सोमवार, 28 जुलाई 2014

जच्चा-बच्चा की मौत से सीएचसी सवालों के घेरे में


टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरों
दुदही, कुशीनगर । कुशीनगर सीएचसी दुदही पर जच्चा-बच्चा की मौत ने एक बार फिर स्वास्थ्यकर्मियों की पोल खोलकर रख दी है। स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा जो तर्क दिये गये हैं उनसे कई सवाल पैदा हो गये है। जिसकी आम जनता में काफी चर्चा है।

स्वास्थ्य विभाग के इस कार्य पर अब आम जन ने कई सबाल खड़ा कर दिये है। जिसमें हर जगह स्वास्थ्य विभाग की दोषी बताया जा रहा है। हास्पिटल में बांसगांव खास के सुरेन्द्र ने कहा कि प्रथम दृष्टया जब हाई ब्लडिंग थी तो उसके उपचार मे जल्दबाजी की जगह लापरवाही क्यों बरती गयी? दुसरा सवाल यह पैदा हुआ कि एम्बुलंेस 108 और 102 सीरीयस स्थिति में एक घण्टे देरी से क्यों पहुंचे? और तीसरा सवाल यह है कि जब जननी सुरक्षा योजना के तहत सीएचसी पर सारी सुविधायें मुफ्त हैं तो क्रमश सौ रुपये और उसके बाद पांच हजार की मांग क्यों की गयी?

इन सबालों पर कई चैराहो पर स्वास्थ्य विभाग को लोग घेरे में ले रहे है और विभाग को ही कसूरबार बता रहे है। पीडि़त के परिजनों सहित गांव के लोगों ने सारे मामले की जाॅच कराये जाने और उनकी खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। बरहाल जच्चा-बच्चा की मौत से परिजनों का बुरा हाल है। लड़का होने की खुशी  मातम में बदल गयी है।शायद जिसे विभाग न तो लौटा पायेगा नही उसकी भरपाई कर पायेगा।

लापरवाही ने ले ली एक और जच्चा-बच्चा की जान


टाईम्स आफ कुशी नगर ब्यूरों
दुदही,  कुशी नगर । उत्तर प्रदेश  के  कुशी नगर में दुदही सामुदायिक स्वा0 केन्द्र में सोमवार को करीब तीन बजे स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से जच्चा-बच्चा के मौत के का मामला प्रकाष में आया है।

परिजनों ने शव को हास्पीटल में रखकर पीएम कराने व स्वास्थ्यकर्मियों के विरुद्व मुकदमा लिखने पर अड़े गयेे। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर बिशुनपुरा को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग कर अडि़यल रवैया अख्तियार किये रहे।

सोमवार को बांसगांव खास निवासी सहादत अली अपनी 30वर्षीय पत्नी एयषा खातुन को बच्चा पैदायशी  के लिये दुदही सीएचसी पर करीब ग्यारह बजे आया। पुलिस को दिये तहरीर में षहादत ने बताया कि 12बजे स्टाफ नर्स ने उसके मरीज को देखा तब तक वह छटपटाती रही। मरीज देखने के बाद स्टाफ नर्स ने 100 रुपया मांगा। उसके बाद पांच हजार की मांग करने लगे। रुपये नही देने पर किसी ने देखभाल नही किया। और जच्चा-बच्चा दोनों की मृत्यु हो गयी।
शहादत सहित मृतका के अन्य परिजन कार्यवाही के लिये अड़े थे। वहीं फार्माशिस्ट को छोड़कर सभी कर्मचारी अस्पताल छोड़कर गायब मिले। फार्माशिस्ट अवधेष कुशवाहा ने बताया कि डा0 पीएन आर्या ने मरीज को सिरीयस देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। परन्तु परिजन रास्ते से पुनः वापस लौटा लिये। श्री कुशवाहा के अनुसार मरीज को ब्लडिंग हो रही थी और रेफर करते समय जीवित थी। उसे मरा बच्चा पैदा हुआ था। 102 को भी बुलाया गया परन्तु जो देर से पहुंचने की बात कही गयी थी।
थानाध्यक्ष हरिश्चन्द्र राम ने बताया कि मृतका के परिजनों ने तहरीर दिया है। मायके वालों को भी बुलाया गया है। कार्यवाही की जायेगी। समाचार लिखे जाने तक शव हास्पीटल में पड़ा था और परिजन कार्यवाही पर अड़े थे।

पच्चीस बर्ष के युवक ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मुत्यु



टाईम्स आफ कुषीनगर ब्यूरों
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश  के कुशीनगर में एक पच्चीस बर्षीय युवक ने राष्ट्रपति को पत्र भेकर इच्छा मुत्यु की गुहार लगाई है। युवक हृदय रोग से पिडि़त है। 

ज्ञातव्य हो कि नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के गांव सरपतही खुर्द निवासी व हृदय रोग से पीडि़त पवन (25) ने जीवन से तंग आकर राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहार लगायी है।

पवन के इलाज में घर की पुश्तैनी जमीन व मकान बिक गया है जिससे परिजनों के समक्ष दो जून की रोटी का भी संकट उत्पन्न हो गया है। इससे आजिज आकर उसने बीते दिनों राष्ट्रपति को पत्र भेज इच्छामृत्यु की इजाजत की गुहार लगाई थी।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेज पवन ने बताया है कि दो साल पूर्व अक्सर उसे बीमार रहते देख मां-बाप उसे इलाज के लिए पीजीआइ ले गए। जहां जांच में हृदय में सुराग होने की बात चिकित्सकों ने बताई। काफी दिनों तक चले इलाज के बाद चिकित्सकों ने बीमारी के इलाज के लिए आपरेशन आवश्यक बताते हुए तीन लाख रुपये का खर्च बताया। जबकि इसके पूर्व के इलाज में ही उसकी पुश्तैनी जमीन व मकान बिक चुका है। दरवाजे पर बची जमीन में वह पत्नी तथा बुजुर्ग मां-बाप के साथ जीवन गुजार रहा है। दो जून की रोटी का भी बमुश्किल इंतजाम हो पाता है, ऐसे में तीन लाख का इंतजाम असंभव है।

अब पवन की हालत यह है कि वह रोज तिल-तिल मरने को विवश है। अपने इस जिंदगी से तंग आकर ही उसने इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी थी। बता दें कि पवन के इलाज में मदद के लिए उसके बुजुर्ग मां-बाप जिला प्रशासन से लगायत जिले के जनप्रतिनिधियों के यहां गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई मदद न मिल सकी है।

डीआईजी के निर्देश पर हथियार नही लोड कर पाये थानाध्यक्ष व दरोगा



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की पुलिस के हाथों में जंग लग गया है। इन्हे पुनः ट्रेण्ड करने की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। जिसका खुलाशा डीआईजी संजीव गुप्ता के औचक निरीक्षण में हुआ।

डीआईजी संजीव गुप्ता मंगलवार को नेबुआ नौरंगिया थाने के  बैरकों और परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस के जवानों के खानपान के बारे में जानकारी ली। साधारण हैंडपंप को हटवाकर इंडिया मार्क टू हैंडपंप लगवाने का निर्देश दिया।

डीआईजी ने जवानों की कार्यकुशलता को परखने के लिए थानाध्यक्ष और दो एसआई को हथियार लोड करने को कहा। जिसमें तीनों इसमें असफल रहे। वहीं डीआईजी के कहने पर पुलिस के जवान चिली बम का इस्तेमाल करने में भी असफल रहे।

इस पर डीआईजी ने पुलिस के जवानों को ट्रेनिंग दिलाने के लिए एसपी को निर्देश दिया। इस अवसर पर डीआईजी ने थाना परिसर में पौधरोपण भी किया। उन्होंने थाना परिसर के तालाब का सुंदरीकरण और उसमें मछलियां डालने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने शौचालयों और पुराने भवन की मरम्मत कराने का निर्देश दिया। इस दौरान डीआईजी ने चैकीदारों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बेहतर काम करने वाले चैकीदार पुरस्कृत किए जाएंगे। उन्होंने चैकीदारों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। एक चैकीदार ने थाना प्रभारी पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। डीआईजी ने जांच का निर्देश दिया। उन्होंने थाने के असलहों का भी मुआयना किया।

इस दौरान एसपी ललित कुमार सिंह, सीओ गोरखनाथ, एसओ जयवर्धन सिंह आदि मौजूद थे।

इन्सेफलाईटिस ने फिर एक मासूम कों लिया अपने आगोश में



टाईम्स आफ कुशी नगर ब्यूरों
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश  के कुशी नगर में इन्सेफलाईटिस ने फिर एक मासूम कों अपने आगोश में ले लिया। वही दो और मासूम अभी इस बीमारी से कराह रहा है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के मोतीचक विकास खंड के ग्राम सभा सोढ़रा गांव निवासी निकेश पुत्र बेगलाल की डेढ़ माह की पुत्री खुशी को दो सप्ताह पूर्व तेज बुखार के साथ झटका आने लगा। परिजन उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज ले गए, जहां से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।

लगभग 10 दिन तक मेडिकल कालेज में इलाज के बाद वह घर आई तो दूसरे दिन ही मौत हो गई। उसी परिवार की 20 वर्षीय प्रमिला पुत्री बेग लाल व ढाई वर्षीय शिवम भी तेज बुखार की चपेट में हैं। घर में एक बच्ची की मौत होने तथा दो के बीमारी के चपेट में होने के कारण परिजनों के होश उड़ गये हैं। वहीं आसपास के लोग भी इस संक्रामक बीमारी के फैलने से आशंकित हैं।

इस सम्बन्ध में प्रधान लालजी मिश्र का कहना है कि लोहिया समग्र गांव में चयनित है। बार बार उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने के बाद भी पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी मोतीचक डा. ए के चैधरी ने बताया कि गांव में क्लोरीन की गोलियां भेजी गई हैं। फागिंग की व्यवस्था भी कराई जा रही है।

गुरुवार, 24 जुलाई 2014

कुशीनगर के दो युवक सहित 40 भारतीय इराक में बनाये गये है बन्दी


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर । खाड़ी देश ईराक में 40 भारतीयों को बन्धक बनाया गया है। जिसमें दो युवक कुशीनगर के है। इराक की विगड़ती स्थिति को देखते वतन लौटने के लिए परेशान भारतीयों को कम्पनी के मालिक ने पासपोर्ट लेकर  कमरें में बन्द कर दिया।

इस बात की जानकारी उस समय हुयी जब नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के ग्राम रायपुर के चंदन बरवा निवासी पारस ने  खाड़ी देश इराक से अपने पिता के पास फोन किया। उसके साथ उसका मित्र शक्लदेव यादव भी वहां 40 अन्य भारतीयों के साथ एक कोठरी में बंधक बना लिया गया है।
कम्पनी मालिक द्वारा इन दोनों का पासपोर्ट भी रख लिया गया है। बताया जाता है कि उक्त दोनों ग्रामीण मित्र 4 एम स्टील कम्पनी ग्राम बनिया जिला बेबीलोन इराक में कार्य कर रहे थे। लेकिन इराक में बिगड़े हालात को देखकर जब दोनों ने वतन आने की बात कही तो कम्पनी के मालिक द्वारा उनको घर नही आने दिया जा रहा है।

इराक से ही पारस व शक्लदेव ने अपने घर पर फोन कर बताया कि यहां पर लड़ाई चल रही है। कब क्या हो जायेगा ?, कोई नही जानता। मालिक ने हम लोगों का पासपोर्ट अपने पास रख लिया है। वतन जाने के लिए दबाव बनाया तो हमारे अलावा 40 और भारतीय नागरिकों को एक कमरे में बंद कर दिया गया है। एक मोबाइल अपने पास छुपा कर रखा हूं, उसी से बात हो रही है। अब यह भी बंद होने वाला है। आप लोग भारत सरकार से कहो कि हमारी मदद करे। वहीं उनके बच्चे भी अपने पापा के घर आने की आस लिये टकटकी लगाये हुए हैं।

इस सम्बन्ध में पारस के पिता रामजी का कहना है कि ‘‘ क्या किया जाये हमारे समझ में नही आ रहा है। भारत सरकार तक हमारी बाते कौन पहुचायेगा। किससे कहूॅ समझ में नही  आ रहा है।

तीन गोबंशीय पशुओं के साथ तस्कर गिरफ्तार





टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पशु तस्करी के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस 01 अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।

इसके साथ पुलिस ने वाहन सहित तीन गोबंशीय पशुओं को भी बरामद किया है। कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक  थाना पटहेरवा पुलिस ने मंगलवार को अभियुक्त अनीस अंसारी पुत्र शाहबजान अंसारी सा0 शंकरपुर थाना तुर्कपट्टी जनपद कुशीनगर तीन गोवंशीय पशुओं को बध के लिए ले जा रहा था।

जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके कब्जे सेे एक अदद पिकप और उस पर लदेे 01 राशि गाय व 02 राशि बैल सहित 03 राशि गोवंशिय पशु बरामद किया गया। साथ ही अभियुक्त के खिलाफ गोवध निवारण अधिनियम व 11 पशु क्रूरता अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कर उसे जेल भेज दिया गया।

चोरी की चार मोटरसाईकिल के साथ दो अभियुक्त गिरफ्तार



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश की कुशीनगर पुलिस ने चोरी की 04 मोटर साइकिल के साथ दो 02 अभियुक्तों को  गिरफ्तार किया है।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनसार जनपद के थाना तुर्कपट्टी पुलिस ने मंगलवार को गोलू उर्फ सत्यप्रकाश पुत्र कन्हैया सिंह हसुआ थाना नौतन जनपद सिवान, राधेश्याम यादव उर्फ शिवपूजन पुत्र रामअवध साकिन छहू थाना तुर्कपट्टी जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की चार अद्द मोटर साइकिल प्लेटिना बिना नम्बर की चेचिस नं0 एमडी20डीडीजेडजेडपीपीजे81806 इंजन नं0बीयूयूडीपीजे 57190, हीरो होन्डा ग्लैमर बीआर 28 सी 0936, पैसन प्रो बिना नम्बर चंचिस नं0   एमबीएलएचए10 ईडब्लू सीजीबी 41859 इंजन नं0 एचए10ईडीसीडी9113 , पैसन प्रो0 यूपी0 52 क्यू0 8234 बरामद किया।

मंगलवार, 22 जुलाई 2014

कुशीनगर में पिछले चैबीस घण्टों के दौरान दो की मौत चार घायल



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पिछले चैबीस घण्टों के दौरान अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुए हादसों में दो की मौत के साथ चार अन्य घायल हुए है।

कुशीनगर के खड्डा थानाक्षेत्र के ग्राम सभा रामपुर गोनहा स्थित रेलवे के समपार फाटक के समीप सोमवार की देर सिसवा बाजार जा रही एक बाइक व सिसवा बाजार की ओर से खड्डा की ओर आ रही ईट लदी एक ट्रैक्टर-ट्राली की आपसी भिडंत हो गई जिसमें बाइक होण्डा साइन पर सवार रहे महराजगंज जनपद के कोठीभार थानाक्षेत्र के घीउहवा गांव निवासी ऋषिकेश गोंड उम्र 18 वर्ष व कामरान पुत्र सुभान अली उम्र लगभग 20 वर्ष घायल होकर मौके पर ही गिर पड़े।

घटना की खबर पर आस-पास के ग्रामीण भी इकठ्ठा हो गये। सूचना मिलने पर मुकामी पुलिस के एस आई सजनू यादव मयफोर्स मौके पर पहुंच घायलों को जरिये सरकारी एम्बुलेन्स प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खड्डा पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने ऋषिकेश गोंड को मृत घोषित कर दिया तथा घायल कामरान का प्राथमिक उपचार करने के पश्चात स्थिति गंभीर देख संयुक्त जिला चिकित्सलय पडरौना के लिए रेफर कर दिया। वहां इलाज चल रहा है, स्थिति नाजुक बनी हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक ऋषिकेश गोंड अपने घर से अपने पिता से 50 रूपया लेकर सिसवा स्थित महात्मा गांधी इंटरमीडिएट कालेज में पढ़ने आया था। वह वहां 9वीं का छात्र था।खड्डा पुलिस ने इस घटना के बावत ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में ले लिया है। चालक फरार बताया जा रहा है।
वही श्रावण मास में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के कुरमौल उर्फ सोहनपुर से दर्जन भर युवक टैक्टर से नारायणी नदी में जल भरने जा रहे थे। ट्रैक्टर पर संगीत के लिए लाउड स्पीकर व अन्य यंत्र लगाया गया था। शिव भक्त कुछ नीचे उतर कर शिव भक्ती के गानो पर थिरक व डांस करते हुए घिरे-घिरे जा रहे थे। कुरमौल से खिरकिया स्थान जाने वाली पीच सड़क विन्दवलिया के पास ज्यों ही पहुचे कि सड़क के बीच से गुजरने वाली विद्युत तार से ट्रैक्टर पर रखे लाउड स्पीकर से टकरा गया।
उस समय बिजली मौजूद थी जिसका अन्दाज शिव भक्तों को नहीं था। विद्युत स्पर्षाघात होते ही टैक्टर पर बैठे संजय कुमार प्रसाद, रविन्द्र निषाद, मन्टू निषाद, टूल्लू प्रसाद घायल हो गये। घायलों को तत्काल जिला चिकित्सालय रविन्द्रनगर धूस पर ग्रामीणों के सहयोग से दाखिला कराया गया। वही अपती का पोता जीवन व मौत से जुझ रहा था। हालत काफी गम्भीर होने के कारण उसकी मौत हो गयी। तीन युवकों की हालत में सुधार होने की दशा में परिजन घर लाये।

बिना अनुमति के बीपीएल में संशोधन पर धरायेे ग्राम विकास अधिकारी


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बिना किसी अनुमति के बीपीएल सूची में संशोधन कर गैर पात्रों का नाम जोड़ने के मामले में ग्राम विकास अधिकारी शंभू प्रसाद यादव को निलंबित कर दिया गया है।

कुशीनगर के विशुनपुरा विकास खंड में तैनात ग्राम विकास अधिकारी शंभू यादव ने अपने स्पष्टीकरण में स्वीकार किया है कि बीपीएल सूची के लाभार्थियों के सम्मुख अंकित जाति का कोई व्यक्ति ग्राम पंचायत में उपलब्ध न होने की दशा में उसी नाम के अन्य जाति के वंचित लोगों का नाम सूची में जोड़ दिया।

जांच में बिना सक्षम अधिकारी के बीपीएल सूची में हेराफेरी का आरोप सही पाया गया। आरोप है कि इन्होंने रूगदी देवी पत्नी जीउत को आवास दिया जबकि इनके दो पुत्रों नंदलाल व विक्रम को भी आवास दिया गया है। इस प्रकार एक ही घर में तीन लोगों को आवास देकर शासकीय धन का दुरुपयोग किया गया है। आरोपी ग्राम विकास अधिकारी ने पक्का मकान होने के बावजूद पतासी पत्नी जीउत को नियम विरुद्ध आवास मुहैया कराया।

ग्राम विकास अधिकारी पर लगे आरोपों के सही पाए जाने पर उन्हे निलंबित करने के बाद जिला विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी को विशुनुपरा विकास खंड से हटाकर पडरौना ब्लाक से संबद्ध करते हुए इनके प्रकरण की जांच के लिए खंड विकास अधिकारी तमकुही को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।

शादी का झांसा देकर तीन माह तक यौन शोषण के बाद छोड़ दिया बेसहारा


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुबेरस्थान, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक युवक पर शादी का झांसा देकर तीन माह तक यौन शोषण करने के बाद छोड़ देने के मामले में एक युवती ने पुलिस अधीक्षक को से न्याय की गुहार लगायी है।

कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने अपने ही घर के सामने रहने वाले एक युवक पर शादी का झांसा देकर बहला फुसला कर भगाने और यौन उत्पीड़न के बाद गर्भ ठहरने पर शादी से इनकार करने की स्थिति से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया और प्रार्थना पत्र के माध्यम से न्याय की गुहार लगायी है। युवती ने प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसे युवक शादी का झांसा देकर आज से तीन माह पूर्व बहला फुसलाकर दिल्ली भगा ले गया। वहां पूरे तीन माह तक शारीरिक शोषण किया जब उसे गर्भ ठहर गया और उसनेे शादी का दबाव बनाया तो इन्कार करते हुए वह पल्ला झाड़ लिया। मुझे वहां बेसहारा छोड़ दिया तो किसी तरह यहां पहुंची। पीडि़त युवती ने पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह से कार्यवाई की मांग करते हुए न्याय दिलाने की मांग की।   इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष को मामले की जांच कर युवती को न्याय दिलाने का निर्देश दिया।

कुशीनगर में चार वारण्टियों सहित सात गिरफ्तार


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश की कुशीनगर पुलिस ने पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह के निर्देश पर वारण्टी, वांछित अभियुक्तों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 03 वांछितों सहित 04 वारण्टी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
 कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार थाना को0 हाटा पुलिस द्वारा मंगलवार को को वांछित अभियुक्तगण गुड्डु मिश्रा पुत्र नागेन्द्र मिश्रा, केशव मिश्रा पुत्र श्रीपत साकिनान धरमौली थाना को0 हाटा जनपद कुशीनगर, किशुन उर्फ कृष्ण पुत्र मातादीन सा0 नौगावा थाना गौरीबाजार जनपद देवरिया को गिरफ्तार किया गया। वही थाना तुर्कपट्टी पुलिस ने मंगलवार को ही वारण्टी अभियुक्त मुखलाल पुत्र कौलेशर सा0 दहारी पट्टी थाना तुर्कपट्टी जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया गया।
इसी क्रम में थाना बरवापट्टी पुलिस द्वारा वारण्टी अभियुक्त सुरेन्द्र पत्र शंकर सा0 अमवादिगर थाना बरवापट्टी जनपद कुशीनगर, व वारण्टी अभियुक्तगण अंगद पुत्र भीखम, नत्थु पुत्र रामबली, कमलेश पुत्र नत्थु साकिनान रामपुर बरहन थाना बरवापट्टी जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

रविवार, 20 जुलाई 2014

कुशीनगर में चार लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ पास्को




टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
पडरौना, कुुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पडरौना थानें की पुलिस ने रविवार को चार लोगों के खिलाफ पास्को एक्ट का अभियोंग पंजीकृत किया गया है। हालाकि आरोपियों अभी हिरासत से बाहर बताये जा रहे है । 

कुशीनगर के पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के छावनी मोहल्ला स्थित मुगलपुरा निवासी 22 बर्षीय बालिका ने पुलिस को तहरीर देकर सूचना दिया कि मोहल्ले के आधा दर्जन लोग गोलवन्द होकर हमको जबरन कमरे में खीच ले गये और कमरे के भीतर जबरन छेड़खानी करने लगे जिसका विरोध करने पर चीखने चिल्लाने की अवाज सून चचेरे भाई व पिता बीच बचाव करने गये जिन्हे उक्त लोगों ने गाली गुप्ता देते हुए लोहे की राड से प्राणघातक हमला कर घायल कर दिया।इस मामलें को संज्ञान में लेते हुए पडरौना कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पास्कों सहित विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया है।

तस्करी के लिए ले जाये जा रहे तीन गोवंशीय पशु बरामद


टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
कुुशीनगर।कुशीनगर में पशु तस्करी को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह के निर्देश पर चलाये जारहे अभियान में पशु तस्करी के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए पुलिस ने एक पिकप सहित 03 गोवंशीय पशु बरामद किया है।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार जनपद के थाना नेबुआ नौरंगिया पुलिस ने शनिवार को तस्करी के लिए ले जाये जा रहे एक पिकप पर लदेे 02 राशि गाय व 01 राशि बैल सहित 03 राशि गोवंशिय पशु बरामद किया। साथ ही इस मामलें में गोवध निवारण अधिनियम का अभियोग पंजीकृत किया है।

कुुशीनगर में दो बाछितों के साथ 16 बारन्टी गिरफ्तार

टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
पडरौना, कुुशीनगर।कुशीनगर पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह के निर्देश में पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों से 02 वांछित सहित 16 वारण्टी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार जनपद के थाना तुर्कपट्टी पुलिस द्वारा रविवार को वारण्टी मनीश पुत्र जितेन्द्र सिंह सा0 खिरिया थाना तुर्कपट्टी जनपद कुशीनगर, जयश्री नट पुत्र हदीश सा0 खिरिया थाना तुर्कपट्टी जनपद कुशीनगर , मुडिधर पुत्र बच्चु यादव, सहित अमरनाथ पुत्र मुडिधर साकिनान तरैया महन्थ पट्टी थाना तुर्कपट्टी जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया गया। वही थाना कसया की पुलिस ने वारण्टी अभियुक्त सिकन्दर अली पुत्र सद्दीक सा0 डिहवा खुर्द थाना कसया जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया गया। इसी क्रम में थाना पटहेरवा पुलिस द्वारा रविवार को ही उमेश पुत्र इन्द्राशन, गोलू पुत्र खुबलाल साकिनान धनौजी खाश थाना पटहेेरवा जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया गया।

थाना सेवरही पुलिस ने वारण्टी बाबुलाल पुत्र नथुनी सा0 कस्बा सेवरही थाना सेवरही, थाना खड्डा पुलिस ने वारण्टी भगवान दास पुत्र जमुना सा0 सोनवरसा थाना खड्डा, थाना नेबुआ नौरंगिया पुलिस ने गोधन पुत्र विशुन, योगंेन्द्र पुत्र गोधन साकिनान पिपरा बाजार थाना नेबुआ नौरंगिया, व वारण्टी दशरथ पुत्र रामवृक्ष, विक्रम पुत्र रामवृक्ष साकिनान मडार विन्दवलिया थाना नेबुआ नौरंगिया, वही थाना हनुमानगंज पुलिस ने वारण्टी रमा भारती पुत्र भेला सा0 केशव छपरा व वारंटी हरिशंकर पुत्र सीताराम सा0 रामपुर जंगल एवं वारण्टी कोलाई पुत्र मोती सा0 रामपुर जंगल थाना नेबुआ नौरंगिया, थाना को0 हाटा पुलिस द्वारा पाक्सो एक्ट में वांछित पप्पु उर्फ धर्मेन्द्र पुत्र चन्द्रभान यादव सा0 सेमरी महेशपुर थाना को0 हाटा जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ थाना विशुनपुरा पुलिस द्वारा वांछित अभियुक्त शम्भु पुत्र ध्रुप सा0 सेमरिया थाना को0 पडरौना जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

चीनी मिलों पर बढ़ा दबाव, जारी हुयीं आरसी


प्रदेश की 44 चीनी मिलों में कुशीनगर की कप्तानगंज चीनी मिल भी शामिल

टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
कप्तानगंज, कुुशीनगर।प्रदेश की चीनी मिलों पर बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान दिलाने के लिए निर्धारित समय सीमा के करीब आते ही सरकार ने चीनी मिलों पर दबाव बढ़ा दिया है।
पिछले जून महीने में प्रदेश की जिन 57 चीनी मिल मालिकों व बड़े अधिकारियों के खिलाफ गन्ना मूल्य का भुगतान न देने के आरोप में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत आपराधिक मुकदमें दर्ज कराये गये थे, उनमें से 44 चीनी मिलों के खिलाफ गन्ना आयुक्त ने अब आरसी जारी कर दिया है। इसके आधार पर सम्बन्धित जनपदों में चीनी मिलों के चीनी गोदामों व बैंक खातों को सीज करने के साथ ही कुर्की की कार्यवाई करने की भी तैयारी शुरू हो गयी है।
जानकारी के मुताबिक जिन चीनी मिलों के खिलाफ बकाये गन्ना मूल्य की वसूली के लिए आरसी जारी हुयी है, उनमें  कुशीनगर जिले की कप्तानगंज चीनी मिल भी शामिल है। इस मिल ने अभी गन्ना मूल्य के मद में 33 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को नहीं दिया है।
सभी को मालूम है कि किसानों की ओर से उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका पर सुनवाई के क्रम में अदालत की दो सदस्यीय खण्ड पीठ ने सरकार को गत 1 जुलाई को आदेश दिया था कि वह हर हाल में अगले 23 जुलाई तक बकाये गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान कराये और दूसरे दिन यानी 24 जुलाई को अदालत में वसूली से सम्बन्धित रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये।
अदालत के इस आदेश के बाद गन्ना आयुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने चीनी मिल वालों को बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान कर देने की शख्त हिदायत दी थी और निर्देशित किया था कि अगर हीलाहवाली हुई तो सरकार उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों के आधार पर सख्ती से गिरफ्तारी कराने और आरसी जारी कर कुर्की आदि की कार्यवाई के जरिये बकाये रकम की वसूली कराने के लिए विवश हो जायेगी।
गन्ना आयुक्त की इस चेतावनी के बाद बकायेदार मिलों में गन्ना मूल्य के मद में कुछ धनराशि का भुगतान किसानों के बैंक खातों में किया है, लेकिन स्थिति संतोषजनक नहीं है।
सूत्रों की माने तो अदालत में रिपोर्ट देने की तिथि सिर पर सवार होने से सरकार के दबाव में आने का ही यह नतीजा है कि अब इस जिले की कप्तानगंज चीनी मिल समेत 44 बकायेदार चीनी मिलों के खिलाफ आरसी जारी कर दी गयी।जिसमें सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को आरसी के आधार पर बकायेदार मिलों के चीनी गोदामों को अपने कब्जे में लेने व बैंक खातों को सीज करने के साथ ही कुर्की की भी कार्यवाई शुरू करने का आदेश दे दिया गया है।
वही अगले 21 जुलाई को गन्ना आयुक्त श्री शर्मा ने प्रदेश के सभी जिला गन्ना अधिकारियों व उप गन्ना आयुक्तों की लखनऊ में बैठक बुलाई गयी है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में बकाये गन्ना मूल्य की स्थिति की समीक्षा के साथ ही बकाया रकम का भुगतान किसानों को दिलाने के लिए अब तक की गयी कार्यवाई की समीक्षा की जायेगी।
जबकि बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान कराने के लिए अदालत द्वारा निर्धारित की गयी अंतिम तिथि सिर पर सवार है और सरकार को अगले 24 जुलाई को ही इस बाबत अदालत में रिपोर्ट भी देनी है।

करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं सुधरी व्यवस्था


टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
तमकुहीराज, कुुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बच्चों की शिक्षा पर सरकार प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। इसके बाद भी स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।
कुशीनगर में सबसे बूरी स्थिति विकास खण्ड तमकुही राज की है। जहां पर कहीं छात्र नहीं हैैं, तो अधिकांश जगहों पर शिक्षक ही नहीं हैं। अनेक ऐसे विद्यालय भी हैं, जो सिर्फ कागजों में ही संचालित होते हैं। ऐसी स्थिति में उन अभिभावकों के सामने जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है, अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है।
शैक्षिक दृष्टि से पूरे जिले के चैदह विकास खण्ड को सामान्य और पिछड़े ब्लॉक के रूप बांटा गया है। जो ब्लॉक पिछड़ी श्रेणी में रखे गए हैं, उनकी तरफ से विशेष ध्यान देते हुए शिक्षकों की नियुक्ति एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराए गए हैं। जबकि सामान्य श्रेणी के ब्लॉकों की तरफ विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। तमकुही विकास खंड को सामान्य वर्ग में रखा गया है। इसके पड़ोस का ब्लॉक सेवरही पिछड़ी श्रेणी में होने के कारण बेहतर स्थिति में हैं।
जानकारी के मुताबिक तमकुही ब्लॉक में प्राथमिक और जूनियर मिलाकर कुल 222 विद्यालय हैं। जबकि तैनात कुल शिक्षकों की संख्या 130 है। इसमें चार शिक्षक एबीआरसी, 11 एनपीआरसी और एक एमडीएम प्रभारी के पद पर तैनात हैं। इनके जिम्मे विभागीय कार्य का इतना बोझ है कि शिक्षण कार्य नहीं कर पाते।
प्राथमिक एवं जूनियर शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं मंत्री पद पर दो दो शिक्षक निर्वाचित हैं, जिन्हें संगठन के कार्य से फुरसत नहीं मिल पाती। इस तरह 130 शिक्षकों में से 19 ज्यादातर समय शिक्षण कार्य से विरत रहते हैं। यही कारण है प्राथमिक विद्यालय मेंहदिया, हौदा, पुरानी तमकुही, सपहीं टड़वा, सरेया पटखौली सहित कई विद्यालयों पर न तो शिक्षक हैं और न ही शिक्षामित्र। इसी तरह जूनियर विद्यालय मोरवन मठिया, धुरिया इमिलिया, लछिया, इंद्रजीत सिंह टोला, बसंतपुर, पुरैना कटेया, कोरया भेलयां आदि विद्यालय शिक्षक विहीन हैं। अभिभावकों का कहना है कि अधिकांश विद्यालय सिर्फ कागज में ही संचालित हैं। इन लोगों ने तमकुही विकास खंड के विद्यालयों में शिक्षकों की अविलंब तैनाती कर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की मांग की है।

दत्तात्रेय के शिष्य सिद्धनाथ की समाधी बनी आस्था का केन्द्र


टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
पडरौना, कुुशीनगर। भगवान दत्तात्रेय के शिष्य बाबा सिद्धनाथ की समाधी सिद्ध स्थल के रूप का केन्द्र बन गयी है। पडरौना नगर से पूरब महज 5 किमी की दूरी पर पडरौना-सेवरही मुख्य मार्ग के सटे किनारे स्थित इस मन्दिर का निमार्ण सौकड़ों साल पहले हुआ था।
जानकार बताते है कि तकरीबन 5000 वर्ष पूर्व भगवान दत्रातेय के शिष्य बाबा सिद्धनाथ के पडरौना से 5 किमी दूर निर्जन स्थान पर जिंदा ही प्रविष्ट हो गए थे।  वही समाधी स्थल के महन्थ योगेश्वर नाथ बताते है कि मुगल शासक अकबर ने बाबा सिद्धनाथ के स्थान के महात्म को देखते हुए इनके नाम से परगना घोषित किया। जिसका जिक्र अब्दुल फजल ने आईने-ए-अकबरी में 167 न. पेज पर किया था। इसीलिए इस स्थल का ऐतिहासिक महत्व है। यहां के विशाल भू-भाग पर अब पांच मंदिर बने हैं। यहां वर्षपर्यत श्रद्धालुओं के आने जाने का सिलसिला लगा रहता है।
सिद्धनाथ को भगवान शिव का अंश मानते हुए लोग श्रावण माह में जलाभिषेक भी किया करते है। जिसको घ्यान में रखते हुए श्रावण माह में मंदिर की विशेष सफाई की गई है। सुदूर क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने की भी व्यवस्था बनाई गई है। भक्तों के लिए भंडारा का आयोजन किया गया है। खास बात कि दर्शन के अलावा शादी विवाह व अन्य धार्मिक आयोजन परिसर में किए जाते हैं। यहां हृदय से मांगी गई हर मन्नत पूरी हो जाती है। यहां आने वाले भक्तों की सेवा से जो सुखद अनुभूति होती है उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

इतालवियों ने माना धर्म नहीं एक कला है बुद्धिज्म


टाईम्स आफ कुशीनगर ब्यूरो।
कसया, कुुशीनगर। बुद्धिज्म धर्म नही एक कला है। जो जीवन को सहज और सरल तरीके से जीना सिखाता है। जिसका असर साफ-साफ इतालवी नागरिकों पर देखने को मिला।
भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में आये कैथोलिक धर्म को अपनाने वाले इटली के नागरिक बुद्धिज्म को धर्म नहीं बल्कि एक कला के रूप में देखते हैं। जिसके कारण मेडिटेशन, ध्यान और योग की पद्धतियों को इटली में तेजी से लोकप्रियता मिल रही है।
शनिवार को कुशीनगर आए इतालवी नागरिकों ने अपनी धर्म की खूबियों से बौद्ध धर्म की तुलना कर इसके गहराई में शान्ति पाया। अपने अनुभव को साझा करते हुए कुछ इतालवी नागरिकों में शिसली की एलिसा मानती है कि बुद्ध अपने जीवन काल में भले ही इटली न पहुंच पाए पर इटली के नागरिक बुद्ध के उपदेश, ज्ञान व कला से अनभिज्ञ नहीं हैं। कॉरपोरेट जगत से जुड़ी एलिसा का कहना है कि बुद्धिज्म बिना किसी को नुकसान पहुंचाए जीवन को सहज व सरल तरीके से जीने की कला सिखाता है।
वही शिशु कल्याण कार्यक्रमों से जुड़ी रोम की सिल्विया माने तो इटली एक कृषि प्रधान देश है। आज भी वहां परंपरागत तरीके से खेती होती है। खेती की व्यस्तताओं के बीच भी वहां के किसान भी ध्यान और योग के लिए समय निकाल लेते हैं। वही कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़े फ्यूसनस ने एक दूसरे देशों की तकनीक व शिक्षा को साझा करने की जरूरत की वकालत की। मिलान में रेशमी वस्त्र बनाने के कारोबार से जुड़े ऐलियस भारत रोम के प्राचीन संबधों को पुनर्जीवित करने के पक्षधर दिखें हैं।
इस दौरान दल के सदस्य मरीशा, एलिसन, ट्रालीपार्डिपोर्ट, मरियम, जूलियट आदि ने कहा कि बुद्ध का विपश्यना साधना पद्धति संपूर्ण विश्व में तेजी से फैल रहा है। बुद्धिज्म विश्व में समानता की बात कहती है। उन्होंने कहा कि कुशीनगर बौद्धों की महातीर्थ स्थली होने के कारण यहां की भूमि काफी उर्वरा है। यह संदेश पूरे विश्व में फैला है। यहां साधना के लिए लोग आना चाहते हैं।

शुक्रवार, 18 जुलाई 2014

कुशीनगर में नौ वांछितों के साथ एक वारन्टी गिरफ्तार


    
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । कुशीनगर पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह ने निर्देश चलाये जारहे अभियान के तहत कुशीनगर पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से वारण्टी एवं वांछित अभियुक्तों के विरूद्ध कार्यवाही करते 09 वांछित व 01 वारण्टी अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार थाना पटहेरवा पुलिस ने शुक्रवार को वांछित अभियुक्तगण   नेपाल गुप्ता पुत्र विश्वनाथ गुप्ता, जितेन्द्र गुप्ता पुत्र प्रयाग गुप्ता, बिट्टू गुप्ता पुत्र नेपाल गुप्ता साकिनान बेलवा कारखाना थाना पटहेरवा जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया है।

वही थाना कुबेरस्थान पुलिस ने गुरूवार कोे एससी/एसटी एक्ट में वांछित अभियुक्त मैनुद्दीन पुत्र करीम साकिन चकिया थाना कुबेरस्थान जनपद कुषीनगर को गिरफ्तार किया हैं। साथ ही थाना कप्तानगंज पुलिस द्वारा शुक्रवार को ही 3/4 डी0पी0 एक्ट में वांछित अभियुक्त महेन्द्र शर्मा पुत्र जंगी शर्मा साकिन विशुनपुरा थाना कप्तानगंज जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया है। थाना कप्तानगंज पुलिस ने गुरूवार को वांछित अभियुक्ता अतिराजी देवी पत्नी हरी प्रसाद साकिन सतभरिया थाना कप्तानगंज जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया गया। थाना तरयासुजान पुलिस ने को उसी दिन वांछित अभियुक्त विनोद पुत्र हरीलाल नोनिया साकिन तमकुहीराज नोनियापट्टी थाना तरयासुजान जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ

थाना खड्डा पुलिस ने शुक्रवार को 3 ख/4 पास्को एक्ट में वांछित अभियुक्त संजय यादव पुत्र सौखी यादव साकिन शिवदत्त छपरा थाना खड्डा जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ा सेवरही थाने की पुलिस ने शुक्रवार को अभियुक्त शमसाद पुत्र मुन्नी साकिन तमकुहीराज थाना तरयासुजान जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की 770 रू बरामद किया गया। वही पडरौना कोतवाली थाने की पुलिस ने शुक्रवार वारण्टी अभियुक्त लालबाबू पुत्र रामचन्द्र साकिन जंगल अमवा आन्नद नगर थाना को0 पडरौना जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया हैं।

दो बलात्कारियों के खिलाफ दर्ज हुआ गैंगेस्टर


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र में एक माह पूर्व हुए बलात्कार की घटना के आरोपियों को गैगेस्टर में निरूद्ध किया गया है ।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार जनपद के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र में ग्राम जंगल सिसवा टोला रामनगर में एक माह पूर्व हुए बलात्कार की घटना के आरोपियों जर्नाधन कुशवाहा पुत्र नगीना निवसी जंगल सिसवा टोला रामनगर, पिन्टू यादव पुत्र रामदेव यादव निवासी लक्ष्मीपुर थाना कुबेरस्थान के खिलाफ गैगेस्टर एक्ट में कार्यवाही करते हुए कुबेरस्थान पुलिस ने अभियुक्तगणो के विरूद्ध थाना कुबेरस्थान में यू0पी0 गैगेस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। अभियुक्त जर्नाधन कुशवाहा, पिन्टू यादव गिरफ्तार कर जेल में निरूद्ध है।  

चोरी के बोलेरो के साथ लूटेरा गिरफ्तार



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश कीे कुशीनगर पुलिस ने चोरी की बोलेरो के साथ एक शातिर वाहन चोर गिरफ्तार किया है। वही उसकी सहयोगी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार कप्तानगंज थाने की पुलिस ने जनपद कुशीनगर की स्वाट टीम के सहयोग से मुखबीरी सूचना के आधार पर श्रीराम एच0पी0 पेट्रोल पम्प परतावल रोड सुम्हांटार के सामने पुलिस मुठभेड़ में शातिर वाहन चोर विवेक पाण्डेय उर्फ गोलडेन पुत्र अभिनन्दन साकिन तकिया थाना रामकोला जनपद कशीनगर को गिरफ्तार किया

गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त विवेक पाण्डेय उपरोक्त जो अपने  सहयोगी जितेन्द्र शर्मा पुत्र पारस शर्मा साकिन लक्ष्मीगंज थाना रामकोला जनपद कुशीनगर के साथ चोरी की बोलेरो लेकर नेपाल में बेचने ले जा रहा था, ने दुःसाहस दिखाते हुए असलहे से पुलिस टीम को लक्ष्य कर अचानक फायर कर दिया जिसमें पुलिस वाले बाल-बाल बचे तथा धैर्य व साहस का परिचय देते हुए अभियुक्त विवेक पाण्डेय उपरोक्त को दबोच लिया, अंधेरे का लाभ लेकर उसका साथी जितेन्द्र शर्मा उपरोक्त भागने में सफल रहा।

पुलिस ने उसके कब्जे से एक अदद चोरी की बोलेरो गाड़ी, कट्टा व कारतूस (एक जिन्दा व एक खोखा) 315 बोर व फर्जी झारखण्ड राज्य का वाहन पंजीयन प्रमाण पत्र बरामद किया गया। इस सम्बन्ध में थाना कप्तानगंज पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया। वही थाना हाटा पुलिस ने शुक्रवार को धारा 392 में वांछित अभियुक्त सोनू हरिजन पुत्र जगदीश हरिजन साकिन टेलहनापार थाना चैरी चैरा जनपद गोरखपुर को जोलहनिया चैराहा से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके कब्जे से एक अदद कट्टा 315 बोर व दो अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद किया गया तथा अभियुक्त के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया।

फरियादियों पर मेहरबान, काम चोरों पर शख्त हुए जिलाधिकारी


  दो अध्यापकोें का वेतन रोकने का निर्देश
 डीएम ने स्कूल चलो अभियान में लापवाही पर सूचना तलब की
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिलाधिकारी लोकेश एम आज कल लोहिया ग्राम को लेकर काफी शख्त नजर आ रहे है। मंशा है कि मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना हर हाल में पूर्ण हो। 
जिसके लिए बैठकें और औचक निरीक्षण के माध्यम से सभी मतहतों को आवश्यक दिशा निर्देश देने का क्रम जारी है। जिलाधिकारी की मंशा है कि किसी कीमत पर इन गांवो के विकास कार्यों में लापवाही नही बरती जानी चाहिए।
जिलाधिकारी बताते है कि जहां लोहिया आवास कर निर्माण मानक के विपरित हो रहा है और काम अधुरा है, वहां के ग्राम पंचायत अधिकारी और लाभार्थीयों को नोटिस देकर धन की वसुली कराई जा सकती है।इसके लिए जिलाधिकारी ने गुरूवार को लोहिया गांवो के समग्र विकास कायक्रमों के साथ मनरेगा के तहत चलाये जा रहे कार्याें के स्थलीय सत्यापन के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियो के कार्यों की समीक्षा की।

इस दौरान अधिकारियों को तमाम निर्देश दिए। उन्होने बिजली विभाग के अभियंन्ता को निर्देश दिया कि लोहिया गावों में जो पोल लगे हैं, वे किस वर्ष के हैं उन पोलो पर ही नामांकन कराया जाय। पुराने पोल किसके दरवाजे पर लगे हैं उनका भी विवरण दिया जाय।

उन्होने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि जहां लोहिया आवास मानक के विपरित बने हों या जहां काम अधुरा हो वहां नोटिस दिया जाय। नोडल अधिकारी ने बताया कि लोहिया गांव सेमरही मेें सफाई व्यवस्था ठीक नही है। डीएम ने जिला विकास अधिकारी और पीडी को गांव में चैपाल लगाकर सभी विकास कार्यों को देखने का निर्देश दिया। प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की संख्या नगण्य होने और छात्रवृत्ति वितरण नही होने की जानकारी मिलने पर डीएम ने दोनो अध्यापकों के विरूद्ध कार्यवाही करने और वेतन रोकने का निर्देश दिया।
डीएम ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को वर्ष 2012-13 और 14 के अधुरे कार्यों को तत्काल पूरा कराने का निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण में जहां कहीं अधुरा काम मिला तो संबंधित विभाग के अधिकारी के किसी कीमत पर बक्शें नही जायेगें।

छः वर्ष पूर्व हुई हत्या में पांचों आरोपियों को उम्रकैद


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में छः बर्ष पूर्व हुए हत्या के एक मामले में अपर जिला जज द्वितीय मनोज कुमार सिंह गौतम की अदालत ने नामजद सभी पांचों आरोपियो को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही सभी आरोपियों को 23-23 हजार रूपये अर्थदंड भी देना होगा।

जानकारी के मुताबिक हनुमानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर जंगल के निवासी विजय मोहन पाठक 29 फरवरी 2008 को संायकाल भेडिहरवा सरेह से खेत देखकर अपने घर रामपुर जंगल लौट रहे थे। देर शाम साढ़े सात बजे मलहियां सरेह में अपराधियों का एक गिरोह उन्हे घेर लिया और पचास हजार रूपये की मांग करने लगे।

इस पर विजय मोहन पाठक ने उन्हे पहचानने की बात कही। इस पर खुद को फंसता देख अपराधियों ने उनकी पीटकर हत्या कर दी। पहचान छुपाने के लिए उनके शरीर पर खर-पतवार रखकर आग लगा दी। बताया जाता है कि रात में घर नही पहुचने पर उनकी खोजबीन की गई। अगले दिन उनके भतीजे ओमप्रकाश पाठक की सूचना पर पुलिस ने शव बरामद कर अज्ञात बदमाशो के खिलाफ हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जूट गई। विवेचना के दौरान रामकिशोर निवासी भेडिहरवा, विनोद, लल्लन, विजय और सरवन का नाम सामने आया और पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल से जमानत पर छूटने के बाद चारो आरोपी अपने मुकद्दमंे की पेरवी कर रहे थे लेकिन एक आरोपी विनोद फरार चल रहा था। वादी की तरफ से अधिवक्ता ओमप्रकाश पाठक और डीजीसी क्रिमिनल अभय त्रिपाठी तथा अखिलेश मिश्र पैरवी कर रहे थे। वहीं अरोपी रामकिशोर की पैरवी अधिवक्ता विजय मिश्रा, विजय चैहान की अधिवक्ता जितेन्द्र तिवारी, लल्लन और सरवन की पेैरवी अधिवक्ता बृजेश दीक्षित कर रहे थे। अधिवक्ताओ की दलीले सुनने के बाद न्यायधीश ने आरोपियों को उम्रकैद और 23-23 हजार रूपये अर्थदंड से दंडित किया।

प्रेम प्रपंच मे मजनूं की धूनाई


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
मंशाछापर,कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में फिर एक मजनूं की लैला की परिजनों ने जम कर धूनाई कर दी। बर्षो से चली आ रही लैला मजनू की प्रेम कहानी परवान चढ़ने लगी थी और जिसकी भनक लगते ही मामला विगड़ गया।
कुशीनगर की यह प्रेम कहानी जटहां बाजार क्षेत्र के एक गांव की है जहां वृहस्पतिवार की भोर में अपनी लैला से मिलने पहुंचे एक मजनूं को परिजनों ने गांव वालों के सहयोग से पकड़ लिया।
कहानी बदलने लगी और बात धुनाई पर पहुच गयी। मजनूं को लोग पीटने लगें ओर वह कराहने लगा। यही नही उसे बन्धक बना लिया गया। बाद में मजनूं और उसके परिवार के लोगो के द्वारा काफी मिन्नतें करने के बाद लोगो ने जान छोड़ा। भोर में उक्त मजनूं सुनसान जगह पर गया था। इसकी भनक गांव वालो को हो गई थी।

तीन गोवंशीय पशुओं के साथ तस्कर मय वाहन गिरफ्तार



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर ।कुशीनगर पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह के निर्देश पर पशु तस्करी के बिरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कुशीनगर के तुर्कपट्टी थाने की पुलिस ने तीन गोवंशीय पशुओं के साथ एक तस्कर को मय वाहन गिरफ्तार किया है ।

कुशीनगर पुलिस प्रवक्ता के अनुसार कुशीनगर की तुर्कपट्टी थाने की पुलिस ने पशु तस्करी के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए अभियुक्त राजू गौड़ पुत्र भीम प्रसाद गौड़ साकिन वार्ड नं0 02 बढ़या थाना पीपीगंज जनपद गोरखपुर को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जेे एक अदद पिकप नं0 यू0पी0 53 सी0टी0 4887 पर लदेे 02 राशि गाय व 01 राशि बछड़ा सहित 03 राशि गोवंशिय पशु बरामद करतें हुए गोवध निवारण अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कर उसे जेल भेज दिया।

कुशीनगर के छंहूॅ में इंसेफेलाइटिस ने फिर से शुरू किया रंग दिखाना


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर । कुशीनगर के छंहू गांव में इंसेफेलाइटिस ने फिर से रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इस बर्ष भी बीमारी एक मासूम को अपनी चपेट में ले लिया है। जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
तुर्कपटटी थाना क्षेत्र के छहूॅ गांव निवासी नवनीत सिंह की 12 वर्षीय बेटी पिंकी एक सप्ताह तक बुखार के कारण कसया के एक निजी अस्पताल में भर्ती रही।डाक्टर की सलाह पर परिवार के लोग पिंकी को घर पर लेते आए थे। मंगलवार को पिंकी की तबीयत बहुत खराब हो गई तो परिवार के लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने पिंकी का इलाज शुरू किया तो इंसेफेलाइटिस की पुष्टि हुई।
यही नही इसके पूर्व बीते साल भी इस गांव में सात बच्चे इंसेफेलाइटिस से बीमार हुए थे, जिसमें से दो बच्चों की मौत हो गई थी। गांव के लोग इस समस्या के लिए साफ सफाई की लचर स्थिति को दोष दे रहे हैं। इनका कहना है कि तीन हजार की आबादी वाले इस गांव में मात्र एक सफाईकर्मी तैनात है।
सुरेन्द्र, अमरेश, विजय, अकबर आदि का कहना है कि अधिकारियों के संज्ञान में समस्या आने के बाद भी इंडिया मार्क हैंडपंपों को ठीक नहीं कराया जा रहा है। यह भी समस्या की एक जड़ है।
हालकि इस सम्बन्ध सीएचसी तमकुही के स्वास्थ्य अधीक्षक डा. दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि गांव में टीम भेजकर लोगों को बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा।

जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में लोहिया ग्राम की खुली पोल


पंचायत सचिव सहित तीन निलम्बित

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण के दौरान मिली खामियां विकास की पोल खोलने लगी है। शासन की मंशा के अनुसार लोहिया ग्राम का स्वरूप कही भी दिखायी नही दिया।

डीएम और सीडीओ ने बुधवार को संयुक्त रूप से पडरौना ब्लाक के लोहिया ग्राम बैजनाथपुर और सेखवनिया खुर्द का औचक निरीक्षण किया। इन्होंने वर्ष 2012-13 से निर्माणाधीन लोहिया आवास, सीसी रोड, सफाई, जलनिकासी, सड़क, शौचालय, टीकाकरण, परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के नामांकन की स्थिति का जायजा लिया अफसोस कि सबके सब वही निकलें।

एक नजर जिलाधिकारी लोकेश एम और मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन बरनवाल के कार्यक्रम पर डाले तो पहले ये दोनों अधिकारी लोहिया गांव बैजनाथपुर पहुंचे। यही से विकास की परत दर परत पोल खुलने लगी। बताया जाता है कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि समाजवादी पार्टी में कद्दावर नेताओं में से एक है। इसके बावजूद भी सरकार की योजना का अनुपालन पूर्णतया नही दिखा।

जिलाधिकारी की नजर जब लोहिया आवास पर पड़ी तो उसके निमार्ण में विलंब देख डीएम ने ग्राम पंचायत सचिव ओमप्रकाश सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ वेतन रोकते हुए निलंबित करने का निर्देश दे दिया।वही हाल परिषदीय विद्यालय का रहा, जहां मध्यान्ह भोजन नहीं बनने की बच्चों ने जिलाधिकारी से शिकायत की। जिसको लेकर डीएम ने प्रधान और प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। सीसी रोड के निर्माण में गुणवत्ता ठीक नहीं मिलने पर ठेकेदार, पीडब्ल्यूडी के जेई, एई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का डीपीआरओ को निर्देश दिया।

टीकाकरण नहीं किए जाने पर सीएमओ को एएनएम से स्पष्टीकरण लेने को कहा। सफाई से असंतुष्ट होने पर दुर्गेश राय और अमलेश यादव सफाईकर्मी को निलंबित करने और ग्राम प्रधान को नोटिस देने को कहा। डीएम ने सेखवनिया खुर्द के निरीक्षण में कार्य संतोषजनक नहीं मिलने पर लाभार्थी सोनमती को नोटिस, सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने पर सफाईकर्मी अभिलाष, मनोज गुप्ता व लड्डू प्रसाद को नोटिस देने का डीपीआरओ को निर्देश दिया। इंडिया मार्क टू हैंडपंप का पानी पीने के लिए उन्होंने ग्राम प्रधान को मुनादी कराने का निर्देश दिया।

कुशीनगर में इन्दिरा आवास के लिए अभी तक नही मिला कोई पात्र


  इस योजना से जिले के 15000 गरीबों को अच्छादित करने का लक्ष्य

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में इन्दिरा आवास योजना का निर्धारित तिथि के के 16 दिन बाद अब तक कोई पात्र नही मिला है। लक्षय के सापेक्ष जिले में 15000 गरीबों को आवास से अच्छादित किये जाने की योजना है।
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कार्यालय ने जनपद के समस्त खण्ड विकास अधिकारियों से 30 जून तक इन्दिरा आवास योजना के तहत मानक के सापेक्ष पात्रों की सूची मांगी थी। लेकिन एक नही सोलह दिन बाद भी पात्रों की सूची जिला मुख्यालय को नही पहुच सकी।
कुशीनगर के 15000 हजार गरीबों को आवास देने की योजना थी। जिसमें 12000 दलित व 3000 अल्पसंख्यक बर्ग के गरीब शामिल होने वाले थे। ये आवास उन्ही के लिए है। जिन्हे पूर्व में आवास मिला है तथा उनके आश्रित जो गरीब  है, और अलग रहते है।
शासन की मंशा के अनुसार जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कार्यालय ने विकास खण्ड वार खण्ड विकास अधिकारियों को लक्ष्य की सूची भेज दी और 30 जून तक पात्रों का चयन कर आवास की सूची उपलब्ध करानेे का निर्देश दिया था। सूत्रो के अनुसार सूची भेजना तो दूर अन्तिम तिथि के 16 दिन बाद भी पात्रों का चयन नही हो सका है।
इस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि सभी सम्बन्धित को निर्देश दिया गया कि अतिशीघ्र पात्रों को चयनित कर सूची कार्यालय में उपलब्ध करावे। 

इन्सेफलाईट्सि ने फिर एक मासूम की ले ली जान


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में इन्सेफलाईट्सि ने फिर एक मासूम की जान ले ली। जिसका इलाज मेडिकल कालेज गोरखपुर में चल रहा था।
कुशीनगर के पडरौना विकास खण्ड अन्तर्गत सेखवनिया गांव के टोला बगही निवासी दिनेश शर्मा की पाॅच बर्षीय बेटी किट्टू को 9 जुलाई के दिन तेज बुखार के साथ झटके आने लगे। जिसे परिजनों ने तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चला। डाक्टरों ने 11 जुलाई को उसे मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। परिवार वाले निश्चिन्त थे कि बिटिया ठीक हो जायेगी लेकिन मंगलवार को उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गयी और किट्टू ने दम तोड़ दिया।

कुशीनगर में एक ऐसा शिवलिंग जिस पर स्वतः प्रवाहित होती है जलधारा


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक ऐसा शिव मन्दिर है जहां सावन आते ही शिवलिंग पर जल धारा प्रवाहित होने लगती है। स्थिति ऐसी हो जाती है कि शिवलिंग सावन के समाप्ति तक जलधारा से डूबा रहता है।
कुशीनगर का सौकड़ों साल पूराना यह शिव मन्दिर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पश्चिम दिशा में करहिया गांव में स्थित है। बताया जाता है कि यह शिव लिंग महाशिव रात्रि के दिन जमीन से बाहर निकला था।
शिवलिंग की प्राचीनता और चमत्कार को देखते हुए यहां भक्तों के आने का सिलसिला हमेशा लगा रहता है। सावन में यहां श्रधालुओं की भीड़ काफी बढ़ जाती है। यह सिलसिला सावन भर बना रहता था। जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से शिव की आराधना करते हैं उनकी मुरादें पूरी होती हैं।
मन्दिर के बारे में बताते हुए महन्थ रामलाला कहते है कि मन्दिर में सावन का महिना शुरू होते ही शिवलिंग के बगल से एक जल धारा प्रवाहित होती है और शिवलिंग उसी में डूवा रहता है। जैसे ही सावन का महिना समाप्त होता है जलधारा का प्रवाह बन्द हो जाता है। रविवार से ही जल का प्रवाह शुरू हो गया है यह पूरे सावन तक चलेगा।

कुशीनगर में कुपोषित बच्चों की संख्या एक लाख के पार


  • रूटिंन चेक-अप से  हुआ खुलाशा, 449 बच्चें अति कुपोषित
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो।
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश कें कुशीनगर में कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़कर एक लाख से उपर हो गयी है। जिसका खुलाशा विभाग ने स्वयं के रूटिंन चेक-अप में किया है। इस आकड़ें के सामने आते ही जिलें में हड़कम्प मच गयी है। विभाग की योजना के शतप्रतिशत अनुपालन पर भी सवाल उठने लगा है।

सरकार है कि बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के लिए उन्हें कुपोष्ण से मुक्त कराना चाहती है। इधर इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या इस समय एक लाख पाॅच हजार हो गयी है। जब कि अति कुपोषित बच्चों की संख्या 449 है।

स्थिति के सापेक्ष बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार वाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के माध्यम से पंजीरी और 3 से 6 साल के बच्चों को दोपहर में गर्म भोजन देने का दावा करती है। ऐसे में अगर इतनी व्यवस्था के बाद कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ रही है तो विभाग के लिए भी चुनौती बन जायेगी।

हर बर्ष केन्द्र और प्रदेश की सरकारें करोड़ों रूपये देकर बच्चों को कुपोषित होने से बचाने के लिए निर्देश देती रहती है। इसके बावजूद प्रसव के बाद बजन की रिपोर्ट बताती है करीब 26 प्रतिशत बच्चें कुपोषित पैदा हो रहे है।
स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचने के लिए जागरूक करने का दावा करता है और प्रसव के बाद पोषक तत्व लेने के लिए 1400 रूपये की धनराशि भी देता है। इसके बावजूद बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा पंजीरी भी देने का दावा किया जाता है।

इन तमाम आकड़ों पर से स्पष्ट है कि स्वास्थ्य और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यप्राणाली में कही न कही खोट है जिससें कुपोषित बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

इस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी का कहना कि कुपोषण के शिकार बच्चों की बढ़ती संख्या चिन्ता का विषय है। इसके लिए जाॅच करायी जायेगी और इसका कारण स्पष्ट कर उचित कार्यवाही की जायेगी।

सोमवार, 14 जुलाई 2014

रामनाईक बने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
नई दिल्ली। तमाम राज्यों में राज्यपाल के रिक्त पदों पर राष्ट्रपति ने नियुक्ति कर दी है। जिसमें राम नाईक को उत्तर प्रदेश का राज्य पाल बनाया गया है।
पी आई बी के सूचना के अनुसार महामहिम ने राम नाइक को राज्यपाल उत्तरप्रदेश,  बलराम जी दास टंडन को राज्यपाल, छत्तीसगढ़,  केशरी नाथ त्रिपाठी को राज्यपाल, पश्चिम बंगाल,  ओम प्रकाश कोहली को राज्यपाल, गुजरात के पद पर नियुक्ति किया है। ये नियुक्तियां उनके कार्यभार संभालने की तिथि से प्रभावी मानी जाएंगी।
इसकी के साथ राष्ट्रपति ने पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य की नियुक्ति नागालैंड के राज्यपाल के रूप में की है। त्रिपुरा में राज्यपाल कार्यालय में नियमित व्यवस्था बनाये जाने तक, श्री  आचार्य अपने कार्यों के साथ त्रिपुरा के राज्यपाल का कार्यभार भी संभालेंगे। राष्ट्रपति ने त्रिपुरा के राज्यपाल श्री वक्कम पुरूषोत्तमन का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है।

गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले परिवारों के लिए रसोई गैस के कनेक्शन




नई दिल्ली। पेट्रोलियमवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द प्रधान ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण रसोई गैस वितरण योजना चलाई जा रही है। इसके तहत नए घरेलू रसोई गैस कनेक्शन जारी करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिताने वाले परिवारों को एकमुश्त अनुदान दिया जाता है।
स्कीम के अनुसार घरेलू रसोई गैस सिलेंडर और प्रेशर रेग्युलेटर के लिए जमानत राशि की व्यवस्था ओएनजीसी, ओआइएल, गेल, बीपीसीएल, एचपीसीएल और आइओसी के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) से की जाती है।
स्कीम के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिता रहे बीपीएल कार्ड धारकों को नए रसोई गैस कनेक्शन के लिए वितरक के यहां पंजीकरण कराना होता है। प्रमाणन के लिए उसे वितरक स्थानीय प्रशासन के पास भेजता है। प्रशासन से प्रमाणन सूची प्राप्त होने के बाद बीपीएल कार्ड धारक को पत्र के जरिए सूचना दी जाती है।

01.जून .2014 तक तेल विपणन कंपनियों ने सीएसआर फंड से 76.38 करोड़ रुपये के उपयोग से 582573 नए रसोई गैस कनेक्शन (मिट्टी के तेल मुक्त दिल्ली स्कीम सहित) जारी कर दिए हैं।
 एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द प्रधान ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण रसोई गैस वितरण योजना चलाई जा रही है। इसके तहत नए घरेलू रसोई गैस कनेक्शन जारी करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिताने वाले परिवारों को एकमुश्त अनुदान दिया जाता है।
स्कीम के अनुसार घरेलू रसोई गैस सिलेंडर और प्रेशर रेग्युलेटर के लिए जमानत राशि की व्यवस्था ओएनजीसी, ओआइएल, गेल, बीपीसीएल, एचपीसीएल और आइओसी के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) से की जाती है।
स्कीम के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिता रहे बीपीएल कार्ड धारकों को नए रसोई गैस कनेक्शन के लिए वितरक के यहां पंजीकरण कराना होता है। प्रमाणन के लिए उसे वितरक स्थानीय प्रशासन के पास भेजता है। प्रशासन से प्रमाणन सूची प्राप्त होने के बाद बीपीएल कार्ड धारक को पत्र के जरिए सूचना दी जाती है।

01.जून .2014 तक तेल विपणन कंपनियों ने सीएसआर फंड से 76.38 करोड़ रुपये के उपयोग से 582573 नए रसोई गैस कनेक्शन (मिट्टी के तेल मुक्त दिल्ली स्कीम सहित) जारी कर दिए हैं।







बिजली परियोजनाओं के लिए मंजूरी



नई दिल्ली। बिजली, कोयला तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि बिजली मंत्रालय ने बिजली उत्पादक संघ (एपीपी) की ओर से एक आवेदन प्राप्त किया है जिसमें बताया गया है कि एक बिजली परियोजना स्थापित करने और उसे संचालित करने के लिए कई प्रकार की स्वीकृतियों की जरूरत होती है और बिजली परियोजनाओं को नियंत्रित करने वाले अधिनियम और कानून जो कोयला खदानों से संबंधित हैं वे अप्रासंगिक हो गए हैं। मंत्रालय सुधारात्मक कार्रवाई के लिए वैधानिक प्रावधानों की समीक्षा कर रहा है।
श्री गोयल ने बताया कि मंत्रिमंडल सचिवालय के अधीन एक परियोजना निगरानी समूह (पीएमजी) नियमित रूप से लंबित परियोजनाओं के निपटारे की निगरानी करता है। उन्होंने बताया कि बिजली मंत्रालय और आर्थिक मामलों की समिति की ओर से बिजली परियोजनाओं की सावधिक समीक्षा भी की जाती है।








जालसाजी वाले मेल से करदाता रहें सावधान -आयकर विभाग



नई दिल्ली। आयकर विभाग ने सोमवार को कर दाताओं को अगाह किया है कि जीमेल की एक आई डी से किसी के द्वारा एक मेल भेजा जा रहा है, जिसमें कर योग्य आय से संबंधित फाईल डाउनलोड करने को कहा जा रहा है। जो पूर्णतया अबैध है।

चर्चा में आई incometa.india-gov-india@gmail.com नामक मेल आईडी आयकर विभाग की नही है। यह स्पष्ट किया जाता है कि आयकर विभाग द्वारा जीमेल, याहू जैसे निजी ईमेल के पते से कोई सूचना नहीं भेजी जाती। करदाताओं को सावधान किया जाता है कि इस तरह के मेल को तवज्जो नहीं दें और कोई अटैचमेंट भी डाउनलोड नहीं करें। इनमें वायरस हो सकता है।

करदाताओं को सलाह दी जाती है कि उन्हें यदि इस तरह का मेल मिलता है तो वे आयकर विभाग की राष्ट्रीय वेबसाइट www.incometa.india.gov.in पर रिपोर्ट फिशिंग बटन दबाएं।



अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा बी.टेक पाठ्यक्रम की स्वीकृति



नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के 29 जून, 2014 के निर्देशों के अनुसार दिल्ली विश्वविद्यालय ने अकादमिक वर्ष 2013-14 में प्रारंभ हुए कंप्यूटर विज्ञान, इलेक्ट्रानिक्स, खाद्य तकनीकी, यंत्रीकरण इलेक्ट्रानिक्स और बहुलक विज्ञान में अपने बी.टेक कार्यक्रम के लिए एआईसीटीई हेतु समुचित स्वीकृति प्राप्त कर ली है।

हालांकि माननीय उच्चतम न्यायालय के 09 मई, 2014 के आदेश के मुताबिक यह आवश्यक है कि अकादमिक वर्ष 2014-15 के लिए अपने तकनीकी पाठ्यक्रमोंध्कार्यक्रमों को चलाने के लिए वर्तमान संबंद्ध तकनीकी महाविद्यालय द्वारा एक तकनीकी पाठ्यक्रम को चलाने हेतु एआईसीटीई की पूर्व स्वीकृति अनिवार्य और आवश्यक है। इसलिए 09 मई, 2014 के आदेश के बाद बी.टेक कार्यक्रमों की स्वीकृति को अनिवार्य बना दिया गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंद्ध महाविद्यालयों द्वारा संचालित बी.टेक पाठ्यक्रम के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की स्वीकृति के संबंध में माननीय उच्चतम न्यायालय की (निजी महाविद्यालय प्रबंधन एसोसिएशन बनाम एआईसीटीई और अन्य) 2004 की सिविल अपील संख्या 1145 के मामले में 25 अप्रैल, 2013 को दिये गये आदेश में एआईसीटीई अधिनियम, 1987 की धारा 2 (एच) के अंतर्गत परिभाषित तकनीकी संस्थान की व्याख्या को विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के लिए अलग रखा गया है। इसलिए इस मामले में जारी कानून के मुताबिक अकादमिक वर्ष 2013-14 में दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा प्रारम्भ किये गये बी.टेक कार्यक्रमों को एआईसीटीई की स्वीकृति आवश्यक नहीं थी।
यह जानकारी सोमवार को राज्यसभा में पूछे गये एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी द्वारा प्रदान की गई।


नदियों को जोड़े जाने की योजना



नई दिल्ली। जल संसाधन मंत्रालय द्वारा तैयार की गई राष्ट्रीय दृष्टिकोण योजना में राष्ट्रीय जल विकास प्राधिकरण ने पहले ही हिमालयी घटक के तहत 14 संपर्कों तथा प्रायद्वीपीय नदी घटक में 16 संपर्कों की पहचान की है। इनमें से प्रायद्वीपीय घटक के 14 और हिमालयी घटक के दो संपर्कों की संभाव्यता रिपोर्ट पहले ही तैयार की जा चुकी है।

पांच प्रायद्वीपीय संपर्क इस प्रकार हैं: पहली केन-बेतवा, दूसरी. पार्वती-कालीसिंध-चम्बल, तीसरी. दमनगंगा-पिंजल, चैथी पार-तापी-नर्मदा और पांचवी गोदावरी (पोलावरम) - कृष्णा (विजयवाड़ा)। इनकी पहचान विस्तृत परियोजना रिपोर्टों को तैयार करने के लिए प्राथमिकता संपर्कों के रूप में की गई है।

माननीय उच्च्तम न्यायालय के दिशानिदेर्शों के अनुरूप सरकार संबद्ध राज्यों से सलाह मशविरा कर नदियों को आपस में जोड़ने की योजना पर काम कर रही है।

यह बात केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री, नदी विकास और गंगा पुनरुद्धार मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में कही।



गंगा विकास एवं पुनरुद्धार


नई दिल्ली। 12वीं योजना के दौरान राष्ट्रीय गंगा नदी थाला विकास प्राधिकरण (एनजीआरबीए), को लिए रुपये 2200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इस संस्था को गंगा नदी में प्रदूषण रोकने का काम सौंपा गया है। इसके अलावा गंगा नदी के पुनरुद्धार कार्यक्रम पर पूरा जोर दिया जा रहा है। कार्यक्रम में विभिन्न हितधारकों से सलाह-मशविरा करके गंगा की सफाई में प्रगति की समीक्षा की गई। इस काम में विभिन्न हितघारक हैं पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, जल संसाधन, गंगा पुनरूद्धार और नदी विकास तथा शहरी विकास मंत्रालय, पर्यटन, जहाजरानी, पेयजल सप्लाई और स्वच्छता तथा ग्राम विकास मंत्रालय, विभिन्न एनजीओ, विशेषज्ञ भी इस काम में साथ हैं तथा गंगा की सफाई के लिए काम कर रहे हैं। काम में गंगा नदी से जुड़े हुए पर्यावरण और प्रवाह जैसे मुद्दे शामिल हैं और उनके जरिये गंगा नदी में प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा रहा है।

यह जानकारी सोमवार को राज्य सभा में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनरुद्धार राज्य मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार ने एक लिखित उत्तर में दी।

 नर्मदा बाँध की ऊचाई


माननीय उच्चतम न्यायालय के वर्ष 1994 में दाखिल रिट याचिका संख्या 319 के दिनांक 18.10.2000 आदेश में दिए गए निर्देशों के अनुसार नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण ने गुजरात सरकार के सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड ( एस एस एन एन एल), को खम्भों के निर्माण, ओवरहेड पुलों और खुले अथवा अनुमोदित डिजाइन के अनुसार एसएसपी पर उभरी स्थिति में दरवाजों की स्थापना के लिए पर्यावरण उप-समूह एवं पुनर्वास व पुनः बसाये जाने वाले उप-समूह एनसीए के उप-समूहों की नियमों और शर्तों के अध्याधीन प्रस्ताव के पहले चरण को पूरा करने की अनुमति प्रदान कर दी है।

इस परियोजना के पूरा होने के बाद ही पानी का पूरा उपयोग संभव हो सकेगा। फिलहाल बाँध के पानी का यथासंभव आंशिक उपयोग ही हो पा रहा है।

सरदार सरोवर परियोजना में एक वृहद नहर नेटवर्क की अभिकल्पना की है, जिसमें काम पूरा होने पर मुख्य नहर (458 कि.मी.) उप-नहर (2585 कि.मी.) विभाजक नहरें (5112 कि.मी.) लघु नहरें (18413 कि.मी.) तथा उप-नहरें ( 48058 कि.मी.) शामिल होंगी। जैसा कि नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण द्वारा अवगत कराया गया है कि मुख्य नहर ( 458 कि.मी.) , उप-नहर ( 2188 कि.मी.) विभाजक नहरों (2728 कि.मी.) तथा लघु नहरों (7640 कि.मी.) और उप-नहरों (10185 कि.मी.) का काम 30.9.2013 की स्थिति के अनुसार पूरा हो चुका है।

पीआईबी से मिली सूचना के अनुसार केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनरूद्धार मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

भूमिगत पानी निकाले जाने की रोकथाम हेतु आदर्श कानून




नई दिल्ली। राज्य भूजल विभागों, के सहयोग से देशभर में केन्द्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूवी) द्वारा किये गए नवीनतम मूल्याकंन के अनुसार यह पाया गया है कि 1071 ब्लॉकों, मंडलों, तालुकों में जल का अत्यधिक दोहन हुआ है और 217 में स्थिति नाजुक है तथा 697 में यह स्थिति नाजुक के करीब है।

अति नाजुक ब्लॉक तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, आंध्र प्रदेश (अविभाजित), हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात और दिल्ली में स्थित हैं।जल संसाधन मंत्रालय ने भूजल को विनियमित एवं विकास एवं प्रबंधन को नियंत्रित करने के लिए केन्द्र शासित राज्यों को एक आदर्श विधेयक परिचालित किया है। अब तक, 13 राज्यों, संघ शासित राज्यों अर्थात आंध्र प्रदेश (अविभाजित), गोवा, लक्षद्वीप, केरल, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, बिहार, चंड़ीगढ्, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, असम, दादरा और नगर हवेली ने आदर्श विधेयक के अनुरूप अपने यहां कानून बना दिये हैं।
महाराष्ट्र में राज्य विधानसभा ने महाराष्ट्र भूजल (विकास और प्रबंधन) अधिनियम 2009 पारित कर दिया है। भूजल संसाधन मंत्रालय शेष राज्यों, केन्द्रशासित राज्यों के साथ नियमित रूप से अनुवर्ती कार्रवाई कर रहा है कि वे भी आदर्श विधेयक के आधार पर अपने यहां (भूजल विकास एवं प्रबंधन विनियम एवं नियंत्रण) कानून लायें।
31 राज्यों, केन्द्रशासित राज्यों ने कानून बनाकर अथवा नियम एवं विनियम विनिर्धारित करके अथवा उपनियमों में प्रावधानों को जोड़कर अथवा उपयुक्त सरकारी आदेश जारी करके रेन वॉटर हारवेस्टिंग को अनिवार्य बना दिया है।
भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूवी) ने वर्ष 2013 के दौरान भारत में भूजल के कृत्रिम रिचार्ज के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है जिसमें देश में भूजल संसाधनों में वृद्धि के लिए मॉनसून के अतिरिक्त बहने वाले पानी का दोहन करके 941541 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कृत्रिम रिचार्ज तथा रेन वॉटर हारवेस्टिंग संरचना के निर्माण पर विचार किया गया है। यह मास्टर प्लान कार्यान्वयन के लिए सभी राज्य सरकारों को परिचालित किया गया है।
पीआईबी के अनुसार यह जानकारी जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा पुनरुद्धार राज्यमंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

कुशीनगर में कुपोषित बच्चों की संख्या एक लाख के पार


   रूटिंन चेक-अप से  हुआ खुलाशा, 449 बच्चें अति कुपोषित
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर ।उत्तर प्रदेश कें कुशीनगर में कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़कर एक लाख से उपर हो गयी है। जिसका खुलाशा विभाग ने स्वयं के रूटिंन चेक-अप में किया है। इस आकड़ें के सामने आते ही जिलें में हड़कम्प मच गयी है। विभाग की योजना के शतप्रतिशत अनुपालन पर भी सवाल उठने लगा है।
सरकार है कि बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के लिए उन्हें कुपोष्ण से मुक्त कराना चाहती है। इधर इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या इस समय एक लाख पाॅच हजार हो गयी है। जब कि अति कुपोषित बच्चों की संख्या 449 है।
स्थिति के सापेक्ष बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार वाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के माध्यम से पंजीरी और 3 से 6 साल के बच्चों को दोपहर में गर्म भोजन देने का दावा करती है। ऐसे में अगर इतनी व्यवस्था के बाद कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ रही है तो विभाग के लिए भी चुनौती बन जायेगी।
हर बर्ष केन्द्र और प्रदेश की सरकारें करोड़ों रूपये देकर बच्चों को कुपोषित होने से बचाने के लिए निर्देश देती रहती है। इसके बावजूद प्रसव के बाद बजन की रिपोर्ट बताती है करीब 26 प्रतिशत बच्चें कुपोषित पैदा हो रहे है।
स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचने के लिए जागरूक करने का दावा करता है और प्रसव के बाद पोषक तत्व लेने के लिए 1400 रूपये की धनराशि भी देता है। इसके बावजूद बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा पंजीरी भी देने का दावा किया जाता है।
इन तमाम आकड़ों पर से स्पष्ट है कि स्वास्थ्य और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यप्राणाली में कही न कही खोट है जिससें कुपोषित बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
इस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी का कहना कि कुपोषण के शिकार बच्चों की बढ़ती संख्या चिन्ता का विषय है। इसके लिए जाॅच करायी जायेगी और इसका कारण स्पष्ट कर उचित कार्यवाही की जायेगी।

कुशीनगर में इन्सेफलाट्सि ने फिर ले ली एक मासूम की जान


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर ।उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में इन्सेफलाट्सि ने फिर एक मासूम की जान ले ली। बीते एक हफ्ते से उसका मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा था।
कुशीनगर के पडरौना विकास खण्ड में स्थित नरसर गांव  निवासी सत्यनरायण गुप्ता की 14 बर्षीय बेटी बर्षा किसान इन्टरमीडिएट कालेज साखोपार में कक्षा आठवीं में पढ़ती थी।
बीते चार जुलाई को उसे अचनाक बुखार हुआ और वह बेहोश हो गयी। जिसे परिजनों ने जिला अस्पताल मे भर्ती करया। पुनः 5 जुलाई के दिन डाक्टरों ने बर्षा कों मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया। जहां उसका इलाज चल रहा था। कि बीते दिन उसकी मौत हो गयी।

कुशीनगर में एक ऐसा शिवलिंग जिस पर स्वतः प्रवाहित होती है जलधारा


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर।उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक ऐसा शिव मन्दिर है जहां सावन आते ही शिवलिंग पर जल धारा प्रवाहित होने लगती है। स्थिति ऐसी हो जाती है कि शिवलिंग सावन के समाप्ति तक जलधारा से डूबा रहता है।
कुशीनगर का सौकड़ों साल पूराना यह शिव मन्दिर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पश्चिम दिशा में करहिया गांव में स्थित है। बताया जाता है कि यह शिव लिंग महाशिव रात्रि के दिन जमीन से बाहर निकला था।
शिवलिंग की प्राचीनता और चमत्कार को देखते हुए यहां भक्तों के आने का सिलसिला हमेशा लगा रहता है। सावन में यहां श्रधालुओं की भीड़ काफी बढ़ जाती है। यह सिलसिला सावन भर बना रहता था। जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से शिव की आराधना करते हैं उनकी मुरादें पूरी होती हैं।
मन्दिर के बारे में बताते हुए महन्थ रामलाला कहते है कि मन्दिर में सावन का महिना शुरू होते ही शिवलिंग के बगल से एक जल धारा प्रवाहित होती है और शिवलिंग उसी में डूवा रहता है। जैसे ही सावन का महिना समाप्त होता है जलधारा का प्रवाह बन्द हो जाता है। रविवार से ही जल का प्रवाह शुरू हो गया है यह पूरे सावन तक चलेगा।

हर-हर, बम-बम के नारों से गुंज उठे कुशीनगर के शिवालय


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर।सावन के प्रथम सोमवार को कुशीनगर के सभी शिवालय ओम नमः शिवाय के जयकारों से गुंज उठे। लम्बी कतारों में खड़े श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए उतावले रहे। वही प्रशासन की चैक चैबन्द व्यवस्था के कारण कही किसी अनहोनी की सूचना नही है।
कुशीनगर जनपद के प्रमुख शिवालयो पर भीड़ को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने कड़ी चैकसी रखी थी। भक्त सुबह से लाईन में खड़े अपने अराध्य भगवान आशुतोष के दर्शन के लिए लालायित दिखें।
कोई हर-हर भोले,  तो कोई बम-बम भोलें को नारा लगा रहा था। कोई अर्धनग्न तो कोई लेट कर अपनी मुरादों के सापेक्ष दर्शन के लिए प्रतिक्षा में था। पूरूषों के साथ महिलाएं भारी संख्या में भगवान मृत्युन्जय के दर्शन के लिए पहुची थी। कुबरेस्थान के कुबरे भण्डारी, पनिहवा के पथलेश्वर नाथ या फिर करहिया के शिव मन्दिर सहित सभी शिवालयों में लम्बी कतारे दोपहर तक देखी गयी। 

सबकी मूरादें पूरी करते है कुबेर भण्डारी


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुबेस्थान, कुशीनगर। सावन का महिना शुरू होते ही कुबेरस्थान में स्थिति शिव मन्दिर को सजा दिया गया है। कुबेर भण्डारी के नाम प्रसिद्ध एक हजार साल पूराने इस शिवलिंग के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते है।
भगवान आशुतोष का यह मन्दिर जिला मुख्यालय से 12 किमी. पूरब पडरौना-तुर्कपट्टी मार्ग पर कुबरे भण्डारी के नाम से प्रसिद्ध है। जो भी भक्त यहां सच्चे मन से पूजा करते हैं। भगवान शिव उनकी मुरादें पूरी करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि एक हजार वर्ष पूर्व यहां घना जंगल था। आसपास के लोग पशु चराने आते थे। एक दिन कुछ चरवाहों ने एक सूखे बरगद के पेड़ में आग लगा दिया। पेड़ जलने लगा, उसी समय तेज आवाज आई। उसके बाद चरवाहों ने देखा तो वहां शिव लिंग था। चरवाहों द्वारा जानकारी मिलने से आसपास के लोगों की भीड़ लग गई।
इसकी जानकारी जब पडरौना स्टेट के राजा भूप नारायण सिंह को हुई तो वे शिव लिंग की खुदाई करा कर भूपसागर पोखरे के तट पर स्थापित कराने के लिए खुदाई कराने लगे। दिन भर मजदूर खुदाई करते थे दूसरे दिन सुबह गड्ढा मिट्टी से भर जाता था। राजा जिद करके बार-बार खुदाई कराते थे। तब रात में भगवान शिव ने राजा को स्वप्न दिखाया कि तुम मान जाओ और मुझे अपने पूर्व स्थान पर छोड़ दो अन्यथा तुम्हारा सर्वनाश हो जाएगा। राजा हठ छोड़ कर पहले वाले स्थान पर ही भव्य मंदिर बनवा दिए।
मंदिर में पूजा करने के लिए एक पुजारी की नियुक्ति कर दिए। तभी से कुबेरस्थान मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। श्रावण में यहां मेले जैसा माहौल बना रहता है। इतना ही नहीं श्रावण में जटहां के पास नारायणी नदी से कांवरिए जल भर कर पैदल नाचते तथा बोल बम का जयकारा लगाते कुबेरस्थान मंदिर में आकर शिव लिंग पर जलाभिषेक करते हैं। यह सिलसिला सावन में प्रत्येक दिन प्रातः से देर शाम तक चलता है। यहां सोमवार व शुक्रवार को अधिक भीड़ होती है। जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से शिव की आराधना करते हैं उनकी मुरादें पूरी होती हैं।
मंदिर की साफ-सफाई तथा भक्तों को पंक्तिबद्ध जाने के लिए बांस बल्ली लगा दिया गया है। मंदिर के पुजारी पं. चंद्रशेखर ओझा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वही सुरक्षा की दृष्टि से थानाध्यक्ष गोपाल त्रिपाठी ने बताया कि महिला कांस्टेबिल सहित एसआई व पुलिस बल की तैनाती की गई है।

कुशीनगर में बढ़ने लगी डायरिया के मरीजों की संख्या



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में डायरिया से मरने वालों का सिलसिला रूकने का नाम ही नही ले रहा है। मौत ही मौत सूनाई दे रही है। हालात ऐसे है कि मरने वालों की संख्या अब ईकाई से दहाई पर पहुच गयी।
दुदही विकास खण्ड के मठिया माफी गांव में लगातार पाॅच मौत के बाद कसया तहसील क्षेत्र के गांव मैनपुर के टोला दीनापट्टी में डायरिया का कहर शुरू हो गया  है। पिछले एक सप्ताह के अंदर दो मासूम व एक महिला सहित तीन की जान जा चुकी है, जबकि आधा दर्जन से अधिक मासूम बीमारी की चपेट में हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। शनिवार को गांव में डायरिया के भयावहता की जानकारी होने पर स्थानीय सीएचसी प्रभारी डा. आफताब हुसैन के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम गांव में कैंप कर बीमारी के रोकथाम के उपाय में जुट गई है।
एक सप्ताह पूर्व बीमारी ने गांव में पाव पसारा और मासूम और बड़ों को गिरफ्त में लेना शुरू किया। बताते हैं कि गांव 55 वर्षीया फुलेसरी पत्नी नेउर चपेट में आयी जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद 10 वर्षीय प्रियंका पुत्री भुटेली और 14 वर्षीय किसमती पुत्री गेना इस बीमारी की चपेट में आई और इलाज के दौरान इनकी भी जान चली गई। वहीं ग्रामवासी अरूण का 5 वर्षीय पुत्र मिट्ठू तथा 4 वर्षीय पुत्री मीना व भुटेली की 15 वर्षीय बेटी कमलावती तथा 12 वर्षीय बेटा प्रदीप इस महामारी की चपेट में आ जीवन- मौत से जुझ रहे हैं। यही नही कुशीनगर के खड्डा विकास खण्ड में अधिकांश गांव इसकी चपेट में है। बुढ़े बच्चें इस बीमारी से कराह रहे है।
इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी ए. के. झा ने बताया कि टीमें काम कर रही है। अतिशीघ्र बीमारी पर बाबू पा लिया जायेगा।

बौद्ध श्रद्धालुओं का कुशीनगर में बर्षावास शुरू



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । बौद्ध धर्मानुयायिओं के सातवे तीर्थ परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर में बौद्ध श्रद्धालुओं का बर्षावास शुरू हो गया है। तीन माह तक बौद्ध श्रद्धालु कुशीनगर में ही निवास करेगे।
इसकी शुरूआत शनिवार को आषाढ़ी पूर्णिमा के साथ हो गयी। बौद्ध धर्म में पूर्णिमा का बढ़ा महत्व है। आषाढ़ी पूर्णिमा उसमें विशेष है। भन्ते बोध्यांग तथा भन्ते ज्ञानवंश ने बताया कि आषाढ़ी पूर्णिमा के दिन ही बुद्ध अपनी मां के गर्भ में आये थे। बुद्ध ने इसी दिन राज दरबार का परित्याग किया था तथा ज्ञान प्राप्ति के बाद सारनाथ में प्रथम धम्मोपदेश दिया था।
आषाढ़ी पूर्णिमा से ही तीन माह तक चलने वाले वर्षावास का प्रारम्भ होता है। जिसकी परम्परा भगवान बुद्ध ने राजगिरि में प्रारम्भ की थी। अब तीन माह तक बौद्ध भिक्षु कुशीनगर में ही निवास करेगें जब कि बर्षवास का समय पूरा नही हो जाता।

शनिवार, 12 जुलाई 2014

बच्चों को शिक्षा नही दिलाये तो सरकारी सुविधाओं से बंचित होगें आप


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिला प्रशासन ने 6 से 14 बर्ष की आयु के बच्चों को स्कूली शिक्षा दिलाने के लिए अब अभिभावकों प्रेरित करने के प्रयास शुरू कर दिये। उसके बाद भी बच्चों का नामांकन न कराने वाले अभिभावको के राशनकार्ड जब्त करने के निर्देश दिये गये है।
यही नही प्रशासन की मंशा है कि 6 से 14 बर्ष के सभी बच्चों को शिक्षा मिले। इसके लिए जो अपने बच्चें का नामांकन स्कूलों में नही करता है तो उसको मिलने वाली सारी सरकारी सुविधाएं बापस ले ली जायेगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने ग्राम प्रधान द्वारा गांव में मुनादी लगाकर अभिभावको को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने का निर्देश दिया।
कुशीनगर जिलाधिकारी लोकश एम ने जिले सरकारी स्कूलों की व्यवस्था को सुधाने के लिए प्रयास कर रहे है। शिक्षण सत्र शुरू होने के साथ ही जिलाधिकारी शत प्रतिशत नामांकन पर जोर दे रहे है। अभी शुक्रवार को पडरौना और दुदही विकास खण्ड के स्कूलोें का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद से उक्त निर्देश दिया है।
उन्होने अपने निर्देश में कहा है कि 6 से 14 बर्ष तक आयु के उन बच्चों को चिन्हित किया जाये जिनका किसी भी स्कूल में नामांकन नही हुआ है। ऐसे बच्चों के अभिभावकों के राशन कार्ड जब्त कर लिये जायेग और उनको मिलने वाली तमाम सरकारी सुविधाओं को तब तक रोक दिया जाये जब कि वे अपने बच्चें का नामांकन कराते हुए स्कूल न भेज दें। 

कुुशीनगर में एक सास ने की दामाद की धुनाई


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
नेबुआ नौरंगिया, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक ऐसा मामला सामने आया है कि कलयुग की दुसरी मां कही जाने वाली सास ने अपने ही दामाद की जमकर धुनाई की। दामाद नशे में धूत था।
कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के खैरटिया शीतलापूर गांव में शुक्रवार की देर शाम घटी इस घटना को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं है। बताया जाता है कि लड़की का पति हमेशा नशे में धूत रहता था। वह काम से जब घर लौटता था तों शराब पी कर आता था और अपनी पत्नी की पिटाई करता रहता था।
जिस बात को लेकर गांव में पंयायत हुई और मां बेटी को लेकर अपने गांव चली आयी। इस बात की जानकारी जब लड़की के मां को हुयी तो उसने दामाद को सही करने का मन बना लिया। इधर अचानक नशे में धूत होकर दामाद जब घर आया और तोड ़ फोड़ करने लगा जिसे देखकर सास ने उसकों समझाने का प्रयास किया पर वह अपने आप को बदलने को तैयार नही था। जिसको लेकर सास ने उसकी धूनाई कर दी।

गुरुवार, 10 जुलाई 2014

तीन दिनों से कुशीगनर में कैग खंगाल रही रिकार्ड



टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कंट्रोलर आफ आडिट जनरल की टीम तीन दिनों से कुशीनगर में डेरा डाले हुए है। तीसरे दिन टीम ने गुरुवार को जिले के तीन ब्लाकों का रिकार्ड खंगालें।
जानकारी के मुताबिक टीम के सदस्य कप्तानगंज, पडरौना व विशुनपुरा ब्लाकों में हुए विकास कार्यो से संबंधित रिकार्डो की जांच पड़ताल की। आडिट आफीसर एमपी श्रीवास्तव व असिस्टेंट आडिट अधिकारी पंकज श्रीवास्तव डीपीआरओ कार्यालय में तो टीम के अन्य सदस्य ब्लाक मुख्यालयों पर जमे रहे।
टीम के सदस्यों का कहना है कि संपूर्ण निर्मल भारत योजना के तहत 2022 तक गांवों में शत प्रतिशत शौचालय निर्माण व उसके प्रयोग करने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार राज्यों को इसके लिए धन भी मुहैया करा रही है। जांच के दौरान गांवों में कराए गए शौचालय निर्माण का हकीकत जानने का प्रयास किया जा रहा है। तीनों ब्लाकों से दस-दस गांवों का चयन किया गया है।
जानकारी के अनुसार कैग टीम गांवों में जाने की बजाय ब्लाक मुख्यालयों के रिकार्डो को ही जांच करने में जुटी रही। विकास खंड कप्तानगंज के ग्रामसभा अवरही कृतपुरा, कप्तानगंज, भड़सर, लक्ष्मीपुर, मुजडीहा, पटखौली, सेंदुरिया, घोघरा, मझोला, बरवा खास गांवों को चयनित किया गया है। जांच के दौरान टीम को जो भी कमियां मिल रही हैं, उन्हें वे सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि जांच में मिले तथ्यों को सार्वजनिक नहीं कर सकते। वहीं डीपीआरओ राजेंद्र प्रसाद मिश्र का कहना है कि जांच में कैग टीम का हम लोग सहयोग कर रहे हैं।

छात्रबृति डाटावेस 15 तक करे आन लाइन

 15 जुलाई के बाद स्वीकार नही होगे आवेदन

टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर। छात्रवृत्ति वितरण के लिए आन लाइन डाटाबेस 15 जुलाई के भीतर अगर आवेदन नहीं किया तो शिक्षण संस्थानों एवं पाठ्यक्रमों आदि का आन लाइन आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेगे। कुशीनगर में अभी 115 विद्यालय अभी बाकी है। जबकि 224 माध्यमिक विद्यालयों में से 109 ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।

पिछ़डा समाज कल्याण अधिकारी मोहन त्रिपाठी ने गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि केंद्र या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों विद्यालयों में दशमोत्तर कक्षाओं में अध्ययनरत अनुसूचित जाति/जनजाति, सामान्य वर्ग व अन्य पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि का वितरण प्रति वर्ष बजट की उपलब्धता की सीमा तक अब आन लाइन आवेदन कर मास्टर डाटा बेस में सम्मिलित होने की अनिवार्य व्यवस्था इस वर्ष 2014-15 में लागू की गई।

जिसे विद्यालयों द्वारा स्वयं मास्टर डाटा बेस 15 जुलाई 14 तक आन लाइन करना है। यह भी बताया गया कि 15 जुलाई तक ऐसा न करने वाले शिक्षण संस्थानों एवं पाठ्यक्रमों आदि का आन लाइन आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।

लगातार पाॅच दिनों तक लूटती रही आबरू, पुलिस को भनक नही


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
पडरौना, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दरिन्दें लगातार पाॅच दिनों तक एक किशोरी की आबरू लूटते रहे। इधर बड़े-बड़े अपराधियों को पकड़ने वाली कुशीनगर पुलिस को इसकी भनक तक नही लगी। इस बात का खुलाशा गुरूवार को उस समय हुआ जब न्याय के लिए लड़की के भाई ने पुलिस को तहरीर दिया।
ज्ञातब्य हो कि कुशीनगर की यह घटना दो जुलाई की है। जब पीडि़ता नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के एक बाजार से शाम को समान खरीद कर घर लौट रही थी। रास्ते में दो लोगों ने कुछ सुंघा कर बेहोश कर दिया और अज्ञात स्थान पर ले गए। जहां लगातार पांच दिनों तक हाथ पैर बांध कर गांव के दोनों युवक समेत पांच लोग सामूहिक दुष्कर्म करते रहे। सात जुलाई की शाम साढ़े सात बजे पडरौना कोतवाली क्षेत्र के मिश्रौली बाजार में छोड़ कर फरार हो गए।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि पाॅच दिनों तक एक किशोरी के साथ दुष्कर्म होता रहा और कुशीनगर पुलिस को इसकी जानकारी तक नही हुयी। मुखबिरों की सूचना पर बड़े-बडे़ अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस के पास इन पाॅच दिनों कोई मुखबिर ऐसा नही मिला कि जो इस घटना की सूचना दे दे।
हालाकि यह कुशीनगर की पहली घटना नही है। इसके पूर्व भी कई मासूमों और किशोरियों के आबरू को दरिन्दों ने रौद दिया है। एक सर्वे के मुताबिक कुशीनगर की स्थिति ऐसी है कि प्रत्येक तीन दिन में कुशीनगर की एक महिला के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाए घट जाती है। ऐसी घटनाओें का जब खुलाशा होता है तो सबके होश उड़ जाते है। 
इधर घटना की जानकारी होने प्रभारी पुलिस अधीक्षक ने मौके पर जाकर जायजा लिया।  मौके का निरीक्षण व पीडि़ता से प्रारंभिक पूछताछ के बाद लौटे प्रभारी एसपी/अपर पुलिस अधीक्षक चंद्र प्रकाश शुक्ल ने बताया कि तहरीर मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुकदमा दर्ज कर दोषी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

अधिवक्ता नुरूल होदा हत्याकांड का मामला गहराया

 सड़क पर उतरे जिले के अधिवक्ता, किया प्रर्दशन
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर ।उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अधिवक्ता नुरूल होदा हत्याकांड का मामला गहराता जा रहा है। लगातार प्रदर्शनों के बाद अधिवक्ता गुरुवार को सड़क पर उतर गये और जिला एवं सत्र न्यायालय के निकट राष्र्टीय राज मार्ग 28 बी पडरौना-कसया को जाम कर दिया।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को कुशीनगर के जिला एवं सत्र न्यायालय में पूरे जिले भर से अधिवक्ता पहुंच गये। एकत्रित अधिवक्ताओं ने पडरौना-कसया मार्ग को जाम कर दिया। इस दौरान आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कहा कि मामले में कसया थाने के दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई के साथ मृतक के परिजनों को अहेतुक सहायता दिलायी जाए।
इस प्रर्दशन में कुशीनगर सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन, दीवानी न्यायालय तथा दी बार एसोसिएशन कसया कुशीनगर के अधिवक्ता, तहसील के जुटे अधिवक्ता शामिल होते हुए तीसरे दिन भी न्यायिक कार्य से विरत रहे।
स्थिति ऐसी थी कि कचहरी से अधिवक्ता पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर गये। कुछ ही देर अधिवक्ताओं की यह भीड़ सभा में तब्दील हो गई। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता की हत्या साजिश के तहत हुई है। जब तक आरोपी पुलिस कर्मी जेल नहीं जाते आंदोलन जारी रहेगा। दीवानी न्यायालय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष विरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने पीडि़त परिवार को 25 लाख रुपये आर्थिक सहायता तथा सुरक्षा मुहैया कराने की मांग करते हुए पुलिस प्रशासन जमकर कोसा। वही  अधिवक्ता चंदेश्वर गोविंद राव, ज्ञानप्रकाश तिवारी, महंथ गोपाल दास आदि ने भी संबोधित किया।
दिन के 12.00 बजे से शाम 5 बजे तक चले इस जाम को एसडीएम व सीओ सदर ने डीएम को संबोधित पत्रक लेकर कार्रवाई का आश्वासन देकर समाप्त कराया। जब मौके पर पहुंचे इस दौरान बद्री दूबे, ज्ञानप्रकाश श्रीवास्तव, महेंद्र गोविंद राव, विपिन तिवारी, ओमप्रकाश द्विवेदी, रविंद्र मणि, अंबरीश चैबे, जितेंद्र चैबे, विरेंद्र शुक्ल, ओमप्रकाश चतुर्वेदी, ओमप्रकाश तिवारी, राजकुमार तिवारी, पारसनाथ चैबे, शशि कुमार चैबे, विनय मिश्र आदि मौजूद रहे। जिला एवं सत्र न्यायालय में सिविल कोर्ट बार एसो. के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप गोविंद राव, महामंत्री मुकेश चंद पांडेय, उपाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र, कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीनानाथ चैबे, प्रमोद कुमार मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह के अलावा सभी अधिवक्ता उपस्थित रहे।

मंगलवार, 8 जुलाई 2014

अब कुशीनगर में भी पर्यटको को मिलेगी विदेशी मुद्रा विनिमय की सुविधा


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर । अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थली कुशीनगर स्थित बैंकों में विदेशी मुद्रा विनिमय की सुविधा जल्द ही उपलब्ध हो जायेगी। जिससे यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों को काफी राहत मिलेगी।
ज्ञातव्य हो कि  अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थली होने के कारण यहां काफी संख्या में विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। यूं तो यहां मनी चेंजर के नाम पर कुछ लोग हैं किंतु पर्यटकों की पहली पसंद बैंक होती है। अफसोस कि अभी तक इस तरह की किसी बैक के पास सुविधा नही थी।
जिसको संज्ञान में लेते हुए अब सेंट्रल बैंक आफ इण्डिया विदेशी पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए योजना तैयार करने वाली है। इससे एक तरफ पर्यटकों को लाभ मिलेगा तो दूसरी तरफ बैंक का व्यवसाय भी बढ़ेगा।
सन् 1978 में प्रारंभ सेंट्रल बैंक आफ इण्डिया का विस्तार पटल 2009 में क्षेत्र का 47 वां शाखा बना। 26 फरवरी को इसका उद्घाटन करते हुए जोनल मैनेजर अनिल मल्होत्रा ने अन्य बातों के अलावे यहां शीघ्र ही विदेशी मुद्रा विनिमय सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की थी । इस संदर्भ में क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि कुशीनगर में विदेशी मुद्रा विनिमय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सार्थक प्रयास किया जाएगा। जल्द ही इस कार्य शुरू हो जायेगे।

लोहिया आवास के लिए सरकार का खुला खजाना, 3 लाख में बनेगे आवास


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर। डा. राममनोहर लोहिया आवास योजना के लाभार्थियों के लिए प्रदेश सरकार ने अपना खजाना खोल दिया। जिसके तहत प्रत्येक लाभार्थी को एक बेड रूम,  हाल, बरामदा, किचन सहित 304 वर्गफुट के बाथरूम का निमार्ण कराया जाना है। यही नही आवास बनने के बाद उसमें सोलर लाईट व पंखें भी लगाये जाने की योजना है।
इसका लाभ बर्ष 2014-15 में चयनित 41 गांवों को मिलेगा। इस पूरे आवास की लागत 2.75 लाख निर्धारित की गयी है। पात्रों को इस आवास के लिए 1.60 लाख दिये जाने की योजना थी। जिसमें 21.11 साईज के आवास बनाने थे। उसके बाद आवास की साईज को बढा कर 28.30 कर दिया गया।  जिसके लिए 1.15 लाख रूपये के बजट का निर्धारण कर दिया गया है।  इसके साथ 30 हजार रूपये के नेडा सोलर लाईट व पंखें लगाने की योजना है।
इस आवास को बनाने के लिए लाभार्थी को मात्र 25 हजार रूपये लगाने होगें। सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि सीधे खाते में भेज दी जायेगी। यही नही इस आवास को बेहतर बनाने के लिए अधीक्षण अभियन्ता सयुक्त आवास आयुक्त उ.प्र. ग्रामीण आवास परिसद द्वारा नक्शा  बनाया गया है।
योजना में संसोधन की सूचना प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव अरूण सिंघल ने प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, व मुख्य विकास अधिकारी को भेज दी है। इसके बावत कार्यालय जिला ग्राम्य विकास अभिकरण कुशीनगर ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को प्रमुख सचिव के आदेश के अनुपान कराये जाने का निर्देश दिया है।
इस सम्बन्ध में कुशीनगर के परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण ने बताया कि संसोधित शासनादेश के अनुसार लोहिया आवास के लिए कुल 3 लाख रूपये के बजट का प्राविधान किया गया है।

दोआब में बसे दर्जनों गांवों के लिए बनी ढ़ाई करोड़ की परियोजना फ्लाफ


 सात बर्ष बाद भी नही हुआ समस्या में कोई सुधार
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरो
कुशीनगर। नारायणी नदी और बांसी नदी के दोआब में बसे दर्जनों गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली करीब ढाई करोड़ की परियोजना फ्लाफ साबित हो रही है। इस परियोजना के तहत करीब सात बर्ष पूर्व दियारा क्षेत्र को कुशीनगर जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए 2.68 करोड़ रुपये की लागत से बांसी नदी पर बना पुल बनाया गया था।
सात बर्ष पूर्व बना पुल आज भी किसी काम का नही है। दरसल पुल के बनने के बाद पुल का एप्रोच ही नही बना और देखते-देखते सात साल बीत गये। पूर्व की भांति आज भी यहां के लोगों को अपने गंतव्य पर जाने के लिए सात किलोमीटर की अतिरिक्ति दूरी तय करके  जाना पड़ता है।
ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2006 में सेवरही के तत्कालीन विधायक डॉ. पीके राय के प्रयास से चैबेया पटखौली गांव के सामने बांसी नदी पर पुल निर्माण के लिए मंजूरी मिली। लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने इसका शिलान्यास किया था। इसके निमार्ण के लिए सेतु निगम को कार्यदायी संस्था बनाया गया। वर्ष 2007 में सात पाए वाले इस पुल को 2.68 करोड़ रुपये की लागत से बनाया
यदि इस पुल के एप्रोच का निर्माण करा दिया गया होता तो चैबेया पटखौली, रामपुर पट्टी, रामपुर बरहन, खानगी, लक्ष्मीपुर, धोकरहां, अमवादीगर समेत कई गांवों के लोगों के लिए जिला मुख्यालय पहुचने में आसानी हो जाती।
लेकिन आज यह पुल किसी काम का नही है। यही नही इसके बारे कोई सूनने वाला भी नही है। जिसका प्रमुख कारण रहा कि सरकारों के साथ-साथ विधायकों का बदलना इस क्षेत्र के लिए अभिशाप बनता गया। पुल के बारे में विभाग ने फिर से कोई जहमत नही उठायी और न ही सरकारों के साथ बदलते जन प्रतिनिधियों ने ही सोचा।
जिसका परिणाम रहा कि गांव के लोगों को आज भी सात किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी सात बर्ष बाद भी तय करनी पड़ती है।
इस सम्बन्ध में चौबेया पटखौली गांव के निवासी जयप्रकाश कहते हैं कि जब पुल का निर्माण शुरू हुआ था तो काफी खुशी थी। लेकिन यह पुल आज भी किसी काम का नहीं है।
वही इसी गांव के नगीना केवट कहते हैं कि यदि इस पुल का एप्रोच बन गया होता तो सात किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ती। लेकिन कोई जिम्मेदार व्यक्ति इस बारे में नहीं सोचता है। सीताराम का कहना है सात साल से हमें कई किलोमीटर की दूरी तय करके जिला मुख्यालय जाना पड़ता है, अगर एप्रोच शीघ्र नहीं बनाया गया तो क्षेत्र के लोग आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
इधर इस संबंध में जिले के मुख्य विकास अधिकारी जनार्दन बरनवाल का कहना है कि फिलहाल तो इस पुल के बारे में मुझे कोई विशेष जानकारी नहीं है। अधिकारियों से बात करके जानकारी ली जाएगी।

कुशीनगर में शुरू हो गयी वीआईपी नम्बरों की ई-बुकिंग सेवा


हरिगोविन्द चौबे / अजय कुमार त्रिपाठी
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में वाहनों का मनचाहा नंबर पाने के लिए अब परिवहन विभाग के चक्कर लगाने की समस्या से निजात मिल गया हैं। वाहन मालिकों की सुविधा के लिए विभाग ने वीआईपी नम्बरों ई-बुकिंग सेवा शुरू कर दी है। इसके जरिए अब घर बैठे अथवा कहीं से भी मनपसंद नंबर का पंजीकरण कराना आसान हो जायेगा।
ज्ञातव्य हो कि वाहनों पर 0001 से 0009 तक, 4444, 0555, 0786 आदि पंजीकरण नंबर वीआईपी माने जाते हैं। ऐसे नंबरों के लिए परिवहन विभाग में अलग से शुल्क जमा करना पड़ता है। पहले यह नंबर मैनुअली बुक होते थे। ऐसी दशा में अक्सर होता यह था कि वाहन खरीदने से पहले वाहन मालिक परिवहन विभाग के कार्यालय में जाकर मनपसंद या चुनिंदा नंबर चार्ट से चुन लेते थे।

चार-पांच दिन का समय देने के बाद भी उस दरमियान कार्यालय नहीं जाने पर वे नंबर दूसरे वाहन मालिकों को जारी हो जाते थे। ऐसे में विभाग पर भी आरोप लगते थे और वाहन मालिकों को भी परेशानी होती थी। कुछ दिनों पहले गोरखपुर में भी नंबर घोटाले की बात सामने आई थी। ऐसी झंझटों से निजात पाने के लिए परिवहन विभाग ने ई-बुकिंग सुविधा शुरू कर दी। विभाग के मुताबिक ई-बुकिंग के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट वाहन.यूपी.एनआईसी.इनध्यूपी-फैं सीनंबरबिड सर्च करना होगा। ट्रांसपोर्ट विभाग के पोर्टल पर अपने संबंधित आरटीओध्एआरटीओ कार्यालय को चुनना पड़ेगा। जहां से अपनी पसंद का नंबर चुन लेना है। इसका शुल्क डेबिट कार्ड के जरिए जमा करना होगा, जो नंबर के अनुसार 3500 रुपये से लगायत 15000 रुपये तक निर्धारित है। ई-बुकिंग के लिए आवेदन करने के बाद यह एलाटेड नंबर विभागीय पोर्टल की सूची से गायब हो जाएगा। एलाटेड नंबर का प्रिंट परिवहन विभाग के कार्यालय में जमा किया जाएगा, जिसके बाद परिवहन विभाग वाहन के लिए पसंदीदा नंबर जारी कर देगा।

हालाकि यह सुविधा प्रदेश के अन्य जिलों में मई 2014 से ही शुरू हैं। अब इस सुविधा से कुशीनगर को भी लैस कर दिया गया। कुशीनगर के लिए मंगलवार से शुरू हुयी इस सुविधा का लाभ आप कही से भी ले सकते है।इसके लिए कुशीनगर के परिवहन कार्यालय में जाने की आवश्कता नही है।

सम्बन्ध में अंब्रीश कुमार, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि वीआईपी नम्बरों की ई-बुकिंग सेवा मंगलवार से शुरू गयी। इसके शुरू हो जाने से वाहन मालिकों और विभागीय कर्मचारियों के सामने आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिल जाएगा। वाहन मालिक आॅनलाइन जब चाहें, अपने मनपसंद नंबर के लिए आवेदन कर सकेंगे। इतना जरूर ध्यान रखना होगा कि 30 दिन के अंदर विभाग से अपने वाहन के लिए चुने गए रजिस्ट्रेशन नंबर को जरूर ले लें, अन्यथा 30 दिन बाद नंबर और शुल्क दोनों लैप्स हो जाएगा।

श्रद्धालुओं से गुलजार हो गयी बुद्ध की धरती

 रामाभार स्तूप  पर पर्यटक
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। बौद्ध श्रद्धालुओं के सात प्रमुख तीर्थ स्थलों में स्थान रखने वाली बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली सोमवार की देर शाम चीन पर्यटकों के आते ही गुलजार हो गयी। चीन से आये 32 सदस्यों के इस दल ने पूजन कर भारत व चीनी नागरिकों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
सात दिवसीय यात्रा निकला यह चीनी दल चांगसी शहर से नेपाल के रास्ते लुंबनी होते हुए सोमवार को देर शाम को कुशीनगर पहुंचा। यात्रा के दौरान चीनी नागरिक वैशाली, बोधगया, बनारस होते 13 जुलाई को दिल्ली पहुंचकर अपने बतन लौट जाएंगे। कुशीनगर में दल के लोगों ने पहले बुद्ध के शवदाह स्थल रामाभार स्तूप पहुंचकर पूजा अर्चना की।
इस दौरान चीनी नागरिकों ने स्तूप की परिक्रमा भी की। देर शाम को दल के लोगों ने महापरिनिर्वाण मंदिर में स्थित बुद्ध की पांचवीं सदी की शयनमुद्रा वाली प्रतिमा के समक्ष पूजा अर्चना की। कुशीनगर भ्रमण के दौरान चीनी नागरिक संवाददाताओं से बातचीत करने से बचे। लेकिन ग्रुप लीडर मिस टारा ली ने बताया कि भारत को लेकर आम चीनी नागरिकों में उत्सुकता रहती है।
आम चीनी नागरिक भारत को नजदीक से देखना चाहता है। टूर और ट्रैवेल कारोबार से जुड़ी टारा ली का मानना है कि दोनों देशों के संबधों में प्रगाढ़ता के लिए वीजा नीति को लचर बनाए जाने की जरूरत है। लारा का कहना है कि यूरोपीय देशों की यात्रा के लिए चीनी नागरिकों को टूरिस्ट वीजा 24 घंटे में मुहैया हो जाता है। भारत आने के लिए कठिन प्रक्रिया से गुजरना होता है। ग्रुप में चीन के काॅरपोरेट जगत से जुड़े नागरिक वांग जैन, वांग जुयान, वान जुयान, झूं, झांग एनी समेत कई बौद्ध भिक्षु भी शामिल रहे।

भारत की यात्रा में बीजा प्रणाली बाधक-मिस ली


 भारत को नजदीक से देखना चाहता आम चीनी नागरिक
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
कुशीनगर। भारत बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए पवित्र भूमि मानी जाती है। ऐसे में प्रत्येक चीनी व्यक्ति भारत की इस पवित्र भूमि पर पहुचना चाहता है। भारत की यात्रा में यहां की बीजा प्रणाली बाधक हो जाती है अगर इसे सरल कर दिया जाये तो चीनी से भारत आने वाले बौद्ध श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ जायेगी।

भगवान बुद्ध की परिनिवार्ण स्थली कुशीनगर के साथ पूरे बौद्ध परिपथ के भ्रमण पर आए चीनी पर्यटकों की ग्रुप लीडर मिस टारा ली ने कुशीनगर में माना कि भारत चीन में बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए पवित्र भूमि है। यही कारण है कि यहां हर कोई आना चाहता है। ऐसे में आम चीनी नागरिक भारत को नजदीक से देखना चाहता है। टूर और ट्रैवेल कारोबार से जुड़ी टारा ली का मानना है कि दोनों देशों के संबधों में प्रगाढ़ता के लिए वीजा नीति को लचर बनाए जाने की जरूरत है। लारा का कहना है कि यूरोपीय देशों की यात्रा के लिए चीनी नागरिकों को टूरिस्ट वीजा 24 घंटे में मुहैया हो जाता है। भारत आने के लिए कठिन प्रक्रिया से गुजरना होता है।
पत्रकारों से बातचीत में ली ने कहा कि बौद्ध धर्म का उद्धभव भारत में हुआ और यही से बौद्ध धर्म चीन सहित विश्व के तमाम देशों में फैला। भगवान बुद्ध द्वारा प्रतिपादित या धर्म मध्यम मार्ग का अनुसरण करने की बात कहता है। इसलिए इसकी ग्राह्यता प्रतिदिन बढ़ रही है। उन्होंने प्राचीन काल के चीनी यात्रियों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भी बौद्ध धर्म के प्रचार और प्रसार में महत्वूपर्ण योगदान दिया है। प्राचीन काल से ही दोनों देशों के बीच मैत्री पूर्ण संबंध रहे हैं।
चीनी जनता इन संबंधों को कायम रखना चाहती है। यह दल चीन के चांगसी शहर से काठमांडू होते हुए लुम्बिनी और फिर भारत पहुचा। सोमवार की देर शाम कुशीनगर पहुचा यह दल मंगलवार को प्रात वैशाली के लिए रवाना होगया। वहां से बोधगया, बनारस, सारनाथ के बाद 13 जुलाई को दिल्ली पहुंच कर स्वदेश लौट जायेगा।

कुशीनगर में तैनात 956 सिपाहियों का हुआ तबादला


टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
पडरौना, कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 956 तैनात सिपाहियों को अपने गृह जनपद के निकट तैनाती दे दी गयी है। तबादला आदेश के बाद सोमवार की देर शाम सभी सिपाहियों को नई तैनाती वाली जगह पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए विभाग द्वारा रिलीव कर दिया गया।
कुशीनगर जनपद के पुलिस कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश शासन के नए सर्कुलर में अपने गृह जनपद के निकट तैनाती पाए सिपाहियों के स्थानांतरण का निर्देश है। अपने गृह जनपद के निकट सिपाहियों की तैनाती के शासन की व्यवस्था से कुशीनगर में तैनात कुल 956 सिपाही प्रभावित थे। जिनका सोमवार को स्थानांतरण गैर जिले के लिए कर दिया गया।
तबादले की जद में आए इन सिपाहियों का तबादला डीआइजी रेंज गोरखपुर डा. संजीव कुमार गुप्त तथा पुलिस कप्तान ललित कुमार सिंह के आदेश पर हुआ। स्थानांतरित सिपाहियों को नई तैनाती वाले स्थान पर शीघ्र आमद के लिए सोमवार की देर शाम विभाग द्वारा कार्यमुक्त कर दिया गया।
इस अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सिपाहियों की तैनाती को लेकर जारी नए सर्कुलर के क्रम में जिले में तैनात सिपाहियों का स्थानांतरण कर उन्हें रिलीव कर दिया गया है। वहीं जिले में आने वाले सिपाहियों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। एक-दो दिन में जिले में आमद करने वाले सिपाहियों की संख्या स्पष्ट हो जाएगी।

संसाधन के अभाव में अपराधियों के सामने बदहाल पुलिस

मिथिलेश कुमार/अजय कुमार त्रिपाठी
टाईम्स आफ कुशीनगर व्यूरों
दुदही/कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में तीव्र गति से बढ़ रहे अपराध के सामने बदहाल व अस्त-व्यस्त थानों की घीसी-पीटी व्यवस्था कहीं जिम्मेंदार मानी जाने लगी हैं। उ0प्र0 की सीमायें पडोंसी राष्ट्र नेपाल व पडोसी राज्य बिहार को जोड़ती है। प्रदेश में नक्सली गति विधियां व तस्करी के वस्तुआंे का आयात बहुधा इन्ही सीमाओं से होता रहता हैं। इतना ही नहीं बहुत ऐसे भी अपराधी हैं जो अपराध के बाद नेपाल और बिहार में अपनी शरण स्थली बना लेते हैं और पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो जाते हैं। ऐसंे सीमा पर बने पुलिस थाने की बदहाल स्थिति दीवार बनकर खड़ी हो जाती है। जिससे पुलिस अपराधी के सामने बौना साबित होती हैं। सीमा पर बने पुलिस थानों को अत्याधुनिक साधनों से युक्त बनाया जाना चाहिये।
कुशीनगर जनपद के थाना बरवापट्टी, विशुनपुरा, सेवरही, पटहेरवा ये थाने पडोंसी राज्य बिहार की सीमा पर स्थित है। इन थाना क्षेत्रों के रास्ते पशु तस्करी, गाजा, चरस सहित मासूम बच्चियों को भागाने जैंसे अपराध किये जाते हैं यद्यपि पुलिस इन पर पैनी नजर रखती हैं परन्तु संसाधन के अभाव मे पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरबान तक नही पहुच पाते। जिसका प्रमुख सीमा पर स्थित थानों की बदहाली है। इन थानों पर सिपाहियों की संख्या मंे कमी, महिला पुलिस का अभाव, खटारा वाहन के साथ अत्याधुनिक हथियारों कमी हमेंश से बनी हुयी हैं। इसके साथ ही अग्रेंजों के जमाने से चला आ रहा पुलिस एमूलेसन एक्ट भी कम उत्तरदायी नहीं हैं।
यू0पी0 और बिहार की सीमा पर स्थित थाना बरवापट्टी यहाॅ आरक्षी आवास, यातायात के साधन, शस्त्रों की संख्या के साथ मूल भूत सुविधाओं का अभाव पुलिसिंग को प्रभावित कर रहा हैं। यही हाल थाना विशुनपुरा का हैं। 45 सिपाहियों के जगह वर्तमान में 32 सिपाही हैं। थाने का वाहन डग्गामार वाहन से कही कम नहीं हैं । सबसे बुरा हाल थाना पटहेरवा के सीमा पर स्थित कटेया थाना गोपालगंज बिहार का है। प्रथम दृष्टया थाना किसी अजायबघर जैसा भी नहीं दिखता। सीमा पर स्थित महत्वपूर्ण थाने में महज 12 सिपाही तैनात हैं। 12 आउट पोस्ट हैं जो कागजपूर्ति मंे ही है। तस्करी के दृष्टिकोण से यू0पी0 के थाना तरया व पटहेरवा के बाद बिहार का कटेया थाना अतिमहत्वपूर्ण हैं। परन्तु अपनी बदहाली के कारण जो पुलिसिंग होनी चाहिये नहीं हो पाती हैं। ऐसे में अपराधियों के हाथ जहाॅ अत्याधुनिक साधन है वही पुराने घीसी-पीटी  साधन से हमारी पुलिस अपने आप को अक्षम पा रही है।
क्या कहते हैं थानेदार
कुुशीनगर के थाना बरवापट्टी में तैनात थानाध्यक्ष सौदागर राय का कहना हैं कि थाना का क्षेत्रफल छोटा है परन्तु रेतीले रास्ते पुलिस को अपना काम करने में बाधा डाल रहे हैं।
कुुशीनगर के थाना विशुनपुरा हरिश्चन्द्र राम का कहना हैं कि पुलिस कम संसाधन में भी अपनी जिम्मेदारी बखुबी निभा रही हैं परन्तु कभी कभी संसाधनों का अभाव पंगु बना देता हैं।
कुुशीनगर के थानाध्यक्ष पटहेरवा कमला यादव का कहना है कि संसाधन का अभाव स्वास्थ पर भी प्रभाव डाल रहा हैं। फिर भी हम अपने उत्तरदायित्वो को निभा रहे हैं।
थानाध्यक्ष सेवरही जैसराज यादव का कहना है कि संसाधन का अभाव हमारे कर्तव्य पालन नहीं रोक सकता।  
वही विहार प्रान्त के गोपालगंज जिले के थानाध्यक्ष कटेया बी0पी0 आलोक का कहना है कि कभी-कभी यू0पी0 की पुलिस किसी अपराधी भागने की सुचना देती हैं तो हम यातायात के साधन खटारा जीप से जातें रह जाते है। सही टाईमिंग नही पहुंचने से अपराधी भगाने में सफल हो जाते हैं। थाने पर सिपाहियों की कमी है। यदि हमें संसाधन युक्त कर दिया जाये तो बिहार की पुलिसिंग में गुणात्मक सुधार नजर आएगा ।