मंगलवार, 31 जुलाई 2012

बच्चों के आपसी झगडे में महिला के साथ दुव्र्यवहार का आरोप



मुजफ्फरनगर। बच्चों के आपसी झगडे में उसकी पत्नि के साथ दुव्र्यवहार के साथ साथ जान लेवा हमला करने के बाद सोने की चैन भी आरोपियों ने लूट ली है। पीडित ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए न्याय दिलाये जाने की गुहार लगायी।
प्राप्त समाचार के अनुसार थाना नई मंडी के गांव शेरनगर में  रविवार को सांय वाजिद पुत्र भागमल व मुमताज पुत्र अल्लाराजी के बच्चें रोज मर्रा की तरह  मकान के बाहर खेल रहे थे कि अचानक बच्चें आपस में झगडने लगे शोर शराबा सुनकर उसी समय मुमताज अपने घर से बाहर आया और वाजिद के  बच्चों के साथ मारपीट करने लगा, जिसे देखकर वाजिद की बीवी बासो ने बच्चों को पीटने का विरोध किया तो मुमताज उसके साथ भी गाली गलौच व धक्का मुक्की करने लगा जिसे देखकर मौहल्ले के लोग इकट्ठे हो गये और उन्होंने इनमें बीच बचाव करा दिया।

परन्तु देर शाम करीब 8-9ः00 बजे मुमताज तमंचा लेकर अपने भाईयों नवाब अली, मुन्सब अली व हसन अली को सरिया व लाठी डंडों सहित एक राय होकर वाजिद के घर में घुस गये तथा उसकी बीवी को अकेला देखकर उसके साथ मुमताज ने यह कहकर मारपीट शुरू कर दी कि इस साली की इज्जत लूट लो तो मुन्सब अली ने प्रार्थी की बीवी के गुप्ताँग व छाती पर गलत नियत से हाथ रख दिये तथा नवाब अली व हसन अली ने उसके गले में चुन्नी लपेट कर जान से मारने की नियत से गला दबा दिया। 

शोर सुनकर मौहल्ले के मोहसिन पुत्र राहिल, साबिर अली पुत्र मलखान व साजिद पुत्र मंगता तथा अन्य मौहल्ले के लोग इकट्ठा हो गये जिन्हें देखकर मुमताज अली ने बासो के सिर में अपने तमंचे की बट से वार कर दिया तथा इसके बाद उक्त चारों व्यक्ति जान से मारने की धमकी देकर उसके गलें की सोने की चैन लेकर फरार हो गये। 

जब वाजिद शाम को घर पर आया तो वह अपनी बीवी को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये चल दिया तो उस समय वाजिद को गांव के मौजिज लोगों ने फैसला कराने की बात कहकर रिपोर्ट दर्ज कराने से रोक दिया। परन्तु फैसला न होने के कारण वाजिद ने थाने में नामजद तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई है।


बारिश से खिले किसानों के चेहरे, बारिश से लोगों को मिली कुछ राहत





  • स्कूली बच्चों ने काटी बारिश में मस्ती
मुजफ्फरनगर। विगत दो दिनों से बहुत उमस हो रही थी तथा बदन को झुलसा देने वाली गर्मी से हर कोई बुरी तरह से परेशान था। नागरिकों को आज दिन निकलते ही उस समय राहत मिली जब अचानक आई तेज बारिश की ठंडी ठंडी बूंदों ने वातावरण को ठंडा करने के साथ साथ सडकों को जलमग्न कर तालाबों में तब्दील कर दिया। हर कोई यही कहता नजर आया कि ऐसी बारिश चार-पांच घंटे लगातार हो जाये तो शहर में बाढ आ जायेंगी। इसके अलावा भीषण गर्मी से कुछ निजात मिल सकती है। अचानक आयी बारिश से नागरिकों के चेहरे खिल उठे। वहीं किसान भी बहुत ही खुश नजर आये। स्कूली बच्चों ने भी बारिश का आनंद उठाते हुए घर पर ही बारिश में नाहकर पूरी मौज मस्ती काटी। सुबह स्कूल के समय हुई बारिश के कारण बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे और घर पर ही बारिश का आनन्द उठाया।

      वहीं बारिश से नगर क्षेत्र में चारों ओर पानी ही पानी भर गया। नगर की हृदयस्थली शिवचैक, चंद्रा टाकीज का चैराहा, अस्पताल चैराहा, सरवट गेट के साथ-साथ नगर की अनेक निचली बस्तीयों विशेषतः नई मंडी क्षेत्र, जनकपुरी, रामपुरी रेलवे स्टेशन के सामने प्रकाश चैक आदि में करीब दो-दो फुट पानी भर गया जिससे नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पडा। वहीं दूसरी ओर स्टेशन के सामने स्थित चाय व मिठाईयों की दुकानों में भी बरसात का पानी भर गया। अधिकांश गालियों में पानी भर जाने के कारण मकानों में भी पानी भर गया था। सडकों पर पानी होने के कारण  कुछ दुकानदारों की दुकानों में भी बडे वाहनों के वहां से गुजरने से पानी भर गया जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पडा। हर कोई यही कहता नजर आया कि यथाशीघ्र ही नालों की सफाई कार्य पूरा हो जाना चाहिए ताकि बरसात का पानी नालो में इकट्ठा न हो पाये।

वर्षा के बाद भी मौसम रहा सुहावना
मुजफ्फरनगर। सवेरे के समय हुई तेज मूसलाधार वर्षा के कारण एक और जहां नागरिकों को घरों में भारी मात्रा में वर्षा का पानी भरने से परेशानियोें का सामना करना पड रहा है वहीं दूसरी ओर मौसम सुहावना होने से उन्हे पड रही भीषण गर्मी से राहत भी मिली है।

सवेरे के समय हुई वर्षा से नगर में जहां-तहां वर्षा का पानी भरने से तालाब का रूप धारण कर लिया था जिससे नगर के अनेक प्रमुख स्थानों एवं निचली कालोनियों में वर्षा का पानी भरने से नगर के नागरिकों को बेहद परेशानी से जूझना पडा और ऐसा सब कुछ होना नगर पालिका की उदासीनता को उजागर करता हैं आज सुबह हुई तेज वर्षा से जनपद के नागरिकों को कष्ट होने के साथ-साथ आराम भी मिला है। क्योंकि वर्षा होने से मौसम सुहावना हो गया है तथा उन्हे भीषण गर्मी से छुटकारा भी मिला है यही नहीं वर्षा होने के बाद मौसम ठंडा एवं सुहावना होने से नगर के नागरिकों को इस समय बिजली की भीषण कटौती से भी छुटकारा मिला हुआ है और नागरिक इस समय सुहावने मौसम में अपना समय बीता रहे है। आज सुबह हुई तेज मूसलाधार वर्षा के बाद चली ठंडी हवाओं एवं आसमान में बादल छाये रहने से सूर्य देवता के कभी कभार दर्शन होने से और छाये बादलों की स्थिति को देखते हुए वर्षा होने की सम्भावना भी बनी हुई हैं इस तरह पिछले दो दिनों में हुई वर्षा नागरिकों को फायदेमंद साबित हुई है।

महंगाई में भरी पड़ी त्यौहारो की रंगत


मुजफ्फरनगर। महंगाई ने हर चीज को प्रभावित किया है। लेकिन रिश्तो की डोर पर यह बेअसर है। इसका असर इस बार बाजार में देखने को मिल रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में राखी की कीमतों में इस वर्ष 25 से 30 फीसदी का इजाफा होने के बावजूद बाजार में राखियों की मांग में बेतहाषा वृद्धि हुई है।

त्यौहार से दो दिन पहले राखियों का कारोबार अपनी चरम पर है। मुजफ्फरनगर सहित कस्बों व देहात में  भी सडकों किनारे चारपाईयों पर राखियों की दुकान सजी धजी दिखाई दे रही है जिन पर भारी संख्या में राखियां खरीदने वालों की भीड उमडी हुई है। अपने भाईयों की कलाई पर प्यारी और सुंदर राखी बांधने के लिए बहने दुकानों पर आज पूरे उत्साह के साथ खरीदारी कर रही है। राखी खरीद का आज सबसे बडा दिन है।

उल्लेखनीय है कि इस साल राखियों के बाजार में परंपरागत रेषम की डोरी वाली राखी नदारत है। उसकी जगह डिजाइनर एवं फैषनेबल राखियों ने ले ली है। रक्षाबंधन पर चीनी ड्रैगन काबिज हो गया है। भगत सिंह रोड पर राखी व्यवसायी राजेष के अनुसार राखियों को लेकर बच्चों में ज्यादा उत्साह है। यही वजह है कि इस बार बाजार में कार्टून कैरेक्टर युक्त राखियों में आप जिस भी कार्टून कैरेक्टर का नाम लेंगे उस कैरेक्टर  व मोटियों वाली राखी आपको मिल जायेगी। इस बार चाइनीज राखियों में हनुमान और बाल गणेष की विभिन्न मुद्राओं वाली राखी बाजार में उपलब्ध है। कार्टून टाइप के राखियों की कीमत 5 से 20 रुपये तक है। 

इस बार बाजार में लाइट वाली राखियां भी बिक रही हैं। लेकिन इसकी कीमतें कुछ ज्यादा हैं। बाजार में चायनीज स्टोन वाली राखियों की अच्छी खासी डिमांड है। इन राखियों में 11, 21, 51 स्टोन लगे हुए हैं। इनकी कीमत 10 से 50 रुपये तक है। व्यापारियों का कहना है कि महंगाई की मार से राखी का बाजार भी अछूता नहीं है। पर इसके आगे रिश्तो  की डोर ज्यादा मजबूत है। यही वजह है कि ओबरा, डाला, चोपन के दुकानों में महंगाई के बावजूद रौनक है।

यही नही मंहगाई की मार रोजेदारों पर भी भारी पड रही है। रमजान का महीना शुरू होते ही फलों की कीमतें बढ़ गई हैं। रोजेदारों को परेषानी हो रही है। हालत यह है कि खुदरा बाजार में केले की कीमत पचास रुपये प्रति दर्जन तक पहुंच गई है। रमजान से पहने यह प्रति दर्जन अधिकतम 30 से 40 रुपये तक उपलब्ध था।  वहीं दूसरी ओर आम के दाम में आसमान छू रहे है। यही स्थिति अन्य फलों की भी है।

रोजेदारों को फलों की खरीददारी में पिछले साल की तुलना में इस साल कटौती करनी पड रही है। नई मंडी के फलों के कारोबारियों के अनुसार, रमजान के बाद अब तक फलों की कीमतों में थोक में अधिकतम पांच रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन मुनाफाखोरी के कारण खुदरा बाजार में पांच रुपये से 15 रुपये तक की वृद्धि देखी जा रही है। मंडी में केला व आम थोक में अधिकतम 35 रुपये में बिका। खालापार निवासी रोजेदार अनीसा बेगम कहती हैं कि इस वर्ष बाजार में फलों की कीमत को देखकर सिर चकरा जाता है।

उसने केला पचास रुपये दर्जन की दर से खरीदा। अन्य फलों में सेब जहां चार पांच दिन पूर्व तक खुदरा में एक सौ रुपये से 120 रुपये तक मिल रहा था, अब वह 150 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। हालांकि मंडी के कारोबारियों का कहना है कि सेब की आवक कम होने से कीमतें बढ़ी हैं। मंडी में इन दिनों ज्यादा सेब नहीं आ रहे हैं। लेकिन आम बाजार में रौनक बिछाये हुए है जो हर किसी के दिल को छू लेता है और फिर वह आम पर लट्टू होकर उसे खरीदने के लिए मजबूर भी हो जाता है। जम्मू कष्मीर से सेब की आवक शुरू होते ही कीमतें घटेंगी। आम जहां रमजान शुरू होने से पूर्व 10 से 15 रूपये प्रति किलो की दर से धडल्ले के साथ बिक रहा था वहीं आम के दाम में रमजान शुरू होते ही आसमान छू गये और आम के दामों के दोगुनी वृद्धि होते ही आम 20 से 30 रूपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है।

मुजफ्फरनगर को बरसात ने बना दिया तालाब


  • सडकों व घरों में घुस गया बरसात का पानी
  • बारिश का 2-2 फुट पानी चढ मुजफ्फरनगर में
  • स्कूली बच्चों को मिली रेन-डे की छुट्टी
मुजफ्फरनगर। वर्षा ऋतु माह में एक साल बाद हुई आज सुबह हुई तेज मूसलाधार बारिश ने जहां लोगों का पिछले कई महीनों से पड रही उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई वहीं करीब दो घंटे तक पडी तेज बारिश ने मुुजफ्फरनगर शहर को तालाब बनाकर रख दिया। मुजफ्फरनगर शहर में जगह-जगह जलभराव होने से राहगीरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई दुकानों व घरों में पानी घुस गया। आज सुबह जब लोग सोकर उठे तो उन्हें गर्मी निजात मिली, क्योंकि तेज बारिश ने मौसम को खुशगवार बना दिया। लोगों ने घरों से बारिश का मजा लिया। स्कूल बच्चों ने भी बिना पर्व व रविवार की छुट्टी के बिना आज रेन-डे का अवकाश मनाया और बारिश का मजा लिया।
सुबह हुई तेज मूसलाधार बारिश से नगर में करीब दो-दो फुट पानी सडकों पर दिखाई दिया। बारिश के कारण आम जनजीवन जहां का तहां रूक गया। नगर में हुआ बारिश के कारण जलभराव से सडकों किनारे की दुकानों के अंदर भी पानी पहुंच गया। नगर मंे चारो ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। बारसात रूकने के बाद शहर का नजारा एक बाढग्रस्त क्षेत्र में तब्दील हो चुका था। नगर में भरे भरसात के पानी को देखकर ऐसा लगने लगा था कि शहर में बाढ का पानी घुस गया है। नगर से निकलने के कोई रास्ता ऐसा नहीं था कि नगरवासी अपने घरों से बाहर निकलकर सके क्योंकि सडकों पर पानी ही पानी दिखाई दे रहा था।

चाहें वह नगर के हृदयगति स्थल शिवचैक हो या रेलवे स्टेशन से सामने का रास्ता या फिर रोडवेज स्टेशन से प्रकाश चैक भी तक नजर आ रही थी वहां वहां पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। इसके अलावा सब्जी मंडी, पान मंडी, खालापार सहित विभिन्न जगहों की सड़कें जलमग्न होकर तालाबों में तब्दील हो गयी थी। इस एक साल बाद हुई वर्षा ने श्रावण माह के अन्तिम सप्ताह के अन्तिम दिनों में पालिका के नाला सफाई अभियान की भी पोल खुल गई। नालों का कचरा सड़क पर आ जाने से राहगीरों को निकलने में खासी मुसीबत का सामना करना पड़ा।  उधर बारिश ने पान मंडी बाजार की हालत बिगाड दी है। बाजार में जगह-जगह जलभराव व कीचड हो गया है। जल भराव की स्थिति पैदा होती है। आज हुई बारिश से लोगों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। आज सुबह आसमान पर उमड़ते घुमड़ते काले बादल ठहर से गए और फिर शुरु हुआ झमाझम बारिश का दौर। करीब दो घंटे तक चली तेज मूसलाधार बारिश ने लोगों को जहां तन को झूलसा देने वाली गर्मी से राहत दिलाई तो वहीं तेज बारिश ने लोगों का जनजीवन भी प्रभावित कर दिया। 

सडकों पर दौड रहे वाहन भी तेज बारिश के कारण जहां के तन्हा रूक गये। सुबह के समय होने वाली तेज बारिश के चलते लोग घरों में ही कैद होकर रह गए। सबसे अधिक परेशानी स्कूली छात्र-छात्राओं को आयी क्योंकि स्कूल बच्चे आज तेज बारिश के कारण स्कूल नहीं जा पाये और बिना किसी पर्व या रविवार के आज स्कूल बच्चों को रेन-डे का अवकाश मिल गया। नन्हें-मुन्ने बच्चों ने भी बरसात में बारिश के पानी में नहाकर जमकर मश्ती काटी। बारिश होने के बाद मौसम में कुछ बदलाव आया है, जिससे लोग घरों से बाहर निकले। उधर शिवचैक, गांधी कालोनी, पान मंडी, आलू मंडी, अंसारी रोड, पुरानी घास मंडी, ब्रह्मपुरी, साकेत कालोनी, भोपा रोड, नई मंडी, बचन सिंह कालोनी आदर्श कालोनी, मदीना कालोनी, हाजीपुरा, में जहां पानी भर गया वहीं सरवट फाटक से  लगा इलाका जलाशय में तब्दील हो गया है। शिवचैक पर बारिश से सड़क पर जलभराव हो गया है। वहीं दूसरी ओर स्टेशन के सामने स्थित चाय की दुकानों व प्रकाश चैक पर स्थित दुकानों में बरसात का पानी भर गया जहां पर दुकानदारों को अपनी दुकानों से पानी निकालते देख गया। बामुश्किल दुकानदारों ने अपनी दुकानो से पानी बाहर निकाला। दुकानों में पानी भरने के कारण दुकानदारों को भारी नुकसान भी उठाना पडा। इससे राहगीरों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। तेज बारिश ने नगर में जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल दी। कई इलाकों में मकानों से निकलने वाले गंदे पानी के बहने की कोई व्यवस्था नहीं है। हालांकि अन्य दिनों में तो यह समस्या मकान मालिकों तक ही सीमित रह जाती है। परंतु बरसात के दिनों में यह समस्या आम राहगीरों के लिए भी मुसीबत बन जाती है। सड़क के दोनों तरफ भवन बन जाने से बारिश के दौरान सड़क पर जमा होने वाले पानी के निकलने की कोई जगह नहीं रह गई है। मानसून की पहली बारिश ने पालिका प्रशासन के जलनिकासी को लेकर किए गए सारे दावों की पोल खोलकर रख दी। नाले व नालियों की उचित साफ सफाई न होने से नालियों का गंदा पानी जगह-जगह सड़क के किनारे सडकों पर बहता दिखाई दिया। इसके अलावा कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति पूरे दिन रही। इससे सबसे अधिक समस्या राहगीरों को उठानी पड़ी। दुपहियां वाहनों चालक नगर में भरे बरसात के पानी में गिरते देखे गये। बरसात के पाने से गुजरने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पडा। सडकों पर पानी भर जाने के कारण नगर की नालियों का पता नहीं चल पा रहा था। अधिकांश लोग नालियों में भी गिरते देखे गये। कुछ लोगों को सडकों पर भरे पाने के कारण चोटों भी लगी। वहीं दूसरी ओर सुबह हुइ तेज मूसलाधार बारिश के कारण खेतों में भी पानी भर गये। जिससे किसानों के मुरझाये हुए चेेहरों पर खुशियों की लहर दौड पडी। बारिश के बाद खेतों में चारों ओर हरियाली दिखाई देने लगी है। धान की फलस लगाने के किसानों के लिए यह बारिश वारदान साबित होगी। वहीं अधिकांश नागरिकों का कहना कि बरसात शुरू होने से पहले ही यदि नाले व नालियों की साफ-सफाई करा दी गई होती, तो आज यह नौबत न आती।



कुशीनगर में दबंगों ने उजाड़ दी मुसहरो की एक बस्ती


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दबंगों ने एक बस्ती को ही उजाड़ दिया ,यह वह बस्ती थी जहा मुसहर जाती के लोग रहा करते थे।  मुसहरों की तहरीर पर पुलिस ने दोषियों के खिलाफ दलित उत्पीड़न सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किया है।

जिलाधिकारी रिग्जियान सैंफिल ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। उधर, देर शाम डीएम और एसपी ने मौका मुआयना किया। इनकी पहल पर अशर्फी यादव समेत सात लोगों को नामजद करते हुए सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ हरिजन उत्पीड़न सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

यह घटना सोमवार को बरवापट्टी थाने के गांव रामपुर बरहन के धनुख टोली की मुसहर टोली में उस समय घटी जब यहा के अधिकतर मुसहर तमकुहीराज तहसील में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में भाग लेने गए थे।इसका फायदा उठाकर सोमवार को दिन के 12 बजे कुछ लोग ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार होकर मुसहर बस्ती पहुंचे। इस टोले पर एक-दो पुरुषों के अलावा केवल महिलाएं ही थीं।

बताया जाता है कि काफी दिनों से चल रहे इस जमीन विवाद का मुकदमा न्यायालय में लंबित है। गांव खाली पाकर इन लोगों ने झोपड़ियों को उजाड़ना शुरू कर दिया। देखते ही देखते बस्ती उजाड़ दी गई। यही नहीं मुसहरों के घर, गृहस्थी के सारे सामान आए लोग अपने साथ ट्रैक्टर-ट्राली पर लादकर लेते गए। बताया जाता है कि विरोध करने पर बस्ती निवासी बउक, निर्मला, शिवदेनी, बिंदिया, माला, फुलेसरी सहित सात लोग घायल हुए हैं। इन्हें तमकुहीराज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया है।

इसी बीच सम्मेलन के दौरान इस घटना की खबर किसी ने जिलाधिकारी रिग्जियान सैंफिल को दी। उन्होंने तत्काल उप जिलाधिकारी तथा सीओ दिनेश प्रताप सिंह सहित पुलिस फोर्स को मौके पर भेजा। 

इस मामले में  मुसहरों की तहरीर पर बरवापट्टी थाने में आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किए जाने की प्रक्रिया चल रही थी। सीओ तमकुही दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज क्र लिया गया है। 

वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी हालत में कानून, व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाला बक्सा नही जायेगा । दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए जा चुके हैं। जरूरत पड़ी तो इस मामले में गैंगेस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी।

कुशीनगर मे इंसेफेलाइटिस का कहर शुरू, बढने लगी मरीजो की संख्या



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे इंसेफेलाइटिस का कहर शुरू हो गया है। अब तक इस जानलेवा बीमारी की गिरफ्त में 12 बच्चे आ चुके है, अभी आठ बच्चो का इलाज जिला अस्पताल  में चल रहा था कि 4 और बच्चो को भर्ती कराया गया है । इनमें से एक मासूम की हालत गंभीर है।

मौसम का बदलता मिजाज असर दिखने लगा है। बरसात व उमस का मासूमों पर प्रभाव तेज हो गया है बुखार व ऐंठन से शुरू होकर उन्हे बिस्तर पकड़ने को मजबूर कर दिया है। यही कारण है कि मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है हैं। इस प्रकार भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ कर एक दर्जन हो गई है। 

कुशीनगर जिला अस्पताल के एईएस वार्ड में जिन बच्चो का इलाज चल रहा है, उनमें कसया थाना क्षेत्र के डिघवा की रोशनी उम्र 05, विशुनपुरा थाना क्षेत्र के गांव गौरी श्रीराम की प्रियंका उम्र 06, पडरौना कोतवाली क्षेत्र के मनिकौरा गांव की गनेश्वरी उम्र 05, जटहां के मोतीछापर निवासी नन्हे ऊम्र 11, मरिचहवां की शांति उम्र 04, विशुनपुरा के नौगांवा का रंजीत उम्र 03, विशुनपुरा के लुअठहां की अनीता उम्र 10 और कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के बसडिला गांव के अमन उम्र 05 शामिल हैं। इसमें जटहां बाजार के रामू, सन्नी, खड्डा निवासी चैती व रोली शामिल भी भर्ती हुए है इनमें रंजीत की हालत गंभीर बताई जा रही है। 

इलाज करने वाले चिकित्सक बताते है कि तेज बुखार व शरीर में ऐंठन के लक्षणों के आधार पर इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही स्टूल व ब्लड का सैम्पुल जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया है।
इस संबंध में सीएमएस डा.जमील अंसारी ने कहा कि जेईएस के इलाज की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। कोई कोताही न हो इसके लिए सभी चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दे दिया गया है।

सोमवार, 30 जुलाई 2012

कुशीनगर में सड़क दुर्घटना में मरने बालों की संख्या बढ़ी

 चैबीस घण्टों में दो की जान गयी
 वरिष्ट पत्रकार भानु प्रताप तिवारी की भी टूटी बाह की हड्डी
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीगर में सड़क दुर्घटना में मरने बालों की संख्या बढ़ती जारही है। जनवरी से अब तक करीब सैकड़ों सड़क दुर्घटनाओं में मरने बालों की संख्या सैकड़ा पार कर गयी है। यातायात नियमों के पालन का कोई मतलब ही नही रह गया है। कोई भी, कभी भी किसी तरफ से आ जा सकता यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे वाहन चालको ने चैबीस घण्टों में दो की जान ले ली। साथ ही एक वरिष्ट पत्रकार भी घायल हो गये।
 
कुशीनगरमें यह पहला हादसा रविवार की भोर में हुआ जब बालू लदा एक ट्रक कसया ओवरब्रिज के पश्चिम तरफ सड़क पर खड़ा था। करीब चार बजे गोरखपुर की तरफ जा रहे दूसरे ट्रक ने इस खड़े ट्रक में पीछे से ठोकर मार दी। इसके चलते गोरखपुर की ओर जा रहे ट्रक के ड्राइवर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। कुशीनगर पुलिस चैकी के सिपाही विनोद सिंह और व्रजनाथ प्रजापति ने मौके पर पहुचकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचवाया दिया। इस घटन में मृतक ट्रक चालक ओंकार शर्मा (45) पुत्र महेश मुरादाबाद जिले के भद्दीपुर का निवासी बताया जाता है।
 
कुशीनगर का दुसरा हादसा प्रेमवलिया गांव के पास उस समय घटना जब राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर रविवार को दिन के करीब 10 बजे तेज रफ्तार बोलेरो की ठोकर से मल्लूडीह के प्रधान प्रतिनिधि मुस्तकीम जावेद की मौत हो गई। हादसे के बाद बोलेरो भी अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ी और फिर पलटकर कसया की तरफ मुड़ गई। बोलेरो के चालक और उसमें बैठे लोग भाग निकले। घटना स्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष संजय मौर्या अपनी गाड़ी से प्रधान प्रतिनिधि को सीएचसी पहुंचाया अपना काम कर दिया। जहां डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि बोलेरो कसया की तरफ से बिहार की ओर जा रही थी।
 
कुशीनगर की तीसरी घटना उस समय घटी जब जाने माने वरिष्ट पत्रकार व जेडब्लूओ के महासचिव भानु प्रताप तिवारी अपने गांव से समाचार कबरेज के लिए अपने गांव से जिला मुख्यालय पडरौना की तरफ आ रहे थे। कि एक अनियत्रित बाईक सबार ने पडरौना विकास खण्ड कार्यालय के सामने उन्हे पीछे से टक्कर मार दी और वे बूरी तरह घायल हो गयें। उनकी एक बांह की हड्डी टूट गयी और दुसरी बांह में भी काफी चोटे आयी है। जिसका इलाज चल रहा है।
 
जिले के तीनों मामलों में यातायात नियमों की धज्जिया उड़ा दी गयी और प्रशासन मस्ती में रहा दो मारे गये और एक व्यक्ति घायल हो गये पर यातायात जस का तस रहा। इस सम्बन्ध में पुलिस अधिक्षक ने तो कड़ा रूख अख्तियार किया है पर उसका अभी कड़ाई से पालन नही हो सका है।

शनिवार, 28 जुलाई 2012

कुशीनगर पुलिस ने एक बड़े बाइक लिफ्टर गिरोह का पर्दाफास करने का किया दावा



कुशीनगर। उतर प्रदेश के कुशीनगर पुलिस ने एक बड़े बाइक लिफ्टर गिरोह का पर्दाफास करने का दावा किया है। पुलिस के हत्थे चढ़े दो अभियुक्तों की निशानदेही पर छह चोरी की मोटरसाइकिलें भी बरामद की गईं।

इस सम्बन्ध में  पुलिस अधीक्षक विजय कुमार गर्ग ने पकड़े गए लिफ्टरों को पत्रकारों के सामने पेश करते हुए बताया कि विशुनपुरा थानाध्यक्ष गिरजेश तिवारी की टीम व एसओजी प्रभारी ओम प्रकाश राय अपनी टीम के साथ गुरुवार की शाम गाड़ाबंदी कर चोरी की दो बाइक और दो आरोपियों को गोडरिया तिराहे के पास पकड़ा।जिसमे तीन अभियुक्त भागने में सफल रहे।

उन्होंने बताया कि इनसे पूछताछ के दौरान चार अन्य चोरी की भी बाइक बरामद की र्गइं। पकडे़ गए अभियुक्तों में चिंटू उर्फ आशुतोष मिश्र महराजगंज जनपद के घुघली थाने के गांव अमोठा का रहने वाला है तथा दूसरा छोटेलाल कुशीनगर के बरवापट्टी थाना क्षेत्र के खानगी का निवासी है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बाइक चुराकर ये लोग बिहार में नरकटियागंज के पास बेचते थे। पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। भागने में सफल रहे तीन अन्य को पकड़ने की कार्रवाई तेज कर दी गई है।  बरामद मोटरसाइकिलें विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी की गई थीं। उन्होंने बताया कि पिछले छह माह में इन लोगों ने छह बाइक उड़ाने की बात कबूली है।

कुशीनगर में हुए गैंग रेप के मामले पीडिता को दी गयी सहायता



कुशीनगर  । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस द्वारा किये गए गैग रेप के मामले में  पीड़ित महिला को प्रशासन द्वारा सरकारी सहायता दी गई। प्रशासन की ओर से क्षेत्राधिकारी खड्डा विनोद कुमार यादव ने उसे  1.20 लाख रुपये का चेक प्रदान किया।

एक तरफ आरोपी दारोगा को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें हर संभावित जगहों पर उसकी तलाश में जुट गयी है ।साथ ही पुलिस ने कुर्की के आदेश के लिए भी प्रयास तेज कर दिया है।

ज्ञातव्य हो की 17 जुलाई को खड्डा थाने में हुई शर्मनाक वारदात के बाद पुलिस इस दाग को धोने का प्रयास कर रही है। आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को निलंबित करने तथा आरोपी दारोगा व चौकीदार पर मुकदमा दर्ज करने के अलावा दारोगा को गिरफ्त में लेने का प्रयास जारी है। 

पुलिस की दो टीम अभी भी जनपद के बाहर आरोपी को खोजने के लिए लगी हुई हैं। आरोपी बच न सके, इसके लिए डीएनए टेस्ट भी करवाया जा रहा है। 
इसी क्रम में  शुक्रवार को पीड़ित महिला को सरकारी अहेतुक सहायता प्रदान की गई। श्री यादव ने बताया कि पुलिस विभाग के लिए यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए टीमें प्रयासरत हैं। न्यायालय से कुर्की का आदेश कराने का प्रयास चल रहा है। बहुत जल्द ही आरोपी दारोगा पुलिस की गिरफ्त में होगा।

रक्षाबंधन पर सज गई दुकानें


मुजफ्फरनगर। भाई बहन के स्नेह का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन करीब आ गया है। बाजार में किस्म किस्म की राखियां सज गई हैं। दुकानदारों ने आकर्षक दुकानें लगा रखी हैं। महिलाएं राखी की जोरदार खरीद फरोख्त कर रही हैं।

रक्षाबंधन का पर्व श्रावणी पूर्णिमा के दिन दो अगस्त को है। नगर में भगत सिंह रोड, झांसी रानी चैक, षिव चैक, नई मंडी में राखी की दुकानें सज गई हैं। दो रूपये से लेकर एक हजार रूपये तक की राखी बाजार में उपलब्ध है। नग, रूद्राक्ष वाली राखियों की बाजार में खासी मांग है।

खुदा के सजदे में झुके शीष, अमन व कौम की तरक्की की हुई दुआएं


मुजफ्फरनगर। रमजान से पहले जुमे की नमाज को नगर में दर्जनों मस्जिदों में अकीदतमंदों ने अल्लाह के सजदे में शीष झुका कर अमन व कौम की तरक्की की दुआएं की। जुमे की नमाज के दौरान नगर की मस्जिदों के आसपास कड़ी सुरक्षा व साफ सफाई जिला प्रषासन ने कराई।

 हौज वाली मस्जिद, खालापार मस्जिद, मछियारों वाली मस्जिद, दाल मंडी स्थित मौला बख्श मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में हजारों अकीदतमंद जुटे। मुतवल्ली हकीम ररताल आलम ने कहा कि रमजान उल मुबारक का महीना मुसलमानों के लिए हक ताला षानूह का बहुत ही बड़ा ईनाम है। जरूरी है कि इन इनाम की कद्र भी की जाये। रमजान शरीफ के बारे में पांच चीजें मखसूस खासतौर पर दी गयी हैं जो पहली उम्मतों को नहीं मिली है।

 पहली बात यह है कि रोजेदार के मुंह की बू अल्लाह के नजदीक मुष्क (एक तरह की सुगंध) से अधिक पसंद है। दूसरी यह कि इनके लिए दरिया की मछलियां भी इफ्तार के वक्त दुआ करती है। तीसरी यह कि जन्नत हर रोज इनके लिए सजायी जाती है। चैथी अहम बात यह है कि इस माह में सरकष शैतान कैद कर दिये जाते हैं। आखिरी बात यह है कि रमजान के आखिरी रात में रोजेदारों की मगफिरत मिलती है।

माह ए रमजान के आखिरी हफ्ते में ही लैलतुल कद्र यानि वो रात जिसमें अल्लाह ने पाक किताब कुरआन नाजिल किया। उन्होंने सभी मुस्लिमों से इन पर अमल करने की अपील की। जुमे की नमाज के लिए प्रषासन पूरी तरह चाक चैबंद नजर आया। मस्जिदों के आसपास कड़ी चैकसी रखी गई। बैरिकेटिंग कर यातायात परिवर्तित किया गया। मस्जिदों के ईद गिर्द साफ सफाई का विषेष प्रबंध किया गया था।

भिडंत में दो बाइक सवारों की मौत


मुजफ्फरनगर। खूनी बन चुकी सड़कों पर हादसों का कहर थने का नाम नहीं ले रहा है। देर रात खतौली क्षेत्र में बाईपास पर तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार दो युवकों को कुचल डाला। उपचार हेतु उन्हें बेगराजपुर मैडिकल कोलज ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शवों को परीक्षण हेतु भेज दिया।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना खतौली क्षेत्र में बीती रात खतौली बाईपास पर अज्ञात वाहन ने एक बाइक में टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गये। हाइवे एम्बुलेंस पर तैनात कर्मचारियों ने दोनों घायलो को सड़क पर उठाकर मंसूरपुर स्थित बेगराजपुर मैडिकल कालेज पहुंचाया। 

जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार मृतकों के नाम कल्लू पुत्र सुभाष निवासी सरधना व रेहनी पुत्र रोहताष निवासी भगवानपुर मेरठ बताया। पुलिस ने पंचनामा भरकर दोनों शवों को परीक्षण हेतु भेज दिया है। हादसे की खबर मृतकों के परिजनों को दे दी गई है।

शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

ट्रक व कार की भिडंत में कार ड्राईवर की मौत


मुजफ्फरनगर। देर रात ट्रक व कार के बीच हुई टक्कर में दोनांे वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। घटना मंे कार के ड्राईवर की मौके पर ही दर्दनाक मौत गई। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना नई मन्डी कोतवाली क्षेत्र के गांव बागोवाली तिराहे पर देर रात विपरीत दिशा से तेज गति व लापरवाही के साथ आ रहे एक ट्रक व कार के बीच हुई भिडंत मंे दोनांे गाडि़यांे में अचानक आग लग गई।

 वहीं इस घटना में कार चालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणांे ने इस घटना की सूचना नई मन्डी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही नई मन्डी पुलिस मौके पर पहंुची। पुलिस ने घटना की जानकारी हासिल करने के बाद मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों की मदद से मृतक की शिनाख्त कराने का प्रयास किया लेकिन कार चालक की शिनाख्त नहीं हो पाई। 

पुलिस ने ग्रामीणांे की मौजूदगी मंे शव का पंचनामा भरकर उसे अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी पर भेज दिया। पुलिस मामले की छानबीन मे जुट गई है। रहस्यमय परिस्थितियो मे कार चालक की मौत की घटना ग्रामीणांे मे चर्चा का विषय बनी हुई है।

बैंक मैनेजर व कैषियर गंभीर धाराओं में जेल रवाना


85 लाख रूपये के गबन में दोनों हैं सह आरोपी
मुजफ्फरनगर। थाना सिविल लाईन पुलिस ने समाज कल्याण विभाग में 85 लाख रूपये के गबन के मामले में कल शाम पुलिस ने सह आरोपी यूनाईटेड बैंक आॅफ इंडिया के मैनेजर प्रमोद शर्मा तथा कैषियर राजेन्द्र शर्मा को गिरफ्तार किया था। 

आज दोनों आरोपियों को 420, 467, 468, 471 व 409 आईपीसी के तहत जेल भेज दिया गया। जबकि मुख्य अभियुक्त समाज कल्याण विभाग का बाबू अनिल वर्मा अभी फरार चल रहा है। एसओ सिविल लाईन के अनुसार अनिल वर्मा को भी जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया।

पिछले दिनों समाज कल्याण विभाग में लाखों रूपये की हेराफेरी की षिकायत डीएम सुरेन्द्र सिंह को मिली थी। डीएम ने सीडीओ दिग्विजय सिंह को इस मामले की जांच सौंपी थी। जांच के बाद समाज कल्याण अधिकारी मपाल यादव ने थाना सिविल लाईन में विभाग के बाबू अनिल वर्मा के खिलाफ 25 लाख के गबन का मामला दर्ज कराया था। इसमें रेलवे रोड स्थित यूनाइटेड बैंक आॅफ इंडिया के कुछ अधिकारी व कर्मचारियों को रोपी बनाया गया था। शनिवार शाम सिविल लाइ्रन पुलिस ने बैंक मैनेजर प्रमोद शर्मा व कैषियर राजेन्द्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था। आज उन्हें गंभीर धाराओं में नामजद कर जेल भेज दिया गया।


कुशीनगर में आगनवाड़ी व आशा बहुओं के खिलाफ नही होगी जाच


  •   इनसे से सम्बन्धित कोर्ट के मामले में ही होगी जाॅच- जिलाधिकारी

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री व आशा बहुओं के खिलाफ बढ़ती शिकायतों की जाॅच नही होगी। पहले कई ऐसे मामले सामने आये जिनमें केबल उलझाने का प्रयास किया गया।

इन मामलों को संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी कुशीनगर आर सैम्फिल ने अब इन शिकायतों पर अमल न करने का आदेश विभागीय हुक्मरानों को दिया है। आदेश के तहत अब शिकायतकर्ता द्वारा नियुक्ति तिथि के छह माह के भीतर की गई शिकायतों तथा उच्च न्यायालय से जुड़े मामलों में ही जांच की प्रक्रिया अपनायी जाएगी, जिससे सरकारी अफसरों का समय जाया होने से बचाया जा सके।

जनता दर्शन के समय अधिकांश शिकायतें आंगनबाड़ी कार्यकर्ति्रयों तथा आशा बहुओं से जुड़े होने को गंभीरता से लेते हुए डीएम आर सैम्फिल ने ऐसा कदम उठाया है। आए मामलों में कार्यरत कार्यकर्ति्रयों व आशाओं के खिलाफ शिकायत कर्ताओं ने उनके शैक्षिक योग्यता, जन्मतिथि, आय, जाति व निवास प्रमाण-पत्रों के फर्जी होने का आरोप लगाया है। इनमें कुछ कई वर्ष पूर्व से कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री व आशा कर्मी भी हैं, जिनके खिलाफ फर्जीवाड़े का आरोप है। खास कर इन मामलों की जांच काफी जटिल है।

ऐसे में डीएम आर सैम्फिल ने कहा है कि ऐसे मामलों में जांच अधिकारियों का काफी समय व श्रम जाया हो रहा है, जिससे विभागीय दायित्वों का निर्वहन उचित ढंग से नहीं हो पा रहा। डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया है कि वह अपने अधीनस्थ नियुक्ति प्राधिकारियों को निर्देशित करे कि छह माह से अधिक समय से कार्यरत कर्मियों कार्यकर्ति्रयों व आशाओं के खिलाफ शिकायतों का संज्ञान न लिया जाए।

 तय तिथि के बाद अगर मामले में उच्च न्यायालय का आदेश है तो ही जांच प्रक्रिया अपनायी जाए। साथ ही इन पदों पर नियुक्ति करने से पूर्व अभ्यर्थियों की शैक्षिक योग्यता, जन्मतिथि, आय, जाति व निवास प्रमाण-पत्रों का उचित ढंग से सत्यापन कराने उपरांत ही नियुक्ति आदेश जारी की जाए, जिससे फर्जीवाड़े की संभावना न हो। आदेश में डीएम ने यह चेताया भी है कि नियुक्ति पूर्व अगर नियुक्ति प्राधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्रों का सत्यापन नहीं कराया जाता तो उसके लिए वह खुद जिम्मेदार होगा।

कुशीनगर में उठ खड़ा हुआ मैत्रय परियोजना का भूत



   
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मैत्रेय परियोजना का भूत फिर उठ गया है। चारो तरफ उसके दहशत से किसान फिर विरोध पर उतरने लगे है। हालाकि 1870 दिनों से चल रही क्रमिक भूख हड़ताल अभी जारी है।

एक बार फिर भूमि बचाओ संघर्ष समिति कसया के किसानों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट गेट पर धरना दिया। जहां किसान मैत्रेय परियोजना के तहत उपजाऊ भूमि के अधिग्रहण का विरोध कर रहे थे। धरने के बाद जिलाधिकारी से मिलने आए भूमि बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों से जिलाधिकारी को अवगत करा दिया जाएगा।

ज्ञातव्य हो कि मैत्रेय परियोजना से सिसवा, बेलवा, पलकधारी, विशुनपुर बिंदवलिया, अनरुद्धवा, डुमरी आदि गांव के लोग प्रभावित है। भूमि बचाओ संघर्ष समिति कसया के अध्यक्ष गोवर्द्धन प्रसाद गोंड ने बताया कि भूमि अधिग्रहण के विरोध में सिसवा महंथ कुटी पर 1868 दिनों से से धरना चल रहा है।

 मैत्रेय परियोजना से आम आदमी को फायदा नहीं पहुंचेगा, बल्कि बिल्डर, पूंजीपति और कारपोरेट घरानों के लोग लाभान्वित होंगे। ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन किसानों को उनकी जमीन से बेदखल करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी आवाज जिलाधिकारी के माध्यम से शासन तक एक बार फिर पहुंचाने के लिए किसानों के साथ जिलाधिकारी से अपनी बात कही गयी है।

भारत सरकार पेट्रोल पंप के आवटंन में पिछड़ों को देगी आरक्षण


  •   आर.पी.एन. की पहल ने रंग दिखाया
कुशीनगर । भारत सरकार ने पिछड़े बर्ग के लोगों को अब पेट्रोल पंप एवं रसोई गैस एजेंसी के आवंटन में आरक्षण देने की योजन बनायी है। पहले इनको इसमें आरक्षण की सुविधा उपलब्ध नही थी।

पेट्रोलियम मंत्रालय अब पेट्रोल पंपों एवं एलपीजी गैस एजेंसी के आवंटन में पिछड़े वर्ग के लिए भी कोटा निर्धारित करेगा। पिछड़े बर्ग के लिए पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस व कारपोरेट मामलों के राज्यमंत्री आरपीएन सिंह की पहल पर मंत्रालय ने पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया है।

आज तक किसी ने पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण से लाभान्वित नहीं किया था। आरपीएन सिंह ने यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी से बातचीत कर पेट्रोलियम मंत्रालय में पिछड़ों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करवाने का प्रयास किया।

इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी शमशेर मल्ल ने बताया कि अब पेट्रोलियम मंत्रालय की जो भी आवंटन सूची जारी होगी, उसमें पिछड़े वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षित होगा।
उन्होंने बताया कि पूर्व में जो भी विज्ञापन आते थे, उसमें केवल अनुसूचित या सामान्य वगैरह का ही कोटा होता था, लेकिन इस बार से यह व्यवस्था बदल दी गई है।

गुरुवार, 26 जुलाई 2012

सुप्रीम कोर्ट के आदेश तोड रहे प्रदेश सरकार व प्रशासन के सामने दम



सचिन धीमान
मुजफ्फरनगर। देश के अंदर प्रशासन तथा प्रदेश सरकारों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी कोई औचित्य नहीं रखते है। राज्य सरकारों व प्रशासन द्वारा विगत दिनों सुप्रीम कोर्ट ने दिये गन्ना मूल्य बढोत्तरी के किसानों के भुगतान को 7 जुलाई 2012 तक तीन किस्तों में अदा करने के आदेश के बाद भी किसानों का गन्ने का भुगतान चीनी मिलों द्वारा न कराये जाने से स्पष्ट प्रतीत होने लगा कि प्रदेश सरकारे तथा देश का प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को मानने तक तैयार नही है और वह खुलेआम सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उडा रहे। गन्ना मिलों पर अभी भी किसानों का 22 करोड रूपये का बकाया है लेकिन गन्ना मिले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी किसानों के बढे हुए गन्ने का भुगतान करने को तैयार नहीं है। 

चीनी मिलों द्वारा किसानों का बढा हुआ गन्ना मूल्य न दिये जाने से क्षुब्ध होकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सरदार वीएम सिंह ने राज्य सरकारों व प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवमानना किये जाने के विरूद्ध न्यायालय में जाने का विचार बना लिया है। वह एक सप्ताह के अंदर कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। इस बार राज्य सरकारों व प्रशासन को कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के आदेशांे की अवमानना किये जाने का जवाब भी देना पडेगा।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में चीनी मिल मालिकों द्वारा वर्ष 2011-12 में किसानों को गन्ना मूल्य 145 रूपये प्रति कुन्तल की दर से एफआरपी देने की गुहार लगाई थी जिसके खिलाफ हमेशा की तरह किसानों की आवाज को बुलंद कर सडाकों से कोर्ट तक लडाई लडने वाले किसानों के मसीहा तथा राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सरदार वीएम सिंह ने किसानों की ओर से पैरवी करते हुए किसानों को 240 रूपये प्रति कुन्तल की दर से गन्ना भुगतान दिलाये जाने की अपील की थी .

जिस पर सुनवाई करते हुए विगत 20 अपै्रल 2012 कोे सुप्रीम कोर्ट द्वारा वर्ष 2011-12 के गन्ने का रेट 145 रूपये कुन्तल से बढाकर 240 रूपये प्रति कुन्तल के गन्ने का किसानों को भुगतान किये जाने के आदेश पारित कर राज्य सरकारों व प्रशासन को बढेे हुए गन्ना मूल्य का भुगतान तीन किस्तों में 7 मई, 7 जून व 7 जुलाई 2012 तक समस्त चीनी मिलों से भुगतान कराये के जाने के आदेश राज्य सरकारों व प्रशासन को दिये थे। चीनी मिलों को गन्ना किसानों को 240 रूपये प्रति कुन्तल की दर से 54 करोड रूपये का भुगतान करना था।

 परंतु सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सात जुलाई 2012 बीत जाने के बाद भी चीनी मिलों द्वारा किसानों के गन्ने का बढा हुआ समस्त भुगतान आज तक भी नहीं किया गया है। चीनी मिल मालिकों द्वारा 7 जुलाई 2012 तक 32 करोड रूपये का बढे हुए गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है जबकि अभी भी राज्य सरकारे व प्रशासन चीनी मिलों से किसानों का 22 करोड रूपये का भुगतान नहीं कराया है।

 अभी भी चीनी मिलों पर किसानों का 22 करोड रूपये का भुगतान शेष है। जिससे स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि राज्य सरकारे व प्रशासन ने चीनी मिलों मालिकों से मिलीभगत कर किसानों का बकाया गन्ने का भुगतान नहीं दिला रही है। जिस कारण राज्य सरकारे व प्रशासन सप्रीम कोर्ट के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उडाते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवमानना की है। राज्य सरकारे व प्रशासन के सामने सुप्रीम कोर्ट के आदेश दम तोड रहे है राज्य सरकारे व प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं कर रहे है जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान पहुंच रहा है।

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सरदार वीएम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गन्ना किसानों का चीनी मिलों ने अभी तक 54 करोड में से 32 करोड रूपये का भुगतान किया है जबकि किसानों का अभी भी 22 करोड रूपये चीनी मिलों पर शेष है जिसे राज्य सरकारे व प्रशासन ने विगत सात जुलाई 2012 तक सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी किसानों को नहीं दिलाया है।

 उन्होंने बताया कि वह राज्य सरकारों व प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवमानना करने के कारण एक सप्ताह के अंदर कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की कि गई अवमानना के खिलाफ कोर्ट में जायेंगे और किसानों का चीनी मिलों पर शेष बकाया 22 करोड रूपये का भुगतान मय ब्याज के दिलाये जाने की मांग की जायेगी और सात जुलाई तक तीन किस्तों में राज्य सरकारों व प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के वावजूद भी गन्ने का किसानों का भुगतान चीनी मिलों से न कराये जाने का जवाब भी मांगा जायेगा।

 उन्होंने बताया कि चीनी मिलों को किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान न किये जाने पर 15 प्रतिशत ब्याज की दर से भी भुगतान करना होगा जिसकी भी कोर्ट में मांग की जायेगी। उन्होंने बताया कि 22 करोड रूपये पर किसानों का चीनी मिलों पर करीब 300 लाख रूपये का ब्याज बैठेगा।

( यह  समाचार सम्वाददाता  की निजी सोच है प्रेस का इससे सहमत होना जरुरी नही है )

कुशीनगर में कच्ची दारू ने ले ली एक और की जान




कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में तमाम प्रयासों के बाद कच्ची दारू से मरने बालों की संख्या में कमी आने का नाम नही ले रही है। फिर एक व्यक्ति की कच्ची दारू पीने से मौत हो गयी है। वैसे तो मरने बालों की संख्या पूरे साल में सैकड़ा पार कर गयी है।

यह घटना कुशीनगर के सेवरही थानाक्षेत्र के बंगरा गांव की है जहां एक बुधवार की शाम लगभग 6 बजे एक मुसहर को मृत पाया गया। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक तुर्कपट्टी थानाक्षेत्र के भरवा टोले का रहने वाला कोलाई उम्र 35 पुत्र रामायन मुसहर बुधवार को सेवरही थानाक्षेत्र के बंगरा गांव के पास स्थित एक ईंट-भट्ठे पर कच्ची दारू पीने पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि करीब  शाम को 6 बजें इंट-भट्ठे से 100 मीटर उत्तर की तरफ वह अचेतावस्था में जमीन पर पड़ा हुआ दिखा।

जब पास जाकर ग्रामीणों ने देखा तो उसका शरीर ठंडा पड़ गया था। मुसहर के मरने की सूचना लोगों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस संबंध में सेवरही थानाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

कुशीनगर में सात खाद की दुकानें निरस्त



कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में खाद डंप करने के आरोप में सात दुकानों के बिक्री लाइसेंस को निरस्त कर दिए गया हैं। अधिकतर दुकानों पर पिछले दिनों छापेमारी के दौरान काफी मात्रा में डंप खादें बरामद की गई थीं।

कुशीनगर की इन दुकानों में आईएफएसडीसी की शिवपुर, कारीतीन, धौरहरा, दुदही की दुकानें शामिल हैं। इसके अलावा क्रांति चैराहे पर स्थित एक खाद की दुकान, कप्तानगंज में स्थित शिव ट्रेडर्स के अलावा कप्तानगंज के ही एक अन्य दुकान का लाइसेंस निरस्त किया गया है।

इस सम्बन्ध में कुशीनगर जिले के उप निबंधक सहकारी समितियां/प्रभारी जिला कृषि अधिकारी दीपक सिंह ने बताया कि जनपद के सात खाद की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। निरस्त दुकानों पर अनियमितता और शासनादेशों के उल्लंघन का आरोप था।

उन्होने बताया कि जिले को 245 एमटी यूरिया का आवंटन हुआ है। गुरुवार को खाद मिल जाने की उम्मीद है। अभी तय नहीं हुआ है लेकिन एक कसया और दो पडरौना के थोक विक्रेताओं को खाद आवंटित होगी। उन्होंने बताया कि तीन दिन के अंदर स्टाक ओपेन करने का निर्देश दिया गया है।

 रेट बोर्ड आदि न लगाने पर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसमें थोक विक्रेताओं को भी शामिल किया जाएगा। बताया कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। रविवार को ही 402 एम.टी यूरिया आवंटित हुई है। भविष्य में भी जरूरत के मुताबिक आवंटन कराया जाएगा।

बुधवार, 25 जुलाई 2012

कुशीनगर के 27 बड़े बकायेदारों को जारी हुयी आरसी




  • टैक्स नही हुआ जमा तो कुर्क होगी सम्पति

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में प्राइवेट वाहनों पर टैक्स बकाए को लेकर गंभीर एआरटीओ विभाग ने 27 वाहन स्वामियों के खिलाफ आरसी जारी किया है। इसके अलावा 275 बकाएदारों को बकायदा डिमांड नोटिस देते हुए समय सीमा निर्धारित किया है।

विभाग समय से यात्री टैक्स वाहनों की सूची थाने में देकर संबंधित स्थानों पर बंद कराएगा। इसके बावजूद भी टैक्स जमा नहीं हुआ तो विभाग कुर्की की प्रक्रिया शुरू कर देगा। 

कुशीनगर के एआटीओ विभाग ने सोमवार को 27 वाहन स्वामियों के खिलाफ करीब साढ़े ग्यारह लाख के बकाए के लिए आरसी जारी कर दिया, जो संबंधित तहसीलों में मंगलवार को भेज दी गई।
यही नही इसके साथ 275 ऐसे बकाएदारों की सूची बनी है, जिनके जिम्मे करीब 18 लाख रुपये बकाया है। 

इनमें बस, मिनी बस, ट्रक, टैम्पो, कमांडर जीप आदि वाहन शामिल हैं। विभाग ने इन सभी बकाएदारों को सोमवार को ही डिमांड नोटिस भेजा। इसके लिए एक हफ्ते का समय निर्धारित किया है। 
यह निर्धारित अवधि बीतने पर संबंधित तहसील में रहने वाले वाहनों स्वामियों की सम्पत्ति कुर्क करा टैक्स की भरपाई सुनिश्चित की जायेगी। इस पर भी पैसा नहीं जमा हुआ तो मुकदमा दर्ज कराकर गिरफ्तारी कराई जाएगी। उल्लेखनीय है कि कुशीनगर के विभिन्न रूटों पर करीब दो पहिया वाहनों को छोड़ दिया जाय तो 6 से 7 हजार के बीच वाहन चलते हैं। 

इस सम्बन्ध में संजीव गुप्ता , एआरटीओ ए ,कुशीनगर ने बताया कि बकाया यात्री कर न जमा करने वाले छोटे, बड सभी वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित है। इसके लिए सूची बना शासन स्तर पर भी भेजा गयी है। इस मामले में 27 वाहन स्वामियों को आरसी जारी किया गया है। 

आसाम के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री ने फोन पर मुसलमानों को संरक्षण देने को कहा -तोगड़िया




काशी/ दिल्ली

आसाम में भड़के हुए दंगों में मारे गए  और विस्थापित किए गए अनेकों मूल वनवासियों और हिंदुओं के लिए त्वरित न्याय की माँग करते हुए विश्व हिंदू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगडि़या ने कहा, ‘‘गत कई वर्षों से भारत पर आक्रामकों के हमले होते आये हैं, भारत स्वतंत्र हुआ, फिर भी पाकिस्तान और बांग्लादेश से कश्मीर, आसाम, बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा व अन्य राज्यों में लगातार घुसपेठ चल रही है

 गत 15 वर्षों में आसाम में बांग्लादेशी मुसलमानों ने सरकारी मदद से  अपने पैर जमा लिए हैं कि उन्हें खुले में यह छूट मिली है कि वे आसाम के मूल वनवासियों, जनजातियों कि हत्या करें, उनके घर जलाएँ, खेतों पर कब्जा जमायें और उन्हें वहाँ से खदेड़कर वहाँ पाकिस्तान का, बांगला देश का झंडा फहराएँ!

सरकारी कृपा के बिना यह संभव नहीं और मुसलमान मतों के कारण आसाम के मूल जनजातियों को और हिंदुओं को संरक्षण देना छोड़ राजनेता बांग्लादेशी आयात मतों के सामने घुटने टेके हुए हैं। इसीलिए, गत 10 वर्षों से चलती आ रही मुसलमानों की आतंकी प्रवृत्ति आज आसाम में इस तरह भड़की है! 500 से अधिक गाँव बांग्लादेशी मुसलमानों ने कब्जे कर वहाँ के हिंदुओं को, जनजातियों के घर जलाएँ हैं, 100 से अधिकों को मारा है।

 1 लाख से अधिक शरणार्थी आज शिविरों में रहने के लिए मजबूर हैं, जब कि  ये मुसलमान घुसपेठियें सरकारी कृपा से भारत के नागरिक बन बैठे हैं और भारत के मूल नागरिकों का ही नरसंहार कर रहे हैं।’’
डॉ तोगडि़या ने आगे कहा, ‘‘भारत के प्रधानमंत्री और उनके पक्ष की प्रमुख श्रीमती गांधी इन्हांेने आसाम के मुख्यमंत्री को फोन कर केवल मुसलमानों को ही संरक्षण देने हेतु कहा, वहाँ सेना भेजी गयी, मूल जनजातियों और हिंदुओं को मारने के आदेश नहीं होते तो सरकारी बंदूकों से वनवासी और हिंदू नहीं मारे जाते। इस सरकार-प्रचालित नरसंहारी आतंक के लिए और आसाम की जनजातियों तथा हिंदुओं के मानवाधिकार हनन के लिए प्रधानमंत्री और  उनके पक्ष की प्रमुख तथा आसाम के मुख्यमंत्री भारत की जनता से क्षमा माँगे। कार्बी आंगलोंग, खासी, दिमासा, जैंतिया, बोडो, चोंगलोई, हाओलाई और अन्य कई जन जातियों पर बांग्लादेशी मुसलमानों के मतों के लिए अत्याचार किए गए हैं। यहाँ तक कि जनजातियों के छोटे छोटे बच्चों को तक नहीं छोड़ा! उनकी शालाएँ आज जलाई गयी हैं और देश का ‘सेक्युलर’ मीडिया आँख मूंदे एकांगी जानकारी सरकार के कारण  दे रहा है।’’



विश्व हिंदू परिषद् की माँग  
01. आसाम में वहाँ की मूल जनजातियों, वनवासियों और अन्य हिंदुओं का नरसंहार करने के लिए बांग्लादेशी मुसलमान घुसपेठियों को खुली छूट  देने के लिए और आसाम तथा भारत को असुरक्षित बनाने के लिए प्रधानमंत्री और उन के पक्ष की प्रमुख भारत की जनता से क्षमा माँगें। 

02. आसाम एवं भारत के अन्य राज्यों में घुसे सभी बांगलादेशी मुसलमान घुसपेठियों को त्वरित भारत बाहर कर उन के भारत आने पर प्रतिबंध लगाया जाय. जिन बांगला देशी मुसलमानों को भारत का नागरिक अधिकार दिया गया है, उन्हें भी बांग्लादेश वापस भेज उन के सभी अधिकार छीन लिए जाय। 

03. जो कोई नेता ऐसे घुसपेठियों के मतों से चुनकर आये हो, उन सभी का चुनाव खारिज कर उन का चुनाव लड़ने का अधिकार समाप्त किया जाय। 

04. आज तक आसाम और अन्य कई राज्यों में बांग्लादेशी मुसलमानों ने अनेक जनजातियों की और अन्य हिंदुओं की जमीने, घर  कब्जे किए हैं. उन सभी जमीनों, घरों की मालिकी   फिर से मूल नागरिकों को दी जाय।

05. आसाम में नरसंहार में बांग्लादेशी मुसलमानों के हाथों सरकार की गोलियों से मारे गए सभी हिंदुओं को रु 7 लाख मुआवजा त्वरित दिया जाय और उनके परिवारों के बच्चों की शिक्षा और कन्याओं के विवाह की संपूर्ण जिम्मेदारी आसाम सरकार उठाएँ।जिन घरों में कमानेवाले मारे गए हो, उन्हें मुआवजे के अतिरिक्त परिवार के एक सदस्य को सरकारी  नौकरी दी जाय। 

06. .इस नरसंहार में व पहले भी आतंक में बांगला देशी मुसलमानों के या स्थानीय मुसलमानों के कारण जो हताहत हुए हैं उन सभी जनजातियों और अन्य हिंदुओं को भी यहीं मुआवजा व अन्य सुविधाएँ दी जाय. जो जख्मी हुए हैं, उन के वैद्यकीय उपचारों का खर्चा सरकार उठाएँ और उन्हें रु. 4 लाख मुआवजा दिया जाय. 

07. ये सभी हमलें बांग्लादेशी मुसलमानों ने किए हैं इसलिए उन में से या उन्हें सहयोग करने वाले किसी भी स्थानीय मुसलमानों को उपर्युक्त कोई भी मुआवजा या सुविधाएं न दी जाय. 
08. भारत के सीमावर्ती प्रदेशों, राज्यों की सीमाएँ सरकार त्वरित बंद करें ताकि भविष्य में भारत को फिर से पाकिस्तान या बांग्लादेश से आनेवाले घुसपेठी जेहादियों से खतरा ना हो. 

09. संयुक्त राष्ट्रसंघ (यू. एन.) मानवाधिकार कार्यालय, भारत के महामहिम राष्ट्रपति और भारत के उच्चतम न्यायालय सभी आसाम में हुए इस नरसंहार के लिए बांग्लादेशी मुसलमानों पर और उन्हें सहयोग करने वाले स्थानीय जेहादी मुसलमानों पर तथा उन्हें संरक्षण देनेवाले राजनेताओं पर मुकदमा चलाकर उन्हें सख्त सजा दें. 
विश्व हिंदू परिषद् आसाम में घट रही घटनाओं के प्रति सजग है और इशारा देती  है, कि आनेवाले 24 घंटों में आसाम के जनजातियों और अन्य हिंदुओं पर होनेवाले अत्याचार रोके नहीं गए तो देशव्यापी  लोकतांत्रिक आंदोलन का विचार करने पर सभी हिंदुओं को बाध्य होना होगा. 

बारह घण्टे तक पुलिस सुरक्षा में होता रहा बलात्कार, और देखती रही पुलिस




  • दरोगा समेत 6 सस्पेण्ड

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस जागती रही और 12 घण्टे तक एक महिला के साथ जनता की सुरक्षा के लिए बन्दुक व कानुन का हथियार लिए पुलिस वाले  थाना परिसर में जबरन एक महिला की आबरू लूटते रहे। 

हवस का शिकार महिला वेहोस हो गयी। थाना परिसर मेें 12 घंटे तक हुए इस गैंग रेप में एक बेबस लुटती रही और किसी वर्दीवालों ने बचाव तक नहीं किया। 

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के गैनहीं जंगल की बलात्कार पीडत तीन बच्चों की मां है। पति गुजरात में ट्रक चलाता है। महिला बच्चों के साथ गांव में अकेली ही रहती है। अकेली देख इस पर गांव के चैकीदार विजय की नीयत बिगड़ने लगी। चैकीदार प्रलोभन देकर उसके परिवार के करीब आने लगा। 

उसने जब महिला को अपने विश्वास में ले लिया तो बताया कि थाने में महिला चैकीदार की नियुक्ति होनी है। इसके लिए थाने चलना पड़ेगा बहकावे में आकर 17 जुलाई को महिला थाने पर गई। पहले से ही सेट एक दारोगा विरेंद्र कुमार ने उसे अपने कमरे में बुलाया। थाने में स्थित कमरे में पहुंचने के बाद उसे बैठने को बोला गया। वह बैठ गई।

उससे बिना कोई बात किए ये लोग दारू पीने लगे। थोड़ी देर बाद वे उसे पकड़ लिए जबरन शराब पिलाए। इसके बाद दारोगा ने उसके साथ दुराचार किया, फिर चैकीदार ने। महिला के अनुसार उसके होश खो देने के बाद भी कई लोगों ने मुंह काला किया। होश आने के बाद भी उन लोगों ने उसे कमरे में बंद रखा। शाम को धुत दारोगा और चैकीदार में किसी बात पर बहस होते-होते झगड़ा हो गया। बात इतनी बिगड़ी कि दारोगा ने चैकीदार पर रिवाल्वर तान दी। इसके बाद थाने में अफरातफरी मच गई।

मौका पाकर वह वहां से भाग निकली। वहां से निकलने के बाद उसने सबसे पहले अपने पति को फोन कर आपबीती सुनाई। डरी और सहमी महिला ने गांव में ही दवा कराई। थोड़ा ठीक होने के बाद 19 जुलाई को वह पडरौना स्थित महिला थाने पर पहुंची लेकिन उसे वहां से भगा दिया गया।

सवाल यह कि थाने में इतनी बड़ी घटना हो गई और कोई पुलिसवाला इस बारे में जान नहीं पाया। बहरहाल, देर रात तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कराने की जहमत उठाने वाले सीओ खड्डा विनोद कुमार बस यही कहते हैं कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लेकिन अगर ऐसी रही पुलिस तो आम जनता की सुरक्षा का क्या होगा। हालाकि पुलिस दरोगा समेत उन 6 आरोपयों को सस्पेंड कर दिया गया है।


सीएमओं ने औचक निरीक्षण के बाद कुशीनगर में 6 डाक्टरों का बेतन रोका



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मुख्य चिकित्साधिकारी ने औचक निरीक्षक के दौरान अनुपस्थित मिले 6 डाक्टरों का वेतन रोकने का आदेश दिया है। वही लापरवाही बरते जाने पर दो कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए शख्त हिदायत दी।

कुशीनगर मुख्य चिकित्साधिकारी  कप्तानगंज सा.स्वा. केन्द्र पर अचानक अस्पताल सोमवार को निरीक्षण के लिए पहुच गये जहां देखा कि डा. वीके गुप्ता, वीपी मल्ल संगणक, डा. संजय पटेल, एफडब्लूसी किरन कुशवाहा, एसटीएस नवीनचन्द्र, खुर्शीद आलम के गैर हाजिर थे। जिस पर पूरे माह का वेतन रोकने का निर्देश प्रभारी डा. एसएन सिंह को दिया।

 काम के प्रति लापरवाही बरतने पर जनार्दन सिंह एनएमए, संदीप सिंह बीडीसीए को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि रात्रि विश्राम न करने वाले कर्मचारियों की खैर नहीं। बहुत जल्द रात्रि निरीक्षण किया जाएगा। गैर हाजिर मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी कर्मचारी समय से अस्पताल में पहुंच कर अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

इस दौरान जब 10.10 पर पहुंचने पर कर्मचारियों में अफरा तफरी का माहौल बन गया और जब  उन्होने दवा घर, मरीज वार्ड, प्रसव वार्ड समेत पूरा परिसर निरीक्षण के बाद जब उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण किया तो सभी दंग रह गए।

शुक्रवार, 20 जुलाई 2012

,जनपद में धडल्ले से हो रही खुले खजाने की लूट

                                                          सूखने लगी किसानों की फसल
                                               
                                      नजरे उठाये आसमान की ओर देख रहे किसान
सचिन धीमान
मुजफ्फरनगर। पर्यावरण के लिए अति आवश्यक जनपद मुजफ्फरनगर में जंगलों का क्षेत्रफल घटता ही जा रहा है और अवैध कटाई के चलते इस खुले प्राकृतिक खजाने को लोग धडल्ले से लूट रहे है। जनपद मुजफ्फरनगर में पर्यावरण की स्थिति इतनी खतरनाक स्तर पर पहुंच गयी है कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रतिवर्ष वर्षा और नमी के लिए प्रसिद्ध जनपद मुजफ्फरनगर में लू और गर्म हवा के थपेडे गर्मी माह के मई जून में चलते थे लेकिन इन दिनों श्रावण माह में जहां तेज वर्षा के साथ साथ बारिस की हलकी फुलकी बौछारे होती रहती थी।

वहीं आज जनपद में चल रही तन को झुलसा देने वाली गर्म हवाओं ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया है वहीं दूसरी ओर जनपद की धरती पर खडी हरी-भरी फसल भी वर्षा न होने के कारण मुरझाने लगी है और जनपद के किसान भी आसमान की तरफ नजरे उठाये इन्द्रदेव के अपने ऊपर मेहरबान होने का इंतजार कर रहे है लेकिन शायद आज यह इंसान की कर्मों का ही फल है कि आज इन्द्रदेव जनपदवासियों से रूठे हुये दिखाई देने लगे है क्योंकि श्रावण माह में महाशिवरात्रि पर भी वर्षा न होने से लोगों में बेचेनी होनी शुरू हो गयी है।

 इसके अलावा जनपद के नहरी इलाकों में जहां पर धरती में नमी की परत ज्यादा होती थी आज वहां की भूमि का उपजाऊपन निरंतर घटता जा रहा है और भूमि रेतीले कणों की मात्रा में तेजी से वृद्धि हो रही है। जनपद में धडल्ले के साथ हो रही हरे-भरे पेडों की कटाई के कारण जनपद का पर्यावरण दूषित हो जा रहा है। जिस कारण लोगों को स्वच्छ सांस लेना भी मुश्किल पैदा हो रही है। इसी कारण जनपद में अधिकांश सांस,फेफडों से संबंधित बीमारियां तेजी के साथ अपने पैर पसार रही है। जनपद में पिछले दो-तीन वर्षों के अंदर सांस, फेफडे, हृदय, कैंसर आदि खतरनाक बीमारियों के मरीजों की संख्या में बढोत्तरी हुई है।

लेकिन जनपद का वन एवं पर्यावरण विभाग सब कुछ जानते हुए भी आज मौन है क्योंकि नोटों की चमक ने सबको अंधा कर दिया है और जनपद में धडल्ले के साथ हरे-भरे पेडों की कटाई चल रही है जिस कारण जनपद में हरे-भरे बागों में तेजी से गिरावट आ रही है।


जनपद में लकडी माफिया ग्रामीणों को बहला फुसलाकर उन्हें लालच देकर उनके द्वारा अपने खेतों में लगाये गये कम उम्र के फलदार पेडों का सौदा कर खरीद लेते है और ये लकडी के सौदागर अपनी चांदी काटने के लिए वन विभाग के अधिकारियों से कम पेडों के कटान की प्रमिशन लेकर ज्यादा पेडों का कटान धडल्ले के साथ करते है।

जबकि जनपद का वन विभाग प्रमिशन देते हुए इस बात की भी जांच नहीं करता है कि वह जिन पेडांे के बाग के कटान की प्रमिशन दे रहा है वह कम उम्र के फलोदार पेडों का बाग है या बिना फलदार पेडों का। परंतु वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को तो नोटों की चमक में कुछ भी दिखाई नहीं देता है और वह किसी भी आम, अमरूद, नाशपाती आदि फलदार पेडों के बागों की कटाई की अनुमति दे देते है।

 इस अनुमति की आड में लकडी माफिया चांदी काटने से नहीं चूकते है और वह विभाग से 10 पेडों के कटान की प्रमिशन लेकर कटाई शुरू करत है तो वह 50 पेडों का कटान कर डालते है लेकिन इस ओर कोई अधिकारी या कर्मचारी कोई कार्यवाही नहीं करता है। जिस कारण आज जनपद का पर्यावरण दूषित हो जा रहा है। तेजी के साथ बढते औद्योगिक कल कारखानों व ईंट भट्टे सहित अनेक औद्योगिक संस्थानों की चिमनियों से निकलने वाला जहरीला पदार्थ हवा में घुल जाता है और पेड पौधों में हो रही कमी के कारण यह जहरीला पदार्थ ही हम स्वयं सांस के साथ अपने शरीर में पहुंचा रहे है।

इतना ही नहीं वहीं दूसरी ओर बाजारों में ज्वलनशील ईधन से चलने वाले वाहनों से निकलने वाले जहरीरे पदार्थ से भी लोगों को बीमारियों का शिकार होना पड रहा है लेकिन अपनी सुख सुविधओं के पीछे दौड रहे लोगों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है और इंसान जाने अनजाने में अपने आपको मौत के मुंह में धकेल रहा है। जबकि जनपद का पर्यावरण विभाग भी इस ओर से आंखे मूंदे बैठा है और प्रदूषण पर कोई नियंत्रण नहीं कर पा रहा है।

जनपद के वनांें व हरे-भरे पेडों पर लकडी माफियाओं की बुरी नजर लग गयी है जिस कारण पिछले कई वर्षों से जनपद के समस्त फलदार बागों सहित पेडों का सफाया हो गया है और इसी कारण पिछले दो वर्षो से जनपद में वर्षा कम होने के कारण जनपद की सोना उगाने वाली धरती में रेतिले कणों की मात्रा बढने लगी है और इसी के साथ धरती की उपजाऊ क्षमता बहुत कम होने के कारण पैदावार भी कम होने लगी है।

इसके साथ ही जनपद में इन दिनों श्रावण माह के जहां प्रत्येक वर्ष भारी वर्षो के कारण नदियों में पहाडों से आने वाले पानी से बाढ की स्थिति पैदा हो जाती थी तथा बाढग्रस्त क्षेत्रों में त्राहि-त्राहि मची रहती थी वहीं आज जनपदवासी वर्षा के पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे है।

इन दिनों जनपद की धरती पर पानी की बूंदों से तरस रहे लोगों को मई-जून माह में पडने वाली लू के थपेडों व तन को झूलसा देने वाली गर्मी का सामना करना पड रहा है। श्रावण माह के 15 दिन बीत जाने के बाद भी वर्षा न होेने के साथ ही महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भी इन्द्रदेव द्वारा वर्षा न किये जाने से लोगों में चिन्ता का विषय बन गया है।


 जनपद में किसानों की हरी-भरी फसले भी वर्षा न होने के कारण मुरझाने लगी है। फसलों को मुरझाता देख किसानों के चेहरों से रौनक भी उड गयी है। किसान सुबह से शाम तक आसमान की तरफ नजरे टिकटिकाये बादलों के आने का इंतजार कर रहा है। लेकिन वर्षा न होने के कारण जनपद की नदियों तक सूखी हुई है यहां तक की गांव में तालाब भी सूखे हुए है। तालाबों में मछली पालन करने वाले लोगों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।

वहीं दूसरी ओर बडे बुर्जुगों का कहना है कि पेडों को हो रहे अंधा-धूंध कटानों के कारण पर्यावरण का संतुलन बिगड गया है और पर्यावरण के इस संतुलन के बिगडने के कारण भी वर्षा कम हो रही है। क्योंकि वर्षा होने में पेड भी बहुत ही ज्यादा सहायक सिद्ध होते है क्योंकि पहाडी इलाकों सहित वनीय क्षेत्रों में वर्षो बहुत ज्यादा होती है।

पिता को पुत्र ने गोलियों से भूना

  • सम्पत्ति विवाद में बेटे ने किया बाप का कत्ल
मुजफ्फरनगर। सम्पत्ति विवाद में एक युवक ने अपने पिता की गोलियों से भूनकर निर्मम हत्या कर दी। घटना से गांव मंे सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहंुचकर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव सूजडू के गांव जहांगीर पटटी निवासी मारूफ पुत्र आसिक अली नामक व्यक्ति अपने घर मंे सोया हुआ था। देर रात उसके बेटे सदाकत उर्फ बबला ने अपने पिता मारूफ की गोलियो से भूनकर उसकी निर्मम हत्या कर डाली।

 सदाकत ने अपने पिता पर चार गोलियां चलाई जिनमे से दो गोली मारूफ के सिर मे लगी तथा एक गोली उसकी कमर मंे व एक गोली उसके हाथ मे लग जाने से उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। बताया जाता है कि सदाकत उर्फ बबला के पिता मारूफ ने जनपद मेरठ के कस्बा किठौर निवासी एक महिला से दूसरी बीवी के रूप मे शादी कर ली थी। उक्त महिला के दो बच्चे भी हैं।

 जिनमंे से एक बच्चे की उम्र लगभग आठ साल तथा दूसरे बच्चे की उम्र लगभग 12 साल है। चर्चा है कि मारूफ ने बाईपास के समीप स्थित अपनी जमीन बेची है। जिसमे उसे लगभग डेढ करोड रूपये मिले हैं। सदाकत का पिता मारूफ इस धनराशि में से कुछ हिस्सा अपनी दूसरी पत्नी व बच्चों को देना चाहता था। जिसके चलते सदाकत अपने पिता मारूफ से रंजिश रखने लगा था।

जिस कारण देर रात सदाकत उर्फ बब्बल ने अपने पिता मारूफ की गोली मारकर निर्मम हत्या कर डाली और मौके से पफरार हो गया। इस घटना की सूचना पर मृतक के पडौसी व अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने घटना की सूचना शहर कोतवाली पुलिस को दी। सूचना मिलते ही शहर कोतवाल सत्यपाल सिंह मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी हासिल की।

परिजनों की मौजूदगी में पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे अपने कब्जे में लेते हुए परीक्षण के लिए भेज दिया। मृतक के भाई इंसाफ अली ने अपने भतीजे बबलू उर्फ सदाकत उर्फ बबला के खिलाफ अपने भाई की हत्या की तहरीर दी। इस घटना से गांव में शोक व्याप्त है।

खेत से महिला का शव बरामद


मुजफ्फरनगर। खेत में महिला का शव दबा होने की सूचना पर अनेक ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। ग्रामीणांे ने इसकी सूचना एसओ चरथावल को दी। सूचना मिलते ही एसओ चरथावल मौके पर पहंुच गए।

प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना चरथावल क्षेत्र के गांव महाबलीपुर निवासी किसान सुक्खड आज सुबह अपने खेतांे मंे काम कर रहा था कि खेत में फावड़ा चलाते समय उसका फावड़ा किसी वस्तु से टकराया तो उसे कुछ शक हुआ।

जिस पर उसने उक्त स्थान पर खुदाई की तो उसे महिला का शव दिखाई दिया। खेत स्वामी सुक्खड ने इसकी सूचना आसपास के खेतांे मंे काम कर रहे अन्य किसानों को दी और देखते ही देखते अनेक लोग मौके पर एकत्रित हो गए।

 ग्रामीणांे ने इस घटना की सूचना एसओ चरथावल अरूण त्यागी को दी। मौके पर पहंुची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव की शिनाख्त कराने की कोशिश की लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी। मृतका की उम्र लगभग 35 वर्ष बतायी जा रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


आयुर्वेद यूनानी चिकित्सकों द्वारा मुख्यमंत्री के निर्णय की सराहना

मुजफ्फरनगर। आयुर्वेद यूनानी चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन की सभा प्रदेश महामंत्री डा. पवन कुमार वर्मा निवासी खतौली के आवास पर प्रदेश अध्यक्ष डा. सत्य प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। संचालन डा. वीरेन्द्र सिंह सिसौदिया ने किया।

हापुड से पधारे डा.प्रमोद पाराशर ने लखनऊ में आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा अपनी मांगों को लेकर दिये गये धरनारत डाक्टरों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के विषय में बताया। डा0 मलूक चंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा आयुर्वेद यूनानी चिकित्सकों की परेशानियों को देखते हुए लखनऊ में हुए लाठीचार्ज के बाद पन्द्रह चिकित्सकों पर दर्ज मुकदमे वापिस लेने बात कही तथा डेढ माह के अंदर सभी  आयुर्वेद यूनानी  चिकित्सकों की जायज मांगों पर भी सहानभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। अखिलेश यादव का उक्त कदम जनहित में होने के साथ युवा मुख्यमंत्री की अच्छी मानसिकता का परिणाम माना जा रहा है।
सभी चिकित्सकों ने युवा मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने की बात कही। अंत में प्रदेश अध्यक्ष डा0 सत्य प्रकाश शर्मा ने प्रदेश भर से आये आयुर्वेद यूनानी चिकित्सकों का आभार प्रकट करते हुए माननीय मुख्यमंत्राी अखिलेश यादव को योग्य अनुभवी, जनहितैषी सही समय पर सही निर्णय लेने एव अपने विवेक से कार्य करने वाला सक्षम मुख्यमंत्री बताया।
सभा में मुख्य रूप से डा. जेपी शर्मा, डा. अशोक सचदेवा, डा. एसपी सिंह, डा. अशोक गिरी, डा आर के शर्मा, डा. साधु सिंह, डा. वीएस शर्मा, डा. देवेंद्र सिंह, डा. एसपी सिंह, डा. अशोक बख्शी, डा. राणा प्रताप सिंह सहित पूरे प्रदेश से आये चिकित्सकों ने भाग लिया।

जी आर पी के एक धोखेबाज सिपाही की हुयी बर्खाश्तगी

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर निवासी एक रेलवे पुलिस में नियुक्त व्यक्ति को धोखघड़ी के मामले में मुकदमा पंजीकृत किया है।

कुशीनगर कें सेवरही थानाक्षेत्र के ग्राम बंगरा रामबक्स राय निवासी रेलवे सुरक्षा बल में कार्यरत एक व्यक्ति पर जन्मतिथि परिवर्तित कर आर पी एफ में नौकरी प्राप्त कर लिया था।

इस मामले में चन्दौली जनपद के मुगलसराय पुलिस द्वारा आरपीएफ के तहरीर षड़यत्र कर दस्तावेज में मिथ्यांकरण करने के आरोप में धोखा धड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है।यही नही आरोपी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
स्थनीय ग्राम पंचायत निवासी नन्दू शर्मा पुत्र चन्द्रिका शर्मा द्वारा माननीय उच्च न्यायालय रिड याचिका संख्या 50580/2007 में आरोप लगाया गया था कि गांव के मंसुर अली पुत्र रहीम अंसारी ने हाई स्कूल की परीक्षा 1985 में अनुक्रमांक 749946 तथा पुनः 1999 में अनुक्रमांक 1378964 से दो बार सम्मलित होकर दोनों बार परीक्षा उत्तीर्ण की तथा उसने दोनों बार अपनी पृथक पृथक जन्मतिथि अंकित कराकर सरकारी सेवा में अनुचित लाभ उठाने के लिए धोखा धड़ी किया।

माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर श्रीमती प्रभा त्रिपाठी सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उ0प्र0 के जांच में पाया गया कि याची नन्दू शर्मा का आरोप सही है और आरोपी मंसुर अली के 1999 के अनुक्रमांक 1378964 का परीक्षाफल निरस्त तथा प्रमाण पत्र एवं अंक पत्र के उपयोग एवं लाभ से उसे सर्वदा वंजित करने का आदेश पारित किया गया।

उपरोक्त तथ्यों के आधार पर याची नन्दु शर्मा द्वारा मुख्य सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ को इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया गया कि आरोप मंजूर के पहले प्रमाण पत्र में जन्मतिथि 1-12-1970 जबकि दुसरे प्रमाण पत्र में 1-1-1980 है आरोपी ने दुसरे प्रमाण पत्र के आधार पर 2004-05 में आरपीएफ की नौकरी प्राप्त कर ली।


याची द्वारा साक्ष्य के रूप में आरोपी की छोटे भाई तथा बड़े पुत्र की जन्मतिथि के दस्तावेज प्रस्तुत किए, जिसके अनुसार आरोपी एवं उसके पुत्र के उम्र में महज नौ साल का फर्क है।

कुशीनगर में राशन डकारने बाला अब कोई नही बचेगा कानुन से

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में राशन डकारने बाले को अब कोई बचा नही सकता क्योकि उनके पीछे कानुन के लम्बे हाथ कब गर्दन तक पहुच जायेगें यह तह करना अब कठिन हो गया है।
जिले के हर कोने में दहशत के बादल छाये हुए है। राशन वितरण में लंबे समय से हो रही धांधली को जिला प्रशासन कुरेद-कुरेद कर बाहर निकालवाने में लगा है।

 फर्जी राशन कार्डों के जरिए गरीबों के रोटी पर डाका डालने वालों को पोल खुल गयी है। प्रशासन भी मान चुका है कि लंबे समय से राशन की कालाबाजारी हो रही है। इस राशन को वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन जिनके कारण ऐसा हुआ, उनकी गरदन नापने की पूरी तैयारी शुरू हो गयी है।
यही नही तमाम जिम्मेदारों की पोल खुलने लगी है, तो लंबे समय से जाया हो रहे गरीबों के निवाले को लेकर सवाल भी खड़े होने लगे हैं। यहां तक की घाधली का आलम यह कि सत्यापन में बड़ी संख्या में राशनकार्ड धारक है ही नही और उनके नाम पर राशन की उठान हर माह होती है।
इससे यह साफ हो गया है कि ऐसे कार्डों पर उठाए गए राशन कहां गए होंगे? प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कोटेदारों को कार्डधारकों की संख्या के हिसाब से राशन तो जारी हुए, लेकिन जब तमाम कार्डधारक वजूद में हैं ही नहीं हैं, तो राशन किसने उठाया होगा? नगरीय क्षेत्रों में हो रहे सत्यापन से भी इसका खुलासा हो रहा है।

अब इस मामले में सन्दहे की सूई सब पर घूम रही है। यह भी कहा जा रहा है कि शासन को फर्जी राशनकार्डों की रिपोर्ट भेजकर जिले को कोटा दिलाने बाला भी कही कम जिम्मेदार नही है। यह अलग बात होगी कि राशन के कोटे को कम कराने की संस्तुति की ही जाएगी, पर राशन तो निगल लिया गया अब कैसे आयेगा।
इधर इस संबंध में जिलाधिकारी रिग्जियान सैंफिल अभी राशन कार्डों की सत्यापन रिपोर्ट की इन्तजार में है इन्हे भी इस बात की पूरी जानकारी हो गयी है। कि लेकिन इन्हे सूचना जब दी जायेगी तो ही कार्यवाही का आश्वसान मिल सकेगा।

कुशीनगर में आदित्य अपहरण काण्ड का खुलाशा

  •  तीन गिरफ्तार, एक फरार
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर पुलिस ने विगत शनिवार को हुए एक स्कूली छात्र के अपहरण का खुलाशा किया है। पुलिस ने बच्चें को स्कुली ड्रेस के साथ सकुशल बरामद तो करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
 
ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के थाना विशुनपुरा क्षेत्रांतर्गत पृथ्वीपुर टोला कतौरा निवासी विश्वासी गुप्ता का इकलौता पुत्र आदित्य उम्र 5 सेवरही के पकडि़यार पूरबपट्टी स्थित एक स्कूल में पढ़ता है।
 
प्रत्येक दिन की तरह पिछले शनिवार को वह स्कूल गया लेकिन दोपहर में गायब हो गया। शाम को उसके पिता के मोबाइल पर फोन कर दस लाख की फिरौती भी मांगी गई उसके बाद किसी ने संपर्क नहीं किया। रविवार को पुलिस अधीक्षक ने सीओ तमकुही दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में छह पुलिस टीमें गठित कर मामले का पर्दाफाश करने का निर्देश दिया।
 
पुलिस की टीम बच्चे की तलाश में बिहार तक गई थी। लगातार दबिश और दर्जनों लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस को सुराग मिलने लगे थे। सूत्रों के अनुसार इसी बीच बृहस्पतिवार की देर शाम पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली कि एक बच्चा चंदन बरवा टोले में है।
 
उसके बाद हरकत में आयी पुलिस उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मौके पर पहुंच कर बच्चे को बरामद कर लिया। आदित्य की बरामदगी की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक विजय कुमार गर्ग, अपर पुलिस अधीक्षक जेपी पांडेय थाने पर पहुंच गए।
 
इस बात का खुलाशा करते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार गर्ग ने शुक्रवार को पत्रकारों से बताया कि अपहरण के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
 
फिरौती और घन बसूली के लिए तरया सूजान थानाक्षेत्र के प्रियाशु राय के दिमाग पर मनीष श्रीवास्तव निवासी अहिरौली थाना रामकोला कुशीनगर  व नेबुआ नौरंगिया के राय पुर फुलवरिया के चन्दन टोला बरवा निवासी रामअवध मद्धेशिया के साथ नीरज  ने मिलकर आदित्य का अपहरण कर लिया।
 
 बाद में फिरौती मागने लगे और जिस पर पकड़े गये। रामअवध मद्धेशिया के घर से आदित्य को बरामद किया गया है। नीरज को छोड़ तीनों अभियुक्त गिरफ्त में है। नीरज फरार चल रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
  

गुरुवार, 19 जुलाई 2012

समाजबादी नेता जय बाबा ने दी काका को श्रधान्जली



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में समाजवादी पार्टी के कुशीनगर इकाई के बरिष्ट  नेता जयकुमार त्रिपाठी उर्फ बाबा ने काका के निधन गहरा शोक  व्यक्त किया है।

श्री त्रिपाठी ने अपने जारी एक बयान में कहा है कि जतिन से राजेश का सफर बालीबूड के लिए यादगार रहे      ना रहे पर उन्हे भूला पाना बढ़ा ही कठिन कार्य होगा। 

आनन्द की बहकिरदारी हमे आज भी अपने अन्तिम क्षणों कोयाद दिला देती है जीवन जीने की कला का संन्देश देने बाले काका को मै अपना सबसे बड़ा मित्र मानता था। उनकी आजअन्तिमशव यात्रा में मै भले ही न पहुच सका पर मेरे तरफ से कोटी-कोटी श्रद्धाजली है।

कुशीनगर के एक युवक की सउदी अरब में सद्धिग्ध परिस्थितियों में मौत




कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के एक युवक की सउदी अरब में सद्धिग्ध परिस्थितियों में मौत होगयी है। उक्त युवक दस महीने पहले सऊदी अरब कमाने गया था।

कुशीनगर के कप्तानगंज थाने के गांव लोहेपार महतो टोला के निवासी इशहाक पुत्र मौली सउदी अरब के माजरा शहर में कमाने गया था। वहां उसे बकरी चराने का काम मिला था। मंगलवार को घर पर यह खबर आई कि सोमवार की रात में सोते समय इशहाक की मौत हो गई।

इसकी खबर लगते ही घर में कोहराम मच गया। पूरा गांव ही मौली के दरवाजे पर जुट गया। रिश्तेदार शव को गांव मंगाने पर विचार-विमर्श करने लगे। ग्रामीणों के मुताबिक इशहाक की पत्नी शकीला के भी रिश्तेदार सउदी में ही रहते हैं।

जिस एजेंट की मार्फत इशहाक सऊदी अरब गया था, उसे भी बुलाया गया। पत्नी का कहना था कि अगर एजेंट कहेगा, तभी लाश यहां मंगाई जाएगी, वरना वहीं मिट्टी दिला दी जाएगी। पिता मौली का कहना है कि वे बेटे की लाश को गांव मंगाना चाहते हैं, ताकि उसे न सिर्फ अंतिम बार देख सकें, बल्कि मौत के कारणों की भी जानकारी हो जाए।

कुशीनगर से कुछ ही दिनों में गरीबों की संख्या हो जायेगी कम


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अब कुछ ही दिनों राशन उठाने बाले गरीबो की संख्या कम हो गयी है। इस बात का खुलाश राशन कार्ड के हो रहे जाॅच में हुआ है। जिले में गरीबों की संख्या कम होने से यहां के लिए उठान किया जारहा राशन भी कम मात्रा में ही उठाया जायेगा।

स्वयं प्रशासन इस बात को मान रहा है कि जितने कार्डों पर राशन जारी हो रहे हैं, उतने कार्डों पर राशन नहीं लिया जा रहा है। इससे से स्पश्ट होता है कि फर्जी राशन कार्डों के जरिए गरीबों के राशन को बाजार में बेच दिया जा रहा है।

जुलाई के पहले सप्ताह में कई मामले पकड़ में आने के बाद प्रशासन भी स्तब्ध है। इसके बाद इस जिले के राशन माफियाओं को तोड़ने की कवायद शुरू हुई, जो रंग लाती दिख रही है। प्रशासनिक निर्णय के अनुसार पहले चरण में नगरीय क्षेत्रों में राशन कार्डों का सत्यापन अंतिम दौर में है।

नगरीय क्षेत्र में करीब 54 हजार राशन कार्ड बताए जा रहे हैं, लेकिन शुरुआती सत्यापन रिपोर्ट इशारा कर रहा है कि पांच से दस हजार राशन कार्ड धारक ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। प्रशासन को रिपोर्ट का इंतजार है।

प्रषासन फर्जी राषन कार्डो को निरस्त कर शासन से उतना कोटा कम करने की संस्तुति की सिफारिस करने बाला है। इसके बाद जिले का कोटा अपने आप कम हो जाएगा। जानकारी के अनुसार नये सिरे से गरीबों को चिह्नित कर नये राशन कार्ड बनाने की भी रणनीति प्रशासनिक स्तरपर बनायी जारही है।

जैसे ही फर्जी राशन कार्ड चिह्नित हो जाएंगे, वैसे ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सब लोग मानकर चल रहे हैं कि इस प्रक्रिया में चार से पांच माह तक लग सकते हैं। नये सिरे से राशन कार्ड बनने के बाद शासन से कार्डों के मुताबिक कोटा आवंटित कराने का प्रयास होगा, तब तक जिले को कम कोटे से ही गुजारा करना पड़ेगा।

वही जिलाधिकारी कुषीनगर आर सैम्फिल बताते है कि किसी भी दशा में गरीब राशन से वंचित नहीं होंगे। फर्जी राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे। फिर पात्र गरीबों का चयन कर राशन कार्ड जारी होंगे। यह जरूर है कि इस दौरान कुछ माह के लिए जिले का कोटा कम हो सकता है।

बुधवार, 18 जुलाई 2012

कुशीनगर में सर्प डंस से दो की मौत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक विषधर के डसने से अलग-अलग घटनाओं में महिला सहित एक युवक की मौत हो गयी।

कुशीनगर के पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम विशुनपट्टी निवासी ठग गुप्ता का तीस वर्षीय पुत्र रामाधार मुंगलवार सुबह शौच करने अपने गांव से पश्चिम दिशा में गया हुआ था कि एक विषैले सर्प के पैर के नीचे आ जाने पर से नराज सर्प ने डंस लिया।

वही पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम कोइलहा निवासी केवट प्रसाद की पत्नी सकली देवी उम्र 55 वर्ष बीती रात लगभग 11 बजे प्यास लगने पर घर के बाहर स्थित हैंडपम्प पर पानी पीने गयी थी। उसका पैर एक विषैले सर्प पर पड़ गया सर्प ने डंक मार दिया। इन दोनों घटनाओं में दोनों की मौत हो गयी है।

कुशीनगर के सड़क दुर्घटना में मां बेटे की मौत


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में खड्डा थाना क्षेत्र के ग्रामसभा भुजौली खुर्द के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार की रात  साढ़े नौ बजे हुई एक सड़क दुर्घटना में मां-बेटे की मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि यूपी 57-एचध्7123 नंबर की बाइक पर सवार होकर तीन लोग खड्डा की ओर से पडरौना जा रहे थे कि बिपरित दिशा से आ रही एक ट्राली से टकरा गये। इस घटना में साठ वर्षीय महिला व 25 वर्षीय उसका पुत्र मौके पर ही मर गये।

जबकि बाइक सवार तीसरी महिला को खड्डा अस्पताल में पहुंचाया गया जहां उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मृतक नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव के बताये जा रहे हैं।

कुशीनगर में एक ऐसा गांव जहां हर साल पैदा होते है इन्जीनियर

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक ऐसा गांव है जहा हर साल इन्जीनियर पैदा होते है। इस गांव की मिशाल का लोहा विदेश तक मानता है।
देश ही नही विदेशों में अपनी कृति से कुशीनगर का रोशन करने बाले इन घुरन्धरों से पूरा गांव गौरवान्वित हो रहा है।

 इस गांव में अभी 90 इंजीनियर हैं। इतना ही नहीं एक दर्जन युवा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं।
यह गांव है कुशीनगर के हाटा विकास खंड में कुरमौटा मंझरियागांव के नाम से प्रसिद्ध है सात टोलों में बंटे इस गांव की कुल आबादी करीब छह हजार है। 

इसमें सर्वाधिक 70 प्रतिशत घर सैंथवार के लोंग निवास करते है। इसके बाद 20 प्रतिशत आबादी ब्राह्मण जाति के लोगों की है। शेष 10 प्रतिशत में अनुसूचित और पिछड़ी जाति के अन्य लोग निवास करते हैं।
जिले के अन्य गांवों की तरह यहां भी खेती ही मुख्य पेशा है। जर्जर गरीबी और बेरोजगारी की मार झेलते इस गांव में आशा की पहली किरण दिखी वर्ष 1977 में, जब इस गांव के मारकंडेय ओझा ने जनता इंटर कालेज सोहसा मठिया से इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के पश्चात आईआईटी कानपुर में बीटेक में प्रवेश लिया। पढ़ाई पूरी करने के बाद मारकंडेय ओझा एक प्राइवेट कंपनी में अच्छे पद पर नौकरी पा गए। वर्ष 1980 में इस गांव के वशिष्ठ सिंह ने भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और विभिन्न कंपनियों में नौकरी करते हुए आज नाइजीरिया में एक कंपनी के प्रबंधक पद पर कार्यरत हैं।

इसके बाद तो इस गांव में मानों दैवि कृपा हो गयी एक के बाद एक कारवां आगे ही बढ़ता ही गया। शेषनाथ, श्रीनिवास, अवधेश, हीरामन प्रसाद, प्रमोद, दिवाकर सिंह, प्रदीप सिंह, आशुतोष सिंह, विजय प्रताप सिंह, सुनील सिंह, सुशील सिंह, अश्विनी सिंह, अनिकेत सिंह समेत अब तक 90 लोग इस गांव के इंजीनियर बन चुके हैं।

इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादे नौजवान प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों में पढ़ाई भी कर रहे हैं। इस गांव के निवासी श्रीनिवास आईआईटी कानुपर में लेक्चरर हैं। उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

ऐसा नही कि इस गांव के इन्जीनियरों की पढ़ाई कही और हुयी हो इस गांव के अधिकांश इंजीनियरों की प्राथमिक शिक्षा श्रीराम जानकी दुर्गा जी प्राथमिक विद्यालय सतगड़ही में हुई है।

यही नही इंजीनियरों के इस गांव में नई पीढ़ी को सही मार्गदर्शन और समुचित प्रोत्साहन देने के लिए एक समिति बनी हुई है। मां सतगड़ही ग्रामीण विकास समिति नाम की यह संस्था हर साल मेधावी छात्रों की परीक्षा कराती है और उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए उचित मार्गदर्शन देती है। संस्था आर्थिक रूप से कमजोर मेधावियों को आर्थिक सहायता देती है।

काका ने छोड़ी दुनिया गमगीन हुआ भारत

जतिन से राजेश खन्ना का सफ़र
 मोतीलाल चौधरी 
मुम्बई । बॉलीवुड के  पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का  बुधवार को  निधन हो गया। उन्होंने मुंबई स्थि‌त अपने निवास 'आशीर्वाद' में अंतिम सांस ली। गुरुवार को साढ़े ग्यारह बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

veteran bollywood actor rajesh khanna passes awayराजेश खन्ना के अंतिम दर्शन के लिए कई नामचीन हस्ती उनके आवास पर पहुंचे। इनमें अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, रणधीर कपूर, अभिनेत्री कैटरीना कैफ सहित कई नामचीन बॉलीवुड कलाकार शामिल थे।

राजेश खन्ना बीते 1 अप्रैल से बीमार थे। कमजोरी की शिकायत के चलते उन्हें ‌लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि उन्हें चार दिनों में ही डॉक्टरों ने अस्पताल से छुट्टी दे दी थी। राजेश से अलग रह रही उनकी पत्नी डिम्पल कपाड़िया बीमारी के बाद से ही उनकी देखभाल कर रही थी। उनकी बेटियां ट्विंकल, रिंकी, दामाद अक्षय कुमार और समीर शरण भी उनके साथ ही थे।

69 साल के अभिनेता को 23 जून को लीलावती अस्पताल में दोबारा भर्ती कराया गया था। तब उन्हें दो हफ्ते बाद अस्पताल से छुट्टी मिली थी। कमजोरी की शिकायत के कारण उन्हें शनिवार को लीलावती अस्पताल में तीसरी बार भर्ती कराया गया। लेकिन मंगलवार का डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी थी।

29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में जन्मे राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना है। 1966 में उन्होंने पहली बार 24 साल की उम्र में आखिरी खत नामक फिल्म में काम किया था। इसके बाद राज, बहारों के सपने, औरत के रूप जैसी कई फिल्में उन्होंने की। लेकिन उन्हें असली कामयाबी 1969 में आराधना से मिली। एक के बाद एक 14 सुपरहिट फिल्में देकर उन्होंने हिंदी फिल्मों के पहले सुपरस्टार का तमगा अपने नाम किया।

1971 में राजेश खन्ना ने कटी पतंग, आनंद, आन मिलो सजना, महबूब की मेंहदी, हाथी मेरे साथी, अंदाज नामक फिल्मों से अपनी कामयाबी का परचम लहराये रखा। बाद के दिनों में दो रास्ते, दुश्मन, बावर्ची, मेरे जीवन साथी, जोरू का गुलाम, अनुराग, दाग, नमक हराम, हमशक्ल जैसी फिल्में भी कामयाब रहीं। राजेश खन्ना ने डिंपल से 1973 में शादी की थी और 1984 में वो अलग हो गए थे।

राजेश खन्‍ना ने 90 के दशक में राजनीति में प्रवेश किया। 1991 में वे नई दिल्ली से कांग्रेस की टिकट पर संसद सदस्य चुने गये। 1994 में उन्होंने एक बार फिर खुदाई फिल्म से परदे पर पर अपनी दूसरी पारी शुरू की थी ।

शनिवार, 14 जुलाई 2012

सपा विधायक राधेश्याम सिंह होगें झांसी के लोस चुनाव प्रवेक्षक



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के समाजवादी पार्टी के हाटा विधायक व पूर्व प्राकलन समिति के चेयर मैन राधेश्याम सिंह को वर्ष 2014 में होने वाले लोक सभा चुनाव को देखते हुये सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने  झांसी व ललितपुर जिले का लोकसभा चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

विधायक श्री सिंह 13 जुलाई से 17 जुलाई तक इन जिलों के विधानसभाओं में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक कर उनकी समस्याओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत करायेंगे। उक्त जानकारी हाटा विधायक राधेश्याम सिंह ने दी।

कुशीनगर में एक महिला के बच्चेदानी से निकाला गया ढ़ाई किलो का ट्यूमर


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आपरेशन के द्वारा एक महिला के बच्चेदानी से ढ़ाई किलो का ट्यूमर निकाला गया है। महिला पिछले कुछ महिनों से पीडि़त चल रही थी।
 
ट्यूमर से प्रभावित होने के कारण बच्चेदानी में कैंसर से ग्रसित होने की आशंका बढ़ गयी थी वहीं दुरी तरफ गर्भ धारण करने में भी गंभीर संकट थें। आपेरेशन के बाद महिला को राहत हो गयी है।
 
कुशीनगर जनपद के कुबेरस्थान थान के पिपरा जटामपुर गांव निवासी 35 वर्षीय मीरा देवी  को पिछले कुछ दिनों से दर्द व सूजन की शिकायत थी। जिसको लेकर वह काफी परेशान थीं। जिसे कसया नगर की महिला चिकित्सक डा.अनुपमा गुप्ता के पास अपनी पीड़ा लेकर पहुंची तो अल्ट्रा साउंड में पता चला कि बच्चेदानी में ट्यूमर है।
 
 इसके बाद परिजनों की सहमति पर आपरेशन किया गया तो ढ़ाई किलो का ट्यूमर निकला और महिला सुरक्षित आपरेशन थिएटर से बाहर निकली। महिला चिकित्सक ने बताया कि इससे कैंसर होने की संभावना थी ही गर्भ धारण करने में भी संकट खड़ा हो गया था।

शुक्रवार, 13 जुलाई 2012

20 लोगो ने लुट ली एक लडकी की आबरू ,और वह चीखती रही


गुवाहाटी । गुवाहाटी में सरेआम लड़की से छेड़छाड़ की एक शर्मनाक घटना सामने आई है। मामला दो दिन पहले का है। लड़की जब एक नाइट क्लब से बाहर निकल रही थी, तभी कुछ गुंडों ने उसके साथ जबरदस्ती करनी शुरू कर दी।


अभी तक इस मामले में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि सोमवार रात को गुवाहाटी-शिलांग मार्ग पर एक बार के सामने बदमाशों ने इस लड़की के साथ यह बेहूदा हरकत की। इससे जुड़ा वीडियो यूट्यूब पर डाले जाने के बाद देश भर में इस मामले पर काफी तीखी प्रतिक्रिया हुई।
    
असम के पुलिस महानिदेशक जयंत नारायण चौधरी ने बताया कि इस मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और 12 अन्य लोगों की पहचान की गई है।
    
उन्होंने कहा कि मीडिया के शीघ्र कवरेज के कारण ही हमें इस मामले का वीडियो मिल पाया और हमने उनमें से 12 लोगों की पहचान कर ली। हम दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे।
    
जयंत ने मामले के बारे में विस्तार से बताया कि संभावित तौर पर एक-दूसरे को जानने वाली चार लड़कियां और दो लड़के सोमवार की रात बार में गए और वहां हुए विवाद के बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया। उन्होंने बताया कि मौके का फायदा उठा कर स्थानीय लोगों ने उनमें से एक लड़की को खींच लिया और उसके साथ छेड़खानी एवं उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत वहां पहुंची और लड़की को बचा लिया।
    
गुवाहाटी में लड़कियों की सुरक्षा के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिदेशक जयंत ने कहा कि इस घटना से यह साबित नहीं होता कि शहर में दरिंदे घात लगाए बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला एक अपवाद है, जहां स्थानीय लोग मौके का फायदा उठा कर अपराध में शामिल हुए।
    

राम भक्त हनुमान बनने वाले दारा सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

मोतीलाल चौधरी 

मुंबई। राम भक्त हनुमान बनने वाले दारा सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गए ,इनका  गुरुवार की शाम चार बजे मुंबई के विले पार्ले स्थित शवदाह केंद्र में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार में कई फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं। पहलवानी से बॉलीवुड में आए दारा सिंह का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार की  सुबह निधन हो गया था।

गुरुवार  सुबह साढ़े सात बजे 'रुस्तम ए हिं द' ने आखिरी सासे लीं। ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद और दवाओं के लगातार बेअसर साबित होने के बाद दारा को बुधवार रात उनके घर ले जाया गया था। परिजनों और बेटे बिंदू दारा सिंह की इच्छा थी कि दारा सिंह घर पर ही अंतिम सास लें।

दारा सिंह बीते दस दिन से वो मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती थे। उनके स्वास्थ्य में बेहतरी के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा था। डॉक्टरों की लाख कोशिशों के बावजूद उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। ऐसे में दारा सिंह अंतिम वक्त में अपने घर पर रहना चाह रहे थे।

दारा का इलाज कर रहे डॉक्टर आर के अग्रवाल ने बताया कि उनकी मौत सुबह साढ़े सात बजे हुई। दारा सिंह का वेंटिलेटर हटाकर उन्हें घर ले जाया गया था। डॉक्टर ने बताया कि वेंटिलेटर हटाने का फैसला बिंदू सिंह और परिवार के सदस्यों का था।

84 वर्षीय अभिनेता को सात जुलाई को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी से वह आइसीयू में थे। अस्पताल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉक्टर राम नारायण ने बुधवार रात कहा था कि एमआरआइ से यह पता चला है कि ऑक्सीजन की कम आपूर्ति होने के कारण उनके मस्तिष्क को काफी नुकसान पहुंचा है।

कुश्ती चैंपियन रहे दारा सिंह ने 50 के दशक में फिल्म जगत में कदम रखा था। 'किंग कांग' और 'फौलाद' जैसी फिल्मों से उन्हें खास पहचान मिली। उनकी अंतिम फिल्म इम्तियाज अली की 'जब वी मेट' थी। इस फिल्म में दारा सिंह ने करीना कपूर के दादा का किरदार निभाया था।