रविवार, 17 मई 2020

कुशीनगर में दो नये कोरोना मरीजों के साथ संख्या बढ़कर हुई पांच , प्रशासन मे मची खलबली


टाइम्स ऑफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दो नये कोरोना रोगी की पहचान की गई है। इसके साथ ही कुशीनगर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है। जिसमें 2 मरीजोंं को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।

कुशीनगर में एक ही दिन दो अलग-अलग स्थानों पर मिले दो मरीजों के कारण प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने दोनों गांव की सीमाओं को सील कर दिया है और आवाजाही पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया।
ज्ञातव्य हो कि दिनों पूर्व ग्रीन जोन रहा जिला कुशीनगर देखते देखते  ऑरेंज ऑन में बदल गया और अब रेड जोन की तरफ अग्रसर होता दिखाई दे रहा है । अचानक कुशीनगर के हाटा मे  कानपुर से आयी 16 वर्षीय लड़की के संक्रमित होने के बाद  पटहेरवा थाना क्षेत्र के एक गांव वलुआ मे एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला था। जिनकी इलाज के बाद घर वापसी हुई थी। 

जनपद वासियों और जिला प्रशासन को लगा था कि अब मामला यहीं थम जाएगा लेकिन दूसरे प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की बढ़ती संख्या के बाद कुशीनगर में कोरोना-19 की हलचल तेज हो गई। इस समय कुशीनगर में कुल 3 मरीज संक्रमण की स्थिति में है और उनका इलाज गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

कुशीनगर जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार  पड़रौना नगर पालिका  क्षेत्र के कांटी गांव के एक 25 वर्षीय युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी । जिसका इलाज मेडिकल कॉलेज गोरखपुर मे चल रहा है। यह युवक 5 दिन पहले मुंबई से करीब 36 युवकों के साथ अपने कांटी गांव आया था। ये सभी ट्रक से आए और होम क्वारन्टीन में रहने के वादे के साथ गांव लौटे थे।  अभी इसका इलाज चल रहा था कि रविवार को 2 नए मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव ज्ञात हुई।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि रविवार को आयी रिपोर्ट के अनुसार संक्रमितों में एक नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के रामनगर गांव का निवासी 49 वर्षीय व्यक्ति है। यह मुंबई से चार दिन पहले खुद आया था। दूसरा बीस वर्षीय युवक है जो जटहा थाना क्षेत्र के कटाई भरपुरवा का निवासी है। लक्षण दिखने के बाद दोनों के सैंपल लेकर तीन दिन पहले जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया था। दोनों गांवों को हॉट स्पॉट में तब्दील किया जा रहा है। इनकी ट्रैवेल हिस्ट्री की जानकारी की जा रही है। दोनों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेजा जा रहा है। संपर्क में आए सभी लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।  जिले में इसी माह 5 कोरोना सक्रियता मिले है। इनमे दो ठीक होकर होम क्वारन्टीन में है। तीन का इलाज चल रहा है।
बताया जा रहा है कि यह दोनों किसी ट्रक या अन्य वाहनों से घर आए थे। दोनों सरकार की ओर से भेजे जाने वाले प्रवासी मजदूरों में शामिल नहीं हैं।  घटना को लेकर प्रशासन ने उक्त गांव पहुंचकर दोनों गांवो को सील करवा दिया।

कुशीनगर के क्वारंटीन सेंटर में बुजुर्ग की हुई मौत


टाइम्स ऑफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हाटा कोतवाली क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग  प्राथमिक विद्यालय  को बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में मुम्बई से आये एक 68 वर्षीय बुजुर्ग  की बीती रात मौत  का मामला प्रकाश में आया है। मौत की खबर के साथ क्षेत्र में खलबली मच गई।

ज्ञात हो कि कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग निवासी रामकेवल सिंह 14 मई को मुम्बई से आये थे जहां परिजनों ने उन्हें गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटीन सेंटर पर क्वारन्टीन कराया था। 15 मई को रामकेवल की सांस में दिक्कत हो रही थी। परिजनों ने इसकी सूचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हाटा को दी। 
बताया जा रहा है कि चिकित्साधिकारी डॉ एल बी यादव ने उन्हें एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा और इलाज हुआ।  कोरोना की जांच के लिए सैपल भेज कर फिर क्वारंटीन सेंटर भेज दिया। शनिवार की देर रात उनकी संदिग्ध परिस्थितियों मौत हो गई। मौत की खबर सुन कर गांव व आस पास के लोगों में खलबली मच गई। 

सूचना पर पहुंचे प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ एल बी यादव ने बताया कि रामकेवल की कोरोना की जांच के लिए सैम्पल भेजा गया था। देर रात उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।  

मंगलवार, 5 मई 2020

बुद्ध की नगरी में कोरोना(कोविड-19) ने दी दस्तक, ग्रीन जोन से कटा कुशीनगर

टाइम्स ऑफ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। यहां 16 वर्षीय  किशोरी के रूप पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। इसकी पुष्टि होते ही बुद्ध की नगरी में हड़कंप मच गया है।
इसके साथ ही जनपद के  हाटा नगर के वार्ड नंबर 22 में बेलवनिया टोले को हॉटस्‍पॉट मानते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। किशोरी के सैंपल की जांच दो बार करानी पड़ी, तब इसकी पुष्टि हुई।
ज्ञात हो की यह लड़की बीते 28 अप्रैल को कसया के अपने एक रिश्तेदार ट्रक चालक के साथ उसी की ट्रक से आयी थी। दो मई को ग्रामीणों की सूचना पर उसे हाटा सीएचसी भेजा गया, जहां थर्मल स्क्रीनिंग में शक होने पर सैंपलिंग के लिए उसे जिला अस्पताल भेजा गया था।  
बताया जा रहा है उक्त लड़की के पिता को कानपुर में कांशीराम आवास एलॉट हुआ है। वह वहीं ठेला लगाकर भूजा बेचता है। वह और उसके भाई का पूरा परिवार वहीं अलग-अलग अवासो में रहते थे । चार महीने पहले लड़की का पिता अपनी पत्नी, छोटी बेटी बेटे के साथ गांव आ गया। लड़की पढ़ाई के लिए वहीं रह गयी। दस दिन पहले वह बीमार हुई। लड़की के कानपुर रहने वाले चाचा के परिवार ने अपने रिश्तेदार कसया के परसौनी निवासी ट्रक चालक के साथ उसे ट्रक से घर भेज दिया।

बीते 28 अप्रैल को लड़की अपने घर पहुंची। दो दिन बाद गांव के लोगों ने उसे घूमते देखा तो क्वारंटीन सेंटर भेजने की सलाह दी। इधर 2 मई को लड़की का पिता उसे लेकर हाटा सीएचसी पर पहुंचा। थर्मल स्क्रीनिंग में शरीर का तापमान अधिक पाया गया तो हाटा सीएचसी प्रभारी डॉ. एलबी यादव ने उसे वहीं से एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेज दिया। सीएमओ को सूचना दी। 

सीएमओ ने उसका सैंपल निकलवा कर जांच के लिए तीन दिन पहले गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा।
वहां पहली बार जांच में उसकी रिपोर्ट से डॉक्टर संतुष्ट नहीं थे। दूसरी बार सैंपल निकाल कर जांच को भेजा गया। इसकी रिपोर्ट मंगलवार को मिली, जिसमें उसे पॉजिटिव पाया गया। 

इस सम्बन्ध में सीएमओ डॉ. नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि लड़की को सेवरही क्वारंटीन सेंटर से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है।

इधर  स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने गांव पहुंच कर गांव को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

कुशीनगर के उपभोक्ताओं ने एक दिन में खरीदा तीन करोड़ का शराब


टाइम्स ऑफ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 41 दिन के लॉकडाउन के बाद सोमवार से खुली दुकानों में भारी भीड़ देखनो को मिल रही है। वही इस महामारी के दौर में भी 3 करोड़ रुपये की शराब कुशीनगर वासियो ने डकार लिया। जिसमे सर्वाधिक 50000 लीटर देशी की विक्री हुई है।

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार करीब 3.565 मिलियन जनसंख्या कुशीनगर में निवास करती है।   जिसकी सर्वाधिक आवादी ग्रामीणांचलो में है। जिसमे इनके आय का मुख्य स्रोत कृषि ,कृषि से जुड़े छोटे छोटे लघु उद्योगों, खेतिहर मजदूरी और सेवा क्षेत्र है।

लॉक डाउन के 41 दिन के बंदी से पूरी तरह थप हुई अर्थ व्यवस्था ने आम जनो काफी प्रभावित थे। जरूरत की वस्तुओ की आपूर्ति पूरी तरह अव्यवस्थित हो गयी थी।फेरी वाले ज़रूरत की वस्तुओं को अब घर तक उपलब्ध कराने लगे थे। ऐसे में शराब की कमी शराब उपभोक्ताओं को खल रही थी । उन्हें इंतजार था कि कब सरकार छूट देगी । इधर 3 मई के बाद अगले चरण के लॉक डाउन के लिये सरकार से मिली छूट के बाद उपभोक्ता शराब के लिये सड़क पर निकल आये।

देखते-देखते जिले के उपभोक्ताओं ने 3 करोड़ रुपये के शराब को डकार लिया। जिसमें देशी शराब की दुकानों से 50000 लीटर देशी, अंग्रेजी शराब की दुकानों से 16000 लीटर  व वीयर की दुकानों से 28000 बीयर की विक्री हुयी।

इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि जनपद में सोमवार को 3 करोड़ रुपये के शराब की विक्री की गयी। जिसमें देशी शराब की दुकानों से 50000 लीटर देशी शराब, अंग्रेजी शराब 16000 लीटर  व वीयर की 28000 बोतलो की विक्री  गयी। उन्होने बताया कि सबसे ज्यादा विक्री कसया, पड़रौना, हाटा व रामकोला नगरों में हुयी।