मंगलवार, 25 सितंबर 2018

भाजपा को मिली संजीवनी, सपा को बड़ा झटका

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी जाने के बाद समाजवादी पार्टी बड़ा झटका लगा है। वही इस जीत कंे बाद भाजपा को आगामी लोकसभा के लिए संजीवनी भी मिली है। हालिक अध्यक्ष की कुर्सी को बचाने के लिए सपा के पास करीब सात महिने का समय रहा।
ज्ञात हो कि कुशीनगर के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनतें धमासान शुरू हो गया था। उसके बाद भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया और अध्यक्ष की कुर्सी को खाली करा दिया।

इसके बाद कुशीनगर में करीब सात माह बाद चुनाव होना तय हुआ। 68 जिला पंचायत सदस्यों वाले इस कुशीनगर जनपद में एक सदस्य की मृत्यु के बाद कुल 67 सदस्य ही बचे थे। मंगलवार को चुनाव सम्पन्न हुआ। अगर यह उप चुनाव भाजपा के पाले में नही जाता तो ब्लाकप्रमुख के उप चुनाव के बाद कुशीनगर में भाजपा को बहुत बड़ा झटका लगता । जिसका सीधा असर अगामी लोग सभा चुनाव पर पड़ता।
एक तरफ जहां भाजपा की जीत पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ता एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर खुशियों का इजहार कर रहे थे वही सपाईयों के चेहरे का रंग उड़ा ही रहा। साथ ही सपा कार्यालय पर चुनावी गणित की चूक के लिए कमियां बताने का सिलसिला जारी था। स्थिति ऐसे थी कि परे कलेक्ट्रेट परिसर में जश्न जैसा माहौल बना रहा वहीं पहुंचे सांसद गुड्डू पांडे ने इस जीत को भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीत बताई।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष जेपी साही, कसया विधायक रजनी कांत मणि त्रिपाठी, खड्डा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी, प्रदीप जयसवाल हियुवा के गोरखपुर और बस्ती मंडल संभाग प्रभारी राजेश्वर सिंह ,राजन जयसवाल ,फूल बदन कुशवाहा ,भाजपा जिला महामंत्री मार्कंडेय शाही के अलावे जिले के तमाम कार्यकर्ता व नेतागण उपस्थित रहे।
कुमार अजय 

जिला पंचायत अध्यक्ष के उप चुनाव में खिला कमल, साईकिल पंचर



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर हुए उप चुनाव में कमल खिल गया और सपा की साईकिल पंचर हो गयी। भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार गोड़ ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी सपा के हरीश राणा को 7 मतो से पराजित किया है।
ज्ञात हो कि कुशीनगर के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर भाजपा की सरकार बनतें उठा-पठक शुरू हो गयी। उसके बाद भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया और अध्यक्ष की कुर्सी को खाली करा दिया। 
उसके बाद कुल 68 जिला पंचायत सदस्यों में एक की मृत्यु हो गई है। शेष 67 मतों पर होने वाले चुनाव में 4 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था। एक प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया कुल तीन प्रत्याशियों में भाजपा समर्थित प्रत्याशी विजय कुमार गोड़, समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश राणा ,मीना देवी मैदान में थे।
विगत लगभग 7 महीने से रिक्त चल रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मंगलवार को सुबह 10ः00 बजे से मतदान चालू हुआ जो निर्धारित अवधी 3ः00 बजे तक सम्पन्न हुआ। निर्धारित अवधि में कुल 65 मत पड़े दो मत किसी कारणवश नहीं पड़़ पाए। जिसमें श्री विजय कुमार गौड़ ने 36 मत और श्री राणा ने 29 मत प्राप्त हुए वही वहीं मीना देवी कोई मत नही मिले। चुनाव को सम्पन्न कराने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर के चारों तरफ बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई थी जहां पीएसी व पुलिस को जवानों को तैनात किया गया था। 
कुमार अजय 

सोमवार, 24 सितंबर 2018

पूर्व मंत्री ने दिया 72 घंटे का समयः पर्दाफाश नहीं हुआ तो होगा बड़ा आंदोलन: राधेश्याम सिंह

टाइम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो गया है आए दिन लूट डकैती बलात्कार जैसी घटनाएं चरम सीमा पर हैं महिलाओं पुरुषों पर लाठी चार्ज  करना लोकतंत्र की हत्या ऐसे कुकृत्य करने वाले गिरोहों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।  उक्त बातें पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह उर्दहा गांव में पहुंच कर ग्रामीणों से रामकोला तिराहे पर हई घटना की जानकारी लेने के उपरांत सोमवार को पत्रकारों से प्रेस वार्ता में कहीं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि उर्दहा गांव के सभी ग्रामवासी अपनी मांगों को लेकर थाने पहुंचे। जहां क्षेत्रीय विधायक मौजूद थे । उनकी उपस्थिति में पुलिस ने बुजुर्ग महिला और बच्चों को पीटा।  यह घटना 1992 की रामकोला गोलीकांड को याद दिलाती है। उस वक्त भी बीजेपी की सरकार थी। जिसके विधायक एवं नेता की उपस्थिति में पुलिस ने अपना तांडव किया । अपनी मांग को लेकर पहुचे उर्दहा ग्राम सभा के लोगों को जहां पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, वहीं 30 लोगों को नामजद और 150 अज्ञात लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया है।
श्री सिंह ने कहा कि रामकोला मेरा घर है। यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि यदि पुलिस एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार करती है, तो मजबूर होकर मुझे थाने का घेराव करना पड़ेगा। मुकदमा तो दर्ज क्षेत्रीय विधायक पर होना चाहिए। जिनके ललकार ने पर पुलिस ने ग्रामीणों को पीटा।
अपने ऊपर पुलिस की गुंडई रामकोला के लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिस कार्य के लिए उर्दहा गांव के लोग धरना देने गए थे । यदि 72 घंटे के अंदर पर्दाफाश नहीं हुआ और निर्दोष लोगों पर से मुकदमा वापस नहीं हुआ, तो बाध्य होकर थाना घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन किया जाएगा ।
अजय कुमार त्रिपाठी

धरना दे रही महिलाओं पुलिस ने दौड़ाकर पीटा

टाइम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
 कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पीछले सात दिन से गायब महिला के मामले में मुकदमा दर्ज करने को लेकर सड़क जाम कर धरना दे रहे ग्रामीणों को पुलिस ने पीटकर खदेड़ दिया। पुलिस का यह ताण्डव उस समय किया जब घटना स्थल पर क्षेत्रीय विधायक और एएसपी दोनों ही मौजूद रहे। 
कुशीनगर की यह घटना रामकोला थाना क्षेत्र के उरदहा गांव की है। जहां पिछले 7 दिनों से गायब महिला के मामले में मुकदमा दर्ज नही हो रहा था । जिसको लेेकर रविवार को रामकोला नगर के मुख्य तिराहे पर बगल के गांव उरदहा के सैकड़ों ग्रामीण सड़क जाम कर धरना दे रहे थे। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके गांव से 7 दिन पूर्व गायब हुई सुनीता नामक महिला के कथित अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और आरोपियों से गायब महिला के संबंध में पूछताछ की जाए। इसके पूर्व शनिवार को भी भारी संख्या में महिलाएं थाने में पहुंची थी और थाने के बाहर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने एक आरोपी युवक को पूछताछ के लिए थाने ले आई जिसके बाद नाराज ग्रामीण वापस चले गए थे।
आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने महिला के ससुर द्वारा दी गयी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं कर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली। इससे नाराज ग्रामीण सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए। जाम के चलते रामकोला-कसया, रामकोला-पडरौना एवं रामकोला-कप्तानगंज मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इसी बीच स्थानीय विधायक रामानंद बौद्ध भी पहुंच गए और ग्रामीणों की मांग पर गायब महिला के परिजनों के द्वारा दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज करा दिया। धरना स्थल पर विधायक ने पहुंचकर मुकदमा दर्ज होने की जानकारी ग्रामीणों को दी। इस पर अधिकांश ग्रामीण मान गए और वापस जाने की तैयारी करने लगे। इसी बीच धरने में शामिल कुछ लोग धरना खत्म करने से आनाकानी करने लगे। जिसको लेकर एक बार फिर माहौल बिगड़ गया। इसी बीच एएसपी पहुंच गए जबकि एसडीएम कप्तानगंज विपिन कुमार पहले ही मौके पर पहुंच चुके थे। एएसपी को देखते ही पुलिसकर्मी तेवर में आ गए और ग्रामीणों को दौड़ा दौड़ा कर पीटने लगे। पुलिस की पिटाई से दर्जनों ग्रामीण घायल हो गए जिसमें अधिकांश महिलाएं शामिल हैं।
घायल महिलाओं में चिड़ाई, मालती देवी, संगीता देवी, रजवंती देवी, किस्मती देवी, मैना देवी, सलहन्ती देवी, मीना देवी, कौशल्या देवी, तारा देवी शामिल हैं। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस के साथ साथ भाजपा के कुछ स्थानीय नेता भी ग्रामीणों की पिटाई किए हैं। घटना को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है।
 कुमार अजय त्रिपाठी 

शनिवार, 22 सितंबर 2018

बुद्ध की धरती पर अशांति का माहौल, दो वर्गो में विवाद



टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो
कशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भगवान  बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली का माहौल अशांत हो गया। मोहर्रम के दूसरे भी स्थिति तनाव पुर्ण बनी हुयी है।
जानकारी के अनुसार कुशीनगर के कसया थानाक्षेत्र के गांव डिघवा बुजुर्ग में मोहर्रम के दिन उठा विवाद दूसरे दिन भी तनाव पुर्ण  बना रहा । शनिवार को एक बार फिर दोनों वर्ग के लोग आमने-सामने आ गए। इसकी यहां जानकारी होते ही उप जिलाधिकारी  प्रमोद कुमार तिवारी, सीओ ओमपाल सिंह, थानाध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। फिलहाल मामले को लेकर दोनों पक्ष में तनाव बना हुआ है।

ऊधर मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव में कुशीनगर के चौकी प्रभारी मुकेश मिश्र के नेतृत्व में पुलिस कैंप कर रही है। बताया जा रहा कि ताजिया जुलूस के रास्ते को लेकर यहां दोनों पक्ष के बीच पूर्व में समझौता हुआ था । कल समझौता के विपरीत जुलूस ले जाने को लेकर दोनों वर्ग के लोग आमने-सामने आ गए थे।

यहां मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने विवादित रास्ते से ही जुलूस निकलवा कर किसी तरह राहत पाई। आज सुबह उसी मामले को लेकर कमलेश व सदीक अंसारी के परिवार की महिलाएं आपस में उलझी तो पुन: दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए। एसडीएम ने बताया कि मामले को शांत करा दिया गया है। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस कैंप कर रही है। दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है।
कुमार अजय त्रिपाठी

बुधवार, 19 सितंबर 2018

कुशीनगर में चौकी इंचार्ज व दुकानदारों में जमकर हुई हाथापाई


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक चौकी इंचार्ज और कुछ दुकानदारों के बीच जमकर हाथापाई होने का मामला प्रकाश में आया है। दुकानदारों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने गलियाँ दी और विरोध करने पर मारने लगे।

कुशीनगर की यह घटना तरयासुजान थाने के लतवाचट्टी बाजार की है। जहाँ बुधवार को चौकी इंचार्ज बहादुरपुर और दुकानदारों के बीच में जमकर हाथापाईं हुई। कुछ प्रबुद्ध लोगों  ने हस्तक्षेप कर मामलें को शांत कराया।

बताया जा रहा  की लतवा चट्टी बाजार में पहुंचे चौकी इंचार्ज भगवान सिंह दुकानदारों को बेवजह गाली देने लगे और विरोध करने पर चौंकी इंचार्ज दुकानदारों को मारने पीटने लगे। इस घटना से कुछ समय के लिए बाजार  में अफरा-तफरी मच गई।
यह देख दुकानदार भी उग्र हो गये और देखते ही देखते मामला बढ गया  दुकानदारों ने कुछ लोगों के दबाव में मारने पीटने का आरोप लगाते हुए चौकी इंचार्ज पर हमला बोल दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर हाथापाईं हुई। मौके पर जुटे कुछ प्रबुद्ध लोगों  ने बीच बचाव कर मामले को किसी तरह से शांत कराया।

इस संबंध में पुछे जाने पर चौकी इंचार्ज बहादुरपुर भगवान सिंह ने हाथापाई की घटना से इनकार किया है।

 कुमार अजय त्रिपाठी

सोमवार, 17 सितंबर 2018

कुशीनगर में फरियादी ने कलेक्ट्रट परिसर में होमगार्ड पर भुजाली से किया प्रहार, हालत नाजुक


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो।
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सोमवार दोपहर डीएम कार्यालय परिसर में पहुंचे फरियादी ने होमगार्ड के जवान को भुजाली से काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल होमगार्ड की हालत नाजुक देख जिला अस्पताल के डाक्टरों ने मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया। 
 जानकारी के अनुसार कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के बकनहा निवासी होमगार्ड सुदामा गुप्ता डीएम कार्यालय में गेट के भीतर ड्यूटी पर तैनात था। दोपहर में डीएम डा. अनिल कुमार सिंह कुछ अफसरों के साथ मीटिंग कर रहे थे। इस दौरान झोला लिए एक व्यक्ति उम्र करीब 42 वर्ष कलेक्ट्रेर परिसर में घुसा और सीधे डीएम की चैम्बर की तरफ बढ़ने लगा। इस पर होमगार्ड सुदामा ने उसे मीटिंग होने की बात कहते हुए रोका तो उस व्यक्ति ने झोले में रखी भुजाली निकाल कर होमगार्ड के सिर पर वार कर दिया। इससे होमगार्ड बुरी तरह से घायल हो गया। इधर घटना देख कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने किसी तरह हमला करने वाले व्यक्ति को पकड़ भुजाली अपने कब्जे में लिया।
घटना की जानकारी होते ही सारे अधिकारी अपने चैम्बर से बाहर निकल मौके पर पहुंच घायल होमगार्ड के जवान को जिला अस्पताल भिजवाया। जिला अस्पताल में डाक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद घायल होमगार्ड की हालत नाजुक देख मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया।

इधर फरियादी की इस हरकत से आशंका जतायी जा रही है कि अगर डीएम चैम्बर तक जाने में वह कामयाब हो गया होता तो शायद डीएम पर भी हमला कर सकता था। पकड़े गए हमलावर की पहचान नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के पचफेड़ा गांव निवासी इनायत के रूप में हुई है।
पुलिस के पूछताछ में इनायत विवाद के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रहा है। दूसरी तरफ उसकी पत्नी जलेबुन नेशा का कहना है कि इनायत करीब 20 साल से मानसिक रूप से बीमार है। आये दिन वह उसे और बेटी सकीना खातून उम्र 8 वर्ष एवं  बेटे दिलशाद उम्र 10 वर्ष को भी मारता पीटता रहता है।

कुमार अजय