बुधवार, 22 अप्रैल 2020

यूपीपीएससी ने पीसीएस 2020 के लिए जारी किया नोटिफिकेशन

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस -  PCS ) परीक्षा 2020 और सहायक वन संरक्षक (एसीएफ- ACF )/ क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ - RFO ) परीक्षा 2020 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख 21 मई है। ऑनलाइन परीक्षा शुल्क बैंक में जमा करने की अंतिम तिथि 18 मई 2020 है। पीसीएस व एसीएफ-आरएफओ 2020 की प्रारंभिक परीक्षा ( UPPSC PCS Prelims Exam Date 2020 ) 21 जून को होनी है। 
सम्मिलित राज्य / प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) में वैकेंसी की संख्या 200 है। ACF/RFO के पद पर अभी वैकेंसी जारी नहीं हुई है। 
UPPSC Notification


आवेदन करने की प्रक्रिया एवं योग्यता
वेतनमान -
सम्मिलित राज्य / प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस)-  9300-34800 ग्रेड पे - 4600/- (नायब तहसीलदार को छोड़कर जिसका ग्रेड पे 4200/- है।) से 15600-39100/- ग्रेड पे
5400/- रुपये
एसीएफ- 15600/- से 39100/- रुपये, ग्रेड पे- 5400/-, (पेय मैट्रिक्स लेवल 10) ग्रुप बी गैजटेड
आरएफओ- 9300/- से 34800/- रुपये, ग्रेड पे- 4800/- रुपये, ( पेय मैट्रिक्स लेवल 8 47600 - 151100 रुपये) ग्रुप बी गैजटेड 
2. आयु सीमा 
उपरोक्त सभी पदों के लिए - न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष। आयु की गणना 1 जुलाई 2020 से की जाएगी।
यानी उम्मीदवार का जन्म 2 जुलाई 1980 से पहले न हुआ हो और 1 जुलाई 1999 के बाद न हुआ हो। 
3. आयु सीमा में छूट
यूपी के एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग को आयु में पांच वर्ष की छूट मिलेगी। 

पद एवं योग्यता 
उपनिबन्धक, सहायक अभियोजन अधिकारी (परिवहन) - विधि स्नातक
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी/सह जिला विद्यालय निरीक्षक एवं अन्यसमकक्षीय प्रशासनिक पद, जिलाप्रशासनिक अधिकारी।
स्नातकोत्तर उपाधि।
जिला लेखा परीक्षा अधिकारी (वित्त लेखापरीक्षा अनुभाग)। 
वाणिज्य स्नातक।
सहायक नियंत्रक विधिक माप विज्ञान (श्रेणी-1)/ सहायक नियंत्रक विधिक माप विज्ञान (श्रेणी-2)।
एक विषय के रूप में भौतिकी या यांत्रिकी
अभियंत्रण सहित विज्ञान में स्नातक उपाधि।
सहायक श्रमायुक्त
वाणिज्य/विधि या एक विषय के रूप में अर्थशास्त्र या समाजशास्त्र के साथ कला में स्नातक
जिला कार्यक्रम अधिकारी
समाज शास्त्र या समाज विज्ञान या गृह विज्ञान या समाज कार्य में स्नातक उपाधि।
वरिष्ठ प्रवक्ता, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान
स्नातकोत्तर उपाधि के साथ शिक्षा स्नातक
जिला प्रोबेशन अधिकारी
बाल विकास परियोजना अधिकारी मनोविज्ञान या समाज शास्त्र या सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर उपाधि या उसके समकक्ष कोई अर्हता या सामाजिक कार्य की किसी मान्यता प्राप्त संस्था से सामाजिक कार्य की किसी शाखा में स्नातकोत्तर डिप्लोमा। समाज शास्त्र या समाज कार्य या गृह विज्ञान में स्नातक उपाधि या सरकार द्वारा उसके समकक्ष मान्यता प्राप्त अर्हता।
अभिहित अधिकारी/खाद्य सुरक्षा अधिकारी
(एक) भारत में विधि द्वारा स्थापित किसी विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर की
उपाधि या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त उसके समकक्ष कोई अर्हता हो, या (दो) खाद्य सुरक्षा अधिकारी के पद पर सीधी भर्ती के लिए विहित अर्हता में से कम से कम एक अर्हता, जो निम्नवत्
हैः- मान्यता प्राप्त किसी विश्वविद्यालय से खाद्य प्रौद्योगिकी या डेयरी प्रौद्योगिकी या जैव प्रौद्योगिकी या तेल प्रौद्योगिकी या कृषि विज्ञान या पशु चिकित्सा विज्ञान या जैव रसायन विज्ञान या सूक्ष्म जीव विज्ञान में स्नातक की उपाधि या रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर की उपाधि या औषधि में  उपाधि या केन्द्र सरकार द्वारा अधिसूचित कोई अन्य समकक्ष/मान्यता प्राप्त अर्हता, परन्तु किसी व्यक्ति को, जिसका विनिर्माण आयात या किसी खाद्य पदार्थ के विक्रय में कोई वित्तीय हित हो, खाद्य सुरक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त नहीं किया जायेगा।    
सांख्यिकी अधिकारी
भारत में विधि द्वारा स्थापित किसी विश्वविद्यालय से गणित या गणितीय सांख्यिकी या सांख्यिकी या कृषि सांख्यिकी में स्नातकोत्तर उपाधि या सरकार द्वारा उसके समकक्ष मान्यता प्राप्त कोई अर्हता
श्रम प्रवर्तन अधिकारी
अर्थशास्त्र/समाज शास्त्र/वाणिज्य के साथ स्नातक उपाधि तथा विधि/श्रम संबंध/श्रम कल्याण/श्रम विधि/वाणिज्य/समाज शास्त्र/ समाज कार्य/समाज कल्याण/व्यापार प्रबंधन/ कार्मिक प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा अथवा परास्नातक उपाधि।
5. सहायक वन संरक्षक/ क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा परीक्षा में सम्मिलित पदों हेतुः-
(क) सहायक वन संरक्षक पद हेतु अनिवार्य शैक्षिक अर्हतायें- भारत में विधि द्वारा स्थापित किसी
विश्वविद्यालय से या समय-समय पर केन्द्रीय सरकार द्वारा अनुमोदित किसी विदेशी विश्वविद्यालय से कम से कम एक विषय अर्थात् वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित, भूगर्भ विज्ञान, वानिकी, सांख्यिकी के साथ स्नातक उपाधि या कृषि में स्नातक उपाधि या अभियंत्रण में स्नातक उपाधि या सरकार द्वारा उसके समकक्ष मान्यता प्राप्त कोई अर्हता होना आवश्यक है।
अधिमानी अर्हताः- ऐसे अभ्यर्थियों को जिन्होंने (प) कम से कम 02 वर्षों तक प्रादेशिक सेना में सेवा की हो या
(क) एन.सी.सी. का ‘बी’ प्रमाण पत्र प्राप्त किया हो, अन्य बातों के समान होने पर सीधी भर्ती के मामले में अधिमान दिया जाएगा।
(ख) क्षेत्रीय वन अधिकारी पद हेतु अनिवार्य शैक्षिक अर्हतायें - भारत में विधि द्वारा स्थापित किसी विश्वविद्यालय से गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, वानिकी, भूगर्भ विज्ञान, कृषि, सांख्यिकी, उद्यान विज्ञान और पर्यावरण विषयों में से दो या अधिक विषयों के साथ स्नातक उपाधि या कृषि में या अभियांत्रिकी में या पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातक उपाधि धारक हो, या सरकार द्वारा उसके समकक्ष मान्यता प्राप्त कोई अर्हता धारक हो।
अधिमानी अर्हताः- अन्य बातों के समान होने पर सीधी भर्ती के मामले में ऐसे अभ्यर्थी को अधिमान दिया जाएगा जिसने- (1) प्रादेशिक सेना में न्यूनतम दो वर्ष की अवधि तक सेवा की हो, या (2) राष्ट्रीय कैडेट कोर का ‘‘बी’’ प्रमाण-पत्र प्राप्त किया हो, या (3) किसी खेल में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो।
आवेदन फीस में कोई परिवर्तन विशेष नहीं हुआ है  पूर्व की भांति हैै।
अनारक्षित वर्ग व ईडब्ल्यूएस के लिए - 125 रुपये
एससी व एसटी वर्ग के लिए - 65 रुपये
दिव्यांग वर्ग - 25 रुपये
एक्स सर्विसमैन- 65 रुपये
पहले प्रारंभिक परीक्षा होगी। इसके बाद मुख्य परीक्षा और फिर इंटरव्यू। चयन के लिए मेरिट मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू में प्राप्तांकों के आधार पर बनेगी। 
जो उम्मीदवार एसीएफ व आरसीएफ की परीक्षा में बैठ रहे हैं उन्हें भी PCS Prelims 2020 के एग्जाम में बैठना होगा। यानी PCS, ACF व RCF की प्रीलिम्स की परीक्षा कॉमन होगी। इसमें पास करने के बाद ACF व RCF वालों को उनकी अलग मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। 
आवेदन प्रक्रि

प्रधानमंत्री ने फोन पर कुशीनगर के भुलई भाई का जाना हाल,

  • मन कर दिया कि बात करुं और संकट काल में आशीर्वाद लूं -प्रधानमंत्री



  • भुलई भाई से फोन कर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने लिया आशीर्वाद 


टाइम्स ऑफ कुशीनगर ब्यूरो।
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में  नेबुआ नौरंगिया से पूर्व विधायक रहे नारायन जी उर्फ भुलई भाई से बुधवार को फोन कर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आशीर्वाद लिया। 

जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई कॉल, भुलई भाई के पौत्र अनूप चौधरी के मोबाइल पर बुधवार को सुबह 8:30 बजे आई जिसे भुलई भाई के दूसरे पौत्र कन्‍हैया चौधरी ने रिसीव किया।

काल का दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी ने उनसे पूछा, 'नारायण जी से बात हो सकती है...।' आप कौन हो ? कन्‍हैया ने कहा, ' मैं उनका नाती हूँ, बिल्‍कुल हो सकती है।' यह कहते हुए उन्‍होंने भुलई भाई को मोबाइल दे दिया। कन्‍हैया ने जब अपने बाबा को बताया कि फोन पर दूसरी तरह प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी हैं तो भुलई भाई की खुशी का ठिकाना न रहा।
पीएम से फोन पर बात करते भुलाई भाई

भुलई भाई के फोन पर आते ही दूसरी तरफ से प्रधानमंत्री ने उन्‍हें प्रणाम किया। उन्‍होंने उनका हालचाल जाना और कहा कि बहुत सालों से उनसे बात-मुलाकात नहीं हो पाई। आज मन कर दिया कि बात करुं और संकट काल में आशीर्वाद लूं। उन्होंने कहा आपने तो शताब्‍दी देखी है। 106 वर्ष में तो आपने पांच पीढ़ियां देखी होंगी। 

इधर से भुलई भाई ने अपना हाल बढिया बताते हुए प्रधानमंत्री की तारीफ की। उन्‍होंने कहा कि आपकी कृपा से सब ठीक चल रहा है। उन्‍होंने प्रधानमंत्री को धन्‍यवाद देते हुए कहा कि ईश्‍वर आपको यशस्‍वी बनाए और जब तक स्‍वस्‍थ रहें देश का नेतृत्‍व करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि बस आपका आशीर्वाद है, अच्‍छा करूं, आप लोगों से जो सीखा है वो देश के काम आए। प्रधानमंत्री ने भुलई भाई की तबीयत का हाल जाना और कहा कि परिवार में भी सभी को उनका प्रणाम कह दें। बहुत साल हो गए उन्‍हें देखा नहीं है लेकिन सबको प्रणाम कह दें। 

आईये जाने कौन है ये भुलई भाई 

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में स्थित थाना रामकोला के पगार छपरा गांव में एक गरीब परिवार में आज से करीब 106 वर्ष पूर्व नारायण उर्फ भुलई भाई  का जन्म हुआ था। ये दो भाई है जिसमे एक का नाम भुटाई  है। इनके पिता पाखंडी खेती किसानी किया करते थे । इन्होंने कुछ वर्षों तक प्राइवेट टीचर के रूप शिक्षण कार्य किया। इसी दौरान इन्होंने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जीत गये। उसके बाद से इनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। ये जनसंघ के जमाने से भाजपा से जुड़े रहे और  काफी संघर्ष किया ।
भुलई भाई 1974 से 1977 और 1977 से 1980 तक कुशीनगर की नेबुआ नौरंगिया सीट से जनसंघ के विधायक रहे। इमरजेंसी में वह कई महीनों तक जेल में भी रहे।