सोमवार, 27 नवंबर 2017

कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आरपीएन ने किया जनसंपर्क


टाईम्स आॅफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नगर पालिका परिषद पडरौना के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने सोमवार को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिह भी मैदान में निकल पड़े। 

जानकारी के अनुसार कुशीनगर के नगर पालिका पडरौना अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शिवकुमारी देवी के समर्थन में पूर्व गृह राज्यमंत्री ने सभा किया और नगर पालिका पडरौना के विभिन्न मुहल्लो का दौरा किया।
पूर्व गृहराज्य मंत्री सिह ने प्रत्याशी और समर्थकों की भारी भीड़ के साथ नगर मे पैदल भ्रमण कर कोतवाली के बगल मे सभा को सम्बोधित करते हुए लोगों से कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देने की अपील की। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सभी वर्गों के विकास के लिए कार्य किया। जबकि अन्य पार्टियां जाति व धर्म की बात कर समाज को बांटने का कार्य करती हैं। पार्टी ने सोच.समझ कर एक योग्य उम्मीदवार मैदान में उतारा है। कांग्रेस की जीत पर नगर पालिका क्षेत्र का विकास विना भेदभाव के होगा।


चुनाव में आबकारी विभाग नही हो सका मालामाल, आपूर्ति रही ठप

टाईम्स आॅफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में निकाय चुनाव भी आबकारी विभाग को मालामाल नही कर सका। पिछले माह के सापेक्ष अब तक करीब 21 करोड़ रूपये ही प्राप्त  हो सका है। विभाग को लक्ष्य के सापेक्ष दो गुने राजस्व का अनुमान था कि बीच में ही शराब निमार्ता धोखा दे दिया। आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही और कई दिनों तक दूकाने बन्द रही।जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में आबकारी चुनाव में मालामाल हो जाता है लक्ष्य के सापेक्ष दो गुने राजस्व की वसुली आसानी से कर लेता है। आबकारी विभाग के लिए चुनाव उत्सव की तरह होता है। वीयर, अंग्रेजी, देशी सबकी रिकार्ड तोड़ बिक्री होती है। अफसोश कि शराब निर्माता कम्पनियों के बन्द होने के कारण आबकारी विभाग की आपूर्ति ही ठीक से पूरी नही हो सकी। इधर कुशीनगर में चल रहे कच्ची के अवैध धन्धे पर थोड़ी लगाम लगी कि आपूर्ति भी बढ़ गयी। जिसके लिए कई बार विभाग ने लिखा पढ़ी की उसके बावजूद भी आपूर्ति ठीक नही हो सकी। इधर नगर निकाय चुनाव भी आया तो मांग के सापेक्ष आपूर्ति में कोई बदलाव नही हो सका। मांग को लेकर विभाग ने अपने थोक सप्लायर के खिलाफ लिखा पढ़ी भी कर दी, फिर भी आपूर्ति न होने के कारण कुशीनगर में कई दूकाने कई दिनों तक बन्द रही।
आपूर्ति के बारे में जिला आबकारी अधिकारी राजेश मिश्र बताते है कि अक्टूबर में लक्ष्य 18.64 करोड़ के सापेक्ष विभाग ने 23.5 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया था। वही नवम्बर माह में निकाय चुनाव के बावजूद अब तक लक्ष्य 18.99 के सापेक्ष मात्र 21 करोड़ ही प्राप्त हो सका। मालुम पड़ता है चुनाव का शराब के बिक्री पर कोई असर ही नही पड़ा, जब कि प्रत्येक वर्ष चुनाव के महीनों में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व दो गुना हो जाता है। 1 नवम्बर से 27 नवम्बर तक कुशीनगर में कुल अंगे्रजी की 3 लाख 1 हजार सात सौ तेईस, वीयर की दो लाख 69 हजार छियानवे व देशी की 6 लाख लीटर की ही बिक्री हो सकी है। वही अक्टूबर में देशी की 6 लाख 10 हजार विक्री थी।

भाजपा से ही सम्भव है नगर निकायों का सर्वांगीण विकास -योगी आदित्य नाथ

टाईम्स आॅफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की राजनीति का केन्द्र किसान, नौजवान, युवा होगा। इसके लिए भाजपा सरकार इसके लिए योजना बना चूकी है। भाजपा सरकार सत्ता के विकेंद्रीकरण में विश्वास करती है ऐसे में सरकार सीधे ग्राम पंचायत और नगर निकायों को विकास के लिए धन मुहैया करा रही है। इसलिए निकायों में अच्छे र्बोड का होना जरूरी है। योगी ने जनता से भाजपा को पूर्ण बहुमत से जीत दिलाने की अपील की और कहा कि भाजपा पूर्ण बहुमत से आएगी तो ही निकायों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
मुख्यमंत्री श्री योगी सोमवार को पडरौना नगर के उदित नारायण डिग्री कालेज के खेल मैदान में तीसरे चरण के नगर निकाय चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि बुद्ध ने इस धरती से अहिंसा का उपदेश दिया। इसी धरती से जनता के विभिन्न आन्दोलन में सम्मिलित होने का अवसर मिला। पडरौना के लोग बोलते कम हैं। कार्य ज्यादा करते हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली में अयोध्या की जगमगाहट तो सभी ने देखी है। क्योकिं दीपावली का सम्बन्ध अयोध्या से है। उसी तरह की जगमगाहट प्रदेश सरकार निकायों में एलईडी स्ट्रीट लाईट लगाकर करेगी। जिससे प्रदेश के नगर व शहर जगमग हो। इसके लिए सरकार प्रयासरत है। पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार ने बिजली वितरण में भेदभाव किया। इटावा में 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति थी। हमने प्रदेश में पारर्दशिता रखते हुए बड़े शहरो में 23 घण्टे व जनपद स्तर पर 19-20 घंटे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 17 से 18 घण्टे बिजली आपूर्ति की व्यवथा की है। कुशीनगर में थेाड़ी दिक्कत हुई है। वह 45 दिनो में पूरी हो जायेगी। प्रदेश में कानून का राज होगा। इसके पूर्व गुण्डा, अपहरण का राज था। हमने पूरे प्रदेश में चल रहे अबैध बुचड़खाने को बन्द किया। लघु-सीमान्त किसानो का एक लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ किया गया। पूरे प्रदेश के 653 निकाय के चुनाव में 652 सीटों पर चुनाव हो रहें हैं। उन्होंने कहा की 2022 तक हर गरीब के सिर पर छत होगी। इसके लिए प्रदेश में 11 लाख परिवारों को शहरी व नगर क्षेत्र में आवास उपलब्ध कराये है। विद्युत विभाग ने गांव व शहरी क्षेत्रो में 20 लाख परिवारों को निःशुल्क बिजली कनेक्सन दिये हैं। आगामी महीनों में 50 हजार पदो की भर्ती करने जा रही है। जिसमें पुलिस कास्टेबुल व पुलिस, इंसपेक्टर की भर्ती करना शामिल है। आगामी दो वर्षो में चार लाख युवाओं को नौकरी में मौका मिलेगी। इसके अलावे प्रदेश में औद्योगिक विकास व्यवस्था करने जा रहे हैं। प्रदेश के नौजवानों को बाहर जाना नहीं पड़ेगा। यही रोजगार व नौकरी मिलेगी । पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पटरी व्यवसायियों के लिए आज तक किसी सरकार ने कुछ नहीं किया है। लेकिन भाजपा सरकार इस बात को लेकर संकल्पित है कि सड़कों व पटरियों पर से अतिक्रमण भी हटेगा और पटरी व्यवसायियों के लिए अलग स्ट्रीट वेंडिंग जोन भी विकसित किया जायेगा। इसी तरह नगरीय क्षेत्रों में सड़कें, स्वच्छ पेय जल की व्यवस्था, घरों के नक्सों, मृत्यु प्रमाण पत्र मिल सके आदि की सुव्यवस्थीत हो। इसके लिए भाजपा के उम्मीदवारों को विजयी बनावे ताकि इसकी पूर्ति की जा सके । सभा को काबीनामंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, प्रभारी मंत्री राजेन्द्र ंिसह उर्फ मोती सिंह, सांसद राजेश पाण्डेय उर्फ गुडडू पाण्डेय आदि ने सम्बोधित किया। सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जेपी शाही संचालन चैरसिया ने किया। इस अवसर पर उपेन्द्र दत्त शुक्ल, प्रत्याशी विनय जायसवाल, विनोद पाण्डेय, कुशीनगर विधायक रजनी कान्त मणि त्रिपाठी, फाजिलनगर गंगा सिंह कुशवाहा, हाटा पवन केडिया, रामकोला रामानन्द बौद्ध, पूर्व विधायक पीके राय आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

शनिवार, 18 नवंबर 2017

कुशीनगर की जमीं पर नही मिले 234 मदरसे, हवा में हो रहा था संचालन


टाईम्स आफ कुशीनगर
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 234 मदरसें ऐसे है जो जमीन पर नहीं मिले, यें मदरसे अब तक हवा में संचालित हो रहे थे। मदरसों के स्थायित्व का यह खुलाशा कुशीनगर जिलाधिकारी आंद्रा वामसी के द्वारा 160 अधिकारियों को लगा कराये गये जांच में हुआ है। जिससे सभी मदरसों की पोल ही खुल गयी है। बताया जा रहा है कि मदरसों में 2012 के बाद गई भेजी गयी धनराशि की जांच अभी जारी है।  जानकारी के अनुसार कुशीनगर के 1125 मदरसों की जांच के बाद आई रिपोर्ट से मदरसा से जुड़े लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। रिपोर्ट के अनुसार 159 मदरसों की मान्यता उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से दी गयी है। 966 मदरसों की मान्यता जिले स्तर से जारी की गयी है। मदरसे का लोकेशन, चैहद्दी मानक  के अनुसार 74 मदरसे नहीं मिले हैं। जिले में 25 मदरसों को प्रदेश सरकार से अनुदान मिलता है। जबकि 468 मदरसों को आधुनिकीकरण स्कीम के तहत भारत सरकार व प्रदेश सरकार से मिलने वाले मानदेय से विज्ञान, गणित व अंग्रेजी के शिक्षक नियुक्त हैं। 657 मदरसों को कोई सुविधा नहीं मिलती है।
इसी प्रकार से जिले के 53 मदरसों को छात्रवृत्ति मिलती है। 1072 मदरसों में किसी भी प्रकार की छात्रवृत्ति नहीं दी गयी है। 32 मदरसों में सांसद व विधायक निधि से भवन निर्माण को धनराशि मिली है। 1125 मदरसों में से 234 मदरसे जमीन पर नहीं है। जबकि मात्र 891 मदरसे संचालित मिले हैं। जांच में 183 ऐसे मदरसे हैं इन मदरसों में शौचालय व मूत्रालय का निर्माण ही नहीं हुआ हैं।
बताते चले कि 2012 के बाद मदरसों में भारत सरकार व प्रदेश सरकार की गई छात्रवृत्ति सहित अन्य अनुदान की जांच अभी जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि 1125 मदरसों की जांच 160 अधिकारियों से करायी गयी। जांच रिपोर्ट के अनुसार 234 मदरसें जमीन पर नहीं मिले हैं। इन सभी के खिलाफ एफआईआर होगा। मदरसों की मान्यता निरस्त के साथ काली सूची में डाली जाएगी ताकि भविष्य में दोबारा मान्यता न ले सकें ।


सपा छोड़ भाजपा का दामन थाम सकते हैं, डाक्टर पीके राय,



टाईम्स आफ कुशीनगर
कुशीनगर। तमकुही क्षेत्र से लगातार दो बार सपा के विधायक रहे पूर्व राज्यमंत्री डॉ. पी के राय कभी भी सपा छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। डॉ. पीके रॉय से जुडे़ सूत्रों व राजनीति के गलियारों से छन कर आ रही खबरों से इस बात की पुष्टि हो रही है लेकिन अभी तक डॉ. राय की ओर से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। सूत्रों के मुताबिक, डॉ. पीके राय भाजपा में शामिल होने के लिए लखनऊ रवाना भी हो गए हैं।
 
बताते चलें कि तमकुहीराज विधानसभा पहले सेवरही सीट से समाजवादी पार्टी का झण्डा बुलन्द करने वाले डॉ. पी के राय वर्ष 2002 और 2007 में चुनाव जीतकर लगातार दो बार विधायक रहे हैं। 2012 में डॉक्टर पीके राय चुनाव तो नहीं जीत पाए लेकिन उनके कद को देखते हुए अखिलेश यादव ने उन्हें शासन के सामान्य प्रशासन में उन्हें सलाहकार बनाकर राज्य मंत्री के पद से नवाजा था । दूसरी बार विधायक बनने के बाद 2008 में उन्हें पीएसी कमेटी का चेयरमैन भी बनाया गया था। मुलायम सिंह के कार्यकाल में विधायकों को लेकर एक टीवी चैनल द्वारा किये गए स्टिंग की जाँच के लिए विधानसभा की एक कमेटी के वह चेयरमैन भी बनाये गए थे।

 स्वास्थ्य विभाग में वरिष्ठ चिकित्सक रहते हुए डॉ. पीके राय चिकित्सकों के संगठन पीएमएस के सचिव भी रहे और फिर बाद में वो काफी दिनों तक इस संगठन के अध्यक्ष भी रहे। सरकारी सेवा को छोड़ने के बाद राजनीति में अपना पहला कदम उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ रखा। मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी माने जाने वाले डॉ. पीके राय की छवि काफी साफ - सुथरी मानी जाती है| करीब आठ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में वह आखिरी समय तक समाजवादी पार्टी का झण्डा बुलन्द करने में लगे रहे लेकिन ऐन वक्त पर सपा और काँग्रेस पार्टी के बीच हुए गठबन्ध से नाराज़ चल रहे थे।

मोदी के नेतृत्व में देश मजबूती की ओर- केशव प्रसाद मौर्य


टाईम्स आफ कुशीनगर
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार तेज हो गया है। हर पार्टी अपने प्रचारकों को भुलाकर वोटरों को लुभाने की जुगत में है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से जीताने के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को कुशीनगर में थे। कुशीनगर के हाटा नगर पालिका के पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा करते हुए उप्र के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश मजबूती की ओर बढ़ रहा है। अन्य देश भारत के आगे घुटने टेक रहे हैं। यह भाजपा के कार्यकर्ताओं और जनता के समर्थन से हुआ है। जनता ने समर्थन देकर केन्द्र एवं प्रदेश में प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनायी।
इसी का नतीजा है कि देश व उप्र विकास की ओर कदम बढ़ा चुका है। दूसरी ओर उन्होने पार्टी के कार्यकर्ताओं को हनुमान की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की बदौलत ही भाजपा आज विश्व की नंबर एक पार्टी बन गयी है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि विकास के लिए केन्द्र एवं प्रदेश की तरह निकाय चुनाव में भाजपा की सरकार बनायें।


टाउन एरिया से पडरौना नगर पालिका का सफर


सर्व प्रथम कुशीनगर के पडरौना चुनाव में हेलीकाॅप्टर से वाटे गये थे पर्चे व हैण्डबिल
टाईम्स आफ कुशीनगर
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की सबसे पुरानी टाउन एरिया का गौरव धारण करने वाली पडरौना नगरपालिका ने कई ऐसा इतिहास रचा कि जिसकी चर्चा कई दशको तक चलती रही। सर्व प्रथम इसी टाएन एरिया में चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर से पर्चे, हैंडबिल आदि बंटवाए थे। इसके अलावा इस नगरपालिका के अध्यक्ष की कुर्सी पर ज्यादातर कार्यकाल एक ही कुल के लोगों का रहा है।

बर्ष 1924 में स्तीत्व में आयी इस टाउन एरिया में जगदीशगढ़ रियासत (पडरौना राजघराना) के रायबहादुर राजा बृजनारायण सिंह ने 24 वर्षों तक इसके अध्यक्ष पद को सुशोभित किया था। वही इस टाउनएरिया के द्वितीय अध्यक्ष डॉ. सीआर सेन गुप्ता की चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर से पर्चे, हैंडबिल आदि बंटवाना आदि कि चर्चा बहुत दिनों तक चलती रही। इसके अलावा इस नगरपालिका के अध्यक्ष की कुर्सी पर एक ही कुल के कई लोगों का दबदबा रहा है।

एक नजर इनके कार्यकाल पर डाले तो रायबहादुर राजा बृजनारायण सिंह- वर्ष 1924 से 1948 तक, वही डॉ. सीआर सेन गुप्ता- वर्ष 1949 से 1953 तक, बिंदेश्वरी जायसवाल- नवंबर 1953 से 26 मार्च 1970 तक, जगरनाथ प्रसाद गुप्ता (कार्यवाहक)- 26 मार्च 1970 से नौ जनवरी 1971 तक, विश्वनाथ प्रसाद- नौ जनवरी 1971 से 30 जून 1971 तक, श्रीकृष्ण जायसवाल- 30 जून 1971 से 11 अगस्त 1977 तक, डीएम प्रशासक- 12 अगस्त 1977 से 30 नवंबर 1988 तक, रामनारायण प्रसाद जायसवाल- एक दिसंबर 1988 से 1990 तक, नरेंद्र वर्मा- वर्ष 1990 से 1993 तक, शांति देवी- जून 1993,  सुपर सीट (प्रशासक)- 19 जून 1993 से 30 नवंबर 1995 तक, शिवकुमारी देवी- वर्ष 1995 से 2000 तक, कन्हैया प्रसाद जायसवाल- वर्ष 2000 से 2005 तक, सरोज देवी- वर्ष 2006 से 2011 तक, शिवकुमारी देवी- वर्ष 2012 से 28 जुलाई 2017 तक रहा । वर्तमान समय में प्रशासक कार्य देख रहे है।

बताते चले कि पडरौना नगर के पहले चेयरमैन रायबहादुर राजा बृजनारायण सिंह थे, जिन्होंने 24 वर्षों तक अध्यक्ष की कमान संभाली थी। वह पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह व उनके पिता पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सीपीएन सिंह के पूर्वज थे। वर्ष 1950 में पडरौना टाउनएरिया को नगरपालिका का दर्जा मिल जाने के बाद पहले चेयरमैन बिंदेश्वरी प्रसाद जायसवाल हुए और पडरौना नगर क्षेत्र में सीवरेज प्रणाली की स्थापना कराई गयी, लेकिन उनके बाद किसी चेयरमैन ने इस प्रणाली को दुरुस्त रखने की दिशा में प्रयास नहीं किया। इधर 12 अगस्त 1977 से 30 नवंबर 1988 तक पडरौना नगरपालिका काफी चर्चित रही। इतने समय तक जिलाधिकारी इसके प्रशासक रहे। पडरौना नगरपालिका के अध्यक्ष पद पर सर्वाधिक एक ही कुल के लोगों का वर्चस्व रहा।

पडरौना नगरपालिका के चेयरमैन रह चुके नरेंद्र वर्मा बताते हैं कि इस टाउनएरिया के द्वितीय चेयरमैन डॉ. सीआर सेन गुप्ता ने वर्ष 1949 में अपने चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर से पर्चे, हैंडबिल आदि बंटवाए थे। पडरौना रियासत और डीएम का कार्यकाल जहां सबसे अधिक रहा, वहीं सबसे कम कार्यकाल शांति देवी का रहा। पडरौना नगर दो बार प्रशासक नियुक्त रहे। वही एक बार अध्यक्ष पद के विवाद को लेकर हाईकोर्ट को निर्णय लेना पड़ा। अब तक टाउन एरिया से पडरौना नगर पालिका तक के सफर में तीन महिलाओं को अपना प्रतिनिधितव दिया वही नौ बार पुरूषों का प्रतिनिधित्व का दायित्व प्राप्त हुआ।