सोमवार, 8 जून 2015

कुशीनगर के लोग खा जाते है प्रति बर्ष 140 लाख क्विन्टल मछली





  • मध्य प्रदेश तक होती है कुशीनगर के मछली बीजों की आपूर्ति
  • 7 से 8 करोड़ प्रति बर्ष होती पैदावार


टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो 
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में लगभग 140 लाख क्विन्टल मछली की हर बर्ष खपत हो जाती है। जिसमें अकेले कुशीनगर 30 हजार क्विन्टल मछलियों का उत्पादन करता है। यही नही मछली के बच्चों के प्रजन्न के मामले में भी कुशीनगर शीर्ष स्थान पर है। मछली के छ प्रजातियों के बच्चों का कुशीनगर में 7 से 8 करोड़ प्रजन्न होता है। 

मछली के बच्चों को कुशीनगर ही नही प्रदेश के अधिकांश जनपदों सहित पड़ोसी प्रान्त विहार, मध्य प्रदेश, राज्यस्थान, गुजरात सहित कई प्रदेश में आपूर्ति दी जाती है। इसके लिए कुशीनगर में 32 हैचरियां स्थापित है। जिनसे 7- 8 करोड़ बच्चे प्रति बर्ष पैदा किये जाते है। जिसमें तीन करोड़ बच्चों की खपत कुशीनगर में ही हो जाती है। इसके सापेक्ष मछली उपभोग के मामले में कुशीनगर निवासी करीब 140 लाख क्विन्टल मछली का उपभोग करते है।

मतस्य उद्योग को बढ़ावा देने के लिए चलायी जारही योजनाओं के साथ कुशीनगर जनपद में तीन करोड़ बच्चों के रख रखाव के लिए करीब 100 तालाब है जों 35 से 40 हेक्टेयर में फैले हुए है। वहीं इन्हें बड़े होने पर जिले के 1200 छोटे बड़ें तलाबों में भेज दिया जाता है। मछलियों के उत्पादन में 17 सहकारी समितियां भी लगी है। जहां इन्हें पोस्टिक अहार देकर 3 से 4 माह में बेच दिया जाता है। कुशीनगर में मछली के शैकिनों पर गौर करे तो एक आकड़े के मुताबिक औसतन प्रति बर्ष प्रत्येक व्ययस्क व्यक्ति 4 किलों मछली का उपभोग करता है। इसमें बच्चें का औसत अलग है।

आज कल कुशीनगर के तलाबों में मछली की छः प्रजातिया रोहू, भाकूर, नैन, सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प, कामन कार्प ही पाली जाती है। जिनकी इतनी मांग है कि तलाबों से निकलने के बाद लोग इन्हें हाथों-हाथ खरीद लेते है। ऐसे तो कुशीनगर के पाॅच तहसील क्षेत्रों में स्थित बाजारों पर गौर करे तो करीब प्रतिदिन 3 से 4 हजार क्विन्टल मछली का उपभोग कुशीनगर के लोग करते है। पडरौना नगर एक मछली व्यवसायी राजन का कहना है कि करीब 10 से 20 क्विन्टल मछली प्रतिदिन खपत हो जाती है। करीब 100 में 90 लोग मछली का उपभोग करते है। ऐसे दर्जनों बाजार है जहां प्रति दिन न्यूनतम 10 क्विन्टल मछली का विक्री हो जाती है ।

वही इस सम्बन्ध में सहायक मतस्य निदेशक अमरेश चन्द श्रीवास्तव ने बताया कि कुशीनगर में 750 हेक्टेयर भूमि में प्रति हेक्टेयर 35 से 40 क्विन्टल प्रति वर्ष मछली का उत्पादन किया जाता है। जो तलाबों से निकालते समय ही हाथों-हाथ बिक जाता है। मजबूरन मछली विक्रेताओं को बाहर से मछली मंगानी पड़ती है। 






सड़क दुर्घटना में एक की मौत, तीन घायल



टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो 
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक सड़क दुर्घटना के दौरान एक ही परिवार के चार लोग घायल हो गयें। जिसमें एक व्यक्ति की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। अन्य तीन लोग को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

जानकारी के अनुसार कुशीनगर के हनुमान गंज थाना अन्र्तगत बुलहवां गांव  निवासी भोला प्रसाद अपने परिवार के सदस्यों के साथ केले की फसल में सिंचाई कर पम्पिंगसेट लेकर घर वापस आ रहे थे कि पनिहवा-पडरौना मार्ग पर सोमवार की सुबह करीब सात बजें एक अनियन्त्रित बोलेरों ने ठोकर मार दी। 

जिसमें पप्पू उर्फ शिवम पुत्र भोला उम्र 17 बर्ष,  अखिलेश, व अमित पुत्र गण रमेश, एवं स्वयं भेला बूरी तरह घायल हो गयें। जिसमें पप्पू की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। सूचना पर पहुची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वही घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। 

पति ने गला दबाकर कर दी पत्नी की हत्या




टाइम्स ऑफ़ कुशीनगर ब्यूरो 
कुशीनगर । कुशीनगर में एक पति द्वारा अपनी ही पत्नी की गला दवाकर हत्या करने का मामला प्रकाश के आया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए दो लोगों गिरफ्तार कर लिया है।

कुशीनगर की यह घटना जटहां बाजार थाना क्षेत्र अहिरौली गांव के वालचन्द छपरा टोले की है। उक्त गांव निवासी आलम गिरी ने अपनी पत्नी पन्तूनेशा की बीत रात गला दबा कर हत्या कर दी। सोमवार की सुबह गांव के चैकीदार ने उक्त घटना की सूचना पुलिस ने दी । जिसके बाद हरकत में आयी पुलिस ने घटना स्थल पहुच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने इस मामले में मृतका के पति आलमगिरी, उसकी सास और जेठानी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर हुए पति और सास को गिरफ्तार कर लिया है । बताया जारहा है कि मृतका के पति और उसकी जेठानी के बीच अबैध सम्बन्ध थे जिसको लेकर अक्सर मृतका और आलमगिरी में बाद-विवाद हुआ करता था। 

इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष जटहां बाजार हश्चिन्द्र राम ने बताया कि उक्त मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

शनिवार, 6 जून 2015

पहले स्वयं पहने हेलमेट यातायात पुलिस- अतुल शर्मा



टाईम्स आफ  कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस प्रशासन ने सड़क दुर्घटनाओं को देखते बाईक सवारों को हेलमेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए यातायात पुलिस को भी हेलमेट लगाने का निर्देश दिया गया है।
जानकारी के अनुसार कुशीनगर में सड़क दुर्धटनाओं को ध्यान में रखते हुए यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। जिसको लेकर बाईक सवारों को हेलमेट लगाने की  हिदायत दी जा रही है।
हेलमेट लगाने को लेकर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर अतुल शर्मा द्वारा सख्त निर्देश दिये गयें है। जिसको लेकर उन्होने व्हाटसप मेंसेज के जरीये हेलमेट की बारीकी से जाॅच करने का निर्देश दिया है। साथ ही बाईक सवार हेलमेट लगाये इसके लिए यातायात पुलिस और होमगार्डो को भी हेलमेट लगाने  का निर्देश दिया गया है। उन्होने मेसेज में कहा है कि आल ट्रैफिक कास्टेवल एण्ड होमगाडर््स हेलमेट नेसेशरी फ्राम टूडे।
पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने बताया है यातायात पुलिस और होमगार्ड जब हेलमेट लगायेगें तो लोग भी  उससे प्रभावित होगें और हेमलेट लगाना शुरू कर देगे। 

150 वर्ष पूर्व स्थापित अद्भूत और चमत्कारी है यह शनि मंदिर



पूरी होती है शनिदेव के दरबार में हर मनोकामनाएं 
पूर्वजो की परम्परा को आगें बढ़ा रहे मंदिर के पुजारी कन्हैया शर्मा

अजय आचार्य
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । पूर्वांचल के पूर्वी-उत्तरी छोर पर नरायणी नदी के किनारे बसे कुशीनगर जिले में एक ऐसा शनि मन्दिर है, जिसके दर्शन मात्र से ही सारे कष्ट दूर हो जाते है। भगवान शिव के शिष्य और सूर्य के द्वितीय पुत्र शानिदेव की कृपा मात्र से ही न सिर्फ सारे कष्टों का अंत हो जाता है। बल्कि सुख के सारे द्वार भी खुल जाते है।
जिले के पडरौना नगर के विवाह भवन रोड स्थित इस शनि मन्दिर से कोई याचक निराश नही जाता है। करीब डेढ़ सौ साल पूराने इस मन्दिर में विराजमान शनिदेव की महिमा और चमत्कार के किस्से दुर-दुर तक फैले हुए है। यही कारण है कि इस प्राचीन मंदिर पर भक्तों का तांता हमेशा लगा रहता है। बताया जाता है कि सच्चे मन से मांगी गयी हर मुरादे यहां पूरी होती है।
ज्ञातव्य है कि भगवान शानिदेव के इस मन्दिर की स्थापना डेढ सौ वर्ष पूर्व स्वर्गीय जानकी प्रसाद ने एक छोटे से मंदिर के रूप की थी। बुढ़वा बाबा के नाम से प्रचलित जानकी दास शनिदेव की पूजा-अर्चना करते थे। इनके निधन के बाद राम निरंजनदास उत्तराधिकारी के रूप में वर्षो मंदिर की सेवा में लगे रहे, इनके मृत्युपरान्त पशुपतिनाथ शर्मा काफी दिनों शनिदेव के कृपापात्र बने रहे। इसके बाद कन्हैया शर्मा अपने पूर्वजों के परम्परा को आगें बढ़ा रहे है। ज्योतिगी ब्राहम्ण परिवार में जन्में मंदिर के पुजारी कन्हैया शर्मा कहते है कि शनिदेव के बारे में आम तौर पर भ्रांतिया व गलत धारणाएं फैली हुयी हंै। अधिकांश लोग शनिदेव को क्रूर, क्रोधी व कष्टदायक समझते है। शनि की साढ़ेसाती, शनि की ढैया, शनि की प्रतिकूल महादशा व अंतर्रदशा पीड़ा और संकट से घिर जाने के बाद शनिदेव की शरण में जाते है। जबकि शास्त्रों के अनुसार शनिदेव धर्माधिकारी है जो हमेशा कर्मो के अधार पर फल देते है। 
अनवरत बीस वर्षो से भगवान शानिदेव की पूजा अर्चना कर रहे कन्हैया शर्मा बताते है रख-रखाव के अभाव में यह मंदिर जीर्णधीर अवस्था में था। बीते कुछ वर्ष पूर्व शनिदेव ने उन्हंे सपने में मंदिर की जीर्णोद्वार कराने का निर्देश दिया तो वह सोच में पड़ गए कि यह सब कैसे होगा। अर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नही है कि अपने दम पर मंदिर का जीर्णोद्वार कर संकू। पुजारी श्री शर्मा ने बताया कि दुसरे दिन मंदिर के जीर्णोद्वार की बात वह अपने पडोसी से किए और शनिदेव द्वारा सपने में दिए गए निर्देश से अवगत कराया। फिर क्या पड़ोसी गोपाल शर्मा, कन्हैया शर्मा को अपने साथ लेकर शहर के सभ्रान्त और समाजसेवी लोगो से मिले और देखते ही देखते शनिदेव’ का अद्भूत और मनोहारी मंदिर का निर्माण हो गया। शनिदेव के मंदिर में संकट मोचन हनुमानजी जी भी विराजमान है।
मन्दिर में विराजमान शनिदेव की इस प्रतिमा की लम्बाई करीब दो फीट है। जिसे करीब डेढ़ सौ बर्ष पूर्व गोमेद पत्थर से बनाया गया था। मंदिर के पुजारी कन्हैया जी कहते है कि पहले वह हमेशा परेशान रहते थे। किसी काम को करने में मन नही लगता था आर्थिक तंगी के कारण वह मानसिक रूप से भी हमेशा उलझे रहते थे किन्तु जब से शनिदेव की शरण में गए सारे कष्ट दुर हो गए।
उन्होने बताया कि शनिदेव की कृपा से ही वह अपने पूर्वजों की परम्परा को आगे बढ़ा रहे है। बताया जाता है कि शनिदेव का दान सिर्फ ज्योतिगी ब्राहम्ण ही ग्रहण करते है। राजस्थान में ज्योतिगी ब्राम्हण की संख्या सर्वाधिक है जबकि अन्य शहर में इनकी संख्या सीमित है। मण्डल के गिने-चुने शनि मंदिर में सबसे प्राचीन मंदिरों में शुमार शनिदेव के इस मंदिर की अपनी अलग महत्ता है मंदिर की महिमा अपने आप में निराली है। शनिदेव के भक्तों का मानना है कि सच्चे मन से की गयी प्रार्थना को शनिदेव बहुत जल्द ही स्वीकार करते है और अपने भक्त को मनवाछित फल देते है। कहा तो यह भी जाता है कोई भी व्यक्ति इनके दरबार निराश नही लौटता है।
पैराणिक रूप में ऐसी मान्यता है कि देवाधि देव महादेव की तरह शनिदेव भी दयालु और कृपालु है। नवग्रहो में शनिदेव का विशेष महत्व है जो मानव जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। शनि की उत्पत्ति के विषय में शास्त्रों में कहा गया है कि सूर्य की पत्नी छाया के गर्भ से शनिदेव का जन्म हुआ, शनि के श्यामवर्ण को देखकर सूर्य ने अपनी पत्नी छायापर आरोप लगाया कि शनि मेरा पुत्र नही है। तभी से शनि अपने पिता सूर्य से शत्रुभाव रखते है। शनि ने अपने तप और साधना के बल पर भगवान शिव को प्रसन्न कर अपने जीवन के सार्थक उद्देश्य के लिए प्रार्थना की, तो भगवान आशुतोष ने शनिदेव को नवग्रहों में सर्वश्रेष्ठ स्थान पर बने रहने का वरदान दिया। 

सोमवार, 1 जून 2015

कुशीनगर में मेडिकल परीक्षाओं का एक साल्वर गिरफ्तार, तलाश जारी


बीएचयू में एमबीबीएस छात्र था साल्वर
साल्वर ने भी इलेक्ट्रानिक डिवाईस से ही पास की थी परीक्षा
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश की कुशीनगर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मेडिकल परीक्षाओं में इलेक्ट्रानिक डिवाईस के माध्यम से पैसे लेकर नकल कराने वाले एक साल्वर को गिरफ्तार कर लिया है। यह साल्वर कई मेडिकल परीक्षाओं में साल्वर का कार्य चूका है।
ज्ञातव्य हो कि 03.मई को आयोजित ए0आई0पी0एम0टी0 राजस्थान व 25 मई को सीपीएमटी की परीक्षा गोरखपुर में आयांेजित थी, जिसमे हरियाणा मे ंइलेक्ट्रानिक उपकरण के जरिये परीक्षा के समय प्रश्नो का उत्तर प्राप्त किये जाने वाले अभियुक्तो में एक अभियुक्त की लोकेशन जनपद कुशीनगर में मिलने की बात सामने आयीथी। जिसको लेकर हरियाणा पुलिस ने जनपद पुलिस से सहयोग की अपेक्षाकी थी। 
उसके बाद हरकत में आयी कुशीनगर पुलिस ने क्राइम ब्रान्च टीम के उ0नि0 अजय नारायन सिंह व उ0नि0 नवीनकुमार सिंह एवं का0 अनिल तिवारी, का0 रणजीत यादव, का0 अभिमन्यू सिंह, का0 आतीश कुमार, का0 रामभरोष, का0 सन्तोष कुमार, का0 सन्दीप भाष्कर का0 अमित सिंह, का0 चन्द्रभान वर्मा को इस कार्य के लिए लगाया गया था। 
कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस टीम द्वारा मुखबीरी सूचना के आधार पर सोमवार को 12ः00 बजे अभियुक्त विजय यादव पुत्र सत्यनारायन यादव सा0-रजवटीया थाना पटहेरवा जनपद कुशीनगर को अपने गाव से पुनः बनारास की तरफ भागने के दौरान कसया के गोपाल गढहाईवे से गिरफ्तार किया गया। उक्त सम्बन्ध में पूर्व मे ंही थाना पीजीआई एमएस रोहतक हरियाणा मे मुकदमा पंजिकृत है। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्त के पास से 02 मोबाईल व 03 सिमकार्ड व 02 पन्ने पर साल्वपेपर बरामद किया। 
अभियुक्त ने पुछताछ में बताया की वह बी0एच0यू0 मेडिकल कालेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। हाईस्कूल की परीक्षा वर्ष 2010 मे ंजनता इण्टर कालेज फाजिलनगर व इण्टरमिडिएट की परीक्षा वर्ष 2012 में बुद्ध इण्टर कालेज कसया से प्रथम श्रेणी मे ंउत्तीर्ण किया इसके बाद कानपुर ब्रेंवगार्ड कोचिग से सीपीएमटी की तैयारी करता था एक वर्ष पूर्व वह स्वंय 15 लाख रूपये बीर बहादुर नि0-बिहार को देकर इलेक्ट्रानिक डिवाइस के जरिये परीक्षा पास किया था। ंिजसमे वह ओ0बी0सी0 जोनल टापर था। पैसे की लालच में व पिता पर हुये कर्ज को चुूकाने के लिये स्वंय इस वर्ष दिनाक 03.05.2015 को राजस्थान में एवं दिनाक 25.05.2015 को गोरखपुर में पेपर साल्व कराया था। दिनाक 02/03.मई की रात दिल्ली में जाकर होटल में रूका वहाॅ विजय के अतिरिक्त 30-35 लोग वहाॅ पहुचे थे। दिल्ली से एक एयर कडिसन लालरंग की बस से हम लोग भोर के अन्धेरे में राजस्थान के रिसार्ट मे पहुचे। वहाॅ पूर्व से ही बैठने की व्यवस्था थी बास नाम के व्यक्ति ने सभी का मोबाइल जमाकरा लिया एवं जिन मोबाइल से नकल कराना था सभी उपलब्ध करा दिया गया ।
यहाॅ की परीक्षा मे ंनन्हे व सुजित ने बताया की परीक्षा ठीक नही हुयी है। पुनः लाल गाडी मे ंवापस आगये बनारस से अपने साथी कमलेश उर्फ स्वामी से मुलाकात की और रात में एक ट्रेन मुगलसराय से पकडकर 08ः00 बजे पटना मेडिकल कालेज पहुच गया। वहाॅ मेडिकल कालेज पटना की मेंस की प्रथम व द्वितीय तल पर 10-15 की संख्या में कुल 25 लोग एक साथ बैठकर फोन द्वारा पेपर साल्व कराये इस दौरान किसी का मोबाइल नही लिया गया और न ही बन्द किया गया। 
इस सम्बन्ध में कुशीनगर पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा ने बताया साल्वर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुछ-ताछ की जारही है, अन्य सम्बन्धित अभियुक्त भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगे। 

एयरपोर्ट अथार्टी की टीम कुशीनगर में


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में बनने वाले अन्र्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा निमार्ण को लेकर सरकार ने प्रयास शुरू कर दिया है। जिसका परिणाम है कि भारत सरकार के एयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडिया की पांच सदस्यीय टीम सोमवार को कुशीनगर पहुची।
उड्डयन विभाग के इस टीम के कुशीनगर पहुचने का मुख्य उद्देश्य प्रस्तावित हवाई अड्डा के निमार्ण की बनने वाली योजना के सापेक्ष एयरपोर्ट तथा अधिग्रहीत भूमि का सर्वे करना है।  हवाईअड़डा के निमार्ण को लेकर  दो दिवसीय दौरे पर कुशीनगर पहुंची यह टीम स्थलीय निरीक्षण के बाद जांच दल अपना रिपोर्ट केंद्र सरकार को देगी। माना जा रहा है कि इसके बाद एयरपोर्ट निर्माण के आगे की कार्रवाई शुरू हो जायेगी।
ज्ञातव्य हो कि प्रदेश सरकार के पीपीपी माडल पर किसी निर्माण एजेंसी के तैयार न होने पर प्रदेश सरकार ने हवाई अड्डा निमार्ण को लेकर उड्डयन विभाग को पत्र लिखा था। जिसको लेकर केंद्र सरकार ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए कदम बढ़ाया है। इसी के तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय की पांच सदस्यीय टीम दिल्ली से सीधे कुशीनगर सोमवार को पहुची।