर फर्राटा भर रहा ट्रक पलट जाने पर प्रकाश में आया। हालाकिं मुकामी पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरूद्ध पशु कू्ररता अधिनियम व गोवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर वाहन स्वामी की तलाश शुरू कर दी है।

बताते चले कि यूपी 36-9295 ट्रक पर 20 से 25 की संख्या में पशुओं को लादकर उप्र से बिहार की तरफ ले जाया जा रहा था कि इसी बीच उक्त स्थान पर टायर ब्लास्ट कर गया और ट्रक अनियंत्रित होकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पलट गया।

इस संबंध में मधुरिया चैकी इंचार्ज बृजेंद्र कुमार पटेल ने कहा कि पशु तस्करी से जड़ा मामला प्रतीत होता है। वाहन स्वामी की तलाश की जा रही है।

बुधवार, 12 जून 2013

दबंगों से तंग व्यक्ति ने जिला प्रशासन को जान देने की दी धमकी





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अधिकारियों के दफ्तर को विगत दो वर्षो से परिक्रमा कर हार-थक चूके एक असहाय व निर्वल व्यक्ति ने अंतिम विकल्प के रूप में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कुशीनगर को लिखित प्रार्थना पत्र देकर भूख हड़ताड़ के साथ जान देनेे की चेतावनी दी है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के जटहा बाजार थाने क्षेत्र के ग्राम सभा माघी कोठिलवा निवासी रामनारायण गोड़ पुत्र फूलचन्द ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को अपने द्वारा दिये गये लिखित प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया है कि वर्षो पूर्व से डीह की जमीन में मेरा आवासीय घर है। जिसमे हम सभी परिवारी जन निवास करते है। पीडि़त व्यक्ति रामनारायण के अनुसार मेरे विपक्षी का घर ओैर मेरे घर के बीच में आवागमन हेतु एक सड़क है जिसके रास्ते का उपयोग हम दोनो करते आ रहे थे लेकिन बर्तमान में मेरे विपक्षी द्वारा सड़क पार कर मेरे घर के दरवाजे पर दबंगई के बल पर एक पक्की दीवाल खड़ा करने लगे जिसकी सूचना गांव से लेकर मुकामी थाने तक दिया लेकिन कोई सुनवाई नही हुयी।

बदले में मुझे ही मुकामी थाने द्वारा शान्ति भंग के आरोप में चालान कर दिया गया। मेरे विपक्षी के साथ पुलिस का सहयोग जारी रहा और दीवाल मेरे विपक्षी ने खड़ाकर दिया। इसकी शिकायत जिले के अधिकारीगण तक मैने किया लेकिन कागजी कार्रवाई तक ही सब कुछ सिमट कर रहा गया। पीडित व्यक्ति ने बताया है कि मुझे तथा मेरे परिवार को मार-पीट कर घर से भगा भी दिया गया।

जिसके कारण मै अपना घर छोड़कर पूरे परिवार के साथ अपने रिस्तेदार के यहा बर्तमान में रहा रहा हू। विपक्षी द्वारा दरवाजे का अतिक्रमण कर मेरे आवागमन के वर्षो पूर्व मार्ग को अवरूद्व कर दिया गया है। पीडित व्यक्ति ने आगे अपने लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन को अवगत कराया है कि मेरे समस्या का निस्तारण व मेरे दरवाजो पर मेरे विपक्षी द्वारा किया गया अतिक्रमण यदि 25 जून तक नही हटाया गया तो इसी माह की 30 जून से पूरे परिवार सहित अपने दरवाजे पर भूख हड़ताड़ कर प्राण त्याग दूंगा जिसकी सारी जिम्मेदारी मेरे विपक्षी सहित सम्बन्धित जिला प्रशासन को होगी।



नशे की जलालत सह नही पायी महिला ने, मौत को लगाना चाहा गले




कुशीनगर । नशे की जलालत से परेशान एक युवति ने अपने ही पति से छुटकारा पाने के लिए मौत को गले लगाने का प्रयास की किन्तु शायद उपर वाले को यह मन्जूर नही था कि राहगिरों ने उसे नहर में कुदते हुए देख लिया।

पडरौना नगर के गायत्री मंदिर के निकट बैठी एक महिला दोपहर करीब दो बजे सुनसान देख एकाएक मुख्य पश्चिमी गंडक नहर के पुल पर चढ़ नहर में छलांग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों के शोर मचाने पर थोड़ी ही देर में वहां लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों (राहगीर) में शामिल शंकर वर्मा निवासी सिधुआ जंगल महिला को डूबते देख नहर में कूद पड़ा और काफी मशक्कत के बाद डूब रही महिला को सुरक्षित बाहर निकाला लिया ।

होश में आने के बाद महिला की पहचान महिमा (35) निवासी गांव मेला नगरी थाना कोतवाली पडरौना के रूप में हुई। उसने बताया कि उसका पति अमर मजदूर है और रोज शराब पीकर उसे मारता-पीटता है। महिला ने बताया कि बीती रात नशे में धूत होकर घर पहुंचे अमर ने उसे बुरी तरह मारा-पीटा जिससे आजिज आकर उसने अपनी जिंदगी ही समाप्त करने की ठान ली।


अलग-अलग घटनाओं ने सात की ले ली जान




कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अलग-अलग घटनाओं से सात लोगों के मरने की खबर मिली है। साथ ही दो दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल है। 

कुशीनगर के कप्तानगंज थाने के बोदरवार में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर फटने से घायल पिता-पुत्री की मौत गोरखपुर मेडिकल कालेज में हो गयी। वही इस घटना में घायल पुत्री की मां भी मंगलवार की रात दम तोड़ दी। घायल दो और बेटियों की हालत गंभीर है।

मिली सूचना के मुताबिक घर में गैस चूल्हे पर खाना बन रहा था कि अचानक गैस रिसाव के चलते सिलेंडर में आग लग गई और विस्फोट हो गया। विस्फोट में बाजार निवासी नरायन कसौधन परिवार के पांच सदस्य गंभीर रुप से घायल हो गए। जिन्हे प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया था। यहां इलाज के दौरान नरायन कसौधन व पत्नी गीता, पुत्री उर्मिला उम्र 8 वर्ष ने दम तोड़ दिया।

एक अन्य समाचार के अनुसार स्थानीय कप्तानगंज थाना क्षेत्र के खभराभार में मंगलवार को आकाशीय बिजली गिरने से बागीचे में खेल रहे सोहन (18) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 11 बच्चे घायल हो गए। बिजली की चपेट में आकर मोतीचक विकास खंड के खोखिया गांव के मुजफ्फरनगर टोला निवासी डोलू (8) के की मौत हो गयी तथा एक छह वर्षीय मासूम के घायल हो गयी। वही घायलों में चार की हालत गंभीर बतायी जा रही है, जिन्हें मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है।

घायलों में वहीं गंभीर रूप से झुलसे सन्नी पुत्र सुदामा (14), ऋषिमुनि पुत्र वीरेंद्र (12), विजय पुत्र भरोसा साहनी (14), राधेश्याम पुत्र खुदुर (4) की हालत गंभीर बताते हुए मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।

इसी क्रम में अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम बेलवा बुजुर्ग निवासी किशोरी देवी 35 वर्ष, सन्नी चैहान 8 वर्ष, नन्दनी चैबे 38 वर्ष व पड़ोसी गीता देवी 35 वर्ष, श्री राम 22 वर्ष, बलबीर 27 वर्ष, सकलदीप प्रजापति 55 वर्ष अपने घर के बरामदें में बैठे हुए थे कि अचानक आकाशीय बिजली गिर गयी। तथा उक्त लोग बुरी तरह घायल हो गये।

एक अन्य समाचार के अनुसार कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के गांव चिरगोड़ा धूंसी अंतर्गत अहिरौली-रामपुर पट्टी मार्ग पर सोमवार की देर रात अनियंत्रित टैंपो की ठोकर से साठ वर्षीय प्रभावती की मौत हो गई। सूचना पर मंगलवार को पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया। घटना बाद चालक मौके से भाग निकला।





मंगलवार, 11 जून 2013

कुशीनगर में होमगार्ड आन्दोलन के मुड में


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में होमगार्डो ने धीरे-धीरे ड्यूटी व भत्ते को आन्दोलन का मुड बना लिया है। जिसको लेकर की बैठक कर योजना जाने लगी है। 

हालाकि होमगार्ड अपनी मांगों को लेकर उदासीनता बरत रही सरकार से आजिज आकर सदस्यों ने उच्च न्यायालय की शरण गये है। पर उनका मानना है कि अगर हमारी मांगों पर सही तरीके से विचार नही हुआ तो फिर हमारा संघ किसी भी स्तर पर अपने हक की लड़ाई में पीछे नही हटेगा। चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यो न देनी पड जाये।

पडरौना नगर से सटे शायरी माई मंदिर परिसर में आयोजित बैठक को संबोधित करते जबानों ने कहा कि पुलिस के समान ड्यूटी करने वाले होमगार्ड उपेक्षा के शिकार हैं। ड्यूटी एवं भत्ता बढ़ाए जाने की मांग को लेकर अब तक हुए संघर्ष का कोई नतीजा नहीं निकलने पर अब संगठन द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद में याचिका दाखिल की गई है। जिसमें सौ फीसद ड्यूटी व भत्ते की मांग की गई है।

बैठक में मुहम्मद रईस अंसारी, मंजीत खान, प्रवीन कुमार मिश्र, सुग्रीव मिश्र, वीरेंद्र पाठक, मुहम्मद हनीफ, संत राज प्रसाद, बद्री प्रसाद, भरत प्रसाद, रुदल प्रसाद, लाल बचन सिंह, जोखू तिवारी, जितेंद्र सिंह, विनोद आदि उपस्थित रहे।

ससुराल में आये एक युवक की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक युवक ने रहस्यमय परिस्थितियों में दम तोड़ दिया। युवक अपने ससुराल आया हुआ था जहां मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। मृतक के परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकामी थाने में नामजद तहरीर दिया है। 

कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के ग्राम पपउर निवासी लाली उर्फ गुड्डू (35 वर्ष) पुत्र केश्वर यादव की शादी कसया थाना क्षेत्र के ग्राम कुरहवा निवासी लालमन यादव की लड़की से करीब 10 वर्ष पूर्व हुयी थी।

बीते दिनों लाली के ससुराल कुरहवा में शादी का कार्यक्रम था।जिसमें वह शरीक होने के लिए गया हुआ था और वह एक सप्ताह पूर्व से ही यहीं रह रहा था। लोगों का कहना है कि लाली शराब का शौकीन था।

कुशीनगर में बाढ़ बचाव के लिए अभी तक नही हो सका पूरा इन्तजाम


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश सरकार व जिम्मेदार अधिकारियो की घोषणा के बावजूद अभी तक कुशीनगर में नारायणी नदी पर स्थिति बन्धों का बूरा हाल है। मानसून आने के पूर्व यानि 15 जून से पहले बन्धे पर बाढ़ बचाव का कार्य समाप्त हो जाना चाहिए था लेकिन कुछ नही हो सका।

स्थिति ऐसी है कि मानसून आने में सिर्फ 4 दिन शेष है और नदी का डिस्चार्ज भी बढ़ना प्रारम्भ हो गया है फिर भी इस बन्धे पर बाढ़ बचाव का कार्य का श्री गणोश तक नही हो पाया है। 

बन्धे पर अभी तक कार्य प्रारम्भ नही होने के पीछे क्या कारण है यह तो जिम्मेदार लोग ही जानते है लेकिन आम जनता में इस बात की चर्चा है कि बाढ़ के दौरान फ्लड फाइटिंग के नाम पर नदी में बोल्डर बहा कर अपनी जेबे भरने के लिए सरकार में बैठे लोग समय से कार्य नही कराते है।

जिले के एपी तट बन्ध के किसी भी संवेदनशील प्वांइट पर अभी तक कार्य शुरु नही हों पाया है वही सिंचाई विभाग ने पूर्व में कुछ संवेदनशील प्वांइटो पर टेंडर भी करा दिया है लेकिन मानसून के पूर्व कार्य पूर्ण होने की बात तो दूर टेंडर हुए कायरे का अभी तक एग्रीमेन्ट का कार्य भी शायद अपूर्ण है। यही नही कार्य शुरु करने के लिए व मानसून के बाद भी नदी के दबाव को कम करने के लिए सबसे जरुरी संसाधन बोल्डर की आपूर्ति भी बन्धे पर शुरु नही हो पायी है।

बिरवट कोन्हवलिया के स्टैक यार्ड में महज दो ट्रक गिरा बोल्डर विभाग की जागरुकता बताने के लिए काफी है क्योकि बिना बोल्डर के किसी भी कार्य की शुरुआत की बात तो दूर नदी का दबाव को रोका भी नही जा सकता। एपी तटबन्ध का घघवा जगदीश के किमी 1.6 से 1.98 के बीच कराया गया रिवेटमेन्ट विगत बाढ़ के समय में ही क्षतिग्रस्त हो गया था और इस जगह पर नदी से बन्धे को बचाने के लिए विभाग को पूरा मानसून फ्लड फाइटिंग करना पड़ा था।

इस बार भी इस जगह पर नदी का रुख सीधे बन्धे के तरफ है अगर समय रहते यहाँ का क्षतिग्रस्त रिवेटमेन्ट को विभाग ने रिक्युब नही किया तो यहाँ एकबार फिर स्थिति बिगड़ सकती है। सबसे खराब स्थिति नदी का ग्राम सभा विरवट कोन्हवलिया में है क्यो कि नदी के मुहाने पर सिर्फ बन्धा ही नही बल्कि पक्के मकान में रह रहे हजारो लोग है ग्राम सभा विरवट कोन्हवलिया एक तरह से बन्धे के स्लोप पर ही बसा हुआ है।

 इस जगह पर भी विगत वर्ष नदी का दबाव कायम था और विभाग को दबाव कम करने के लिए प्रोपोपाइन व जिओ बैग डालना पड़ा था। डिस्चार्ज में हुई मामूली बढ़त के साथ ही विरवट कोन्हवलिया गाँव के लोगो की धड़कने तेज हो गई है क्यो कि बन्धे के समीप होने के नाते इस गाँव के लोग काफी हद तक बाढ़ की भाषा भी जान चूके है और विभाग की कार्य शैली से भी वाकिफ है।

ग्रामीणों के अनुसार मानसून के पूर्व कार्य शुरु न कराने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि बाढ़ के दौरान जब स्थिति भयावह होती है तो उस समय फ्लड फाइटिंग के नाम पर पानी में बोल्डर बहा कर एक ही झटके में करोड़ो रुपये का वारा न्यारा कर लिया जाता है।