गुरुवार, 26 दिसंबर 2024

हषोल्लास के साथ मनाया गया ख्रीस्त जन्मोत्सव

परसौनी पडरौना मसीही कलीसिया चर्च: हषोल्लास के साथ मनाया गया ख्रीस्त जन्मोत्सव

कुशीनगर। मसीही कलीसिया ( परसौनी पडरौना ) में क्रिसमस-डे काफी उल्लास के साथ मनाया गया। पास्टर अमूल्य मसीह ने बताया कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार क्रिसमस के दिन ही प्रभु यीशु ने धरती पर जन्म लिया था। इनका जन्म जोसफ और मैरी के घर में हुआ। ऐसे तो प्रभु यीशु को जन्म के ठीक समय और महीने की सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन चौथी शताब्दी में ईसाई चर्चों ने 25 दिसंबर को क्रिसमस-डे के रूप में मनाने की शुरुआत की। 


अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर क्रिसमस के दिन अवकाश की शुरुआत की। इसके बाद से ही दुनियाभर के ईसाई समुदाय इस खास दिन को प्रभु यीशु के जन्मदिवस के रूप मनाना शुरू किया है। क्रिसमस का त्योहार भारत समेत पूरी दुनिया में बहुत हर्ष और उल्लास से मनाया जाता है। इस दिन ईसाई समुदाय के लोग रात 12 बजे चर्च में प्रभु यीशु का जन्मदिवस मनाते हैं। इन धर्मावलंबियों का मानना है कि ईश्वर ने धरती के मनुष्यों के पाप को खत्म करने और लोगों की रक्षा के लिए अपने बेटे को धरती पर भेजा था।

आगे उन्होंने मरियम और यीशु मसीह के जीवन चरित्र से लोगों को रुबरू कराया। कहा कि ईश्वर एक होता है। सभी धर्म इंसान के लिए एक समान हैं। हम सभी को सबसे पहले अपने गुरुओं का सम्मान करना चाहिए। साथ ही हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलना चाहिए। इस मौके पर लोग सांता बनकर सभी को उपहार बांटते हैं, और घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरूवार की देर रात निधन


मनमोहन सिंह की तबीयत बिगड़ने के बाद गुरुवार शाम को उन्हें एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था

मनमोहन सिंह के निधन पर राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

टाईम्स ऑफ कुशीनगर व्यूरो।

नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरूवार की देर रात निधन हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तबीयत बिगड़ने के बाद गुरुवार शाम को उन्हें एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था। रात करीब आठ बजे दिल्ली एम्स की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था।

हार्ट से संबंधित परेशानी के चलते 92 वर्षीय सिंह को अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लाया गया था। जहां उनका इलाज किया जा रहा था। लेकिन गुरुवार रात 9 बजकर 51 मिनट पर मनमोहन सिंह ने अंतिम सांस ली।

बता दें कि इससे पहले 13 अक्टूबर को मनमोहन सिंह बुखार की शिकायत के बाद दिल्ली एम्स में भर्ती कराए गए थे। उस दौरान उनका बुखार ठीक हो गया था, लेकिन बाद में उन्हें कमजोरी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे 92 वर्षीय मनमोहन सिंह ने एम्स के आपातकालीन विभाग में अंतिम सांस ली। दिल्ली एम्स ने आधिकारिक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है।

 मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव में हुआ।

उन्होंने 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नफील्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी फिल की उपाधि ली थी। शिक्षा के प्रति उनका लगाव उन्हें पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्यापन कार्य किया।

इस दुख की घड़ी में, मेरी संवेदना, मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ है

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि जब डॉ. मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मैं और डॉ. मनमोहन सिंह जी नियमित रूप से बातचीत करते थे। हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श करते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा देखने को मिलती थी। इस दुख की घड़ी में, मेरी संवेदनाएँ डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह जी को उनके निवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत हमेशा हमारे राष्ट्र के लिए उनके योगदान को याद रखेगा।

राहुल गांधी ने कहा मैने एक गुरू और मार्ग दर्शक खो दिया

लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि मनमोहन सिंह जी ने असीम बुद्धिमत्ता और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने देश को प्रेरित किया। मैंने एक गुरु और मार्गदर्शक खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।

बुधवार, 25 दिसंबर 2024

जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रधानाचार्य परिषद ने किया प्रदर्शन


अपर मुख्य सचिव और शिक्षा निदेशक से 14 सूत्रीय मांगों पर हो रही है लगातार वार्ता - शैलेन्द्र दत्त 

टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो

पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद कुशीनगर की जिला इकाई ने प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर सोमवार को विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन जनपद के संरक्षक डॉक्टर गोरख राय ने प्रधानाचार्य हित मे हर समस्याओं के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आश्वासन दिया। 

प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय संरक्षण मंत्री शैलेंद्र दत्त शुक्ल ने कहा कि प्रांतीय नेतृत्व प्रधानाचार्यों की 14 सूत्रीय मांगों को लेकर अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार और शिक्षा निदेशक महेंद्र देव से लगातार वार्ता कर रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ नीतिगत मामले जो वित्त विभाग से अनुमोदित होने वाले हैं उन्हीं की प्रतीक्षा है कुछ मुद्दों पर शासन से सहमति बन गई है उस पर अनुमोदन प्राप्त होते ही  राजाज्ञां जारी हो जाएगी।

वही जिलाध्यक्ष देवेंद्र मणि ने कहा कि जब भी कोई प्रधानाचार्य फोन से भी अपनी समस्या अवगत कराया है तो तत्काल निराकरण कराया गया। सभा को संबोधित करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी पांडेय ने कहा कि शुल्क प्रतिपूर्ति बेसिक की भांति माध्यमिक में लागू कराया जाए और शुल्क पुनरीक्षण जो वर्ष 2010 के बाद नहीं हुआ उसको पुनरीक्षित किया जाए।वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षक संघ के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष नियामत अली ने प्रधानाचार्यों के मांगों का समर्थन करते हुए सदन के नेता प्रतिपक्ष से इन 14 सूत्रीय मांगों को सदन में उठाने की भी बात कही। धरना को अशोक कुमार , डा अजय पांडेय , डा अभिषेक कुमार , रणजीत कुमार झा , रामू चौधरी ,नृसिंह सिंह, साधुशरण पांडेय ने संबोधित किया। इस अवसर पर सुशील कुमार, सूर्यप्रताप सिंह , राजेश कुमार श्रीवास्तव , प्रबंधक बैकुंठ शाही , बबलू पाठक , ओमप्रकाश यादव , रामाश्रय प्रसाद ,अवधेश कुमार पांडेय

‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक के समर्थन उतरी बसपा

 


‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक के समर्थन उतरी बसपा

टाईम्स ऑफ कुशीनगर व्यूरो।

लखनऊ। ‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक का बसपा ने भी समर्थन कर दिया है। जिसके सापेक्ष बसपा सांसद संसद में विधयेक पर अपना समर्थन देने वाले है। उनका मनान है कि एक चुनाव होने से विकास कार्य नहीं रुकेंगे और जनहित के कार्यों को भी चुनाव के चक्कर में नहीं रोकना पड़ेगा। साथ ही राजनीतिक दलों पर चुनाव के खर्च का बोझ कम पड़ेगा। 

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि बसपा संसद में पेश किए जाने वाले ‘एक देश एक चुनाव’ विधेयक का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि एक चुनाव होने से विकास कार्य नहीं रुकेंगे और जनहित के कार्यों को भी चुनाव के चक्कर में नहीं रोकना पड़ेगा। साथ ही राजनीतिक दलों पर चुनाव के खर्च का बोझ कम पड़ेगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि ‘एक देश एक चुनाव’ के मुद्दे पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचना होगा।

कांग्रेस पर बोला तीखा हमला

रविवार को बसपा मुख्यालय लखनऊ में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर जब कानून मंत्री थे तो उन्होंने देखा कि कांग्रेस संविधान के हिसाब से काम नहीं कर रही है तो उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को अपना इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस ने डॉ. आंबेडकर को संसद में बोलने नहीं दिया था तो उन्होंने मीडिया के सामने अपनी बात रखी थी।