मंगलवार, 17 मई 2022

त्रिविध पावनी बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर दो बार हुआ प्रधानमंत्री का कुशीनगर में आगमन


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।

कुशीनगर। त्रिविध पावनी बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर पहुचकर तथागत बुद्ध की पुजा अर्चना की और चीवर दान किया। कुशीनगर के लिए यह पहला अवसर था कि देश के प्रधानमंत्री बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर कुशीनगर पुजा के लिए पहुचें हो।

कुशीनगर में चीवर चढ़ाते पीएम मोदी

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से 9ः27 बजे कुशीनगर एयरपोर्ट पहुचे, जहां उनका स्वागत भाजपा के वरिष्ठ नेता आर0 पी0 एन0 सिंह, सांसद कुशीनगर विजय दुबे,  सांसद देवरिया रमापति राम त्रिपाठी, विधायक कुशीनगर पी0 एन0 पाठक, विधायक खड्डा विवेकानंद पांडेय, विधायक तमकुही राज असीम राय, विधायक पडरौना मनीष जायसवाल, विधायक हाटा मोहन वर्मा तथा अधिकारी गणों में मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, डीजीपी देवेंद्र सिंह चैहान, ए0 डी0 जी0अखिल कुमार, आयुक्त गोरखपुर रवि कुमार एन0 जी0 जिलाधिकारी कुशीनगर एस0 राजलिंगम, पुलिस अधीक्षक कुशीनगर धवल जायसवाल, व अन्य अधिकारियों द्वारा किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने विमान द्वारा नेपाल के लुंबिनी हेतु 9ः40 पर प्रस्थान किया गया। फिर लुंबिनी से वापस लौटते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 1़6ः50 बजे कुशीनगर एयरपोर्ट पहुंचे। जहाँ पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा उनकी आगवानी की गई। यह पहला अवसर था कि देश के प्रधानमंत्री का कुशीनगर में एक ही दिन में दो बार आगमन हुआ।

पुजा करते हुए प्रधानमंत्री

आगमन के पश्चात भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रधानमंत्री एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा महापरिनिर्वाण स्थल 17ः15 बजे पहुंचे। जहां उन्होने गोल्फ कार्ट से मंदिर की तरफ प्रस्थान किया। परिनिवार्णमंदिर पहुच कर उन्होनेें पूजा-अर्चना की तथा भगवान बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा पर चीवर अर्पित किया। इस अवसर पर भन्ते ने प्रधानमंत्री को बुद्ध की प्रतिमा भेंट की। वही प्रधानमंत्री ने उनके स्वस्थ रहने की कामना की। उन्होंने भन्ते को कहा कि आपलोगो से हमें प्रेरणा मिलती है। मंदिर दर्शन के बाद फिर गोल्फ कार्ट से प्रस्थान हुआ। जनप्रतिनिधिगनो से अभिवादन करते हुए एयरपोर्ट की तरफ 5ः 35 में प्रस्थान हुआ। फिर एक बार सड़क मार्ग से एयरपोर्ट होते हुए प्रधानमंत्री करीब 5ः50 बजें में लखनऊ के लिए रवाना हुए। 


रविवार, 15 मई 2022

श्रीमती मालती देवी उच्चतर माध्यमिक विद्धालय मे सामान्य ज्ञान परीक्षा का आयोजन सम्पन्न

 श्रीमती मालती देवी उच्चतर माध्यमिक विद्धालय मे सामान्य ज्ञान परीक्षा का आयोजन सम्पन्न

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों।

कुशीनगर।  मोतीचक विकास खण्ड के अन्तर्गत श्रीमती मालती देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कटकुईया पुरैनी कुशीनगर के छात्रो का सामान्य ज्ञान की परीक्षा मारूती सेवा संस्थान सिधावे रैईयापार कुशीनगर के तात्वाधान मे सम्पन्न कराया गया।

जिसमे क्षेत्रीय विद्धालयो में एम एस एमडी कुस्महा महात्मा गांधी लघु माध्यमिक विद्यालय अमवा बाजार आदि के छात्रो का प्रतियोगी परीक्षा होने से उनके हौसलो को बढ़ता देखा गया तथा इसके संचालक मारुतीनंन्दन शुक्ला ने सबका आभार जताया। इस अवसर पर रामेश्वर प्रजापति प्रधानाचार्य जूगनू उपाध्याय राहुल कुशवाहा महेश प्रजापति अरूण कुशवाहा विजय प्रताप शर्मा प्रमोद कुशवाहा आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे तथा प्रज्ञा मद्धेशिया रेखा कुशवाहा आलोक कुशवाहा विवेक रावसोहेल अली अनुज पटेल  आदि तमाम छात्र छात्राओ ने प्रतिभाग किया। 

प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी, मार्ग परिवर्तित

 प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी, मार्ग परिवर्तित

कुशीनगर। प्रधानमंत्री भारत सरकार के बुद्ध पुर्णिमा को प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियां पूरी हो गयी है। जिसके दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किए जाने को लेकर कुशीनगर के यातायात व्यवस्था  समय 13.00 बजे से 18.00 बजे तक डायवर्ट किया गया है।

अधिकारिक जानकारी के अनुसार गोरखपुर से गोपालगंज के तरफ जाने वाले वाहन हाटा, मथौली,कप्तानगंज,रामकोला , पड़रौना,तुर्कपट्टी,पटहेरिया होते हुए गोपालगंज को जाएंगे। वही गोपालगंज से गोरखपुर की तरफ जाने वाले वाहन फाजिलनगर से बघौचघाट, पथरदेवा, कंचनपुर, बैतालपुर होते हुए गोरखपुर को जाएंगे। इसी क्रम में कोई भी कॉमर्शियल वाहन/ट्रैक्टर-ट्रॉली देवरिया ओवरब्रिज के नीचे से कसया कस्बा की तरफ नही जाएगा और पडरौना से गोरखपुर की तरफ जाने वाले वाहन रामकोला, कप्तानगंज, मथौली ,हाटा होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे।

5-पड़रौना की तरफ से हाईवे होकर गोपालगंज या गोरखपुर कि तरफ जाने वाले वाहनों का आवागमन समय 13.00 बजे से 18.00 बजे  तक पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे बड़े कॉमर्सियल वाहन रामकोला कप्तानगंज होते हुए अपने गन्तव्य को जा सकते हैं। वही इस दौरान आकस्मिक वाहन एंबुलेंस और फायर सर्विस की गाड़ियों को नही रोका जाएगा।


मंदिर परिसर में पार्किंग-

1- ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों/सी0ए0पी0एफ0/पी0ए0सी0 एवं अन्य डयूटी कर्मचारियों के वाहन लीलावती स्टेडियम में पार्क होंगे।

2- प्रशासनिक अधिकारी/पुलिस के अधिकारी गण के वाहन मैत्रैय हेलीपैड के सामने सड़क के एक किनारे पर पार्क होंगे।

3-जनप्रतिनिधिगण/महत्वपुर्ण महानुभाव के वाहन कमला गेस्ट हाउस के पार्किंग स्थल पर पार्क होंगे।

4-बुध्दा पार्किंग स्थल, पथिक निवास पार्किंग स्थल एवं बिरला धर्माशाला पार्किंग स्थल पर पूर्व निर्धारित किये गये पार्किंग को एततद्वारा निरस्त किया जाता है।

एयरपोर्ट परिसर हेतु पार्किंग -

1- ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों /सी0ए0पी0एफ0/पी0ए0सी0 एवं अन्य डयूटी कर्मचारियों के वाहन मदारी पट्टी चौराहे के पास एयरपोर्ट बाउंड्री की तरफ जाने वाली खाली सड़क पर पार्क होंगे।

2- प्रशासनिक अधिकारी/पुलिस के अधिकारी गण के वाहन एयरपोर्ट पुलिस चौकी के पास निर्माणाधीन सड़क पर निर्धारित स्थल पर पार्क होंगे।

3-वी0वी0आई0पी0/अधिकृत किये गए जनप्रतिनिधियों के वाहन एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा बनाये गए पार्किंग स्थल पर पार्क होंगे।


प्रधानमंत्री की लुम्बनी यात्रा के समय भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ी


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों।

कुशीनगर। त्रिविध पावनी बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेपाल के लुंबिनी दौरे से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ दी है। ऐसा माना जा रहा कि मुख्य रूप से रात में होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए निगरानी की जा रही है। 

जानकारी के मुताबिक नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 मई को बुद्ध पूर्णिमा के दिन लुंबिनी की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। यात्रा की दृष्टि से वर्ष 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह 5 पाचवी नेपाल यात्रा होगी। 

जानकारी के मुताबिक इलाके में किसी भी तरह के आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सीमा पार करने से पहले लोगों की गहनता से जांच-पड़ताल व पहचान करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा नेपाल जाने वाले मुख्य मार्गों के अलावा एसएसबी चौकी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एसएसबी के नशीले पदार्थों, हथियारों और महिलाओं की तस्कररोधी शाखा के प्रशिक्षित श्वान दस्ते को भी तैनात किया गया है। इतना ही नही नेपाल सीमा पर मुख्य चेकपोस्ट सोनौली और ठुठीबाड़ी में मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनर लगाए गए हैं। 

बताया जाता है कि एसएसबी ने मुख्य रूप से रात में होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर चौकसी बढा दी है और कर्मियों को पूरे सीमा क्षेत्र में गश्त के दौरान 24 घंटे सतर्क रहने को निर्देश दिया गया है। खुफिया इकाइयों को सीमा से लगे धार्मिक स्थलों पर भी कडी निगेहबानी करने को कहा गया है। इसके अलावा सशस्त्र सीमा बल और नेपाल के साथ सीमा साझा करने वाले महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर और बलरामपुर जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। यहा बताना जरूरी है कि उत्तर प्रदेश नेपाल के साथ 599.3 किलोमीटर लंबी खुली सीमा साझा करता है, जो सात जिलों पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर और महाराजगंज से सटी है। 

पीएम लुंबिनी मे मायादेवी मंदिर मे करेगे पूजा-अर्चना

अधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी का विमान 16 मई को कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड करेगा. यहां से वह हलीकॉप्टर से लुंबिनी पहुंचेंगे। इससे पहले पीएम कुशीनगर में भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल का दौरा करेंगे। बुद्ध पुर्णिमा के मौके पर ही प्रधानमंत्री लुंबिनी की यात्रा पर जा रहे हैं, लुंबिनी भगवान बुद्ध का जन्मस्थल है। जहां वह मायादेवी मंदिर जाएंगे और पूजा अर्चना करेंगे। नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा पीएम मोदी के सम्मान में भोज भी आयोजित करेंगे। पीएम मोदी लुंबिनी के मठ क्षेत्र में बौद्ध संस्कृति और विरासत के लिए एक केंद्र के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे।

त्रिविध बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर पहली बार कुशीनगर में रहेगें पीएम

 त्रिविध बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर पहली बार कुशीनगर में रहेगें पीएम

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों।

कुशीनगर । 2566 वीं त्रिविध पावनी बुद्ध पुर्णिमा के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथागत बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर मे शिरकत करने वाले है। जहां से वह भगवान बुद्ध को यहा नमन कर सीधे जन्मस्थली को पूजन नेपाल के लुंबिनी के लिए प्रस्थान करेगे। प्रधानमंत्री द्वारा तथागत बुद्ध के परिनिर्वाण स्थली से सीधे जन्मभूमि की यह यात्रा भारत-नेपाल के संबधों के साथ-साथ अन्य कई पहलुओं के शुभ संकेत देने वाली है। 

विदित है कि नेपाल में चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए भारत सरकार ने साझा बौद्ध सांस्कृतिक संबंधों को आधार बनाया है। बीते वर्ष 20 अक्टूबर-21 को प्रधानमंत्री मोदी के हाथों कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर श्रीलंका के विशेष राजनयिक व बौद्ध दल को बुलाया गया था। श्रीलंका से संबंध प्रगाढ़ करने की दिशा में प्राचीन संबंधों को आधार बनाया गया।


राजनीतिकार ऐसा मानते है कि चीन के कारण नेपाल से चल रही खटास को कम करने और आपसी संबंधों को और मजबूत करने में, भारत सांस्कृतिक कूटनीति का इस्तेमाल कर रहा है। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नेपाली व भारतीय बौद्ध सर्किट को वायु सेवा व सड़क मार्ग से जोड़कर आवागमन सुगम बनाने के लिए किसी बड़ी परियोजना की भी घोषणा कर सकते हैं। यह सर्व विदित है कि गौतम बुद्ध के तीन महत्वपूर्ण स्थल भारत में स्थित हैं। जिसमें महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर, सारनाथ वाराणसी में प्रथम उपदेश स्थल व बिहार के बोधगया स्थित ज्ञान प्राप्ति स्थल है । साथ ही लुंबिनी सहित यह सभी स्थल दुनिया भर के बौद्ध श्रद्धालुओं प्रमुख सात प्रमुख तीर्थों में से है। भारतीय बौद्ध सर्किट में आने वाले विभिन्न देशों के श्रद्धालु नेपाल भी जाते हैं। ऐसे में नेपाल जाने वालों में भारतीय बौद्धों का भी एक बड़ा वर्ग है।

 बुद्ध जयंती को यादगार बनाने कुशीनगर आरहे है पीएम मोदी

यह पहला अवसर होगा जब 2566 वीं बुद्ध जयंती को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री कुशीनगर आ रहे हैं। ज्ञात हो कि तीन प्रकार से बौद्ध श्रद्धालुओं के बीच में पवित्र मानी जाने वाली त्रिविध पावनी बुद्ध पूर्णिमा का वैश्विक बौद्ध जगत में विशेष महत्व है। इस तिथि को लुंबिनी में बुद्ध का जन्म हुआ था, बोधगया में ज्ञान की प्राप्ति हुयी, और उनका निर्वाण भी इसी तिथि को हुआ था। इसी कारण बौद्ध धर्मगुरुओं ने इसे त्रिविध पावनी बुद्ध पूर्णिमा का नाम दिया। दुनिया भर के बौद्ध अनुयायी इस तिथि को पर्व के रूप में मनाते हैं। कुशीनगर में भी बुद्ध जयंती समारोहपूर्वक मनाई जाती रही है। कुशीनगर में म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका, जापान, कोरिया, भूटान, वियतनाम , इंडोनेशिया के बौद्ध विहार यहां स्थित है। इन देशों के बौद्ध भिक्षु समारोह में शामिल होते हैं, और इसके साक्षी बनते है। 


वैसे तो प्रदेश के मंत्री से लगायत उच्च अधिकारी व विदेशी राजनयिक यहा आते रहते है लेकिनयह पहला अवसर होगा जब इस पावन पुनित तिथि को महापरिनिर्वाण भूमि पर भारत के प्रधानमंत्री के कदम पड़ेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर बौद्ध भिक्षु काफी उत्साहित व प्रसन्न हैं। श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु अस्स जी महाथेरो का कहना है बुद्ध सबके है और सभी बुद्ध के हैं। बुद्ध ने दुनिया को शांति से अहिसा के मार्ग पर चलना सिखाया। भारत के प्रधानमंत्री उस मार्ग पर दुनिया को ले चलने की कोशिश कर रहे हैं। निश्चित रूप से उन्हें बुद्ध का आशीष प्राप्त होगा।