सोमवार, 23 जुलाई 2018

कुशीनगर में, पत्नी के हत्यारोपित, पति को हुआ ,आजीवन कारावास


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो 
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे एक पत्नी की हत्या के मामले में आरोपित पति को अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी द्वितीय विनय कुमार की अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही न्यायधीश ने आरोपी को दस हजार रुपए के अर्थदंड से भी दण्डित किया है।

कुशीनगर की यह घटना हाटा कोतवाली क्षेत्र के नाउमुंडा गांव की है। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता अभय कुमार त्रिपाठी के अनुसार उक्त गाँव निवासी अरविंद सिंह ने पिछले 24 मार्च 2013 को कोतवाली में तहरीर सौंप भाभी की हत्या के मामले में बड़े भाई के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में अरविंद सिंह ने लिखा था कि बड़े भाई रवींद्र सिंह का विवाह सात साल पूर्व अनीता के साथ हुआ । इन दोनों से दो संतान क्रमश परमवीर 8 वर्ष व महाबीर 3 वर्ष है। गवना के बाद से बड़ा भाई रवींद्र सिंह अपनी पत्नी पर अनावश्यक शक कर दोषारोपण करता था।

उन पर चारित्रिक दोष का आरोप लगाते हुए मारता-पीटता था। परिवार संयुक्त होने के चलते 24 मार्च 2013 को सभी लोग घर पर मौजूद थे कि बड़ा भाई रवींद्र सिंह और उनकी पत्नी अनीता दोनों एक साथ दरवाजा बंद करके कमरे थे कि यकायक भाभी अनीता के चिल्लाने की आवाज सुनकर मां दरवाजा पीटने लगी। दरवाजा अंदर से बंद होने पर परिवार के सभी सदस्य फाटक तोड़कर अंदर घुसे तो भाभी अनीता को बड़े भाई ने धारदार हथियार से गले पर वार कर गंभीर रूप से चोटिल कर दिया था। घर के लोगों को देख वह सबको हथियार लेकर दौड़ाने लगा। हम लोगों के शोर मचाने पर वह घर के खिड़की के रास्ते फरार हो गया। घटना के कुछ समय के बाद भाभी अनीता की मौके पर मौत हो गई। छोटे भाई की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया।

इधर अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी द्वितीय की अदालत में सुनवाई के दौरान कुल 11 गवाह पेश हुए। इसमें वादी मुकदमा समेत तमाम गवाह बयान के दौरान मुकदमें में पक्षद्रोही हो गए। अभियोजन पक्ष के बयान व पीएम रिपोर्ट के आधार पर न्यायाधीश ने रवींद्र सिंह को पत्नी अनीता की हत्या के मामले उम्रकैद की सजा सुनाते हुए दस हजार रुपए का अर्थदंड लगाया है। पेशी पर कोर्ट में पहुंचे हत्यारोपित पति को कोर्ट ने पुन: जेल भेज दिया गया।


अजय कुमार 

कुशीनगर मे बँधे की नोज धसने से दहशत मे है दर्जनो गाँव के ग्रामींण

टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर  । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे नारायणी नदी पर स्थित अमवाखास तटबंध का नोज बरवापट्टी गांव के पास धंस गया है। जिससे बरवापट्टी गांव पर संकट मंडराने लगा है।ग्रामीण दहशत मे है।
 

जानकारी के मुताबिक बरवापट्टी सहित आसपास के दर्जनों गांवों में लोग नारायणी नदी के खौफ से पलायन की स्थिति में हैं। हालात ऐसे हैं कि इस समय नारायणी यानी बड़ी गंडक नदी का जलस्तर सामान्य होने के बाद भी नदी तेजी से बैकरोलिंग कर कटान कर रही है।
लंबे समय से अमवाखास तटबंध की ओर नदी का रुख था। इधर बरवापट्टी गांव के पास नदी के दबाव से तटबंध का नोज धंस गया। इससे बरवापट्टी सहित खैरटिया, कैथवलिया, पिपरही व बिचपटवा आदि गांवों के लोगों में बाढ़ की आशंका को लेकर दहशत फैल गई है। हालाकि बाढ़ खंड की ओर से नोज धंसने के स्थान पर बचाव कार्य शुरू करा दिया गया है, लेकिन प्रभावित लोगों के अनुसार यह प्रयास समुचित नही  है। 


अजय कुमार 

पत्नी व दो बच्चों की हत्या कर फार्मासिस्ट ने जहर खाकर दी जान

टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे एक फार्मासिस्ट द्वारा अपनी पत्नी व दो बच्चों को चाकू से गोदकर हत्या किये जाने व स्वयं द्वारा जहर खा कर आत्म हत्या करने का ममला प्रकाश मे आया है।

कुशीनगर की यह घटना पडरौना कोतवाली के ग्राम दांदोपुर की है। उक्त गांव निवासी फार्मासिस्ट माधव मुरारी सिंह पडरौना नगर से सटे भरवलिया गांव के बावली चौक के पास निजी मकान बना रखे थे,व सपरिवार वहा रहते थे।

फर्मासिस्ट ने रविवार की रात अचानक अपने दो मासूम बेटों व पत्नी को चाकू से गोदकर हत्या कर दिया । बाद मे स्वयं  जहर खाकर अपनी जान दे दी। जबकि उसकी 12 वर्ष की बड़ी बेटी ने छत पर छिपकर किसी तरह अपनी जान बचाई। इस हादसे के बाद शहर में सनसनी फैल गई है।

ज्ञातव्य हो कि माधव कुशीनगर के कप्तानगंज में चीफ फार्मासिस्ट था। कुछ महीने पहले उसका कहीं तबादला हो गया था। आसपास के लोगों के अनुसार वह एक सप्ताह से यहीं रहता था। कुछ वर्षों से उसका उसकी पत्नी से विवाद चल रहा था, जिसको लेकर कोर्ट में मुकदमा भी लम्बित होना बताया जा रहा है। इस वारदात के पीछे पति पत्नी का एक दूसरे से अबैध सम्बन्ध होना बताया जा रहा है।घटना की खबर मिलते ही एसपी ,एएसपी सहित कई थाने की पुलिस व पीएसी के जवान घटनास्थल पर पहुंच गये।पुलिस चारों शवों को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया है। घटना स्थल से पुलिस ने आलाकत्ल चाकू व सल्फास भी बरामद किया है। मुश्किल से अपनी जान बचाने वाली फार्मासिस्ट की बड़ी बेटी माधुरी सिंह के अनुसार रात एक बजे के आसपास उसका पिता उसके दोनों भाई 8 वर्ष  विक्रम सिंह, कन्नू सिंह उम्र 3 वर्ष, चाकू लेकर मारने दौड़ा वह अपनी मां सुमन सिंह उम्र 45 वर्ष  के साथ भागी तो वह उसकी मां की चोटी पकड़कर खींच लिया और उस पर चाकू से वार करने लगा और उसे मौत की नींद सुला दी। इस दौरान माधुरी किसी तरह छत पर चढ़कर बगल के छत पर कूदकर अपनी जान बचाई। इसी बीच माधव की हालत भी बिगड़ने लगी। लोग आशंका जता रहे हैं कि उसने पहले ही कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। सोमवार की भोर में माधुरी ने इस घटना के बारे में लोगों को बताया तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर एसपी अशोक पांडेय, एएसपी हरिगोविन्द मिश्र, सीओ नीतेश सिंह, कोतवाल विजय राज सिंह ,तुर्कपट्टी थाने के उमेश कुमार, रामकोला एस आई संदीप सिंह, कसया शैलेश सिंह के अलावे फारेंसिक टीम ,डाग स्क्वाड सहित पीएसी के जवान मौजूद रहे। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के  भेज अगली कार्यवाही में जुटी हुई है।इस बावत पुछे जाने पर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर अशोक कुमार पान्डेय ने बताया कि आशनाई के चक्कर में यह वारदात हुई है।

अजय कुमार 

सोमवार, 2 जुलाई 2018

कुशीनगर मे उफनाने लगी गंडक, बाढ़ की आशंका मे भयभीत ग्रामींण


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो।
कुशीनगर । नेपाल से निकल कर कुशीनगर के रास्ते बिहार जाने वाली गंडक नदी उफनाने लगी है। जल अधिग्रहण क्षेत्र में 154 एमएम बारिश होने के बाद रविवार को 54 हजार क्यूसेक पर बहने वाली नदी सोमवार को 1.37 लाख क्यूसेक को पार कर गई और इसके दो लाख क्यूसेक पार करने की आशंका है।

जानकारी के अनुसार वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण गंडक किनारे बसे दर्जनों गांवों में पानी घुसने की आशंका बन गई है जिसको लेकर इन गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। वाल्मीकिनगर गंडक बैराज पर नदी का जल स्तर एक लाख 37 हजार क्यूसेक पार होने से खड्डा रेता क्षेत्र के दर्जनो गावों में रहने वाले हजारों लोग सहमे हुए हैं। अगर नेपाल की पहाड़ियों पर इसी तरह लगातार बारिश होती रही तो नदी का जल स्तर और बढ जायेगा।
इससे उफनाई नदी का पानी खड्डा रेता क्षेत्र के निचले इलाके जैसे मरिचहवा, बंसतपुर, बकुलादह, विन्ध्याचलपुर, शाहपुर आदि गावों में पहुंच जायेगा। जिसको लेकर उन्हें किसी सुरक्षित ठिकाने की चिंता सताने लगी है। सोमवार की सुबह छितौनी बांध के भैंसहा गेज पर नदी का जल स्तर चेतावनी बिन्दु 96 के सापेक्ष 94.30 सेमी पर तथा वीरभार गेज पर 93.60 सेमी पर जल स्तर स्थिर था। लगातर हो रही बारिश से जल स्तर के बढने की आशंका बनी हुयी है।

इस सम्बन्ध मे जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता नंद कुमार झा ने बताया कि नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद पिछ्ले 24 घंटों में गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। फिलहाल खतरा नहीं है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अभियंताओं की टीम तैयार है।बाढ़ के मद्देनजर गंडक बैराज पर 20 मौसमी मजदूर को रखा गया है। जरूरत पड़ने पर ये मजदूर मैनुअल तरीके से गेट को ऑपरेट करेंगे। गंडक नदी का जलस्तर ढाई लाख क्यूसेक पार करने पर दोनों नहरों को बंद कर दिया जाएगा। बैराज मैनुअल के मुताबिक 30 ग्राम सिल्ट प्रति लीटर की मात्रा होने के बाद ऐसा किया जाता है। फिलहाल जल संसाधन विभाग के द्वारा गंडक बैराज के सभी गेटो एवं उसमें लगे हूटर व सीसीटीवी कैमरा ठीक ढंग  काम करने का दावा किया जा रहा है।