गुरुवार, 31 मई 2012

पेट्रोल की लपटों ने कुशीनगर को बन्द करने पर मजबूर किया




कुशीनगर। पेट्रोल की लपटों ने कुशीनगर को बन्द करने पर मजबूर कर दिया। पेट्रोल के दामों में हुई भारी बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के अहवान पर 12 घंटे के भारत बंद का कुशीनगर में व्यापक असर दिखा।

ज्यादातर इलाकों में सड़क परिवहन प्रभावित रहा, जिससे लोगों को दैनिक जरूरतों की पूर्ति के लिए परेशानियां का समाना करना पड़ा, यही नही तमाम कार्यालयों में बन्दी का व्यापक असर देखा गया। दुकानें व व्यवसायिक प्रतिष्ठान के साथ स्कूल-कॉलेज भी बंद रहे।

कुशीनगर जनपद के कसया, हाटा, सेवरही, रामकोला, खड्डा, फाजिलनगर में समाजवादी पार्टी के साथ भाजपा, भारतीय कम्यूनिस्टपार्टी के अहवान पर कुशीनगर जनपद की चाय व पान की दुकानों को छोड़ सभी दुकाने बन्द रही। बंद के दौरान कुशीनगर तमाम इलाकों में सबारियां नही मिल रही थी। जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित रही।

गुरुवार सुबह सिर पर लाल टोपी लगाए सैकड़ों सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष रामअवध यादव के नेतृत्व में नगर में बन्दी करा कर व्यापक प्रर्दशन किया। पडरौना नगर के सुभाष चैक पर प्रर्दशन कर रहे भाजपाईयों ने कहा कि कहा, आम जनता मूल्य वृद्धि को बर्दाश्त नहीं करेगी और वह वर्तमान सरकार की नीतियों से आजिज आ चुकी है।

ग्राम प्रधान का मानदेय किया जाय 20 हजार- ग्राम प्रधान संघ





कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के ग्राम प्रधानों ने अपने मानदेय को बढ़ाये जान का प्रस्ताव पारित करते हुए इसे अति शीघ्र दिये जाने की मांग की है।

कुशीनगर ग्राम प्रधान संघ ने बुधवार को स्थानीय कसया तहसील सभागार में एक बैठक आयोजित की। बैठक कसया ब्लाक अध्यक्ष चंद्रिका वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें 10 सूत्रीय मांगों का सर्वसम्मत एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमें ग्राम प्रधानों को बीस हजार रूपये मानदेय दिए जाने सहित बार -बार हो रहे उत्पीड़न पर गंभीर चिंता जताई गई।

ग्राम प्रधानों के बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शुकरूल्लाह अंसारी ने कहा कि ग्राम प्रधानों का उत्पीड़न बंद नही हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। उन्होने मांग उठायी कि जिले के अन्य विकास खंडों की तरह यहां भी छात्रवृत्ति वितरण ग्राम प्रधान व सचिव से कराया जाए, ग्राम प्रधानों को रू. 20 हजार मानदेय दिया जाए, स्थानीय स्तर पर मटेरियल्स मूल्य निर्धारित किया जाए, ग्राम निधि प्रथम से 5 हजार रूपये की निकासी बाध्यता समाप्त की जाए, अंशदान 10 प्रतिशत के तहत पुनः हैंड पंप लगाया जाना सुनिश्चित हो, इंटर लाकिंग का अधिकार ग्राम सभाओं को मिले, उत्पीड़न बंद किया जाए।

बैठक में ग्राम नरकटिया खुर्द के ग्राम प्रधान प्रमीला गुप्ता पर पर हुए हमले व पुलिस तथा प्रशासन के असहयोग पर रोष जताया गया।

बुधवार, 30 मई 2012

कुशीनगर पुलिस ने हत्या के प्रयास में 19 लोगों पर दर्ज किया मुकदमा



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पहटेरवा पुलिस ने हत्या के प्रयास और बलवा सहित कई गंभीर धाराओं में 19 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 

कुशीनगर जनपद के पटहेरवा थाना क्षेत्र के बिंदवलिया गांव के निवासी माताचरण निषाद पुत्र रामकृष्ण निषाद का कुछ लोगों से जमीन संबंधी विवाद चल रहा था। पटहेरवा थाने पर दी गई अपनी तहरीर में माताचरण निषाद ने बताया है कि जमीन संबंधी विवाद के निस्तारण के लिए उन्होंने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया था। जांच टीम गांव में पहुंची, जिसकी भनक दूसरे पक्ष को लग गई। 

माताचरण के मुताबिक शिकायत और जांच से खार खाए उन लोगों ने 25 मई की शाम चैराखास चैराहे से घर आते समय उन्हें तथा उनके भाई पर प्राणघातक हमला कर दिया। हमलावर 19 की संख्या में थे। पिटाई से दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की खबर सुनकर उनकी मां की मौत हो गई। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने सोमवार की देर शाम इस सिलसिले में 19 लोगों पर अभियोग पंजीकृत कर लिया है। इस सम्बन्ध थानाध्यक्ष पटहेरवा ने बताया कि मामले की विवेचना की जारही है।

कुशीनगर से दो नाबालिक लड़कियां रहस्यमय ढ़ग गायब



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से दो नाबालिक लड़कियों के रहस्यमय ढ़ग गायब होने की मामला प्रकाश में आया है। परिवार वाले उन्हे ढूढ़ कर थक गये है। इस मामले में परिजनों ने पुलिस को तहरीर सौंप अपहरण की आशंका जताते हुएउनके बरामदगी की गुहार लगायी है।

यह मामला कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत के धूसा बाजार का है। यहां से दो अलग-अलग घरों की नावालिक बालिकाओं के सोमवार की रात्रि को रहस्यमय स्थिति में लापता हो गयी।

उक्त ग्राम पंचायत निवासी नागेंद्र तिवारी ने पुलिस को सौंपे तहरीर में आरोप लगाया है कि उनकी पुत्री रागिनी तिवारी (काल्पनिक ) उम्र 17 वर्ष पड़ोस की एक लड़की के साथ स्थानीय रेलवे ढाला तक गयी। कुछ देर बाद साथ गयी लड़की वापस आ गयी किन्तु उनकी लड़की वापस नही आयी। यथा संभव उसकी तलाश की गयी किन्तु पता नही चला। साथ गयी लड़की से पूछताछ करने पर उसके परिजन फौजदारी पर आमदा है। 

वही दुसरा मामला रेलवे हाल्ट स्टेशन के समीप के निवासी नंद लाल प्रजापति की पुत्री सीमा (काल्पनिक ) किसी कार्य के लिए सोमवार की सायं घर से बाहर गयी, किन्तु वापस नही लौटी। नंद लाल ने गांव के ही एक युवक पर अपनी बेटी को भगा ले जाने का आरोप लगाया है। 

इस संबंध में थानाध्यक्ष गिरिजेश तिवारी का कहना है कि मामला संज्ञान में है। छानबीन की जा रही है शीघ्र ही पता लग जायेगा।

कुशीनगर में तीन महिलाओं ने किया आत्म हत्या का प्रयास, दो की मौत



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बिगत चैबिस घण्टों में तीन महिलाओं ने आत्म हत्या करने का प्रयास किया है। आत्म हत्या के इस प्रयास में दो की मौत हो गयी और एक महिला मौत से जुझा रही है।

कुशीनगर जनपद में मंगलवार की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में एक विवाहिता की जलने से मौत हो गई। घटना जटहां बाजार थानाक्षेत्र के किन्नरपट्टी गांव की है। गांव के एक घर में सुबह सुबह ही कोहराम मच गया। इस घर में नवविवाहिता मंगलवार की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गई थी। 

गंभीर रुप से झुलसी नवविवाहिता को आननफानन में ससुरालियों ने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया लेकिन डाक्टर की अनुपलब्धता की वजह से उसे जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। यहां के डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया लेकिन गोरखपुर जाते समय रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। 

वही दुसरी कहानी नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के मनिया छापर गांव की है जहां मंगलवार की सुबह एक घर में एक 25 वर्षीय विवाहिता की लाश लटकती हुई मिली। घर में अकेली इस महिला के आत्महत्या किए जाने की खबर गांववालों को उस समय लगी जब गांव की ही एक महिला किसी काम से मृतका के घर पहुंची।

मृतका के घरवालों को जब इस बात की भनक लगी तो वे लोग जल्दी जल्दी घर पहुंचे तथा शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इसी प्रकार तीसरी घटना मंगलवार की दोपहर उस घटी जब गृह कलह से आजिज पांच बच्चों की मां ने भी अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। 60 प्रतिशत जल चुकी महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। जिला चिकित्सालय में उसका इलाज चल रहा है।

कुशीनगर जनपद के हनुमानगंज थानाक्षेत्र के मिश्रौली गांव के टोला मलहिया की द्रौपदी का अपने सास से किसी बात को लेकर तकरार हो गयी। आए दिन होने वाले झगड़े से आहत द्रौपदी ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का फैसला किया और मंगलवार को लगभग 12 बजे उसने शरीर पर मिट्टी तेल छिड़क आग लगा ली।
सास तथा आसपास के लोगों ने किसी तरह आग बुझाई तथा उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। शाम पांच बजे डाक्टर ने द्रौपदी की गंभीर स्थिति को देखने के बाद जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया जहां वह इस समय मौत से जुझ रही है।

आर्थिक जनगणना से पात्रता होगी सुनिश्चित




  • गरीबों की योजनाओं पर नही पड़ेगा अमीरों का डाका

कुशीनगर । भारत में 1 जून से सामाजिक, आर्थिक एवं जाति के आधार शुरू होने वाली जनगणना से कल्याणकारी योजनाओं में एक नई दिशा मिलने के आश दिखायी देने लगे है। यह पात्रता निर्धारण करने में सहायक सिद्ध होगी।

वर्ष 2011 की जनगणना खत्म होने के बाद भारत सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और जाति के आधार पर जनगणना कराने का फैसला लिया है। इसमें वित्तीय एवं तकनीकी सहायता भारत सरकार की ओर से दी जानी है। इस तरह की जनगणना देश में पहली बार कराई जा रही है। 

कुशीनगर जनपद की चारों तहसीलों में मंगलवार को एक साथ प्रशिक्षण भी कराया गया। दो चरणों में हुए प्रशिक्षण में लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी, रोजगार सेवक, ग्राम विकास अधिकारी और डाटा इंट्री आपरेटर शामिल थे। जनगणना के लिए गठित सुपरवाइजर, प्रगणक एवं डाटा इंट्री आपरेटरों की तीन सदस्यीय टीम को डोर-टू-डोर जाकर हर व्यक्ति की जन्मतिथि, धर्म, जाति-जनजाति का नाम, वैवाहिक स्थिति, शैक्षिक योग्यता, मुखिया से सम्बंध, वैक्तिक विवरण, किराए अथवा निजी मकान, परिवार के सदस्यों की संख्या, रोजगार तथा आय का विवरण, स्वामित्व की परिसंपत्तियां, मकान में बैठक, टाइल्स, शयनकक्ष, भोजनकक्ष, ड्राइंगरूम, रसोईघर, स्नानघर, शौचालय आदि का व्यौरा दर्ज करने के साथ-साथ चंद दिनों के भीतर बड़ा बदलाव नजर आने पर इसकी सूचना पर्यवेक्षक को देने का निर्देश दिया गया। क्योंकि आगे चलकर योजनाओं में लाभार्थियों का चयन इसी आधार पर होगा।

एक तरफ जहां अब तक संचालित हुई इंदिरा आवास, बीपीएल सूची, वृद्धा-विधवा पेंशन, सावित्री बाई फूले बालिका समृद्धि योजना, छात्रवृत्ति समेत कई योजनाओं में धांधली जमकर सामने आई है। तमाम जरूरतमंद लोग पात्र रहते हुए भी इन जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह गए।

वही इस जनगणना के साथ पात्र की श्रेणी स्पष्ट हो जायेगी गरीबों को जिलने बाले लाभ पर अमीरों के डाके नही पड़ सकेगें।  प्रशिक्षण के दौरान डीएम आर. सैंफिल ने भी कहा कि इस बार की जनगणना में शामिल होने वाले लोग यदि पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य कर दिए तो इंदिरा आवास, बीपीएल सूची तथा पेंशन आदि योजनाओं को काफी सुघर दिखायी देगा। 

मंगलवार, 29 मई 2012

बलात्कार का अरोपी बरी, छेड़खानी में मिली सजा



कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अपर जिला न्यायधीश द्वितीय की अदालत ने बलात्कार के आरोपी को बरी करते हुए उसे बदनीयती से छेड़खानी करने का गुनाहगार ठहराते हुए दो वर्ष के कारावास के साथ दस हजार के अर्थ दण्ड की सजा सुनायी है।अर्थ दण्ड न देने की दशा में अभियुक्त को दो माह की अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी पड़ेगी।
 
यह घटना 13 फरवरी 2010 की है जब कुशीनगर जनपद के पटहेरवा थाना क्षेत्र के हरपुर बेलही गांव के खुशी भगत टोले की एक दस वर्षीय बालिका गांव से सटे स्थित बब्बन मेमोरियल इंटर कालेज में पढ़ने के लिए गयी हुई थी। 

विद्यालय पहुंचने में उसे देर हो गयी और उधर विद्यालय का मुख्य द्वार बंद हो जाने के कारण वह पूर्वाह 11 बजे के करीब अपने घर वापस लौट रही थी कि रास्ते में रहमान के खेत के बगल में सड़क के किनारे रखे गये गन्ने की सूखी पत्तियों के बोझे के पास उसे रज्जाक ने दबोचा लिया था।
 
घटना के डेढ़ घंटे बाद ही पीडि़त बालिका के पिता ने थाने में पहुंचकर भारतीय दंड विधान की धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज कराया और उसी दिन पुलिस ने इस मुकदमे के इकलौते अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया। उसके बाद पिता ने स्थानीय थाने में दिये गये तहरीर के मुताबिक रज्जाक ने बालिका के साथ जबरन अपना मुंह काला किया और वहां से भाग निकला था।
 
मुकदमे की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष की ओर से दलील दी गयी कि चिकित्सीय परीक्षण की रिपोर्ट से बलात्कार की पुष्टि नहीं हो सकी है। ऐसे में अभियुक्त को धारा 376 के तहत दोषी नहीं ठहराया जा सकता। अभियोजन पक्ष की ओर से मुकदमे की पैरवी कर रहे सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) विनोद चैधरी ने बताया कि दलीलों के मद्देनजर अभियुक्त को धारा 376 के तहत लगाये गये आरोप से बरी करते हुए भारतीय दंड विधान की धारा 354 के तहत दोषी ठहराया गहराया गया।

जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग का औचक निरीक्षण कर सभी कर्मचारियों को डाला सकते में


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग का औचक निरीक्षण कर सभी कर्मचारियों को सकते में डाल दिया है। ड्यूटी में चार कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर उनके बेतन रोकने का फरमान जारी कर दिया है।
 
कुशीनगर के विद्युत विभाग में मंगलवार को  उस समय हड़कम्प मच गया जब जिलाधिकारी कुशीनगर आर सैम्फिल ने औचक निरीक्षण किया। ड्युटी में पर लगाये गये चार कर्म कर्मचारी नदारद मिले । जिसमें एक अभियन्ता के साथ तीन लाईन मैन ड्यूटी छोड़ गायब थें। जिस पर जिलाधिकारी ने उनसे स्पष्टीकरण मागते हुए बेतन रोकने का आदेश जारी किया है।
 
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने बताया कि औचक निरीक्षण के दौरान चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले जिनका वेतन रोके जाने का आदेश जारी किया है।
 
वही दुसरी तरफ जिला विद्युत कर्मचारी मोर्चा की कुशीनगर खंडीय इकाई ने सोमवार को एक्सईएन कार्यालय का घेराव किया। नाराज कर्मचारियों ने कार्यालय के गेट पर ताला बंद कर दिया। खंडीय कमेटी के अध्यक्ष इम्त्याज अहमद ने बताया कि कर्मचारियों की दर्जन भर समस्याएं लंबे समय से लंबित है। एक्सईएन की लापरवाही के चलते इनका निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

कुशीनगर में पूर्वांचल की महामारी इंसेफेलाइटिस की चलने लगी हवा


  •     अब तक 85 मामले आये
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पूर्वांचल की महामारी इंसेफेलाइटिस की हवा चलने लगी है। मंगलवार तक 85 मामले समने आचूके है। कुशीनगर में इसके लिए अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर भी काम शुरू हो गये है लेकिन अफसोस अभी तक इससे निपटने की कोई विशेष पहल नही हो सकी।
 
भारत का पूर्वांचल इस बीमारी से कराह रहा है। ऐसा नही कि इस बीमारी से निपटने के लिए देश व प्रदेश स्तर के दिग्गजों ने रणनीति न बनायी हो। इस पर अमल के लिए दिल्ली तक बहस हुई, योजनाएं बनीं। जलजनित इंसेफेलाइटिस से निपटने के लिए विभागों के बीच सामंजस्य की कवायदें हुईं। दिल्ली में ग्रुप आफ मिनिस्टर की बैठक में इसी सामंजस्य के तहत काम करने का फरमान जारी हुआ। भारी-भरकम धन स्वीकृत हुआ। अफसोस की इस महामारी से निपटने के लिए परमाणु के हथियार बनाने बालों ने भारत के इस पूर्वांचल को उसी हाल पर छोर दिया।
 
कुशीनगर में यह महामारी प्रत्येक वर्ष अपना विकराल रूप दिखाती है। वर्ष 2011 में जिले से 438 केस सामने आए। इनमें से 43 मामलों को मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिये गये। आधिकारिक रिकार्ड के अनुसार इस पूरे साल में यहां 27 मौतें हुई थीं। यही हाल इससे पूर्व के वर्षों में भी रहा। हालाकिं इस वर्ष अभी महामारी की हवा के शुरू होने का संकेत मिलना शुरू हो गया। 29 मई 2012 तक इंसेफेलाइटिस के 85 मामले आ चुके हैं।
 
मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा. केपी कुशवाहा बताते है कि कुशीनगर महामारी इंसेफेलाइटिस के मामले में संवेदनशील है। हालाकिं हाईलेवल पर गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों में इंसेफेलाइटिस के लिए अलग आईसीयू व वेंटीलेटर के साथ-साथ प्रशिक्षित डाक्टरों की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के लोग भी स्वीकार करते हैं कि वेंटीलेटर न होने के कारण यहां स्थिति गंभीर हो जाती है।
 
हालाकिं वही इस मामले में संयुक्त जिला अस्पताल के सीएमएस डा. जमील अहमद अंसारी बताते है कि दो वेंटीलेटर स्वीकृत हैं, लेकिन अभी मिल नहीं सके हैं। वेंटीलेटर और पर्याप्त संसाधनों होने के बाद स्थिति काफी हद तक सुधर जाएगी।

रविवार, 27 मई 2012

कुशीनगर में इन्सेफ्लाईटिस को जानने पहुची यू.एस.ए. शोध टीम

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रविवार को पूर्वांचल की महामारी का सर्वे करने पहुची अमेरिका की एक टीम ने इन्सेफ्लाईटिस के बारे में गहन अध्ययन किया।

पूर्वी उत्तर प्रदेश में बढ़ रही इन्सेफ्लाईटिस के मरीजों को लेकर अमेरिका की अटलांटा यूनिवर्सिटी के शोध छात्रों की यह टीम प्रातः करीब दस बजे कुशीनगर पहुची। इस सर्वे टीम के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसएस परवेज संयुक्त जिला चिकित्सालय गये जहां उन्होने इन्सेफ्लाईटीस वार्ड का निरीक्षण कराया। इस  बीमारी से सम्बन्धित तमाम तथ्यों पर प्रकाश डाला।
इसके बाद टीम ने जिलाधिकारी आर सैम्फिल से शोध टीम ने मुलाकात किया और कुशीनगर में फैली इस महामारी के बारे में जानकारी ली। इस टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल मौजूद थे।टीम में कई गांवों का दौरा किया, और उन गांव के भौगोलिक स्थित का जायजा लिया।

इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने बताया कि अमेरिका से एक टीम आयी थी जिसने इन्सेफ्लाईटिस के बारे जानकारी ली ।

अज्ञात बीमारी से 48 घण्टे में कुशीनगर के दो मुसहरो की गयी जान

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अज्ञात बीमारी से 48 घण्टों में एक ही गांव में दो मुसहरों की मौत हो गयी है। ये मुम्बई कमाने गये थे जहां एक अज्ञात बीमारी से ग्रसित हो गये और बापस घर चले आये। यहां इलाज के दौरान इनकी मौत हो गयी । हलाकि इस बीमारी से कई पीडि़त हैं।

यह मामला कुशीनगर के तमकुही राज तहसील के जवही मलाही गांव है बताया जा रहा है कि लगभग 3 दर्जन मुसहर जाति के लोग एक माह पूर्व मजदूरी करने मुम्बई गये थे। जहा इस बीमारी ने इन्हे अपने चपेट मे ले लिया इलाज कराने के बाद बीमारी न हुयी तो ये भागे-भागे घर चले आये।
मुम्बई से आने के बाद बीमारी से ग्रसित उक्त गांव निवासी राजेन्द्र पुत्र द्वारिका प्रसाद उम्र 30 वर्ष को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ अस्पताल मे परिजनों ने भर्ती कराया, जहा इलाज के दौरान शनिवार को प्रातः उसकी मौत हो गयी। वही दुसरी तरफ इसी गाँव के रोशन पुत्र मोटर उम्र 20 वर्ष भी इसी बीमारी से ग्रसित था। जिसकी पड़ोसी प्रदेश बिहार के गोपाल गंज में इलाज के दौरान मौत हो गयी।
स्थिति यह है कि मुन्ना पुत्र सीताराम, जटा पुत्र बद्धू, श्रवण पुत्र छठ्ठू, उमेश पुत्र हरिहर, धनई पुत्र बुन्देला ,रामानन्द पुत्र श्रवण, विरेन्दरी पुत्र मुनेसर ,पप्पू पुत्र राम चंद्र,चैधरी पुत्र विक्रम सहित एक दर्जन मुसहर इस बीमारी से पीडि़त है।

मुसहरों के मौत की खबर पर गांव पहुंचे उपजिलाधिकारी तमकुहीराज ईश्वर चंद्र वर्नवाल, तहसीलदार ऋषिकेश द्विवेदी मौके पर पीडि़त परिवार को ढ़ाढ़स बधाया एवं बीस, बीस हजार रुपये सहयोग राशि शासन के तरफ से मुहैया कराया । ग्राम प्रधान रूदल प्रसाद यादव ने भी एक-एक हजार रुपये दिया।

पाच साल में पूर्वांचल की महामारी ने दस हजार से ज्यादा मासूमों को किया प्रभावित

  •  अकेले जिला अस्पताल में 1486 मामले
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल की महामारी के रूप में विख्यात इन्सेफ्लाईटिस अभी तक नही थम सकी है। तमाम प्रयोग व प्रयासों के बाद भी केवल पांच सालों के भीतर मरीजों की संख्या करीब 10 हजार के उपर पहुच गयी है।

 यह सरकारी आकड़ो के मुताबिक अकेले जिला अस्पताल में जेई/एईएस के 1486 मामले सामने आए। सरकारी आकड़ों के अनुसार जिला अस्पताल में 100 बच्चे इस बीमारी से जूझते हुए दम तोड़ दिया।

यदि जिला अस्पताल के अलावा अन्य कसया, तमकुही, हाटा, दुदही, विशुनपूरा, खड्डा आदि जगहों पर इस बीमारी से हुई जिले के बच्चों की मौतों को जोड़ दिया जाए तो तादाद हजार से उपर चली जायेगी। जो बच्चे मौत के मुंह से बाहर आ गए, उनमें अधिकतर या तो विकलांग हो गए या फिर उनकी सोचने-समझने की क्षमता खत्म हो गई।
 
एक नजर जिला अस्पताल के आकड़ों के पर लगाये तो कुशीनगर जिले में मासूमों पर जेई/एईएस आज भी जारी है। छोटे व मझोले गरीब परिवार इस बीमारी के अपने लिए अभिषाप ही मानते है। सरकारी आकड़ों के अनुसार कुशीनगर के जिला अस्पताल में वर्ष 2008 में जेई/एईएस के 246 मामले आए।

इनमें से 30 बच्चों की मौत हो गई। 2009 में 205 मामलों आए इनमें से 14 बच्चे इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। 2010 में 556 मरीजों में से 27 और  2011 में 438 में से 27 मरीजों ने बीमारी से जूझते हुए मौत को गले लगा लिया। वर्ष 2012 में जनवरी से अब तक 80 मामले आ चुके हैं, 66 की जांच हुई, 06 रेफर कर दिए गए जिनमें से दो मासूम मौत भी हो गयी है।
 
ये आंकड़े तो केवल संयुक्त जिला चिकित्सालय में आए जेई/एईएस के मरीजों के हैं। यदि पूरे जिले में इस बीमारी से प्रभावित मासूमों की मौत तथा विकलांगता की गणना की जाए तो यह आंकड़ा 10 हजार से भी उपर चला जायेगा। हर साल जेई/एईएस के मरीजों की संख्या में कमी आने के बजाय बढ़ोतरी ही दर्ज की गई है।
 
इस महामारी के बारे में बताते हुए संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. जमील अहमद अंसारी बताते है कि यह बीमारी प्रमुख रूप से प्रदूषित पानी पीने से होती है। दूषित जल में बैक्टीरिया होते हैं, जो बीमारियों को बढ़ावा देते हैं।
 
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एसएस परवेज कहते है कि हमारा काम रोगी का इलाज करना है। जीवन और मौत खेल तो ऊपर वाले के हाथ में हैं। वह चाहे तो किसी को बचा ले और जिसे चाहे उसे मार डाले।


शनिवार, 26 मई 2012

शौचालय के अभाव में ससुराल नही जायेगी कुशीनगर की एक और युवती


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीगनर में एक और युवती ने शौचालय न होने के कारण अपने ससुराल जाने से इनकार कर दिया है। दुरागमन के बाद वह अपने ससुराल में मात्र दो हफ्ते रही और अपने मायके चली आयी।
कुशीनगर का यह दुसरा मामला है जब एक वहु ने शौचालय के अभाव में ससुराल जाने से इनकार कर दिया। दो साल से मायके में रह रही रंजना ने मन बनाया है किजब तक शौचालय नहीं बनेगा तब तक वह अपने मायके में ही रहेगी।
ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया के पिपराखुर्द गांव की निवासी रंजना की शादी वर्ष 2007 में चकचिंतामणि गांव के संतोष नामक एक युवक से हुई थी। वर्ष 2010 में जब दुरागमन कराकर रंजना अपने ससुराल गई तो उसके सामने कई दिक्कतें थीं।
रंजना के अनुसार कि ससुराल में रहने के लिए न तो घर था न ही शौचालय। करीब 15 दिन तक ससुराल में रहने के बाद रंजना अपने मायके चली आयी। तभी से वह अपने मायके में है। संतोष और सास शुभावती ही घर पर रहती हैं, उसके श्वसुर नही है। 12वीं तक पढ़ीं रंजना का कहना है कि जब तक घर में शौचालय नहीं बनेगा वह ससुराल नहीं जाएगी।

कुशीनगर में एक 10 बर्षीय वालक छः दिन लापता, हत्या की आशंका


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक 10 बर्षीय वालक छः दिनों से लापता है। अभी तक उसके बारे में कोई जानकारी नही मिल सकी है। परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस कप्तान को न्याय की गुहार लगायी है।
कुशीनगर जनपद के तुर्कपटटी थाना क्षेत्र के गांव वरवा राजापाकड़ के टोला जमुआन निवासी चंद्रिका कुशवाहा ने पुलिस कप्तान को दिये गये पत्र में अवगत कराया है कि उनका 10 वर्षीय पुत्र संदीप 20 मई को घर से भैंस का चारा लेने गया था।
देर शाम तक वापस नहीं आया तो खोजबीन शुरू हुई। यह बात सामने आई है कि उनके ही गांव के कुछ लोग देर सायं बच्चे के साथ देखे गए थे, जिनसे उसका जमीन विवाद है। पीडि़त ने आशंका व्यक्त की है कि वे लोग बच्चे की हत्या कर सकते हैं। पीडि़त का कहना है कि वह तुर्कपट्टी थाने का चक्कर लगा रहा है, लेकिन कुछ किया नहीं गया।
इस संबंध में थानाध्यक्ष तुर्कपट्टी अनिल पांडेय का कहना है कि उन्होंने कल ही चार्ज लिया है। अगर ऐसी बात संज्ञान में आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

कुशीनगर में करेन्ट लगने से झुलसे दो व्यक्तियों की मौत


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हाईवोल्टेज करेंट लगने से दो लोगों की जान चली गयी है। यह घटना कुशीनगर के जटहां बाजार और विशुनपुरा थाना क्षेत्रों में शुक्रवार की सुबह उस समय घटी जब एका एक करन्ट आ गया और करंट लगने से दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
जटहां बाजार थाने के गांव मोजहिदा बाजूपट्टी निवासी अवधेश कुशवाहा (22)पुत्र महेंद्र कुशवाहा शुक्रवार को सुबह लगभग छह बजे नित्य क्रिया को खेतों की ओर गया था। खेत में टूटकर गिरे 11 हजार वोल्ट के विद्युत तार की चपेट में आ जाने से वह गंभीर रूप से झुलस गया। जिसे परिजन इलाज के लिए उसे संयुक्त जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अवधेश को मृत घोषित कर दिया।

वही दूसरी घटना विशुनपुरा थाना क्षेत्र के पडरौन मडूरही गांव में घटी। जहां गांव के कमरूद्दीन इराकी उम्र 60 शुक्रवार को दिन के लगभग दस बजे बिजली आने पर बोर्ड में विद्युत तार जोड़ रहे थे। तभी अचानक करंट की चपेट में आ गया। गंभीर रूप से झुलसे कमरूद्दीन को लेकर परिजन दुदही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे लेकिन तब तक उनके प्राण निकल चुके थे।

कुशीनगर के एक फार्मासिस्ट पर गैर जमानती वारन्ट

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में द्वितीय अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट कसया की अदालत ने एक सामुदाियक स्वास्थ्य केंद्र के फार्मासिस्ट के विरुद्ध गैर जमानतीय वारंट जारी करते हुए न्यायालय में प्रस्तुत होने का आदेश दिया है।

कुशीनगर के द्वितीय अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में  परिवाद संख्या 1220/06 सुरेंद्र बनाम वकील लंबित है। परिवादी सुर्रेंद के चोटों की डाक्टरी परीक्षण रिपोर्ट सं. 530 दि. 20 मई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसया में हुई थी।
उक्त डाक्टरी रिपोर्ट को मूल पंजिका के साथ फार्मासिस्ट को न्यायालय में तलब किया लेकिन सम्मन प्राप्त करने के बाद भी न्यायालय के आदेश का पालन नही किया। इसको गंभीरता से लेते हुए न्यायालय ने गैर जमानतीय वारंट जारी करते हुए 26 जून को न्यायालय में तलब किया है।

शुक्रवार, 25 मई 2012

कुशीनगर में 20 करोड़ खर्च पर भी नही होता शत प्रतिशत शौचालय का प्रयोग


कुशीनगर ।  उत्तर प्रदेश में कुशीनगर में स्वच्छता कार्यक्रम की सफलता के लिए भले ही तमाम प्रयास किये गये। लेकिन कुशीनगर के 956 गांवों में से एक भी गांव ऐसा नही है जहां शत प्रतिशत लोग शौचालय का प्रयोग करते है।कुशीनगर में पंचायती राज विभाग ने शौचालय के लिए जहर खाने वाली प्रियंका नाम की एक महिला को पहले स्वच्छता दूत और फिर ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की है। 

विभाग स्वच्छता दूत बना कर शायद यही साबित करना चाहता है हम स्वच्छता के प्रति काफी सजग है। कुशीनगर जनपद में संपूर्ण स्वच्छता अभियान के वर्ष 2004-05 से संचालित होने से अब तक करीब 20 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्य है इस कुशीनगर का कि  जनपद का एक भी ऐसा गांव नहीं है, जहां शत-प्रतिशत लोग शौचालय का प्रयोग करते हों।
 
विभाग के अनुसार वर्ष 2004-05 में योजना के संचालन से पूर्व जो सर्वे हुआ था, उस समय कुशीनगर जनपद में 287000 परिवारों में से 10555 घरों में शौचालय बना था। योजना शुरू होने केे बाद हर साल औसतन 50 हजार घरों में शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया।

 केवल वर्ष 2011-12 में ही कुशीनगर में 67 हजार घरों में शौचालय बनाने का प्रस्ताव था लेकिन वर्ष के अंत तक मात्र 13913 घरों में ही शौचालय निर्माण पूर्ण हो सके। वर्ष 2011-2012 में जिले के हर घर में शौचालय निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाना था। लेकिन जब वित्तीय वर्ष के अंत में भौतिक सत्यापन हुआ तो लक्ष्य की पूर्ति मात्र 53 प्रतिशत पर आकर ही रुक गई। विभागीय रिकार्ड के मुताबिक लगभग 22 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं, जिन्हें शौचालय निर्माण के लिए धन जारी कर दिया गया, लेकिन कार्यपूर्ति नहीं मिली।

 हालाकिं इसके लिए शौचालय निर्माण एवं स्वच्छता कार्यक्रमों के प्रति जागरूक करने, योजना को आमजन तक पहुंचाने तथा इसकी रिपोर्टिंग के लिए लंबा-चैड़ा संगठन है। विभागीय जानकारी के मुताबिक संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के तहत जिले स्तर पर मानदेय आधारित एक जिला समन्वयक, ब्लाक लेवल पर पांच हजार रुपया मानदेय वाले दो ब्लाक समन्वयक तथा प्रत्येक गांव में स्वच्छता दूतों की नियुक्ति हुई है।
 
स्वच्छता दूत को शौचालय निर्माण के लिए किसी भी व्यक्ति को प्रेरित करने, शौचालय निर्माण कराने पर 40 रुपये का भत्ता मिलता है। ब्लाक लेवल पर तैनात ब्लाक समन्वयक हर महीने योजना के क्रियान्वयन से संबंधित रिपोर्टिंग करते रहते हैं। इसके अलावा ग्राम स्तर पर पंचायत सचिव, ब्लाक लेवल पर एडीओ पंचायत और जिला स्तर पर डीपीआरओ भी योजनाओं का मूल्यांकन करते हैं। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी कहते है कि जिलाधिकारी आर सैंफिल को इनकी जांच के लिए हो रही है। इस अभियान के तहत बने शौचालयों की फोटो, उसके लाभार्थी के फोटो के साथ मांगी गयी है।

कुशीनगर में गन्ना भुगतान को लेकर कराह रहा किसान



कुशीनगर । कुशीनगर के गन्ना किसानों का बकाया गन्ना मुल्य आज तक नही मिल सका है। एक तरफ कर्ज दुसरी तरफ बढ़ती महगाई से कुशीनगर का किसान कराह रहा है। स्थिति काबू में नही आयी तो किसान को आत्म हत्या करने पर मजबूर हो जायेगा
 
चालू वित्तीय वर्ष में 23 जनवरी से 25 फरवरी 12 तक का करीब 10.39 करोड़ 15 हजार रुपये का बकाया गन्ना मूल्य बकाया है जिसमें एक फूटी कोड़ी किसानों को नहीं मिली। दबाव बनने पर प्रशासन की अनुमति लेकर मिल प्रबंधन ने चीनी व शीरा बेच कर कुल रकम का 20 प्रतिशत धन का ही इंतजाम किया है। 

ऐसे में किसान एक तरफ कर्ज व महगाई की मार कराह रहा है। किसान परेशान हैं, कि अब वह क्या करे ?े चीनी मिल पैसा हड़प न ले, इसको लेकर इसी महीने की पहली तारीख में किसान व नेताओं की शिकायत पर डीएम से मिलकर चीनी व शीरा बेचने पर प्रतिबंध लगाने की मांग रखी थी। 

इस पर डीएम ने तत्काल रोक लगा दी। बाद में 4 मई को जिला प्रशासन से इजाजत लेकर 25 हजार बोरी चीनी व 5 ट्रक शीरा बेच करीब बकाया मूल्य के कुल बीस प्रतिशत अर्थात 2.91 करोड़ रुपये का इंतजाम किया है। लगभग एक माह बाद जिसका एडवाइज बना संबंधित काश्तकारों के खाते में भेजा गया है।

उल्लेखनीय है कि जेएचवी सुगर फैक्ट्री को पेराई सत्र 2011-12 में 10.69 लाख कुंतल गन्ने की आपूर्ति मिली। इसका मूल्य 25 करोड़ 60 लाख 21 हजार रुपये हुए। इसमें 12 करोड़ 59 लाख 48 हजार रुपये सीमावर्ती इलाके बिहार के किसानों के भी हैं। हालांकि इसके पहले 22 जनवरी तक पेराई के गन्ना मूल्य का भुगतान तत्काल कर दिया गया था। 23 जनवरी से 25 फरवरी तक चले मिल पर इस सत्र का गन्ना मूल्य 10 करोड़ 39 लाख 15 हजार रुपये बाकी है। इसमें यूपी के पडरौना क्षेत्र के किसानों के 9 करोड़ 94 लाख 82 हजार रुपये व बार्डर क्षेत्र में बिहार के काश्तकारों के 44 लाख 33 हजार रुपये शामिल हैं। 

इस सम्बन्ध में कुशीनगर के पडरौना के एक किसान राजेन्द्र चैधरी का कहना है मेरे एक लाख रूपये बकाये है पैसे मिलते तो बेटी की शादी करनी है। वेटी की शादी को लेकर कभी कभी लगता आत्म हत्या कर लूॅ एक तरफ किसान क्रेडिट का कर्ज बढ़ता जा रहा है वही बकाया भुगतान की कोई आस नही कि कब होगा। पडरौना के सेमरा गांव निवासी जनार्दन सिंह बताते है मैं बैंक में दौड़ते थक चूका हू आज तक मेरा भूगतान नही आया अब कुछ नही सुझ रहा है।
 
इस सम्बन्ध में जिला गन्ना अधिकारी राजीव राय ने स्वीकार किया कि किसानों का भुगतान बाकी है। इसके लिए मिल प्रबंधन को अल्टीमेटम दिया गया है। इसका शीघ्र ही निपटारा हो जाएगा।

कुशीनगर के एक स्कूल के प्रबंधक व प्रधानाचार्य पर छात्र के अपहरण का मुकदमा दर्ज


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक स्कूल के प्रबंधक व प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय के एक छात्र के अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में कशीनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
 
ज्ञातव्य हो कि यह मामला कुशीनगर के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के भगवानपुर भरवलिया गांव का है। जहां उक्त गांव निवासी विद्या यादव का 14 वर्षीय पुत्र जितेन्द्र यादव बीते 10 मई को अपने गांव के पास स्थित श्री सरस्वती जूनियर हायर सेकेड्री स्कूल में पढ़ने गया था। और लापता हो गया। वह कक्षा 5 का छात्र है।
इसके बाद बालक के परिजनों के काफी खोज बीन करने के बाद 15 मई को अहिरौली बाजार थाने में गुमशुदगी दर्ज करने हेतु प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन बालक का कोई पता नहीं चल सका।
 
बालक के परिजनों के साथ ग्रामीणों ने बीते 19 मई व 23 मई को बालक के लापता होने में विद्यालय की संदिग्ध भूमिका का आरोप लगाते हुये उक्त विद्यालय का घेराव किया। जिस पर मुकामी पुलिस ने प्रधानाचार्य, प्रबंधक व लिपिक के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 212/12 धारा 363, 365 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज करते हुये विद्यालय के प्रबंधक प्रेमचन्द्र,प्रधानाचार्य रामनिवास सिंह व लिपिक अजय कुमार शुक्ल को गिरफ्तार कर लिया है।

मंगलवार, 22 मई 2012

भगवान बुद्ध के टफेन्ड ग्लास में कैद होने के दिन आये


कुशीनगर । भगवान बुद्ध के अब कैद होने के दिन आगये है। बौद्ध भिक्षु और पुरातत्व विभाग के 31 वर्षो की लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद अब पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने कुशीनगर के महापरिनिर्वाण मंदिर सहित माथा कुंवर आदि ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन्हे कैद करने का प्रयास तेज कर दिया गया है।



ज्ञातव्य हो कि यहां के बौद्ध भिक्षु इसमें घुसकर चीवर चढ़ाते थे जिसके घषर्ण से प्रतिमा का क्षरण हो रहा था।


 महापरिनिर्वाण मंदिर की लेटी प्रतिमा के क्षरण की शिकायतों पर कुछ समय पहले पुरातत्व विभाग ने सबसे पहले इसका केमिकल ट्रीटमेन्ट कराया और अब उसे क्षरण व स्पर्श से बचाने के लिए टफेण्ड ग्लास से घेरे जाने काम शुरू हो गया है।


पटना अंचल के अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. एस. के. मंजुल के देखरेख में शुरू भगवान बुद्ध की लेटी प्रतिमा को टफेन्ड ग्लास लगाकर घेर जाने का काम अधिकतम एक सप्ताह में ही पूरा कर लिया जायेगा। इसके साथ ही सी.सी. फूटेज कैमरा से भी मन्दिर को लैस किया जायेगा।
इस सम्बन्ध में पुरातत्व संरक्षण सहायक अभिनाशचन्द त्रिपाठी ने इस सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसके अतिरिक्त पुरातत्व विभाग ने यहां आने वाले पर्यटकों को नगर पंचायत द्वारा वसूले जारहे पार्किग शुल्क के बदले एक निःशुल्क पार्किग की भी व्यवस्था की जा रही है जहां पर्यटक वाहनों से कोई पार्किग शुल्क नहीं लिया जायेगा। परिसर में शुद्ध पेयजल के लिए वाटर कूलर की व्यवस्था कर दी गयी है।


यही नही पुरातत्व विभाग ने परिनिवार्ण मन्दिर की रंगराई भी करा दी है। पिछले 12 वर्षो से यह मन्दिर रंग के लिए तरस रहा था। असुरक्षित हो गयी माथा कुंवर मंदिर और परिनिर्वाण मंदिर की चाहरदिवारियों को भी ऊंचा कर दिया गया है।


गंडक नदी पर बालू खनन का अबैध कारोबार रूका

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के पडोसी प्रान्त बिहार के श्रीपतनगर गांव के पास गंडक नदी से स्थानीय पुलिस की कृपा पर हो रही अवैध बालू खनन को रोक दिया गया है। इसको लेकर ग्रामिणों की शिकायत की थी जिस पर वयं पुलिस अधीक्षक बगहा ने स्थल पहुच इस कार्य को रोकवाया।

कुशीनगर जनपद के हनुमानगंज थानाक्षेत्र में छितौनी गांव के सटे बिहार प्रांत के पश्चिमी चंपारण जनपद के श्रीपतनगर गांव से अवैध बालू खनन कर यूपी के विभिन्न जगहों पर भेजे जाने की ग्रामीण लगातार शिकायत कर रहे थे।

वालू खनन के कार्य को अनवरत चलता देख सोमवार को जब ग्रामीणों ने अवैध वालूखनन पर आपत्ति जताई तो कार्रवाई के बजाय स्थानीय पुलिस ही ग्रामीणों को ही धमकाने लगी। पुलिस से शिकायत के बाद भी जब बात नहीं बनी तो क्षुब्ध ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की।
सूचना पर एसपी बगहां पुष्कर आनंद स्वयं घाट पर पहुंच गए और ग्रामीणों की बात सुनने के बाद खनन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी।

कुशीनगर में धस गयी आठ फीट घरती

  • बढ़ता तापमान व गिरता जल स्तर बढ़ा सकता और तबाही
कुशीनगर । बढ़ती गर्मी और गिरते जल स्तर से धरती के सिकुड़ने जैसी स्थिति आ गयी है। कुशीनगर एक गांव कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। धरती करीब 8 फीट गहरा व ढ़ाई फीट चैड़े क्षेत्रफल में धस गयी है।
 
कुशीनगर जनपद के हाटा तहसील क्षेत्र के ग्राम परवरपार में बढ़ती गर्मी व गिरते जल स्तर ने सोमवार को अचानक जमीन धंसने पर मजबूर कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गांव के बगल में खाली पड़ी जमीन के अंदर एक बड़ा होल बन गया। जमीन का हिस्सा नीचे जा धंसा और आठ फीट गहरा होल बन गया। जिसकी चैड़ाई लगभग ढ़ाई फीट है।
 
यह धरती ऐसे स्थान पर धसी है जहां प्रयाप्त आवाजाही रहती है। हालाकिं दिन में हुई इस घटना के कारण कोई इसका शिकार नही बना लेकिन अचानक जमीन के इतने बड़े भाग के घसने की चर्चाएं गरम हैं।
 
ग्रामीण अपने-अपने तरीके से इसके पीछे का राज बता रहे हैं। कुछ काल्पनिक बातें भी कही जाने लगीं। बताया जाता है कि गहरे होल में कोई काली वस्तु दिखाई दे रही है जिसे अलग-अलग नाम दिया जा रहा है।
 
इस भौगोलिक घटना की सच्चाई पर प्रकाश डालते हुए  भूगोलविद श्याम सुन्दर अग्रवाल बताते है कि बढ़ता तापमान और गिरता हुआ जल स्तर है कि ऐसी घटना घट रही है। पृथ्वी का तापमान बढ़ता जा रहा है। दुसरी तरफ जल स्तर भी करीब 5 फीट नीचे चला गया है। अगर ऐसी स्थिति रही तो इस तरह की घटनाए आये दिन सुनने को मिलती रहेगी।

रविवार, 20 मई 2012

सपा नेता को गोली मारने के आरोप में ब्लाक प्रमुख सहित तीन नामजद


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं सपा नेता को गोली मारने के आरोप में पुलिस ने मोतीचक के ब्लाक प्रमुख समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया।
 
कुशीनगर जनपद के हाटा कोतवाली के ग्राम मगुरही निवासी सत्येंद्र दूबे उर्फ गुडडू दूबे शुक्रवार की रात लगभग 9 बजे अपनी बाइक से अहिरौली बाजार थाने के चैराहा अरखपुर चैराहे से 500 मीटर आगे मगुरही की तरफ बढ़े थे कि टाड़ी फार्म के समाने पहले से मौजूद बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी।

उनको चार गोलियां लगीं और वह बाइक से गिर पड़े। फिर शोर मचाते हुए गांव की तरफ भागने लगे, लेकिन कुछ मीटर दूर जाकर गिर पड़े। आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल पर आए। तब बदमाश भाग खड़े हुए। ग्रामीण एवं परिजन गंभीर रूप से घायल सत्येंद्र को मेडिकल कालेज ले गए। डाक्टरों ने सत्येंद्र का आपरेशन कर गोलियां निकाली।
 
सत्येंद्र ने पुलिस को तहरीर दी। इसके अनुसार मंगलपुर मगरूआ निवासी बृजनारायण उर्फ भोला सिंह, मोतीचक के ब्लाक प्रमुख प्रदीप सिंह एवं कप्तानगंज थाने के ग्राम लक्ष्मीपुर निवासी चुन्नू उर्फ जुबेर अहमद सफारी गाड़ी ले कर टाड़ी फार्म के सामने खड़े थे और उनके करीब पहुंचते ही उन पर गोलियां चलाने लगे। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है।

कुशीनगर में एक ग्राम प्रधान की प्रधानी संकट में

  •    ग्राम सभा के 15 सदस्यों में से 11 ने किया अविश्वास प्रस्ताव
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में ग्राम पंचायत के सदस्यों ने ग्राम प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्राम प्रधान के विरोध में ग्राम पंचायत सदस्यों व ग्रामीणों लामबद्ध होकर जिलाधिकारी कार्यालय में शपथ पत्र जमा करके प्रधानी को खतरे में डाल दिया है।
 
ग्राम प्रधान की प्रधानी के संकट का मामला कुशीनगर के दुदही विकास खण्ड के गौरीश्रीराम गांव उपजा है। गांव मे कुछ ही को छोड़ सभी सदस्य व ग्रामीण प्रधान के विरोध में अवाज उठाने लगे है।  गौरीश्रीराम पूरे विकास खण्ड में दूसरा बड़ा गांव माना जाता है। इस पूरे गांव में 6500 मतदाता है।
 
15 सदस्यों के ग्राम पंचायत कमेटी में 11 सदस्यों ने शपथ पत्र के साथ जिलाधिकारी को ग्राम प्रधान विरूद्ध अविश्वास लगाते हुए मांग पत्र सौप दिया है। अविश्वास लगाने वाले सदस्यों में क्रमशः वार्ड न. 1, 2, 4, 7, 8, 10, 11, 12, 13, 14, 15, समेत कुल 11 सदस्यों ने ग्राम प्रधान  जलभरनी देवी पर ग्रामपंचायत के विकास मद में आये धन में अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा है कि पूरे गांव के ग्रामीणों समेत उक्त 11 सदस्यों का विश्वास प्रधान के क्रिया कलापों से हट गया है। ऐसे में प्रधान के विरूद्ध न्यायोचित वैधानिक कार्रवाही होनी चाहिए।
 
प्रदेश में पंचायती राज व्यवस्था लगने के उपरान्त गौरीश्रीराम के इतिहास में किसी निर्वाचित प्रधान के विरूद्ध पहली बार अविश्वास प्रस्ताव आया है। आरक्षित ग्राम पंचायत होने के कारण व चुनाव जितने के मात्र 17 माह बाद ही लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चायों का बाजार गर्म है।
 
वही इस संबंध में ग्राम प्रधान शिवनाथ राम ने कहा कि मेरा अभी तक का कार्यकाल निष्पक्ष व पारदर्शी रहा है। मेरे सरल स्वभाव व गरीबी का नाजायज लाभ उठाकर विरोधी मेरे सहयोगियों को भड़का रहे है। शिघ्र ही खुली बैठक में पूरा मामला हल हो जायेगा।

कुशीनगर में इन्टरनेशनल एयरपोर्ट का निमार्ण अति शीघ्र -जिलाधिकारी

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अन्र्तराष्ट्रीय हवाइ्र अड्डा का सपना जल्द ही सकार होने वाला है। अब विभाग ही नही कुशीनगर जिला प्रशासन भी सुरखुरू हो गया है और मौका मुआयना शुरू कर दिया है।
 
इस अन्र्तराष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र पर हवाई अड्डे के निमार्ण जहां एक तरफ भारी राजस्व प्राप्त होगा वही दक्षिणी पूर्व के देशों के बौद्ध अनुयायियों को आवगमन में सुविधा का अहसास होगा।
 

ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर इन्टरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले परियोजनाओं में से एक है। इसके पूर्व यह पूर्व मुख्य मंत्री मायावती की प्राथमिकताओं एक था। एयरपोर्ट निर्माण हेतु कुल 11 गांवों की 163.933 हे. भूमि प्रशासन द्वारा अधिग्रहीत की गई है जिसका क्षेत्रफल 18.401 हे.है। राजस्व विभाग ने इस भूमि को बजार दर पर किसानों से खरीद लिया है।
 
लखनऊ में समीक्षा बैठक में कुशीनगर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण में सरकार की संजीदगी को देखते हुए शनिवार को जिलाधिकारी रिग्जियान सैम्फिल ने पीडब्लूडी के अभियंताओं व राजस्व विभाग की टीम के साथ हवाई पट्टी के विस्तार विन्दु का मौके पर निरीक्षण किया।उन्होंने परियोजना हेतु अधिग्रहीत जमीन एवं प्रोजेक्ट के मानचित्र का अवलोकन किया।
 
इस बावत जिलाधिकारी बताते है कि अब तक एयरपोर्ट हेतु अधिग्रहीत भूमि का 40 लोगों ने मुआवजा नही लिया है क्योंकि उनका स्वामित्व को लेकर विभिन्न न्यायालयों में मुकदमा चल रहा है। इनमें से कुछ लोग खाड़ी देशों में रह रहे हैं। इसलिए भी मुआवजा वितरण नही हो सका है। उन्होंने आगे बताया कि पतया गांव के एक व्यक्ति की 4 डिसमिल जमीन बीच में पड़ रही है जिसे भी क्रय कर लिया जाएगा। अब अति शीघ्र कुशीनगर में इन्टरनेशनल एयरपोर्ट को निमार्ण सुनिश्चित हो जायेगा।

शुक्रवार, 18 मई 2012

कुशीनगर में विहार जा रही पाच करोड़ की स्मैक बरामद

    गिरोह के सरगना समेत चार पर दर्ज हुआ मुकदमा
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पाच करोड़ की स्मैक बरामद की गयी है। यह बाराबंकी से बिहार प्रांत के गोपालगंज के लिए ले जायी जा रही थी। पुलिस ने स्मैक के साथ तीन तस्करों को धर दबोच लिया है।
तस्कर उत्तर प्रदेश से विहार में स्मैक मारुति से  लेकर जा रहे थें। हालाकि तस्करों का सरगना पुलिस की पकड़ से अभी बाहर है।
कुशीनगर पुलिस प्रबक्ता के अनुसार पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि स्मैक की एक बड़ी खेप बिहार प्रांत भेजी जा रही है। जिस पर तरयासुजान पुलिस ने क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज दिनेश कुमार सिंह की अगुवाई में तस्करों को पकड़ने के लिए योजना बनायी। बुधवार को तकरीबन 3 बजे एक मारुति कार बहादुरपुर पुलिस चैकी की ओर आती दिखायी दी।
पुलिस ने कार को रोककर तलाशी लिया। जिसमें पंाच किलो डेढ़ सौ ग्राम स्मैक, दो कट्टा तथा चाकू बरामद हुआ। मारूति में बैठे लोगों के पास से कोई बैद्य कागजात नही मिला। पुलिस ने तीनों को स्मैक की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में तीनों तस्कर कमलेश कुमार यादव, अनवर हुसैन व शाह मुहम्मद ने बताया कि वे बाराबंकी के रहने वाले हैं। पुलिस ने सरगना हाफीज फारुख और तीनों तस्करों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। तस्ककरों के अनुसार बताया कि उन्हें स्मैक के पैकेट बाराबंकी में टीकरा जैतपुरा थानाक्षेत्र के हफीज फारुख ने यह कहकर दिया था कि गोपालगंज पहुंचने पर फोन आएगा। फोन करने वाला व्यक्ति बताएगा कि स्मैक कहां और किसे डिलीवरी करनी है।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार गर्ग ने इस बावत जानकारी देते हुए बृहस्पतिवार को बताया कि ने तस्करो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही इस कार्य के लिए पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये इनाम दिया गया है।



गुरुवार, 17 मई 2012

कुशीनगर में उदित नरायण इन्टर कालेज के 13 अध्यापको की नियुक्ति अबैध

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक विद्यालय के 13 अध्यापको को गहरा अघात लगा है। उच्च न्यायालय के एक खण्ड पीठ अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया को अवैध करार दिया। न्यायालय के इस फैसले से तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक से लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक स्तर के कई अधिकारी घेरे में हैं।
 
कुशीनगर के पडरौना स्थित उदित नरायण इन्टर कालेज में वर्ष 1976 में 16 अध्यापकों की नियुक्ति की गई साथ ही वर्ष 1976 में प्रबंधकीय विवाद था। जिसके बावत सभी अध्यापक अपनी नौकरी एवं वेतन संबंधी विवाद के निपटारे की खातिर वर्ष 1978 में न्यायालय की शरण में गए थे।
 
न्यायाधीश अरुण टंडन की अदालत ने रिट संख्या 1131/1978 पर फैसला सुनाते हुए 3.09.1979 को रिट याचिका को खारिज करते हुए सिविल सूट दाखिल करने को कहा।
 न्यायालय ने कहा कि सिविल सूट के जरिए ही इस मामले का निस्तारण हो सकता है। परंतु कोर्ट के इस निर्देश का पालन न करते हुए अपनी राजनैतिक पहुंच तथा अधिकारियों को पटाकर इन अध्यापकों ने अपना काम बना लिया और नियमित वेतन लेने लगे।
वही दो अध्यापकों के बीच प्रधानाचार्य की कुर्सी हथियाने को लेकर शुरू हुई । 

अपने को वरिष्ठ साबित करने के चक्कर में दोनों अध्यापक उच्च न्यायालय तक पहुंच गए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की 7.05.2011 को उदित नारायण इंटर कालेज पडरौना के प्रधानाचार्य पद की नियुक्ति की अधिसूचना को रद करने के लिए उच्च न्यायालय में दाखिल रिट 28500/2011 के दौरान पेश अभिलेखों एवं दोनों पक्षों को सुनने के दौरान न्यायालय ने इन अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया को ही अवैध मान लिया।
 
न्यायालय ने शिक्षा विभाग के तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक, निदेशक सहित कई अधिकारियों को भी इसके लिए दोषी माना है।

बुधवार, 16 मई 2012

सिचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता के खिलाफ बारन्ट जारी


दो लिपिक गये जेले अब अधिशासी अभियन्ता की बारी 

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सिचाई विभाग में फर्जी नियुक्ति के मामले में तत्कालीन अधिशासी अभियंता वीपी सिंह द्वारा दर्ज कराये गये मामले को लेकर हड़कम्प मच गयी है। पुलिस ने सेवानिवृत्त व वर्तमान लिपिक को गिरफ्तार कर लिया है। 

इसके साथ नियुक्ति के समय रहे अधिशासी अभियंता को इस फर्जी नियुक्ति में दोषी पाते हुए उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट भी जारी किया है। ज्ञातव्य हो कि अधिशासी अभियंता वीपी सिंह ने पूर्व अधिशासी अभियंता जनक राज बत्रा, सेवानिवृत्त लिपिक राम नगीना प्रसाद व वर्तमान लिपिक महेन्द्र यादव सहित आठ व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा अ.स. 486/2010 में फर्जी नियुक्ति करके वेतन देने तथा कुटरचित अभिलेखों के सहारे वेतन आरहण करने का मुकदमा दर्ज कराया था। 

अफसोस कि आरोपित अभियंता ने अपने प्रभाव से इस जांच को ठंडे बस्ते में डलवा दिया है। लेकिन पुलिस अधीक्षक विजय कुमार गर्ग द्वारा इस मुकदमें की जांच कार्य दरोगा अवधू राम को दी गयी तो मामले में जान आ गयी और पूरा विभाग सकते में आ गया।

 उन्होंने जांच कर आगे बढ़ाया तो यह तथ्य सामने आया कि पांच लोगों ने नाम पता फर्जी बताकर विभिन्न जिलों से अपने को स्थानान्तरण कराकर तथा फर्जी एल.पी.सी. बनाकर फाजिलनगर सिचाई खण्ड में नौकरी करना शुरू किया और वर्षो तक वेतन का आहरण करते रहे। उनके इस अनैतिक अवैध काम को पूर्व अधिशासी अभियंता जनकराज बत्रा व वरिष्ठ बलदेव यादव द्वारा सांठगांठ करके अनुमोदित कर दिया गया। इस दौरान यह भी उजागर हुआ कि पूर्व अभियंता जनक राज बत्रा द्वारा अपने पदों का दुरूपयोग करके बिना जांच कराये ही इन पांचों व्यक्तियों की वेतन दिया गया।

 इस मामले की जानकारी पर तत्कालीन अधिशासी अधियंता वीपी सिंह ने इन नियुक्तियों की वास्तविकता के लिए संबंधित जिलों के विभाग प्रमुखों से पत्राचार करके यह खुलासा किया तो सभी फर्जी कर्मचारी उसी समय विभाग छोड़ फरार हो गये। अब फिर इस मामले में जान आगयी है।

 इस संबंध में जांच अधिकारी अवधू राम ने बताया कि जांच में पूर्व अधिशासी अभियंता जनक राज बत्रा प्रधान लिपिक रामनगीना व महेन्द्र यादव का दोष सामने आया दोनों लिपिकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया है। जबकि जनकराज बत्रा के गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया है।

कुशीनगर में एक अवोध 12 दिन से गायब


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक अबोध का 12 दिन से गायब है।11 बर्षीय यह लड़का स्थानीय एक मदरसे में पढ़ता था और लेकिन अब तक घर नही लौटा। परिजन हताश होकर चारो तरफ ढूढ़ लिये पर कही से अभी तक कोई सूचना हाथ नही लग सकी है।

यह घटना कुशीनगर जनपद के पडरौना कोतवाली थानाक्षेत्र के बसहिया गांव स्थित एक मदरसे की है जहां एक अवोध 11 वर्षीय छात्र छात्रावास में रह कर पढ़ रहा था। आज बारह दिन पूर्व से लापता है। नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के बलकुडि़या बाजार निवासी छात्र के पिता मुख्तार ने मंगलवार  पडरौना कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

मुख्तार ने बताया कि, उनका ग्यारह वर्षीय लड़का इसराफिल पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के बसहिया गांव स्थित मदरसा अन्जुमन इस्लामिया दारूल उलूम के छात्रावास में ही रहकर पढ़ता था। उसे जानकारी मिली कि बीती पांच मई को उनका लड़का इसराफिल मदरसे से गायब है।

मदरसा पहुंच कर अपने लड़के के बारे में अध्यापकों से पूछताछ की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। लड़के के पिता मुख्तार पुत्र सदीक ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। इस सम्बन्ध में कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है। अगर ऐसा है तो कार्यवाही की जायेगी।

मंगलवार, 15 मई 2012

कुशीनगर के एक नाले में पाया गया भारी मात्रा में जाब कार्ड


कुशीनगर । महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजना के साथ खिलवाड़ करने की मंशा कुशीनगर जनपद से साफ दिख रही है। तभी तो कुशीनगर मनरेगा के हजारों जाब कार्ड एक नाले फेंके पाये गये है। मनरेगा के ये जाब कार्ड कुशीनगर में  पडरौना विकास खण्ड के लमुआ स्थित नाले में पाये गये है।

वेरोजगार को रोजगारों मुहैया कराने वाले इस जाब कार्ड को इस नाले में देख स्थानीय ग्रामीण तरह-तरह की चर्चा कर रहे है। नाले में देखे गये ये जाब कार्ड करीब सैकड़ों की संख्या में है।


 ऐसा माना जा रहा है  कि और जाब कार्ड पानी में नीचे बैठ गये होगें। क्योकि जिस जगह पर जाब कार्ड दिखायी दे रहे है। वहा नाला गहरा है।



ज्ञातव्य हो कि कुशीनगर में इस जाब कार्ड को भरी मात्रा में फेके जाने का मामला तब प्रकाश में आया जब स्थानीय लमुआ गांव के ग्रामीण नाले के समीप गये । जहां उन्होने देखा कि भारी मात्रा में मनरेगा के जाब कार्ड फेके गये है।

ग्रामिण बतातें है कि जाब कार्ड के फेके जाने का मामला कैंग टीम के दहशत के कारण पैदा हुआ होगा और मनरेगा की पोल न खुल जाये इस लिए इसे फेक कर नष्ट करने की योजना बनायी गयी होगी। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने कहा कि ऐसा सुना हू जाच कराया जायेगा।


बाप ने अपनी बेटीको घर से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया

बांदा ।  21 वीं सदी के एक बाप ने अपनी बेटीको घर से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया । उसके साथ ऐसा क्रूर मजाक कर अपनी बेटी की जिन्दगी को  बर्बाद करने पर तुला है ।

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुरारा थाना के एक गांव में अधेड़ व्यक्ति के साथ शादी करने के लिए एक व्यक्ति ने अपनी बेटी को मजबूर कर दिया है । जब बेटी के  इंकार करने पर बालिग छात्रा के परिजनों ने उसे घर से निकाल दिया।
 जिलाधिकारी बी. चंद्रकला ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है। हमीरपुर जनपद के कुरारा थाना के बिलौटा छक्की का डेरा गांव की रहने वाली एक छात्रा ने सोमवार को जिलाधिकारी के समक्ष पेश होकर कहा कि वह बालिग है और स्नातक की छात्रा है। 

उसके परिजन अधेड़ उम्र के व्यक्ति से शादी करने का दबाव डाल रहे हैं। विरोध करने पर उसे घर से निकाल दिया गया है। छात्रा ने आरोप लगाया कि उसने कुरारा पुलिस से शिकायत की थी, मगर उसे कोई मदद नहीं मिली। जिलाधिकारी बी. चंद्रकला ने कहा, "मामला काफी गंभीर है, पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।"

कुशीनगर पुलिस को नही मिला अभी तक फैज का सुराख


कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक अवोध 47 दिन से गायब है और मुखबीरों की सुचना पर बर्क आउट करने वाली पुलिस को अभी तक इसके सुराग नही मिल सके है। लेकिन एक फोन घण्टी ने अब परिजनों की नींद उड़ा दी है।

फोन से अवोध फैज के एवज में दो लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है। 8 मार्च 2012 को खड्डा के वार्ड नंबर दो के रहने वाले मोहम्मद फरीद का पुत्र फैज (10) सुबह नौ बजे पढ़ने के लिए घर से निकला, लेकिन घर वापस नहीं आया।

परिजनों के मुताबिक फैज मदरसा अशरफिया अनवारुल उलूम में कक्षा एक का छात्र है। उसकी खोजबीन के बाद पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में लेते हुए माना कि मासूम कहीं भटक गया होगा, आ जाएगा। परिजनों ने कई जिलों में खोजबीन करने के साथ पोस्टर भी चिपकवाया, लेकिन फैज का पता नहीं चला।

बच्चे के दादा बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व फैज के पिता के मोबाइल पर फोन आया और बताया गया कि लड़का उनके पास है। अगर चाहिए तो बताए गए स्थान पर आकर उसे ले जाइए।

परिजन बताए गए जगह पर पहुंचे तो वहां कोई मिला नहीं और फोन भी बंद मिला। परिजन बताते हैं कि
इसके बाद कई बार इस तरह का फोन आया लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला। इसके बाद एक सप्ताह पूर्व एक फोन आया और दो लाख रुपये देने पर बच्चे को सौंपने की बात कही गई।

पुलिस को भी सारी बात बताई लेकिन वह मामले को हल्के में ले रही है। इस संबंध में खड्डा थानाध्यक्ष का कहना है कि मामले की जानकारी है। फिरौती की मांग करने वाले पोस्टर से नंबर लेकर मजाक कर रहे हैं। इस तरह का कोई मामला नहीं है। बच्चे का पता लग जाएगा।

कुशीनगर में एक नव विवाहिता की लूट ली गयी आबरू और सोती रही पुलिस


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में फिर एक नव विवाहिता की आवरू लूट ली गयी। महिला से साथ यह घटना उस समय घटी जब पूरा भारत सो रहा था। सुनसान काली रात का फायदा उठा कर वहसी दरिन्द ने महिला को अपने हवस का शिकार बना दिया।
 
 कुशीनगर में यह घटना रविवार की रात तकरीबन बारह बजे घटी। जब हनुमानगंज थाने के गांव नौतार जंगल गांव में एक नव विवाहिता अमृता (काल्पनिक नाम) अपने फुस के घर में सोयी हुयी थीं।
 
 
तकरीबन बारह बजे गांव का ही तीन बच्चों का पिता उसके घर में घुस गया और उसने अमृता को चाकू की नोक पर अपने कब्जे में ले लिया। उसके मुंह में कपड़ा ठूस कर आंगन में ले गया और फिर उसके साथ मनमानी करने लगा।
 

चंगुल से मुक्त होने के लिए विवाहिता लगातार प्रयास करती रही। आवाज सुनकर उसका ससुर आंगन में पहुंचा तो उसको जानकारी हुई। आरोपी ने अमृता के ससुर पर भी हमला बोल दिया और उसकी पिटाई कर भाग निकला। 

इस छीना-झपटी तथा मारपीट में आरोपी का मोबाइल तथा कलाई घड़ी मौके पर ही गिर गई। ज्ञातव्य हो कि अमृत करीब दो महीने पहले अपनी ससुराल नौतार जंगल आई थी। नव विवाहिता के साथ घटी इस घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। 

इस संबंध में थानाध्यक्ष हनुमानगंज का कहना है कि दोषी व्यक्ति को ढूंढा जा रहा है, मामले की जांच कराकर उचित कार्यवाई की जाएगी।


कुशीनगर में अज्ञात बदमाशों द्वारा सात लाख की लूट


कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दो अलग-अलग थानाक्षेत्र से मोदर साईकिल सवार अज्ञात बदमाशो ने करीब 7 लाख रूपये लूट लिए और फरार हो गये।
 
कुशीनगर जनपद के कुवेरस्थान थाना अन्र्तगत सहजवलिया गांव के सामने एक मोटर साईकिल सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने एक मनिट्रांसफर से सम्बन्धित व्यक्ति से 6.50 लाख कटटा सटा कर लूट लिया और फरार हो गये। 
वही दुसरी घटना सोमवार को ही पडरौना कोतवाली के रामकोला रोड पर घटी जिसमें एक अध्यापक इलाहाबाद बैंक से पैसा निकाल कर आ रहे थे कि हीरोहोण्डा ऐजेन्सी के सामने एक मोटर साईकिल सवार दो अज्ञात बदमाशों ने उनका पैसा रखा झोला छीन कर फरार हो गये। जिसमें 50 हजार रूपये थे।
 
पुलिस ने कुवेरस्थान थाना क्षेत्र के मामले में बादी सचिन श्रीवास्तव के तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। घटना के बाद स्थानीय दोनों थानो की पुलिस ने चारो तरफ नाका बन्दी कर दी पर इसक बावजूद देर शाम तक कोई सुराग हाथ नही लगा थां



रविवार, 13 मई 2012

कुशीनगर के 294 गांव में होगी शहरी सुविधा


  कसाडा काम करने के लिए तैयार बना ली गयी योजना
कुशीनगर । उत्तर प्रदेश में कुशीनगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र के 294 गांवों के दिन लौटने वाले है। अब ये गांव भी पूरी तरह शहरी रूप रेखा में नजर आयेगे। इसके लिए योजना बना ली गयी है। अतिशीघ्र काम शुरू हो जायेगा।
 
कुशीनगर विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में आने बाले 294 गांवों को 15 साल के अंदर शहरों की तर्ज पर विकसित कर दिया जाएगा। इस सम्बन्ध में मंडलायुक्त रविन्द्र नायक  ने कसडा के सदस्यों की एक आवश्यक बैठक वुलाकर शनिवार को इस मामले पर गहन चर्चा की ।
 
मंडलायुक्त ने बताया कि इन गांवों में  खेल का मैदान, पार्क, अस्पताल, स्कूल और अन्य सुविधाओं का विकास होगा, उनके मालिक किसानों से एक महीने के अंदर आपत्ति मांगकर उनका निस्तारण कराया जाएगा।
 
यही नही विलुप्तप्राय हो चुकी हिरण्यावती नदी का भी पुनरुद्धार होगा। कमिश्नर के मुताबिक भगवान बुद्ध से जुड़ी इस पवित्र नदी के 09 किलोमीटर के हिस्से को झील के रूप में परिवर्तित करने का प्रस्ताव है। इसके तहत नदी की साफ-सफाई कराई जाएगी तथा प्रत्येक तीन किलोमीटर पर एक तालाब बनाकर इसमें जलसंचय की व्यवस्था होगी।


त्याग की देवी मां का गुण-गान पुत्र की क्षमता से उपर

कुशीनगर । मां के लिए शब्द कम पड़ सकते है पर मां की ममता का गुण-गान एक पुत्र के क्षमता से उपर की बात है। त्याग और बलिदान की साक्षात् मूर्ति कही जाने वाली मां के लिए यह पक्तियां कि मां के दिल जैसा दुनियां में कोई दिल नहीं। किसी जमाने में हिन्दी सिनेमा का ख्याति प्राप्त गीत रहा, जो मां और उसकी संतानों के सौम्य रिश्तों के लिए आज भी सटीक बैठता है।
 
भारत में आदिकाल से माताओं की पूजा होती चली आ रही है। धर्मग्रंथों की यह पंक्तियां युगों-युगों से प्रासंगिक बनी हुई हैं कि पूत कपूत भले हो जाएं किन्तु माता कुमाता नहीं होती।
 
विश्व मातृत्व दिवस के अवसर पर रविवार को कुशीनगर जनपद के तमाम संस्थानों में मां की महिमा का बखान सुनने को मिला। बक्ता कहते नही थक रहे थे। 

इस अवसर पर महात्मा गाधी शिक्षण संस्थान में एक गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें वरिष्ठ पत्रकार व संस्था के प्रबन्धक भानू प्रताप तिवारी ने मां शब्द पर तीन घण्टे तक विशेष वक्तव्य दिया। 

उन्होंने कहा कि विश्व में भारत ही मात्र ऐसा देश है जहां माताओं की पूजा परम्परा सृष्टि के सृजन काल से चली आ रही है। इसी के तहत सितम्बर व अक्टूबर में मनाये जाने वाले शारदीय नवरात्र में दस दिनों तक मां दुर्गा की शक्ति पूजा होती है। 

इसके अलावा देश में विभिन्न तीज-त्यौहारों यथा दीपावली में मां लक्ष्मी, बसंत पंचमी में मां सरस्वती आदि की पूजा अर्चना होती है। कथाओं पुराणों से लेकर विज्ञान भी माताओं की महिमा व महत्ता को स्वीकारता है। इसीलिए जीवन मूल्यों से जुड़े अन्न, पानी और भूमि आदि स्रोतों की भी पूजा क्रमश मां अन्नपूर्णा, मां गंगा और मां पृथ्वी के रूप में की जाती है।

 जिससे हमें विना कुछ लिए स्वार्थ रहित कुछ भी प्राप्त होता उसमें ममता दिखायी देता क्योकि यह एक मां ही कर सकती है।
 
इस विचार गोष्ठी में पत्रकार अजय कुमार त्रिपाठी ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति का संकरण पाश्चात्य देशों की संस्कृति से होना चिन्ता का विषय है। आज के युवाओं द्वारा त्याग की देवी माताओं को असहाय स्थिति में छोड़ दिया जाना बेहद निंदनीय है।