रविवार, 30 दिसंबर 2012

कुशीनगर के लोगो ने दामिनी को दी श्रद्धांजली, निकाला कैन्डल मार्च




कुशीनगर । गैंगरेप पीडि़ता दामिनी की मौत के बाद उसे श्रद्धांजली देने के लिए लोगों का हुजूम रविवार को कुशीनगर की सडकों पर उतर पड़ा। इसके साथ ही लोग ने कैंडिल मार्च निकाला और सच्ची श्रद्धांजली दी।

कुशीनगर जनपद के पडरौना नगर में रविवार को कोहरे व ठण्ड के बीच लोगों का हुजूम कैन्डल लिये करीब 5 बजकर 30 मिनट पर नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए सुभाष चैक पर पहुच कर दामिनी की भारत की बीरांगना कह कर सच्ची तक श्रद्धांजली दी।इस अवसर पर पडरौना नगर के तमाम छात्र, नागरिक व व्यापारी मौजुद रहै।
ज्ञातव्य हो कि 16 दिसंबर की रात चलती बस में छात्रा से गैंगरेप हुआ था। उस दौरान आरोपियों ने उस पर क्रूरता से हमला किया और उसके एक साथी से मारपीट की थी। बाद में आरोपियों ने चलती बस से दोनों को बाहर फेंक दिया था। जिसकी शनिवार की सुवह मौत हो गयी।

कुशीनगर में रविवार का दिन भी कोहरे के आगोश में


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रविवार का दिन भी कोहरे के आगोश में समा गया । स्थिति ऐसी रही कि तापमान गिरता ही जा रहा है।

ज्ञातव्य हो कि अभी कोहरे से निजात नही मिल सका है। रविवार का दिन भी ठंड के लिहाज से भारी रहा पूरे दिन पड़े कोहरे ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी।

अपराह्न बाद थोड़ी गर्माहट महसूस हुयी फिर कुछ देर बाद ठण्ड जैसे के तैसे हो गयी। अधिकतम तापमान में थोड़ा बदलाव हुआ और वह 14 डिग्री तक पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान में कल की तुलना में कोई सुधार नही रहा।

शनिवार, 29 दिसंबर 2012

पति ने फेका अपनी ही पत्नि के चेहरे पर तेजाब



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक शराबी पति ने अपने ही पत्नी के चेहरे पर तेजाब फेंक उसकी हत्या करने का प्रयास किया है। ऐसी बारदातो ने समाज कराहने लगा है।

कुशीनगर जिले में महिलाओं पर लगातार जुल्म का सिलसिला जारी है। एकशराबी पति ने आंधी रात को घर में सोयी अपनी पत्नी के चेहरे पर तेजाब उडेल कर हत्या करने का अमानवीय कृत्य किया है। जिसमें महिला की हालत गम्भीर बनी हुई है।

कुशीनगर पुलिस ने पीडि़तों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उसके क्रूर पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह घटना पडरौना नगर के मुख्य बाजार दक्षिणी की है।

यहां विवाहिता मेहदी निशा की शादी साकिर अली उर्फ दरोगा मिया से हुई है। निकट के बाडी टोला निवासनी महिला की शादी होने के कुछ दिनो के बाद से ही उसका पति उसके साथ बद्सलूकी करने लगा था। इसी बीच उसके बच्चें भी होगये। किन्तु पति के बर्ताव में कोई तब्दीली नहीं हो सकी थी।

पति ने फेका अपनी ही पत्नि के चेहरे पर तेजाब



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक शराबी पति ने अपने ही पत्नी के चेहरे पर तेजाब फेंक उसकी हत्या करने का प्रयास किया है। ऐसी बारदातो ने समाज कराहने लगा है।

कुशीनगर जिले में महिलाओं पर लगातार जुल्म का सिलसिला जारी है। एकशराबी पति ने आंधी रात को घर में सोयी अपनी पत्नी के चेहरे पर तेजाब उडेल कर हत्या करने का अमानवीय कृत्य किया है। जिसमें महिला की हालत गम्भीर बनी हुई है।

कुशीनगर पुलिस ने पीडि़तों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर उसके क्रूर पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह घटना पडरौना नगर के मुख्य बाजार दक्षिणी की है।

यहां विवाहिता मेहदी निशा की शादी साकिर अली उर्फ दरोगा मिया से हुई है। निकट के बाडी टोला निवासनी महिला की शादी होने के कुछ दिनो के बाद से ही उसका पति उसके साथ बद्सलूकी करने लगा था। इसी बीच उसके बच्चें भी होगये। किन्तु पति के बर्ताव में कोई तब्दीली नहीं हो सकी थी।

कुशीनगर में कोहरे ने लगाया र्कफ्यु जीवन अस्त-व्यस्त




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कोहरे ने र्कफ्यु लगा दी है। आलम है कि शनिवार के दिन भी पारे में भारी गिरावट का दौर जारी रहा। अधिकतम तापमान साढ़े 13 डिग्री तक लुढ़ककर तक पहुंच गया।

ज्ञातव्य हो कि मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक ठंड और कोहरा से अभी निजात मिलने की संभावना नहीं है। शनिवार का दिन ठंड के लिहाज से भारी रहा पूरे दिन पड़े कोहरे ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी। सर्दी के एकाएक रफ्तार पकड़ने से लोगों की दिनर्चया अस्त-व्यस्त हो गयी।

अपराह्न बाद थोड़ी गर्माहट महसूस हुयी फिर कुछ देर बाद ठण्ड जैसे के तैसे हो गयी। अधिकतम तापमान 13 डिग्री तक पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान में कल की तुलना में कोई सुधार नही रहा। पारा लगभग दो डिग्री सेल्सियस चढ़कर 7 डि.से. तक पहुंच गया।

मौसम विज्ञानी शफीक अहमद के अनुसार मौसम का मिजाज शनिवार को कुछ प्रभावित रहा है। ठंड और कोहरे से अभी राहत के आसार कम है। सुबह कोहरे के अधिक घना होने की संभावना है। 31 दिसम्बर से न्यूनतम तापमान और गिरने से गलन बढ़ सकती है।

हाड़ कपा देने वाली ठण्ड और गरीबों का हमदर्द जिला प्रशासन




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने गरीबो का हाल बूरा कर दिया है लेकिन प्रशासन अभी तक गरीबों के कुछ नही कर सका है। यहां तक की कंबल की व्यवस्था भी नही हो सकी है ।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर जनपद में आपदा प्रबंधन विभाग से हर वर्ष कंबल की खरीद कर जिला प्रशासन गरीबों में बांटता है। इससे गरीबो को काफी राहत मिलती है। इत्फाक है या कुछ और कि अभी तक गरीबों के लिए जिला प्रशासन कुछ नही कर सकाहै।

ठण्ड से राहत देने के लिए जिला प्रशासन हर बर्ष गरीबों को आपदा प्रबंधन के मद से कम्बल बांटता है इस साल अभी तक कुछ नही बंट सका है।

बताया जारहा है कि कुशीनगर जनपद में इस साल 20 लाख रुपये की कंबल खरीद होनी है। दिसंबर बीतने को है पर प्रशासन अभी तक एक भी सरकारी कंबल नहीं बांट सका है। नवंबर माह से ही कंबल वितरण शुरू हो जाना चाहिए। उधर, पिछले एक पखवारे से जनपद में शीतलहर जारी है। तापमान लगातार गिर रहा है।

गैंगरेप पीड़िता को बचाने की हर मुमकिन कोशिश नाकाम

नई दिल्ली । गैंगरेप पीड़िता को बचाने की हर मुमकिन कोशिश नाकाम हो गई। शरीर के कई अंगों के काम बंद कर देने से शनिवार तड़के सिंगापुर के अस्पताल में उसका निधन हो गया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही दिल्ली में कई जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।

गैंगरेप पीड़िता ने शनिवार तड़के सवा दो बजे सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसके फेफड़ों और पेट में इंफेक्शन था, दिमाग में भी गंभीर चोटें लगी थीं। 27 दिसंबर को जब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उसके बाद से लगातार बचाए जाने की कोशिशें जारी थीं। लेकिन शरीर के कई अंगों के काम बंद कर देने से डॉक्टरों का प्रयास विफल हो गया।

गौरतलब है कि 16 दिसंबर की रात चलती बस में छात्रा से गैंगरेप हुआ था। उस दौरान आरोपियों ने उस पर क्रूरता से हमला किया और उसके एक साथी से मारपीट की थी। बाद में आरोपियों ने चलती बस से दोनों को बाहर फेंक दिया था। देशभर में इस घटना पर लोगों के आक्रोश और प्रदर्शनों से पुलिस ने तत्कान कार्रवाई कर सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 

शुक्रवार, 28 दिसंबर 2012

पंचायत युवा क्रीड़ा कार्यक्रम अभी खटाई में


कुशीनगर ।  भारत सरकार की तरफ से संचालित पंचायत युवा क्रीड़ा कार्यक्रम अभी खटाई में जाता दिख रहा है। धन के अभाव में दो सत्रों से कुशीनगर में खेल सामग्रियां नहीं खरीदी जा सकी ।

जानकारी के मुताबिक पायका के तहत कुशीनगर जिले के 956 गांवों में क्रीड़ाश्री का चयन किया जाना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लाक स्तर और ग्राम स्तर पर एक-एक क्रीड़ाश्री का चयन होता है। इसमें ब्लाक स्तर के क्रीड़ाश्री को एक हजार रुपये और ग्राम स्तर के क्रीड़ाश्री को 500 रुपये विभाग की तरफ से दिया जाता है। इसके लिए 19 वर्ष से कम उम्र के बालक्/बालिका ही अर्ह होते हैं। योजना में भारत सरकार 75 प्रतिशत और राज्य सरकार 25 प्रतिशत धन देती है।

विभागीय आकड़ों के अनुसार पायका कार्यक्रम संचालित करने के लिए एक केंद्र के अंतर्गत 4600 की आबादी होनी चाहिए। जिन गांवों की जनसंख्या कम है, वहां दो-तीन गांवों को जोड़कर केंद्र बनाया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2009-10 में कुल 96 गांव चयनित हुए थे। इनके लिए 96 क्रीड़ाश्री का चयन किया गया था। वित्तीय वर्ष 2010-11 और 2011-12 में भी क्रीड़ाश्री का चयन होना है।

इस सम्बन्ध में राधेश्याम पासवान जिला युवा कल्याण अधिकारी, कुशीनगर का कहना है कि पायका के लिए क्लस्टर बन गया है। बड़ी ग्राम सभाओं में एकल केंद्र बनाए जाएंगे। जिन गांवों की जनसंख्या 4600 से कम है, वहां दो-तीन गांवों को जोड़ा जा रहा है। केवल चयन का काम हुआ है। धन न मिलने से खेल सामग्रियां उपलब्ध नहीं हो पाई हैं। शासन से धन आने पर ही इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा सकेगा।

कुशीनगर में बंद रहेंगे प्रमुख धर्म स्थल




कुशीनगर । भगवान बुद्ध के परिनिवार्ण स्थल पर स्थित कुशीनगर के सभी धर्म स्थल बन्द रहेगें। वही पूरातत्व विभाग के स्वामीत्व वालें धर्म स्थलों को कड़ी सुरक्षा के बीच खोला जायेगा।

कुशीनगर में इस बर्ष भी कुछ प्रमुख दर्शनीय मंदिरों जैसे थाई वाट, जैपनीज मंदिर और लिन्ह सन चाइनीज वियतनामी मंदिर समेत कई परिसर नये साल के प्रथम दिन पर सुरक्षा के कारणों से बंद रहेंगे।
 
बताते चले एक जनवरी को देशी विदेशी सैलानी नये साल को सेलीब्रेट करने के लिए प्रत्येक बर्ष आते है यहां पिकनिक मनाने और मौज-मस्ती के उद्देश्य से कुशीनगर में आने वाले लोग कुशीनगर में स्थित बुद्ध मंदिरों का भी दर्शन करते हैं। गीत संगीत की धुन पर नाचते हैं और नये साल के पहले दिन को यादगार बनाते हैं।

यहा स्थित सभी धर्म स्थलों के प्रबंधक नववर्ष के पहले दिन परिसर में प्रवेश निषेध कर देते हैं। एक इससे भारतीय पर्यटक निराश तो होते ही हैं, विदेशी पर्यटक भी इन मंदिरों की कलाकृतियों को देखने से वंचित रह जाते हैं। इन मंदिरों के प्रबंधकों का कहना है कि प्रशासन कैंपस में सुरक्षा प्रबंध नहीं करता। इससे क्लोज का बोर्ड लगाना मजबूरी हो जाती है।

इस सम्बन्ध में भिक्षु अस्स प्रबंधक जापानी टेम्पल ने बताया कि नये साल के दिन पर्यटक परिसर में उधम मचाते है। भीड़ किसी की भी नहीं सुनती। प्रशासन अंदर कोई सुरक्षा नहीं मुहैया कराता है। इसे नाते बंद रखना पड़ता है।
वही सहायक संरक्षण पुरातत्वविद अविनाशचंद त्रिपाठी बताते है कि पुरातत्व विभाग के स्वामित्व वाले सभी मंदिर खुले रहेंगे। विभाग के लोग धरोहर की सुरक्षा तो करेंगे ही, प्रशासन से भी सुरक्षा मांगी जाएगी। पर्यटकों से भी धरोहरों को गंदा या क्षतिग्रस्त नहीं करने की अपील की जाएगी।

कुशीनगर में नववर्ष के अवसर पर सुरक्षा के खास इन्तजाम


कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नववर्ष के अवसर पर सुरक्षा के खास इन्तजाम किये हुए है। इसके लिए दो कंपनी पीएसी, दस एसओ के अलावा महिला पुलिस भी तैनात रहेगी। पार्किंग के लिए टीएसआई और एलआईयू को जिम्मेदारी गई है। इसके अलावा चार वीडियो कैमरे भी लगाए जाएंगे।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर में नववर्ष के दिन भारी भीड़ जुटती है। पिकनिक मनाने के लिए कुशीनगर जिले के अलावा पड़ोसी जिला महराजगंज, देवरिया और गोरखपुर से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं।

भारी भीड़ के चलते यहां सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संकट खड़ा हो जाता है। पुलिस अधीक्षक कुशीनगर डीके चैधरी के मुताबिक इस वर्ष वहां सुरक्षा के पूरे बेहतर इन्जाम किये गये है।  इसके लिए दस थानाध्यक्ष और दो कंपनी पीएसी की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही  महिला पुलिस का भी इंतजाम किया गया है ।

यही नही पुलिस ने लोगों पर नजर रखने के लिए चार वीडियो कैमरे लगाने की योजना बनायी है। होटल मालिकों को निर्देशित किया गया है कि वे इस दिन होटल में किसी को शराब न पीने दें। जिन्हें कमरा दिया जाए उनका परिचय पत्र देखा जाए। मेला क्षेत्र में शराब पीना, मांस पकाना, अश्लील गाने आदि पर रोक रहेगी। शराब पीने वालों पर सख्ती के लिए इस बार मशीन भी लगाई जाएगी।

गुरुवार, 27 दिसंबर 2012

कुशीनगर में भगवान भाष्कर ने दिये र्दशन




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक हफ्ते बाद भगवान भाष्कर के दर्शन हुए और लोगों ने राहत की सांस ली।

ज्ञातव्य हो की कुशीनगर शीतलहर की चपेट में है। कुशीनगर जनपद की हालत एक हफ्ते से बहुत ही खराब थी। ऐसे में शीतलहर से बच्चों, बूढ़ों और नौजवानों का हाल बुरा हो गया था। शीतलहर और गलन से लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल था।

 यही कारण रहा कि अब तक ठण्ड की आगोश में छ लोग समा चूके है। ऐसे में सूर्य की धूप से महरूम होने वाले इस कुशीनगर में सूर्य के निकलते ही लोग घरो से बाहर हो गये और राहत की सांस ली यही नही सबके चहरे खिल गये।

मात्र 20 रूपये में ही मिलेगा सम्पूर्णानन्द का व्यक्तिगत परीक्षा अवेदन पत्र



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्व विद्यालय से व्यक्तिगत आवेदन करने वालों के लिए एक राहत भरी खबर है। अव उन्हें मात्र 20 रूपये में ही आवेदन पत्र विश्व विद्यालय के काउण्टर से प्राप्त हो जायेगें।

अभी हाल ही विश्व विद्यालय के द्वारा जारी निर्देश के अनुसार व्यक्तिगत परीक्षा के लिए आवेदन करने वालें छात्र अब मात्र 20  रूपये में ही परीक्षा आवेदन पत्र  विश्व विद्यालय के काउण्टर से प्राप्त कर सकेगे।

विश्व विद्यालय से सम्बद्ध महा विद्याालयों को इसके लिए सूचना जारी कर दी गयी है। कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत परीक्षा फार्म मात्र 20 रूपये में प्राप्त कर सकता है उसे आवेदन पत्रों को पूर्णतया भर कर उसके साथ सम्बन्धित कक्षा का परीक्षा शुरू का डाªफ्ट लगाना होगा।

इसके पूर्व प्राईवेट परीक्षा के लिए पहले ही परीक्षा शुल्क लेकर ही आवेदन पत्र दिये जाते थे। लेकिन 5 जनवरी से 10 जनवरी तक मिलने वाले परीक्षा फार्म के लिए यह एक नयी व्यवस्था है।

इस आशय की जानकारी देते हुए रबीन्द्राश्रम संस्कृत विद्यालय पडरौना कुशीनगर के प्रधानाचार्य शिवजी त्रिपाठी ने बताया कि यह वर्तमान समय में एक नयी व्यवस्था है। पहले परीक्षा शुल्क पूर्व में ही ले लिया जाता था।

मंगलवार, 25 दिसंबर 2012

कुशीनगर में ठण्ड से पाच की गयी जान








कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शीतलहर से मरने वालों की संख्या इजाफा होने लगा है। अब तक पाच की जाने चली गयीं।

जानकारी के अनुसार कुशीनगर में कसया विकास खंड के ग्राम बटेसरा एवं कनखोरिया में ठंड के चलते एक महिला सहित दो व्यक्तियों की मौत हो गयी। जिसमें ग्राम बटेसरा निवासी लचिया देवी पत्नी जनक उम्र 50 वर्ष की ठंड के चलते रविवार को मौत हो गयी। कनखोरिया निवासी 65 वर्षीय मुनेसर चैहान पुत्र सरल को रविवार को ठंड लगने से उल्टी-दस्त शुरू हो गयी और कुछ ही देर बाद इनकी भी मौत हो गयी।

ग्राम सभा बगरा देउर में सोमवार सुबह 60 वर्षीय रामाश्रय पुत्र रमापति गोड़ की ठंड लग जाने से मृत्यु हो गई। वही विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बरिया पट्टी निवासी भदही पुत्र झपसी (57 वर्ष) की आज देर शाम ठंड लगने से मौत हो गयी।

इसी तरह जनपद के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के गांव बुलहवा टोला जोकहिया में शुक्रवार की शाम केदार नाम के एक 50 वर्षीय व्यक्ति की ठण्ड लगने से मौत हो गई। केदार अपने चाय की दुकान पर शाम के 6:15 बजे प्याज काट रहे थे, तभी वही गिर पड़े। घर के लोग केदार को लेकर कोटवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे, जहां रात के 1:30 बजे उनकी मौत हो गई।
 

कुशीनगर में अब फर्जी एस ओ जी के काम करने का खुलाशा



कुशीनगर 25 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अब फर्जी एस ओ जी के काम करने खुलाशा हुआ है। जिसके पाच सदस्यों को कुशीनगर पुलिस ने गिरफतार करने का दावा किया है।

कुशीनगर जनपद के कसया थाना क्षेत्र में नगर के पुराने फाजिलनगर रोड स्थित एक होटल से सोमवार को देर शाम पुलिस ने फर्जी एसओजी टीम के सदस्य के रूप में ठहरे पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से भारी मात्रा में असलहे और कारतूस भी बरामद किये। पकड़े गये अपराधियों का सरगना एक बर्खास्त हेड कांस्टेबल है। शेष तीन होमगार्ड के जवान बताये जाते हैं।

पुलिस क्षेत्राधिकारी बी.आर. सरोज व प्रभारी थानाध्यक्ष कसया चांद हुसैन ने इसका खुलाशा करते हुए बताया कि मुखबीर के जरिये सूचना मिली कि उक्त होटल के कमरा न. 4 व 5 में करीब आधा दर्जन असलहाधारी बदमाश रूके हुए हैं जो आज रात कहीं किसी लूट की घटना को अंजाम देने वाले हैं। इस सूचना के आधार पर जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो बाहर खड़ी एक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी जो देवरिया जिले के तरकुलवा थाना क्षेत्र के कंचनपुर की थी भाग निकली। पकड़े गये अभियुक्तों ने अपने को एस.ओ.जी. टीम का सदस्य बताकर इस होटल में अपनी इन्ट्री करायी थी। इसके सरगना की पहचान अशोक कुमार राव उर्फ विनोद उर्फ पप्पू पुत्र सुभाष निवासी ग्राम केवटलिया थाना मदनपुर जिला देवरिया बताया गया जो सी.आई.एस.एफ. बोकारो से हेड कांस्टेबिल के पद से बर्खास्त किया गया है। इसी ने अपने शेष चारों मित्रों को असलहे के साथ यहां बुलाया था। जिनका नाम बृजराज शर्मा पुत्र बसंत प्रसाद शर्मा ग्राम बिगनापार थाना बेलघाट, संतोष तिवारी पुत्र शिवाकान्त ग्राम व थाना बेलघाट, अरविन्द तिवारी पुत्र जगदीश निवासीग्राम कुशलदेइया थाना उरवा बाजार तथा सदानन्द पूरी पुत्र श्रीराम पूरी ग्राम हरीलालपूरा थाना उरवा सभी जनपद गोरखपुर के बताये गये।

पुलिस ने इनके पास से फैक्ट्री मेड 12 बोर का एस.बी.एल. गन, 32 बोर का रिवालवर, डी.बी.बी.एल. गन तथा कारतूस बरामद किये गये। ये सभी बन्दूकें लाइसेंसी थी। पकड़े गये अपराधियों में संतोष तिवारी, अरविन्द तिवारी और सदानन्द पूरी होमगार्ड के जवान बताये जाते हैं। पुलिस का मानना था कि ये सभी किसी बड़े अपराधिक घटना को अंजाम देने वाले थे। पुलिस ने इनके विरूद्ध मुकदमा अन्तर्गत धारा 419, 420 व 471 भा.द.सं. में पंजीकृत कर लिया है और वह इन अभियुक्तों को बुधवार को रिमाण्ड के लिए अदालत में पेश करेंगे।



दुराचार व छेड़खानी की घटनाओं पर अंकुश के लिए पुलिस की नयी पहल



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में दुराचार व छेड़खानी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में होने वाली यूपी पुलिस अब नई पहल करने जा रही है। अब पुलिस इनसे अच्छे आचरण की गारन्टी देने वाला बांड भरायेगी। अब तक यह बांड दस नंबरी लोगों को भरना पड़ता है।

पुलिस विभाग इसके लिए उन मामलों को चिह्नित कर रहा है जो पिछले कुछ वर्षों के दौरान दर्ज हुए हैं और जिनमें अदालत में सुनवाई चल रही है। ऐसे मामलों को चिह्नित कर उनकी समीक्षा की जानीं है। समीक्षा के दौरान इन बातों पर ध्यान दिया जायेगा कि कौन सा मामला कैसा है, कौन सा अधिक गंभीर है।

अधिकारियों ने तय किया है कि दुराचार व छेड़खानी के आरोपियों से अच्छे आचरण बनाये रखने की गारन्टी देने वाला यह बांड भराया जाएगा कि वे भविष्य में ऐसी हरकत नहीं करेंगे और समाज में अच्छा आचरण करेंगे। इस बांड की बाध्यता एक वर्ष की होगी। यह बांड दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 110 जी के तहत भरवाया जाना है । मजिस्ट्रेट के सामने भरे जाने वाले इस बंध पत्र में आरोपी को जमानत भी देनी होगी। जमानत की राशि मजिस्ट्रेट द्वारा तय की जाएगी।

सरकार के नये ब्राड प्रारूप को लेकर कुशीनगर चर्चा तेज हो गयी है। इस सम्बन्ध में कुशीनगर पुलिस अधीक्षक डी के चैघरी का कहना है कि शासन स्तर से जो निर्णय होगें उसका अनुपालन शत प्रतिशत होगा।

सोमवार, 24 दिसंबर 2012

पत्रकार की मौत पर जे डब्लू ओ ने जताया विरोध



 
कुशीनगर । जर्नलिस्ट्स वेलफेयर आर्गनाईजेशन ने इम्फाल में हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन रविवार को पुलिस गोलीबारी में एक पत्रकार की मौत पर कड़ा विरोध जाहिर किया है।


आर्गनाईजेशन ने अपने जारी एक विज्ञप्ति में देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की है।

आर्गनाईजेशन ने रविवार को इंफाल पश्चिमी जिले में थांगीबांद इलाके में दर्शनकारियों के बीच पुलिस के गोलियों से एक पत्रकार नानाओ सिंह उम्र 29 की मौत का पर कड़ा विरोध किया है।
अगर ऐसे ही पत्रकारों की मौत होती रही तो देश का लोकतंत्र खतरे में पड़ जायेगा और चारो तरफ देश के पत्रकार सड़क पर उतर जायेगें।

इसी तरह दिल्ली में हुए गैंग रेप काण्ड के विरोध कर रहे प्रर्दशनकारियों के बीच पत्रकारों के साथ दमन कारी कार्य  पुलिस द्वारा किया गया, उसकी निन्दा की है ।

कुशीनगर में ठण्ड से दो की गयी जान



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शीतलहर से मरने वालों की संख्या इजाफा होने लगा है। अब तक दो जाने चली गयीं। जिला प्रशासन ने अलाव जलाने के लिए निर्देशित किया है।

कुशीनगर में कसया शिव मंदिर के पीछे रहने वाली एक वृद्ध महिला की ठंड लगने से मौत हो गयी। महिला अत्यंत निर्धन थी और लोगों से भोजन मांगकर जीवन यापन करती थी। बीती रात ठंड लगने से उसकी मौत हो गयी उसे आज कमरे में मृत पाया गया।

इसी तरह जनपद के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के गांव बुलहवा टोला जोकहिया में शुक्रवार की शाम केदार नाम के एक 50 वर्षीय व्यक्ति की ठण्ड लगने से मौत हो गई। केदार अपने चाय की दुकान पर शाम के 6:15 बजे प्याज काट रहे थे, तभी वही गिर पड़े। घर के लोग केदार को लेकर कोटवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे, जहां रात के 1:30 बजे उनकी मौत हो गई।

वही जिला प्रशासन की तरफ से  जगह-जगह अलाव जलाने हेतु सम्बन्धित उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये है
 

रविवार, 23 दिसंबर 2012

कुशीनगर में शीत लहर ने ले ली एक की जान


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बीते एक हफ्ते से पड़ रही इस शीत लहर ने एक व्यक्ति की जान ले ली है। यही नही कई लोग बीमार हो गये है।

जनपद के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के गांव बुलहवा टोला जोकहिया में शुक्रवार की शाम केदार नाम के एक 50 वर्षीय व्यक्ति की ठण्ड लगने से मौत हो गई। केदार अपने चाय की दुकान पर शाम के 6:15 बजे प्याज काट रहे थे, तभी वही गिर पड़े। घर के लोग केदार को लेकर कोटवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे, जहां रात के 1:30 बजे उनकी मौत हो गई। 

ऐसे में शीत लहर की स्थिति ऐसी है कि थोड़ी लापवाही पर ठण्ड व्यक्ति अपने आगोश में ले ले रही है । निजि चिकित्सालय में तैनात डा. बशिष्ठ सिंह कहते है कि एक हफ्ते से पड़ रही इस ठण्ड में अब तक दर्जनों ऐसे पीडि़त आ चूके है जिन्हे ठण्ड ने प्रभावित कर दिया था।

ऐसे में बीते एक हफ्ते से पड़ रही इस शीत लहर में रविवार को कुछ देर के लिए सूर्य का प्रकाश घरती पर आ सका। जैसे लग रहा है कि बच्चे, बुढ़े, जवान सब सूर्य के प्रकाश के लिए तरस गये है। थोड़ी देर के लिएसूर्य निकला क्या सभी घर से बाहर धूप लेने के लिए निकल ग

कुशीनगर जनपद शीतलहर की चपेट में


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाके में बसा कुशीनगर जनपद शीतलहर की चपेट में आ गया है। वही सूर्य की धूप से महरूम यह इलाका इस इलाके में शीतलहर के कारण अधिकतर लोग घरों में ही दुबके रह रहे हैं।

 एक हफ्ते से पड़ रही शीतलहर का असर इस कदर है कि गर्म कपड़ों और टोपी की दुकानों पर लोगों की भीड़ लग जा रही है।

कुशीनगर जनपद की हालत इस समय खराब हो गयी है। ऐसे में शीतलहर से बच्चों, बूढ़ों और नौजवानों का हाल बुरा हो गया है। शीतलहर और गलन से लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल है।

शीतलहर के बढ़ते प्रभाव के गर्म कपड़ों की मांग बढ़ी गयी है। स्थिति ऐसी है कि रेडीमेड दुकानों से लगायत सेल और ठेले पर बिकने वाले कपड़ों की तरफ लोग का झुकाव बढ़ गया है। ग्राहको की बढ़ती संख्या को देखते हुए गर्म कपड़ों के दुकानदार ग्राहकों से मनमाना रेट लेने लगे हैं।

इस शीतलहर से बचने का मात्र एक सहरा अलाव ही है जिसे लोग उसे घेरे बैठे देखे जा रहे है। घर हो या दुकान हर जगह यही स्थिति है।

बेसिक विभाग के लापरवाह अधिकारियों पर जिला प्रशासन का रूख कड़ा


कुशीनगर  । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बेसिक शिक्षा विभाग के लापरवाह अधिकारियों पर जिला प्रशासन ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। इनके लापरवाही के जूर्म में जिलाधिकारी ने जिला समन्वयक निर्माण अखिलेश पांडेय तथा विशुनपूरा और कप्तानगंज के खंड शिक्षाधिकारियों का वेतन रोक दिया है।

इसी क्रम में खंड शिक्षाधिकारी दुदही और मोतीचक को भी चेतावनी दी गई है। दस दिन बाद से कार्य की समीक्षा होगी। शनिवार को जिलाधिकारी रिग्जियान सैंफिल ने निर्माणकार्यों की समीक्षा के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई थी।

वेसिक शिक्षाधिकारी कुशीनगर पीके पांडेय के अनुसार समीक्षा के समय कप्तानगंज के खंड शिक्षाधिकारी उदयराज मौर्या और विशुनपुरा के खंड शिक्षाधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव के क्षेत्र में कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया। जिला समन्वयक निर्माण अखिलेश पांडेय के भी कार्य में लापरवाही पाई गई। जिलाधिकारी कुशीनगर ने इन तीनों अधिकारियों का वेतन रोक दिया। 

समीक्षा के दौरान मोतीचक के खंड शिक्षाधिकारी एस.एन. त्रिपाठी और दुदही के खंड शिक्षाधिकारी राजेश कुमार के कार्य को भी अपूर्ण बताते हुए चेतावनी दी गई। जिलाधिकारी कुशीनगर ने बीएसए को इसके साथ यह भी निर्देश दिया है कि निर्माण कार्य की साप्ताहिक समीक्षा करें।

शुक्रवार, 21 दिसंबर 2012

दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ देश भर में बढ़ रहा गुस्सा


नई दिल्ली दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ देश भर में गुस्सा बढ़ रहा है। राजधानी दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। ये महिलाएं बलात्कार के खिलाफ सख्त कानून और पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग कर रही हैं।

इधर, पीड़ित छात्रा की हालत नाजुक बनी हुई है। सफरदजंग अस्पताल में पांच दिनों से भर्ती छात्रा की प्लेटलेट्स 30,000 से भी नीचे पहुंच गए।

विरोध प्रदर्शन का हल यह रहा की दिल्ली के इंडिया गेट पर सैकड़ों‌ महिलाओं ने मार्च निकाला। इन महिलाओं ने राष्ट्रपति भवन के बाहर भी प्रदर्शन किया। इसके अलावा सफदरजंग अस्पताल के ‌बाहर भी महिलाओं ने विरोध जताया। इसी अस्पताल में गैंगरेप की शिकार छात्रा का इलाज चल रहा है।
वही जयपुर, शिमला, लखनऊ, पटना, इलाहाबाद और कोलकाता में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन की खबरें हैं। कोलकाता में तो महिलाओं ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन की गाड़ी रोक दी। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।

इधर इसी मामले में दिल्ली पुलिस ने पांचवें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने ट्विट किया कि आरोपी की उम्र की जांच की जा रही है। अब तक पुलिस छह आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर चुकी थी।
पीड़ित छात्रा का सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि छात्रा की हालत स्थिर लेकिन नाजुक है। बृहस्पतिवार को पीड़ित छात्रा के दोस्त ने तिहाड़ जेल में एक आरोपी मुकेश सैनी की पहचान की। पुलिस ने छात्रा का सिमकार्ड भी बरामद कर लिया है।

बंगलादेश जा रहा 50 लाख का कछुआ कुशीनगर में बरामद





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर पुलिस ने तस्करी के के जरीये बंगलादेश के लिए ले जा रहे 50 लाख के कछुओं को बरामद किया है। इन कछुओं का वनज करीब 8 कुन्टल बताया जारहा है।

कुशीनगर की यह घटना हाटा कोतवाली के बाघनाथ तिराहे पर उस समय घटी जब बृहस्पतिवार को  तस्कर  टाटा सफारी से 15 बोरा कछुआ वजन लगभग 8 कुन्तल कछुआ बिहार के रास्ते बंगलादेश ले जारहे थे।

कुशीनगर पुलिस को जरीये मुखबीर टेलीफोन द्वारा  सूचना मिली कि टाटा सफारी नं. यूपी 32 सी ई 0588 से तस्करी हेतु कछुआ ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी जैस राज यादव ने कांस्टेबल दिग्विजय पांडेय, संजीत सिंह, बबन यादव, राधेश्याम यादव, साजिद अली के साथ नाकाबंदी कर उक्त सफारी को बाघनाथ तिराहे पर रोका तथा तलाशी लिया जिसके दौरान उसमें 15 बोरे में भरे हुए जिन्दा कछुआ बरामद किया हुए। पुलिस के पुछने पर सफारी चालक ने अपना नाम रामलाल पुत्र बाबू लाल ग्राम चतुरीपुर थाना गौरीगंज सुल्तानपुर अमेठी बताया।

इस  संबंद में डीएफओ ने बताया कि यह सभी कछुये बिहार होते बंगलादेश तस्करी हेतु ले जाये जा रह थे। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 50 लाख बताई जा रही है। पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्ति के विरूद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया।

 

गुरुवार, 20 दिसंबर 2012

कुशीनगर के एक दर्जन लोगों को जिला बदर का आदेश



कुशीनगर । प्रदेश के कुशीनगर जिले में अपर जिला मजिस्ट्रेट की अदालत ने जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों के गुण्डा एक्ट में निरूद्ध रहे एक दर्जन लोगों को सुनवाई के दौरान जिला बदर कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक अपर जिला मजिस्ट्रेट कुशीनगर की अदालत ने जिन एक दर्जन लोगों को गुंडाएक्ट की सुनवाई के दौरान जिला बदर का आदेश दिया है, उसमे बरवापट्टी थाना क्षेत्र के गौरीशुक्ल निवासी शिवनाथ पुत्र सम्पति के विरूद्ध 9 मुकदमे पटहेरवा थाना क्षेत्र के परसौनी खुर्द के निवासी चन्द्रकेश पुत्र विरझन के खिलाफ 6 मुकदमे, खड्डा थाना क्षेत्र के तुर्कहा निवासी गुड्डू उर्फ भूपेन्द्र पुत्र दयाशंकर सिंह के विरूद्ध 8 मुकदमे, पडरौना कोतवाली के जंगल बेलवा निवासी नत्थू कुशवाहा पुत्र चन्द्रदेव कुशवाहा के खिलाफ 6 मुकदमे, नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर उर्फ कुर्मीपट्टी निवासी जंगी मल्लाह पुत्र मलधर के खिलाफ 8 मुकदमे, तथा इसी गांव के रामआसरे पुत्र मलधर के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज है।

 स्थानीय थाना क्षेत्र के डुमरा खुर्द निवासी पतरू पुत्र सुखल के खिलाफ तीन मुकदमे, तरयासुजान थाना क्षेत्र के मठिया श्रीराम के धनंजय पाण्डेय पुत्र शम्भू शरण पाण्डेय के खिलाफ चार मुकदमे, हाटा कोतवाली थाना क्षेत्र के थरूआडीह निवासी हरेन्द्र सिंह पुत्र शिवधन सिंह के खिलाफ तीन मुकदमे, कप्तानंगज थाना क्षेत्र के सोमली निवासी त्रियुगी पटेल पुत्र रामनरेश पटेल के खिलाफ 6 मुकदमे तथा रामकोला थाना क्षेत्र के रामापुर बगहा निवासी बबुन्दर उर्फ श्रीकिशुन पुत्र लखन यादव के खिलाफ संबंधित थाने में 6 मुकदमे दर्ज है। जिनकी सुनवाई के बाद अपर जिला मजिस्ट्रेट की अदालत ने  उक्त 12 लोगों को जिला बदर होने का बुद्ध वार को आदेश दे दिया।

कुशीनगर पुलिस ने इन्दिरा आवास के लिए तीस लोगों पर दर्ज किया मुकदमा



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में इंदिरा आवास आवंटन को लेकर तीस लोगों के खिलाफ धोखा-धड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

कुशीनगर पुलिस द्वारा दर्ज यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर हुआ है। इन्दिरा आवास के अवास के इस मामले में सीजेएम कुशीनगर की अदालत ने टेकुआटार के 30 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का यह मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर जनपद के टेकुआटार निवासी हीरालाल ने आचार संहिता के उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने इस मामले में कार्रवाई के लिए सभी संबंधित अफसरों को प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

जिसके बाद हीरालाल ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और वाद दाखिल किया। अपने दावे के समर्थन में शिकायतकर्ता ने सीडीओ की जांच रिपोर्ट का भी हवाला दिया था। पूरे प्रकरण की सुनवाई के पश्चात  सीजेएम कुशीनगर की आदलत ने यह आदेश जारी किया है।

इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष रामकोला ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नियमानुसार मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई होगी।

कुशीनगर में बर्ड फ्लू को लेकर जिला प्रशासन सर्तक


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बर्ड फ्लू को लेकर जिला प्रशासन सर्तक हो गया है। यही नही इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी भी हो चूकी है। इसके लिए बाकायदा टास्क फोर्स गठित कर लिया गया है।

ज्ञातव्य हो कि नेपाल में बर्ड फ्लू फैलने की खबर पर समीवर्ती जनपदों में विशेष सर्तकता के योजना बनायी जारही है। साथ ही इसके लिए अभी से प्रयास शुरू हो गये है।  जानकारी के अनुसार यह बीमारी पक्षियों से ही फैलती है। इसके लिए पशु पालन विभाग समय पर जाॅच करते रहता है कि बर्ड फ्लू जैसी बीमारी न फैल सके और सुरक्षा बनी रहे।

नेपाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कुशीनगर जिले में पशुपालन विभाग पहले से ही सतर्कता बरत रहा है। जिले के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विजय सिंह के बताते है कि यहां बर्ड फ्लू फैलने जैसी कोई सूचना नहीं है। हालाकि बर्ड फ्लू जैसी बीमारियों को लेकर विभाग पहले से ही सर्तक है।बाहर से आयातित होने वाले पक्षियों पर नजर रखने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसमें डॉक्टरों की टीम है। यह टीम मुर्गियों आदि की समय-समय पर जांच भी कराती है।

बुधवार, 19 दिसंबर 2012

कुशीनगर पुलिस ने किया हत्या का खुलाशा, हत्यारे गिरफ्तार





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश की कुशीनगर पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुए हत्या की घटना का खुलाशा किया है। इस घटना को अन्जाम देने वाले दो हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

कुशीनगर जनपद के पडरौना कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के रामधाम विशुनपुरा गांव के इन्द्रजीत गोड़ के बारह वर्षीय अभिषेक की एक सप्ताह पूर्व हुई नृशंस हत्या का खुलासा किया है।

इस सिलसिले में उन दो हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने बहलाफुसला कर उसे निकट के पचफेडा गांव की सीमा में ले जाकर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस कप्तान डीके चैधरी की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक विशुनपुरा रामधाम गांव के विनोद राजभर व रामसुभग चैहान के परिवारों के बीच जमीनी विवाद है।

जिसमें अभिषेक का पिता इन्द्रजीत गोड़ रामसुभग की ओर से पैरवीकत्र्ता रहा है। इसी की वजह से विनोद राजभर उसे अपना दुश्मन मानता रहा है और सबक सिखाने के उद्देश्य से उसने अपने एक अन्य साथी मुन्ना उर्फ आरिफ मुहम्मद पुत्र वली मुहम्मद निवासी उदई बाजार नेहरू नगर पडरौना को पन्द्रह हजार रूपये देने का लालच देकर अपनी योजना में शामिल किया था।

मुन्ना व विनोद मिलकर गत 11 दिसम्बर को अभिषेक को बहलाफुसलाकर पचफेडा गांव की ओर से गये थे और वहां उसके पेट को घुटने से दबाकर मौत के घाट उतार दिये। अभिषेक के शव को दोनों वही छोड़कर भाग निकले।

अन्त्यपरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार अभिषेक की मौत पेट के भीतर अत्यधिक रक्तस्रव होने की वजह से मौके पर ही हो गयी थी, जहां से दूसरे दिन उसका शव बरामद हुआ । इस सिलसिले में अभिषेक के पिता के तहरीर के आधार पर भारतीय दंड विधान की धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद मुकदमा दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुट गयी थी।

वाहन चोरों के सुराग नेपाल से जुड़े होने के संकेत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कसया थाना क्षेत्र में पकड़े गए वाहन लिफ्टर गिरोह के तार नेपाल एवं बिहार से जुड़े होने के संकेत मिले हैं, जिससे जनपद का पूरा पुलिस महकमा सकते में है।

यही नही एसओजी टीम की प्रासंगिकता पर सवाल उठने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस कप्तान डीके चैधरी ने इस मुद्दे पर मातहतों की जमकर क्लास ली है।

कुशीनगर जनपद के पुलिस कप्तान के निर्देश पर इस थाना क्षेत्र में क्षेत्राधिकारी बलिराज सरोज के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित करके एसओजी टीम के सहयोग से एक अभियान चलाया गया, जिसमें संतोष यादव पुत्र श्रीकिशुन यादव एवं मीर हसन पुत्र मदीन अंसारी निवासी करमैनी प्रेमवलिया पकड़े गए तथा शाहीद अहमद शमशुदीन पुत्र छोटक निवासी मल्लूडीह फरार हो गए।

पकड़े गए अभियुक्तों की निशानदेही पर विभिन्न स्थानों से चुराई गई मोटर सायकिलों की बरामदगी के बाद पूछताछ करने पर सरगना संतोष यादव के तार नेपाल एवं बिहार से जुड़ने के संकेत मिले है। जिससे पुलिस के सकते में आ गयी है। पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आ गयी है। जिसके बाद पुलिस कप्तान ने जमकर क्लास लिया और स्वयं कसया थाने पर आकर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मीडिया प्रभारी को पूरी बात बताया।

जानकार बताते है कि संतोष ने स्वीकार किया है कि चुराए गए वाहनों को नंबर प्लेट बदलकर नेपाल एवं बिहार भेज दिया जाता है। इसमें कबाडि़यों की भूमिका प्रमुख होती है।

इस संबंध में पुलिस कप्तान डीके चैधरी ने कहा कि कबाड़ के व्यवसायी अब पुलिस के निशाने पर हैं। इस प्रकरण से वाहनों की चोरी में इनकी भूमिका की पुष्टि होती है।

मंगलवार, 18 दिसंबर 2012

सम्बद्ध प्राथमिक वि़द्यालयों को अगले बजट में वेतन अनुदान की व्यवस्था -ब्रम्हाशंकर




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में माध्यमिक और उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों से संलग्न वित्त विहीन प्राथमिक अनुभाग के शिक्षण कर्मियों के वेतन हेतु अगले बजट में वेतन अनुदान की व्यवस्था की जाएगी।

यह आश्वासन काबीना मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने शिक्षक हिताय महासंघ के एक प्रतिनिधि मंडल को दी।

ज्ञातव्य हो कि प्रादेशिक अध्यक्ष हारून रशीद खा के नेतृत्व में शिक्षकों का एक दल उनसे मिलकर वेतन दिलाए जाने की मांग की। 

उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा। सर्व प्रथम 1985 में 30 संबद्ध बालिका विद्यालयों को प्रदेश सरकार ने अनुदानित किया था।

उसके पश्चात् 1989 में 393 विद्यालय अनुदानित हुए थे, किंतु उसी समय प्रदेश के लगभग 200 संबद्ध प्राइमरी विद्यालय वेतन अनुदान प्राप्त करने से वंचित रह गए थे।

कुशीनगर का तापमान 7 डिग्री के करीब पहुचा




कुशीनगर ।  ठंड की मार अब पूरी तरह अपने शबाब पर है। इत्फाक है कि हाड़ कंपा देने वाले इस ठण्ड का असर प्रशासन पर नही ही सका है। अभी तक कही भी समुचित अलाव की व्यवस्था नही हो सकी है। मंगलवार को कुशीनगर का तापमान 7 डिग्री के करीब पहुच गया ।

उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर बसे कुशीनगर में पिछले एक सप्ताह से सर्दी का मौसम अपने शबाब पर है। घने कोहरे के चादर के बीच ठंड अब कंपकपाने लगी है। इसके बावजूद गली, चैराहों पर अलावे जलते नही दिख रहे हैं।

विभागीय आकड़ों के मुताबिक एक नजर कुशीनगर के बढ़ते व घटते तापमान को देखा जाये तो हालत ऐसी है कि कुशीनगर का तापमान मंगलवार को न्यूनतम 7 डिग्री रिकार्ड किया गया वही यह ताममान सामवार को 8 डिग्री के करीब पहुच गया है। ऐसे में हवाओं के गोले व बढ़ती ठण्डक ने आम जन को ढि़डूरने पर मजबूर कर दिया है।

आयुष चिकित्सकों के चयन में हुयी धांधली उजागर


कुशीनगर । उत्तर पव्रदेश के कुशीनगर में आयुष चिकित्सकों के चयन में हुयी धांधली को लेकर डीएम के निर्देश पर हुई जांच में एडीएम एसएन शुक्ल ने इसे निरस्त करने की संस्तुति की है।

ज्ञातव्य हो कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा पर हुए आयुष चिकित्सकों के चयन के उपरांत बीते शनिवार को घोषित नतीजे पर सवाल उठाते हुए चयन से वंचित रहे अभ्यर्थी व आयुष चिकित्सकों ने जिलाधिकारी आर सैम्फिल को शिकायती पत्र सौंपकर समूचे चयन प्रक्रिया की जांच की मांग की थी। शिकायत कर्ताओं ने डीएम को बताया कि चयन में मानक को दर किनार कर अभ्यर्थियों का चयन कर लिया गया है। चयनकर्ताओं ने मानक का भी ख्याल नहीं रखा और जिले के अभ्यर्थियों की बजाय गैर जनपद व प्रांत के अभ्यर्थियों को चयन में वरीयता दी।

शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि चयन समिति में शामिल सदस्य के पुत्र का भी चयन हुआ है। इसी तरह चयन सूची पर अंकित अभ्यर्थियों के सामने पता की जगह स्पष्ट दर्शित नहीं किया गया है। पिछले हफ्ते में डीएम श्री सैम्फिल ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच एडीएम श्रीनाथ शुक्ल को सौंपते हुए रिपोर्ट मांगी थी।

इस सम्बन्ध में सोमवार की देर शाम में एडीएम एसएन शुक्ला ने डीएम आर सैंफिल को इससे सम्बन्धित रिपोर्ट सौंप दी है। इस बाबत डीएम ने दूरभाष पर बताया कि एडीएम ने जांच रिपोर्ट में निरस्त करने की संस्तुति की है। इस पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा।

सोमवार, 17 दिसंबर 2012

दिल्ली में गैग रेप : चलती बस में 20 साल की एक छात्रा के साथ हुयी घटना ,4 हिरासत में


नई दिल्ली। भारत की राजधानी दिल्ली में एक चलती हुई निजी बस में लगभग 20 साल की एक छात्रा  के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इसकी जानकारी पुलिस ने  सोमवार को दी। यह अमानवीय घटना रविवार रात उस वक्त हुई जब पीड़ित लड़की और उसका बॉयफ्रेंड बस से मुनिरका से द्वारका जा रहे थे।

पुलिस के मुताबिक लड़की के बस में बैठते ही लगभग पांच से सात यात्रियों ने उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। उस बस में और यात्री नहीं थे।

लड़की के बॉयफ्रेंड ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन उन लोगों ने उसके साथ मारपीट की और लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने लड़की और उसके मित्र को दक्षिण दिल्ली के महिपालपुर के नजदीक वसंत विहार इलाके में बस से फेंक दिया।

दोनों पीड़ितों को पुलिस की जीप से सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार लड़की की हालत नाजुक है। पुलिस मामला दर्ज कर पीड़ितों के बयान का इंतजार कर रही है।

विंदवलिया के किसान मैत्रेय के लिए जमीन देने को राजी नही



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मैत्रय परियोजना के लिए विशुनपुर विंदवलिया के किसान आज भी जमीन देने को राजी नही हो सके हैं। अब ये इसके लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खट-खटायेगें।

विशुनपुर विन्दवलिया राजस्व ग्राम के टोले विंदवलिया में किसानों ने बैठक कर भूमि का करार नहीं करने का निर्णय किया। किसानों का कहना है कि मामले को लेकर वह न्यायालय की शरण लेगें।

कुशीनगर में भूमि बचाओ संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष काशीनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में टोले के 115 किसानों ने तय किया कि वे किसी भी कीमत पर मैत्रेय परियोजना के लिए अपनी जमीन नहीं देगे।

रविवार को हुयी इस बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गौड़ ने आरोप लगाया कि प्रशासन किसानों के साथ छल कर रहा है। किसानों को करार करने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द कैडिंल मार्च निकाल कर आंदोलन को नया रुख देेंगे और कानूनी लड़ाई के लिए हाईकोर्ट जाएंगे।

बैठक में सूर्यकांत त्रिपाठी, श्रीकिशुन यादव, विनोद कुमार सिंह, ब्रजराज सिंह, रामसंत, वीरेंद्र ,रामनगीना सिंह आदि किसान शामिल थे।

ज्ञातव्य हो कि करार के नाम पर प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आ सकती हैं। अभी तक इस गांव के 746 किसानों की 81.38 एकड़ भूमि की तुलना में 194 किसानों की 26.56 एकड़ भूमि का ही करार करने में सफलता मिली है सकी है। अभी 555 किसानों से 54.82 एकड़ भूमि का करार करना बाकी है।

कुशीनगर की सीमा पर बसे गांवों में बाघ का खौफ




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर सीमा पर बसे गांवों में एक बाघ का खौफ बढ़ गया है। बाध ने शनिवार को एक भैस की पाडि़या को मार कर खा लिया था।

खड्डा थानाक्षेत्र से सटे महराजगंज जनपद के गेड़हरूआ जंगल में शनिवार को देर शाम एक बाघ द्वारा एक पडि़या को मारकर खा जाने का मामला प्रकाश में आया है। जंगल में बाघ की खबर पर सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में दहशत व्याप्त है। मिली जानकारी के अनुसार

कुशीनगर के खड्डा थानाक्षेत्र के ग्राम सभा रामपुर गोनहा के जंगल टोला निवासी संवरू पुत्र राजमन शनिवार को अपने दूधारू पशुओं को लेकर गांव से ही सटे महराजगंज जनपद के निचलौल वनरेंज के गेड़हरूआ जंगल में चराने गये हुए थे कि देर शाम एक बाघ ने इनके एक पडि़या पर हमला बोलकर घायल कर दिया जिससे वह मर गई और बाघ ने उसपर अपनी भूख मिटायी।

जानकारी के मुताबिक कुशीनगर जनपद के खड्डा थानाक्षेत्र का इलाका महराजगंज जनपद के गेड़हरूआ जंगल से सटा हुआ है। गेड़हरूआ का सीमावर्ती गांव रामपुर गोनहा होने के कारण यहां के पशुपालक अपने पशुओं को अक्सर गेड़हरूआ जंगल में चराने ले जाया करते हैं।

जिसको लेकर पशुपालकों सहित आस-पास के ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल कायम है। ग्रामीणों के मुताबिक कपसी जंगल व गेड़हरूआ जंगल में एक बाघ विगत डेढ़ वर्षो से अपना डेरा जमाया हुआ है जो आये दिन पशुओं के शिकार करने से नही चूकता। बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों ने कोई सुधि नही ली है।

रविवार, 16 दिसंबर 2012

‘‘ 9/11, 26/11 और बाबरी मस्जिद की घटना एक जैसी हैं,’’

नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्य डा. प्रवीन  तोगडिया ने  अपने जारी   प्रेस वक्तव्य मे खा है कि पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक कल भारत आये, भारत के पत्रकारों से वार्ता में जारी विज्ञप्ति में कहा कहा है कि ‘‘ 9/11, 26/11 और बाबरी मस्जिद की घटना  एक जैसी हैं,’’ भारत में इस विषय पर विरोध हुआ, तब आज फिर से पत्रकारों से बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने ऐसा नहीं कहा, लेकिन बाबरी मस्जिद का मामला और समझौता एक्सप्रेस का मामला भी दो धर्मों के बीच का मामला है। मेरे यहाँ कोई मौलवी बन्दुक नहीं उठा सकता लेकिन दोनों मुल्कों में आतंकी कोई बंदर बाँट करते हैं।’’ यह भी बड़ा अपमान उन्होंने भारत का किया है। इस सम्पूर्ण विषय पर भारत सरकार से अभी तक कोई भी अधिकृत बयान नहीं दिया गया है।

उन्होंने कहा है कि  पाकिस्तान या कोई भी अन्य देश कोई अधिकार नहीं रखता कि वह हिन्दुओं के किसी धार्मिक मामले में दखल दें। रहमान मलिक के बयान पर केवल यही आप नहीं कि वह भारत का अंदरूनी मामला है इसलि, उनकाइसपर बोलने का अधिकार नहीं किन्तु, यह हिन्दुओं का आस्था का विषय है, भारत के सभी राजनीतिक दलस्वयं को सेक्युलर दिखाने के लि, केवल ‘भारत का अंदरूनी मामला’ कहकर बैठे हैं, किसी ने भी हिन्दुओं कीआस्था का विषय कहकर रहमान मलिक का विरोध नहीं किया। 

पाकिस्तान में हजारों हिन्दू मंदिर तोडेगे , लाखों हिन्दुओं की कन्याओं पर बलात्कार कर, हिन्दुओं की जमीने छीनकर उन्हें अभी अभी कुछ महीने पहले भारत खदेडा गया है- हम सभी हिन्दू संगठन उनके लि, शिविर चला रहे हैं आज तक किसी भी सरकार ने -केन्द्र या कोई भी राज्य सरकार उनकी सुध नहीं ली। भारत सरकार ने पाकिस्तान के किसी भी अधिकारी, सरकार से इस विषय पर कोई जवाब नहीं मांगा और पाकिस्तान के गृहमंत्री भारत आकर हिन्दुओं की आस्था अयोध्या पर अनाब शनाब बोलते हैं, यह भारत के लिए अपमान है।

बाबरी यह आक्रमक बाबर का बनाया हुआ ढाँचा था जो भगवान श्रीराम के जन्मस्थान के हिन्दू मंदिर पर जानबुझकर बनाया गया था, उसे रहमान मलिक बाबरी मस्जिद कहकर भारत के न्यायालयों पर भी असर डालनाचाहते हैं जो इस मुकदमें कि सुनवाई कर रहे हैं। हिन्दुओं को मिलकर इसका भी लोकतांत्रिक विरोध करना चाहि। भारत के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पाकिस्तान से मांग करें कि 26/11 और 9/11 जैसे जेहादी हमले की तुलना अयोध्या में जुटे रामभक्तों से करने लि, पाकिस्तान भारत से माफी मागें भारत सरकार भी इस विषय पर अपना रूख बयान देकर साफ करें। 

भारत के शूर वीर कैप्टन कालिया का यातना देकर मारने के लि, भारत सरकार पाकिस्तान पर अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय में स्वयं मुकदमा करें, ना कि कैप्टन कालिया के वृद्ध पिता को दर-दर भटकने पर मजबूर करें। पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के लिए भी भारत सरकार पाक के विरूद्ध मुकदमा चलाये। भारत ने पाक के साथ किये सभी करार खारिज कर पाक के साथ सभी रिश्ते तोडंे जाय, भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट न खेलें, व्यावसायिक संबंध न रखें।

टाईगर प्रोजेक्ट में बाघों की गणना होगी दुरूस्त


  •    विभाग ने बनायी योजना, 20 तक शुरू हो जायेगा बाघो के गणना का कार्य

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर सीमावर्ती वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना में अब बाघों की संख्या स्पष्ट हो सकेगी। वन विभाग ने बाघों की वास्तविक संख्या पता लगाने के लिए एक विशेष योजना बनायी है।  इसके तहत 20 दिसम्बर के पूर्व ही बाघों की गिनती का कार्य शुरू हो जायेगा।


बाघो की गणना के लिए बनायी गयी इस योजना से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के साथ-साथ महराजगंज के सोहगीबरवा वन आश्रयणी और नेपाल के चितवन नेशनल पार्क में एक साथ गणना होने पर बाघों की संख्या में  का अनुमान सही नही लग पाता था। इस विशेष योजना के तहत होने वाले इस कार्य में डब्लू डब्लू एफ नेपाल व डब्लू टी आई के विशेषज्ञों के अलावा सोहगीबरवा वन आश्रयणी और नेपाल के चितवन नेशनल पार्क के कर्मचारियों का सहयोग लिया जायेगा।

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक संतोष तिवारी ने बताते है कि बाघों की गिनती के लिए अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें यूपी में कार्यरत डब्लू डब्लू एफ इंडिया के विशेषज्ञों के सहयोग के लिए बात की गई है। इस पर उक्त लोगों ने सहयोग देने की सहमति दी है।

ट्रैप कैमरा के माध्यम से बाघों की गिनती के लिए इस बार 14 सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम को लगाया जायेगा ताकि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बाघों की वास्तविक संख्या का पता चल सके। बाघों के इस गणना कार्य में तीनों आश्रयणी क्षेत्रों के दर्जनों गणना एक्सपर्ट व तकनीकी कर्मी भी उपस्थित रहेंगे। पिछली बार वर्ष 2008 और 2010 में बाघों की गणना की गई थी। पर दोनों बार संख्या को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया गया था।

 जिसमें यह बात सामने आयी थी कि नेपाल के चितवन नेशनल पार्क के बाघों को भी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में जोड़कर दिखा दिया गया था। वन पदाधिकारियों ने संभावना जतायी है कि यहां बाघों की संख्या कम से कम 14-15 की हो सकती है जो इस बार के गणना से स्पष्ट हो जायेगी।

कुशीनगर के सभी बैंक रहेगें सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में वाणिज्य कार्य कर प्रत्येक बैंक सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगें। पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने सभी बैंक शाखाओं में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगवाने का सुझाव दिया।

कुशीनगर पुलिस अधीक्षक डी के चैधरी ने शनिवार की पुलिस लाइन में जिले भर के बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक करके सुरक्षा इंतजाम की समीक्षा की। बैठक की शुरुआत में एसपी ने बैंक प्रबंधकों से सुरक्षा की बाबत आ रही समस्याओं पर चर्चा की। प्रबंधकों ने सुझाव रखा कि बैंक ड्यूटी पर जाने वाले पुलिस कर्मियों को दो बजे के बाद भी बैंकों पर रोका जाए। एसपी ने भी बैंक प्रबंधकों को सुझाव दिए।

 इसमें अलार्म सिस्टम ठीक रखने, सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगवाने, फुटेज 90 दिन तक सुरक्षित रखने, एटीएम में भीड़ न लगने देने की बात शामिल थी। एसपी ने प्रबंधकों से कहा कि यह सुनिश्चित करें कि एटीएम में एक बार में केवल एक ही व्यक्ति अंदर रहे।

इसके लिए सभी एटीएम पर एसपी की तरफ से निर्देश पत्र लगवाया जाएगा। इसके अलावा बैंक कर्मचारी और पुलिसकर्मी इसकी निगरानी करेंगे और अव्यवस्था मिलने पर इसकी रिपोर्ट करेंगे। एसपी ने सभी पुलिस अधिकारियों का मोबाइल नंबर भी बैंक प्रबंधकों को उपलब्ध कराया। साथ ही किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सूचित करने के लिए कहा।

कुशीनगर में दो मासूमों की अज्ञाात बीमारी से मौत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में  अज्ञात बीमारी से दो मासूमों की मौत हो गयी हैं सामान्य बुखार जैसे लक्षण वाले इस रोग के चलते इन बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।

कुशीनगर के दुदही विकास खण्ड  ठाढ़ीभार गांव के मुसहर बस्ती निवासी कृष्ण मुसहर का पुत्र मुकेश (06) और पुत्री लालमती (08) बृहस्पतिवार की रात बीमार पड़ गए। तेज बुखार के बाद इनका शरीर शिथिल पड़ गया। शुक्रवार की सुबह परिजन बच्चों को लेकर दुदही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां उपस्थित स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बच्चों को लेकर जिला अस्पताल जाने की सलाह दी। ये लोग जिला अस्पताल पहुंचे तो वहां से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।

मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की शाम को लालमती की और शनिवार की सुबह मुकेश की मौत हो गई। दोपहर में दोनों बच्चों की लाश लेकर परिजन गांव पहुंचे। गांव के लोग चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोनों बच्चों का शव लेकर ठाढ़ीभार चैराहे पर पहुंचे। इन लोगों ने यहां शव रखकर जाम लगा दिया। लोग बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता भी देने की मांग कर रहे थे। सूचना पर प्रर्दशन स्थल पहुंचे एसओ विशुनपुरा कमला यादव ने किसी तरह समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। एसओ ने अपनी तरफ से परिजनों को एक हजार रुपये की सहायता दी। साथ ही मामले की जांच कराने का भी आश्वासन दिया। मौके पर राजस्व विभाग के लोग भी पहुंचे थे। एक घंटे बाद जाम समाप्त हुआ।

वही शनिवार को तमकुहीराज के एसडीएम ईश्वरचंद बर्नवाल भी ठाढ़ीभार की मुसहर बस्ती  पहुंचे। उन्होंने इंडिया मार्क हैंडपंप लगवाने और दोषी चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसडीएम ने परिजनों से मिलकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने गांव की गंदगी साफ कराने, बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण का भी आश्वासन दिया।

शनिवार, 15 दिसंबर 2012

कुशीनगर के किसान महोत्सव में किसान कम कर्मचारियों की संख्या रही ज्यादा




  •   किसान ही सर्वोपरि है - ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान महोत्सव का शनिवार को समापन हो गया। हालाकि तीन दिनों के लिए आयोजित इस किसान महोत्सव के सफलता का आन्दाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीन दिनों इस किसान महोत्सव में किसान कम कर्मचारी ज्यादे दिखें।

किसानों के लिए आयोजित इस किसान महोत्सव का आयोजन की शुरूआत 13 दिसम्बर को जिलाधिकारी आर सैम्फिल की देख रेख में हुयी। इस किसान महोत्सव में कहने को तो सब कुछ था पर किसान कम नजर आ रहे थे। तीन दिनों तक चलने वाले इस किसान महोत्सव कृषि मंत्रालय के आत्मा परियोजना से जुड़े तमाम विभागों के स्टाल लगें हुए थे। लेकिन प्रचार प्रसार के अभाव में यह किसान महोत्सव पूरी तरह फ्लाप होगया।

कुशीनगर के पडरौना नगर स्थित उदित नारायण इंटरमीडिएट कालेज के परिसर में आयोजित इस महोत्सव में कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि किसान उर्वरकों की संतुलित मात्रा में प्रयोग करें, इससे उत्पादकता के साथ आर्थिक लाभ भी मिलेगा। किसानों को नई तकनीक के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देने पर जोर दिया गया। लेकिन ग्रामिण जिला होने के बाद भी यहा किसानों की संख्या न के बराबर थी। मालूम पड रहा था कि कोई पडरौना आया और एक नजर देख लिया और फिर चल दिया। 

शनिवार को तीसरे दिन प्रदेश सरकार के काबीना मंत्री ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी पहुचे हुए थे। इनकी मौजूदगी में ही इस किसान महोत्सव का समापन हुआ। इस अवसर पर श्री त्रिपाठी ने कहा कि किसान ही सर्वोपरि है इसे हर हाल में उसके कार्यो का मुल्य दिया जाना चाहिए ताकि कृषि का विकास हो सके और समृद्धता मिल सके। इस अवसर पर कृषि विभाग के तमाम कर्मचारी और कुछ गिने-चूने किसान मौजूद थे जो मंत्री जी से मिलने चल आये थे।

पति को अपने पत्नी के हत्या के मामले में आजीवन कारावास





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अपर जिला न्यायाधीश प्रथम बृजलाल चैरसिया की अदालत ने एक सात वर्ष 9 माह पुराने मामले में एक पति को अपने पत्नी के हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाया।

कुशीनगर जनपद के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के पिपरा निवासी सुनील केवट पुत्र रामवचन की शादी वर्ष 1988 में स्थानीय थाना क्षेत्र के असना गांव के फेकू केवट की बेटी सुमित्रा के साथ हुई थी। सुनील बाहर कमाने के लिए गया हुआ था। वर्ष 2005 में घर लौटा और उसी दौरान उसने तीन बच्चियों की मां बन चुकी अपनी पत्नी पर बदचलनी का आरोप लगाया।

 जिसके बाद  9 मार्च 2005 की शाम सात बजे के करीब कहासुनी हुई और सुनील अपनी  पत्नी सुमित्रा को बुरी तरह मारने पीटने के बाद गला दबाकर हत्या कर दिया था।  इस मामले में सुमित्रा की माता पार्वती के तहरीर पर दूसरे दिन स्थानीय थाने की पुलिस ने धारा 302 के तहत सुनील के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया था।

इस मुकदमें की विवेचना पूरी होने के बाद पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल किया और उसी समय से सुनवाई का सिलसिला शुरू हुआ। पुलिस द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों, गवाहों के बयान व अभियोजन पक्ष की ओर से मुकदमे की पैरवी कर रहे अपर जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी विनोद कुमार चैधरी को दलीलों पर अदालत ने सुनील को अपनी पत्नी की हत्या के लिए दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा दी है। साथ ही उसे अर्थ दण्ड के रूप् में ें पांच हजार रुपये अदा करने की सजा सुनायी है।

कुभ्भ मेले में न जाना पड़ा महंगा, दो दरोगा निलम्बित



कुशीनगर । इलाहाबाद के कुंभ मेला ड्यूटी में जाने से लापरवाही बरते करने वाले दो दरोगाओं को निलंबित कर दिया जब कि एक सिपाही को नागरिक पुलिस से छह माह के लिए आर्म्स पुलिस के रूप में संबद्ध कर दिया गया है।

कुंभ मेला के तृतीय चरण की ड्यूटी में जिले के दस दरोगाओं, चार हेड कांस्टेबिल और 152 सिपाहियों को 15 दिसंबर को ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। बहुत से पुलिसकर्मी अपने थानों से रवाना होकर पुलिस लाइन में आमद करा चुके हैं। चूंकि शनिवार को ही इन पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी पर पहुंचना था, इसलिए शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डीके चैधरी ने मेला ड्यूटी में रवानगी की समीक्षा की।

जानकारी के मुताबिक हालांकि अभी कई पुलिसकर्मी पुलिस लाइन से रवानगी नहीं करा सके हैं लेकिन इन तीनों पुलिस कर्मियों को छोड़कर बाकी के कारण वाजिब पाए गए। मसलन कोई पहले से ही अवकाश पर है तो कोई अन्य कारणों से रवानगी नहीं करा सके है।

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली पडरौना के एसआई लल्लन पाठक और हाटा के एसआई बैजनाथ यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जबकि हनुमानगंज थाने के कांस्टेबिल लालबहादुर सिंह को छह माह के लिए आर्म्स पुलिस के रूप में संबद्ध कर दिया गया है। एसपी ने चेताया कि जो भी पुलिसकर्मी ड्यूटी जाने में हीलाहवाली करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

आचरण का विषय है “मानवाधिकार”


मेरा मानना है कि मानवाधिकार चर्चा का नहीं आचरण का विषय है। सारी चर्चाएँ और बहस सिर्फ मानवाधिकार को समझने का प्रयास तो हो सकती हैं किन्तु जरूरतमंदों को फ़ायदा पहुँचाती हुई नहीं दिखती है पूंजीवादी व्यवस्था मे सामंतवादी सोच मानवाधिकार का सबसे बड़ा दुश्मन साबित होती है। स्वयं के पास आवश्यकता से कुछ भी अधिक होना किसी अन्य के मानवाधिकार का हनन ही माना जाएगा।  मानवाधिकार का सबसे ज़्यादा ढ़ोल पीटने वाले विकसित देश ही गरीब देशों की प्राकृतिक सम्पदा पर नज़र गड़ाए बैठे रहते हैं । महात्मा गांधी का भी कहना है... पूंजी अपने-आप में बुरी नहीं है, उसके गलत उपयोग में ही बुराई है. किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता तो हमेशा रहेगी ।... वास्तव मे मानव अधिकार एक व्यक्ति की राष्ट्रीयता, निवास, लिंग, या जातीय मूल, रंग, धर्म या अन्य स्थिति पर ध्यान दिए बिना सभी मनुष्यों के लिए समान अधिकार हैं। आज दुनिया में सिर्फ स्वयं को बेहतर दिखने और वर्चस्व की जंग मची हुई है। धन बल के द्वारा एक इंसान दुसरे इंसान पर विजय पाने को अमादा है। कभी कभी तो हालात इतने ज़्यादा प्रतिस्पर्धात्मक हो जाते हैं की यदि इंसान पर कोई कानूनी  नियंत्रण ना हो तो वह स्वयं को बड़ा दिखाने के लिए दूसरे व्यक्ति को मारने को तैयार है। छोटी छोटी बात पर लोगों का आक्रामक हो जाना और जगह जगह हो रही हिंसा इस बात का सबूत है कि शायद मानवता ही आज खतरे में है।  अगर आज दुनिया में अमीरों और ताकतवरों के बीच आम जनता सुरक्षित ढंग से रह पाती है तो उसकी वजह है सबको मिलने वाला तथाकथित मानवाधिकार । यूं तो मानवाधिकार सबके लिए समान होता है लेकिन वास्तव मे इसका फायदा उसे ही मिल पाता है जिसे या तो इसकी जानकारी हो या कोई संसाधन।
विश्व में मानवाधिकार के महत्व को समझते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1948 में 10 दिसम्बर को मानवाधिकार दिवस की शुरुआत की थी। 1948 में सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषणा स्वीकार की थी। 1950 से महासभा ने सभी देशों को इसकी शुरुआत के लिए आमंत्रित किया था।  संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को मानवाधिकारों की रक्षा और उसे बढ़ावा देने के लिए तय किया. लेकिन हमारे देश में मानवाधिकार कानून को अमल में लाने के लिए काफी लंबा समय लग गया।  भारत में 26 सिंतबर, 1993 से मानव अधिकार कानून अमल में लाया गया है। अगर भारत में मानवाधिकारों की बात की जाए तो यह साफ है कि मानवाधिकार व्यक्ति की हैसियत देखकर ही मिलता है। यूपी, मध्यप्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में जहां साक्षरता का स्तर अपेक्षाकृत थोड़ा कम है वहां मानवाधिकारों का हनन आम बात है। कुछ स्थानों पर कई बार बेकसूरों को पुलिस और प्रशासन के लोग सिर्फ अपना गुस्सा शांत करने के लिए बेरहमी से मार देते हैं और फिर झूठा केस लगा उन्हें फंसा देते हैं. लेकिन इसके विपरीत शहरों में जहां लोग साक्षर हैं वहां पढे लिखे लोग मानव के अधिकारों का गलत प्रयोग अपनि गलतियों के बचाव के लिए भी करते हैं। स्वयं को प्रगतिशीलता का ठेकेदार मानने वाले और अङ्ग्रेज़ी मानसिकता का चोला ओढ़े एक खास किस्म का युवा वर्ग मानवाधिकार के नाम पर जब पार्क, गार्डन और गलियों आदि में अश्लीलता फैलाते दिखते हैं तब मानवअधिकारों कि परिभाषा ही बदलती दिखने लगती है। इसी क्रम मे जब मानवाधिकार के जानकार लोग जब अपराधियों के मानवाधिकार हनन कि बातें करते हैं तो बहुत कष्ट होता है। जहां तक अपराधियों की बात है एक बलात्कारी, आतंकवादी या हत्यारे को सिर्फ मानवाधिकार के नाम पर सुविधाएं दिलवाना और तंत्र को सुधारने के लिए काम कर रहे लोगों का मनोबल तोड़ने का कृत्य गलत है। अब अगर अपने अंजाम तक पहुंचे कसाब जैसे किसी आतंकवादी के मानवाधिकार के लिए पैरवी कोई भी करेगा तो उन लोगों को कितना कष्ट होगा जिनके स्वजन उस आतंकवादी के साथियों के द्वारा शहीद हुए हैं । अबु सलेम, अफजल गुरू जैसे हत्यारे और आतंकियों के मानवाधिकार की बात की जाती है तो यह निरर्थक लगती है. यहां विरोधाभास तो है पर मानव का हित साधना ही परम उद्देश्य लगता है।  लेकिन एक बात समझना जरूरी है कि इन्हीं अपराधियों के साये में जब कोई निर्दोष हत्थे चढ़ जाता है और प्रशासन सच उगलवाने के लिए गैरकानूनी रूप से किसी को शारीरिक या मानसिक यातना देता है तब समझ में आता है मानवाधिकार कितना जरूरी है। इसलिए मैंने प्रारम्भ मे ही अपनी बात काही थी कि मानवाधिकार चर्चा का नहीं आचरण का विषय है।
भारत कि न्यायपालिका ने भी लोगों के मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए समय समय पर दिशा निर्देश दिये हैं उच्चतम न्यायालय के आदेनुसार बंधुआ श्रम का उन्मूलन , रांची, आगरा एवं ग्वालियर के मानसिक अस्पतालों का कामकाज , शासकीय महिला सुरक्षा गृह, आगरा का कामकाज , भोजन का अधिकार जैसे कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। । सामाजिक कुरीतियों और लोगों को उनके मानव अधिकारों को दिलवाने मे मानवाधिकार आयोग के प्रयास भी सरहनीय तो हैं किन्तु ऊंट के मुंह मे ज़ीरा के समान हैं। आयोग के प्रमुख प्रयासों मे बाल विवाह निषेध अधिनियम की समीक्षा, 1929 ,बाल अधिकार प्रोटोकॉल के लिए कन्वेंशन ,सरकारी कर्मचारियों द्वारा करवाए जाने वाले बालश्रम की रोकथाम, ,बाल श्रम उन्मूलन ,बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा पर मीडिया के लिए गाइडबुक ,महिलाओं और बच्चों के अवैध व्यापार: लिंग संवेदीकरण के लिए न्यायपालिका मैनुअल , सेक्स पर्यटन और तस्करी की रोकथाम पर संवेदनशील कार्यक्रम ,मातृ रक्ताल्पता और मानव अधिकार ,वृन्दावन में बेसहारा औरतों का पुनर्वास ,कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकना , रेल में महिला यात्रियों का उत्पीड़न रोकना ,सफाई उन्मूलन पुस्तिका ,दलित मुद्दों विशेषकार उन पर हो रहे अत्याचारों की रोकथाम ,डिनोटिफाइड और खानाबदोश जनजातियों की समस्याएं ,विकलांगों के लिए अधिकार ,स्वास्थ्य का अधिकार ,एचआईवी/एड्स ,1999 के उड़ीसा चक्रवात पीड़ितों के लिए राहत कार्य ,2001 के गुजरात भूकंप के बाद राहत उपायों की निगरानी ,जिला शिकायत प्राधिकरण ,प्रमुख रूप से सरहनीय हैं। मानवाधिकार आयोग के ये कार्य तो सराहनीय है किन्तु जनता की अपेक्षाएँ इससे बहुत ज़्यादा है।  
                                                       भारत मे मानवाधिकार
भारत मे संविधान के लागू होने के बाद सार्वभौम घोषणा के अधिकांश अधिकारों को इसके दो भागों, मौलिक अधिकार और राज्य के नीति निर्देशक तत्वों में शामिल किया गया है जो मानव अधिकारों के सार्वभौम घोषणा के लगभग क्षेत्रों को अपने में समेटे हुए है। अधिकारों के पहले भाग मे अनुच्छेद 2 से 21 तक घोषणा और इसके अंतर्गत संविधान के अनुच्छेद 12 से 35 तक में मौलिक अधिकारों को शामिल किया गया है। इसमें समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरूद्ध अधिकार, धार्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक स्वतंत्रता का अधिकार, कुछ विधियों की व्यावृति और सांविधानिक उपचारों का अधिकार शामिल है। इसके आगे अनुच्छेद 22 से 28 तक घोषणा और संविधान के अनुच्छेद 36 से 51 तक राज्य के नीति निर्देशक तत्वों को शामिल किया गया है। इसमें सामाजिक सुरक्षा का अधिकार, कार्य का अधिकार, रोजगार चुनने का स्वतंत्र अधिकार, बेरोजगारी के खिलाफ काम की सुरक्षा और कार्य के लिए सुविधाजनक परिस्थितियां, समान कार्य के लिए समान वेतन, मानवीय गरिमा का सम्मान, आराम और छुट्टी का अधिकार, समुदाय के सांस्कृतिक जीवन में निर्बाध हिस्सेदारी का अधिकार, मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार, लोगों के कल्याण को बढ़ावा देना, समान न्याय और मुफ्त कानूनी सहायता और राज्य द्वारा पालन किए जाने वाले नीति के सिद्धांतों को शामिल किया गया है।


                                                                                                                                 लेखक
                                                                                                                            अमित त्यागी


                                                ( विधि विशेषज्ञ एवं स्तंभकार )