टाईम्स आफॅ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर। भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर स्वदेश दर्शन योजना के तहत चमक उठेगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने फेज टू की योजना बना ली है, जिसे नये साल पर कुशीनगर को उपहार स्वरूप सौपने वाला है।
विभाग की स्वदेश दर्शन योजना फेज टू के तहत कुशीनगर मंे प्रवेश द्वार, आडिटोरियम, शिल्प ग्राम, लाइब्रेरी आदि कई पर्यटन विकास आधारित संसाधन मुहैया कराए जाने की योजना तैयार होे चूकी है।
ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष कुशीनगर जिले की सीमाओं से देशी-विदेशी लाखों बौद्ध अनुयाई कुशीनगर में प्रवेश करते हैं। ऐसे में विभाग की मंशा है कि प्रवेश करते ही सैलानी बुद्धिज्म की धरती पर होने की अनुभूति करें। इसके लिए विभाग कुशीनगर को सीमावर्ती बिहार प्रान्त और सीमावर्ती जिलों से जोड़नें वाले प्रमुख मार्गो पर प्रवेश द्वार बनने वाला है। जोे बौद्ध स्थापत्य कला के प्रतीक होगे। विभाग कुशीनगर के प्रमुख बुद्ध तिराहों के सुंदरीकरण, टूरिस्ट फेसलिटी सेंटर, कांफ्रेंस हाल, विक्टोरियन सोलर लैंप, पेयजल, टायलेट आदि मुलभूत सुविधा भी उपलब्ध कराने वाला है।
बताते चले कि कुशीनगर में पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने के लिए पर्यटन, पुरातत्व और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। कुशीनगर के विकास के लिए बनी योजनाओं की कुछ दिन पूर्व ही जिलाधिकारी ने समीक्षा की थी।
इसके लिए दो फेज की योजना बनायी गयी थी, फेज वन में महापरिनिर्वाण मंदिर में लाइट एंड साउंड शो सहित कई कार्य होने हैं। इसके लिए विभाग ई-टेंडरिंग भी कर दिया है। वही दुसरे फेज में विभाग प्रवेश द्वार, आडिटोरियम आदि के निमार्ण की योजना बना चूका है।
इस सम्बन्ध में गोरखपुर के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविद्र कुमार मिश्र ने बताया कि फेज टू योजना के तहत प्रवेश द्वार, आडिटोरियम, शिल्प ग्राम, आदि के जो भी कार्य होने हैं, उसकी औपचारिक स्वीकृति मिल चुकी है। योजना का डीपीआर भी तैयार है। पुरातत्व को योजना भेजी गई है। विभाग का प्रयास है कि नए वित्तीय वर्ष में योजना को पूर्ण स्वीकृति मिल जाएगी।
By- Sudha Tripathi