शुक्रवार, 9 मार्च 2018

कुशीनगर मे संस्कृत बोर्ड परीक्षा के दौरान पकडे आधा दर्जन नकलची


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे चार केंद्रों पर चल रही उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को जेडी गोरखपुर ने दो परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। जेडी के निरीक्षण में एक परीक्षा केंद्र पर आधा दर्जन परीक्षार्थी अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़े गए।

इनमें तीन परीक्षार्थियों के पास मोबाइल बरामद हुई है। जेडी के निर्देश पर केंद्र व्यवस्थापक ने सभी नकलचियों को रस्टीकेट कर दूसरी कापी उपलब्ध कराकर परीक्षा पूरी कराई।

जनपद के गोस्वामी तुलसी दास इंटर कालेज पडरौना, मां अन्नपूर्ण इंटर कालेज गुरवलिया, सुखदेव प्रसाद त्रिपाठी स्मारक संस्कृत विद्यापीठ भठहीखुर्द में बने परीक्षा केंद्रों पर गुरुवार को संस्कृत बोर्ड की परीक्षाएं हुईं।

परीक्षा के दूसरे दिन संयुक्त शिक्षा निदेशक सप्तम मंडल गोरखपुर योगेंद्र सिंह ने प्रथम पाली में गुरवलिया और भठही खुर्द परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। गुरवलिया के निरीक्षण के बाद जेडी भठहीखुर्द पहुंचे। यहां पर पूर्व माध्यमा प्रथम वर्ष के अनिवार्य संस्कृत काव्य प्रथम प्रश्नपत्र में चार परीक्षार्थी अनुचित साधन का प्रयोग करते पकड़े गए। इसमें तीन परीक्षार्थियों के पास मोबाइल बरामद हुई।

जेडी की टीम के द्वारा उत्तर मध्यमा द्वितीय के अनिवार्य संस्कृत व्याकरण द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा में 2 परीक्षार्थी अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़े गए। जेडी के निर्देश के निर्देश पर केंद्र व्यवस्थापक राजकिशोर पांडेय सभी परीक्षार्थियों को रस्टीकेट कर बी कापी उपलब्ध कराया तथा परीक्षा समाप्त होने पर दोनों कापियों को सीलकर बोर्ड को रजिस्टर्ड डाक से भेज दिया।

By हरिगोविन्द

कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा पर हुआ ट्रायल, तीन माह मे शुरु हो सकती है उड़ान

टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो
कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में बन रहे अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से अब अति शीघ्र ही हवाई उड़ने शुरु हो जायेगी।जिसको लेकर शुक्रवार को नवनिर्मित हवाईअड्डे  के रनवे पर प्रदेश सरकार के स्टेट प्लेन को उतारकर इसका ट्रायल किया गया।

वही इसके साथ ही प्लेन में आई टीम ने कार्गो (मालवाहक विमान) से जुड़ी संभावनाओं सहित जिला प्रशासन के साथ बैठक कर आसपास के क्षेत्रों के बारे में जानकारी ली। माना जा रहा कि यहां पर्यटन के साथ ही यहाँ कार्गो सेवाओं को भी विकसित किया जा सकता है। यहां 1 लाख 17 हजार पर्यटक प्रत्येक वर्ष आते हैं, जिनमें 40 हजार विदेशी पर्यटक होते हैं। यात्री सेवा के साथ साथ कार्गो सेवा शुरू होने से एक तरफ पर्यटन उद्योग में बढ़ोत्तरी होगी तो वहीं दूसरी ओर किसानो की आय में भी चार चांद लगेंगे।

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार का स्टेट प्लेन शुक्रवार को हवाईअड्डे पर उतरा। इसमें  यूपी डेवलेपमेन्ट फोरम के जनरल सेक्रेटरी पंकज जायसवाल के साथ चार सदस्यीय टेक्नीक्ल टीम आई थी। यह फोरम एयर कार्गो विकास अनुसंधान पर काम करती है। टीम के सदस्यों ने पहले ही हवाईपट्टी का एक चक्कर आकाश से ही लगाकर हवाईअड्डे का निरीक्षण किया। इसके बाद जहाज लैंड हुआ।

इस दौरान जिलाधिकारी कुशीनगर आंद्रा वामसी ने एडीएम कृष्णलाल तिवारी व एसडीएम श्रीप्रकाश शुक्ल के साथ टीम का स्वागत किया। हवाईअड्डे पर उतरने के बाद टीम के सदस्य पार्किगं एरिया में पहुंचे। जहां निर्माण करा रही राइट्स कम्पनी के आफिस में बैठक की। बैठक में दोनों तरफ से व्यापार को बढ़ाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।

निर्माणाधीन हवाई का निरिक्षण करने के बाद टीम में लीडर पंकज जायसवाल ने बताया कि यह हवाईअड्डा अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार बनाया गया है। इसको और विकसित करने को लेकर यहाँ यात्री सुविधाओं के अलावा माल के आयात-निर्यात को लेकर भी यह हवाई अड्डा कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह बिहार और पडोसी देश नेपाल से सटा है। यहां कार्गो हब से साथ-साथ पर्यटन हब भी बनेगा। इस हवाईअड्डे पर बोइंग के साथ एयरबस उतर सकता है।

उन्होंने महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों का जिक्र करते हुए बताया कि वहां बन्दरगाह हैं, जहां लोगों के उत्पाद को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है और लोगो को अच्छी आमदनी होती है। ऐसे मे यहां पर भी चावल, गेंहू, केला, आलू, चीनी, गुड़ और हस्तशिल्प की वस्तुओं को बाहर भेजने की अपार संभावनाएं हैं। इससे किसानो की आय में बढ़ोत्तरी होगी।


जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने कहा कि निर्माण को लेकर बचे कामों को तीन माह के भीतर पूरा कर चालू कर दिया जायेगा। एटीसी बिल्डिंग का काम शुरू हो चुका है, जो इस वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा।

ज्ञात हो की इसके साढ़े चार वर्ष पूर्व इस हवाईअड्डे पर अंतिम विमान
बीएसएफ ने 5 अक्टूबर 2013 उतारा। उसके बाद इस हवाईअड्डे को उड़ान के लिये अयोग्य घोषित कर दिया गया। विमान ट्रायल के तौर पर तत्कालीन कुशीनगर सांसद व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह को 7 अक्टूबर-13 को इलहाबाद में आपीएफ के वार्षिकोत्सव में शामिल होने को लेकर आया था। तत्कालीन राज्यमंत्री गोरखपुर हवाईअड्डे से इलाहाबाद गये थे। उसके बाद से यहां कोई भी विमान नहीं उतरा था। विमान के उतरते ही उड़ान शुरु होने के संकेत मिले है।