कुशीनगर । सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों व जूनियर विद्यालयों के छात्र/छात्राओं के लिए एक नई योजना के तहत उनके बौधिक कौशल को बढ़ाने के लिए प्रयास सार्थक सावित नही हो रहा है अब तक कम्प्यूटर शिक्षकों कमी ने सबको सकते में डाल दिया है ।
समय-समय पर बच्चों की आवश्यकता के अनुरूप उन्हें नये-नये योजनाओं के माध्यम से विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के क्रम में अब कम्प्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार नेएक पाठ्यक्रम निधारित किया है जिसके तहत पौधे और जन्तुओं में निर्भरता, महत्तम समापवर्तक, समीकरण, रंग क्यो बदला, बुक, चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य, हवा में घुलता जहर, हमारी दोस्त मछलिया, मानक कंगाल, जानो पुल को, उन विषयों की विशेष जानकारी कम्प्यूटर के माध्यम से दी जानी है।
इस योजना को प्रभावी बनाने के लिए जूनियर हाईस्कूल के बच्चों को कई वर्षो पूर्व राज्य शैक्षिक अनुसंधान संस्थान परिष्द द्वारा कम्प्यूटर उपलब्ध कराया गया था। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान शैक्षिक टेलीविजन विभाग द्वारा अब बच्चों को ज्यादा ज्ञानवर्धक बनाने के लिए नयी तकनीकी का इजाफा कर इन बच्चों के विषय वस्तु की अलग-अलग सीडी तैयार कर जूनियर हाईस्कूलों में उपलब्ध करायी जा रही है। लेकिन विभाग की कार्य शिलता ने उन्हे खराब होने पर मजबूर कर दिया और कई विद्यालयों में संबंधित उपकरण खराब पड़े हुए है।
अभी तक इसके लिए कोई अध्यापक नही दिया गया जो कम्प्यूटर से इस नये पाठ्यक्रम की शिक्षा दे सके। सीडी उपलब्ध करा कर पाठ्यक्रम को शिक्षण के लिए प्रस्तुत तो कर दिया गया पर अध्यापको की तैनाती ने सबको सकते में डाल दिया है ।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शासन द्वारा जो सीडी उपलब्ध करायी गयी है। उसे संबंधित अध्यापकों को उपलब्ध करा दिया गया है।
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